आज से धान उपार्जन केंद्र किसानों से गुलजार होंगे किसानों को मिलना शुरू होगा उनकी मेहनत का लाभ
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : पूरे छत्तीसगढ़ सहित बेमेतरा जिले में कल 14 नवम्बर (गुरुवार) से जिले के 129 धान उपार्जन केंद्र किसानों से गुलज़ार होंगे। सभी उपार्जन केंद्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। किसानों को उनकी मेहनत का सम्मान व लाभ मिलने की शुरुआत होगी, यानी धान की खरीदी शुरू हो जाएगी। गुरुवार से शुरू होने वाली धान खरीदी को लेकर सारी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली है। धान खरीदी में लघु व सीमांत किसानों को अधिकतम दो टोकन व बड़े किसानों को तीन टोकन की पात्रता होगी। इसके साथ ही खरीदी में पारदर्शिता लाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तराजू से ही तौल किया जाएगा। समितियों में किसानों की सुविधा के लिए ’’माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी है। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में आएगी ।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने उपार्जन स्तरीय नोडल अधिकारियों को मानसिक व शारीरिक रूप से धान खरीदी के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए। सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त करने कहा। किसानों को कोई परेशानी, असुविधा ना हो इसका ख्याल रखने कहा। उपार्जन केंद्रों में छाया-पानी की व्यवस्था करने कहा। कलेक्टर ने अधिकारियों से सुगम धान खरीदी के लिए सतर्क रहकर सौपे गये दायित्वों का पालन करने की बात कही। ताकि किसी प्रकार की विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो।
धान का उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ एवं छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान की खरीदी विगत खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में संचालित और नवीन बनाए गए खरीदी केन्द्रों में की जाएगी। इस प्रकार जिले की 102 सहकारी समितियों के सभी 129 खरीदी केंद्रों में धान उपार्जन किया जाएगा। कल 14 नवंबर को धान खरीदी के लिए 2800 किसानों के टोकन काटे गए है। इन किसानों से 14617 मी. टन धान खरीदा जाएगा।
जिले में खरीफ सीजन 2024-25 में जिले में अब तक 1 लाख 64 हजार 733 किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया हैं। पिछले साल 158529 किसानों ने धान विक्रय हेतु सहकारी समितियों में पंजीयन कराया था। जिनका रकबा 1 लाख 85 हज़ार 928 हेक्टेयर था। जो बड़ कर इस साल 1 लाख 89 हज़ार हेक्टेयर हो गया है। इस साल धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य 934687 मीट्रिक टन है। इस साल 7931 नये जुड़े है। पिछले साल 5529 बढ़े थे। पिछले साल अनुमानित लक्ष्य 802842 मीट्रिक टन था। भारत सरकार द्वारा इस वर्ष 2024-25 के लिए औसत अच्छे किस्म के कॉमन धान के लिए 2300 रुपए और ए-ग्रेड धान के लिए 2320 रूपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया गया है।
पिछले साल 23-24 के लिए औसत अच्छे किस्म के कॉमन धान के लिए 2183 रूपए और ए-ग्रेड धान के लिए 2203 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय था। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी कल 14 नवम्बर से 31 जनवरी 2025 खरीदी की जाएगी। राज्य सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय से जारी दिशा-निर्देशानुसार धान खरीफ वर्ष 2024-25 में छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित निर्धारित की गई है।
इस बार भी धान खरीदी कार्य में पारदर्शिता के लिए बायोमेट्रिक आधारित खाद्यान्न उपार्जन प्रक्रिया से किया जायेगा। धान और मक्का खरीदी की समस्त राशि का भुगतान किसानों के खाते में डिजिटल मोड से किया जाएगा। जारी आदेश में कहा गया है कि धान उपार्जन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) एवं छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। भारत शासन की नवीन बारदाना नीति अनुसार धान उपार्जन एवं चावल जमा करने हेतु बारदाने की आवश्यक व्यवस्था करनी होगी। नीति अनुसार धान की खरीदी नए और पुराने बोरों में की जाएगी।
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