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बलरामपुर : रोजगार दिवस मनाने से श्रमिक जागरूक हुए, मनरेगा में नियोजित श्रमिकों की बढ़ी संख्या

 द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा


मनरेगा के तहत हितग्राही मूलक कार्यों को दिया जा रहा है बढ़ावा

मजदूरी के रूप में मिली राशि से ग्रामीणों का जीवनयापन हुआ आसान

बलरामपुर : महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत स्थायी रूप से लोगों की आमदनी बढ़ाने वाले कार्यों को प्राथमिकता देते हुए रोजगार उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता है।
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बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 468 ग्राम पंचायतों में लोगों को मनरेगा के तहत रोजगार प्रदान करते हुए ऐसे कार्य किये जा रहे है जिससे परिसंपत्ति निर्माण के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिलें।
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महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अपने शुरूआती दौर से ही अकृषि मौसम में जरूतमंद ग्रामीणों को अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध कराने का माध्यम रही है। मनरेगा में मजदूरी से मिली राशि से ग्रामीणों का जीवनयापन आसान हुआ है।

जिले के करीब 58463 से अधिक पंजीकृत मनरेगा श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की है। श्रमिकों को उनके गांव में ही मनरेगा के तहत भरपूर काम मिल रहा है जो उनके परिवार के जीवनयापन का सहारा बन रही है।
 
श्रमिकों द्वारा मनरेगा के तहत तालाब गहरीकरण, वन भूमि सुधार कार्य, डबरी निर्माण का कार्य किया जा रहा है। मनरेगा श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के साथ ही लगातार उनकी आजीविका का संवर्धन कर रहा है।

  कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशन में नियोजित श्रमिकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने समय-समय पर निर्देश जारी करते हुए स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक संख्या में रोजगार नियोजित करने के निर्देश दिए थे ।
 
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका प्रजापति ने कहा है कि मनरेगा के तहत हितग्राही मूलक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

अकुशल श्रमिकों को मनरेगा के तहत 100 दिवस का सुनिश्चित रोजगार प्रदान करने के लिए प्रयासों को गति दी गई है। अब तक 12708 परिवारों को रोजगार प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि रोजगार दिवस मनाने से श्रमिक जागरूक हुए है जिससे रोजगार मूलक कार्यों में श्रमिकों की संख्या बढ़ी है।

रोजगार दिवस के आयोजन के साथ-साथ कार्यस्थल पर श्रमिको  के अन्य मांगों और समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। अब तक जिले के जनपद पंचायत बलरामपुर के 75 ग्रामों में 9575, जनपद पंचायत कुसमी के 77 ग्राम पंचायतों में 9660, राजपुर के 70 ग्राम पंचायतों में 7752, रामचंद्रपुर के 51 ग्राम पंचायतों में10785, शंकरगढ़ के 60 ग्राम पंचायतों में 9473 एवं वाड्रफनगर के 95 ग्राम पंचायतों में 11238 श्रमिक मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यों में नियोजित हैं। पिछले कुछ समय में श्रमिकों की संख्या में वृद्धि हुई है और आगे भी यह प्रयास जारी रहेगा।

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