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कोरिया  वनोपज का उचित दाम मिलने से ग्रामीणों जीवन में आया आर्थिक सुधार एवं खुशहाली

 

     कोरिया 17 अप्रैल 2020/ वनधन विकास योजना के अंतर्गत जिले के ग्रामीणों एवं समूहों के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु उनके द्वारा संग्रहित वनोपज का शासन द्वारा उचित समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। इसके माध्यम से गैर लकड़ी के छोटे वन उत्पाद का उपयोग कर वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों एवं स्व सहायता समूहों को आजीविका प्रदान की जा रही है।

     कोरिया वनमंडल अधिकारी श्री राजेश चंदेले ने बताया कि जिले में 45 समूहों के द्वारा वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण का कार्य किया जा रहा है। शासन की इस योजना के जरिए वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण एवं स्व सहायता समूह आर्थिक रूप से लाभांवित हो रहे हैं। जिले में अब तक कुल 380.95 क्विंटल वनोपज का संग्रहण किया गया है। जिसकी कुल कीमत 5 लाख़ 97 हजार 126 रूपये है। वनों से प्राप्त होने वाले इन वनोपज में चरौटा 305 क्विंटल, रंगीनी लाख 8.5 कि.ग्रा., हर्रा 8.47 क्विंटल, बहेड़ा 5.40 क्विंटल, नागरमोथा 13.69 क्विंटल, इमली 3.13 क्विंटल, धवई फूल 18.79 क्विंटल, माहुल पत्ता 22.50 क्विंटल एवं महुआ फूल 3.30 क्विंटल शामिल हैं।

     जिले में संग्रहित वनोपज सामग्री की खरीदी के लिए 24 हाट बाजारों को चयनित किया गया है। शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर हाट बाजारों के जरिए समूहों से खरीदी की जा रही है। कोरिया वनमंडल बैकुण्ठपुर में कुल 5 वनधन केन्द्र हैं। वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण में ग्राम स्तर पर 24 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इसी तरह हाट बाजार स्तर पर 16 एवं वनधन केन्द्र स्तर पर 5 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं।  

     वनधन विकास योजना शासन की महत्वांकाक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को वनोपज का उचित दाम मिलने लगा है जिससे उनके जीवन में आर्थिक सुधार एवं खुशहाली आई है।

 

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