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श्रीनगर : अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उस धड़े से अलग होने की सोमवार को घोषणा की जिसका गठन उन्होंने 2003 में किया था। मीडिया के लिए जारी चार पंक्ति के लेटर और एक ऑडियो संदेश में, 90 वर्षीय नेता के प्रवक्ता ने कहा, ''गिलानी ने हु्र्रियत कॉन्फ्रेंस फोरम से पूरी तरह से अलग होने की घोषणा की है।'' गिलानी ने संगठन के सभी घटकों को विस्तृत पत्र लिखते हए हुर्रियत कॉन्फ्रेंस छोड़ने के अपने फैसले के पीछे के कारण बताए हैं। उन्हें इसका (संगठन का) आजीवन प्रमुख नामित किया गया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्यों की वर्तमान की गतिविधियों की विभिन्न आरोपों को लेकर गठबंधन जांच कर रहा है।
गिलानी ने अपने दो पन्ने के पत्र में कहा, ''इन प्रतिनिधियों की गतिविधियां अब वहां (पीओके) सरकार में शामिल होने के लिए विधानसभाओं और मंत्रालयों तक पहुंच बनाने को लेकर सीमित है। कुछ सदस्यों को बर्खास्त कर दिया गया जबकि अन्य ने अपनी खुद की बैठकों का आयोजन शुरू कर दिया। इन गतिविधियों को आपने (घटकों ने) यहां बैठक कर उनके निर्णयों को समर्थन देकर बढ़ावा दिया है।'' उन्होंने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने और पूर्व के राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के बाद हुर्रियत सदस्यों की निष्क्रियता की ओर इशारा किया।
गिलानी ने आरोप लगाया, ''मैंने विभिन्न माध्यमों से आप तक संदेश पहुंचाया ताकि आगे के कदमों पर फैसला हो सके लेकिन मेरे सभी प्रयास (संपर्क करने के) व्यर्थ हो गए। अब जब वित्तीय और अन्य गड़बड़ियों को लेकर जिम्मेदारी की तलवार आपके सिर पर लटक रही है तो आपको परामर्श समिति की बैठक बुलाने का ख्याल आ रहा है।''
उन्होंने कहा कि 2003 में घटक दलों ने उन्हें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का शासन संभालने के लिए मजबूर किया था और बाद में उन्हें आजीवन इसका चेयरमैन बना दिया। गिलानी ने कहा, ''अनुशासनहीनता और अन्य खामियों को आपने नजरअंदाज किया और इतने वर्षों में भी आपने जिम्मेदारी तय करने की मजबूत व्यवस्था नहीं बनाई लेकिन अब आपने सारी हदें पार कर दीं हैं और नेतृत्व के खिलाफ बगावत पर उतर आएं हैं।''
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नई दिल्ली: दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल (LNJP ) के एक कोरोना वॉरियर डॉक्टर की मौत हो गई है. 56 साल के डॉक्टर असीम गुप्ता की कोरोनावायरस के संक्रमण की चपेट में आने से रविवार को दिल्ली के निजी अस्पताल के आईसीयू में मौत हो गई. उनकी स्त्री रोग विशेषज्ञ पत्नी भी कोरोना की चपेट में आई थीं, लेकिन वो कुछ दिन पहले ही इससे उबर गई थीं. उनके दो बेटे हैं. डॉक्टर गुप्ता का पिछले दो हफ्तों से इलाज चल रहा था और पिछले कुछ दिनों से वो वेंटिलेटर पर थे.
दिल्ली सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल को केवल कोविड-19 मरीजों के इलाज वाले अस्पताल के रूप में तब्दील किया है. यहां अबतक 2700 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं. अस्पताल की तरफ से आए बयान में कहा गया है, 'वह एनेस्थीसिया के डॉक्टर थे जो ड्यूटी करते समय कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे. हल्के लक्षण मिलने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां छह जून को उनमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी. हालत बिगड़ने पर उन्हें सात जून को LNJP अस्पताल के ICU में भर्ती किया गया.'
डॉक्टर असीम गुप्ता फिलहाल साकेत के मैक्स स्मार्ट के आईसीयू में भर्ती थे. उन्होंने आठ जून को इस अस्तपाल में एडमिट कराया गया था. यह अस्पताल भी खासकर कोविड मरीजों का इलाज कर रहा है. -
मीडिया रिपोर्ट
अनंतनाग: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आज सुबह सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है. पुलिस से मिले इनपुट के बाद अनंतनाग के कुलचोहर इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई थी. मारे गए आतंकियों में दो लश्कर आतंकी और एक हिजबुल कमांडर मसूद अहमद भट्ट है. मसूद, डोडा का इकलौता आतंकी था जो जिंदा बचा हुआ था. मसूद की मौत के बाद पुलिस ने कहा कि अब डोडा आतंक मुक्त इलाका बन गया है. आतंकियों के पास से AK-47 समेत कई खतरनाक हथियार मिले हैं. मुठभेड़ खत्म हो चुकी है फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. बता दें कि सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंक के खात्मे के लिए ऑपरेशन चलाया हुआ है. इस महीने CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक दर्जन से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया है. शोपियां, अवंतीपोरा समेत कई इलाकों में यह ऑपरेशन जारी है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस बीते शुक्रवार दावा किया था कि पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों की अब कोई मौजूदगी नहीं है. 1989 में घाटी में आतंकवाद के फैलने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि त्राल आतंकमुक्त हुआ है. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल के चेवा उलार इलाके में सुरक्षा बलों के साथ रात भर हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों के मारे जाने के बाद पुलिस ने यह दावा किया था.
इस बारे में बताते हुए कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने कश्मीर क्षेत्र पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा, 'आज के सफल अभियान के बाद त्राल क्षेत्र में अब हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों की मौजूदगी नहीं है. यह 1989 के बाद पहली बार हुआ है.' -
अहमदाबाद: अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने कोविड-19 के मरीज की मौत के बाद लापरवाही के आरोप में एक निजी अस्पताल और उसके प्रबंधन पर 77 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. साथ ही पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गई है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने कहा कि एक अन्य अस्पताल से स्थानांतरित करने के दौरान 18 जून को 73 साल के एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के मामले में राजस्थान अस्पताल को निगम की तरफ से पिछले रविवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. निगम के स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी भाविन सोलंकी ने कहा, 'हमने 77 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, जिसमें 25 लाख रुपये का जुर्माना राजस्थान अस्पताल पर, बोर्ड के आठ सदस्यों पर दो-दो लाख रुपये (16 लाख) और 18 ट्रस्टी पर भी दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. जुर्माने की राशि कोविड-19 के मरीजों के इलाज में खर्च की जाएगी.'
उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. शाहीबाग पुलिस थाने के अधिकारी ने कहा कि लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश के मामले में आईपीसी की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
गौरतलब है कि गुजरात हाई कोर्ट ने अपने आदेश में इस घटना को बेहद 'पीड़ादायक' करार दिया था और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ 'सख्त कार्रवाई' करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद एएमसी ने यह कदम उठाया है. बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीज को वेंटिलेटर की सहायता के चलते 18 जून को अन्य अस्पताल से राजस्थान अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा था, लेकिन उन्हें करीब 20 मिनट तक कोरोना प्रवेश गेट पर ही इंतजार करना पड़ा, क्योंकि कर्मचारियों ने गेट खोलने में समय लगा दिया था. -
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. राष्ट्रपति भवन ने रविवार को जारी बयान में यह जानकारी दी. मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन (85) का 11 जून से ही लखनऊ के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. बयान के मुताबिक, ‘‘मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की अनुपस्थिति में राष्ट्रपति को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को मध्य प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार सौंपते हुए प्रसन्नता हो रही है.’’
लालजी टंडन को बुखार और अन्य परेशानियों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान उनके लिवर में समस्या पाई गई थी, जिसका इलाज किया गया. फिलहाल उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
वहीं एमपी का अतिरिक्त प्रभार हासिल करने वाली आनंदी पटेल पहले भी इस राज्य में ये जिम्मेदारी निभा चुकी हैं. गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं पटेल की राज्यपाल के तौर पर सबसे पहली नियुक्ति मध्य प्रदेश में ही हुई थी. इस दौरान वो छत्तीसगढ़ की भी राज्यपाल रही थीं. लालजी टंडन को पिछले साल आनंदी पटेल की जगह ही मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था. वहीं आनंदी पटेल को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. -
आईसीएआई की रायपुर शाखा को नया रायपुर में सीए की कोचिंग और इंस्टीट्यूट के कार्यालय के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा
छत्तीसगढ़ में निवेश बढ़ाने मांगा सहयोग
श्री भूपेश बघेल वेबिनार के जरिए देशभर के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को किया सम्बोधित
छत्तीसगढ़ में नए उद्योगों की संभावनाओं और औद्योगिक नीति में रियायतों की दी जानकारी
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया से जुड़े देशभर के सीए से ग्राम पंचायतों और नगरीय प्रशासन के काम काज में कसावट और वित्तीय प्रबंधन को मजबूत बनाने के लिए सहयोग का आव्हान किया है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में बहुत सी वनोपज हैं जिनकी पैदावार देश के अन्य हिस्सों में नहीं होती है। वर्तमान में इन वनोपजों के संग्रहण के बाद इनका प्रसंस्करण छतीसगढ़ के बाहर होता है। यदि इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया इनके प्रसंकरण के लिए निवेश छत्तीसगढ़ में लाने की पहल करते हैं तो इससे प्रदेश के उत्पादकों और संग्राहकों को लाभ मिलेगा और इनका निर्यात अन्य हिस्सों में करने से वहां की आवश्यकता की पूर्ति भी होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंटस ऑफ इंडिया द्वारा ‘रिसर्जेट छत्तीसगढ़‘ विषय पर आयोजित वेबिनार में देशभर के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को सम्बोधित किया। उन्होंने सभी को आगामी एक जुलाई को सीए दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर आईसीएआई की रायपुर शाखा को नया रायपुर में छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों के लिए सीए की कोचिंग इंस्टीट्यूट और कार्यालय भवन के लिए जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर वेबीनार की ई-स्मारिका का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आईसीएआई द्वारा छत्तीसगढ़ के एक हजार उद्यमियों को निर्यात के लिए तैयार करने में सहयोग के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए इसके लिए सहमति प्रदान की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ के हर गांव में गौठान और चारागाह विकसित किए जा रहे हैं। इनमें एक एकड भूमि महिला स्व सहायता समूहों की आर्थिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए आरक्षित की गई है। आईसीएआई उद्योगपतियों और महिला समूहों से टाईअप कर वहां अपनी आवश्यकतानुसार निर्धारित गुणवत्ता की सामग्रियां तैयार कराकर उन्हें अपने ब्रांड में बेच सकते हैं। इस काम के लिए महिला समूहों को लाभांश का हिस्सा देकर उन्हें आमदनी का जरिया उपलब्ध कराने में मदद कर सकते हैं।
श्री बधेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण है। यहां कुशल और अकुशल श्रमिक, भूमि, जल और विद्युत उपलब्ध है। राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कोलकता, सूरत और मुम्बई के बाद रायपुर में बड़ा जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क बनाया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, लघुवनोपज संग्रहण, मनरेगा सहित कोविड नियंत्रण तथा लॉकडाउन में कृषि और उद्योगो तथा व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल हमारा यह अनुभव रहा है कि किसान, वनवासियों की जेब में पैसा डालने से छत्तीसगढ़ वैश्विक मंदी से अछूता रहा है। इस साल भी हमने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को 5750 करोड़ रूपए की राशि दे रहे है। इसी प्रकार सर्वाधिक कीमत में तेन्दूपत्ता की खरीदी कर रहे है। इसके साथ ही राज्य में 31 लघुवनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। इसका असर बाजार में देखने को मिला। छत्तीसगढ़ में 3 हजार ट्रेक्टर बिके, कंपनियां मांग के अनुसार ट्रेक्टर की आपूर्ति नही कर पा रहीं है। आईसीएआई के राष्ट्रीय अघ्यक्ष श्री अतुल गुप्ता ने कहा कि उनका संगठन राज्य सरकार को हर सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंने नगरीय निकार्यों में नए रेवेन्यू जनरेट करने में सहयोग करने, पंचायतों के मेनेजमेंट, स्नातक के बाद छात्रों को सीए के मार्गदर्शन में तीन साल गहन प्रशिक्षण जैसे कार्य संचालित करने में राज्य सरकार के साथ सहयोग का प्रस्ताव दिया।
इस वेबीनार में देशभर के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स शामिल हुए। उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ और लघु वनोपज संघ के एमडी श्री संजय शुक्ला, आईसीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अतुल गुप्ता और पब्लिक व गवर्नमेंट फाइनेंसियल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष श्री धीरज खंडेलवाल सहित अनेक पदाधिकारी इस कार्यक्रम में जुड़े। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की रायपुर शाखा के अध्यक्ष सीए श्री किशोर बरड़िया और सचिव श्री रवि ग्वालानी मुख्यमंत्री निवास में उपस्थित थे। वेबिनार में छत्तीसगढ़ चेम्बर्स ऑफ कामर्स, कैट और उरला इंडस्ट्रिज एसोसिएशन के पदाधिकारी भी जुड़े। -
एजेंसी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चीन के खिलाफ लोगों का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिल रहा है। भारतीय कंपनियों में चीनी निवेश से गुस्साए जोमैटो के कर्मचारियों ने नौकरी से इस्तीफा दिया है, साथ ही उनके खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी किया गया है। कोलकाता में ज़ोमैटो फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म कर्मचारियों के एक समूह ने फर्म में चीनी निवेश का विरोध करने के लिए अपनी आधिकारिक टी-शर्ट को जला दिया। दक्षिण 24 परगना में ज़ोमैटो डिलीवरी ब्वॉयज़ ने भारतीय कंपनियों में चीनी निवेश का विरोध करते हुए नौकरी से इस्तीफा दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने अपनी जर्सियां जलाईं।
दक्षिण 24 परगना में विरोध प्रदर्शन कर रहे एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि ज़ोमैटो से 150 डिलीवरी ब्वॉयज़ ने इस्तीफा दिया है लेकिन यहां विरोध प्रदर्शन में कुछ ही लोग शामिल हैं। हम ऐसी किसी कंपनी के साथ काम नहीं करना चाहते जो उन देश की कंपनियों के साथ मिलकर काम करती हैं जिस देश की सेना ने हमारे जवानों की जान ली हो।
लद्दाख के गलवन घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच जारी विवाद के चलते जहां लोग चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं, कोलकाता में करीब 100 लोगों ने जोमैटो की नौकरी छोड़ दी। कोलकाता में कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने उन प्रतिष्ठानों में काम करने से इन्कार कर दिया है जहां चीन ने निवेश किया है। इसका सबसे बड़ा और पहला नाम जोमैटो का है।
इससे पहले शनिवार को कोलकाता के बेहाला इलाके में 100 से अधिक डिलीवरी ब्वॉय ने जोमैटो से इस्तीफा देने का फैसला किया है। खबर है कि चीनी कंपनी अलीबाबा की सहायक कंपनी एंट फाइनेंशियल द्वारा जनवरी में जोमैटो में लगभग 150 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। शनिवार को 100 से अधिक डिलीवरी ब्वॉय ने विरोध किया और जोमैटो द्वारा दिए गए कपड़े जला दिए।
उन्होंने कहा कि हमारे पसीने का मुनाफा चीनी कंपनियों को नहीं दिया जाएगा। हमारे पैसे से वे हमारे देश की सेना पर हमला कर रहे हैं और हमसे हमारी जमीन लेना चाहते हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम और हमारा परिवार भूखे रहेंगे, यह स्वीकार्य है, पर हम किसी भी ऐसी कंपनी में काम नहीं करेंगे, जिसमें चीन ने निवेश किया हो। उनमें से कई लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार की आजीविका उनकी नौकरियों पर निर्भर करती है, लेकिन ये लोग देश और सेना के लिए भूखे रहने के लिए तैयार हैं। -
मल्टीयूटीलिटी सेंटर की गतिविधियों के लिए सीएसआर फंड
से 15 लाख रूपए देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री से ‘कल्पतरू‘ मल्टीयूटीलिटी सेंटर सेरीखेड़ी की
महिलाओं ने की मुलाकात
कोरोना संकट काल में मल्टीयूटीलिटी सेंटर से महिलाओं को
मिला बड़ा सहारा
महिलाओं को 30 लाख रूपए की मिली मजदूरी

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से कल यहां उनके निवास कार्यालय में ‘कल्पतरू‘ मल्टीयूटीलिटी सेंटर, सेरीखेड़ी में कार्य कर रही बिहान रायपुर (उजाला ग्राम संगठन) की महिलाओं ने मुलाकात की। महिलाओं ने इस सेंटर में तैयार किए जा रहे विभिन्न उत्पाद मुख्यमंत्री को दिखाए और उनके संबंध मंे जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की और उनके बारे में महिलाओं से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए सेरीखेड़ी के इस मल्टीयूटीलिटी सेंटर के कार्य के विस्तार और विभिन्न गतिविधियों के लिए सीएसआर मद से 15 लाख रूपए की राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस राशि से उन्हें काम करने और भी अधिक आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मल्टीयूटीलिटी सेंटर सेरीखेड़ी की गतिविधियों और तैयार किए जा रहे उत्पादों पर केन्द्रित फोल्डर का विमोचन किया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोरोना संकट काल में उन्हें इस सेंटर के माध्यम से रोजगार और आय का बड़ा सहारा मिला। महिलाएं अपने साथ गोबर से तैयार गमले, राखी जैसे उत्पाद भी मुख्यमंत्री को दिखाने लायी थीं। महिला समूह की अध्यक्ष श्रीमती मोहिनी डहरिया ने गोधन न्याय योजना प्रारंभ करने की घोषणा के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत समूहों की महिलाएं इस सेंटर में ग्लिसरीन साबुन, डिजायनर मोमबत्ती, बांस के ट्री गार्ड, अगरबत्ती, फिनायल, फेश वास, मशरूम, मुनगा पावडर से तैयार कुकीज, हर्बल टी, एलईडी बल्ब, स्लीपर, गोबर के गमले, हर्बल गुलाल तथा बांस, गोबर, सब्जी के बीज और ग्लिसरीन सोप से डिजायनर राखियां तैयार कर रही हैं। कोरोना संकट के काल में सेंटर की महिलाओं द्वारा सेनेटाईजर, कोरोना से बचाव के लिए फेश सील्ड, तीन लेयर वाले कॉटन के मास्क, मेडिकल गाउन और हाल ही में पीपीई किट तैयार करना शुरू किया गया है। सेरीखेड़ी सेंटर की महिलाओं ने क्वारेंटाईन सेंटर में रूके मजदूरों के लिए कोरोना सुरक्षा किट भी तैयार किए, जिनका उपयोग रायपुर के क्वारेंटाईन सेंटरों में किया गया। इस किट में सेनेटाईजर, साबुन, मास्क आदि सामग्री शामिल की गई थी।
इस अवसर पर उपस्थित रायपुर कलेक्टर श्री एस. भारतीदासन ने मुख्यमंत्री को बताया कि पिछले वर्ष दिसम्बर से प्रारंभ इस सेंटर में 180 महिलाएं काम कर रही है। महिलाओं द्वारा उत्पादित विभिन्न सामग्रियों का अब तक कुल 1 करोड़ 10 लाख रूपए का व्यवसाय किया है। इस अवधि में महिलाओं को लगभग 30 लाख रूपए की मजदूरी का भुगतान किया गया है। यहां काम करने वाली महिलाओं को 25 रूपए प्रति घंटे के हिसाब से मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। हर महिला को औसतन 200 रूपए प्रतिदिन मजदूरी मिलती है। महिलाएं इस केन्द्र में गौमूत्र, गोबर पावडर, गोबर के अर्क, आलू विटामिन ई, कैमल मिल्क, गोट मिल्क और एलोवेरा से साबुन तैयार कर रही हैं। अच्छी गुणवत्ता के कारण इनकी अच्छी बिक्री हो रही है। अब तक इस केन्द्र में तैयार लगभग 12 लाख रूपए के साबुन बेचा गया है। इस केन्द्र में तैयार साबुन को भारत सरकार के खादी बोर्ड द्वारा खरीद कर पूरे देश में इसका विक्रय किया जा रहा है। सेरीखेड़ी सेंटर में कोरोना से बचाव के लिए तैयार किए जा रहे मास्क मात्र 40 रूपए में बेचे जा रहे है, जबकि बाजार में इसकी कीमत 120 रूपए तक है। मल्टीयूटीलिटी सेंटर से उजाला ग्राम संगठन के 35 स्व-सहायता समूह जुड़े हैं।
सेंटर की महिलाओं द्वारा 11 हजार बांस के ट्री गार्ड तैयार किए गए। बैम्बू ट्री गार्ड का लगभग 46 लाख रूपए का बिजनेस किया गया, जिसमें से 5 से 6 लाख रूपए का फायदा हुआ। सेंटर की महिलाएं बांस के पावडर, गोबर और चारकोल से अगरबत्ती तैयार कर रही है। सेंटर द्वारा तैयार किए जा रहे बेकरी आइटम में मशरूम, मुनगा, रागी, कोदो, ओटस आदि का उपयोग भी किया जा रहा हैै। विभिन्न प्रकार की चाकलेट, पेस्टीज तैयार किए जा रहे हैं। मुनगा पावडर और मशरूम पाउडर भी यहां तैयार किए जा रहे हैं। इस सेंटर की 19 महिलाओं को चप्पल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया, 10 मशीनें उपलब्ध कराई गई, यहां एक हजार चप्पल प्रतिदिन तैयार किए जाते हैं। जिसे स्थानीय व्यापारियों द्वारा बेचा जाता है। अब तक इस सेंटर में तैयार 25 लाख रूपए की चप्पलें बेची गई, जिनसे 3 लाख रूपए की आमदनी हुई। सेंटर में एलईडी एसेम्बलिंग यूनिट की शुरूआत की गई है। इस यूनिट में 400 बल्ब बनाने की क्षमता है। महिलाओं को शत-प्रतिशत बाई बेक की नीति पर सामग्री उपलब्ध कराकर एलईडी बल्ब तैयार कराए जा रहे हैं। हर्बल गुलाल, जूट बैग, पेपर बैग भी तैयार किए जाते हैं। सेंटर द्वारा 6 से 7 हजार लीटर सेनेटाईजर की बिक्री की जा चुकी है। सेंटर में कृत्रिम मोती की खेती, एक्वा कल्चर, बैम्बू बेस पर एक्वेरियम के निर्माण का काम भी शुरू किया गया है। इस सेंटर में पांच तरह की हर्बल टी तैयार की जा रही है, जिसकी काफी मांग है। यहां इम्युनिटी बूस्टर टी, एनर्जी बूस्टर टी, फ्रेशनर टी और कामिग टी जैसे उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। सेरीखेड़ी की मल्टीयूटीलिटी सेंटर को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं, विभिन्न विभागों के सहयोग, सीएसआर फंड की राशि से विकसित किया गया है। क्रेडा द्वारा कोल्ड स्टोरेज, सोलर ड्रायर, सोलर वाटर हीटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही साथ केनरा बैंक, मोनेट, बैंक ऑफ बडौदा, यूनाईटेड इंडिया इंश्योरेंश, हाईटेक पावर, नंदन स्टील्स, बाल्को और जनमन फाउंडेशन द्वारा सहयोग दिया गया है। इस सेंटर में काम करने वाली महिलाओं के लिए दाल-भात सेंटर, छोटे बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र भी संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव श्री आर. पी. मण्डल, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, जिला पंचायत रायपुर के सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह, सेरीखेड़ी मल्टीयूटीलिटी सेंटर की महिलाएं श्रीमती मोहिनी डहरिया, श्रीमती स्वमिता वर्मा, श्रीमती दया धु्रव, श्रीमती लता मनहर और श्रीमती सीमा साहू उपस्थित थीं।
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खारे पानी की समस्या वाले स्थानों पर सतही जल पर आधारित पेयजल योजना बनाएंरायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कम्पनियों और क्रेडा के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने क्रेडा के अधिकारियों से कहा कि पहुंच विहीन और दुर्गम इलाकों में सोलर के जरिए विद्युत की व्यवस्था के साथ ही नदी किनारे जहां विद्युत लाइन नहीं हैं, उन स्थानों पर सोलर पम्प किसानों को दिए जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्थानों पर पानी में हैवी मेटल या खारे पानी होने की शिकायत है वहां सतही जल (सरफेस वाटर) के माध्यम से जल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए।मुख्यमंत्री ने गरियाबंद के सुपेबेड़ा में नदी के जल से और बेमेतरा, बालोद, धमधा, साजा और नवागढ़ में खारे पानी की शिकायत के कारण सरफेस वाटर का उपयोग कर जल आर्पूिर्त के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत कम्पनियों की विभिन्न योजनाओं और सीएसआर मद के कार्यों की समीक्षा की । मुख्यमंत्री ने निजी विद्युत संयंत्रों से वेरिएबल कास्ट पर मिलने वाली बिजली की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्धारित मात्रा में विद्युत प्रदाय नहीं करने वाले संयंत्र को नोटिस जारी किया जाये। बैठक में सोलर पेयजल योेजना, सौभाग्य योजना, सौर सुजला योजना, सोलर कोल्ड स्टोरेज, शासकीय भवनों का सौर उर्जीकरण, सोलर विद्युत संयंत्र आदि योजनाओं की समीक्षा की गयी।बैठक में क्रेडा के अधिकारियों ने बताया कि सौर सुजला योजना के तहत अब तक 78 हजार 730 पम्प स्थापित किए गए है। इससे 2 लाख 46 हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा मिल रही है। वर्ष 2020 -21 में 20 हजार सोलर पम्प स्थापित करने का लक्ष्य है। इससे लगभग 50 हजार एकड़ में सिंचाई हो सकेगी। सामुदायिक सिंचाई के 40 प्रोजेक्टों में 3450 एकड़ में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई है। प्रदेश में 5998 गांवों तथा बसाहटों में 11459 सोलर पेयजल पम्पों के माध्यम से 3.25 लाख परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार 281 सोलर जल शुद्धिकरण संयंत्र स्थापित किए गए हैं।बैठक में मुख्य सचिव श्री आर.पी.मंडल, विद्युत कम्पनियों के चेयरमेन और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, छत्तीसगढ विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी श्री मोहम्मद अब्दुल कैसर हक, ट्रांसमिशन कम्पनी के एमडी श्री अशोक कुमार, ट्रेडिंग कम्पनी के एमडी श्री राजेश वर्मा, जनरेशन कम्पनी के एमडी श्री एन.एल. बिजौरा सहित विद्युत कम्पनियों एवं क्रेडा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में शनिवार को एक औद्योगिक संयंत्र से अमोनिया गैस रिसाव के कारण कंपनी के एक अधिकारी की मौत हो गई। घटना नंदयाल कस्बे में स्थित कंपनी एसपीवाई एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड में हुई।समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के महाप्रबंधक श्रीनिवास राव की हादसे में मौत हो गई। राव की दम घुटने से मौत हुई है। उनके साथ मौजूद चार लोग वहां से भागने में कामयाब रहे और वे सुरक्षित हैं। कुरनूल के जिला कलेक्टर जी.वीरापांडियन ने कहा कि अग्निशमन कर्मी गैस रिसाव को रोकने की कोशिश कर रहे थे। प्लांट के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को कोई खतरा नहीं हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और अपने घर के अंदर ही रहें। यह संयंत्र पूर्व सांसद एस.पी.वाई. रेड्डी का है।
वीरापांडियन ने कहा कि कंपनी के अंदर गैस रिसाव हुआ। लेकिन यह गैस बाहर तक नहीं फैली इस कारण खतरे की कोई बात नहीं है। इस बाबत चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमने एक आपातकालीन स्थिति गैस रिसाव के पता चलने के बाद शुरू की और सभी टीमों को घटनास्थल पर भेजकर सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित किया।
स्थानिय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी से निकलने वाली तीखी गंध से आसपास के इलाके के लोगों में दहशत फैल गई और वे सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। जिला अधिकारियों ने तब मजदूरों को बचाने के लिए एंबुलेंस और फायर टेंडर मौके पर पहुंचाए।
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नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज FMCG कंपनियों में शुमार कोका कोला ने बड़ा फैसला लिया है। कोका कोला ने अगले 30 दिनों तक सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपने सभी विज्ञापनों के भुगतान को रोक दिया है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक कंपनी ने ये फैसला विश्व में चल रहे रंगभेद के खिलाफ अभियान को नजर में रखते हुए लिया है। आपको बता दें कि कोका कोला वैश्विक विज्ञापन की एक बड़ी ताकत है। ऐसे में विज्ञापनों पर रोक लगाए जाने से विज्ञापन कंपनियों को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
कोका-कोला ने शुक्रवार को घोषणा की कि कम से कम 30 दिनों के लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापनों को निलंबित कर रही है। क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नस्लवादी सामग्री से निपटने के तरीके पर कंपनी काम करना चाहती है।
शुक्रवार को इस मामले की घोषणा करते हुए कोका कोला कंपनी के चेयरमैन और सीईओ जेम्स क्विंसी ने कहा कि दुनिया में नस्लवाद की कोई जगह नहीं है और न ही सोशल मीडिया पर नस्लवाद की जगह है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों ने जो अन्य प्रमुख ब्रैंड्स को घृणित सामग्री से निपटने के लिए बायकॉट किया है, उन्हें ज्यादा जवाबदेह और पारदर्शिता प्रदान करने की जरूरत है। जेम्स ने आगे कहा कि कोका कोला हमारे विज्ञापन नीतियों को फिर से निर्धारित करने के लिए एक ठहराव का उपयोग करेगा। यह देखने के लिए कि क्या संशोधन की आवश्यकता है। -
नई दिल्ली: अनलॉक-1 में सरकार ने ज्यादातर गतिविधियों की छूट दे दी है। जिस वजह से उद्योग-धंधे दो महीने बाद फिर से शुरू हो गए हैं। इसी के साथ कोरोना वायरस के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। अब बाइक बनाने वाली देश की टॉप कंपनी बजाज ऑटो के वालुज (औरंगाबाद) फैक्ट्री में 140 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसमें से दो कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। बजाज ऑटो ने अभी फैक्ट्री बंद करने से इनकार कर दिया है।
कंपनी प्रबंधन के मुताबिक वालुज फैक्ट्री में 8100 कर्मचारी काम करते हैं। यहां पर 24 अप्रैल को कुछ कर्मचारियों के साथ उत्पादन दोबारा से शुरू हुआ था। वहीं अनलॉक में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई गई। फिर 6 जून को यहां पर कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया था। पहले तो फैक्ट्री के 79 कर्मचारी पॉजिटिव बताए जा रहे थे, लेकिन शुक्रवार को सामने आई रिपोर्ट में इनकी संख्या बढ़कर 140 हो गई। जिसमें से दो लोगों की मौत भी हुई है। दोनों डायबिटीज और हाइपर टेंशन से ग्रसित थे।
कंपनी प्रबंधन के मुताबिक वालुज फैक्ट्री में हर साल 5 लाख बाइक का उत्पादन होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग फैक्ट्री के बंद होने की बात कर रहे हैं, लेकिन ये गलत है। फैक्ट्री सामान्य रूप से चल रही है। वहीं पूरे परिसर में स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन हो रहा है। फैक्ट्री सामान्य रूप से चलती रहे, इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कंपनी नो वर्क नो पे के नियमों के तहत फैक्ट्री को बंद करेगी, तो इससे कर्मचारियों पर बुरा असर पड़ेगा। इस वजह से वो एहतियात बरतते हुए फैक्ट्री को जारी रखना चाहते हैं। -
नई दिल्ली। कोरोना वायरस को 'कोरोनिल' दवा से ठीक करने के दावे को लेकर योग गुरू बाबा रामदेव मुश्किलों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं। राजस्थान के जयपुर में इस दवा के दावे को लेकर बाबा रामदेव, पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद की दवा कोरोनिल को कोरोना वायरस की दवा के रूप में प्रचारित कर देश को लोगों को गुमराह किया है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, इस मामले को लेकर जयपुर के ज्योति नगर पुलिस थाने में बाबा रामदेव, उनके सहयोगी और पतंजलि आयुर्वेद के एमडी आचार्य बालकृष्ण, वैज्ञानिक अनुराग वार्ष्णेय, एनआईएमएस के चेयरमैन बलबीर सिंह तोमर और निदेशक अनुराग तोमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर में इन लोगों के ऊपर कोरोनिल को कोरोना वायरस की दवा बताकर, भ्रामक प्रचार के जरिए देश को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है।
ज्योति नगर पुलिस थाने के एसएचओ सुधीर कुमार उपाध्याय ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया, 'हां, पतंजलि के बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, बलबीर सिंह तोमर, अनुराग तोमर और एक वैज्ञानिक अनुराग वार्ष्णेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह एफआईआर कोरोनिल के भ्रामक प्रचार के मामले में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) सहित विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है।' एफआईआर बलबीर जाखड़ नामक शख्स ने दर्ज कराई है। -
नई दिल्ली: संदेसरा घोटाले में कांग्रेस नेता अहमद पटेल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम उनके घर पहुंची और उनसे पूछताछ कर रही है। इस दौरान घोटाले को लेकर उनका बयान भी दर्ज किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना महामारी के चलते बुजुर्गों को घर पर रहने की हिदायत दी है। इसी गाइडलाइन का हवाला देते हुए अहमद पटेल ने ईडी ऑफिस आने में असमर्थता जताई थी, क्योंकि उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। जिस वजह से उनका बयान लेने ईडी की टीम खुद उनके घर पहुंच गई।
दरअसल स्टर्लिंग बॉयोटेक के प्रवर्तक नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा पर 11,500 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। संदेसरा परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कर चोरी की जांच सीबीआई और आयकर विभाग कर रहा है, जबकि मनी लॉन्ड्रिंग की जांच का जिम्मा ईडी के पास है। आरोप है कि संदेसारा भाइयों ने अहमद पटेल के कहने पर ही दिल्ली के वसंत विहार में घर खरीदा और फिर उसे रेनोवेट करवा कर उनके दामाद इरफान सिद्दीकी को रहने के लिये दिया। पिछले साल जुलाई में ईडी ने उनके दामाद से पूछताछ की थी। -
नई दिल्ली: देश में पेट्रोल (Petrol Price) और डीजल (Diesel Price) के दाम आसमान छू रहे हैं. लगातार 21वें दिन यानी आज (शनिवार) एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आज दिल्ली में पेट्रोल पर 25 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 21 पैसे प्रति लीटर इजाफा हुआ है. जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 80.38 रुपये और डीजल के लिए 80.40 पैसे चुकाने होंगे. शुक्रवार को पेट्रोल पर 21 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी.गौरतलब है कि 7 जून से पेट्रोलियम कंपनियों ने आज शनिवार तक लगातार 21वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में (पेट्रोल के दाम में बीते बुधवार बढ़ोतरी नहीं की गई थी) बढ़ोतरी की है. इससे पहले 82 दिनों तक इनकी कीमतों में कोई इजाफा नहीं किया गया था. यह पहली बार है कि दिल्ली में डीजल पेट्रोल से भी महंगा बिक रहा है.
तेल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने हाल ही में पेट्रोल-डीजल की कीमतों को वापस लेने की मांग करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखा था. बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बीते गुरुवार अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायकों संग साइकिल मार्च निकाला.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव (Sharad Yadav) ने भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि COVID-19 से सही तरीके से नहीं निपटने के कारण लोग पहले से ही नाराज थे अब पेट्रोल तथा डीजल के मूल्यों में लगातार उछाल ने उनकी समस्याओं को और बढ़ा दिया है. शरद यादव ने कहा कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर आग में घी डालने का काम किया है और इसकी कीमत भाजपा नीत NDA को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में चुकानी होगी. -
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के छात्र-छात्राओं और आमजनों को एक बड़ी राहत देते हुए अब जाति और निवास प्रमाण पत्र उनके घरों में ही प्रदान करने की सुविधा मुहैया करायी है। मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जाति और निवास प्रमाण पत्र के वितरण को सरलीकरण करते हुए प्रमाण पत्रों को आवेदकों के घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराने का आदेश सभी जिला कलेक्टरों को जारी किया गया है।
जारी आदेश के तहत जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी होने के पश्चात संबंधित आवेदकों से डाक रजिस्ट्री शुल्क लेकर प्रमाण पत्र उनके घर के पते पर भेजा जाएगा। इसके लिए लोक सेवा केन्द्रों तथा तहसील कार्यालयों द्वारा आवेदकों से डाक रजिस्ट्री व्यय शुल्क लेकर और व्यय शुल्क की पावती देते हुए आवेदकों के निवास के पते पर प्रमाण पत्र भेजने की सुविधा दी जाएगी। जिससे आवेदकों को पुनः तहसील कार्यालयों एवं लोक सेवा केन्द्रों में जाने की जरूरत नही होगी। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव ने राज्य के सभी कलेक्टरों को शासन की मंशा अनुसार जाति एवं निवास प्रमाण पत्र आवेदकों के घर भिजवाने की सुविधा शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत तहसील कार्यालयों, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी कर प्रदाय किए जाते हैं। वर्तमान प्रचलित व्यवस्था में आवेदकों द्वारा लोक सेवा केन्द्रांे तथा तहसील कार्यालयों में जाति एवं निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन पत्र जमा कर निर्धारित अवधि पश्चात प्राप्त किए जाते हैं। अब आवेदकों को डाक द्वारा घर पहुंच सेवा उपलब्ध करायी जा रही है।
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लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ का शुभारंभ कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए इस अभियान की शुरुआत की। सरकार का कहना है कि इसके जरिए सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा।
सरकार के इन दावों पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सवाल खड़ा किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मनरेगा में जनता को नाममात्र के अस्थायी रोजग़ार का झुनझुना देने की जगह उप्र के मुख्यमंत्री ये बताएं कि तथाकथित ‘इंवेस्टर मीट्स’ और ‘डिफ़ेंस एक्सपो’ के बाद हुए कितने करार सच में बैंकों के सहयोग से ज़मीन पर उतरे हैं व उनसे कितनों को सच्चा रोजगार मिला है।’’ -
नई दिल्ली : कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के उपचार का दावा करने वाली पतंजलि आयुर्वेद ने कहा है कि उसने कोरोनिल (Coronil) टैबलेट को लेकर कुछ भी गलत क्लेम नहीं किया है. पतंजलि आयुर्वेद ने पिछले दिनों यह कहा था कि उसने कोरोनिल टैबलेट बनाई है जो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के इलाज में कारगर है. हालांकि इसके तुरंत बाद भारत सरकार ने इस टैबलेट की बिक्री पर रोक लगा दी और पतंजलि से डिलेट रिपोर्ट मांग ली. इसके बाद से आलोचनाओं को सामना कर रही योग गुरु रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने कहा है कि उसने कोई नियम नहीं तोड़ा है
कंपनी ने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि उसने कोरोनिल टैबलेट सभी कानूनी नियमों का अनुपालन करते हुए बाजार में उतारी है और इस आयुर्वेदिक दवाई के लेबल पर कोई गैर कानूनी दावा नहीं किया गया है.
पतंजलि आयुर्वेद ने ट्वीट किया है, ‘इसमें भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं है.’ कंपनी की तरफ से किए ट्वीट में पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा, ‘दो चीजें साफ हैं —अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी के औषधीय गुणों से संबंधित पारपंरिक ज्ञान और अनुभव के आधार पर दवाई बनाने का लाइसेंस लिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘कोरोना मरीजों पर कानूनी रूप से किए गए क्लिनिकल परीक्षण के सकारात्मक परिणाम साझा किए गए.’ एक अन्य टवीट में कंपनी ने कहा कि दवा के लेबल पर कोई गैरकानूनी दावा नहीं किया गया है.
इसमें कहा गया है, ‘दवा का उत्पादन और उसकी बिक्री सरकार द्वारा बनाए गये नियमों के अनुसार ही की गयी, न कि किसी के व्यक्तिगत विश्वास या विचारधारा के आधार पर.’ ट्वीट में कहा गया है कि पतंजलि ने सभी वैधानिक पहलुओं का पालन किया है. इसमें लोगों से मामले पर अनावश्यक टिप्पणी करने से बचने का आग्रह भी किया गया है.























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