Adani-GQG Update: गौतम अडानी पर जीक्यूजी पार्टनर्स ने फिर जताया भरोसा, कहा- नहीं बेचेंगे अडानी ग्रुप के शेयर्स
Adani Group Stocks: मार्च 2023 में अडानी समूह को बेलआउट करने वाले जीक्यूजी पार्टनर्स ने साफ किया है कि हालिया विवादों के बावजूद वो अडानी समूह के शेयर्स नहीं बेचेगी.
Adani Stock-GQG Partners Update : शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenberg Research) के जनवरी 2023 में अडानी समूह (Adani Group) के खिलाफ जारी रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयर्स खरीदकर ग्रुप पर भरोसा जताने वाले और संकट से उबारने वाले जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने फिर से अडानी समूह पर भरोसा जताया है और चट्टान के साथ समूह के साथ खड़ा है. जीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक अडानी समूह पर अमेरिका के न्याय विभाग और एसईसी (SEC) की कार्रवाई का ग्रुप के कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अडानी समूह की कंपनियां हैं बेहतर स्थिति में
जीक्यूजी पार्टनर्स जो अडानी समूह में बड़े निवेशकों में से एक है उसने कहा, 21 नवंबर 2024 तक अडानी समूह में उसका कुल निवेश 8.1 बिलियन डॉलर है जो उसके कुल एसेट्स का 5.2 फीसदी है. जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी समूह की छह कंपनियों में निवेश किया हुआ है. जीक्यूजी पार्टनर्स ने अपने बयान में कहा है कि, बुनियादी तौर पर हमारा मानना है कि अडानी समूह की हर कंपनी भविष्य के लिए बेहतर स्थिति में है.
जांच के नतीजे आने में लगता है समय
जीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक, दुनिया में ऐसी कंपनियों के उदाहरण हैं जिसमें ये कंपनियां और उनके एग्जीक्यूटिव्स ने विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (FCPA) उल्लंघन सहित महत्वपूर्ण सरकारी कार्रवाई का सामना किया है. ऐसी कार्रवाइयों और जांच के नतीजे आने में सालों लग जाते हैं और कम पेनल्टी या जुर्माना लग सकता है. बयान में कहा गया कि, अमेरिका में जब सरकार बदल रही है तब ये आरोप लगे हैं. इसका मतलब ये हुआ कि ये मामला अब ट्रम्प प्रशासन की ओर से नियुक्त एक नए न्याय विभाग के तहत जारी रहेगा.
गौतम अडानी को समर्थन देती रहेगी भारत सरकार
अपने बयान में जीक्यूजी पार्टनर्स ने कहा, हमें लगता है कि भारत सरकार गौतम अडानी के लिए अपना समर्थन जारी रखेगी क्योंकि वह देश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिहाज से वे सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और इन कार्रवाइयों को अडानी समूह के इन बिजनेस पर कोई मटेरियल प्रभाव नहीं पड़ेगा. जीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक अडानी ग्रीन को छोड़कर, हम समझते हैं कि अडानी समूह की कंपनियों को इस समय और अधिक पूंजी जुटाने की आवश्यक नहीं है.
जीक्यूजी पार्टनर्स ने हैरानी जताते हुए कहा, हमें आश्चर्य हो रहा कि अमेरिकी सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के चल रहे जांच के बावजूद श्रीलंका में पोर्ट के डेवलपमेंट के जरिए इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस के जरिए 500 मिलियन डॉलर की फंडिंग और पार्टनर को मंजूरी दी जिसे अडानी समूह डेवलप करने जा रहा है.
मार्च 2023 में जीक्यूजी ने किया अडानी को बेलआउट
जनवरी 2024 में हिडंनबर्ग के रिपोर्ट के बाद जब अडानी ग्रुप के शेयर्स भरभरा कर गिर रहे थे तब राजीव जैन के जीक्यूजी पार्टनर्स ने ही अडानी समूह की कंपनियों के शेयर खरीदकर उसे संकट से उबारा था. और जब अमेरिका के जस्टिस विभाग में अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी समेत अडानी ग्रीन के एग्जीक्टूटिव्स पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं तब जीक्यूजी पार्टनर्स फिर से अडानी समूह के साथ चट्टान के साथ खड़ा नजर आ रहा है. (एजेंसी)
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