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मुंबई। अहमदाबाद-मुंबई के बीच प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो गया है। शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अहमदाबाद में तेजस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल रूट पर दौड़ेगी। यात्री इस ट्रेन में 19 जनवरी से सफर कर सकेंगे। वहीं अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस का संचालन शुरू होने के बाद इसमें एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। हुआ ये कि तेजस एक्सप्रेस के स्टाफ की ड्रेस में बदलाव दिखाई दिया। ट्रेन के स्टाफ अपने सिर पर गांधी टोपी लगा रखी थी। आखिर ऐसा क्या हुआ जो तेजस एक्सप्रेस के स्टाफ को गांधी टोपी लगानी पड़ी, बताते हैं आगे।
दरअसल, जब अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस को अहमदाबाद से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया तो इस ट्रेन की होस्टेस ने गुजराती स्टाइल में ड्रेस पहन रखा था। जिसको लेकर राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, एमएनएस कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए तेजस एक्सप्रेस के स्टाफ के ड्रेस में थोड़ा परिवर्तन किया गया। अहमदाबाद से मुंबई लौटते समय ट्रेन के स्टाफ ने गांधी टोपी लगा रखी थी। खास तौर से मुंबई सेंट्रल और वापी स्टेशन पर स्टाफ सर्विस के दौरान गांधी टोपी में थे।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, इससे पहले गुरुवार (16 जनवरी) को एमएनएस नेता मिलिंद पांचाल ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि अगर महाराष्ट्र की संस्कृति को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया तो एमएनएस अपने तरीके से सबक सिखाएगी। पांचाल ने कहा था, 'अगर अहमदाबाद से चलते समय ट्रेन में गुजराती संस्कृति का प्रतिनिधित्व नजर आता है तो मुंबई लौटते समय इसमें महाराष्ट्रियन संस्कृति का प्रतिनिधित्व क्यों नहीं प्रदर्शित किया जाएगा।'
यही नहीं एमएनएस नेता मिलिंद पांचाल ने यह भी मांग की है कि ट्रेन पर नजर आने वाले निर्देश वर्तमान में अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में लिखे नजर आते हैं, ये मराठी में भी प्रदर्शित किए जाएं। बता दें कि अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस में कई खासियतें दी गई हैं। इनमें सबसे ज्यादा जिस बात की चर्चा हो रही वो है इसका रेल यात्रा बीमा। इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को 25 लाख रुपए का रेल यात्रा बीमा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए यात्रियों को अलग से से कोई पैसा भी नहीं देना होगा। -
नई दिल्ली। दिल्ली में 2013 में 5 साल की बच्ची, गुड़िया के साथ गैंगरेप के केस में दोनों आरोपियों, मनोज और प्रदीप को अदालत ने दोषी करार दिया है। शनिवार को गुड़िया गैंगरेप केस में दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने प्रदीप और मनोज को दोषी करार दिया है। गुड़िया के साथ जब ये दरिंदगी हुई थी तब उसकी उम्र महज पांच साल थी। गैंगरेप के बाद दोनों आरोपियों ने गुड़िया को जान से मारने की भी कोशिश की थी। अदालत ने आज सजा का ऐलान नहीं किया है, सजा पर कोर्ट 30 जनवरी को फैसला सुनाएगा।
2013 में दिल्ली में 5 साल की गुड़िया के साथ हुए गैंगरेप के मामले में कुल 59 गवाहियों के बाद शनिवार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने शनिवार को फैसला सुनाएगा। इस केस में पुलिस ने प्रदीप और मनोज के खिलाफ जान से मारने की कोशिश, गैंगरेप, किडनेपिंग, सबूत मिटाने और पोक्सो के तहत मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद आज अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नरेश कुमार मल्होत्रा ने कड़कड़डूमा कोर्ट नंबर-09 में मनोज शाह और प्रदीप को दोषी करार देने का फैसला सुनाया।
15 अप्रैल 2013 की शाम गुड़िया दिल्ली के गांधी नगर में अपने घर के पास से लापता हुई थी। दो दिन बाद बेहद गंभीर हालत में घर से पास से मिली थी। इलाज के लिए जब बच्ची को एम्स ले जाया गया था तो उसके साथ हैवानियत का खुलासा हुआ था।डॉक्टरों ने उसके शरीर के अंदर से तेल की शीशी और मोमबत्ती निकाली थी। जांच में सामने आया था कि मनोज शाह और प्रदीप ने बच्ची को बंधक बनाकर कई बार उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। -
बिहार के भोजपुर जिला में देश को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के तियर थाना क्षेत्र में पुलिस ने शनिवार को एक युवती का अर्धनग्न शव बरामद किया है। पुलिस ने युवती की दुष्कर्म के बाद की हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भेज दिया है। समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, तियर के थाना प्रभारी हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों की सूचनाके बाद पुलिस ने जोगीवीर और सिकरियां रेलवे लाइन के किनारे काली मंदिर स्थित एक खलिहान से आज सुबह एक युवती का अर्धनग्न शव बरामद किया गया है।
मृतका की उम्र 18-22 वर्ष के बीच बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि युवती की गर्दन के पास गोली मारकर उसकी हत्या की गई है। अर्धनग्न हालत में होने के कारण दुष्कर्म की भी आशंका जताई जा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल से एक खोखा भी बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल मृतका की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। -
नई दिल्ली : दिल्ली के चर्चित गैंगरेप पीड़िता की मां ने वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह को खरी-खोटी सुनाई है। पीड़िता की मां ने कहा है कि ‘सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मुलाकात हुई…एक बार भी उन्होंने मेरा हालचाल नहीं पूछा और आज वो दोषियों के लिए बोल रही हैं। ऐसे लोग ही रेपिस्टों की मदद कर रहे हैं, तभी रेप नहीं थम रहे हैं।’ पीड़िता की मां ने आगे कहा है ‘कि इस मामले में राय देने वाली इंदिरा जयसिंह हैं कौन? पूरा देश चाहता है कि दोषियों को सजा दी जाए…लेकिन उनके जैसे लोगों की वजह से ही रेप पीड़िताओं के साथ न्याय नहीं हो पाता है।’
आपको बता दें कि इंदिरा जयसिंह ने रेप पीड़िता की मां से अपील किया था कि वो उनकी बेटी के रेपिस्टों को माफ कर दें और इसके लिए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का उदाहरण दिया था। सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करके कहा था कि ‘मैं उनसे सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करने का आग्रह करती हूं, जिन्होंने राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह मृत्युदंड नहीं चाहती। हम आपके साथ हैं लेकिन मृत्युदंड के खिलाफ हैं।’
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में 57 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। बीते चुनाव में आप से जीते और केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा को मॉडल टाउन सीट से भाजपा ने टिकट दिया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के सामने पटपड़गंज सीट पर भाजपा ने रवि नेगी को टिकट दिया है। रोहिणी सीट से विजेंद्र गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है।


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कोल्हापूर : गोपाळकृष्ण गोखले महाविद्यालयामध्ये श्रीमती सुशीलादेवी म.देसाई युवती सचेतना फौंडेशन आणि मा. दौलत देसाई मित्र परिवाराच्या वतीने अतिशय जल्लोषपूर्ण व संगीतमय वातावरणात झालेल्या मिस गोखले स्पर्धेत सोनल पाटील हिणे मिस गोखले चा मानाचा किताब मिळवला .संगीताच्या तालावर ,थिरकत्या नृत्या बरोबर स्पर्धेमध्ये रॅम्प वॉक ,नृत्य ,ओळख परिचय ,टॅलेंट राऊंड ,जी.के. व मनोगत राऊंड आधी प्रकारांमध्ये स्पर्धा अटीतटीची झाली.या स्पर्धेमध्ये एकूण 22 स्पर्धकांनी भाग घेतला होता. टॅलेंट राउंड मधून 22 स्पर्धकांपैकी एकूण 13 स्पर्धक निवडण्यात आले त्यानंतर जी.के. राऊंडमध्ये मध्ये या 13 स्पर्धकांना मधून 7 स्पर्धकांची निवड करण्यात आली. शेवटी मनोगत राऊंड मधुन 7 स्पर्धकांपैकी 3 स्पर्धकांची निवड करण्यात आली.

सुशिलादेवी देसाई युवती सचेतना फाऊंडेशनच्या अध्यक्षा डॉ.मंजिरी मोरे-देसाई, स्मिता खामकर ,अनुराधा पित्रे यांच्या हस्ते सोनलला मिस गोखले मानाचा किताब, मुकुट, पुष्पगुच्छ ,स्मृतिचिन्ह व सावित्रीबाई फुले यांची प्रतिमा देऊन सत्कार करण्यात आला. अनुक्रमे फर्स्ट रनर मृणाल गायकवाड , सेकंड रनर साक्षी गायकवाड यांची निवड झाली. कार्यक्रमाचे उद्घाटन भागीरथी महिला संस्थेच्या अध्यक्षा सौ.अरुंधती महाडिक, परिषदेच्या माजी अध्यक्षा सौ.शौमिका महाडिक, ग्रीष्मा महाडिक, गायत्री कुपेकर यांच्या हस्ते रोपाला पाणी घालून करण्यात आले. आदरणीय डॉ. मंजिरी मोरे-देसाई यांनी स्वागत व प्रास्ताविक केले. स्पर्धेचे परीक्षक म्हणून स्मिता खामकर, डॉ. मंजिरी मोरे- देसाई, मा. सई पंडित यांनी काम केले.
कु. सोनल पाटील हिला तिच्या आई, वडील व रसायन शास्त्र विभागाच्या प्रा. डॉ.स्मिता सुरेश गिरी यांचे सकारात्मक प्रोत्साहन व मोलाचे मार्गदर्शन मिळाले.या कार्यक्रमास शिक्षण प्रसारक मंडळाचे सेक्रेटरी आदरणीय श्री. जयकुमार देसाई, पेट्रन कौन्सिल मेंबर श्री. दौलत देसाई, माजी परिवहन सभापती मा. अजितराव मोरे, मा.प्राचार्य. डॉ. पी. के. पाटील आदिंचे मोलाचे मार्गदर्शन लाभले. -
नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। शपथपत्र में गलत शैक्षिक योग्यता की जानकारी देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर का निर्वाचन रद्द कर दिया है।
तोमर दिल्ली की त्रि नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। इस बार भी त्रि नगर सीट से आम आदमी पार्टी ने जितेंद्र सिंह तोमर को ही टिकट मिला है। फर्जी डिग्री का मामले के चलते जीतेंद्र सिंह तोमर को दिल्ली सरकार में कानूनी मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जीतेंद्र सिंह तोमर 2013 और 2015 में त्रिनगर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। 2013 में तोमर को करीब 2800 वोट से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2015 में उन्होंने करीब 22 हजार वोट से जीत दर्ज की थी। -
जानेवारी संत गोन्सालो गासि॔या महाविद्यालय वसई , तालुका वसई, जिल्हा पालघर येथील राष्ट्रीय सेवा योजना विभागाचे सात दिवसीय निवासी शिबिर ग्रामपंचायत खोचिवडे, तालुका वसई, जिल्हा पालघर येथे आयोजित करण्यात आले होते या मध्य नशाबंदी मडळं महाराष्ट्र राज्य गेल्या ५७ वर्ष महाराष्ट्रात व्यसनाविरोधात प्रचार, प्रसार, प्रबोधन करिता आहे मंडळाचे मुख्य ध्येय मतपरिवर्तनातून व्यसनमुक्त समाज निर्माण करणे व्यसनांमुळे माणसाला शारीरिक, मानसिक व सामाजिक दुष्परिणामांना तोंड द्यावे लागते दारू, तंबाखू, सिगारेट, अपुरे या व्यसनामुळे भारतात दररोज ३५०० लोकांचा मृत्यू होत आहे हे प्रमाण थांबवण्यासाठी आपला निव्यसनी व्हा आणि इतरांना निव्यसनी राहण्याकरिता व्यसनमुक्ती ची शपथ देण्यात आली व व्यसनमुक्ती वर पोस्टर प्रदर्शनी चे आयोजन करण्यात आले या वेळी महाविद्यालय तील राष्ट्रीय सेवा योजनातील ५० विद्यार्थी, मुंबई विद्यापीठाचे राष्ट्रीय सेवा योजना चे प्रोग्राम आॅफिसर प्रा. डॉ. रामदास तोंडे सर , प्रा. गुणवंत गडबडे, प्रा. विनोद सुळे, कॉलेज चे प्राचार्य डॉ. सोमनाथ विभुते नशाबंदी मडळं महाराष्ट्र राज्य चे जिल्हा संघटक दिशा कळंबे यांनी दारू व इतर व्यसनांचे दुष्परिणाम सांगितले तर व्यसनमुक्ती वर मार्गदर्शन नशाबंदी मडळं महाराष्ट्र राज्य चे पालघर जिल्हा संघटक मिलिंद रूपचंद पाटील यांनी केले तर पाहुण्यांची ओळख यश चिकालिया, पायल शर्मा व आभार रविंद्र राऊत, अक्षय खंडाळे यांनी केले

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चंडीगढ़ : विलियम शेक्सपियर की सभी कृतियों का पंजाबी में अनुवाद करने वाले प्रख्यात सिख इतिहासकार और लेखक सुरजीत हंस का 89 वर्ष की आयु में शुक्रवार को एक अस्पताल में निधन हो गया है। उनके परिवार ने इसकी जानकारी दी है। वह यहां से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित पंजाब के मोहाली शहर में अपनी पत्रकार बेटी ननकी हंस के साथ रहते थे। उन्हें 16वीं शताब्दी के मशहूर साहित्यकार शेक्सपियर के सभी कृतियों का पंजाबी भाषा में कुशलतापूर्वक अनुवाद करने में लगभग दो दशकों का वक्त लगा, जिनमें 38 नाटक भी शामिल हैं।
अमृतसर के गुरुनानक देव विश्वविद्यालय में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हंस ने साल 1993 में सेवानिवृत्त होने के बाद से शेक्सपियर की कृतियों को अनुवाद करने का काम पूर्णकालिक रूप से चुना और इसके साथ ही उन्होंने हेनरी अष्टम के अनुवाद के काम को भी समाप्त किया जो इस मशहूर साहित्यकार (1564-1616) के अंतिम नाटकों में से है। उन्हें पटियाला स्थित पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा अनुवाद कार्य सौंपा गया था। -
नयी दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया केस के दोषियों में से एक मुकेश सिंह की दया याचिका खारिज कर दी है. इसी के साथ दोषियों की फांसी में देरी करने की कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया मामले में सजायक्ता दोषियों में से एक आरोपी मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेज दी थी. गृह मंत्रालय ने साथ ही राष्ट्रपति से याचिका खारिज करने का अनुरोध किया था. इससे पहले दिल्ली सरकार ने मुकेश सिंह की दया याचिका को खारिज कर दिया था.
बता दें कि इस याचिका की वजह से चारों दोषियों को 22 जनवरी को होने वाली फांसी अब टल गयी थी. राष्ट्रपति द्वारा याचिका पर फैसला लिये जाने के बाद अदालत नये सिरे डेथ वारंट जारी करेगा. इसके बाद फिर चारों दोषियों को कानून के मुताबिक 14 दिनों की मोहलत दी जाएगी.
इससे पहले निर्भया की मां आशा देवी ने दोषियों की फांसी टलने को लेकर दिल्ली सरकार और कानूनी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. निर्भया की मां का कहना है कि हम न्याय के लिए पिछले सात साल से अदालतों का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कानून में दोषियों के लिए सारे रास्ते खुले हैं, झेलना पीड़ितों को पड़ता है. अदालत ने भी जेल अधिकारियों को मामले में फटकार लगाते हुए कहा था कि, ऐसी कार्यप्रणाली के बाद इस बात का खतरा है कि लोगों की विश्वास कानून और अदालतों से उठ जायेगा. -
नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर से डीएसपी देविंदर सिंह की गिरफ्तारी पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को चौतरफा घेरने में जुटे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर हमला बोला है। शुक्रवार (17 जनवरी, 2020) सुबह किए एक ट्वीट में वायनाड से कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘आतंकी डीएसपी देविंदर सिंह को चुप कराने का सबसे अच्छा तरीका है, मामले की जांच एनआईए को सौंप देना।’ बता दें कि सिंह को बीते शनिवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में दो आतंकियों और एक वकील के साथ गिरफ्तार किया गया था। सरकार पर निशाने साधते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट में आगे कहा, ‘एनआईए के मुखिया एक मोदी (वाईके) ही हैं। जिन्होंने गुजरात दंगों और हरेन पांड्या हत्याकांड की जांच की। उनकी निगरानी में केस शांत हो चुका है। कौन चाहता है कि आंतकी देविंदर शांत हो जाए? और क्यों??’ -
नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसी एयर एशिया की मुश्किल बढ़ती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने एयर एशिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टोनी फर्नांडीस समेत टॉप मैनेंजमेंट के अधिकारियों को समन जारी किया है। ईडी कंपनी के सीईओ टोनी फर्नांडिस समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ करेगी।
एयर एशिया के अधिकारियों को 20 जनवरी को पेशन होने का निर्देश दिया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वो टोनी फर्नांडिस के अलावा एयर एशिया एयरलाइंस के ग्रुप प्रेसिडेंट थरुमलिंगम कनागलिंगम, सीनियर ग्रुप एग्जीक्यूटिव एस. रामादोराई, पूर्व सीईओ नरेश आलगन, मित्तल चंदिलिया और एयर एशिया में पर्याप्त हिस्सेदारी रखने वाले उद्योगपति अरुण भाटिया को समन जारी किया गया है।
ईडी ने फर्नांडिस को पूछताछ के लिए 20 जनवरी को बुलाया गया है। वहीं बाकियों को भी पेश होने को कहा है। जांच को आगे बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि ईडी ने एयर एशिया और इसके अधिकारियों के खिलाफ 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। एयर एशिया के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने अपनी भारतीय कंपनी एयर एशिया इंडिया लिमिटेड को अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस दिलाने के लिए सरकारी नीतियों को गलत तरीकों से प्रभावित करने की कोशिशें की हैं। -
दिल्ली
बॉलीवुड म्यूजिक डायरेक्टर और ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ के पूर्व जज अनु मलिक को उनके ऊपर चल रहे सेक्शुअल हैरेसमेंट के केस में राहत मिल गई है। लंबे वक्त से सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप झेल रहे अनु मलिक के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने केस को बंद कर दिया है। महिला आयोग को अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले इस वजह से उन्हें ये कदम उठाना पड़ा।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल कमिशन फॉर वीमेन (NCW) चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि ये केस फिर से ओपन हो सकता है अगर महिलाएं उनके खिलाफ सबूत लेकर आगे आती हैं तो। बता दें कि, ‘मी टू’ अभियान के दौरान कई महिलाओं ने अनु मलिक पर सेक्सुअल हैरेसेंट के आरोप लगाए थे। जिसकी वजह से उन्हें इंडियन ऑयडल शो भी छोड़ना पड़ा था।
अनु मलिक पिछले करीब दो साल से इस कॉन्ट्रोवर्सी से घिरे हुए हैं। मीटू मूवमेंट के भारत में आने के बाद अनु मलिक पर भी इल्जामों की झड़ी लग गई थी। मीटू कैंपेन के दौरान गायिका सोना मोहापात्रा ने अनु मलिक के ऊपर गई गंभीर आरोप लगाए थे। उस वक्त अनु मलिक ‘इंडियन आइडल सीजन 10’ के जज थे। इन आरोपों की वजह से उन्हें शो से बाहर कर दिया गया।
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एजेंसी
बिहार के समस्तीपुर से इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। जिले के हसनपुर में रेल गुमटी के पास एक पैंसेजर ट्रेन और टायर गाड़ी की टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई है। वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक लड़की भी शामिल हैं। इस घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस का कहना है कि हम रेलवे के साथ मिलकर मामले की जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हसनपुर के सकरपुरा में रेल गुमटी के पास पैसेंजर ट्रेन और गन्ना लदे टायर गाड़ी में टक्कर हो गई। इसके बाद ट्रेन के गेट पर लटके व खड़े सात लोग नीचे गिर गए जिसमें से पांच की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो लोग घायल हो गए। यह सवारी गाड़ी समस्तीपुर से सहरसा जा रही थी। मृतकों में से दो की पहचान हो गई है। दोनों सकरपुरा के निवासी बताए जा रहे हैं। एक का नाम रामबाबू राय और दूसरे का नाम बुधो कमती है। -
दिल्ली : निर्भया गैंगरेप मामले में चारों दोषियों में से एक मुकेश सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली की अदालत ने गुरुवार को कहा कि दोषियों को 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकती है। अदालत ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को दोषियों की मौत की सजा के आदेश के संबंध में कल तक ठीक से स्थिति रिपोर्ट दायर करने का निर्देश दिया है। वहीं, दिल्ली सरकार ने गुरुवार को मुकेश सिंह की दया याचिका को भी खारिज कर दिया। इसके बाद यह दया याचिका गृह मंत्रालय को भी मिल गई।
इससे पहले दिल्ली सरकार ने बुधवार को अदालत में कहा कि 22 जनवरी को फांसी नहीं दी जा सकती क्योंकि दया याचिका दायर की गई है। उन्होंने कहा कि जेल नियमों के तहत, मौत का वारंट जारी करने के लिए दोषी की दया याचिका पर फैसला आने का इंतजार करना पड़ता है। दिल्ली सरकार की ओर से अधिवक्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि दया याचिका लंबित रहने पर जेल नियमों के अनुसार फांसी नहीं दी जा सकती। दिल्ली उच्च न्यायालय ने चार दोषियों द्वारा उन्हें फांसी पर लटकाए जाने की प्रक्रिया को टालने के लिए अपनाई गई रणनीति पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि तंत्र का दुरुपयोग हो रहा है। पीठ ने कहा कि यह दोषियों की तिकड़म है कि वह उच्चतम न्यायालय द्वारा सभी अपील खारिज होने के बावजूद चुप करके बैठे रहे।
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मुंबईः शिवसेना ने जरूरी सामान के बढ़ते दाम को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जिन्होंने 'महंगाई डायन खाये जात है' का प्रचार करके सत्ता हासिल की, उनके राज में यही 'महंगाई डायन' फिर से आम जनता की गर्दन पर बैठ गई है. उसने आगाह किया कि अगर महंगाई पर लगाम नहीं लगाई गई तो लोग राजग सरकार के खिलाफ हो जाएंगे. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना' में लिखे एक संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संशोधित नागरिकता कानून जैसा विधेयक लाने में व्यस्त थी जबकि सब्जियों, अन्य खाद्य सामग्रियों के बढ़ते दाम और नौकरियों की कमी जैसे मुद्दों पर वह चुप रही. इसमें कहा गया है कि देश में आम आदमी महंगाई की मार झेल रहा है खासतौर से खुदरा क्षेत्र में.
अगर केंद्र महंगाई बढ़ने से रोकने में नाकाम रहता है तो उसे आगाह रहना चाहिए कि लोग सरकार के खिलाफ हो जाएंगे. शिवसेना ने देश की वृद्धि दर के लगातार गिरने के लिए केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया. उसने पूछा, पश्चिम एशिया में संघर्ष, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध शुरू होने का मंडरा रहा डर तत्कालीन मुद्दे हैं, लेकिन मौजूदा सरकार की नीतियों का क्या, जो भाजपा के लगातार दो बार लोकसभा चुनाव जीतने के बावजूद अर्थव्यवस्था के चरमराने और खुदरा महंगाई बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है?
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि ‘अच्छे दिन' जब आएंगे तब आएंगे लेकिन इस महंगाई को देखते हुए आम जनता के जीवन में कम से कम पहले जो ‘ठीक दिन' थे, वही ले आओ. उसने सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) जैसे फैसलों को लेकर केंद्र की आलोचना की. शिवसेना ने कहा कि सीएए और एनआरसी से देश में नौकरियां पैदा नहीं होने जा रही. नयी नौकरियां पैदा करने की योजनाएं नहीं हैं जबकि जो कुछ लोग अभी काम कर रहे हैं उन्हें भरोसा नहीं है कि उनकी नौकरी कब तक रहेगी. उसने तंज कसते हुए कहा, जो लोग ऐसे मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाते हैं उन्हें ‘भक्त' लोग ‘देश विरोधी' ठहराने के लिए तैयार रहते हैं.
उसने कहा, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी' नामक संस्थान ने कहा है कि 10 राज्यों में बेरोजगारी दर सबसे अधिक है. इनमें से छह राज्यों में भाजपा या उसके सहयोगी दलों की सरकार है, इस पर केंद्र की प्रतिक्रिया क्या है. केंद्र ने इन मुद्दों पर मौन धारण किया हुआ है. -
नई दिल्ली :
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से बाहर कर दिया है। जिससे भारत के पूर्व कप्तान के भविष्य को लेकर एक बार फिर अटकलें तेज हो गई है। बीसीसीआई ने गुरुवार को इसकी घोषणा की, जिसके बाद से उनके फैन्स काफी भड़के हुए हैं। बीसीसीआई ने गुरुवार (16 जनवरी) को अक्टूबर 2019 से सितंबर 2020 तक के लिए केंद्रीय अनुबंधों का ऐलान किया। धोनी पिछले साल तक ए ग्रेड में थे जिन्हें सालाना पांच करोड़ रूपये मिलते थे। कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ए प्लस ग्रेड में बने हुए हैं जिन्हें सात करोड़ रूपये प्रतिवर्ष मिलते हैं।
रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, चेतेश्वर पुजारा, लोकेश राहुल, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, ईशांत शर्मा, कुलदीप यादव तथा ऋषभ पंत को ग्रेड ए में रखा गया है। बोर्ड ने ऋद्धिमान साहा, उमेश यादव, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पांड्या, मयंक अग्रवाल को ग्रेड B में रखा है। केदार जाधव, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, मनीष पांडे, हनुमा विहारी, शार्दुल ठाकुर, श्रेयस अय्यर, वॉशिंगटन सुंदर को ग्रेड C में रखा गया है।
खास बात यह है कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को किसी ग्रेड में स्थान नहीं मिला है। इसके मायने यह लगाए जा रहे हैं कि एमएस धोनी अब बीसीसीआई की प्लानिंग का हिस्सा नहीं हैं और बोर्ड अब उनसे आगे देखते हुए नए विकेटकीपर पर दांव लगाने का मूड बना चुका है। सूची में नाम नहीं होने के बाद माना जा रहा है कि बीसीसीआई ने धोनी को इशारा कर दिया है।
बता दें कि, वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के सेमीफाइनल में हार के बाद से धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। वह टेस्ट मैच से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। विश्व कप के बाद से ही उनके संन्यास लेने की खबरें लगातार चर्चा में रही हैं, हालांकि धोनी ने खुद इस पर कोई बयान नहीं दिया। -
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना दिवस के अवसर पर सैन्य कर्मियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सेना भारत का गौरव है. मोदी ने ट्वीट किया, भारतीय सेना भारत माता का गौरव है. सेना दिवस के अवसर पर, मैं देश के सभी जवानों के अदम्य साहस, पराक्रम को सलाम करता हूं. सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है. इसी दिन 1949 में तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा ने भारत के आखिरी ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ, जनरल फ्रांसिस बुशर से कमान संभाली थी. करियप्पा बाद में फील्ड मार्शल बन गये थे.
थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने करियप्पा परेड मैदान में 72वें थल सेना दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद कतई बर्दाश्त नहीं करने की सशस्त्र बलों की नीति है. उन्होंने कहा, आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को जवाब देने के लिए हमारे पास कई विकल्प हैं और हम उनका इस्तेमाल करने में नहीं हिचकिचायेंगे. थल सेना प्रमुख ने कहा, जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को रद्द करना एक ऐतिहासिक कदम है. यह फैसला राष्ट्रीय मुख्यधारा के साथ जम्मू कश्मीर के एकीकरण में महत्वपूर्ण साबित होगा. इस फैसले ने हमारे पश्चिम पड़ोसी (देश) और उसके ओर से काम करने वालों की योजनाओं को बाधित कर दिया है.
उन्होंने कहा, इसने न सिर्फ छद्म युद्ध को रोका है, बल्कि अन्य स्थितियों का भी मुकाबला किया है. चाहे यह एलओसी (नियंत्रण रेखा) हो या एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) हो, हमने सक्रियता और मजबूती से सुरक्षा सुनिश्चित की है.
थल सेना प्रमुख ने कहा कि एलओसी पर हालात जम्मू कश्मीर की स्थिति से जुड़े हैं. उन्होंने कहा, आज, हम उन्हें याद करते हैं जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है. यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा. पिछले हफ्ते के सियाचिन के अपने दौरे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह यह देख कर वह बहुत खुश हैं कि चौकी पर सभी रैंक के कर्मी के मन में विश्वास भरा हुआ है. उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों में हिमस्खलन के चलते हमारे कुछ सैनिक शहीद हुए हैं. हम हमेशा ही उनके बलिदान को याद रखेंगे. सैन्य परेड में ‘धनुष' और ‘के-वज्र' तोप प्रणाली पहली बार प्रदर्शित की गयी.
























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