महासमुंद : कलेक्टर ने सीडीपीओ, सुपरवाईजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बैठक ली
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आंगनवाड़ी केन्द्रों में विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए उपलब्ध हो सभी सुविधाएं: कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज दोपहर को जिले में बाल विकास अधिकारी, (सीडीपीओ) सेक्टर सुपरवाइजर एवं मुख्यालय की 5-5 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम ली। आयोजित बैठक सेक्टर सुरपरवाइजर व सीडीपीओ की उपस्थिति में निरीक्षण के मापदंडो एवं प्रतिवेदन की प्रक्रिया की वृहद समीक्षा की गई । इस दौरान कलेक्टर ने जिले मे कुपोषण से बच्चों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्रों की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के बाद स्थित सामान्य होने पर आंगनवाड़ी गतिविधियों के नियमित रूप से एवं निर्धारित मानको के आधार पर संचालन सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए ।
उन्होंने कहा कि बचपन में शारीरिक एवं बौद्धिक विकास भी बहुत ज़रूरी है। कुपोषित बच्चों की सतत मॉनीटरिंग और उन्हें मल्टी विटामिन सीरप उपलब्ध कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केंद्र और राज्य सरकार की बच्चों के विकास के लिए चलाई सभी योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए । योजनाओं का लाभ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं हितग्राहियों को उपलब्ध कराएं। वहीं कुपोषित बच्चों को भी आयरन व कैल्शियम के साथ-साथ मल्टी विटामिन सीरप भी उपलब्ध कराने और कुपोषित बच्चों की गंभीर अवस्था होने पर उन्हें एनआरसी में भर्ती कराए जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, पूरक पोषण आहार अंतर्गत हितग्राहियों को रेडी-टू-ईट फूड प्रदाय, आॅगनबाड़ी, मिनी आॅगनबाड़ी, कार्यकर्ता, सहायिका की नियुक्ति सहित अन्य जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा उपस्थित थे।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमलों से कहा कि कोरोना महामारी के संकट काल में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं द्वारा अपने कर्तव्य का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए ग्रामीणों एवं नगरीय क्षेत्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं के द्वारा कोरोना टीका लगाने तथा लोगों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क के उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, नियमित हाथ साबुन से धोने एवं अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने की सलाह भी दिया गया। उन्होंने आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के नियुक्ति के बारें में जानकारी लेते हुए कहा कि जिन आॅगनबाड़ी केन्द्रों में आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के पद रिक्त हैं, ऐसे आॅगनबाड़ी केन्द्रों के लिए रिक्त पदों की पूर्ति शीघ्र करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि जिले मंे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित 1780 आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के माध्यम से 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों तथा 03 वर्ष से 06 वर्ष के बच्चों, गर्भवती महिलाएं, शिशुवती महिलाओं एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए उनके घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट का वितरण किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों एवं 03 वर्ष से 06 वर्ष के बच्चों को 750-750 ग्राम, गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को 100 ग्राम तथा गंभीर कुपोषित बच्चों को 1200 ग्राम का रेडी-टू-ईट पैकेट का वितरण पहले एवं तीसरें मंगलवार को किया जा रहा है। ताकि पूरक पोषण आहार का लाभ लाॅकडाउन के दौरान भी हितग्राहियों को मिलंे। इसके अलावा सभी गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के घर गृह भेंट कर परामर्श सेवा भी प्रदाय किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान , प्रत्येक माह लाभांवित हितग्राहियों की संख्या,पंचायत एवं जनपद स्तर की बैठक में अनुमोदन,कमार बच्चों के लिए अंडा वितरण की योजना में लाभांवित हितग्राहियों की संख्या, पंचायत, जनपद एवं जिला स्तर पर अनुमोदन,रेडी टू ईट का वितरण एवं अन्य विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में गैस कनेक्शन,आंगनबाड़ी केंद्रों का जीर्णोद्धार,आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र, जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र आदि जानकारी भी ली। कार्यकर्ता एवं सहायिका की लंबित नियुक्ति 9 अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए ।
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