सूरजपुर : सीएमएचओ ने कोरोना वायरस से बचाव रोकथाम के लिए दिये आवष्यक दिषा-निर्देष
सूरजपुर 19 मार्च : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0 सिंह से प्राप्त जानकारी अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा एडवायजरी जारी कर कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवष्यक दिषा-निर्देष दिये गये हैं, जिसमें बचाव हेतु क्या करें क्या न करें की जानकारी दी गई है। जिसमें बताया गया है कि ेेकोरोना वायरस के दूष्प्रभाव से बचने हेतु अपने आस-पास के निवासियों पर नजर रखें कि कोई विदेष यात्रा करके आया है और उसे बुखार, सांस लेेने में तकलीफ, नाक बहना, जुकाम, सीने मेें जकड़न, खांसी, सिरदर्द, निमोनिया जैसे कोई लक्षण पाया जाता है, तो उसे तत्काल जिला चिकित्सालय सूरजपुर में जाने हेतु सलाह देवें। जिससे उसका परीक्षण कर उसकी पहचान की जा सकें। महिला एवं पुरूष आइसोलेषन वार्ड बना लिया गया है, जिसमें प्रषिक्षित अधिकारी/कर्मचारी उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही आवष्यक औषधियों का भंडारण किया गया है। जिससे संभावित मरीजों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर उपचार किया जा सके। साथ ही साथ अपील की जाती है कि अपने बचाव के लिए निम्न सावधांनिया बरतेः-
कोरोना वायरस के लक्षणः-
बुखार, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना, जुकाम, सीने में जकड़न, खांसी, सिरदर्द, निमोनिया।
कोरोना वायरस कैसे फैलता हैः-
संक्रमित व्यक्ति के खुली जगह में छींकने या खांसने से, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, गले लगने आदि से, संक्रमित जगह से संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोये अपनी आंख, मुंह व नाक को छूने से।
क्या करें और क्या ना करेंः-
बार-बार हाथ धोंएं, जब आपके हाथ स्पष्ट रूप से गंदे न हो, तक भी अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हैंण्ड वाॅष या साबुन और पानी से साफ करें।, छींकते और खांसते समय, अपना मुंह व नाक टिषु/रूमाल से ढकें।, प्रयोग के तुरंत बाद टिषु को किसी बंद डिब्बे में फेंक दें। अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है तो डाॅक्टर से संपर्क करें। डाॅक्टर से मिलने के दौरान अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए मास्क/कपड़े का प्रयोग करें।, अगर आप में कोरोना वायरस के लक्षण है, तो कृपया राज्य हेल्पलाइन नबंर या स्वास्थ्य मंत्रालय की 24ग7 हेल्पलाइन नम्बर 011-23978046 एवं जिला सूरजपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0सिंह मोबाईल नम्बर-9826778450 एवं जिला सर्वेलेंस अधिकारी डाॅ0 राजेष पैकरा मोबाईल नम्बर 6260388912 पर भी सपंर्क काॅल करें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
क्या ना करेः-
यदि आपको खांसी और बुखार का अनुभव हो रहा हो, तो किसी के साथ संपर्क में ना आयें।, अपनी आंख, नाक या मुंह को ना छुयें, सार्वजनिक स्थानों पर ना थुकें।
होम आइसोलेषनः-
कोरोना वायरस के संक्रमण से आमजन के बचाव एवं वातावरण में विषाणु के संचरण की संभावना को रोकने के लिए कोरोना से प्रभावित देषों की यात्रा करके लौटे व्यक्तियों का विचरण उसके घर तक सीमित करने हेतु ‘‘ होम आइसोलेषन‘‘ किया जाता है।
होम आइसोलेषन हेतु पात्रता के मानकः-
ऐसे सभी व्यक्ति जिन्होंने 01 जनवरी के बाद चीन या अन्य प्रभावित देष की यात्रा की हो (लक्षण नहीं होने पर भी), एवं ऐसे व्यक्ति जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई भी लक्षण जैसे-सर्दी, खांसी, बुखार इत्यादि हो, परन्तु चिकित्सक द्वारा होम आइसोलेषन की सलाह दी गयी है।
होम आइसोलषन में क्या-क्या करेंः-
व्यक्ति एक अलग कमरे में रहें जो हवादार तथा स्वच्छ हो, व्यक्ति 28 दिवस तक घर में ही रहें, व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के संबंध में जागरूक रहें एवं लक्षण उत्पन्न होने पर तत्काल फोन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी/जिला नोडल अधिकारी/जिला सर्वेलेंस अधिकारी को सूचित करें। खांसते व छींकते समय रूमाल का उपयोग करें, नियमित रूप से हाथ धोंएं और ऐसे प्रयोग किये कपड़ों/रूमाल इत्यादि को साबुन/ डिटर्जेंट से धोवें, अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेते रहना है।
होम आइसोलेषन व्यक्ति को क्या नहीं करना चाहिएः-
भीड़ वाले स्थान में ना जावें, घर के साझे स्थान जैसें किचेन, हाल इत्यादि का उपयोग कम से कम करें, परिवार के अन्य सदस्यों के निकट संपर्क में ना आयें, बार-बार अपना चेहरा या आॅंखें ना छुएं, घर में अतिथि या अन्य बाहरी व्यक्ति को आमंत्रित ना करें, इधर-उधर ना छीेंके/थूकें जहाॅं तक हो सके पानी भरे बर्तन में ही थूूंके जिससे छींटों से होने वाले संक्रमण की संभावना को कम से कम किया जा सकें।
होम आइसोलेषन व्यक्ति के परिजनों को क्या करना है/क्या नहीं करना हैः-
जहाॅं तक हो सकें परिवार के कम से कम व्यक्ति (संभव हो तो सिर्फ एक) ही होम आइसोलेटेड व्यक्ति की देखभाल करें। देखभाल करने वाला व्यक्ति हमेषा मास्क पहन कर ही होम आइसोलेटेड व्यक्ति के समीप जाए। जहाॅ तक हो सके परिवार के बाकी सदस्य अलग कमरें में रहे, यदि ऐसा नहीं संभव हो तो कम से कम एक मीटर की दूरी बना कर रखे। होम आइसोलेटेड व्यक्ति का विवरण सीमित रखने मंे सहयोग करें। घर के जिन साझे स्थानों का उपयोग होम आइसोलेटेउ व्यक्ति द्वारा भी किया जा रहा है, उनके खिड़की, रोषनदान इत्यादि खुले रखें। परिवार के सभी सदस्य नियमित रूप से हाथ धांेएं। होम आइसोलेटेड व्यक्ति के संपर्क में आये सभी कपडत्रे, बेडषीट, टाॅवल इत्यादि, उनके द्वारा छुए गये सतह जैसे टेबल बैउ फ्रेम इत्यादि तथा उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे बाथरूम, टाॅयलेट इत्यादि को नियमित रूप से डिसइन्फेवटेन्ट से साफ करें। आइसोलेटेड व्यक्ति में अथवा परिवार के किसी भी सदस्य में कोई भी लक्षण उत्पन्न होने पर तत्काल फोन पर जिला नोडल अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला सर्वेलेंस अधिकारी को सूचित करें।
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