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महासमुन्द : कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को पढ़ानें के लिए विभिन्न विषयों के व्याख्याताओें का चयन करें: कलेक्टर श्री डोमन सिंह

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

प्रायमरी स्कूल के बच्चों को नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए दिया जाएगा विशेष कोचिंग

महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में शिक्षा विभाग, सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान एवं साक्षरता विभाग के अधिकारियों के काम-काज की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री सिंह ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि सभी शासकीय, अशासकीय विद्यालयों, महाविद्यालयों, कोचिंग संस्थानों में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी के साथ राष्ट्रगान कराया जाए। जिससे विद्यार्थियों में एकता की भावना जागृत हो।

उन्होंने कक्षा 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम को और अधिक बेहतर करने के उद्देश्य के लिए प्रत्येक विकासखण्ड मुख्यालय के स्कूलों तथा बड़े गांवों के स्कूल जहां 7-8 किलोमीटर के अंतर्गत एक स्कूल का चयन करें जिससे विद्यार्थियों को वहां कोचिंग दिलाया जा सके। इसके लिए ऐसे स्कूलांे का चिन्हांकन कर स्कूल खुलने से पहले और बंद होने के बाद कक्षाएं संचालित कर कोचिंग कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को पढ़ानें के लिए शासकीय विद्यालयों के विभिन्न विषयों के व्याख्याता का चयन करने को कहा। जिससे वे कठिन विषयों को आसानी से समझा सकें। कक्षा 10वीं के लिए गणित, विज्ञान, अंग्रेजी विषय के व्याख्याताओं तथा कक्षा 12वीं के लिए भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी विषय के लिए विद्याािर्थयों को विशेष कोचिंग दी जाएगी।

इसके लिए व्याख्याताओं को जिला खनिज न्यास निधि के अंतर्गत एक निश्चित मानदेय भी दिया जाएगा। जो व्याख्याता कोचिंग पढ़ानें में रूचि रखते है वे विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तथा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं। इसी तरह प्रायमरी स्कूल के बच्चों को नवोदय विद्यालय के प्रवेश परीक्षा की तैयारियां कराने के लिए भी शिक्षकों का चयन करने को कहा है। जो बच्चों को अच्छी तरह से कोचिंग के माध्यम से पढ़ा सके।  

कलेक्टर ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी जो कक्षा 09वीं से 12वीं में अध्ययनरत् है। ऐसे विद्यार्थियों को शत्-प्रतिशत् जाति प्रमाण पत्र योजनाबद्ध तरीके सेे संबंधित तहसील के राजस्व अधिकारियांे से समन्वय कर जारी कराने के निर्देश दिए है।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में एक लाख 13 हजार से अधिक बच्चों को जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया हैं। उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत् पात्र विद्यार्थियों को नर्सरी से कक्षा 12वीं तक के अध्ययन के लिए प्रवेश दिलाने को कहा है। शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस अधिनियम के तहत् विद्यार्थियों को प्रवेश दिलानें में महासमुन्द जिला प्रदेश में द्वितीय स्थान पर है।

कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के कार्यालयों तथा बड़े स्कूलों में जहां स्मार्ट क्लास के रूप में कम्प्यूटर सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। ऐसे विद्यालयांे में रात में निगरानी करने के लिए जनभागीदारी के माध्यम से चैकीदार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

शिक्षा विभाग के कार्यालयों तथा स्कूलों में प्रत्येक सप्ताह अवकाश के दिनों में अभियान चलाकर साफ-सफाई कराएं। जिससे विद्यालयों तथा कार्यालय स्वच्छ बना रहेगा। इस कार्य को करने के लिए सभी शिक्षक पहल करें। उन्होंने शासकीय अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में स्वीकृत पदों पर प्रतिनियुक्ति में भर्ती करने, निर्माण कार्यों, मरम्म्त, पंजीयन की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए है।

उन्होंने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत शिक्षा विभाग में आने वाली सेवाओं को पारदर्शी तरीकें से समय-सीमा में पूर्ण करने, अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों में गति लाने, डीएमएफ मद से स्कूल में स्वीकृत निर्माण कार्यों का नियमित माॅनिटरिंग करने तथा उसे पूरा कराने को कहा है।

कलेक्टर ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ में शामिल सिरपुर मार्ग के विद्यालयों में बेहतर तरीके से समुचित व्यवस्था कराने, जिन स्कूलों में खेल मैदान, बाउण्ड्री वाॅल एवं पानी की व्यवस्था है। ऐसे विद्यालयों में नरेगा के माध्यम से समतलीकरण कर गार्डनिंग कराने के लिए विद्यालयों का चिन्हांकन कर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पास प्रस्ताव भेजनें के निर्देश दिए।

ताकि शीघ्र स्वीकृृति दिलाई जा सकें। प्रत्येक स्कूलों में कोविड-19 के आशंका को देखते हुए समय-समय पर सैनेटाईज कराते रहने, विद्यालयों में विद्यार्थियों के हाथ धोनें के लिए अलग-अलग तीन-चार स्थलों पर सामाजिक दूरी के साथ हाथ धोनें की व्यवस्था के लिए साबुन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

 उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को कहा कि किसी भी जर्जर एवं अनुपयोगी विद्यालय में कक्षाएं संचालित न कराएं। जिले के विभिन्न स्थलों पर पढ़ई तुहर दुआर, लाउडस्पीकर क्लास, पारा मोहल्ला क्लास सहित अन्य माध्यम से शिक्षकों द्वारा कोविड-19 प्रोटाकाॅल का पालन करते हुए कक्षाएं संचालित की जा रही है। उसका भी समय-समय पर निरीक्षण करंे।

नवाचार के माध्यम से शिक्षकांे द्वारा बच्चों को पढ़ानें के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने को कहा। जिन क्षेत्र के विद्यार्थियों को सूखा राशन का वितरण अब तक नहीं कराया गया है। ऐसे विद्यालयों के विद्यार्थियों को 28 फरवरी तक अनिवार्य रूप से सूखा राशन वितरित कराएं।

साथ ही प्रत्येक माह राशन वितरण कराने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि जिले में पढ़ना-लिखना अभियान के तहत् 229 ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय 33 वार्ड में चिन्हांकन किया गया। यहां चिन्हांकित प्राप्त असाक्षरों को पढ़ानें के लिए स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है। जो शीघ्र ही असाक्षरों को साक्षर बनानें का कार्य करेंगे।इस अवसर पर शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री हिमांशु भारतीय, श्री एम.जे. सतीश नायक, श्री रेखराज शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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