दिव्यांग बच्चों के पालकों का एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न, दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को निरंतर प्रशिक्षित करें: कलेक्टर
बलरामपुर : जिला स्तरीय गृह आधारित बच्चों के पालकों का उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन पुराना जिला पंचायत आॅडिटोरियम भवन में किया गया। कार्यशाला में दिव्यांग बच्चों के पालन पोषण के तौर-तरीकों के बारे में पालकों को जानकारी दी गई। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने पालकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग बच्चों के देखभाल में पालकों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के माता-पिताओं को निरंतर प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है, ताकि उनको दिव्यांग बच्चों के पालन पोषण तथा देखभाल की सही जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि उनकी माता ही उनके प्राथमिक डॉक्टर के समान हैं, इसलिये माताओं को प्रशिक्षित करने से इन बच्चों का जीवन सुरक्षित तथा आसान हो जाएगा। कलेक्टर ने उपस्थित फिजियोथैरेपिस्ट से कहा कि वे अलग-अलग विकासखण्डों में जाकर दिव्यांग बच्चों के माता-पिताओं को प्रशिक्षित करें तथा उनको फिजियोथैरेपी से होने वाले लाभ की जानकारी दें। उन्होंने कहा कि फिजियोथैरेपी से दिव्यांग बच्चों के अवस्था में सुधार संभव है, इस लिये पालको को फिजियोथैरेपी के प्रक्रिया की जानकारी दी जाए।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. लीलाधर सिंह ने कहा कि बहु दिव्यांग बच्चे अतिसंवेदनशील होते हैं तथा इनको विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, इसके लिए उन्होंने आवश्यक सुझाव भी दिये। फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. प्रियंका मसीह ने पालकों को फिजियोथैरेपी की विशेषताओं के बारे में बताया तथा इसके माध्यम से दिव्यांग बच्चों को किस प्रकार लाभ हो सकता है इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने पालकों के सामने कुछ दिव्यांग बच्चों के साथ फिजियोथैरेपी प्रक्रिया का सदृश्य वर्णन करते हुए दिव्यांग बच्चों के होम केयर की ट्रेनिंग भी दी। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का, जिला परियोजना अधिकारी सर्व शिक्षा अभियान रामप्रकाश जायसवाल, जिला समावेशी शिक्षा प्रभारी शहनाज अली, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जयगोविन्द तिवारी सहित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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