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दुर्ग  जिला डेंगू से लड़ने मिशन मोड पर प्रशासन

 - डेंगू प्रभावित बालाजी नगर में पहुंचे कलेक्टर, घर-घर का किया मुआयना

- हर ऐसी जगह देखी जहां संक्रमण की गुंजाइश हो सकती है टेमीफास वितरण के संबंध में भी जानकारी ली
- होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों की मानिटरिंग के संबंध में भी ली जानकारी
 
 
दुर्ग 06 जून 2020/डेंगू की आशंका से निपटने जिला प्रशासन की गतिविधियां मिशन मोड पर चल रही हैं। आज कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भिलाई के बालाजी नगर पहुंचे। यहां लगभग एक घंटे में उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की। उनसे पूछा कि उन्हें टैमीफास मिला है या नहीं। वे टैमीफास का इस्तेमाल कर रहे हैं या नहीं। कूलर देखे और किसी किसी के घर में छत को भी उन्होंने देखा क्योंकि अक्सर थोड़ी बारिश के बाद छत में साफ पानी के स्पाट बन जाते हैं और संक्रमण की आशंका पैदा हो जाती है। निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी दौरे के समय उनके साथ उपस्थित थे। निगम कमिश्नर ने बनाया कि इसके लिए नियमित दल गठित किए गए हैं जो सुबह और शाम फागिंग करते हैं। इसके साथ ही टैमीफास का वितरण भी किया गया है। हर घर के सामने टैमीफास वितरण की तिथि लिख दी गई है। इसकी रिफिलिंग की तिथि भी लिख दी गई है। इसके साथ ही लोगों को निगम दस्ता निरंतर जागरूक कर रहा है कि टैमीफास का उपयोग करें। कलेक्टर ने घरों में नागरिकों से पूछा तो उन्होंने बताया कि डेंगू की विपदा को लेकर वे सजग हैं और समय-समय पर टैमीफास डालते हैं। इसके साथ ही निगम का दस्ता भी नियमित रूप से आता है। कलेक्टर ने कहा कि केवल साफ पानी का जमावड़ा ही नहीं देखना है आपको ऐसे स्पाट घर में नहीं रखने हैं जहां मच्छर छिप सकते हैं इसलिए खूब अच्छे से साफ-सफाई करें। निगम अधिकारियों ने बताया कि इस बार बीच में कुछ बारिश हुई जिसके चलते साफ पानी का जमावड़ा हुआ जिसके संबंध में निगम द्वारा तुरंत कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों से बचने के लिए पैंफलेट भी लोगों को वितरित किए गए हैं और घरों में भी चस्पा किए गए हैं। कलेक्टर ने इस कार्य में लगे निगम अमले से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि डेंगू नियंत्रण की जिम्मेदारी बेहद अहम है बारिश तक हर दिन इस दिशा में जुटना होगा। लोगों को लगातार जागरूक कर और तकनीकी उपाय अपनाकर आसानी से इसकी आशंका से निपटा जा सकता है।
क्वारंटीन लोगों के घरों की मानिटरिंग कैसे हो रही ये पूछा- कलेक्टर ने उन नागरिकों की मानिटरिंग के बारे में भी पूछा जो बाहर से आए हैं और क्वारंटीन हैं। निगम कमिश्नर ने बताया कि इसके लिए दस्ते बनाये गए हैं। इन घरों  की जियोटैगिंग की गई है। दिन में नियमित समयों पर मानिटरिंग कार्य में लगे अधिकारी अपनी रिपोर्ट देते हैं।
 
 
 

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