सूरजपुर: लाॅकडाउन में पीलखाक्षीर जिले के दुग्धउत्पादकों के लिए बना सहारा, 93 नवीन दुग्ध उत्पादकों से बढ़ी 650 से 700 लीटर तक दुध की आवक
सूरजपुर: कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के रोकथाम के लिए राज्य सहित जिले में मार्च माह से ही लाॅकडाउन किया गया है, इस अवधि में कई सेवाएॅ और कार्य प्रभावित हुए हैं। इसी तरह जिले में कई दुग्ध उत्पादक ऐसे थे जो बड़ी संख्या में दुग्ध का उत्पादन कर पडोसी जिलों के डेयरी अथवा होटल जैसे अन्य संस्थानों में विक्रय करते थे। लाॅकडाउन के बाद आवागमन प्रभावित होने से इनके सामने दुग्ध बेचने की समस्या होने लगी, जिस समस्या पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कलेक्टर श्री दीपक सोनी द्वारा पिलखा क्षीरडेयरीप्लांट सिलफिली को जिले के समस्तदुग्ध उत्पादक कृषकों से दूध क्रय करने का निर्देश दिया गया तथा पिलखा क्षीर द्वारा तत्काल जिले के समस्त कृषकों से दूध क्रय करना प्रारंभ कर दिया गया है।

इसी संबंध में पिलखा क्षीरप्लांट के नोडल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अष्वनी देवांगन ने बताया है कि लाॅकडाउन के पूर्व पिलखा क्षीर सिलफिली में 90 दुग्धप्रदाय करने वाले किसानों से लगभग 700 लीटर से 800 लीटरदुध प्रतिदिन प्राप्त होता था, जो लाॅकडाउन के बाद बढ़कर दोगुना होगया है, वर्तमान में 183 दूध प्रदाय करने वाले किसानों से लगभग 1400 लीटर से 1500 लीटर तक दुध प्रतिदिन प्राप्त हो रहा है, आंकड़ों में अंतर देखे तो लॉकडाउन के बाद 93 दुग्ध उत्पादक किसान से 650 लीटर से 700 लीटरदुध की आवक में बढोत्तरी दर्ज की गई है, जो पूर्व की अपेक्षा दोगुने के बराबर है। जिलाप्रषासन संपूर्ण प्राप्त हो रहे दुध का उचित खपत करने में प्रयासरत् है, वर्तमान में दूध के पैकेट, खोवा की मिठाई, पनीर सहित घी बनाकर विक्रय किया जा रहा है। जो जिले के लोगों के द्वारा शुद्धता के प्रति विष्वास जताते हुए पसंद भी किया जाता है।

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