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बेमेतरा  राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत महिला समूहों द्वारा किया जा रहा मास्क निर्माण

 

बेमेतरा 13 अप्रैल 2020:- बेमेतरा जिले अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण लाॅक डाउन की स्थिति में महिला स्व-सहायता समूहों के आय में हो रही है वृद्धि जिला बेमेतरा कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के निर्देशानुसार जिले में कुल 138 स्व-सहायता समूहों द्वारा मास्क निर्माण का कार्य किया जा रहा है तथा सभी सरकारी संस्थाओं में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित मास्क एवं अन्य सामग्री की खरीदी हेतु निर्देष दिये है जिससे लाॅक डाउन की स्थिति में महिलाओं स्व सहायता समूहों की आय में वृद्धि एवं रोजगार सृजन हो, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बेमेतरा श्रीमती रीता यादव से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलें में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा 1 लेयर, 2 लेयर, 3 लेयर, नान वोवेन फेब्रिक एवं काटन मास्क का निर्माण किया जा रहा है। जिसका दर 12 एवं 15 रू. प्रति मास्क निर्धारित किया गया है। जिलें में ग्राम बीजाभाट में नान वोवेन फेब्रिक मास्क, यूवी अल्ट्रा साउंड, स्टरलाइण्ड कर 15 रू. की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क की बिक्री चिकित्सालय, नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत एवं सभी सरकारी कार्यालय में की जा रही है। जिसे महिला स्वसहायता समूहों की आय में वृद्धि हो रही है। महिला समूहों द्वारा उत्पादित फिनाईल, साबुनों, पेन, पेन्सिल एवं अन्य उत्पादों की ंिबक्री आवश्यकतानुसार सभी शासकीय कार्यालयों से आर्डर प्राप्त करती जा रही हैं। जिलें में वर्तमान में महिला समूहों की उत्पादों की बिक्री हेतु एक बिहान बाजार खुलवाया गया है। 09 महिला स्वसहायता समूहों को आदिवासी छात्रावास में सामान सप्लाई हेतु लगाया गया है। 15 महिला समूहों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत 15 लाख की राषि प्रदाय कर सेनेटरी पैड की मार्केटिंग हेतु एवं महिलाओं को सेनेटरी पैड का उपयोग करने हेतु जागरूक करने लगाया गया है। महिला समूहों का टेंडर जिला पंचायत संसाधन केन्द्र बेमेतरा में भोजन व्यवस्था करने हेतु मंगाया गया था। जिसमें एक महिला स्वसहायता समूह का चयन किया गया है। जिला पंचायत कार्यालय, जनपद पंचायत, जिला पंचायत संसाधन केन्द्र एवं सभी ग्राम पंचायतों में महिला समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदी की जा रही है। तथा अन्य सभी विभागों ंमें भी महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की खरीदी हेतु निर्देश दिए गए है। जिलें में महिला स्वसहायता समूहों द्वारा साबुन, फिनाईल, स्कार्प, बेडाीट, पीलों कवर, केचुआ खाद,  अगरबत्ती, तिली लड्डू, चांवल, पापड, मूंग पापड, पुस्तक छपाई, मसाला, मिठाई डिब्बा, दोना पत्तल, गोबर गमला, जाली तार, पैरा आर्ट, मशरूम, चप्पल, नीमास्त्र, सिलाई, जैविक खाद, पेन, पेन्सिल, सेनेटरी पैड आदि का निर्माण किया जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति जागरूकता हेतु रंगोली, दिवाल लेखन, मास्क वितरण का कार्य महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों द्वारा सामाजिक दूरी (सोषल डिस्टेसिंग) का पालन करते हुए किया जा रहा है। जिले में महिला स्व सहायता समूहों का लगभग 193000 मास्क निर्माण का आर्डर प्राप्त हुआ है जिसमें से 50000 मास्क का वितरण  अब तक महिला स्व सहायता समूहों को 280000 का आर्डर प्राप्त हो चुका है।

 

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