हमारी संस्कृति में वृद्धों को अत्यंत उच्च एवं आदर्श स्थान प्राप्त है - विधायक श्री सिन्हा
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
डॉ भीमराव अंबेडकर मांगलिक भवन खैरा में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस
वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण, खेल कूद प्रतियोगिता, सामग्री वितरण सहित
शॉल एवं श्रीफल से किया सम्मानित
युवा पीढ़ी इनके अनुभव और आशीर्वाद से अपने जीवन को और अच्छा बनाएंः कलेक्टर श्री लंगेह
महासमुंद : अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर आज जिला मुख्यालय महासमुंद के डॉ. भीमराव अंबेडकर मांगलिक भवन खैरा बागबाहरा रोड महासमुंद में जिला स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री योगेश्वर राजू सिन्हा एवं अन्य अतिथियों द्वारा महात्मा गांधी और छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्य अर्पित व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरीनंद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांग, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं समाज कल्याण विभाग की उप संचालक श्रीमती संगीता सिंह मौजूद थे।
इस अवसर पर विधायक श्री सिन्हा सहित अन्य अतिथियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 20 वरिष्ठजनों एवं सेवानिवृत्त शासकीय कर्मचारियों को शॉल, श्रीफल एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 600 वृद्धजनों को कम्बल एवं दैनिक उपयोग हेतु किट, 11 वृद्धजनों को श्रवण यंत्र, 25 छड़ी प्रदान की गई। इसी प्रकार खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 20 वृद्धजनों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम को विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा कि वृद्धजनों का सम्मान करना पुण्य का काम है। बुजुर्गों का सम्मान करना हमारी परंपरा है। जिस घर में बुजुर्ग माता पिता है उनका चेहरा देखकर निकलने से ही वास्तु दोष समाप्त हो जाता है। वृद्धजनों से हमें प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सदैव मार्गदर्शन मिलता है। जिन घरों में बुजुर्गों की कद्र नहीं होती वहां संस्कारों का अभाव रहता है। वहीं जहां बुजुर्गों को सम्मान दिया जाता है वह घर उन्नति के रास्ते पर चलता है।
हम सभी को बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। इसकी शुरुआत हर व्यक्ति को अपने आस-पास के मौजूद लोगों से करनी चाहिए। लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्तियों को बुढ़ापा का सामना करना होता है। इसलिए हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। क्योंकि हम जैसा व्यवहार कर रहे हैं, वैसा ही लोगों से अपने लिए उम्मीद करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में वृद्धों को अत्यंत उच्च एवं आदर्श स्थान प्राप्त है। लेकिन विडंबना है कि आज पूरे परिवार को बरगद की तरह छांव फैलाने वाला व्यक्ति को वृद्धाश्रम में असहाय रहना पड़ता है। सोच बदलने व जनचेतना जगाने से वृद्धाश्रम की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस अवसर पर सरायपाली विधायक श्रीमती चातुरीनंद ने कहा कि वृद्धजन अनुभव का खजाना होते है। वृद्धजनों के सम्मान से ही आने वाली पीढ़ी का भविष्य और बेहतर एवं उज्ज्वल हो सकता है। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग घर की शोभा होते हैं। इनके रहने से आश्रय और संबल मिलता है। साथ ही यह हमारी हर समस्या का समाधान करने में सक्षम होते है। हर समाज को बुजुर्गों का पूरा आदर और सम्मान करना चाहिए तथा उनके अनुभवों का लाभ लेना चाहिए। क्योंकि उन्होंने अपने जीवन की लंबी यात्रा तय की है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल एवं नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांग ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवन पटेल, श्री संदीप दीवान, श्री नीलम दीवान, श्री श्याम साकरकर, श्री गोविंद सिंह ठाकुर, श्री आकाश पांडेय, श्री अभिषेक पांडेय, श्री अंबु साहू, श्री डिगेश साहू एवं श्री संतोष पांडेय उपस्थित थे। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने कहा कि वृद्धजन हमारें लिए महत्वपूर्ण धरोहर है। आज की युवा पीढी इनके अनुभवों और आशीर्वाद से अपने जीवन को अच्छा बना सकते है। उन्होंने युवा पीढ़ी से वृद्धजनों के अनुभवों और भावनाओं का सम्मान करने का आव्हान किया।
समाज कल्याण की उप संचालक श्रीमती संगीता सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वृद्धजनों के सम्मान पर अपने विचार व्यक्त किए और समाज कल्याण में संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिले के अलग-अलग जनपद पंचायतों एवं नगरीय निकायों से आमंत्रित 800 से अधिक वृद्धजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। आर्केस्ट ग्रुप शिवा सुरदास एवं कांशीराम कमार म्यूजिकल बैंड की टीम द्वारा छत्तीसगढ़ी गीतों की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों को नशामुक्ति एवं स्वच्छता अभियान की शपथ दिलायी गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, वृद्धजन एवं समाज कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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