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 सफलता की कहानी : मनेरगा योजना स्वीकृत जल संवर्द्धन कार्य से हो रही कृषि उपजों में वृद्धि

अल्प वर्षा में भी किसान सिंचाई के माध्यम से कर रहें उन्नत कृषि

सूरजपुर : सूजरपुर जिले में कलेक्टर श्री दीपक सोनी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अष्वनी देवांगन के नेतृत्व में जल संवर्द्धन से कृषि उपज में इजाफा करने मनरेगा अंतर्गत प्रयास विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं। कई कृषकों को डबरी से लाभांवित कर कृषक उत्पादों में भी वृद्धि की जा रही है। ऐसे कई सफलता की कहानी सूरजपुर के विकासखंडों के कृषकों की जुबानी सुनी जा सकती है। इसी क्रम में सूरजपुर के जनपद पंचायत प्रतापपुर से 34 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सोनगरा में मनरेगा योजना अंतर्गत हितग्राही श्री भोला पिता श्री बसंत की खेतों में डबरी निर्माण कार्य को स्वीकृत किया गया।

रोजी रोटी की आवश्यकता को देखते हुए इनके निजी भूमि पर डबरी निर्माण का कार्य स्वीकृत किया गया, जिसकी प्रशासकीय स्वीकृति राशि 3 लाख, निर्माण कार्य में कुल 1749 मानव दिवस नियोजित करते हुए ग्राम पंचायत के पंजीकृत श्रमिकों के साथ-साथ  कृषक श्री भोला को भी रोजगार प्रदान किया गया। खुद कृषक द्वारा अपने डबरी निर्माण में कार्य करने से एक बेहतर डबरी का निर्माण हुआ। जिससे सिंचाई कर आज वह विभिन्न फसलों का उत्पादन कर उन्नत कृषि के साथ विकास की राह पर अग्रसर हुआ है।

कृषक श्री भोला से बात करने पर उन्होंने बताया कि बदलते मौसम और पानी की कमी ने कई किसानों के लिए खेती में मुष्किल खड़ी कर दी है, इतना पैसा भी नहीं रहता कि स्वयं से सिंचाई के लिए साधन उपलब्ध कर सकें, ऐसे में शासन से मिलने वाले इस लाभ के बारे में अन्य कृषकों से जानकारी मिलने और उनकी अच्छी खेती देखकर मैनें भी  अपनी भूमि पर डबरी बनवाने का फैसला लिया। फिर मेरी भूमि में महात्मा गाॅधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत कुछ समय पश्चात माॅडल डबरी का निर्माण किया गया। अब माॅडल डबरी के पानी से सिंचाई कर कम बारिष होने पर भी मेरे द्वारा खेती किया जा रहा है, जो पहले संभव नहीं था। 

खाली जमीन पर डबरी बन जाने से आस-पास के सभी खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो जाता है। जिसमें पानी जमा होने से मैं अपने खेतो की सिंचाई कर समय पर फसलों की पैदावार लेने लगा एवं मछली का भी पालन करने लगा। डबरी के पानी से 1 एकड़ में गन्ना की खेती करता हॅू एवं 2 एकड़ में धान की खेती तथा 2 एकड़ में गेहॅंू की खेती करता हॅूं। डबरी के मेड़ में सब्जी की खेती कर लेता हूॅ। पहले मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। पर्याप्त पानी होने से समय पर अच्छी फसलों का उत्पादन हो रहा है। जिससे मुझे प्रति वर्ष लगभग 25 से 30 हजार रू. के अतिरिक्त आमदनी होती है। जिससे अब मै अपने परिवार के जरूरतों को समय पर पूरा कर सकता हूॅं। इस वर्ष मछली पालन किया हूॅं जिससे 50 हजार तक आय होने की उम्मीद है।

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