सूरजपुर : अभियान चलाकर किया जा रहा डोर टू डोर स्वास्थ्य जांच एहतीयातन किया जा रहा है एक्टिव सर्विलेंस कार्य
सूरजपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इसके शुरुआती लक्षण के आधार पर कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशन में सीएचएमओ ड़ॉ.

आर.एस.सिंह. के नेतृत्व में जिलें के सभी नगरीय निकाय क्षेत्र सहित कटघोरा बार्डर सें लगे ग्राम पंचायतों सहित जिलें के ग्रामीण क्षेत्रों में डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान सोशल डिसटेंसिंग को कारगर मानते हुए महामारी के संक्रमण के फैलाव को रोकने लोगों में सूखा खांसी, सांस लेने में तकलीफ, हांफनाव बुखार आने जैसे लक्षणों की पहचान की जा रही है। इस दौरान जिलें के नगरीय निकाय क्षेत्र सूरजपुर, बिश्रामपुर, भटगांव एवं कटघोरा से लगे हुए समस्त क्षेत्रों के साथ प्रेमनगर के समस्त वार्डो में घर-घर जाकर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सर्वे का कार्य किया गया। शहरी क्षेत्र में सर्वे हेतु कुल घरो की संख्या 14154 है।

इस दौरान भ्रमण अभियान में 23 अपै्रल तक 13781 घरों का सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, सर्वे के दौरान सर्दी, खांसी के 85 मरीज, बुखार के 30 मरीज, गले में खरास के 4 मरीज, गर्भवती महिलाएं 268 एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति 744 पाये गये। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे हेतु कुल घरो की संख्या 16363 है। इस दौरान भ्रमण अभियान में 23 अपै्रल तक 13490 घरों का सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, सर्वे के दौरान सर्दी, खांसी के 83 मरीज, बुखार के 103 मरीज, गले में खरास के 12 मरीज, गर्भवती महिलाएं 476 एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति 3132 के साथ अन्य देष, राज्य अथवा जिला की यात्रा करने वाले 167 व्यक्ति पाये गये। सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित मरीजों का सेम्पल लेकर जांच किया गया जिसमें सभी का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया, इन सभी पीड़ित व्यक्तियों का ईलाजजिलाचिकित्सालय सूरजपुर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रेमनगर में किया गया। कोरोना वायरस से संबंधित कुछ लोगों में सूखीखांसी व बुखार के मामूली लक्षण मिले जिनका स्थानीय स्तर पर इलाज करा लिया गया। वहीं एक अप्रेल से 23 अप्रेल के बीच में इस तरह के लक्षण कोई भी परिवार में नहीं मिला है।कोरोना वायरस संक्रमण से समुदाय के बचाव के लिए वर्तमान परिदृश्य में व्यापक समुदायिक जागरुकता की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समुदाय में संक्रमण के फैलाव की संभावना को कम करने के लिए समुदाय व पारा स्तर पर क्रियांवित की जाने के लिए आवश्यकता दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सर्वे को लेकर इलाकों का चयन व गतिविधियों के क्रियांवयन का दायित्व खंड चिकित्सा अधिकारियों को सौंपा गया है जो ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से संपर्क बनाये हुए हैं। संपूर्ण गतिविधियों के लिए मार्गदर्शन एवं कार्य की निगरानी सुनिश्चित कर रहे हैं।इस दौरान मुख्य रूप से सर्वे कार्यो में जुटे कर्मियों को जागरुकता व परिवार भ्रमण कार्य के अंतर्गत कोरोना संक्रमण पर समुदाय को स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना।संक्रमण के लक्षणों, इसके फैलने के तरीके, बचाव के उपाय। विशेष कर साबुन से बार-बार हाथ धोना। मुंह-नाक ढकना एवं 6 फुट की दूरी बनाये रखने की जानकारी देना एवं अभ्यास करवाना।व्यक्तियों में संक्रमण के लक्षण का पता लगाकर चिकित्सा अधिकारी को सूचित करना।मुहल्ले में जिन व्यक्तियों के जांच के लिए नमूने लिये हों उसका फॉलोअप करना।वृद्व जनों एवं लम्बी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाना जैसे कार्यों को किया जा रहा है।
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