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- महासमुंद : महासमुंद जिले में 1 जून से अब तक 1176.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 08 सितम्बर 2020 तक 1176.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा सरायपाली विकासखंड में 1401 मिलीमीटर दर्ज की गई।
सबसे कम बारिश पिथौरा तहसीलवार में 745 मिलीमीटर हुई है। बसना तहसील में 1359 मिलीमीटर, बागबाहरा तहसील में 1319 मिलीमीटर और महासमुंद तहसील में 1059 मिलीमीटर दर्ज की गई। जिले में औसत बारिश 1192 से सिर्फ 16 मिलीमीटर दूर है। -
महासमुंद : जिले के ग्रामीण अंचलो की महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़कर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान की मिसाल कायम कर रही है। महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी की श्रीमती मंजू यादव जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत जय छत्तीसगढ़ स्व-सहायता समूह, आस्था ग्राम संगठन से जुड़ी हुई है।
वे बताती है कि विगत 05 अक्टूबर 2019 को मेरे जैसे अन्य महिलाएॅ स्व-सहायता समूह से जुड़कर उस समूह का नाम जय़ छत्तीसगढ़ महिला स्व-सहायता समूह रखे। समूह से जुड़ने के बाद वर्ष 2020-21 में वे स्व-सहायता समूह से दो लाख रूपए का लोन लिया। जिसमें समूह से 50 हजार रूपए का रूई बत्ती बनाने की मशीन एवं कच्चा माल खरीदा गया एवं शेष राशि से स्वयं के व्यवसाय के लिए फैंसी स्टोर्स एवं कपड़ा दूकान शुरू की।
जिससे मुझे अभी तक हजारों रूपए का फायदा हुई है, त्यौहार के समय कपड़ा एवं फैंसी सामान की बहुत मात्रा में बिक्री होती हैं, जिससे मैं काफी प्रसन्न हूं। गांव के अलावा आस-पास के लोग मेरे दुकान से कपड़ा एवं फैंसी सामग्रियाॅ खरीदते है, जिससे मुझे आर्थिक लाभ प्राप्त हो रही हैं। इस वजह से मंै अपने खर्च के साथ-साथ घर के खर्च में भी हाथ बंटा पा रही हूं।
- गोधन न्याय योजना के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है
महासमुंद जिले के 2639 कृषकों को तीसरीे किश्त के रूप में उनके खाते में 14 लाख 11 हजार रूपए से अधिक का किया गया भुगतानमहासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के तहत् कल शाम मुख्यमंत्री निवास से गोधन न्याय एप का शुभारंभ किया और गोबर विक्रेताओं को तीसरी किश्त का भी आॅनलाईन के माध्यम से भुगतान बटन दबाकर किया गया। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चैबे, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेडिया सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौपालकों स्व-सहायता समूह, सरपंच, सचिव और गोबर विक्रेताओं अधिकारी-कर्मचारियों को अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। गोधन न्याय योजना के तहत् महासमुंद जिले के 2639 कृषकों ने 7056.41 क्विंटल गोबर का विक्रय किया। जिससे कल शाम उनके खाते में तीसरी किश्त के रूप में 14 लाख 11 हजार 282 रूपए का भुगतान प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है और गौ-पालक निरंतर इस योजना से जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का गौठानों के माध्यम से बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। संचार क्रांति के इस दौर में गौ-पालकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गोधन न्याय एप का शुभारंभ किया गया है ताकि गोबर विक्रेताओं को इसका सीधा लाभ मिलें और जानकारी एप के माध्यम से अपडेट होता रहे।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देना शासन की प्राथकिता है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महासमुंद जिले के पशुपालकों की भी सराहना की। इस अवसर पर वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस आर डोंगरे, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा उपस्थित थे। - महासमुंद : अनुविभाग सरायपाली के नगर पंचायत बसना में शासन के निर्देशानुसार एवं कार्यालय कलेक्टर खाद्य शाखा के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। उक्तानुसार युक्तियुक्तकरण के लिए गठित दल के द्वारा नगर पंचायत बसना के वार्ड क्रमांक 10, 11, 12 और 13 में एक नवीन शासकीय उचित मूल्य कि दुकान खोलने का प्रस्ताव दिया गया है।
नगर पंचायत बसना के बार्ड क्रमांक 10, 11, 12 और 13 में प्रचलित राशन कार्ड की संख्या के आधार पर एक नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटन के लिए छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत् वृहत्ताकार आदिम जाति बहुद्देशीय सहकारी समितियों, प्राथमिक कृषि साख समितियों, वन सुरक्षा समितियों, महिला स्व-सहायता समूहों, ग्राम पंचायतों/स्थानीय नगरीय निकाय, अन्य उपभोक्ता सहकारी समितियों से जो उचित मूल्य की दुकान के संचालन के लिए ईच्छुक है।
उनसे निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र समस्त दस्तावेजो के साथ आमंत्रित किए गए हैं, वे संस्था विहित प्रारूप एक में अपना आवेदन पत्र जारी दिनांक 08 सितम्बर 2020 से 15 दिवस के भीतर अर्थात 22 सितम्बर 2020 तक अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय सराईपाली में कार्यालयीन अवधि में पेश कर सकते हैं। नगर पंचायत बसना में नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान की आबंटन की कार्यवाही छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत की जाएगी। -
महासमुंद : जिला एव सत्र न्यायाधीश महासमुन्द में 02 नग फोटोकाॅपी मशीन खरीदी के संबंध में निविदा 24 सितम्बर 2020 के पूर्व आमंत्रित की गई हैं।
कार्यालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश के क्रय समिति के अध्यक्ष ने बताया कि उक्त निविदा की अधिक जानकारी जिला न्यायालय के वेबसाईट पर उपलब्ध हैं। -
महासमुंद : महासमुंद जिले में 1 जून से अब तक 1172 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 07 सितम्बर 2020 तक 1172 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा सरायपाली विकासखंड में 1340 मिलीमीटर दर्ज की गई।
सबसे कम बारिश पिथौरा तहसीलवार में 745 मिलीमीटर हुई है। बसना तहसील में 1354 मिलीमीटर, बागबाहरा तहसील में 1319 मिलीमीटर और महासमुंद तहसील में 1044 मिलीमीटर दर्ज की गई। जिले में औसत बारिश 1192 से सिर्फ 20 मिलीमीटर दूर है। -
जिले के सभी गौठानों में नगद तोर द्वार कार्यक्रम के तहत् वीएलई, बैंक सखी के माध्यम से
हितग्राहियों को नगद राशि आहरण की सुविधा प्रदान की जाएगी
जिले के 84 गौठानों में ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
महासमुंद : जिले में केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाएं संचालित है। जिनके माध्यम से हितग्राहियों के बैंक खाते में सीधे भुगतान किया जाता है। वर्तमान में गोधन न्याय योजना का लाभ भी जिले के हितग्राहियों को प्राप्त हो रहा है। हितग्राहियों के खाते में जमा राशि के नगद आहरण की सुविधा प्रदान करने के लिये जिला प्रशासन के द्वारा जिले के 84 गौठानों में ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम का शुभारंभ आज किया गया है।
विकासखण्ड नगरीय निकायों के समस्त गौठानों में वी.एल. ई./बैंक सखी के माध्यम से हितग्राहियों को नगद राशि आहरण की सुविधा प्रदान की जा रही हैं। वी.एल.ई./बैंक सखी, डिजी पे एप्लीकेशन के माध्यम से हितग्राहियों के खाते से नगद आहरण की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। यह एक प्रकार का ए.ई.पी.एस. (आधार ईनेबल पेमेंट सिस्टम) है, जिसके लिए हितग्राहियों का बैंक खाता आधार नंबर से लिंक होना अनिवार्य है। हितग्राही नगद आहरण के लिए, अपने आस-पास के गौठान में वी.एल.ई/बैंक सखी से संपर्क कर सकते हैं। नगद आहरण करते समय मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोविड-19 के तहत दिशा-निर्देशों का अनिवार्यतः पालन किया जाना आवश्यक हैं।
इसी कड़ी में आज जिले के अनेक हितग्राहियों ने इसका लाभ उठाया। इनमंे पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम कोदोपाली में बैंक सखी के रूप में कार्यरत श्रीमती वेद भारती द्वारा निरंतर अपने क्षेत्र में भ्रमण कर बैंकिंग सुविधाएॅ उपलब्ध कराई जा रही हैं। ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम के शुभारंभ में अपनी सक्रियता दिखाते हुए उन्होंने गौठान में उपस्थित होकर 20 ग्रामीण हितग्राहियों को कुल 09 हजार रूपए की राशि आहरण कर प्रदाय किया। जिसमें श्रीमती सुभद्रा, श्रीमती जमुना, श्रीमती सोनमति जैसे हितग्राही महिलाएं शामिल थी।
इसी प्रकार सरायपाली विकासखंड के ग्राम पंचायत सिरबोड़ा के श्री नरहरि कुमार द्वारा आज 08 हितग्राहियों को 05 हजार 500 रूपए की नगद राशि आहरण कर उपलब्ध कराया गया। इनमें श्रीमती कुंती, श्री रोशन, श्री किशन, श्री रामलाल सहित अन्य हितग्राही शामिल थे। इसके अलावा महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बरेकेलकला में कार्यरत बैंक सखी श्रीमती ईश्वरी निषाद द्वारा 08 हितग्राहियों को 08 हजार रूपए की राशि नगद आहरण कर प्रदाय किया।
हितग्राहियों ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए ग्रामीणजन बैंकों में जाने से कतरा रहे थे। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा ‘‘नगद तोर द्वार ’’ कार्यक्रम प्रारंभ करने से उन्हें काफी सहुलियतें हुई हैं। जिसके कारण उन्हें अपने निकट के गौठान में राशि आहरण की सुविधा मिलने से काफी प्रसन्न हैं। - जिनके पास दो कमरों वाला घर, जिसमें मरीज को रखने के लिए पृथक कक्ष एवं एक अलग शौंचालय है, वे होम आइसोलेशन की मांग कर सकते हैं
निर्धारित प्रपत्र में नाम, पता, आइसोलेशन की तिथी संबंधी आवश्यक जानकारी भर कर देने के साथ-साथ निजी चिकित्सक का सहमति पत्र लगाना भी अनिवार्य
सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द या होंठ, चेहरे का नीला पड़ने जैसे गंभीर लक्षण महसूस होने पर रैपिड एक्शन टीम द्वारा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल आबंटित किया जाएगा
आइसोलेट होने के दिन से अगले 17 दिनों तक घर में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित होगा और कोई भी घर से बाहर नहीं निकल सकेगा
महासमुंद : राज्य शासन की नई निर्देशिका के अनुरूप जिला प्रशासन ने कोविड-19 धनात्मक प्रकरणों में लक्षण रहित एवं कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने की सहमति दे दी है। लेकिन स्वास्थ्य लाभ एवं संक्रमण रोकथाम को देखते हुए मरीजों के लिए भी निगरानी एवं देख-भाल नियमावाली का पालन करने की बाध्यता भी रखी गई है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति केवल उन्हीं मरीजांे को प्रदाय की जा रही है, जो इसकी निर्देशिका के अनुरूप व्यवस्था पात्रता की शर्तों को पूरा करते करते हैं।उन्होंने बताया कि जिन मरीजों, परिवारों के पास दो कमरों वाला निवास या घर हैं, जिसमें मरीज के रहने के लिए एक पृथक कक्ष एवं अलग शौंचालय हैं, वे होम आइसोलेट होने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए मरीजों को निर्धारित प्रपत्र में अपना नाम, पता एवं होम आइसोलेशन में जाने की तिथि व अन्य आवश्यक जानकारियों सहित उपचार के लिए अपने निजी चिकित्सक का सहमति पत्र लगाना अनिवार्य होता है। साथ ही नियमावली में यह भी उल्लेखित है कि जिनके पास ये सुविधाएं नहीं होंगी उनके लिए कोविड केयर सेन्टर्स में व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि होम आइसोलेशन में जाने के पहले दिन से आगामी 17 दिनों तक मरीज एवं उनके परिजन अपने-अपने घरांे से बाहर नहीं निकल सकेंगे। मरीज को अपने घर के सामने होम आइसोलेशन का सूचना स्टीकर चस्पा करना अनिवार्य है। इस बीच उनके परिजन, मित्रों सहित घरेलू कार्य सेवक, माली, मध्यान्ह भोजन सहायक, वाहन चालक एवं सुरक्षा गाई आदि का प्रवेश घर में पूर्णतः वर्जित होगा। मरीजों को प्रतिदिन जिला स्वास्थ्य से निरंतर दूरभाष के माध्यम से निरंतर संपर्क बनाए रखना होगा। मरीज से सांस लेने में तकलीफ, सीने में लगातार दर्द या दबाव, होंठ, चेहरे का नीला पड़ना, आॅल्टर्ड सेन्सोरियम जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने की सूचना प्राप्त होने पर उन्हें तत्काल समीपस्थ डेडिकेटेड कोविड अस्पताल आबंटित किया जाएगा। जहां, मरीज अपने अटेन्डर के साथ स्वयं के वाहन से आ सकंेगे।
इस संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने के लिए सभी मरीजों को निर्धारित प्रपत्र में अनिवार्यतः अंडरटेकिंग देनी होगी। इसके लिए मरीज या उनके परिजन दूरभाष पर अपने चिकित्सक से समन्वय कर अपने लिए थर्मामीटर एवं पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था पूर्व से सुनिश्चित कर लें। होम आइसोलेशन की अवधि में मरीजों को स्वयं एवं अपने परिजनों की स्वास्थ्य संबंधी अद्यतन जानकारी से जिला स्वास्थ्य दल को दूरभाष पर अवगत कराते रहना होगा। जिला स्तर पर होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम संचालित है। जहां सातों दिन-चैबीसों घंटे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। जरूरत होने पर यहां से भी परामर्श लिया जा सकता है।नियमावली का पालन करवाने एवं सतत निगरानी के लिए पृथक दस्तों का गठन किया गया है। जो निरंतर गश्त करते रहेंगे। यदि होम आइसोलेशन में रहते हुए अंडरटेकिंग का उल्लंघन करते पाया जाता है, तो होम आइसोलेशन की अनुमति निरस्त कर दी जाएगी और कोविड केयर सेन्टर शिफ्ट कर दिया जाएगा साथ में संबंधित के विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है। होम आइसोलेशन के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि जिले में सोमवार 07 सितंबर 2020 तक जिले में कुल 100 मरीजों को होम आइसोलेट किया जा चुका है। होम आइसोलेशन के 17 दिनों की अवधि पूरी होने के बाद भी सर्दी, खांसी या बुखार सहित अन्य लक्षण नहीं मिलने पर जानकारी स्वास्थ्य दल एवं संबंधित चिकित्सक तक प्रदाय की जाएगी। जिसके उपरान्त चिकित्सक द्वारा होम आइसोलशन समाप्त करना है या नहीं इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
मरीज के परिजनों को भी रखना होगा अपना ख्याल- डी.एस.ओ.
मरीजों के स्वास्थ्य लाभ एवं परिजनांे की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर डिस्ट्रिक्ट सर्विलन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने सलाह दी है कि जिन मरीजों के परिवार में बच्चें, 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजूर्ग, गर्भवती महिला या फिर अस्थमा (सांस की बीमारी), मधुमेह, अनियमित रक्तचाप, कैंसर, हृदय विकार या गुर्दे आदि के रोगों से पीड़ित सदस्य हैं, उन्हें मरीज के स्वस्थ होने तक मरीज से पर्याप्त दूरी बनाए रखना चाहिए। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने मरीज के अटेन्डर एवं परिजनों को भी चिकित्सकीय सलाह के अनुसार संबंधित दवाओं का कोर्स पूरा करने की समझाईश दी है। - महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने जिला मुख्यालय वार्ड नम्बर 10, ईमली भाठा, नगर पालिका परिषद् महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड नम्बर 10, ईमली भाठा, नगर पालिका परिषद् महासमुंद के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में सुरेश सेन का मकान, दक्षिण दिशा में डी.के. साहू का मकान, पूर्व दिशा में नेमीचंद अग्रवाल का मकान और पश्चिम दिशा में मंजू पटेल व प्रकाश यादव का मकान शामिल है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री नारद कुमार सूर्यवंशी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुदर्शन बगर्ती को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विपिन कुमार तिवारी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी स्वरूपा भोई को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं।
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महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने वार्ड क्रमांक 15 महात्मा गांधी वार्ड पालिका परिषद महासमुंद के संदिग्ध मरीज़ों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड क्रमांक 15 महात्मा गांधी वार्ड को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं।
इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।उत्तर दिशा में जवाहर की दुकान,दक्षिण में , गांधी चौक,पूर्व दिशा में राधेश्याम अग्रवाल का मकान और पश्चिम दिशा में गुलाबा बाई ढीमर का मकान है ।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री नारद कुमार सूर्यवंशी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर.सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाक्टर आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।
इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रकाश चंद्र तारम को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी तुमगाँव डाक्टर विपिन कुमार राय को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी स्वरूपा भोई को,खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमतीएस. चन्द्रसेन को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री मूलचंद्र चोपड़ा को नियुक्त किया गया हैं।
इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी,ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अबिलंकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - संक्रमण की स्थिति के अनुसार कंटेनमेंट जोन का निर्णय लेंगे
सामान्य मरीज़ों का होगा अब घर मे इलाज़
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि महासमुंद जिले में कोविड-19 से पीड़ितों व ज़रूरतमंदो को मदद पहुंचाने एवं संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी मिलजुल कर उल्लेखनीय काम कर रहे है । कोरोना की आधी जंग हम सफलतापूर्वक जीत चुके हैं। देखने से पता चलता है कि अभी संक्रमण पीक समय है।क़ोरोना वायरस संक्रमण को जड़ से ख़त्म करने के लिए और ज़ोर लगाने की ज़रूरत है और इस लड़ाई को जीतना है।उन्होंने उम्मीद जताई कि स्वास्थ्य एवं सभी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की संयुक्त प्रयास से कोरोना संक्रमण पर विजय प्राप्त करने में हम जरूर सफल होंगे जिले के अगर परिवार में किसी एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सम्पूर्ण परिवार को कोरोना पॉजिटिव मानते हुये तत्काल घर पर ही इलाज़ शुरू कर दिया जायेगा।
ऐसे लोगों को होम आइसोलेशन में रखकर अस्पताल जैसी दवाई-पानी उपलब्ध कराई जायेगी। जिला कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री जी से मिले मार्गदर्शन के बाद आज इस आशय के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अब केवल गंभीर मरीज़ों को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। सामान्य लक्षण वाले मरीज़ों को प्रॉफ्रिलैक्टिक ड्रग किट वितरण होगा।
कोरोना की रोकथाम के संबंध में जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा । कलेक्टर ने कहा की पॉज़िटिव मरीज़ के होम आइसोलेशन के लिएअलग से हवादार कमरा और सेप्रेट टायलट होना ज़रूरी है।मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीईओ डॉ. रवि मित्तल, अति. पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे इस अवसर पर उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री गोयल ने कोविड -19 अस्पताल सहित सभी कोविड सेंटर में खान-पान और साफ-सफाई की उचित व्यवस्था करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी के जरिये इन अस्पतालों की रोज़ निगरानी रखी जायेगी। जिला प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों को निगरानी का दायित्व सौंपा गया है। कोरोना नियंत्रण कक्ष को 24 घण्टे सक्रिय कर दिया गया है।
कलेक्टर ने कहा कि अब पहले से ज्यादा संख्या में मरीज़ों की पहचान हो रही है। इसका एक प्रमुख कारण पहले से ज्यादा संख्या में कोरोना की जाँच की जा रही है । उन्होंने कहा कि जिले में प्रतिदिन लगभग 400 के आसपास टेस्ट हो रहे हैं। इसकी क्षमता बढ़ायी जा रही है । कलेक्ट ने जिले की जनता से आग्रह किया कि घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनना, भीड़-भाड़ से बचे हाथो को बार-बार धोते रहे। -
महासमुंद : महासमुंद जिले में रेत का अवैध उत्खनन करने वालों पर पूरी सख़्ती की जा रही है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सिरपुर के पास अमलोट केडियाडिह मार्ग पर वर्टिकल बैरीयर लगाया गया है ।
मुख्य कार्यपालन अभियंता श्री आर.के.सिन्हा ने बताया कि इस बैरीयर के लग जाने से भारी वाहनो की आवाजाही ओर रोक लगेगी और रेत के अवैध उत्खनन पर भी रोका जा सकेगा ।अब इस मार्ग से छोटे वाहनो की आवाजाही ही हो सकेगी । - काफ़ी समय से हाथ-पैर में सूजन आने की बीमारी से था ग्रस्त
महासमुंद : महासमुंद के मोहारीभाठा निवासी चालीस वर्षीय कोविड-19 पॉज़िटिव मरीज की उपचार के दौरान शनिवार को मेकाहारा में मृत्यु हो गई। वे लम्बे समय से हाथ-पैर में सूजन आने की बीमारी से भी पीड़ित थे और काफ़ी समय से बीमार थे और उनकी दवाइयाँ भी चल रही थी।
जिले में कोविड-19 की बढ़ती जाँच के साथ ही धनात्मक प्रकरणों के आंकड़े बढ़े हैं, बेहतर चिकित्सकीय उपचार से पूरे प्रदेश के साथ जिले में कोरोना के मरीज़ों की ठीक होने की रिकवरी हुई है । एक नवीन प्रकरण के संबंध में जिला स्वास्थ्य से मिली जानकारी के मुताबिक हाल ही में शनिवार 05 सितंबर को महासमुंद के मोहारीभाठा निवासी चालीस वर्षीय कोविड-19 धनात्मक मरीज की मेकाहारा में उपचार के दौरान मृत्यु होने की पुष्टि हुई है। रविवार को निर्धारित प्रोटोकाॅल के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मृतक के संबंध में परिजनों एवं परिचितों से मिली सूचना के मुताबिक वे पहले से ही कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थे और उन्हें हाथ-पैर में सूजन की समस्या बनी रहती थी। जिसके चलते उन्होंने लंबे अरसे तक अपना उपचार करवाया और वे अब तक भारी दवाओं के सेवन भी करते रहे। जिससे तात्कालिक रूपी से उनकी सूजन तो उतर जाया करती थी, लेकिन अल्कालिक स्वास्थ्य लाभ मिलने की बात भी कही जाती रही।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.पी. वारे ने बताया कि लंबे समय से बीमार रहने वाले इस तरह के प्रकरणों में शरीर काफी कमजोर हो जाता है, रोगों से लड़ने की क्षमता भी क्षीण हो जाती है, साथ ही साथ लंबे समय तक भारी दवाओं के सेवन से किडनी संबंधी समस्या से व्यक्ति पीड़ित हो जाता है । शरीर के अलग-अलग अंगों में सूजन, अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं को दर्शाती है। जैसे चेहरे व हाथ पैरों पर सूजन गुर्दे की बीमारी के कारण हो सकती है। जांघों व हाथों पर सूजन दिल की समस्याओं को दर्शाती है वहीं पेट की सूजन लीवर संबंधी समस्या हो सकती है।
डॉ. वारे ने जिले के निवासियों से पुनः अपील कि वे कोरोना से घबराएं नहीं, लेकिन 55 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति अपना विषेष ख़्यालरखें, साथ में जिन्हें किडनी/हृदय रोग, अनियमित रक्तचाप, मुधमेह, गर्देु की तकलीफ या कैंसर जैसी बीमारियां हैं, उन्हें अधिक सावधान रहने की जरूरत है।तहसीलदार महासमुंद श्री मूलचंद एवं चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अनिमेस राय की उपस्थिति मेंआज विधिसम्मत निर्धारित प्रोटोकाॅल में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। - महासमुंद : राज्य सूचना आयोग द्वारा "सूचना के अधिकार" विषय पर मंगलवार 08 सितम्बर 2020 को जिला पंचायत महासमुंद में स्वान के वीसी सिस्टम (Swan Network) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रशिक्षण दिया जावेगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने कहा कि जो विभाग / कार्यालय अपने कर्मचारियों को उक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु नामांकित करना चाहते है, तो वे कु.वर्षा गजभिये, सहा.जिला समन्वयक महासमुंद, मो. नं. 7828898164 से सम्पर्क कर पंजीयन करवा सकते है। - राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम (क्लाइमेट चेंज) में मददगार साबित हो सकती नरवा, गरवा, घुरवा की सीखमहासमुंद : जहां, संयुक्त राष्ट्र संघ प्रदूषण को मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय जोखिम और वैश्विक स्तर कई बीमारी का कारण मानता है। वहीं, इन दिनों कोविड-19 की वैश्विक महामारी ने समूचे विश्व को झकझोर कर रख दिया है। जिसे देख अधिकांश बड़ी शक्तियां प्राकृतिक विपदाओं से बचाव की ओर तवज्जों देने के लिए सिरे से पहल करते नजर आ रही हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग ने भी राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्यक्रम (क्लाइमेट चेंज) के तहत आमूल-चूल सकारात्मक परिणाम पाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और क्रियान्वयन गति को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला स्तर पर लोगों में प्रदूषण के दुष्प्रभाव बतलाकर प्रकृति के प्रति कर्तव्यों की मानसिकता को सही दिशा देने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तारतम्य शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में एक वृहदत्तर आॅनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई।
जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों एवं मितानिन सहायकों को उक्त संबंध में किए जाने वाले क्रियान्वयन के लिए प्रेरित किया गया। प्रशिक्षण में वायु, जल एवं भूमि प्रदूषण के कारकों और दृष्प्रभावों पर अद्यतन जानकारी दी गई। साथ ही अधिकाधिक लोगों को इस दिशा में जागरूक करने की ओर लक्षित किया गया। क्लाइमेट जोन के नोडल अधिकारी श्री ताम्रकार ने बताया कि अब तक जिले में मुख्यालय एवं विकासखण्ड स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अगले क्रम में जमीनी स्तर पर गांव-गांव, गली-मोहल्लों तक प्रदूषणरोधी जागरूकता प्रयास शुरू कर दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रशिक्षण के दौरान यह बात सामने आई कि हाल ही में सरकार द्वारा शुरू किए गए ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरवा, घुरवा बारी की योजना से इस ओर काफी समन्वय मिल सकता है। प्रकृति से जुड़ी इस महत्वकांक्षी योजनांतर्गत बुहुतेरे अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिकों के सहयोग से अच्छा प्रतिफल मिल रहा है, जो कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सकारात्मक क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में काफी मददगार साबित हो सकता है। - प्रदर्शनी का अवलोकन 30 दिनों तक
महासमुंद : नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा बसना विकास योजना प्रारूप 2031 का प्रकाशन प्रदर्शनी नगर पालिका परिषद बसना ज़िला महासमुंद के सभाकक्ष में 4 सितम्बर को किया गया है। समिति के संयोजक उप संचालक राजनांदगाँव श्री सूर्यभान सिंह ठाकुर ने प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर समिति सदस्य व स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।प्रदर्शनी का अवलोकन 30 दिनों तक कार्यालयीन दिवस एवं समय पर किया जा सकता है। प्रारूप विकास योजना की प्रति प्रदर्शनी स्थल पर शुल्क अदायगी के साथ प्राप्त की जा सकती है । बसना विकास योजना प्रारूप एवं मानचित्र के संबंध में आपत्ति एवं सुझाव, प्रदर्शनी स्थल एवं कार्यालय के संबंध में उप संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश महासमुंद में प्रस्तुत किया जा सकता है।
आवेदन के साथ भूमि बी-1, पी-2 खसरा, नक़्शा एवं अन्य भूमि स्वामित संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। - महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने ग्राम तोषगाँव तहसील सरायपाली ज़िला महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम तोषगाँव तहसील सरायपाली ज़िला महासमुंद को नीचे वर्णित चौहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में सड़क, दक्षिण में, हीरा का मकान, पूर्व दिशा में खेत और पश्चिम दिशा में सड़क व खेत है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री कुणाल दूदावत अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री विकास पाटले अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती स्निग्धा तिवारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा डा अमृत लाल को, घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक चंद्रिका कुमार को,खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था केलिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आइ.पी. कश्यप को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री युवराज सिंह कुर्रे को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद: महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल बागबाहरा तहसील के ग्राम तेंदुलोथा कला वार्ड नम्बर 14 के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम तेंदुलोथा कला वार्ड नम्बर 14 कला तहसील बागबाहरा ज़िला महासमुंद को नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में गली संतोष का मकान,दक्षिण दिशा में देवसिंह का मकान,पूर्व दिशा में गली व जोगी तांडी का मकान और पश्चिम दिशा में शंकर तांडी का मकान है ।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री भगत प्रसाद जायसवाल अनुविभागीय दण्डाधिकारी बागबाहरा को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार सुश्री लितेश सिंह अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एम आर यदु को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी बागबाहरा डाॅ0 राजकुमार कुरूवंशी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी भावना गुप्ता को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के आर कोवाची को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी नायब तहसीलदार श्री बलराम तंबोली को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : महासमुंद जिले में 1 जून से अब तक 1167 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 5 सितम्बर 2020 तक 1167 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा सरायपाली विकासखंड में 1400 मिलीमीटर दर्ज की गई ।सबसे कम बारिश पिथौरा तहसीलवार में 745 मिलीमीटर हुई है। बसना तहसील में 1352 मिलिमीटर, बागबाहरा तहसील में 1291 मिलीमीटर और महासमुंद तहसील में 1044 मिलीमीटर दर्ज की गई। जिले में औसत बारिश 1192 से सिर्फ़ 23 मिलीमीटर दूर है।
- महासमुंद : महासमुंद जिले के बसना नगर पंचायत के टाउन हाल में बसना विकास योजना (2031) का प्रकाशन शुक्रवार 4 सितम्बर को किया गया।
- महासमुंद : जिला पंचायत महासमुंद की सामान्य सभा / सामान्य प्रशासन समिति की 7 सितंबर को आयोजित बैठक क़ोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आगामी आदेश तक के लिए स्थगित की गई है ।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जनपद पंचायत बागबाहरा की सामान्य प्रशासन समिति के 8 जुलाई 2020 के पारित प्रस्ताव को विधि संगत नहीं होने के कारण निलंबित कर दिया है। जनपद पंचायत बागबाहरा की सामान्य प्रशासन समिति की दिनांक 8 जुलाई 2020 को जनपद पंचायत सभाकक्ष में आयोजित बैठक में सर्व समिति से 15 वंे वित्त आयोग के मद की राशि प्राप्त होने पर प्राक्कलन बनवानें के पहले अध्यक्ष जनपद पंचायत बागबाहरा से सहमति ली जाकर प्राक्कलन बनवाने तथा तकनीकी स्वीकृति प्राप्त लेने का प्रस्ताव पारित किया था।
वित्त आयेाग मद की राशि का व्यय पंचायत हेतु विकास योजना के अनुसार किया जायेगा एवं ग्राम पंचायत विकास योजना (जी.पी.डी.पी.) तैयार करने हेतु दिशा निर्देश के अध्याय-04 अनुसार ग्राम पंचायत विकास योजना ग्राम पंचायत स्तर पर निर्मित एवं स्वीकृत होगी। जिला एवं जनपद विकास योजना की ड्राफ्ट मार्गदर्शिका के बिन्दु 4.1 एवं 4.2 के अनुसार जनपद पंचायत विकास योजना जनपद पंचायत स्तर पर एवं जिला पंचायत स्तर पर स्वीकृत होगी। पारित किया गया था ।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जनपद पंचायत बागबाहरा के सामान्य प्रशासन समिति के द्वारा पारित संकल्प क्रमांक 04 दिनांक 08 जुलाई 2020 को विधि के प्रतिकूल होने के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 85 (1) (ख) के तहत निलंबित किया गया है। - गिरदावरी कार्य के दौरान शासन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें:-श्री चुरेंद्र
अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों को प्राथमिकता से राहत उपलब्ध करवाएं
महासमुंद : संभागायुक्त श्री जी.आर. चुरेंद्र आज शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महासमुंद जिले में ख़रीफ़ गिरदावरी कार्यों की समीक्षा की।इसके साथ ही अन्य महत्वपूर्ण और राज्य शासन की प्राथमिकता के समसामयिक विषयों पर अधिकारियों से चर्चा की। कमिशनर श्री चुरेंद्र जिला मुख्यालय के स्वान के वीसी सिस्टम के माध्यम से खरीफ गिरदावरी, डायवर्जन, कोविड-19, वृक्षारोपण, गोधन न्याय योजना, गोठान प्रबंधन, विद्यालयों की सफाई और तैयारी की जानकारी ली गई । इसी तरह से तहसील कार्यालय के प्रबंधन आदि विषयों पर मार्ग दर्शन दिया।उनके द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की गई। बैठक में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ.रवि मित्तल डिप्टी, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य डाॅ. एस.पी. वारे अधिकारी डा कलेक्टर श्री राकेश गोलछा, सुश्री पूजा बंसल के वन, कृषि, पशु चिकित्सा के अधिकारी स्वान वीसी हाल में उपस्थित थे। वही सभी तहसील के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, जनपद के मुख्य कार्य पालन अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए शामिल हुए ।
कमिशनर श्री चुरेंद्र ने शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध मे जानकारी ली। कमिश्नर ने गोधन न्याय योजना, गिरदावरी कार्य, जिले में वर्षा की जानकारी, राजस्व प्रकरणों के निराकरण के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि वे स्वयं मैदानी क्षेत्र के दौरे पर जाकर गिरदावरी कार्य का अवलोकन किया। संभागायुक्त ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना क्रियान्वयन,के लिए त्रुटिरहित गिरदावरी कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को मैदानी क्षेत्रों का भ्रमण कर इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने गौठानों मे छायादार, फलदार पौधारोपण, सड़क किनारे लगाए गए पौधों की देखभाल की बात कही।कमिश्नर ने मौक़े पर जाकर गिरदावरी का निरीक्षण किया।
उन्होंने खसरा, गिरदावरी,भूमि रिकार्ड सहित राजस्व विभाग से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। आयुक्त ने राजस्व विभाग से संबंधित अन्य लंबित कार्यों को शीघ्रता से निपटाने के लिए उपस्थित अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। संभागायुक्त ने कहा- प्रत्येक ग्राम में राजस्व, कृषि, उद्यानिकी और अन्य विभागीय अमले का निरीक्षण दल बनाएं और रूके हुए कार्यों को पूरा करें। गिरदावरी कार्य की प्रगति के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी कार्य में अब तक हुई प्रगति के बारे में पाक्षिक रूप से जानकारी देवें। संभागायुक्त ने कहा कि नियमित रूप से की गई गिरदावरी की रिपोर्ट ज़िला कार्यालय को भेजें । उन्होंने कलेक्टर को भी कहा कि राजस्व अमले से गिरदावरी कार्य के बारे में रिपोर्ट लेते रहें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम में राजस्व, कृषि एवं उद्यानिकी एवं अन्य विभागीय अमले का गिरदावरी कार्य समय अवधि में पूरा करें।
कमिशनर श्री चुरेंद्र ने कहा कि गिरदावरी कार्य के दौरान शासन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन होना चाहिए। संभागायुक्त ने कहा कि शासन द्वारा इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण कराने, डायवर्सन के प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पूरा कराने को कहा।
उन्होंने कहा कि सड़क, पानी, बिजली, चिकित्सा एवं जल संसाधन आदि विभागों के सभी अधिकारी आपस में समन्वय रखते हुए टीम भावना के साथ अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राहत उपलब्ध करवाएं।वहीं क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों की जानकारी संकलित कर मय फोटोग्राफ्स आदि के साथ जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाएं। ताकि निर्धारित मापदंडों के अनुसार ज़िला और राज्य स्तर से आवश्यक कार्यवाही हो सकें।
अपने क्षेत्र के एसे बाढ़ अतिवृष्टि से प्रभावित हितग्राहियों को राहत राशि नियमानुसार मुहैया कराए । उन्होंने पंचायत के आय स्रोत बढ़ाने की बात कही ।कमिशनर श्री चुरेंद्र ने ग्रामीण सचिवालय शुरू करने, ग्राम चौपाल और बाज़ार चौपाल के माध्यम से लोगों के काम निपटाने पर भी बल दिया । - लोग मास्क पहने और सोशल डिस्टिन्सिग का पालन करें :- कलेक्टरमहासमुंद : महासमुंद जिले में संदिग्ध मरीज़ों की कोविड-19 की जांच निरंतर की जा रही है । कोविड-19 की RTPCR (Real-Time Reverse Transcription–Polymerase Chain Reaction )और एंटीजन (antigen) से की गई जाँच रिपोर्ट में जिले से अभी तक 74 कोविड-19 पॉज़िटिव मरीज़ों की पुष्टि हुई है। जाँच रिपोर्ट में महासमुंद ब्लाक से सबसे अधिक 33, पिथोरा और सरायपाली ब्लाक से 14-14, बागबाहरा ब्लाक से 11 पॉज़िटिव मरीज़ों की पुष्टि हुई है। सबसे कम बसना नगर पंचायत से सिर्फ़ 2 क़ोरोना पॉज़िटिव पाए गए है।
कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के डिस्ट्रिक्टि सर्विलिन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि RTPCR की जाँच में 53 और एंटीजन से की गई क़ोरोना की जाँच में 21 इस प्रकार अब तक कुल 74 कोविड 19 की पॉज़िटिव जाँच रिपोर्ट आयी है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन जिले में बड़ी संख्या में कोविड -19 के संदिग्ध कीजाँच की जा रही है ।फीवर क्लीनिक में बड़ी संख्या में लोगों ने सर्दी-खांसी और बुखार के टेस्ट करवाने आ रहे है। पॉज़िटिव मरीज़ों का बेहतर उपचार की प्रक्रिया जारी है।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले की जनता से फिर आग्रह किया कि वे मास्क पहनें और सोशल डिस्टेन्सिग का पालन अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि इस महामारी का अभी सिर्फ़ सावधानी और बचाव ही एक मात्र हल है । कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन का पालन करें। - मेकाहारा के विशेषज्ञों से प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सक तैयार, सिम्टोमेटिक मरीजों के लिए अगले बहत्तर घंटों में सक्रिय कर लिए जाएंगे जिला चिकित्सालय के आईसीयू
विकासखण्ड स्तर पर भी बनेंगे कोविड केयर सेंटर, चिन्हान्कन एवं प्रबंधकीय उपबंध शुरू
महासमुंद : जिले में एका-एक तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के प्रकरणों के मद्देनजर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आवश्यकतानुसार एतियात कदम उठाये जा रहे है। संक्रमित मरीजों को उपचार को समुचित चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के दृष्टिगत जिला स्वास्थ्य ने भी समय पूर्व तैयारी के लिए कुछ अहम फैसले लिए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल के निर्देशन में कोविड-19 की माहामारी को नियंत्रित करने के लिए कुछ नवीन एवं संशोधित सेवाएं शुरू की जा रही हैं। डाॅ. वारे के मुताबिक वर्तमान में कोविड केयर सेंटर में क्षतमानुरूप वर्तमान भर्ती एवं डिस्चार्ज संख्या आंकलन अनुसार पर्याप्त बिस्तरों की उपलब्धता है। किन्तु, धनात्मक प्रकरणों के आरोही क्रम में मिलने से अहतियात के तौर पर वैकल्पिक प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है।
इस तारतम्य, जल्द ही जिला मुख्यालय स्थित जय हिन्ह काॅलेज में भी भर्ती व उपचार की सेवाएं प्रारम्भ की जानी है। जिससे दोनों कोविड केयर सेंटर्स जोड़ कर हम कुल तकरीबन छह सौ एसिम्टोमेटिक मरीजों को भर्ती कर उपचारित करने के लिए सक्षम होंगे। डाॅ. वारे ने यह भी बताया कि सभी विकासखण्डों में 100-100 बिस्तरों के कोविड केयर सेंटर्स शुरू करने के लिए भवन चिन्हांकन सहित नैदानिकी यानी उपचार करने वाले चिकित्सकीय दल की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने की कार्यवाही भी प्रगति पर है। जल्द ही विकासखण्ड स्तर पर भी स्थानीय मरीजों को उनके ही क्षेत्र में भर्ती कर उपचारित किया जाना सम्भव हो सकेगा।
वहीं, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल से मिली जानकारी के अनुसार कोविड-19 सिम्टोमेटिक मतलब लक्षण वाले धनात्मक मरीजों को उपचार उपलब्ध कराने के लिए जिला चिकित्सालय यानी डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल में गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू.) की सेवाएं शुरू करने के लिए तैयारियां लगभग पूर्ण की जा चुकी हैं। अब सोमवार से यहां, कोविड-19 आईसीयू के छह एवं हाई डिपेडेन्सी यूनिट में बाइस बिस्तर मिला कर कुल अट्ठाइस मरीजों को भर्ती एवं उपचारित करने के लिए आपेक्षित उपबंधों की समुचित व्यवस्थाएं उपलब्ध होगी।
इधर, गहन चिकित्सा इकाई में चिकित्सकीय अमले की दक्षता बढ़ाने के लिए गुरूवार 3 सितंबर 2020 को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें, मेडिकल काॅलेज हाॅस्पिटल, रायपुर से आए सहायक प्राध्यापक डाॅ. ओ. पी. सुन्दरानी ने जिला स्तरीय चिकित्सकों एवं नर्सिग स्टाफ को अद्यतन उपचार विधि एवं प्रणालियों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया। खासतौर पर, मरीजों को भर्ती करते ही उनमें दिखने वाले लक्षणों को पहचान कर दी जाने वाली दवाओं की डोज और उपचार के दौरान उपयोग में लाई जाने वाली चिकित्सकीय मशीनरी के इस्तेमाल संबंधी तकनीकी जानकारी भी प्रदान की गई।
इस दौरान डाॅ. सुन्दारानी व राज्य से आए प्रशिक्षण दल के विशेषज्ञ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. वारे, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. परदल, कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर, जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार सहित यहां सेवाएं प्रदाय करने वाले चिकित्सकगण व नर्सिंग स्टाफ उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय के कोविड हाॅस्पिटल को अत्याधुनिक वेन्टिलेटर्स, पल्स ऑक्सिमीटर सहित उन तमाम चिकित्सा उपकरणों से लैस किया गया है, जो मरीजों को विषम परिस्थितियों में भी खतरे से बाहर निकालने के लिए मददगार साबित होते हैं।