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दुर्ग : अमलतास, गुलमोहर और कदंब के पौधों से सजेंगी भिलाई की गलियां - सुबह-सुबह भिलाई निगम के वार्डों में पहुंचे कलेक्टर, पहले निर्माणाधीन कार्य देखे और फिर बैठक ली

- भिलाई निगम में नवाचारों की कलेक्टर ने की प्रशंसा, कहा शहर में शुद्ध वातावरण और पेयजल सबसे पहली प्राथमिकता
- बारिश पूर्व प्राथमिकता से होने वाले कार्यों का किया निरीक्षण

दुर्ग 09 जून : जिला प्रशासन द्वारा शहरों के सौंदर्यीकरण, शुद्ध वातावरण तथा बुनियादी सुविधाओं के विस्तार की दिशा में प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। आज इसी क्रम में सुबह-सुबह कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भिलाई नगर निगम पहुंचे। यहां उन्होंने पेयजल एवं साफ-सफाई की व्यवस्था देखी। निर्माणाधीन प्रोजेक्टस पर नजर डाली और बरसात पूर्व किए जाने वाले कार्यों की प्रगति पर नजर डाली। इसके पश्चात उन्होंने निगम अधिकारियों की बैठक ली और आगामी महीनों में किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे। उन्होंने निगम की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने भिलाई निगम में हो रहे नवाचारी कार्यों एवं बुनियादी सुविधाओं की डिलीवरी की अच्छी व्यवस्था को लेकर निगम प्रशासन की प्रशंसा की। इस दौरान अधीक्षण अभियंता सत्येन्द्र सिंह, उपायुक्त अशोक द्विवेदी, उपायुक्त तरूण पाल लहरे, निगम के जोन आयुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा, निगम के इंजीनियर व विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

हरियाली का दायरा बढ़ेगा-

भिलाई औद्योगिक नगरी होने के नाते और यहां बढ़ती आबादी होने के चलते हरियाली का दायरा बढ़ाना आवश्यक है। इस दिशा में कलेक्टर ने पौधरोपण अभियान की जानकारी ली। निगम अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रमुख मार्ग एवं स्थलों पर पौधरोपण के लिए जगहों का चिन्हांकन कर लिया गया है। कलेक्टर ने कहा कि गुलमोहर, अमलतास और कदंब जैसे पौधे लगाए जाएं, ये तेजी से बढ़ते भी हैं और इनसे शहर की सुंदरता भी निखर जाती है। उन्होंने एसएलआरएम सेंटर के पास किए गए पौधरोपण की विशेष रूप से प्रशंसा की। साथ ही कोसा नाला से फरीदनगर रोड के किनारे और फरीदनगर स्कूल के सामने खाली स्थानों पर सुनियोजित तरीके से पौधरोपण के लिए कहा। निगम द्वारा खुर्सीपार एसएलआमएम के सामने कतारबद्ध लगाए गए पौधों की भी उन्होंने प्रशंसा की।

पूछा शुद्ध पेयजल के लिए किस तरह से कार्य कर रहे हैं-

कलेक्टर ने कहा कि आज के निरीक्षण में पेयजल प्लांट्स को विशेष रूप से रखा गया है क्योंकि लोगों के लिए जलापूर्ति सबसे अहम है। साथ ही हमें पानी की शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखना है। कलेक्टर सबसे पहले 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट पहुंचे। यहां की तकनीकी बारीकियों की जानकारी इंजीनियरों ने उन्हें प्रदान की। साथ ही उन्होंने आधुनिक वाटर लैब भी देखा। लैब प्रभारी ने बताया कि अत्याधुनिक तकनीक होने के चलते पानी की शुद्धता की मुकम्मल जानकारी मिल जाती है। सैंपल के नतीजों के पश्चात तुरंत पानी को आवश्यकता होने पर उपचारित किया जाता है। कलेक्टर ने 66 एमएलडी भी देखा और यहां के कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।

सोनहा खाद पर डाली नजर, कहा एसएलआरएम सेंटर के एक्सीलेंस से बेहतर नतीजे-

कलेक्टर ने एसएलआरएम सेंटर का दौरा भी किया। वहां कार्य कर रहे लोगों ने उन्हें बताया कि किस प्रकार प्लास्टिक वेस्ट का वे इस्तेमाल कर रहे हैं और किस प्रकार जैविक खाद बना रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि एसएलआरएम सेंटर व्यर्थ चीजों को संभावना में बदलता है। जैविक खाद का मार्केट भविष्य में बढ़ता जाएगा। प्रोडक्ट के लिए बाजार के विस्तार की कोशिश करें। कलेक्टर ने यहां कार्यरत लोगों की तारीफ की और कहा कि इस क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं आप लोग नवाचार से कार्य करें। आपके लिए तरक्की के रास्ते खुलते रहेंगे।

बरसात पूर्व बड़े नालों की सफाई व्यवस्था देखी -

मानसून पूर्व बड़े नालों की सफाई जरूरी होती है। यह कार्य भिलाई निगम में चल रहा है। यहां कोसा नाला, आईटीआई के पास वाले नाले और तेलहा नाला की सफाई का कलेक्टर ने निरीक्षण किया। इसके लिए जेसीबी और चैन माउंटेन से कार्य हो रहा है। कलेक्टर ने तय समयावधि में यह कार्य पूरा कर लेने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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