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दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर आज सोमवार को संसद के बजट सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसदों ने संसद परिसर में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया और दिल्ली हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की. आप के सांसदों ने संसद परिसर में गांधी मूर्ति के पास प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, भगवंत मान समेत अन्य नेता यहां मौजूद रहे. संजय सिंह बोले कि दिल्ली में जो हिंसा हुई उसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए और साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. AAP सांसद ने कहा कि सभी नेताओं, पुलिसवालों का नार्को टेस्ट होना चाहिए इससे सच सामने आ जाएगा.
आम आदमी पार्टी के अलावा टीएमसी के सांसदों ने भी आंखों पर पट्टी बांध कर संसद परिसर में प्रदर्शन किया. दिल्ली हिंसा को लेकर विपक्ष के द्वारा निशाना साधा जा रहा है तो अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री बोले कि जिन लोगों ने दिल्ली में हिंसा की साजिश रची, अब वही संसद में इस मसले को उठाना चाहते हैं. उन्हें इस बात को समझना चाहिए कि ऐसा करने से उनका सच हर किसी के सामने आ जाएगा. सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है. -
दिल्ली : पीएमसी बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी और HDIL कंपनी के चेयरमैन राकेश वाधवान की तबीयत बिगड़ने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वाधवान ने सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके चलते गुरुवार को उन्हें मुंबई के जेजे अस्पताल में ले जाया गया. अस्पताल में उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है. वाधवान के अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके वकीलों ने मुंबई की सत्र अदालत में स्वास्थ्य ठीक न होने को आधार बनाकर जमानत की अर्जी दाखिल की है.
उधर, अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि वाधवान ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की है और संदेह है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा है, जिसके चलते उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है. जेजे अस्पताल की डीन डॉ. पल्लवी सापले ने कहा, "वाधवान को ICU में भर्ती कराया गया है और उनकी नब्ज स्थिर है और यह गंभीर नहीं है."
दूसरी ओर वाधवान के स्वास्थ्य को आधार बनाकर कोर्ट में दाखिल उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए सेशन कोर्ट ने अस्पताल से शनिवार को रिपोर्ट तलब की है. वाधवान की ओर से पेश वकीलों ने अदालत से कहा कि उन्हें एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया जाना चाहिए और उन्हें चिकित्सीय आधार पर जमानत दी जानी चाहिए.
HDIL के प्रमोटर राकेश वाधवान और सारंग वाधवान पीएमसी बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हैं, जिसके कारण पीएमसी बैंक को लगभग 6800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पिछले साल 23 सितंबर को यह घोटाला सामने आने के बाद देश के आठ राज्यों में लाखों खाताधारक तब से ही परेशान हैं.
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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिनों काफी हिंसा देखने को मिली। जिसके ना जाने कितने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन्हीं में से एक वीडियो 23 साल के फैजान और चार अन्य लड़कों का भी है। वायरल वीडियो में चार से पांच शख्स पुलिस की वर्दी में दिखाई दे रहे हैं और इनके हाथों में लाठियां हैं। ये लोग जमीन पर लेटे कुछ लड़कों को पीट रहे हैं। इस दौरान वीडियो में सुनाई देता है, 'तु्म्हें आजादी चाहिए? ये लो आजादी?'
वीडियो में जहां एक शख्स राष्ट्रगान गा रहा है, वहीं बाकी के लोग रहम करने को बोल रहे हैं। वीडियो में फैजान बेसुध जमीन पर पड़ा दिखाई दे रहा है, जिसे लगातार पीटा जा रहा है। वीडियो शूट होने के दो दिन बाद फैजान की मौत हो गई। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, फैजान का परिवार उनकी मौत से सदमे में है। उनके बड़े भाई मीट की दुकान पर काम करते हैं। फैजान के भाई नईम ने बताया कि फैजान 23 फरवरी को काम से घर लौटने के बाद उस स्थान पर गए थे, जहां सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा था।
नईम कहते हैं, 'अचानक आंसू गैस के गोले चारों तरफ से छोड़े जाने लगे। तभी कुछ पुलिस वाले आए और उन्होंने वहां खड़े लड़कों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। पुलिसवाले तब तक लड़कों को पीटते रहे, जब तक कि वे अधमरी हालत में नहीं पहुंच गए।' नईम ने बताया, 'इन लड़कों को इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां इनका नाममात्र का इलाज हुआ। फिर वहां से इन्हें ज्योति नगर पुलिस स्टेशन में दो दिनों तक बंद रखा गया। मेरा भाई वहां मर रहा था, लेकिन पुलिस वालों ने उसे हमें देखने तक नहीं दिया। उन्होंने हमें गालियां दीं और पुलिस स्टेशन से बाहर कर दिया।' नईम ने दावा करते हुए कहा कि उन्हें 25 फरवरी को फोन आया, पुलिस ने कहा कि परिवार वहां आकर फैजान को ले जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि फैजान की मौत होने वाली थी लेकिन वो ऐसा नहीं चाहते थे कि वो जेल में मरे, तभी उन्होंने हमें फोन किया। फैजान के रिश्तेदार बबलू ने बताया, 'जब हम उसे पुलिस स्टेशन लेने गए तो उसके मुंह और सिर से काफी खून निकल रहा था। वो पूरी रात दर्द से तड़पता रहा। वो बार-बार कह रहा था कि पुलिस ने उसे पीटा है।' बबलू ने बताया कि जब सुबह फैजान को जीटीबी अस्पताल लाया गया तो वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
फैजान के भाई नईम ने कहा, 'हमारे साथ बहुत नाइंसाफी हुई है, हर जगह लापरवाही हुई थी। पुलिस वालों को मारने का अधिकार कहां है? क्या ये हमारी सुरक्षा के लिए नहीं है? किस चीज से आजादी। कभी उनसे पूछा गया? बस जान ले ली एक लड़के की यूं ही? पीट पीट के।' घटना के बाद फैजान के घर एक पुलिसकर्मी भी आया और वहां की कुछ तस्वीरें लेकर चला गया। -
नई दिल्ली। हरियाणा में झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में एक केमिकल फैक्ट्री में ब्लास्ट होने से चार लोगों की मौत गई। जबकि इस ब्लास्ट में 30 घायल हो गए। विस्फोट का असर इतना था कि बगल की एक फैक्ट्री नष्ट हो गई। बताया जा रहा है कि ये ब्लास्ट केमिकल फैक्ट्री के बॉयलर में हुई। ब्लास्ट के बाद आसपास के इलाकों में आग फैल गई जबकि फैक्टी की इमारत गिरने से चार मजदूरों की दबकर मौत हो गई।
इस ब्लास्ट के कारण आसपास की चार फैक्ट्रियों की इमारत में भी आग लग गई। झज्जर के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) जितेन्द्र कुमार ने बताया कि यह घटना दोपहर 3 बजे बहादुरगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में एक निजी रासायनिक कारखाने में हुई। वहीं, फैक्टी के बॉयलर फटने के बाद हुए ब्लास्ट में चार मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हो गए। घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मौके पर एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी थी। जबकि इस फैक्टी का मालिक फरार बताया जा रहा है। देर रात 11 बजे करीब आग पर काबू पाया गया। वहीं, बुरी तरह जल जाने के कारण शवों की पहचान नहीं हो पाई। ब्लास्ट के बाद फैक्ट्री की बिल्डिंग गिर गई। बताया जा रहा है कि आसपास की छोटी-छोटी फैक्ट्रियों में मजदूरों के लिए छोटे-छोटे कमरे बने हुए थे। इसी में इनका परिवार रहा था। धमाका इतना जबरदस्त था कि 500 मीटर दूर खड़ी गाड़ियों के शीशे टूट गए।
15 घायलों का बहादुरगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके अलावा अन्य 15 घायलों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। फैक्टी के अंदर फंसे सभी लोगों को निकाल लिया गया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रु की आर्थिक मदद की घोषणा की है। -
नई दिल्ली : हाल ही में रिपब्लिक टीवी के प्रतिनिधि के एक ईमेल के जरिए लेखक आतिश तासीर को डिबेट में शामिल होने के न्योता भेजा। ईमेल में लिखा था, “प्रिय महोदय, रिपब्लिक टीवी की ओर से हार्दिक बधाई! यह हमारे चैनल पर हमारे एडिटर इन चीफ श्री अर्नब गोस्वामी के साथ आज रात 10 बजे के शो के बारे में है। आज रात अर्नब गोस्वामी के साथ वेस्टर्न मीडिया द्वारा फेक न्यूज फैलाने के विषय पर डिबेट शो होगा। यदि आप अपने व्यस्त कार्यक्रम से कुछ समय निकाल सकते हैं और हमारे शो में भाग ले सकते हैं तो हम आपके आभारी होंगे।”
रिपब्लिक टीवी प्रतिनिधि के ईमेल का जवाब देते हुए आतिश तासीर ने लिखा, “आपकी रुचि के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। मगर अफसोस कि मैं पैनल डिस्कशन्स नहीं करता, खासतौर से ऐसे वाहियात टॉपिक पर। वैसे भी आप इससे तो भली भांति वाकिफ ही होंगे कि रिपब्लिक टीवी से बड़ा फेक न्यूज का कोई सोर्स नहीं है। कृपया मेरी तरफ से श्री अर्नब गोस्वामी को शुभकामनाएं दीजिएगा और कहिएगा कि वो एक बेहतर इंसान बनें।”
इन दोनों ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए आतिश तासीर ने एक ट्वीट भी किया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोग लिख रहे हैं कि आपने बहुत सही तरीके से रिपब्लिक टीवी को सबक सिखाया है। वहीं, बहुत से यूजर्स आतिश के ट्वीट पर उनकी निंदा भी कर रहे हैं।
बता दें कि, लेखक आतिश तासीर पिछले दिनों काफी चर्चा में रहे थे। तासीर के ओवरसीज सिटीजनशीप ऑफ इंडिया कार्ड (OCI) को भारत सरकार ने रद्द करने का फैसला किया था। आतिश तासीर भारतीय पत्रकार तवलीन सिंह और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के दिवंगत गवर्नर सलमान तासीर के बेटे हैं। आतिश ने पिछले साल लोकसभा चुनावों से पहले TIME मैगजीन में पीएम नरेंद्र मोदी को डिवाइडर इन चीफ बताते हुए एक आर्टिकल भी लिखा था। इस आलेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की गई थी। इस आर्टिकल को लेकर भारत में खूब बहस छिड़ी थी। -
दिल्ली : यौन शोषण मामले में आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के केस को उत्तर प्रदेश से दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग की गई है. शिकायतकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे के समक्ष याचिका दायर कर यह मांग की है. कोर्ट इस मामले पर सोमवार, 2 मार्च को सुनवाई करेगा. पीड़ित लड़की और उसके पिता ने सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका दाखिल की है. पीड़िता ने अर्जी दाखिल कर मामले को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की है. याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उन्हें चिन्मयानंद जैसे प्रभावशाली शख्स से खतरा है. इस मामले में सुरक्षा के तौर पर पीड़िता को एक गनमैन मिला हुआ है.
बता दें कि 3 फरवरी हाई कोर्ट ने अपने आदेश में ट्रायल के लिए केस को यूपी के शाहजहांपुर से लखनऊ ट्रांसफर किया था. इससे पहले, यौन शोषण केस के आरोपी चिन्मयानंद को मिली जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. पीड़िता का कहना था कि चिन्मयानंद की वजह से उसकी जान को खतरा है. -
दिल्ली : दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछले दिनों संपन्न हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी चुनावी हलफनामे में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गलत सूचना देने के मामले में नोटिस जारी किया है. आम आदमी पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार रविंद्र नेगी ने याचिका दाखिल की थी. बीजेपी उम्मीदवार रविंद्र नेगी ने हाईकोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में कहा था कि मनीष सिसोदिया ने अपने नामांकन पत्र में अपने आपराधिक मामलों की जानकारी नहीं दी थी.
सिसोदिया पर अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर मामले को छिपाने का आरोप है, जिसमें आरोप है कि उन्होंने संतोष कोली की मौत के बाद इंडियन फ्लैग को जलाया था. इस मामले में दिल्ली की कोर्ट में उनके खिलाफ चार्जशीट भी दिल्ली पुलिस दाखिल कर चुकी है. साथ ही सिसोदिया पर चुनाव आयोग की गाइडलाइंस का उल्लंघन का आरोप है.
सिसोदिया पर यह भी आरोप है कि उन्होंने 2018 में अपना फ्लैट बेच दिया था, लेकिन अपना पुराना वोटर आई कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब इस मामले की अगली सुनवाई 29 मई को होगी. प्रचार मानदंडों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में दो याचिकाएं दायर की गई हैं। इस याचिका में दोनों के निर्वाचन को चुनौती दी गई है। इसे लेकर सिसोदिया को दिल्ली हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। -
गुजरात के राजकोट जिले में तीन लोगों ने 19 साल की दलित लड़की को कथित तौर पर अगवा किया और बंदूक का भय दिखाकर कार में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने बताया कि कोटदासनगनी तालुका की इस लड़की ने जिला पुलिस से शिकायत की कि अमित पडालिया और उसके दोस्तों- विपुल शेखदा तथा शांति पडालिया ने बुधवार को बंदूक का भय दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
आरोप है कि अमित स्थानीय भाजपा नेता है। वह पहले पार्टी की कोटदासनगनी तालुका का महासचिव रहा था। खबरों के अनुसार शांति पडालिया इसी तालुका पंचायत का निर्वाचित कांग्रेस सदस्य है। पुलिस जांच में पता चला है कि अमित की मां उसी गांव की सरपंच हैं जिस की लड़की निवासी है।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने दावा किया कि तीनों ने उसे घर से अगवा किया और कार में जबरदस्ती बैठाया। पुलिस ने शिकायत के हवाले से कहा कि तीनों ने बंदूक का डर दिखाकर कार में उसके साथ दुष्कर्म किया और वे शाम को उसके घर के पास छोड़ गए। राजकोट के पुलिस अधीक्षक बलराम मीणा ने कहा, 'हम उनकी राजनीतिक संबद्धताओं के बारे में नहीं जानते। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।'
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दिल्ली : बॉलीवुड तड़का टीम. मशहूर गीतकार और कहानीकार जावेद अख्तर ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल करते हुए ताहिर हुसैन पर हुई कार्रवाई को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। इसके साथ ही हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर भी बात हो रही है। दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 30 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, हिंसा में आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन का नाम भी सामने आ रहा है।
इसी बीच गीतकार जावेद अख्तर ने भी दिल्ली की हिंसा और पुलिस की कार्रवाई को लेकर एक ट्वीट किया है। जावेद अख्तर ने कहा है कि "कई लोग मरे, कई घायल हुए, कई दुकानों को लूटा गया, कई घर जलाए गए। कई लोग बेसहारा हो गए। लेकिन दिल्ली पुलिस ने एक घर को सील किया और उसके मालिक की तलाश कर रही है। संयोग से उसका नाम ताहिर है। दिल्ली पुलिस की इस सजगता पर मैं नतमस्तक हूं"।
यहां बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा के बाद पुलिस को कार्रवाई के दौरान आम आदमी पार्टी से निलंबित किए गए पार्षद ताहिर हुसैन के घर से पत्थर, पेट्रोल बम, तेजाब बम आदि सामान मिला था। जावेद अख्तर के इस ट्वीट के बाद उनको कई लोगों ने अपने निशाने पर लिया है। -
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने तीन साल में टिकट कैंसिलेशन और नन कैंसिलेशन से 9 हजार करोड़ रुपये कमा लिए. ये कमाई 1 जनवरी 2017 से 31 जनवरी 2020 के दौरान की है. कमाई का खुलासा सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी से हुआ है. रेलवे ने ये भी बताया कि इंटरनेट और काउंटरों से टिकट हासिल करनेवाले यात्रियों की भी संख्या में अंतर है.
राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर से पूछे गये सवाल के जवाब में CRIS ने बताया, "तीन सालों में करीब साढ़े नौ करोड़ यात्रियों ने वेटिंग टिकट कैंसिल नहीं कराए. इससे रेलवे को 4335 करोड़ की आमदनी हुई. जबकि कंफर्म टिकट के कैंसिल कराने से रेलवे को 4684 करोड़ रुपये की कमाई हुई."
दरअसल RTI कार्यकर्ता स्वामी ने राजस्थान हाईकोर्ट में रेलवे की भेदभावपूर्ण रिजर्वेशन पॉलिसी के खिलाफ याचिका दायर की थी. जिसमें उन्होंने ऑनलाइन और काउंटर रिजर्वेशन की नीतियों के अंतर को उजागर किया था. अपनी याचिका में उन्होंने कोर्ट को बताया कि इससे यात्रियों पर अनावश्यक वित्तीय और मानसिक बोझ पड़ता है. याचिकाकर्ता ने रेलवे की भेदभावपूर्ण नीति को खत्म कर यात्रियों को राहत देने और अनुचित तरीके से कमाई पर रोक लगाने की मांग की. CRIS ने सूचना अधिकार के तहत मांगी गयी जानकारी के जवाब में कहा, "इंटरनेट और काउंटरों से टिकट खरीदने वाले लोगों की संख्या में भारी अंतर है. तीन साल की अवधि में 145 करोड़ से अधिक लोगों ने ऑनलाइन टिकट लिये जबकि 74 करोड़ लोगों ने रेलवे काउंटरों पर जाकर टिकट कटाया. सबसे ज्यादा कमाई दोनों सेगमेंट में स्लिपर क्लास के टिकट से हुई. -
दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई है. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा है. इस पर हाई कोर्ट ने 13 अप्रैल तक का समय दे दिया है. तब तक केंद्र सरकार को भड़काऊ भाषण पर रिपोर्ट सौंपनी होगी. अब मामले की अगली सुनवाई 13 अप्रैल को होगी. इसके साथ ही हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार यानी गृह मंत्रालय को दिल्ली हिंसा मामले में पक्षकार बनाए जाने की दलील को मंजूरी दी.
केंद्र और दिल्ली पुलिस के वकील सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि कल कोर्ट ने आदेश जारी कर जवाब मांगा था कि जो भड़काऊ बयान दिए गए थे उनपर करवाई की जाए, जबकि ये बयान 1-2 महीने पहले दी गई. याचिकाकर्ता केवल तीन भड़काऊ बयानों को चुनकर कार्रवाई की मांग नहीं कर सकता.
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि हमारे पास इन तीन हेट स्पीच के अलावा कई और हेट स्पीच है, जिसको लेकर शिकायत दर्ज कराई गई. याचिकाकर्ता ने चुनिंदा सिर्फ तीन वीडियो का हवाला दिया है. एक जनहित याचिका में ऐसा नहीं होता. केंद्र को पक्षकार बनाया जाए या नहीं ये कोर्ट को तय करना है, याचिकाकर्ता को नहीं. हम हिंसा को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. -
नागपुर : आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश ‘भैयाजी' जोशी ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और केंद्र को सुनिश्चित करना चाहिए कि दिल्ली में शांति बहाल हो. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को उन इलाकों में शांति बहाल करनी चाहिए, जहां अशांति है. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. '' जोशी एक कार्यक्रम के इतर यहां दिल्ली हिंसा पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे.संशोधित नागरिकता कानून को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्से में रविवार को हिंसा भड़क उठी जिसमें अभी तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. -
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा पर नेताओं की ओर से बयानबाजी जारी है। इस बीच दिल्ली हिंसा पर हरियाणा के मंत्री रंजीत चौटाला का हैरान करने वाला बयान आया है। उन्होंने कहा है कि दंगे तो होते रहते हैं और ये जिंदगी का हिस्सा है। मंत्री रंजीत चौटाला का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब दिल्ली हिंसा से मौत के आंकड़ों में लागातार इजाफा हो रहा है और यह 34 पर पहुंच गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हरियाणा सरकार में मंत्री रंजीत चौटाला ने कहा, 'दंगे होते रहते हैं। पहले भी होते रहे हैं, ऐसा नहीं है। जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई तो पूरी दिल्ली जलती रही। ये तो पार्टी ऑफ लाइफ है, जो होते रहते हैं।'
वीडियो के अंत में मंत्री चौटाला कहते हैं कि सरकार इस मामले में मुस्तैदी से कंट्रोल कर रही है। मीडिया में भी दिख रहा है। पर इसमें क्योंकि दिल्ली का मामला है और इसमें कुछ जुडिशियल मैटर है तो इसमें ज्याजा बोलना सही नहीं है। बता दें कि रंजीत चौटाला रानिया सीट से विधायक हैं। -
नई दिल्ली। हाल ही में जनता दल (यूनाइटेड) से निकाले गए चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कुछ दिनों पहले ही प्रशांत किशोर ने 'बात बिहार की' अभियान शुरू किया था। अब इसी मामले में उनके खिलाफ पटना के पाटलीपुत्र थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि प्रशांत किशोर ने 'बात बिहार की' के लिए कंटेट की नकल की है। मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम ने प्रशांत किशोर के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
शाश्वत गौतम का आरोप है कि 'बात बिहार की' उसका प्रोजेक्ट था, लेकिन उसके एक पूर्व सहयोगी ओसामा ने ये आइडिया और कंटेट प्रशांत किशोर को दे दिया और उन्होंने उसी नाम से अपना कैंपेन बना दिया। गौतम ने ओसामा के खिलाफ केस दर्ज कराया है। ओसामा पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ सचिव का चुनाव लड़ चुका है। शाश्वत ने पहले कांग्रेस के लिए काम किया है।
प्रशांत किशोर के खिलाफ पाटलीपुत्र थाने में धारा 420, 426 के तहत केस दर्ज किया गया है। पटना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुपरविजन आलाधिकारी करेंगे। उसके बाद ही कोई कार्रवाई होगी। पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने पूरे बिहार में 'बात बिहार की' नाम से कैंपेन शुरू किया था। नागरिकता संशोधन कानून के लगातार विरोध और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमलों की वजह से प्रशांत किशोर को जेडीयू से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। वे फिलहाल औपचारिक तौर पर किसी पार्टी में नहीं हैं। -
दिल्ली
रविवार शाम से पूर्वोत्तर दिल्ली में शुरू हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर गुरुवार को 32 हो गई है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक हिंसा को लेकर अब तक 18 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अभी हिंसा के मामलों में और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई चल रही है। उनकी पहचान की जा रही है।
इससे पहले दिल्ली हिंसा पर सुनवाई करने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस एस. मुरलीधर का ट्रांसफर कर दिया गया। जस्टिस एस. मुरलीधर ने अपनी सुनवाई के दौरान भकड़ाऊ बयान देने वाले नेताओं पर सख्ती की बात कही थी और दिल्ली पुलिस को भी आड़े हाथ लिया गया था। जज मुरलीधर के ट्रांसफर पर प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े किए हैं। प्रियंका ने कहा “सरकार न्याय का गला घोंटना चाहती है। आधी रात को ट्रांसफर किया जाना निंदनीय और शर्मनाक है।”
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राजस्थान के बूंदी जिले में पापड़ी गांव के पास बुधवार को एक दर्दनाक घटना घटी। बारातियों से भरी एक बस नदी में जा गिरी जिसके चलते कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई जबकि 5 लोग घायल बताए जा रहे हैं। चश्मदीदों के मुताबिक हादसे के वक्त बस की स्पीड काफी तेज थी जिसके चलते मेज नदी के पुल पर बस अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी।
जानकारी के मुताबिक बस में 28 लोग सवार थे। बस सुबह कोटा से सवाई माधोपुर के लिए रवाना हुई थी। ड्राइवर ने लखीरी पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत पापड़ी गांव के पास एक पुल पर बस का नियंत्रण खो दिया जिसके बाद यह हादसा हुआ। हादसे में मरने वालों में 11 पुरुष, 10 महिला और तीन बच्चे शामिल हैं। हालांकि प्रशासन की तरफ से मरने वालों की संख्या को लेकर आधिकारिक बयान नहीं आया है। हादसे के बाद पुलिस रेस्क्यू करने में जुट गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे को लेकर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘बूंदी में हुए हादसे के बारे में जान मुझे गहरा दुख हुआ है, जिसमें करीब 25 लोग बस के नदी में गिर जाने के बाद जान गंवा चुके हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।’ इसके अलावा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य कई नेताओं ने भी ट्विट कर घटना को लेकर शोक प्रकट किया है।
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दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में जारी हिंसा के बीच बुधवार को दिल्ली के चांदबाग इलाके में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अफसर अंकित शर्मा का शव मिला है। शर्मा (26) इंटेलिजेंस ब्यूरो में ट्रेनिंग पर थे। शर्मा घर लौटते वक्त चांदबाग में ही पत्थरबाज भीड़ के निशाने पर आ गए।
भीड़ ने उन्हें चांदबाग पुल तक दौड़ाया और पकड़ने के बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनका शव चांदबाग के नाले में मिला। परिवार मंगलवार शाम से ही उनकी तलाश कर रहा था। बताया गया है कि शर्मा ने 2017 में इंटेलिजेंस ब्यूरो ज्वॉइन की थी और वह सिक्योरिटी असिस्टेंट के पद पर अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रहे थे। वह खजूरी खास इलाके में परिवार के साथ रह रहे थे।
बता दें कि चांदबाग दिल्ली के उन हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल है जहां पर सीएए विरोधी और सीएए समर्थकों के बीच हिंसा से माहौल तनावपूर्ण है। अब तक दिल्ली में 21 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। -
मुंबई: शिवसेना ने दिल्ली की इस भयावह स्थिति को एक डरावनी फिल्म करार देते हुए कहा कि इसने 1984 सिख विरोधी दंगों के जख्मों को एक बार फिर ताजा कर दिया. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब 'प्रेम का संदेश' देने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे तब उसकी सड़कों पर खून-खराबा मचा था और इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी की कभी इतनी बदनाम नहीं हुई थी. शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के सम्पादकीय ने अफसोस जताया कि ऐसे समय दिल्ली में ट्रंप का स्वागत किया गया जब उसकी सड़कों पर खून-खराबा मचा था. उसने कहा कि हिंसा सीधे तौर पर यह संदेश दे सकती है कि केन्द्र सरकार दिल्ली में कानूव एवं व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही.शिवसेना ने कहा, 'दिल्ली में हिंसा भड़की. लोग डंडे, तलवार, रिवाल्वर लेकर सड़कों पर आ गए, सड़कों पर खून बिखरा था. दिल्ली में स्थिति एक डरावनी फिल्म की तरह थी, जिसने 1984 के सिख विरोधी दंगों के जख्मों को हरा कर दिया.' उसने कहा कि भाजपा आज भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई हिंसा में सैकड़ों सिखों की हत्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराती है.
शिवसेना ने "कुछ भाजपा नेताओं की धमकी और चेतावनी की भाषा" का जिक्र करते हुए कहा कि यह स्पष्ट किए जाने की जरूरत है कि दिल्ली के मौजूदा दंगों के लिए कौन जिम्मेदार है. सम्पादकीय में कहा गया है, "राष्ट्रीय राजधानी उस समय झुलस रही थी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वार्ता कर रहे थे." उसने कहा, "यह बिल्कुल ठीक नहीं है कि ट्रंप का दिल्ली में स्वागत हिंसा की डरावनी फिल्म, सड़कों पर खून-खराबा, लोगों की चीख-पुकार और आंसू गैस के गोलों के बीच किया गया. ट्रंप साहेब प्रेम के संदेश के साथ दिल्ली आए थे, लेकिन उनके सामने कैसी तस्वीर पेश की गई. अहमदाबाद में 'नमस्ते' और दिल्ली में हिंसा. दिल्ली की ऐसी बदनामी पहले कभी नहीं हुई."
























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