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लाॅकडाउन के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में जशपुर  कलेक्टर की अभिनव पहल

 विद्यार्थियों को दौरान मोबाईल एवं वाट्सअप के माध्यम से दी जा रही है शिक्षा

 

जशपुरनगर 20 अपै्रल 2020/ कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में लॉक डाउन के इस समय में जशपुर जिले के और जिला शिक्षा अधिकारी एन, कुजूर  के दिशा निर्देश मंे विद्यार्थयों को ऑनलाइन पढाने के लिये सभी शिक्षकों को निर्देश  दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी वेब पोर्टल ूूूण्बहेबीववसण्पद के माध्यम से पढ़ाई तुंहर दुआर का लाभ बच्चों को दिलाने के लिए शिक्षक अपना पंजीयन कराएं और विद्यार्थियों को इस ऑनलाइन शिक्षण पोर्टल का लाभ दिलाएं।  शिक्षकों द्वारा  अपने अपने  विद्यालयों  में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पालकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार के काम शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन देने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। बच्चे उसके अनुसार घर पर पढ़ाई करते हैं और इस संदर्भ में फोटो और वीडियो ग्रुप में पालकों द्वारा शेयर करते हैं।  और शिक्षको द्वारा बच्चों की शंकाओ का समाधान भी किया जाता है।
प्रारम्भिक दिनों में ज्यादा पालक रुचि नहीं ले रहे थे। परंतु इससे निराश ना होकर शिक्षकों ने उन पालकों सतत् से संपर्क कर पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। शासकीय स्कूलों में अधिकांश बच्चे ऐसे होते हैं जिनके पालक निम्न आय वाले होते हैं। फिर भी जिन पालकों के पास स्मार्टफोन थे, उन पालकंों से शिक्षकों ने शुरुवात  की। अभी वर्तमान में जिन पालकों के पास स्मार्टफोन नहीं है, वह भी आस-पड़ोस से सहयोग प्राप्त कर ग्रुप में अपने बच्चों की  फोटो डालते हैं।
एक सप्ताह में ही जशपुर  जिले के  छः विकासखंड इस अभियान में जुड़ गये और छः विकासखंड के 45 से अधिक स्कूलों में पालक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन की शुरुवात  हो चुकी है। साथ ही अब तक  700 से अधिक बच्चे इससे लाभान्वित होकर अपने अध्ययन संबंधी पोस्ट ग्रुप में शेयर  कर रहे  हैं। जिले के सभी विकास खंडों मे 150 से अधिक स्कूलों मे पालको का व्हाट्स अप ग्रुप बन गया है और सभी स्कूल धीरे धीरे  इस अभियान से जुड़ते जा रहें है।
इसी तारतम्य में जिले मे एक और कार्य करने की शुरुवात  की गई। चूँकि अप्रैल का आधा महीना व्यतीत हो गया है, इसलिए अब अगले सत्र के अध्ययन अध्यापन की शुरुवात वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया गया है। इसके लिए फोन द्वारा पालकों से संपर्क और एसएमसी के सदस्यों से संपर्क कर बच्चों को आपस में अपनी पुरानी किताबें अपने अनुजों को देने के लिए प्रेरित किया।
फिर भी कुछ बच्चे ऐसे थे जिनके लिए किताब उपलब्ध नहीं हो पाया। ऐसे बच्चों के लिए  शिक्षक प्रतिदिन ग्रुप में 1 चैप्टर का पीडीएफ डाल देते हैं। दूसरे दिन बच्चे उस पीडीएफ को पढ़ते हुए वीडियो बनाकर ग्रुप में डालते हैं। छोटे क्लासों में गणित और अंग्रेजी जैसे विषयों को व्हाट्सएप जैसे माध्यमों से पढ़ाने की अपनी ही चुनौतियां हैं। इसलिए वर्तमान में जिले के शिक्षक अपने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हिंदी विषय को चुना है। और अगले 10 दिनों में हिंदी विषय के किताब को सिर्फ पढ़कर खत्म करने की चुनौती  अपने बच्चों को दिया है।  
इस अभियान के सक्रिय सदस्य शिक्षक एलन साहु और उनके शिक्षक साथियों द्वारा अपने विद्यालय आदर्श प्राथमिक विद्यालय बघिमा ब्लॉक जशपुर मे  इस योजना का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन  किया जा रहा है।  इन सभी शिक्षकों का कहना है कि हम हमारे स्कूल मे अगली कक्षा के पाठयक्रम को इस प्रकार से जुलाई तक पूर्ण कर लेंगें।  इस उपलब्धि पर कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने भी खुशी जाहिर की है और जिले के सभी शिक्षकों , पालको और विद्यार्थियों को बधाई दी है। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी और सभी विकास खण्ड के शिक्षा से जुड़े अधिकरियों को आने वाले दिनों मे अधिक से अधिक स्कूलों को इस अभियान से जोडने की बात कही है। जिला स्तर से जिला शिक्षा अधिकारी एन, कुजूर, यशश्वी जशपुर के नोडल अधिकारी विनोद गुप्ता,सदस्य संजीव शर्मा , अवनीश पांडेय,  विकास खंड शिक्षा अधिकारी   जशपुर सिद्दकी ,मनोरा  लक्ष्मण शर्मा , बी, आर,सी,सी, दीपेंद्र सिंह ,शिक्षक  संजय दास सहित सी,ए, सी,आदि नियमित मॉनिटरिंग कर रहे है।

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