कोरिया ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल "पढ़ई तुंहर दुआर" के जरिए लॉकडाउन में पढ़ाई रहेगी जारी
कोरिया 9 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक है कि घरों में रहते हुए भी बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अवसर प्रदान किया जाए। ताकि वे लॉकडाउन और लंबे अवकाश के दौरान भी सीखना जारी रख सकें और आगे की पढ़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।
इस कड़ी में कोरिया जिले में भी शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां दुरुस्त कर ली हैं। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सहायक कार्यक्रम समन्वयक राजकुमार चापेकर ने आज यहां बताया कि जिले के अंतर्गत शिक्षकों को टेलीग्राम एप के माध्यम से तीन अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ा गया है जिसमें प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी शामिल है। इन ग्रुप में विषय के एक्सपर्ट द्वारा वीडियो बनाकर अपलोड कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल श्पढ़ई तुंहर दुआरश् के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह पोर्टल cgschool.in पर उपलब्ध है। इस पोर्टल में वर्तमान में कक्षा एक से दस तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध हैं। शिक्षकों एवं छात्रों को इससे जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसके बाद आईडी एवं पासवर्ड के जरिए पोर्टल का उपयोग किया जा सकेगा। पोर्टल में विषय से संबंधित सामग्री उपलब्ध रहेगी।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने एन.आई.सी. की सहायता से ऑनलाइन पढ़ाई के लिये एक पोर्टल तैयार किया है जिसका शुभारंभ छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 7 अप्रैल को किया गया है. यह पोर्टल सभी के लिये निःशुल्क है तथा cgschool.in पर उपलब्ध है. इस पोर्टल में वर्तमान में कक्षा 1 से 10 तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध है. शीघ्र ही इसका विस्तार कक्षा 11 एवं 12 तक भी किया जायेगा।
छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने सभी कलेक्टरों को पत्र जारी कर इस पोर्टल की जानकारी दी है। पोर्टल का उद्देश्य केवल पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य है कि सभी बच्चों को पढ़ाई की वे सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा सकें जो कक्षा में पढ़ाई के समय उपलब्ध रहती हैं। इसलिये इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री के रूप में पी.डी.एफ. फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो पाठ आदि तो उपलब्ध हैं ही, साथ ही अन्य बहुत-सी ऐसी सुविधाएं है जो साधारणतयः केवल कक्षा में ही मिलती हैं।
इस पोर्टल पर जूम ऐप के माध्यम से ऑनलाइन इंटरएक्टिव कक्षाएं आयोजित की जायेंगी जिनमें शिक्षक एवं बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियों कांफग्रेसिंग के माध्यम से जुड़ सकेंगे। इन ऑनलाइन कक्षाओं में शिक्षक बच्चों को पढ़ायेंगे और बच्चेे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। इस प्रकार ऑनलाइन क्लास का अनुभव कक्षा में उपस्थित रहने जैसा ही होगा। बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑनलाइन कर सकेंगे। इससे बच्चों को कठिन अवधारणाएं समझने में सहायता मिलेगी और शिक्षकों से शंका समाधान के द्वारा बच्चों में बेहतर समझ बन सकेगी। बच्चों को ऑनलाइन होम वर्क भी दिया जायेगा, जिसे वे घर पर ही अपनी कॉपी में हल करेंगे और अपने मोबाइल से फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर देंगे। इसके बाद संबंधित शिक्षक उसे ऑनलाइन जांच कर वापस विद्यार्थी को भेज देंगे। इस प्रकार विद्यार्थी घर बैठे ही अपनी कमजोरियों को समझ कर उन्हें दूर कर सकेंगे।
लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी इस पोर्टल का उपयोग लगातार होता रहेगा. छत्तीेसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिये भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी होगा। इस पोर्टल से निश्चित ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभन्वित होंगे। सचिव डॉ. शुक्ला ने सभी कलेक्टरों को इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों एवं सभी विद्यार्थियों से इस पोर्टल पर पंजीयण करके इसका लाथ उठाने की अपील की है।
समाचार क्रमांक 21/ 2020/कोसरिया/संगीता
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