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सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता हेतु जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
 
सिकल सेल रोग के लक्षण एवं संक्रमण से बचाव की दी गई जानकारी
 
कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों ने हरी झंडी दिखाकर सिकल सेल उन्मूलन प्रचार-प्रसार वाहन को किया रवाना
 
कोरिया : विश्व सिकल सेल दिवस पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर की अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो की उपस्थिति में आज जिला चिकित्सालय में सिकल सेल की स्क्रीनिंग एवं जागरूकता हेतु जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन जिला स्वास्थ्य समिति, महिला एवं बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने बताया कि यह अभियान 19 जून से 03 जुलाई 2024 तक चलेगा। उन्होंने जिले में सिकल सेल कार्यक्रम से जुड़े अधिकारी कर्मचारियों को अधिक-से-अधिक लोगों का स्क्रीनिंग किए जाने हेतु इसकी प्लानिंग बनाकर कार्य करने एवं शत्-प्रतिशत उपलब्धि पूर्ण करने को कहा। सिकल सेल कार्यक्रम द्वारा जागरूकता लाने के लिए हमारे देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रयासरत है। स्वास्थ्य विभाग और आदिवासी विभाग मिलकर काम करेंगे तभी 2047 तक यह अभियान पूरा होगा।

विश्व सिकल सेल दिवस पर लोगों को बताया गया कि हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में सभी कोशिकाओं तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है लेकिन सिकल रोग में यह काम बाधित हो जाता है। यह एक अनुवांशिक रोग है। सिकल सेल रोग का सबसे आम लक्षण है, हड्डियों, मांसपेशियों, पेट या पीठ में अचानक तेज दर्द महसूस होना। लोगों को अकसर थकान और कमजोरी महसूस होना। सिकल सेल रोग रेड ब्लड सेल्स को नष्ट कर देता है, जिससे एनीमिया रोग होता है।
 
इससे पीड़ित व्यक्ति को त्वचा में पीलापन, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने की समस्या हो सकती है। यदि उक्त लक्षण है तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रो में निशुल्क जांच कराएं, इसके साथ ही पानी अधिक मात्रा में पिए, दैनिक आहार की आदतों में संशोधन करे, शांत चित रहे एवं आराम करें, अत्यधिक तापमान से बचे, नियमित रूप से खेल खेलें, संक्रमण से बचें, नियमित जांच कराएं, नियमित योग करें, विवाह पूर्व सिकल सेल जांच कराएं। अधिक मात्रा में फाइबर एवं रेशेदार आहार लें। तेल और वसायुक्त मसालेदार खाद्य पदार्थों से परहेज करें। अधिक प्रोटीन वाले आहार ले एवं एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार चुने।

इस अवसर पर हितग्राहियों को सिकल सेल पहचान कार्ड वितरित किया। इस पहचान पत्र से उन्हे सिकल सेल रोग का समुचित इलाज और विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा। कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों ने सिकल सेल रोग के पहचान, निदान एवं रोकथाम के लिए जन जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर जिला चिकित्सालय परिसर से रवाना किया। कार्यक्रम में गणमान्य नागरिक श्री कृष्ण बिहारी जायसवाल, श्री शैलेश शिवहरे, श्री भानूपाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. सेंगर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती उषा लकड़ा, सिविल सर्जन डॉ. राजेन्द्र बन्सरिया, जिला सिंकल सेल के नोडल अधिकारी डॉ. अभिषेक गढे़वाल, महिला एवं बाल विकास तथा आदिवासी विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।    

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