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महासमुन्द : कलेक्टर ने विभिन्न विभागों की अधिकारियों की बैठक लेकर कामकाज की समीक्षा की

 द न्यूज इंडिया समाचार सेवा 

 
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज वीडियों कांफ्रेन्स के जरिए कृषि विभाग, पशुपालन, क्रेडा सहित जनपद पंचायत, नगर पालिका अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों से खरीदी गई गोबर की मात्रा के मान से बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट की समीक्षा की। उन्होंने अगस्त तक खरीदें गए गोबर, बनाए गए वर्मी और बेचें गए वर्मी का हिसाब-किताब संधारित करने तथा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय का सहकारी समिति के माध्यम से किए गए भुगतान एवं लम्बित भुगतान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि खरीदे गए गोबर का उपयोग अन्य उत्पाद बनाने पर जोर दिया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील चंद्रवंशी, कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे, पशु चिकित्सक एवं सेवाएं के उप संचालक डॉ. डी.डी. झारिया, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ए.के. हालदार मौजूद थे।

कलेक्टर ने जिले के स्वावलंबी गौठान के प्रगति के बारें में जानकारी लेते हुए कहा कि स्वावलंबी गौठान के अंतर्गत स्वीकृत कार्यांे एवं अप्रारम्भ कार्याें को शीघ्र पूरा करें। जिले के गौठानों एवं चारागाहों में शत्-प्रतिशत् बिजली कनेक्शन एवं नलकूप खनन कराएं। जहां बिजली कनेक्शन काफी दूर हैं ऐसे गौठानों एवं चारागाहों के लिए सोलर के माध्यम से विद्युत एवं सोलर पम्प की व्यवस्था करें। जिन गौठानों एवं चारागाहांे पर किसी भी व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण किया गया है तो उसे हटाने की कार्रवाई राजस्व अधिकारी करें। अधिकारियों ने बताया कि जिले में 131 स्वावलंबी गौठान है। इनमें महासमुन्द विकासखण्ड में 24, बागबाहरा में 27, पिथौरा में 24 बसना एवं सरायपाली में 28-28 है। नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी के अंतर्गत जिले मंे 554 कार्य स्वीकृत है। इनमें से 338 निर्माण कार्य पूर्ण, 175 कार्य प्रगतिरत् है और 41 कार्य अप्रारम्भ है।

कलेक्टर ने बताया कि जिले में अब तक औसत वर्षा 65 प्रतिशत् हुई है। जिन क्षेत्रों में अल्प वर्षा एवं खण्ड वर्षा के कारण फसलों को क्षति हुई है ऐसे प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में राजस्व, कृषि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी जाकर मौका मुआयना करें। प्रभावित गांवों की सूची बनाकर संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को उपलब्ध कराएं तथा इन गांवों में मनरेगा के माध्यम से ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराएं। इन गांवों में ग्रामीणों के भू-अर्जन की राशि यदि किसी कारणवश लम्बित हो तो उनका शीघ्र भुगतान कराएं। कृषि विभाग प्रभावित क्षेत्रों में जाकर किसानों से बैठक कर उन्हें समय अनुरूप बीज की व्यवस्था कराएं। जिन गांवों में पेयजल की समस्या हो रही हो वहां शीघ्र ही पेयजल की व्यवस्था करें।

जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की गिनती (गणना) बुधवार 01 सितम्बर से शुरू हो गई है जो 12 अक्टूबर तक चलेगा। इस कार्य को जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, तहसीलदार, एसडीएम इसका अनवार्य रूप से निरीक्षण करें। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को कहा कि गांवों में इंटरनेट कनेक्शन मिले इसके लिए भारत नेट परियोजना फेज 02 के तहत जिले के पिथौरा, बसना एवं सरायपाली विकासखण्ड के सभी ग्राम पंचायतों में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदाय की गई है। इसके लिए ग्राम पंचायतों में आईटी उपकरण राउटर लगाए जा चुके है। राउटर इंटरनेट से जुड़ सके इसके लिए पंचायतों के माध्यम से सुचारू रूप से विद्युत की व्यवस्था करें। ताकि इंटरनेट सुचारू रूप से जारी रहें।
 

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