महासमुंद कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए महिला स्व सहायता समूह की सदस्य सामुदायिक योद्धाओं के रूप में आई सामने
स्व-सहायता समूह द्वारा श्रमिकों एवं ग्रामीणों को दे रहे है निःशुल्क में माॅस्क

महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण ने देश में स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति उत्पन्न कर दी है। महासमुंद जिले के विकासखण्ड बागबाहरा में इसके कारण चिकित्साकर्मियों और पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मचारियों, ग्रामीण अंचल में कार्यरत् श्रमिकों एवं ग्रामीणों के लिए मास्क, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण तथा फेस शील्ड चिकित्सीय सुविधाओं की आवश्यकता बढ़ा दी है। सरकार अधिकांश क्षेत्रांे में नागरिकों द्वारा भी मास्क का उपयोग किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम) के तहत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए हर संभव तरीके से योगदान देकर सामुदायिक योद्धाओं के रूप में सामने आई है। कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क सबसे पहला साधन है। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के मार्गदर्शन में 18 महिला स्व सहायता समूहांे ने मास्क बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इन स्व सहायता समूहों द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं स्वास्थ्य विभागों के परामर्श तथा निर्देशों का पालन करते हुए 2-3 प्लाई बुने हुए काॅटन मास्क सहित विभिन्न श्रेणियों के लगभग सात हजार 925 मास्क तैयार कर चुके हैं, जिन्हें ग्रामीण अंचल में श्रमिकों एवं ग्रामीण परिवारों को निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। ग्राम पंचायत सिमगांव में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा मनरेगा में कार्य कर रहे लगभग 188 श्रमिकों को मास्क निःशुल्क वितरण किया गया तथा सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए कार्य करने की समझाईश दी गई। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा समर्पित अपने-अपने समुदायों में साफ सफाई की सुरक्षित पद्धतियों को बढ़ावा देने संबंधी सामाजिक योगदान के माध्यम से अपनी आजीविका को बनाए रखते हुए ये महिलाए कोविड-19 के संक्रमण के खिलाफ समर्पण और निष्ठा के साथ लड़ रही है।
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