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 किसान भाई बंधुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज का भण्डारण
सोसायटियों में 1600 क्विंटल खाद -बीज उपलब्ध
सभी किसानों से धान बीज का उठाव करने कलेक्टर ने की अपील
 सोशल डिस्टेंश का भी कड़ाई से करें पालन
किसानों को रोजगार देने के लिए 81 हेक्टेयर में बांस रोपण का कार्य किया जा रहा है
जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देश पर किसान भाई बंधुओं को खेती किसानी के लिए खाद-बीज की उपलब्धता और शासन की योजना से लाभांवित करने के लिए कृषि विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। सामान्यतः 10 जून तक मानसून की संभावना है। इसी तैयारी को देखते हुए कृषि विभाग ने खाद-बीज का अग्रिम रूप से भण्डारण किया है।  कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने समस्त किसानों को सोशल डिसटेंश का पालन करते हुए सोसायटियों में भण्डारित खाद-बीज का अग्रिम उठाव करने की अपील की है।
कृषि अधिकारी एम.आर.भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल बीज 15180 क्विंटल के विरूद्ध अब तक सभी सहकारी समितियों में किसानो ंके लिए 1600 क्विंटल धान-बीज का भण्डारण कर दिया गया है एवं अन्य अनाज दलहन 525 क्विंटल, तिलहन 195 क्विंटल  का भण्डारण का लक्ष्य मई प्रारंभ तक रखा गया है। उन्होंने बताया कि कुल खाद बीज की मात्रा 15000 मीट्रिक टन के एवज में 5508 मीट्रिक टन खाद भण्डारण है।
 
उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन को देखते हुए कृषि विभाग ने किसान भाई बंधुओं से खाद बीज का अग्रिम उठाव करके अपने घरों में रखने के लिए कहा है। ताकि सोशल डिस्टेंश को ध्यान में रखते हुए आसानी से खाद-बीज का उठाव किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में जल संरक्षण के कार्य को प्राथमिकता दिया जा रहा है ताकि कृषकों को रबी के सीजन में अधिक क्षेत्रों में फसलों की पैदावार हो सके। जिले में  चिन्हांकित गौठानों की संख्या 210 है। सभी गौठानों क्षेत्रोें में फसल प्रदर्शन आयोजित करके लगभग 3000 हेक्टेयर में कृषकों को लाभांवित किया जा रहा है। पहली बांस मिशन के तहत् 81 हैक्टेयर में बास का रोपण किया जा रहा है। 3 वर्ष का कार्यक्रम होगा तथा इससे कृषकों के लिए रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे। डीएमएफ मद से पहली बार टिसू क्लचर गन्ना को विकासखंड बगीचा में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत् 50 हैक्टेयर में कार्य लिया जा रहा है। किसान एवं ग्रामीणजनों  को रोजगार के लिए बढ़ावा देने के लिए बांस मिशन, टिसू क्लचर को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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