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 महासमुन्द : सभी 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड बैंक खोलने की मिली हरी झंडी

  द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा


प्रशासन ने मंजूर किए एक करोड़ 50 लाख रूपए

जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए भटकना नहीं पड़ेगा

30-30 लाख रूपए की लागत से बनेंगे पाॅच ब्लड बैंक

महासमुन्द : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रांे में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएॅ बढ़ाने की तैयारी को सर्वोच्च प्राथमिकता मंे रखा है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर जिले के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।
 
राज्य शासन द्वारा महासमुंद जिले की सभी पाँचो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) सरायपाली, बसना, पिथौरा, बागबाहरा और तुमगाव में ब्लड बैंक खोलने की मंजूरी दी है। ब्लड बैंक खुल जाने से जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा। जरूरत के वक्त आवश्यकतानुसार उन्हें यहां खून मिल जाएगा। मरीज के परिजनों को खून के लिए दानदाताओं की तलाश भी नही करनी पड़ेेगी।
 
विकासखंडो में ब्लड बैंक की जरूरत को देखते हुए जिले के चारों विधायक सर्वश्री विनोद चंद्राकर, महासमुंद, द्वारिकाधीश यादव, खल्लारी, श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह बसना और श्री किस्मत लाल नंद  सरायपाली द्वारा जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ब्लड बैंक की माॅग शासन से की थी। सरकार द्वारा उनकी माँग जरूरत को देखते हुए ब्लड बैंक बनाने की सहमति प्रदान की गई हैं। इसके लिए विधायकों द्वारा अपनी-अपनी विधायक निधि से राशि भी स्वीकृत कर दी है।
 
महासमुंद कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों ब्लड बैंक बनाने के लिए प्रत्येक सीएससी के लिए 30-30 लाख रुपए के हिसाब से एक करोड़ 50 लाख रूपए की राशि स्वीकृति दी गई है। इस राशि से ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी।
 
उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थलों पर संबंधित विधायकों से ब्लड बैंक आदि संबंधित कार्यों का भूमि पूजन कराया जाएगा। आगामी दो माह के भीतर ब्लड बैंक खुल जायेंगे। जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए भटकना नही पड़ंेगा। जरूरत के वक्त आवश्यकतानुसार उन्हें यहां खून मिल जाएगा। मरीज के परिजनों को खून के लिए दानदाताओं की तलाश भी नहीं करनी पड़ेगी।
 
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इमरजेंसी रूम, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था और संख्या बढ़ाई जा रही है। महासमुंद जिला अस्पताल और पिथौरा अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का सिविल वर्क अंतिम दौर में है।
 
इन अस्पतालों में बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य भी  शुरू हो जाएगा। ताकि कोरोना के मरीजों व गंभीर मरीजों को स्थानीय हॉस्पिटल में ही इलाज की सारी सुविधा मिल जाए।

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