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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मनरेगा के अंतर्गत तालाब निर्माण में कार्य कर रही हैं महिलाएं, पूर्ण होने पर मछली पालन की योजना
बलरामपुर : तालाब निर्माण से हम लोगों को प्रतिदिन रोजगार मिल रहा है तथा तालाब बनने के बाद हमारे महिला समूहों द्वारा मछली पालन करने की भी योजना है, जिससे यह तालाब हम लोगों के लिए भविष्य में स्थायी आजीविका का साधन हो जायेगा।
ऐसा कहना है दिलासो, सुनिता एवं उमापति का जो विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत करमडीहा-ब के गांधी पारा में तालाब निर्माण में मजदूरी कार्य कर रही हैं। मनरेगा ने उन्हें न केवल रोजगार प्रदान किया है बल्कि भविष्य में स्थायी आजीविका प्रदान करने के संकल्प से जोड़कर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है।
मनरेगा के अंतर्गत निर्माणाधीन तालाब में विगत 15 दिनों से प्रतिदिन 150 से अधिक मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। साथ ही तालाब निर्माण से जल संचयन द्वारा 05 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी।ग्राम पंचायत करमडीहा-ब के गांधीपारा में विगत लम्बे समय से सामुदायिक तालाब निर्माण की मांग स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की जा रही थी, क्षेत्र एवं परिस्थिति का आंकलन कर तकनीकी जानकारों ने तालाब निर्माण हेतु प्रतिवेदन तैयार किया तथा माह मार्च 2021 में 7 लाख 22 हजार की लागत से प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई।
ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक श्री महेश यादव द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत करमडीहा-ब में कुल पंजीकृत जॉब कार्ड धारियों की संख्या 330 है तथा वर्तमान में तालाब निर्माण के साथ-साथ 03 श्रममूलक कार्य चल रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन 250 श्रमिक कार्य में नियोजित हो रहे हैं।
रोजगार सहायक के अनुसार इस तालाब के निर्माण हो जाने के बाद निकट के 10 से भी अधिक किसानों की 05 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी तथा किसान खरीफ के साथ-साथ रबी की फसल भी ले पायेंगे।तालाब निर्माण के बाद स्व-सहायता समूह की महिलाएं मछली पालन कर आजीविका प्राप्त करेंगी। मनरेगा न केवल रोजगार प्रदान करने का माध्यम है अपितु लोगों को भविष्य में भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के साधन निर्मित कर रही है। -
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बलरामपुर : कोविड-19 के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए है, जो आगामी आदेश तक पूरे जिले में प्रभावशील रहेगा।होली मिलन या अन्य किसी भी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति आगामी आदेश पर्यन्त नहीं होगी। होलिका दहन के दौरान सेनेटाईजर, फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का उपयोग करने की शर्त का कड़ाई से पालन करते हुए अधिकतम 05 व्यक्ति उपस्थित रह सकेंगे।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के अंतर्गत सभी पर्यटन स्थलों में आम जनता का प्रवेश प्रतिबंधित तथा सार्वजनिक स्थलों में फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग किया जाना अनिवार्य होगा।उल्लंघन की दशा में राज्य शासन द्वारा समय-समय पर निर्धारित अर्थदण्ड अधिरोपित किया जा सकेगा तथा अर्थदण्ड देने से इंकार करने पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
सभी प्रकार के धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली तथा सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम, सार्वजनिक सभा-धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक आदि भीड़ वाले सभी कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे। धार्मिक स्थल केवल व्यक्तिगत पूजा के लिए खुले रहेंगे एवं किसी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा।
शादी, अंत्योष्टि, दशगात्र अथवा उससे संबंधित आवश्यक कार्यक्रम में केवल 50 व्यक्तियों को शामिल होने की अनुमति रहेगी तथा कार्यक्रम के लिए जिला दण्डाधिकारी/अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी तथा अनुविभागीय दण्डाधिकरियों से नियमानुसार लिखित अनुमति प्राप्त करना अनिवार्य होगा। सभी प्रकार के स्पोर्ट्स, खेलकूद, इवेंट के कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे।
दो पहिया एवं चार पहिया वाहन में क्रमशः 02 एवं 04 व्यक्ति ही बैठ सकेंगे। डी.जे. नगाड़ा अथवा अन्य समस्त प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग आगामी आदेश पर्यन्त प्रतिबंधित रहेगा।अन्य राज्यों से हवाई यात्रा, रेल यात्रा अथवा सड़क मार्ग से जिले में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों को 07 दिवस होम क्वारंटाईन में रहना अनिवार्य होगा।
यदि किसी क्षेत्र में कोविड-19 पॉजीटिव मरीजों की सघनता पायी जाती है तो उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया जायेगा तथा उक्त क्षेत्र के सभी व्यक्तियों को कन्टेनमेंट जोन संबंधी समस्त दिश-निर्देश का पालन करना अनिवार्य होगा।
सभी प्रकार के प्रतिबंधों में शिथिलता का अधिकार जिला दण्डाधिकारी, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व का होगा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार यदि किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद या गंध महसूस नहीं होना, दस्त उल्टी या शरीर में दर्द की शिकायत हो, तो निकटम स्वास्थ्य केन्द्र में कोविड-19 जांच कराना तथा जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक होम क्वारंटाईन रहना अनिवार्य होगा। रिपोर्ट पॉजिटिव होने तथा होम आईसोलेशन हेतु अनुमति प्रदान किये जाने पर अनुमति की शर्तों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। -
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अंतर्विभागीय समन्वय से अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन, जिला मलेरिया मुक्ति की ओर अग्रसर
हाट-बाजार क्लिनिक योजना ने भी मलेरिया मुक्त अभियान में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में मलेरिया मुक्त अभियान व मच्छरदानी वितरण कार्यक्रम का बेहद ही प्रभावशाली असर देखने को मिला है, जिससे मलेरिया परजीवी की दर पहली बार 0.5 के निम्न स्तर तक पहुंच गया है।
मलेरिया एपीआई की दर कम करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा वृहद कार्ययोजना तैयार कर गंभीरता से उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के परिणाम स्वरूप ही यह सफलता हासिल हुई है।जिला मलेरिया उन्मूलन कमेटी के अध्यक्ष तथा कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशन में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने शिविर के माध्यम से तथा मितानिन द्वारा डोर-टू-डोर कैम्पेन कर सघन मलेरिया जाँच से इसके फैलाव को कम करने में बड़ी कामयाबी मिली है।
मलेरिया की समस्या से बलरामपुर दशकों से लड़ रहा है, इसलिए राज्य शासन के मंशानुरूप मलेरिया उन्मूलन के लिए जिले ने गंभीरता से प्रयास किया है।अभियान के दौरान 04 वर्षों से मलेरिया मुक्त जिला बनाने हेतु प्रयास जारी है जिसमें वर्ष 2017 में 6 विकासखण्डों में 03 लाख 99 हजार 514 नग दवा उपचारित मच्छरदानी का वितरण किया गया।साथ ही स्वास्थ्य कैंप लगाकर प्रतिवर्ष 02 से अधिक एपीआई दर वाले उप स्वास्थ्य केन्द्रों में डीडीटी दवा घोल का छिड़काव किया गया, जो मलेरिया उन्मूलन में मील का पत्थर साबित हुआ है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में बनी जिला मलेरिया उन्मूलन कमेटी ने मलेरिया मुक्त जिले की संकल्पना को पूरा करने लिए सघन वन क्षेत्र के दृष्टिगत विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर अंतर्विभागीय समन्वय से अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया।
परिणाम स्वरूप जिला अब मलेरिया मुक्त होने की ओर अग्रसर है। जिले में प्रथम चरण में 05 एपीआई से ऊपर वाले 70 गांवों में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान चलाया गया, जिसमें कुल 1 लाख 16 हजार 650 लोगों की मलेरिया जाँच कर पॉजीटिव मिले 06 मरीजों का पूर्ण उपचार किया गया। साथ ही मलेरिया से बचाव हेतु 01 एपीआई दर वाले ग्रामों में दवा उपचारित मच्छरदानी का भी वितरण किया गया।
जिला में स्वास्थ्य कैंप के माध्यम से तथा मितानिन द्वारा गांव में मलेरिया की जाँच भी की जा रही है। शासन के महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना ने भी जिले के दूरस्थ गांवों से बाजार आने-जाने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के साथ-साथ मलेरिया उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हाट-बाजार क्लिनिक में बुखार से पीड़ित मरीजों का मलेरिया जाँच व उपचार किया जा रहा है, जिससे दूरस्थ अंचल के गांव भी मलेरिया मुक्त हो रहे हैं। वर्ष 2020-21 में जिले के 1 एपीआई से ऊपर वाले 344 गांवों में 2 लाख 76 हजार 199 नग दवा उपचारित मच्छरदानी का वितरण स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है, जो मलेरिया मुक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।
पिछले कुछ वर्षों में मलेरिया मुक्त अभियान के फलस्वरूप एपीआई दर में निरंतर कमी आ रही है तथा जिला मलेरिया मुक्त होने के संकल्प के साथ इस में दिशा में अग्रसर है। -
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बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत् 24 मार्च को मास्क सेल्फी कैम्पेन टीबी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जनसामान्य, यातायात पुलिस, छोटे वाहन चालक, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ’टीबी हारेगा देश जीतेगा और टीबी मुक्त छत्तीसगढ़ की ओर अग्रसर’ स्लोगनयुक्त मास्क का वितरण किया गया साथ ही टीबी बीमारी के बारे में जनजागरूकता के रूप में पम्पलेट्स बांटे गये।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
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बलरामपुर : शासकीय रानी दुर्गावती महाविद्यालय वाड्रफनगर में अध्यापन कार्य हेतु अतिथि व्याख्याता के पद लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार इतिहास एवं बीसीए के अध्यापन हेतु 01-01 पद के लिये 31 मार्च 2021 शाम 5.30 बजे तक रजिस्टर्ड डाक अथवा स्वयं महाविद्यालय में उपस्थित हो कर जमा कर सकते है।
निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नही किया जाएगा। इस संबंद्ध में अधिक जानकारी के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य से सम्पर्क किया जा सकता है। -
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बलरामपुर : सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया है कि कार्यालयीन ई-निविदा आमंत्रण सूचना क्रमांक 1517, दिनांक 25 फरवरी 2021 के द्वारा निविदा क्रमांक 72165, 72174, 72163 एवं 72176 को खोलने की नियत तिथि 26 मार्च 2021 समय प्रातः 11.00 बजे निर्धारित की गई थी। अपरिहार्य कारणों से उपरोक्त निविदा 15 अप्रेल 2021 को समय दोपहर 12.00 बजे तक खोली जायेगी। -
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बलरामपुर : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बसंत सिंह ने जानकारी दी है कि राज्य शासन ने हरिद्वार में होने वाले कुम्भ मेला 2021 में सम्मिलित होने वाले आगंतुकों/श्रद्धालुओं के लिए नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण, नियंत्रण एवं प्रबंधन हेतु भारत सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी का प्रचार-प्रसार किये जाने हेतु निर्देशित किया है।
जारी निर्देशानुसार 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति व 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय, फेफडे और गुर्दे की बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति, कैंसर, मस्तिष्क रोग से पीड़ित तथा गर्भवती महिलाओं को कुम्भ मेला 2021 में आने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।
आगंतुकों/श्रद्धालुओं को यात्रा प्रारंभ करने से पूर्व उत्तराखण्ड सरकार के पोर्टल पर पंजीयन कराना तथा अपने मोबाईल फोन पर हर समय आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करना होगा।साथ ही आगंतुकों/श्रद्धालुओं को कुम्भ मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए निर्धारित प्रारूप पर स्वास्थ्य प्रमाण पत्र तथा प्रवेश के समय से 72 घण्टे पूर्व कोविड-19 आर.टी.पी.सी.आर नेगेटिव जांच रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के निवासियों से अपील हुए कहा है कि वें कुम्भ मेला 2021 में सम्मिलित होने हेतु कोविड-19 के बचाव व सावधानियों के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ही यात्रा सुनिश्चित करें। -
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बालेश्वर राम, राजपुर तथा आर.एस.लाल, कुसमी के नये एसडीएम
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में पदस्थ प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन के लिए आदेश जारी किये हैं।कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार अनुविभागीय अधिकारी राजपुर श्री आर.एस.लाल को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, कुसमी के पद पर तथा डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम को लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, राजपुर का दायित्व सौंपा गया है।
साथ ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज को आगामी आदेश तक जिला कार्यालय में उप जिला निर्वाचन अधिकारी के पद पर पदस्थ किया है।डिप्टी कलेक्टर श्री दीपक निकुंज को जिला जनगणना अधिकारी, नजरात शाखा, सत्कार, राहत, टी.एल. शाखा सहित अन्य महत्वपूर्ण दायित्व भी सौंपे गये है। -
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स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेने योजना से जुड़ने के लिए लोगों में दिखा उत्साह
बलरामपुर : जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना/डाॅ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत् “आपके द्वार आयुष्मान” योजनांतर्गत ईलाज हेतु शासकीय एवं पंजीकृत निजी चिकित्सालयों के साथ-साथ च्वाईस सेन्टरों में भी निःशुल्क आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
इसी क्रम में जिले के विकासखण्ड कुसमी के नक्सल प्रभावित ग्राम चुनचुना-पुंदाग में व्हीएलई द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। एपीएल राशन कार्डधारियों के लिए प्रति परिवार 50 हजार रूपये तक तथा अन्त्योदय व प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारी प्रति परिवार 5 लाख रूपये तक निःशुल्क ईलाज कार्ड के माध्यम से करा सकते है।
ऐसे में पात्र परिवारों के लिए आयुष्मान कार्ड के महत्व को समझा जा सकता है और जब बात ऐसे दूरस्थ अंचलों की हो तब प्रशासन की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि वे शासकीय योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाएं। आयुष्मान कार्ड बना रहे व्हीएलई नाजिर हुसैन ने बताया कि चुनचुना पुंदाग में 140 आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु पंजीयन किया गया है।
यह इलाका ऐसा है जहां नेटवर्क की समस्या रहती है लेकिन लोग बड़े उत्साह के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पहुंच रहे हैं तथा शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में उनकी रूचि साफ नजर आती है।शासन के मंशानुरूप आपके द्वार आयुष्मान के इस वृहद अभियान में व्हीएलई दूरस्थ अंचलों में पहुंचकर शासकीय योजनाओं से लोगों को जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाते हुए सराहनीय पहल कर रहे हैं।
जिले में 594 व्हीएलई “आपके द्वार आयुष्मान” योजनांतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने में जुटे हुए हैं तथा अब तक 1 लाख 77 हजार 313 कार्ड के लिए पंजीयन पूर्ण हो चुका है तथा 70 हजार 671 कार्ड स्वीकृत हो चुके हैं। -
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कोविड-19 के प्रति जन जागरूकता में भी योजना की भूमिका महत्वपूर्ण
अंतर्विभागीय समन्वय से योजना के बेहतर क्रियान्वयन में मिल रही है मदद
बलरामपुर : हाट बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य अमला दूरस्थ अंचलों के हाट-बाजारों में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रहा है। योजना वनांचल एवं दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है, जहां उन्हें आसानी से बीमारी की जांच तथा दवाईयां निःशुल्क मिल जाती है।
जिले में हाट-बाजार क्लिनिक योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में विभागीय समन्वय का बेजोड़ उदाहरण भी देखने को मिल रहा है। जहां जिला स्तरीय विभाग प्रमुख अपने विभागीय दायित्वों के साथ-साथ शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की सूक्ष्म निगरानी कर रहे है।जिले के समस्त साप्ताहिक हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बीमारियों की जांच कर उचित परामर्श एवं निःशुल्क दवाईयां दी जा रही हैं।
साथ ही कोरोना से बचाव तथा वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने में भी हाट-बाजार क्लिनिक योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोविड-19 के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए हाट-बाजारों को बंद रखा गया था, किन्तु नवम्बर 2020 में पुनः इसके संचालन की शुरूआत की गई है।
नवम्बर 2020 से अब तक कुल 6 हजार 24 मरीजों को विभिन्न बीमारियों के लिए जांच उपरांत दवाई तथा परामर्श दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत् बुखार, मलेरिया की जांच एवं उपचार, एचआईव्ही, टी.बी.,रक्तचाप, एनीमिया एवं मधुमेह की जांच तथा उपचार एवं गर्भवती महिलाओं की जांच, शिशुओं का टीकाकरण, नेत्र विकार व डायरिया का उपचार किया जा रहा है। -
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लक्ष्य के अनुरूप कोविड वैक्सीनेशन तथा जांच में लाये तेजी-कलेक्टर
बलरामपुर : संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए लोगों को संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करने तथा मैदानी अमले के कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने को कहा।
कोविड-19 के जांच एवं वैक्सीनेशन में प्रगति लाने तथा संक्रमितों की सतत् जानकारी लेते हुए आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के निर्देश उन्होंने दिये। बैठक में उन्होंने आयुष्मान भारत, चावल की मिलिंग, गोधन न्याय योजना, आश्रम-छात्रावासों में पोषण वाटिका, अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में लंबित निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
कलेक्टर श्री धावड़े ने समस्त विभाग प्रमुखों को प्रत्येक सोमवार को अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित रहने तथा बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय से बाहर न जाने के निर्देश दिये।साथ ही उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को आगामी होली के त्यौहार को देखते हुए शांति समिति की बैठक लेकर कोविड मानकों के अनुरूप ही त्यौहार मनाने आमजनों को निर्देशों से अवगत कराने को कहा।
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री धावड़े ने कोविड-19 संक्रमण के प्रसार के दृष्टिगत गांव और मोहल्ला स्तर पर सरपंच, पंचायत सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सूक्ष्म निगरानी करने को कहा ताकि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के साथ-साथ लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति भी जागरूक किया जाये।लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन कार्य में तेजी लाने के निर्देश उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियांे को दिये। इस दौरान कलेक्टर ने अन्य प्रदेशों में कोरोना संक्रमण को बेहतर ढ़ंग से नियंत्रित करने में प्रशासन की भूमिका तथा उनके अनुभवों व तरीकों से अवगत कराया।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से मनरेगा में मानव दिवस की संख्या बढ़ाने को कहा तथा अप्रेल में शत्-प्रतिशत मानव दिवस सृजन करने के निर्देश दिये।उन्होंने राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत पात्र हितग्राहियों का शत्-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने तथा अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के प्राप्ति के लिए गंभीरता से कार्य करने को कहा।
कलेक्टर श्री धावड़े ने नगरीय निकायों में गोबर खरीदी तथा वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने व उठाव के संबंध में जानकारी ली तथा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को हर संभव मदद करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में नवीन हाट-बाजार तैयार करने के संबंध में कार्य योजना तैयार कर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ करने की बात कही।
कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बन रहे विभिन्न विषयों के लैब का निर्माण उच्चस्तरीय तथा गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए किया जाये तथा जो निजी स्कूलों की तुलना में कमतर न हो।
बैठक के अंत में उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान की गई विभिन्न घोषणाओं के क्रियान्वयन के संबंध में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली तथा बरियों उप तहसील में सप्ताह में दो दिन नायब तहसीलदार को उपस्थित रहने के निर्देश देते हुए पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति, अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, श्री प्रवेश पैंकरा, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा सर्व कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। -
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कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सार्वजनिक स्थानों पर नहीं होगा होली मिलन कार्यक्रम
बलरामपुर : शांति, सौहार्द, समरसता तथा सादगीपूर्वक एवं कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत एहतियात के तौर पर सार्वजनिक स्थानों पर होली मिलन कार्यक्रम न मनाने के आशय से जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठक मे उन्होंने होली त्यौहार मनाने के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों से समिति के सदस्यों को अवगत कराते हुए कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए होली के त्यौहार में सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे।
केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा कोविड-19 से संम्बधित जारी निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य होगा। होलिका दहन कार्यक्रम में सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, सेनेटाईजर का उपयोग तथा बिजली के तार के नीचे होलिका दहन नहीं किया जाएगा। निर्देशों का उल्लंघन करने पर समिति प्रबंधक या संचालक के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
निज निवास में होली मिलन कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले समस्त व्यक्तियों को थर्मल-स्क्रीनिंग कराया जाना, मास्क पहनना, समय-समय पर हैण्ड सेनेटाईजर का उपयोग करना तथा फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा।
होली के अवसर पर समूह में पाँच से अधिक व्यक्तियों का एक साथ घूमना, रेसिडेंसियल काॅलोनियों में होली मिलन, सामूहिक भोज का आयोजन तथा होली के दिन तेज रफ्तार से गाड़ियों को चलाने तथा अधिक साउण्ड वाले सायलेन्सर की गाड़ियाँ प्रतिबंधित रहेंगी।
जिले में होली त्यौहार पर रंग-गुलाल की दुकानों में भीड़ नहीं लगाने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा, अन्यथा संबंधित दुकानदार तथा खरीददार पर जुर्माना लगाया जाएगा। होली पर शराब पीकर वाहन चलाना एवं दो पहिया वाहनों में तीन सवारी तथा डी.जे. बजाना प्रतिबंधित रहेगा।
ध्वनि विस्तारक यंत्र उपयोग के समय एन.जी.टी. एवं शासन के द्वारा ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों कोलाहल अधिनियम, भारत सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। इन शर्तो के उल्लंघन पर भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधि अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बलरामपुर श्री अजय किशोर लकड़ा, उप पुलिस अधीक्षक श्री निशांत गौतम, पार्षद श्री संजय खाखा, लाॅरेंस कुजूर, श्री अजीत सिंह, अंजुम अंसारी सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। -
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सिंचाई सुविधा मिलने से खेती कर बढ़ाई आय, आर्थिक तरक्की का खुला रास्ता
बलरामपुर : बारिश के मौसम के बाद सिंचाई साधनों के आभाव में खेतों के सूखे और वीरान पड़े रहने का दुख किसान से बेहतर कौन समझ सकता है। सिंचाई का समूचित साधन न होने के कारण खेती न कर पाने का सीधा असर उनकी आय और आजीविका पर पड़ता है।
पानी का एक-एक बूंद महत्वपूर्ण होता है तथा संचयन से ही पानी की समस्या दूर हो सकती है। मनरेगा के अंतर्गत कुप निर्माण से विकासखण्ड राजपुर के कोटडीह के रहने वाले लालदेव के खेतों में अब बारह महीने पानी की उपलब्धता है।
बरसात से इतर अन्य मौसमों में लालदेव के सूखे खेत अब लहरा रहे है तथा रबी और खरीफ दोनों फसल लेने से उनकी आय में वृद्धि हुई है। किसान के लिए सिंचाई सुविधा के महत्व के बारे में लालदेव बताते हैं कि खेती-बाड़ी के लिए तीन एकड़ 25 डिसमिल कृषि भूमि तो थी, किन्तु सिंचाई साधनों के आभाव में बारिश के बाद साल भर खेत वीरान पड़े रहते थे।
बारिश के समय जो धान की फसल हो जाती थी, उसी से परिवार का गुजारा होता था। इस दौरान महात्मा गंाधी नरेगा योजना लालदेव के लिए जीवन के परिवर्तन के महत्वपूर्ण कारण बना तथा योजना ने केवल उसके किसानी जीवन में बदलाव लाया अपितु उसके परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना दिया। 2019-20 में महात्मा गंाधी नरेगा से लालदेव गुप्ता के खेत में 2.51 हजार की लागत से बने कुएं से अब उनके खेतों में बारह महीने सिंचाई होती है और वे धान के अलावा गेंहु, सरसांे, मटर की भी फसल लेने लगे हैं। साथ ही लालदेव के खेतों के आसपास के किसानों को भी रबी की फसल में पानी उपलब्ध होने लगा है।
जीवन में आये इस बदलाव से प्रसन्न लालदेव मुस्कुराते हुए बताते हैं कि खेत में कुआं न होने से पूर्व वे केवल बारिश के दिनों में ही धान की खेती कर पाते थे। जिससे मुश्किल से ही 15 से 18 बोरी धान की पैदावार होती थी जिसे बेचकर बड़ी मुश्किल से परिवार की जरूरतों को पूरा किया करते थे।
ऐसे में जब सरपंच श्रीमती सलकुमारी को इस बारे पता चला तो उन्होंने महात्मा गंाधी नरेगा योजना से कुआं बनाने व उससे सिंचाई की समस्या हल होने की बात बताई। उनके सहयोग और ग्रामसभा के माध्यम से जानकारी लेकर अपने खेत में मनरेगा के तहत कुआं बना दिया। कुएं के खुदाई के समय ही इसमें पानी आ गया था और अब गर्मी के दिनों में भी इसमें पानी भरा रहता है।
लालदेव आगे बताते हैं कि इस गर्मी में करेला, बरबटी, टमाटर लगाने की योजना है और कुएं के बन जाने से धान, सरसों तथा गेंहु की पैदावार भी बढ़ी है। कुएं के बनने से आर्थिक तरक्की का रास्ता खुला है और परिवार का भरण-पोषण अच्छे से हो पा रहा है।
लालदेव के सुखद अनुभव के अनुकरण में ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक श्री समडु पैंकरा कहते हैं कि महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ने छोटे जोत के किसानों के जीवन को बेहतर बनाया है। लालदेव के अलावा भगमनिया देवी, रामकेश्वर, रामाधार गुप्ता के खेतों में भी कुआ का निर्माण हुआ है जिससे दोनों मौसम में फसल ले पाने से उनकी आय में भी वृद्धि हुई है। -
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कोविड संक्रमण को देखते हुए आॅनलाईन माध्यम के उपयोग को दें बढ़ावा
बलरामपुर : फोटोयुक्त निर्वाचन नामावली का सतत् पुनरीक्षण अंतर्गत मतदाता सूची संबंधी समस्त प्रकार की सेवाएं जैसे नाम जोड़ना, विलोपन, संशोधन एवं स्थानांतरण के फार्म भरे जा रहे है। जिसे आवेदक द्वारा आॅफलाईन अथवा आॅनलाईन माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। वर्तमान में जिले में कोविड संक्रमण का प्रसार बढ़ रहा है।
संक्रमण के इस काल में हमें आवेदकों/मतदाताओं को निर्वाचन से संबंधित सेवाओं हेतु आॅनलाईन पद्धति से जोड़ना आवश्यक हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सेवा के लिए आॅनलाईन पोर्टल https://voterportal.eci.gov.in/, https://www.nvsp.in/ संचालित है।
इसके साथ ही भारत निर्वाचन द्वारा वोटर हेल्पलाईन मोबाईल एप्प लाँच किया है, जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इन सभी आॅनलाईन पद्धति के माध्यम से मतदाता घर से ही मोबाईल, लैपटाॅप अथवा कम्प्यूटर से फार्म 6, 7, 8 एवं 8क भर सकते हैं।
जिससे मतदाता कम समय में त्रुटि रहित फार्म भर सकेंगे साथ ही एक-दूसरे से न मिलने पर संक्रमण की संभावना कम होगी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिव्यांग मतदाताओं हेतु पृथक से पीडब्ल्युडी मोबाईल एप्प लाँच किया गया है।
जिसमें दिव्यांग मतदाता को अतिरिक्त सुविधा जैसे चिन्हांकन, घर पहुंच सेवा, व्हील चेयर सहायता, दिव्यांग के रूप में नये मतदाताओं का पंजीयन अथवा संशोधन, विलोपन इत्यादि पीडब्ल्यू मोबाईल एप्प के माध्यम से किया जा सकता है।
इस एप्लीकेशन को भी प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। आॅनलाईन माध्यम में किसी प्रकार का समस्या आने पर मतदाता भारत निर्वाचन आयोग के टोल फ्री नम्बर 1950 में कार्यालयीन दिवस व समय पर काॅल कर जानकारी प्राप्त कर सकते है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बालेश्वर राम ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र जारी कर तहसील स्तर एवं मतदान केन्द्र स्तर पर आॅनलाईन माध्यम को अपनाने हेतु आॅनलाईन पोर्टल https://voterportal.eci.gov.in/, https://www.nvsp.in/ एवं वोटर हेल्पलाईन, मोबाईल एप्प एवं पीडब्ल्युडी मोबाईल एप्प का अधिक से अधिक उपयोग करने हेतु प्रोत्साहित करने को कहा है। -
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बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा होली के अवसर पर 29 मार्च 2021 दिन सोमवार को शुष्क दिवस घोषित किया गया है। इस दिन जिले की समस्त देशी/विदेशी मदिरा दुकानें बंद रखी जावेगी तथा इस दिन मदिरा का विक्रय पूर्णतः बंद रहेगा। -
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बलरामपुर : जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का ने बताया है कि राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत आगामी आदेश तक समस्त शासकीय/अशासकीय स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उक्त आदेश के परिपालन में एहतियात के तौर पर जिले के समस्त स्कूल बंद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को छोड़कर अन्य कक्षाओं की परीक्षाएं नहीं ली जाएगी तथा समस्त विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जायेगा।कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आॅफलाइन पद्धति से ही ली जायेगी।
इन परीक्षाओं में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपाय केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किये गये निर्देशों के अनुरूप किये जाएंगे। -
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जिले के समस्त विकासखण्डों का भ्रमण कर सुपोषण के प्रति लोगों को करेगा जागरूक
बलरामपुर : “सही पोषण देश रोशन” का संदेश लेकर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पोषण रथ को स्वास्थ्य एवं महिला कल्याण समिति की अध्यक्ष श्रीमती गीता सोन्हा व सदस्यों ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन परिसर से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा अगामी 03 वर्षों तक कुपोषण, बौनापन तथा एनीमिया के दर को कम करने के लिए राष्ट्रीय पोषण पखवाड़ा 16 मार्च 2021 से 31 मार्च 2021 तक आयोजित किया गया है। पोषण रथ जिले के सभी 06 विकासखण्डों में जाकर बच्चों, शिशुवती व गर्भवती माताओं को पोषण के प्रति जागरूक करेगा।
इसके साथ ही गांव-गांव में सुपोषण रथ के माध्यम से राज्य शासन की सुपोषण संबंधी योजनाओं व महत्वपूर्ण जानकारियों का प्रचार-प्रसार किया जायेगा। पोषण रथ द्वारा आॅडियो के माध्यम से “पोषण के एक हजार दिवस” के महत्व के बारे में आमजनों को जानकारी दी जायेगी।
पोषण पखवाड़ा के दौरान पोषण रथ द्वारा एनीमिया, डायरिया, स्वच्छता तथा पौष्टिक आहार, साफ-सफाई एवं स्वच्छता पर आधारित संदेश प्रसारित किया जायेगा। जिले में 02 पोषण रथ के माध्यम से सुपोषण व स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी प्रदान करने के लिए 06 विकासखण्ड के 468 ग्राम पंचायतों को लक्षित किया गया है।
पोषण पखवाड़ा के दौरान बच्चों, महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन हेतु माह के प्रत्येक दिन के लिए थीम तैयार किया गया है।इन्हीं थीम पर आधारित विभिन्न गतिविधियां प्रतिदिन आयोजित की जा रही है। स्तनपान व पूरक पोषण आहार के द्वारा कुपोषण को कम करने के बारे में भी महिलाओं को जानकारी दी जा रही है।
साथ ही अन्य गतिविधियों में मुख्य रूप से किचन, गार्डन के माध्यम से घरों में साग-सब्जी लगाने के लिए प्रेरित करने तथा ताजी हरी सब्जी का सेवन करने के फायदों से भी अवगत कराया जा रहा है।पोषण पखवाड़ा में सुपोषण की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजिटल माध्यम का भी उपयोग किया जायेगा ताकि अधिक से अधिक लोग सुपोषण के प्रति जागरूक हो।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं महिला कल्याण समिति के सदस्य श्री विनोद जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य श्री राजेश यादव, वाड्रफनगर नगर पंचायत के अध्यक्ष अमित यादव, विधायक प्रतिनिधि विधानसभा क्षेत्र प्रतापपुर श्री अर्जुन यादव तथा महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री जे. आर. प्रधान उपस्थित थे। -
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राजस्व एवं खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने की कार्यवाही
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज की अगुवाई में राजस्व एवं खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने रामानुजगंज अनुभाग के सात राईसमिलों को मिलिंग में लापरवाही बरतने के कारण सील कर दिया है।
जिला खाद्य अधिकारी श्री शिवेन्द्र काम्टे ने बताया कि राईसमिलों द्वारा एफसीआई अरवा मीलिंग में लापरवाही बरतने तथा चावल उपार्जन आदेश 2016 का उल्लंघन पाए जाने के कारण उक्त कार्यवाही की गई है।सील किये गए राइस मिलों में मां वैष्णवी राईसमिल, आर.के. राईसमिल, जय मां दुर्गा राईसमिल, राजकुमार राईसमिल, मनोकामना राईसमिल, मां लक्ष्मी राईसमिल तथा जय वीर हनुमान राईसमिल शामिल है। -
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दिव्यांगजनों ने प्रशासन का जताया आभार, कहा-आने-जाने में होगी आसानी
बलरामपुर : समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। शारीरिक रूप से अक्षम दिव्यांग व्यक्तियों को उनके आवागमन की सुविधा के लिए ट्रायसायकल प्रदान करने की योजना है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर ने 03 दिव्यांगों को संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में ट्रायसायकल प्रदान किया। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने दिव्यांगों द्वारा प्राप्त आवेदन पर उप संचालक समाज कल्याण को तत्काल कार्यवाही करते हुए ट्रायसायकल वितरित करने के निर्देश दिये थे।
विकासखण्ड वाड्रफनगर के बसंतपुर निवासी श्री हरीशंकर, करमडीहा निवासी श्री रामप्रेम कनौजिया तथा ग्राम गोबरा निवासी सरजू खैरवार को ट्रायसायकल प्रदाय किया गया।सभी दिव्यांगजनों ने कलेक्टर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ट्रायसायकल मिलने से उन्हें आने-जाने की समस्या नहीं होगी तथा अन्य व्यक्तियों पर निर्भरता कम होने से हम अपना काम आसानी से कर पाएंगे। -
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कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सादगीपूर्ण मनाये होली का त्यौहार-कलेक्टर
बलरामपुर : कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए एहतियात के तौर पर सार्वजनिक स्थानों पर होली मिलन कार्यक्रम नहीं होगा। इस आशय से कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री श्याम धावड़े द्वारा जिले में होली त्योहार मनाने निर्देश जारी किए गए है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार होली के त्यौहार में सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे। केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा कोविड-19 से संम्बधित जारी निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य होगा।होलिका दहन कार्यक्रम में सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, सेनेटाईजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा तथा बिजली के तार के नीचे होलिका दहन नहीं किया जाएगा।
निर्देशों का उल्लंघन करने पर समिति प्रबंधक या संचालक के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवही की जाएगी। निज निवास में होली मिलन में सम्मिलित होने वाले समस्त व्यक्तियों को थर्मल-स्क्रीनिंग कराया जाना, मास्क पहनना, समय-समय पर हैण्ड सेनेटाईजर का उपयोग करना तथा फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा।
होली के अवसर पर समूह में पाँच से अधिक व्यक्तियों का एक साथ घूमना, रेसिडेंसियल काॅलोनियों में होली मिलन, सामुहिक भोज का आयोजन तथा होली के दिन तेज रफ्तार से गाड़ियों को चलाने तथा अधिक साउण्ड वाले सायलेन्सर की गाड़ियाँ प्रतिबंधित रहेंगी।
जिले में होली त्यौहार पर गुलाल की दुकानों में भीड़ नहीं लगाने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा, अन्यथा संबंधित दुकानदार तथा खरीददार पर जुर्माना लगाया जाएगा। होली पर शराब पीकर वाहन चलाना एवं दो पहिया वाहनों में तीन सवारी तथा डी.जे. बजाना प्रतिबंधित रहेगा।
ध्वनि विस्तारक यंत्र उपयोग के समय एन.जी.टी. एवं शासन के द्वारा ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों कोलाहल अधिनियम, भारत सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। इन शर्तो के उल्लंघन पर भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधि अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। -
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पशुओं की देखरेख, अच्छे नस्ल के पशुओं का चयन, पशुधन बीमा तथा पशुधन विकास से जुड़े विभिन्न शासकीय योजनाओं की दी गई जानकारी
बलरामपुर : जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता का आयोजन विकासखण्ड कुसमी के पशु चिकित्सालय परिसर में आयोजित किया गया।प्रदर्शनी में पशुपालकों को पशुओं की देखरेख, अच्छे नस्ल के पशुओं का चयन, पशु आहार, टीकाकरण, पशुओं के इलाज, कृत्रिम गर्भाधान पशुधन बीमा, पशुओं के लिए आवास, तथा पशुधन विकास से जुड़े विभिन्न शासकीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिंतामणी महाराज ने प्रदर्शनी में शामिल होकर पशुपालन के तौर-तरीकों को समझा, नस्लों के चयन तथा पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने एवं शासकीय योजनाओं के बारे में जानकारी ली।उन्होंने पशुधन विकास विभाग द्वारा प्रदर्शनी के माध्यम से दूरस्थ अंचलों के पशुपालकों को जानकारी देने एवं प्रोत्साहित करने के पहल की सराहना की। प्रदर्शनी में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता पशुओं के पालकों को पुरूस्कार वितरित कर उत्साहवर्धन किया गया।
संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिंतामणी महाराज ने प्रदर्शनी में पहुंचे जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि पशुपालकों के कल्याण तथा उनकी आय बढ़ाने के लिए शासन प्रतिबद्ध है तथा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किये गये हैं।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि जानकारी के अभाव में दूरस्थ अंचलों के पशुपालकों को शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित न किया जाये बल्कि इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से उन्हें निरंतर प्रोत्साहित किया जाये। पशुपालकों को पशुपालन से जुड़ी जानकारी, बीमारियों से पशुओं के बचाव तथा उन्नत नस्ल के पशुओं के बारे में जानकारी दें ताकि उनकी आमदनी बढ़ाई जा सके।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं श्री बी.पी. सतनामी ने संसदीय सचिव श्री चिन्तामणी महाराज को परिसर का भ्रमण कराते हुए गाय, बकरी, कुक्कुट के विभिन्न प्रजातियों तथा उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए इन नस्लों के पालन से पशुपालकों को होने वाले लाभ से अवगत कराया।
गायों के गिर, साहीवाल, मुर्रा तथा छत्तीसगढ़ के जलवायु के अनुकूल बकरियों के जमनापारी और बारबारी नस्लों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।पशु चिकित्सकों ने भी प्रदर्शनी में पहुंचे पशुपालकों को पशुओं के देखभाल एवं प्रबंधन, आवासीय व्यवस्था, साफ-सफाई, पशुधन बीमा, समय पर टीकाकरण, बीमारियों के पहचान, कृत्रिम गर्भाधान तथा बधियाकरण के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। साथ ही पशुओं तथा उनके उत्पादों से जुड़़े व्यवसाय के बारे में बताते हुए विभागीय योजनाओं तथा वित्तीय सहायता से अवगत कराया। इस दौरान पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुपालकों के जागरूकता के लिए विभिन्न पम्पलेट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री हुमंत सिंह, जिला पंचायत सदस्य श्री अंकुश सिंह, श्रीमती हीरामनी निकुंज, नगर पंचायत अध्यक्ष श्री गोवर्धन राम, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दीपक निकुंज, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री मनोज तिर्की, पशुचिकित्सक श्री अभिषेक पाण्डेय सहित गणमान्य नागरिक एवं पशुपालक उपस्थित थे। -
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गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को चिरायु योजनांतर्गत निःशुल्क ईलाज की सुविधा
बलरामपुर : विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम बसेराकला निवासी श्री राजकुमार का बेटा कपिलदेव पचेड़ीपारा आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित रूप से जाता था। सामान्य रूप से दिखने वाला कपिलदेव शान्त एवं सुस्त रहता था तथा बच्चों की तरह उसके स्वभाव में चंचलता नहीं थी।चिरायु योजनांतर्गत स्वास्थ्य दल द्वारा बसेराकला के पचेड़ीपारा आंगनबाड़ी केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कपिलदेव की जांच की गई।
जांच में पाया गया कि कपिलदेव के दिल में छेद है तथा उसे समुचित उपचार के लिए अन्यत्र ले जाने की आवश्यकता है। राजकुमार के लिए बड़े शहर ले जाकर अपने बेटे का इलाज करा पाना संभव नहीं था। ऐसे में चिरायु योजनांतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कपिलदेव को रायपुर ले जाकर निजी अस्पताल मे उसकी सफल सर्जरी कराई।
सर्जरी उपरांत कपिलदेव अब पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गया है तथा अन्य बच्चों की तरह सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा है। दिल में छेद होने की वजह से बच्चे ठीक से खेलकूद नहीं पाते हैं और न ही दौड़ पाते हैं क्योंकि जल्द ही उनका दम फूलने लगता है और शरीर थक जाता है तथा इसका एकमात्र ईलाज आॅपरेशन ही है।
ज्ञात है कि चिरायु योजनांतर्गत चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों का दल विभिन्न शासकीय स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों मंें समय-समय पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराती है। सामान्य बीमारियों से ग्रसित बच्चों को संस्था स्तर पर ही चिरायु दल द्वारा उपचार प्रदान किया जाता है एवं गम्भीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों को राज्य नोडल एजेंसी द्वारा अनुमोदन उपरान्त रायुपर के निजी चिकित्सालयों में निःशुल्क उपचार कराया जाता है।
कपिलदेव के पिता राजकुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी में जांच के दौरान कपिलदेव के दिल में छेद होने की बात पता चली। तत्पश्चात स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उसे रायपुर ले जाया गया, जहां सम्पूर्ण जांच उपरांत दिल में बड़ा छेद होने के कारण कपिलदेव को सर्जरी की सलाह दी गई।
राजकुमार ने आगे बताया कि इसी बीच कोविड-19 के कारण हुए लाॅकडाउन की वजह से बच्चे को इलाज हेतु कहीं ले जाना संभव नहीं हो पा रहा था। बच्चें की शारीरिक स्थिति को देखते हुए उन्होंने जिला प्रशासन से सहायता मांगी तथा वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से चिरायु योजनांतर्गत कपिलदेव का श्री सत्य सांई हाॅस्पिटल रायपुर में सफल सर्जरी हुई। सर्जरी उपरांत थोड़ी देर खड़ा न होने वाला कपिलदेव पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गया है, चिरायु योजना से कपिलदेव कोे नवजीवन मिला है।
राजकुमार जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि आॅपरेशन से मेरे बच्चे की जिन्दगी बेहतर हुई है तथा वह अब सामान्य बच्चों की तरह खेलकूद सकता है। राजकुमार के चेहरे की मुस्कान यह बताती है कि चिरायु योजना ने कैसे उसके बच्चे का बचपन लौटा दिया है और यह इस योजना की सार्थकता भी सिद्ध कर रही है। -
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बलरामपुर : जिला साक्षरता मिशन बलरामपुर के जिला परियोजना अधिकारी श्री ओम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पढ़ना-लिखना अभियान के तहत जिले के विकासखण्ड राजपुर, बलरामपुर, रामचंद्रपुर, वाड्रफनगर एवं कुसमी के चिन्हांकित नगरीय निकाय के वार्ड तथा ग्राम पंचायतों के स्वयं सेवी शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर के माध्यम सम्पन्न हुआ। उन्होंने ने बताया कि प्रशिक्षण में पढ़ना-लिखना अभियान का परिचय, वातावरण निर्माण, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, डिजिटल माध्यमों का उपयोग, कक्षा संचालन एवं पठन-पाठन गतिविधियों से संबंधित विषयों की जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी स्वयंसेवी शिक्षक अपने नगरीय तथा ग्राम पंचायतों में चयनित किए गए साक्षरता केंद्रों में असाक्षरों को 2 घंटे आखरी झापी किताब के माध्यम से पढ़ाने का कार्य करेंगे। स्वयंसेवी अनुदेशकों के द्वारा असाक्षरों को 120 घंटा स्वयंसेवी भावना से निशुल्क पढ़ाया जायेगा। -
'द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा'
मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दी गई अधिनियम की विस्तारपूर्वक जानकारी
बलरामपुर : वन अधिकार अधिनियम 2006, पेसा अधिनियम 1996 तथा अनुसूचित क्षेत्र में भूमि क्रय-विक्रय की धारा 170-ख के विषय में आदिम जाति अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान रायपुर द्वारा संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।प्रशिक्षण में वनाधिकार कानून की पृष्ठभूमि एवं प्रस्तावना, परिभाषाएं एवं विशेषताएं, अधिनियम के क्रियान्वयन की संस्थागत व्यवस्था, सामुदायिक वनाधिकार तथा वन संसाधन अधिकार, पांचवीं अनुसूची क्षेत्र एवं पंचायत उपबंध, पेसा अधिनियम की प्रमुख विशेषताएं एवं छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा कानून एवं संबंधित अन्य व्यवस्था में किये गये बदलाव तथा छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता के अधीन धारा 170 ख, आदिम जनजाति की जमीन अंतरित करने के संबंध में प्रावधान, गैर कानूनी तरीके से अंतरित जमीन के प्रतिवर्तन की व्यवस्था तथा प्रतिवर्तन मेंअधिकारियों की जिम्मेदारी तथा भूमिका के संबंध में प्रशिक्षुओं को मास्टर ट्रेनर श्री विभोर देव एवं श्री प्रखर जैन के द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रशिक्षक विभोर देव ने वनाधिकार अधिनियम 2006 से जुड़ी सूक्ष्म जानकारी देते हुए जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति तथा ग्राम सभा के दायित्वों के बारे में बताया।
वहीं प्रशिक्षक प्रखर जैन ने पेसा अधिनियम 1996 से जुड़े प्रावधानों के बारे में बिन्दुवार चर्चा करते हुए पेसा का मूल उद्देश्य, ग्रामसभा का गठन, ग्राम सभा के अधिकारों से जनजाति समाज प्रमुखों तथा पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत कराया। प्रशिक्षण मेंं शामिल हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने वनाधिकार अधिनियम, पेसा कानून तथा भू-राजस्व संहिता के धारा 170-ख को अति महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अधिकारियों को इन नियमों की स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए ताकि पात्र हितग्राहियों को उनका अधिकार मिले तथा वे शासन के योजना से लाभान्वित हो।
प्रशिक्षण में जिला स्तरीय वनाधिकार समिति, विकासखण्ड स्तरीय वनाधिकार समिति के सदस्य, जनजाति समाज प्रमुख, पंचायत प्रतिनिधि, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री आर.के.शर्मा, वन परिक्षेत्राधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित -
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राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बैंक सखी, बैंक मित्रों तथा पीआरपी को मिला प्रशिक्षण
बलरामपुर : जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति के निर्देशानुसार राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के एफएलसीआरपी, बैंक सखी, बैंक मित्र, पीआरपी हेतु जिला स्तरीय एकदिवसीय वित्तीय साक्षरता सह समूह संगठन के दोहरी प्रमाणीकरण विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।दोहरी प्रमाणीकरण विषय पर बैंक के प्रतिनिधियों के द्वारा कियोस्क बैंकिंग, डिजिटल बैंकिंग, डिजिटल बैंकिंग फ्रॉड से बचने एवं नियमों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के क्रम में अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री आर.के.नायक ने पेंशन बीमा के फायदे एवं क्लेम सेटलमेंट तथा बैंक सुविधाओं के विस्तार, वित्तीय समावेशन एवं साक्षरता तथा बैंकिंग प्रणाली से जुड़े किसी भी समस्या के लिए हर संभव सहयोग की बात कही। एनआरएलएम के अधिकारियों ने दोहरे खाते को किस तरह ठीक करना है एवं बैंक लिंकेज के राशि का आहरण कर आजीविकामूलक गतिविधियों में उपयोग करने संबंधी जानकारी दी। प्रशिक्षकों ने बैंक अथवा बैंक सखी के माध्यम से समूह सदस्यों को घर पहुंच सेवा से जोड़ कर समय की बचत के साथ ही व्यक्सितगत बचत करने के विषय पर प्रकाश डाला। रिसोर्स पर्सन द्वारा जनपद पंचायतों से आये कैडर को जमीनी स्तर पर आ रही समस्या का समाधान भी प्रशिक्षण के दौरान किया गया। ग्रामीण बैंक व एक्सिस बैंक से आये हुए शाखा प्रबंधकों ने बैंकिंग सर्विसेज एवं समूह सदस्यों को ऋण खाते से वितरण सुनिश्चित करने, सुकन्या समृद्धि योजना एवं खाता से मोबाइल लिंक करवाना जैसे सुविधाआें के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण उपरांत महिलाओं ने इसे उपयोगी बताते हुए कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से बैंकिंग प्रणाली से जुड़ी नई-नई जानकारियां तथा सुविधाओं के बारे में पता चलता है, समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण का आयोजन किया जाना चाहिए।