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महासमुन्द :  संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने किया कोडार जलाशय में इको पर्यटन केन्द्र का लोकार्पण

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा 


 
सैलानियों को मिली टेटिंग एवं बोटिंग की सुविधा

संसदीय सचिव ने मचान निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की
 
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महासमुन्द : आज से कोडार जलाशय में बोटिंग सुविधा के साथ टेंटिंग शुरू हो गई है। संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने वन चेतना केन्द्र कुहरी, इको पर्यटन कोडार जलाशय में इसका लोकार्पण किया। मुख्य अतिथि आसंदी से संबोधित करते हुए संसदीय सचिव श्री विनोद चंद्राकर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इससे जिले में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिलेगा और सैलानियों को यहां कि गौरवशाली विरासत, लोक संस्कृति से वाकिफ हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोडार जलाशय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू से ही पहल की जा रही थी। उन्होंने कहा कि कोरोना में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्र में पर्यटन भी एक है। जब पर्यटक आते है तो उद्योग धंधे भी चलते है और मजदूरी भी बढ़ती है।

कोरोना काल में पर्यटन क्षेत्र को सबसे नुकसान हुआ है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण कम हुआ है। ऐसे स्थिति में हमें पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए काम करना होगा। ताकि अधिक से अधिक लोग हमारी पर्यटन स्थलों को जान सकेंगे और पर्यअकों की संख्या में भी इजाफा होगा। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत के मांग पर इको पर्यटन केन्द्र में मचान निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से भी आग्रह किया कि वे एक कदम आगे बढ़कर आने वाले सैलानियों से अच्छा व्यवहार और उनकी छोटी-मोटी समस्या आने पर उनकी पूरी मदद भी करें। ताकि उनके मन में आपकी अच्छे व्यवहार की छबि बनें। उन्होेंने पुलिस अधीक्षक से भी सैलानियों की और बेहतर सुरक्षा के लिए पुलिस गस्ती दल के बारे में कहा।  

उन्होंने कहा कि मचान से सैलानियों को जलाशय और जंगल विहंगम दृश्य देखने को मिलेगा। मचान में अन्य सुविधाएं भी सैलानियों को मिलेगी। महासमुंद जिले का सिरपुर अपने ऐतिहासिक पुरातात्विक महत्वता के कारण आकर्षण का केन्द्र है। अब यह कोडार जलाशय भी टूर सर्किट से जुड़ जाएगा। कोडार जलाशय नेशलन हाईवे-53 से नजदीक होने के कारण आने-जाने वाले लोगों को यहां शुकून का अनुभव होगा। संसदीय सचिव ने कहा कि कोडार जलाशय में बोटिंग की सुविधा के साथ ही कम दाम में टेंटिंग मे ठहरने के इंतजाम भी किए गए है। कार्यक्रम को जिला पंचायत श्रीमती उषा पटेल ने भी संबोधित करते हुए खुशी जाहिर की और जिला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को इस कार्य के लिए बधाई दी। अतिथियों द्वारा किक्रेट और बॉलीबाल खेल का लुत्फ उठाया। नौका विहार की भी सैर की।

कार्यक्रम की शुरूआत में जिला वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत ने इको पर्यटन केन्द्र योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इको पर्यटन केन्द्र में 39 लाख की लागत से काम कराया गया है। कोडार जलाशय में नौका विहार के लिए बोटिंग की सुविधा सैलानियों को उपलब्ध है। वही कम दाम पर टेंटिंग में ठहरने के इंतजाम भी किए गए है। फिलहाल चार टेंटिंग लगाए गए है। जिसमें एक टेंटिंग में दो व्यक्तियों के सोने और आराम करने के लिए पर्याप्त जगह है। उन्होंने बताया कि टूरिस्ट और बच्चों के लिए क्रिकेट, बॉलीबाल, कैरम, शतरंज के साथ ही निशानेबाजी की सुविधा भी इस इको पर्यटन केन्द्र में उपलब्ध है।

कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि कम समय में टूरिस्टों के लिए इको पर्यटन केन्द्र इस क्षेत्र को विकसित किया गया है। आने वाले समय में और सुविधाओं का भी इजाफा किया जाएगा। उन्हांेने कहा कि ऐतिहासिक नगरीय सिरपुर में भी पर्यटन को बढ़ावा देने हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। वहां भी सैलानियों के लिए रायकेरा तालाब में बोटिंग की सुविधा शुरू हो गई है। इसी के कुहरी से सिरपुर तक  पांच चयनित जगहों पर सुन्दर कौशिल्या उपवन भी बनाए गए है, जहां सैलानी-मुसाफिर आकर विश्राम करते है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. आलोक, जिला पंचायत सदस्य श्री अमर चंद्राकर, ग्राम सरपंच श्रीमती नीरा बाई, स्काउट गाइड के अध्यक्ष श्री दाऊलाल चन्द्राकर सहित गणमान्य नागरिक, जिला स्तरीय अधिकारी, सैलानी एवं आसपास के ग्रामीणजन उपस्थित थे।
 

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