- बलरामपुर : 22 अप्रैल 2020/ जिले के समस्त मदिरा की दुकानें 28 अप्रैल तक के लिए बंद रहेंगी। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2020 तक जिले के समस्त देशी-विदेशी मंदिरा की दुकानें और जिले मे स्थित देशी मदिरा के मद्य भंडारगारों को बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने नोवेल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए दुकानों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले की पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
- लॉकलाउन के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के 1 लाख 13 हजार 801 हितग्राही लाभान्वितबलरामपुर : कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण की रोकथाम के लिये शासन ने अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर रोक लगायी है। इन सेवाओं के बंद होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन शासन की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं ऐसी है जिनके अवरूद्ध होने से व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। शासन ने ऐसी महत्वपूर्ण और अतिआवश्यक योजनाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 माह से 6 वर्ष के कुपोषित एवं एनीमिक बच्चे तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग एनीमिक महिलाओं को दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संबंध हमारे नौनिहालों के स्वास्थ्य से है, इसलिए उनके लिए पोषण आहार का वितरण प्रारम्भ किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन बच्चों को तय मानक के अनुसार निर्धारित मात्रा में सूखा अनाज उनके घर पहुंचाया जा रहा है।जिला महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी है कि पूरक पोषण आहार वितरण के दौरान कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोरोना वायरस से बचाव के सभी मानकों का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। ज्ञातव्य है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से बच्चों के लिए आवश्यक पूरक पोषण आहार प्रदान किया जा रहा था, किन्तु कोरोना वायरस से बचाव के लिए आंगनबाड़ियों को बंद किया गया, ताकि इसके सामुदायिक प्रसार को रोका जा सके। आंगनबाड़ियों के बंद होने से हितग्राहियों का शारीरिक विकास एवं एनीमिया से मुक्ति दिलाने उनको जरूरी पोषण मिलता रहे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर हितग्राहियों को चावल, गेंहू, दाल, पौष्टिक आहार की सूखा अनाज का पैकेट पहुंचा रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ही अनाज का पैकेट तैयार किया जा रहा है, जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों के जरूरत का भी ख्याल रखा जा रहा है।लॉकडाउन के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के 06 से 36 माह के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 52 हजार 604 बच्चों, 03 से 06 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 39 हजार 515 बच्चों एवं महतारी जतन योजनाजतन अन्तर्गत् 10 हजार 516 गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा खाद्यान्न सामग्री घर-घर जाकर प्रदान किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अन्तर्गत 10 हजार 202 शिशुवती माताओं एवं 15 से 49 वर्ष आयु के एनीमिया पीड़ित 854 महिला हितग्राहियों को सूखा खाद्यान्न सामग्री चावल, मिक्स दाल, रस्सेदार सब्जी, आलू, सोयाबीन बड़ी एवं चना का पैकेट बनाकर प्रदान किया गया है। साथ ही सबला पोषण आहार योजनान्तर्गत 110 हितग्राहियों को वितरण किया गया।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन लागू किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कई छात्र-छात्राएं कोटा (राजस्थान) के शिक्षण संस्थानों में अध्ययन हेतु गये थे। लाॅकडाउन लागू होने के कारण वहां फंस गये हैं। उनके आवास/भोजन एवं अन्य समस्याओं को पालकों द्वारा जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कोटा (राजस्थान) अध्ययन हेतु रूके छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीस एस. को नोडल अधिकारी नियुक्त है। इनका मोबाईल सम्पर्क नम्बर 097877-89074 है।
- बलरामपुर : विकाखसण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत कोटागहना में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान में बी.पी.एल. राशन कार्ड धारियों द्वारा निर्धारित मात्रा से कम राशन दिये जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर के प्रतिवेदन अनुसार खाद्य निरीक्षक से जांच कराया गया। खाद्य निरीक्षक ने स्थल पंचनामा तथा हितग्राहियों के कथन सहित यह पाया कि शासकीय उचित मूल्य दुकान कोटागहना का संचालन ग्राम पंचायत कोटागहना के सरपंच अगस्टिन खलखो द्वारा किया जा रहा था। सरपंच द्वारा माह अप्रैल एवं मई 2020 के राशन वितरण कम खाद्यान्न वितरण किया जाना पाया गया। जो छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण की कण्डिका 11(5) एवं 16(1)(3)(4)(5) का स्पस्ट उल्लघंन है। जो आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा-3/7 के तहत् दण्डनीय है। खाद्य निरीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा द्वारा उक्त दुकान को निलंबित कर ग्राम पंचायत पहाड़खडुआ में संलग्न कर दिया गया है तथा दुकान संचालक अगस्टिन खलखो के विरूद्ध विधिसम्मत कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी राजपुर को प्रथम सूचना दर्ज करने निर्देशित किया गया है।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के प्रभावी रोकथाम तथा नियंत्रण के लिए प्रशासन सक्रियता के साथ जुटा हुआ है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा तथा पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा लगातार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे है। अंतरराज्यीय सरहदी क्षेत्रो, आश्रय स्थलों तथा स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के साथ ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश भी दे रहे हैं। इसी क्रम में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक रामानुजगंज स्थित जिला जेल तथा कन्हर के निकट सीमावर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को लॉकडाउन का पालन करवाने के निर्देश भी दिए।कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने रामानुजगंज स्थित जिला जेल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। जेल में भी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने तथा इससे बचाव के उपायों के अपनाने हेतु शासन द्वारा निर्देश जारी किए गए थे। कलेक्टर ने जेल अधिकारियों के साथ परिसर का भ्रमण कर कैदियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कैदियों के रहने की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के साथ ही स्वच्छ्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। कलेक्टर ने कैदियों को कोरोना से बचाव के सभी उपाय अपनाने को कहा। कैदी सामाजिक दूरी का पालन करे, हाथों को अच्छी तरह धोएं तथा मास्क का प्रयोग करें। उन्होंने जेल अधिकारी से कैदियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण तथा मिल रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने बताया कैदियों को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है तथा एहतियात के तौर पर कैदियों के रैंडम सैम्पल लेकर जांच की जाएगी। उन्होंने कैदियों से चर्चा कर उनको मिल रहे भोजन तथा सुविधाओं के बारे में भी पूछा। इसके पश्चात कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कन्हर के तटीय सीमावर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण किया और आवागमन के सभी संभव रास्तों की सतत निगरानी करते हुए प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने पुलिस अधिकारियों को महत्वपूर्ण रास्तों के अतिरिक्त वैकल्पिक रास्तों पर कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री नितेश गौतम, तहसीलदार भरत कौशिक, मुख्य नगरपालिका अधिकारी रामानुजगंज श्री सुमित मेहता सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।
- बलरामपुर: वर्तमान कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण का वैश्विक प्रभाव देखा जा रहा है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने हेतु लागू लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्य भी प्रभावित हुए है। वर्तमान में खेतों में रबी की फसल तैयार हो चुकी है। कृषि कार्य तथा कृषिगत् गतिविधियों के समयबद्ध होने से फसलों की कटाई तथा विपणन के कार्य को नहीं टाला जा सकता है क्योंकि कृषि कार्यों में देरी से नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। किन्तु वर्तमान में कोरोना वायरस के प्रभाव तथा प्रसार को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। शासन ने इस दिशा में पहल करते हुए कृषि कार्यों की सशर्त अनुमति प्रदान की है।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि रबी की फसल तैयार हो चुकी है और कृषक इस मौसम में तैयार फसलों की कटाई करते हैं। कोरोना वायरस से बचाव के उपायों का पालन करते हुए कृषक अपने फसलों की कटाई कर सकते है। कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर द्वारा फसल कटाई के दौरान कोरोना वायरस से बचाव हेतु अपनाएं जाने वाले उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई है, इनका पालन कृषकों को करना होगा। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री पांडु राम पैंकरा ने बताया कि कुछ सामान्य बातों को ध्यान में रखकर कोरोना वायरस के खतरे को टाला जा सकता है। इन उपायों में प्रमुख रूप से सामाजिक दूरी, हाथों को बार-बार धोना, व्यक्तिगत् स्वच्छता, चेहरे पर मास्क, औजारों की सफाई शामिल है।कृषकों एवं श्रमिकों को कृषि कार्यों के दौरान सामाजिक दूरी और सुरक्षा उपायों को अपनाना जरूरी है। फसल कटाई के दौरान भीड़ न हो एवं फसल कटाई का कार्य सीमित लोग ही करें, साथ ही मास्क या गमछा का उपयोग करें और समुचित अंतराल पर साबुन से हाथ धोएं। बार-बार नाक, आंख और मुँह को छूने से बचें। खेत में फसल काटने एवं खाना खाते वक्त एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच कम से कम 1.5 से 2 मीटर की दूरी बनाएं रखें एवं पानी पीने हेतु अलग-अलग पानी बोतल की व्यवस्था करें। फसल कटाई की अवधि में पहले दिन इस्तेमाल किए हुए कपड़ों को दूसरे दिन काम में न लें, साथ ही कार्य के दौरान पहने कपड़ों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाने के पश्चात ही पुनः उपयोग मंे लें। कटाई में प्रयुक्त औजारों की नियमित अंतराल पर सफाई करें। यदि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द आदि के लक्षण हो तो उसे कटाई कार्य से अलग रखें और तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य कर्मी को सूचित करें।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कन्टेन्मेंट प्लान एवं प्रारंभिक तैयारी करने हेतु कलेक्टर एवं दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा द्वारा टीम गठित की गई है। कलेक्टर ने कन्टेन्मेंट प्लान के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैंकरा मोबाईल नम्बर 099714-13400 को नोडल अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारी आर.एम.एस.ए. श्री विनोद गुप्ता मोबाईल नम्बर 097541-30614 को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कन्टेन्मेंट प्लान में कार्य करने हेतु हायर सेकेण्डरी स्कूल बरदर के व्याख्याता एल.बी. श्री आकाश गुप्ता, शिक्षा विभाग के प्रोग्रामर श्री आशीष गुप्ता एवं डाटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री रायसिंह, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बलरामपुर के डाटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री प्रकाश रजक व श्री अंकित गुप्ता, कार्यालय आर.एम.एस.ए. बलरामपुर के सहायक ग्रेड-03 श्री अमृत राम, जिला आबकारी कार्यालय के सहायक ग्रेड-03 श्री रंजीत तथा जल संसाधन विभाग के श्री उमेश गुप्ता की ड्यूटी लगाई है।
- राष्ट्रीय सेवा योजना की मूल भावना मानवता सेवा - नीतू, वंशिकाबलरामपुर: कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रभाव तथा प्रसार ने जहां वैश्विक चिंताओं को बढ़ाया है वहीं लॉकडाउन के दौरान समाज के हर वर्ग ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए अपने स्तर पर सहयोग दिया है। कोई घर के अंदर रहकर तो कोई घर से बाहर आकर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। कुछ ऐसा ही काम राष्ट्रीय सेवा योजना के बलरामपुर इकाई के युवाओं ने किया है। ये युवा स्वस्फूर्तः कोरोना से बचाव की इस मुहिम में जुड़ गए है। एक ओर जहां गांव-गांव जाकर युवा वाल पेंटिंग के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश देते हैं, तो वहीं स्वयं के द्वारा घर पर कपड़े का मास्क तैयार कर जरूरतमंदो को उपलब्ध करा रहे हैं।शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के प्राचार्य तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक प्रो. एन.के. देवांगन ने बताया कि जिले के 9 महाविद्यालयों तथा 10 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यरत है। उन्होंने बताया कि युवा पेंट-ब्रश के साथ निकल पड़ते हैं तथा गांव-गांव घूमकर दीवार लेखन के माध्यम से ग्रामीणों को कोरोना से बचाव का संदेश दे रहें हैं। इसके साथ ही अपने घरों पर मास्क निर्माण का कार्य भी कर रहे है, जिन्हें जरूरतमंदो तक पहुंचाया जा रहा है।इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर ग्रामीणों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु जागरूक कर रहें। घर पर मास्क बना रही नीतू और वंशिका का कहना है कि राष्ट्रीय सेवा योजना की मूल भावना मानवता की सेवा है। इस कठिन समय मे जहां शासन-प्रशासन एवं देशवासी एकजुटता के साथ कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं तो हमने भी इसमें अपना छोटा सा योगदान दिया है ताकि लोग मास्क का हमेशा प्रयोग करें। वहीं वाल पेंटिग कर रहे उदय और महेंद्र का कहना है कि कोरोना के विषय में लोगों को सही जानकारी प्राप्त हो यही हमारा उद्देश्य है। लोगों में अनावश्यक भय न हो तथा भ्रामक जानकारी न फैले इसलिए कोरोना से जुड़ी सही जानकारी ग्रामीण स्तर तक पहुंचाई जा रही है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुधीर बताते है कि अभी जब स्कूल,कॉलेज बन्द है, ऐसे में युवाओं का इन कार्यों से जुड़ने की पहल हमारे लिए प्रेरणादायी है।
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बलरामपुर 19 अप्रैल 2020/ किसी व्यक्ति के नॉवेल कोरोना वायरस से संक्रमित होने की स्थिति में उसका समुचित ईलाज सुनिश्चित करने जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत वाड्रफनगर के वार्ड क्रमांक-03 कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमित क्षेत्र मानते हुए मॉकड्रील किया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण को जिले में फैलने से रोका जा सके इसके जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत वाड्रफनगर में कर्फ्यू लगाकर कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास किया गया। मॉकड्रील में वार्ड क्रमांक-03 को कोरोना संक्रमण क्षेत्र मानने के साथ ही वार्ड क्रमांक 1, 2, 4, 10 एवं 11 में पूर्ण कर्फ्यू लगाया गया था। नगर पंचायत के वासियों को पूर्व में सूचना देकर दोपहर 12 बजे से रात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू लगाकर मॉकड्रील किया गया। नगर पंचायत द्वारा सम्पूर्ण इलाको को सेनेटाईज किया गया। अधिकारियों द्वारा मॉकड्रीक के दौरान एक्टीव सर्विलेंस, एम्बुलेंस आदि सभी जरूरी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया। इस दौरान कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने राजीव गांधी चौक से ड्रोन कैमरे के मदद से वार्डों का निरीक्षण किये। साथ ही क्वॉरेंटीन एवं आइसोलेशन सेंटर का निरीक्षण कर सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण करने के निर्देश दिये।मॉकड्रील के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कतलम, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती ज्योति बी. बैरागी, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री ध्रुवेश कुमार जायसवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्ञानेश चौबे, स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत, पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
बलरामपुर 19 अप्रैल 2020/ नॉवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश मे लॉक डॉउन किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी इसका कड़ाई से किया जा रहा है, लेकिन लॉक डॉउन के कारण गांव और शहर का सम्पर्क टूट गया है, जिससे गांव में रहने वाले ग्रामीण और मजदूर बैंक आने में असमर्थ है। जिसके कारण उनके दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए पैसों की दिक्कत न हो, इसलिए अब जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन की महिला बैंक सखी गांव में घर-घर जाकर ग्रामीण और मजदूरों को बैंकिंग सेवा दे रही है, जिससे ग्रामीणो की आर्थिक समस्या दूर हो रही है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय आजीविका मिशन शाखा की महिला बैंक सखी ग्रामीणों के घर-घर जाकर जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि ग्रामीणों तक पहुंचा रहीं उन्होंने बताया कि महिला हितग्राहियों के जनधन खाते में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत् 500-500 रूपये की राशि दी गई है तथा पूरे देश मे सबसे ज्यादा जनधन के खाता जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में है। जिले में 5 लाख खाते बैंकों में खोले गए हैं, जिनमें 1 लाख 58 हजार 510 खाते जनधन योजना के खाते हैं तथा इसमें 60 हजार बैंक खाते महिलाओं के हैं। जिला मुख्यालय में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में केन्द्र शासन द्वारा 08 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी, जो अब हितग्राहियो के बैंक खाते में आ चुकी है। ग्रामीणों का मनरेगा मजदूरी, गैस सब्सिडी, बृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन को घर-घर पहुंचाने के लिए बैंक सखी काम कर रही है। कलेक्टर ने कहा कि बैंक सखी योजना का शुभारंभ जिले में एक वर्ष पहले की गई थी जो अब इस संकट की घड़ी में ग्रामीणों के लिए एक बरदान साबित हो रही है।बैंक सखी श्रीमती सरोज ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से ग्रामीणजन घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्हें बैंक जाने में काफी परेशानी हो रही है, इस वजह से वह ग्रामीणों के घर पहुंच कर उनकी जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि का भुगतान कर रही हैं। ग्रामीण महिला श्रीमती शिवकुमारी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने से हम बैंक जाने में असमर्थ हैं। बैंक सखी द्वारा हमरा पैसा हमारे घर पर पहुंचाया जा रहा हैं, जिसके कारण उनकी जरूरतों के लिए पैसा घर पर ही मिल रहा है। घर-घर बैंक सेवा पाकर हम सभी ग्रामीण खुश हैं। -
विभिन्न वनोपजों की खरीदी कर संग्राहकों को 06 लाख 24 हजार का भुगतान
बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ के सूदूर उत्तरपूर्वी क्षेत्र में पाट प्रदेश तथा सेमरसोत अभ्यारण्य के बीच स्थित जिला बलरामपुर वनीय सघनता तथा उपादेयता के लिए भी प्रसिद्ध है। वन संसाधनों की प्रचुरता के कारण यहां वनांचलों के लोग बड़ी मात्रा में वनोपजों का संग्रहण करते है। इस मौसम में वनोपजों का संग्रहण तथा विक्रय इनका प्रमुख व्यवसाय एवं आजीविका का स्रोत भी है।
राज्य में कोरोना वायरस के नियंत्रण तथा प्रसार में आई कमी को देखते हुए शासन ने वनोपजों के संग्रहण की सशर्त अनुमति प्रदान की है। वनांचलों के लोगों ने इस फैसले के प्रति आभार जताते हुए शासन को सहृदय धन्यवाद दिया है। जिले में निवासरत जनजातीय समुदाय वनोपज संग्रहण का कार्य करते हैं, जिनमें महिलाएं प्रमुख भूमिका निभाती हैं। ऐसे कठिन समय में वनोपजों के संग्रहण की अनुमति लाखों वनवासियों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। शासन का यह निर्णय मानवीय मूल्यों की रक्षा के प्रति संवेदनशीलता तथा गंभीरता का सशक्त उदाहरण है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि वनधन योजना के अंतर्गत वनोपज संग्रहणकर्ता सामाजिक दूरी तथा कोरोना से बचाव का उपाय अपनाते हुए वनोपजों का संग्रहण कर रहे हैं। इस कठिन समय में संग्राहकों की सुविधा के लिए वनोपज समितियों के सहयोग से स्व-सहायता समूह की महिलाएं घर-घर जाकर वनोपज क्रय कर उन्हें नगद राशि का भुगतान भी कर रही हैं। संग्रहणकर्ता अपने नजदीकी वन-धन केन्द्र से भी संपर्क कर वनोपजों का विक्रय कर सकते हैं। पूर्व में लघु वनोपजों के विक्रय में कोचिए एवं बिचैलियों की सक्रियता से संग्राहकों को बहुत नुकसान होता था, किंतु प्रशासन के प्रयास से अब इनका हस्तक्षेप शून्य है। समूह के लोग शासन द्वारा निर्धारित दरों पर ही वनोपजों को खरीद रहे हैं और शत-प्रतिशत राशि का समय पर भुगतान भी किया जा रहा है। वनमंडलाधिकारी बलरामपुर श्री प्रणय मिश्रा के निर्देश में विभाग की पूरी टीम वनोपजों की खरीदी प्रक्रिया को गति दे रहे हैं, साथ ही कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
बलरामपुर के वनों से वनोपज संग्रहणकर्ता मुख्य रूप से हर्रा-बहेड़ा, नागरमोथा, धवई फूल, बहेड़ा कचरिया, महुआ, कुसमी लाख जैसे वनोपजों का संग्रहण करते हैं। इनमें से कई वनोपज अपने औषधीय गुणों के कारण बहुत महत्वपूर्ण हैं तथा इनकी बाजार में मांग भी अधिक है। वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर श्री प्रणय मिश्रा ने बताया है कि बलरामपुर वनमण्डल के अन्तर्गत 44 लघु वनोपज समितियां हैं तथा संग्रहण करने वाली लघु वनोपज समितियों की संख्या 39 है। ग्राम स्तर पर 30 संग्रहण केन्द्र, 30 हाट-बाजार संग्रहण केन्द्र और 08 वनधन केन्द्र हैं। स्थितियां सामान्य होने पर आगामी दिवस में इन समितियों एवं संग्रहण केन्द्रों से वृहद रूप से वनोपज की खरीदी की जावेगी। बलरामपुर वनमंडल में अब तक 302.05 क्विंटल विभिन्न वनोपजों की खरीदी कर संग्राहकों को 624272 रुपए का भुगतान किया गया है ।
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बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गए राज्य के छात्रों को वापस लाने के लिए प्रयासरत है। इसी उद्देश्य से समस्त जिलों से कोटा, राजस्थान में अध्यनरत छात्रों की जानकारी मंगवाई जा रही है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया है कि जिले से जो भी छात्र कोटा में अध्यनरत हैं, उनके अभिभावक उनकी जानकारी संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उपलब्ध करवाएं।
ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं राजस्थान स्थित कोटा में मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी हेतु जाते हैं। कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से छात्र-छात्राएं कोटा में फंसे हुये है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शासन कुछ महत्वपूर्ण निर्णय इस संबंध में ले सकती है। इसीलिए अभिभावकों से आग्रह है कि वे जल्द से जल्द अपने बच्चों की जानकारी संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय को दें, ताकि जानकारी आगे भेजी जा सके। -
बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण लाॅक डाउन किये जाने के उपरांत जिले में कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी बिना सक्षम स्वीकृति के मुख्यालय से बाहर आना-जाना कर रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण यह स्थिति अत्यंत गंभीर है। उन्होंने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को आदेशित किया है कि वे मेरे सक्षम स्वीकृति के किसी भी स्थिति में मुख्यालय से बाहर प्रस्थान नहीं करेंगे। आदेश के उल्लंघन की दशा में कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।
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बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति के तहत् जिले के समस्त क्षेत्रों को लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन की स्थिति में जिला स्तर पर कोरोना कन्ट्रोल रूम स्थापित की गई है, जिसका सम्पर्क नम्बर 07831-273012 एवं 07831-273177 है। कन्ट्रोल रूम में कोरोना महामारी से संबंधित सूचना या किसी भी व्यक्ति के द्वारा राशन, दवाई, स्वास्थ्य सुविधाएं अथवा अन्य किसी भी प्रकार की आवश्यकता के संबंध में सम्पर्क किया जा सकता है। उक्त कार्य के निर्वहन हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें प्रातः 08 बजे से शाम 04 बजे तक श्री नीरज गुप्ता सहायक ग्रेड 02 संलग्न भू-अभिलेख शाखा, श्री मुख्तार अहमद, अर्दली, कलेक्टर कार्यालय, शाम 04 बजे से रात्रि 12 बजे तक श्री विजय बहादुर सिंह सहायक ग्रेड 03 संलग्न अभिलेख कोष्ठ एवं श्री प्रमोद कुजूर, भृत्य, आदिवासी विकास तथा रात्रि 12 बजे से प्रातः 08 बजे तक श्री अनूप बड़ा, सहायक ग्रेड 03, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं श्री विजय बहादुर, चैकीदार, जिला कार्यालय बलरामपुर की ड्यूटी लगाई है।
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बलरामपुर 17 अप्रैल 2020/ प्रयास बालक-बालिका आवासीय विद्यालय रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर, अम्बिकापुर, कोरबा, जशपुर, कांकेर शैक्षणिक सत्र 2020-21 की कक्षा 9वीं में विद्यार्थियों को प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा 26 अप्रैल 2020 को प्रातः 10.30 बजे आयोजित की जानी थी। उक्त परीक्षा तिथि में आंशिक संशोधन करते हुए प्राक्चयन परीक्षा का आयोजन 25 मई 2020 को आयोजित की जावेगी।
परीक्षा में सम्मिलित होने वाले इच्छुक छात्र/छात्रा अपना आवेदन पत्र 15 मई 2020 तक कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग बलरामपुर/विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी/मंडल संयोजक में जमा कर सकते हैं। आवेदन का प्रारूप कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बलरामपुर व खण्ड शिक्षा अधिकारी/मण्डल संयोजक कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के पश्चात आवेदन स्वीकार नहीं किया जावेगा। -
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कराये जा रहे कार्य
बलरामपुर 17 अप्रैल 2020/ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था के आधारभूत संगठको में से एक महत्वपूर्ण घटक है। लॉकडाउन की स्थिति में मनरेगा के कार्य कुछ समय के लिए बंद कर दिये गय थे, जिसके कारण ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल पा रहा था। जिससे कई परिवारों में आर्थिक संकट की स्थिति उपन्न हो रही थी। जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत सभी विकासखण्डों में विभिन्न निर्माण कार्यों को शुरू की गई है। जिससे जिले के कुल 15 हजार 762 मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना से बचाव के मानकों का पालन करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशन में मनरेगा चिन्हित कार्य संपादित हो रहे है। मनरेगा के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना, डबरी, कूप तथा तालाब निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, नर्सरी में पौधरोपण, गेबियन एवं बोल्डर चेक निर्माण जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत् मजदूरों को स्वच्छता बरतने के साथ ही मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। साथ ही मजदूरों को सेनेटाईज भी किया जा रहा है तथा हाथ धोने के लिए साबुन एवं पानी की व्यवस्था की गई है। मनरेगा के कार्यों में संलग्न मजदूरों की आजीविका पूर्ण रूप से इसी पर निर्भर है तथा सभी कार्य महत्वपूर्ण आधारभूत सरंचना से जुड़े है, इसीलिए इसमे छूट दी गई है। जिले के 06 विकासखण्डों के 292 ग्राम पंचायतों में 1593 निर्माण कार्य वर्तमान में प्रगतिरत् है जिसमें कुल 15 हजार 762 मजदूर कार्य कर रहे है। विकासखण्ड बलरामपुर के 33 ग्राम पंचायतों में 149 निर्माण कार्यों में 2965 मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसी प्रकार विकासखण्ड राजपुर के 46 ग्राम पंचायतों में 267 निर्माण कार्यों में 1589 मजदूर, शंकरगढ़ के 42 ग्राम पंचायतों में 270 निर्माण कार्य में 3826 मजदूर, कुसमी के 46 ग्राम पंचायतों में 200 निर्माण कार्यों में 2004 मजदूर, राचन्द्रपुर के 57 ग्राम पंचायतों में 320 निर्माण कार्यों में 3073 मजदूर एवं वाड्रफनगर के 68 ग्राम पंचायतों में 387 निर्माण कार्यों में 2305 मजदरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। मनरेगा के मजदूरों का कहना है कि शासन का यह निर्णय स्वागतयोग्य है, निश्चित रूप से कोरोना का डर तो है लेकिन कुछ सामान्य उपाय अपनाकर इससे बचाव संभव है। हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं तथा स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। साथ ही जिला प्रशासन का भी पूरा सहयोग हमे मिल रहा है।
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जिले के 1 लाख 64 हजार 85 बीपीएल परिवारों को मिला निःशुल्क राशन
बलरामपुर 17 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस लाॅकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यह संकल्प लिया है कि छत्तीसगढ़ में किसी को भूखा सोने नहीं देंगे और जरूरतमंदों को किसी प्रकार की परेशानी होने नहीं देंगे। राज्य में 56 लाख राशन कार्डधारियों को निःशुल्क राशन देने का फैसला किया गया है। साथ ही नये राशन कार्ड बनाने का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है। राज्य सरकार ने यह भी तय किया है कि ऐसे जरूरतमंद लोग जिनके पास वर्तमान में किसी कारणवश राशनकार्ड नहीं हैं उन्हें भी एक माह का राशन निःशुल्क प्रदान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में लाॅकडाउन के दौरान खाद्य विभाग द्वारा जिले के सभी 164085 बीपीएल कार्डधारियों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से दो माह का निःशुल्क चावल एवं नमक का वितरण किया जा रहा है। इसके साथ ही जिले के 21 हजार 147 एपीएल कार्डधारियों को 10 रूपए की दर से अप्रैल माह का चावल वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान शासन के निर्देशानुसार बिना राशन कार्डधारी लोगों को जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायत के माध्यम से राशन उपलब्ध कराई गई है। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा लाॅकडाउन के दौरान जिले में प्रभावित श्रमिकों, जरूरतमंदो को भी मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
जिला खाद्य विभाग बलरामपुर-रामानुजगंज से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 06 विकासखण्ड में 420 शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित की जा रही है। जिले में 164085 बीपीएल राशन कार्डधारक है। जिसमें 52557 अन्त्योदय कार्ड धारक, 735 निराश्रित, 286 अन्नपूर्णा राशनकार्ड, 110476 प्राथमिकता तथा 31 निःशक्तजन कार्डधारक हैं। इसके अलावा 21147 सामान्य राशन कार्ड धारक है। सभी शासकीय राशन दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निर्धारित दूरी पर गोल मार्क किया गया है, जिसमें राशन लेने के लिए आए लोग में सामान्य दूरी बना रहे। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा लाॅक डाउन के दौरान जिले में प्रभावित श्रमिको, जरूरतमंदो को भी मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 7716 लोगों को निःशुल्क राशन का वितरण किया जा चुका है।
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले के अन्त्योदय बीपीएल कार्डधारियों को निःशुल्क प्रति कार्ड 35 किलो चावल एवं 2 किलो अमृत नमक के हिसाब से अप्रैल एवं मई माह के लिए एक मुश्त प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा शक्कर, चना, गुड़ भी प्रदान किया जा रहा है। एपीएल राशन कार्ड धारियों को केवल अप्रैल माह के लिए प्रति किलो 10 रूपए की दर पर चावल प्रदान किया जा रहा है।
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बलरामपुर 16 अपै्रल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार को रोकने शासन ने महत्वपूर्ण और कड़े फैसले लिए है। इन फैसलों से जनजीवन प्रभावित तो हुआ लेकिन मानव स्वास्थ्य की रक्षा हेतु यह आवश्यक है। लॉकडाउन के दौरान राज्य के अन्य जिलों तथा राज्य से बाहर के श्रमिकों का पलायन प्रारम्भ हो गया था। जिले में बड़ी संख्या में मजदूर फंस गए थे जिसमें से कुछ अन्य राज्यो से तथा कुछ राज्य के अन्य जिलों से थे। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कोरोना से बचाव तथा प्रसार को रोकने तत्काल सभी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था की और उन्हें जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई। उन्होंने श्रमिकों को जिले का मेहमान बताते हुए उनकी सभी जरूरतें पूरी करने के निर्देश दिये। जिले में श्रमिकों के लिए 15 आश्रय स्थल बनाए गए हैं जिसमें 313 श्रमिक रुके हुए है। इन आश्रयो स्थलों में उनके लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। खाने-पीने से लेकर उनकी सभी जरूरतों का भी ख्याल रखा जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा समय-समय पर आश्रय स्थलों में जाकर मजदूरों से उनको मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछ रहे हैं तथा उनसे बात कर उन्हें पूरा भरोसा दिलाया है कि प्रशासन उनके साथ है। उन्हें समय पर नाश्ता एवं गर्म पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। उनको जरूरत के अनुसार दैनिक उपयोग की वस्तुएं, साबुन, मास्क आदि उपलब्ध करायी जा रही है। आश्रय स्थलों में साफ-सफाई एवं सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा जा रहा है तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें जरूरी परामर्श के साथ कोरोना से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने अधिकारियों को आश्रय स्थलों/राहत शिविरों का सतत् निरीक्षण कर श्रमिको की सभी जरूरते पूर्ण करने का निर्देश दिए है।
सांप पकड़कर उसे लोगों को दिखाना और उससे हुई आमदनी से वे अपना और अपने पूरे परिवार का पेट पालते हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में ऐसे ही सपेरे परिवार के 84 सदस्य लाॅकडाउन में फंसे हुये हैं। ये सभी लोग कोटा, बिलासपुर के रहने वाले हैं और पूरे परिवार के साथ सांप दिखाने के लिये विकासखण्ड राजपुर के बरियों में पहुंचे हुये थे। लाॅकडाउन होते ही ये यहां फंस गये और बरियों तथा ककना गांव के बीच खाली स्थान में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। लाॅकडाउन के कारण इनका सांप दिखाने का खेल भी बंद हो गया था लेकिन प्रशासन को जैसे ही इनके बारे में पता चला, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर एवं तहसीलदार राजपुर की टीम ने इनसे मुलाकात की और लाॅकडाउन में इनके रहने-खाने का इंतजाम कर दिया है। प्रशासन एवं स्थानीय लोगों की मदद से इन्हें चावल मुहैया कराया गया है जिससे अब इनका कोई भी परिवार भूखा नहीं है। इस 84 लोगों के परिवार के मुखिया सोबिन राम ने बताया कि लगभग 05 महिना पहले वे लोग जिले में आए थे और घूम-घूमकर सांप दिखाने का काम कर रहे थे, लेकिन जब ये घर लौट रहे थे तभी अचानक लाॅकडाउन हो गया और फंस गए। ऐसे में प्रशासन की तरफ से इन्हें सारी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं, जिससे ये काफी खुश हैं।कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार ने 21 दिनों के लाॅकडाउन का घोषणा किया और इस लाॅकडाउन में हजारों लोग पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पडे़। इस दौरान अगर सबसे ज्यादा परेशानी हुई तो मजदूर वर्ग के लोगों को हुई जो भूख से व्याकुल होकर पैदल अपने घर जा रहे थे लेकिन बलरामपुर जिले में ऐसे मजदूरों को प्रशासन ने सबसे अच्छा ख्याल रखा और आज वो प्रशासन का धन्यवाद दे रहे हैं। दरअसल कोरबा के एक कंपनी में झारखण्ड और बिहार के 37 लोग वाहन चालक का काम करते थे और सभी वहां सालों से रह रहेे थे। लाॅकडाउन होते ही कंपनी ने उन्हें निकाल दिया और फिर वाहनों के बंद होने से सभी लोग पैदल ही अपने घर झारखण्ड और बिहार के लिए निकल पड़े। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की सीमा में आते ही जिला प्रशासन ने जब एक साथ इतने लोगों को देखते हुए लाॅकडाउन होने के कारण उन्हें आसरा दिया। प्रशासन ने सभी वाहन चालकों को विकासखण्ड राजपुर के छात्रावास ग्राम पंचायत बघिमा और चारपारा में रखा है। यहाँ इन वाहन चालकों को भरपेट भोजन और दैनिक जीवन की हर वो सामग्री दी जा रही है जो जरुरी होती है। इन्हें न सिर्फ भरपेट भोजन दिया जा रहा है बल्कि समय-समय पर इनका चिकित्सकीय जांच भी कराया जा रहा है। वाहन चालकों ने बताया की वो इस मुसीबत की घडी में भले ही अपने घर से दूर हैं लेकिन यहां उन्हें जो सुविधा मिल रही है वो घर जैसा ही है। उन्होंने कहा की यहां उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही हैं। -
बलरामपुर 16 अप्रैल 2020/ राज्य शासन के आदेशानुसार कोरोना वायरस के सम्पर्क से पीड़ित, संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत तथा अन्तर्राज्यीय से वापसी उपरांत स्वास्थ्य अमले को सूचना एवं क्वारेंटीन में रहने हेतु निर्देश जारी किये गये हैं। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी संभावित बचाव अमल में लाया जाए। परन्तु उद्यान विभाग के सहायक ग्रेड-02 श्री रविशंकर सोनवानी के द्वारा 14 अप्रैल 2020 को बिना सूचना के औरंगाबाद (बिहार) प्रवास पर एवं 15 अप्रैल 2020 को जिला बलरामपुर-रामानुजगंज वापसी कर कार्यालय में कार्यालयीन कार्य का सम्पादन भी किया गया। यह कृत्य छत्तीसगढ़ ऐपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन 2020 की धारा 14 के अन्तर्गत कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जारी आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है। जो कि भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है। श्री रविशंकर सोनवानी का उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3(एक)(दो)(तीन) के विपरित होने के फलस्वरूप कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कलेक्टर द्वारा श्री सोनवानी को क्वाॅरेंटीन पश्चात् उनका मुख्यालय उप जिला निर्वाचन कार्यालय बलरामपुर निर्धारित किया गया है।
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बलरामपुर 15 अप्रैल 2020/ लॉकडाउन के दौरान तहसील रामानुजगंज अन्तर्गत तहसील स्तर पर कोरोना कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका सम्पर्क नम्बर 07779-276439 है। कन्ट्रोल रूम में कोरोना महामारी से संबंधित सूचना या किसी भी व्यक्ति के द्वारा राशन, दवाई, स्वास्थ्य सुविधाएं अथवा अन्य किसी भी प्रकार की आवश्यकता के संबंध में सम्पर्क किया जा सकता है। उक्त कार्य के निर्वहन हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसमें प्रातः 09 बजे से शाम 04 बजे तक श्री अमेन्द्र कश्यप डाटा एन्ट्री आॅपरेटर महिला एवं बाल विकास विभाग, श्री राजेश ठाकुर सहायक ग्रेड 03 राजीव गांधी शिक्षा मिशन एवं श्री संतोष कश्यप भृत्य शिक्षा विभाग बलरामपुर, शाम 04 बजे से रात्रि 10 बजे तक श्री राजेश गुप्ता सहायक ग्रेड 03 राजीव गांधी शिक्षा मिशन, श्री महेन्द्र मरकाम डाटा एन्ट्री आॅपरेटर अनुविभागीय अधिकारी रा0 कार्यालय, एवं श्री जितेन्द्र दास भृत्य शिक्षा विभाग तथा रात्रि 10 बजे से प्रातः 09 बजे तक श्री धर्मेन्द्र पासवान आॅपरेटर श्रम विभाग, श्री सतवन्त गुप्ता सहायक ग्रेड 02 जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र एवं श्री गौरव जायसवाल भृत्य आदिवासी विकास विभाग की ड्यूटी लगाई है।
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बलरामपुर 15 अप्रैल 2020/ लॉकडाउन के दौरान तहसील रामानुजगंज अन्तर्गत कोरोना वायरस (कोविड-19) से संबंधित कार्यों हेतु विभिन्न विभागों से समन्वय कर जानकारी प्राप्त करने डाटा कलेक्शन, डाटा कम्पाईलेशन एवं संबंधित विभागों तथा अधिकारियों तक आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस हेतु श्री धर्मेन्द्र गुप्ता सहायक ग्रेड 03 कार्यालय उप संचालक पंचायत, श्री आशीष कुमार कश्यप सहायक ग्रेड 03 जिला निर्वाचन कार्यालय, श्री बेलाल अंसारी भृत्य तहसील रामानुजगंज, श्री एनूल आवेदिन भृत्य अनुविभागीय अधिकारी रा0 कार्यालय रा0गंज तथा श्री द्वारिका पूरी वसूली भृत्य तहसील रामानुजगंज की ड्यूटी लगाई गई है।
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ग्रामीणजन हैण्डपम्प खराब होने पर क्षेत्र के प्रभारी अधिकारी एवं तकनीशियन से सम्पर्क करें
बलरामपुर 15 अप्रैल 2020/ ग्रीष्म ऋतु में आम नागरिकों को पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार जिले के समस्त विकासखण्डों में हैण्डपम्प खराब होने पर सुधारने हेतु विभागीय टीम गठित की गई है। विकासखण्ड रामचन्द्रपुर एवं वाड्रफनगर के लिए अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.के. सिंह, मोबाईल नम्बर 98266-03461, विकासखण्ड बलरामपुर एवं राजपुर के अनुविभागीय अधिकारी श्री ई. टोप्पो मोबाईल नम्बर 87178-03884 तथा विकासखण्ड कुसमी एवं शंकरगढ़ के लिए अनुविभागीय अधिकारी श्री सी.एल. कोरी मोबाईल नम्बर 99777-33948 को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।इसी प्रकार विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के अन्तर्गत रामचन्द्रपुर क्षेत्र के लिए श्री एम.एस. चैबे हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 97535-91443, बरवाही क्षेत्र के लिए श्री शिव कुमार तिर्की हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 97537-53562, महावीरगंज क्षेत्र के लिए श्री थोमस लकड़ा हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 91657-15484, बानापती क्षेत्र के लिए श्री अनिल कुमार राम हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 96179-51566, सनावल क्षेत्र के लिए श्री जगमोहन राम हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 96697-49747, विकासखण्ड वाड्रफनगर के अन्तर्गत ग्राम चलगली के लिए श्री के.के. सिन्हा सहायक तकनीशियन मोबाईल नम्बर 91657-79199, वाड्रफनगर क्षेत्र के लिए श्री मनीष मिंज हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 79877-17423 एवं श्री पीताम्बर प्रसाद यादव हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 62643-41926 पर क्षेत्र के हैण्डपम्प खराब होने पर सम्पर्क किया जा सकता है। इसी प्रकार विकासखण्ड बलरामपुर के अन्तर्गत महाराजगंज क्षेत्र के लिए श्री डी.एन. बेक हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 81209-27038, बलरामपुर क्षेत्र के लिए श्री पंखरासियुस तिग्गा हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 97709-85106, विकासखण्ड राजपुर के ग्राम चांची के लिए श्री अब्राहम कुजूर हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 94052-76819, बुढ़ाबगीचा क्षेत्र के लिए श्री रमेश कुमार पाण्डे हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 94076-82346, विकासखण्ड कुसमी के सामग्री क्षेत्र के लिए श्री बीजेन्द्र कुमार मंडल हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 90091-89779, कुसमी क्षेत्र के लिए श्रीमती अजमी टोप्पो हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 72249-10335 एवं श्रीमती लीलावती बाई हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 96307-06064, अटैच जशपुर क्षेत्र के लिए श्री पूनम दास, हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 79999-10604 तथा विकासखण्ड शंकरगढ़ के अन्तर्गत शंकरगढ़ क्षेत्र के लिए श्री संतोष कुमार भगत हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 62654-42753 एवं श्री रविरंजन टोप्पो हैण्डपम्प तकनीशियन मोबाईल नम्बर 8989788560 पर हैण्डपम्प मरम्मत हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नम्बर 18002330008 में पेयजल से संबंधित शिकायत की जा सकती है। -
बलरामपुर 15 अप्रैल 2020/ जिले के समस्त मदिरा की दुकानें 21 अप्रैल तक के लिए बंद रहेंगी। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 15 अप्रैल से 21 अप्रैल 2020 तक जिले के समस्त देशी-विदेशी मंदिरा की दुकानें और जिले मे स्थित देशी मदिरा के मद्य भंडारगारों को बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने नोवेल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए दुकानों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले की पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
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बलरामपुर 15 अप्रैल 2020/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेश द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 (1) के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश पारित कर सम्पूर्ण जिले में धारा-144 लागू की थी। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए धारा-144, 03 मई 2020 या आगामी आदेश पर्यन्त तक वृद्धि की गई है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने जारी आदेश में कहा है कि यह भी तथ्य ध्यान मे रखने योग्य है कि इस आपात स्थिति में व्यवहारिक तौर पर संभव नही है कि जिले मे निवासरत् सभी नागरिकों को नोटिस तामिली कराई जा सके। अतः एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 अंतर्गत जिले में पूर्व से लागू धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि की गई है। महामारी रोग अधिनियम 1897 तथा इसके संदर्भ के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए पूर्व मे जारी कार्यालयीन आदेशों द्वारा कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं इत्यादि को दी गई छूट इस आदेश में भी यथावत रहेगी। यह आदेश बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र के लिए 03 मई 2020 या आगामी आदेश, जो पहले आये तक प्रभावशील होगा। आदेश का उल्लंघन किये जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जाएगी । -
नाॅवेल कोरोना वायरस के प्रसार पर नियंत्रण करने बैठक सम्पन्न
बलरामपुर 14 अप्रैल 2020/ कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में नाॅवेल कोरोना वायरस के प्रसार पर नियंत्रण सुनिश्चित करने हेतु संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों, सर्व तहसीलदार/नायब तहसीलदार, मुख्य कार्य पालन अधिकारी जनपद पंचायत, पुलिस विभाग के अधिकारियों, मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने जिले में बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से होम क्वारेंटाइन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों एवं अन्य जिलों से जिले में अनुमति लेकर आने वाले लोगों को भी अनिवार्य रूप से होम क्वारेंटाइन कराई जाय। कलेक्टर ने जिले में अनाधिकृत तौर पर कोई भी व्यक्ति प्रवेश ना कर पाए, इसके लिए जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों एवं सभी चेक पोस्ट में 24 घंटा निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल इमरजेंसी एवं अतिआवश्यक कार्यों को छोड़कर अन्य किसी कार्यों के लिए किसी भी व्यक्ति को जिले से बाहर आने-जाने की अनुमति बिल्कुल भी न दी जाए। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से होम क्वारेंटाइन में रखे गये व्यक्तियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर प्रतिदिन जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। साथ ही पर्याप्त मात्रा में सेनेटाईजर, मास्क, ग्लब्स सहित मेडिकल सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने बताया कि शासन द्वारा वाहनों हेतु ई-पास का सिस्टम समाप्त कर दिया गया है। अतः आवश्यक सेवा अन्तर्गत आने-जाने वाले वाहनों का वाहन से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों का जांच कर आने-जाने दिया जाए। कलेक्टर ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से ऐसे वाहनों में दो व्यक्ति से अधिक आवागमन पर रोक लगाने की बात कही। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंत्रण हेतु शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर मैप, परिवार के सदस्यों एवं मकानों की सूची वार्डवार तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से अपने अनुविभाग के अन्तर्गत आने वाले सभी होटल, लाॅज एवं धर्मशाला के कमरे जहां अटैच बाथरूम है, उन्हें चिन्हांकित कर सुरक्षित रखने के निर्देश दिये, जिससे संकट की घड़ी में इनका उपयोग किया जा सके।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने लाॅकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने वाले व्यक्तियों एवं दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी समाजसेवी संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा आम लोगों को राहत सामग्री वितरण करने की अनुमति नहीं होगी। जिला प्रशासन द्वारा डोनेशन ऑन व्हील के अंतर्गत संचालित गाड़ियां लोगों द्वारा सहयोग के तौर पर दी जा रही राशन सामग्रियों को एकत्र कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचायी जाएगी। बैठक में जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम को 24 घंटा संचालित करने के निर्देश देते हुए पर्याप्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने को कहा। कलेक्टर ने जिले में किसी भी प्रकार के सामाजिक कार्यक्रम पर पूर्ण प्रतिबंध की जानकारी देते हुए इस प्रकार के कार्यक्रम करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी से अपने क्षेत्र अन्तर्गत कोई भी लोग भूखा न रहे, इसका सतत् निगरानी कर आवश्यकता के अनुरूप खाद्य सामग्री आपूर्ति करने के निर्देश दिये।पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने बैठक में जिले में गठित टीम के अतिरिक्त सभी प्रकार की एक रिजर्व टीम में रखने की बात कही। जिससे कहीं भी आवश्यकता पड़ने पर भेजा जा सके। उन्होंने वन विभाग के अधिकारी से पर्याप्त मात्रा में बांस, बल्ली एवं रस्सी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारियों से विशेष आवश्यकता हेतु रोड़ डायवर्सन प्वाइंट को भी चिन्हांकित करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कतलम उपस्थित थे।