कोरिया : शिक्षा की बयार को नहीं रोक सका लॉकडाउन, कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा विभाग द्वारा बनाये टेलीग्राम ग्रुप के जरिए बच्चे कर रहे पढ़ाई
पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे मिल रहा शिक्षा का लाभ
कोरिया : लॉकडाउन के दौरान जब सभी स्कूल बंद हैं, तब बच्चों को शिक्षा से जोड़ कर रखना राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती के समान था। इस चुनौती का समाधान निकालने के लिए राज्य सरकार के द्वारा अभिनव पहल करते हुए पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल की शुरूआत की गई। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते तो स्कूली शिक्षा को बच्चों तक पहुंचाया गया है। यह पोर्टल बहेबीववस.पद पर उपलब्ध है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिला शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल पर पंजीयन करने हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोरिया जिले में आज तक की तारीख में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 51025 और शिक्षकों की संख्या 4696 है। राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग के श्पढ़ई तुहंर दुआरश् पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए कोरिया जिले में शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां दुरुस्त रखते हुए टेलीग्राम एप के माध्यम से पढ़ाई का रास्ता निकाला है। जिले के अंतर्गत शिक्षकों को टेलीग्राम एप पर तीन अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ा गया जिसमें प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी शामिल है। इन ग्रुप में विषय के एक्सपर्ट द्वारा वीडियो बनाकर अपलोड कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
कोरिया जिले में स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर नवीन प्रयास किये जाते रहे हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिले में स्कूली बच्चों के लिए सुराजी शिक्षा केंद्र की शुरूआत की गई जहां बच्चे विषय विशेषज्ञों से पढ़ाई के संबंध में अपने जो सवाल हैं, उनके जवाब पाते, जो ही शंकाएं हैं, उनके समाधान हासिल कर पाते हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान अंतर्गत जिले में संचालित 13 सुराजी शिक्षा केंद्रों में पढ़ाई के साथ ही परीक्षा की तैयारी के लिए मॉडल प्रश्न पत्र का अभ्यास भी कराया जाता रहा जिससे विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा में अधिक से अधिक सवाल शुद्धता के साथ हल किये जा सके।
इसी तरह जिले में कलेक्टर श्री डोमन सिंह की मंशा अनुरूप मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया है और इसे नाम दिया गया है - मंझेनी बेंगरा। विकासखंड मनेंद्रगढ़ के प्राथमिक शाला अमृतधारा के प्रांगण में बांस से निर्मित बच्चों हेतु मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया। कलेक्टर श्री सिंह की अभिनव सोच रही कि स्कूली बच्चों को सुविधापूर्वक बैठ कर भोजन करने की व्यवस्था मिले। इस सोच को मूर्त रूप देते हुए जिले में 32 स्थानों पर बांस से निर्मित टेबल कुर्सी सहित कक्ष बनाये गये हैं। इस कक्ष का नाम मझेनी बेंगरा रखा गया है।
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