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जिले के 30 आदिवासी कृषकों को नेपसेक हैण्ड स्प्रेयर का निःशुल्क वितरण
बलरामपुर 03 जुलाई : खरीफ फसल हेतु कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आदिवासी उपयोजना अंतर्गत अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन फसल अरहर कार्यक्रम हेतु जिले के 30 आदिवासी कृषकों को नेपसेक हैण्ड स्प्रेयर का निशुल्क वितरण किया गया। इंदिरा गंाधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डाॅ. एस.के. पाटिल के निर्देश पर एवं निदेश विस्तार सेवाएं डाॅ. एस.सी. मुखर्जी के मार्गदर्शन में आदिवासी कृषकों को लाभ पहुंचाने हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र, बलरामपुर के वैज्ञानिकों द्वारा आदिवासी उपयोजना अंतर्गत आदिवासी कृषकों को दलहनी फसल - अरहर का प्रदर्शन कार्यक्रम कराया जा रहा है।
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख डाॅ मनीष चैरसिया ने बताया कि ग्राम नेहरूनगर एवं भैंसामुण्डा के 30 कृषकों का चयन कर उनके जमीनों पर अरहर फसल का कार्यक्रम लिया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य आदिवासी कृषकों को दलहन विकास कार्यक्रम में जोड़कर उनको सीधे लाभ पहुंचाना है। विगत वर्ष 2019-20 में कृषि महाविद्यालय रायपुर के अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक एवं ए.आइ.सी.आर.पी - अरहर के प्रभारी डाॅ. एम.के. सिंह द्वारा 30 एकड़ रकबा में अरहर फसल हेतु अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द्र को दिया गया था, जिसके परिपालन में वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम के प्रभारी मनीष आर्या के द्वारा ग्राम नेहरूनगर एवं भैंसामुण्डा के 30 कृषकों का चयन करके अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का आयोजन अरहर फसल हेतु किया गया।
इस आदिवासी उपयोजना के अंतर्गत 30 एकड़ कार्यक्रम हेतु 30 हैण्ड स्प्रेयर अनुवांशिकी व पादप प्रजनन विभाग रायपुर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र को प्रदाय किया गया था जिसका वितरण 02 जुलाई 2020 को खरीफ फसल हेतु आयोजित कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान चयनित कृषकों को निशुल्क वितरण किया गया। प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिक मनीष आर्या द्वारा विस्तृत रूप से कृषकों को खरीफ फसल की उन्नत विधि से खेती करने की जानकारी के साथ-साथ हैण्ड स्प्रेयर के उपयोग करने व नींदानाशक, कीटनाशक व फफूंदनाशक दवा का छिड़काव करते समय जरूरी सावधानियों के बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने बताया कि इस खरीफ वर्ष 2020-21 में भी आदिवासी उपयोजना अंतर्गत कृषकों को अरहर एवं उड़द फसलों हेतु 100 एकड़ में अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का आयोजन चयनित आदिवासी कृषकों के खेतों में कराया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य दलहन विकास कार्यक्रम को बढ़ाना एवं आदिवासी कृषकों को दलहन उत्पादन के प्रति जागरूक करते हुए दलहन उत्पादन के माध्यम से लाभ पहुंचाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक अनिल सोनपाकर, डाॅ. व्ही.एन. गौतम, आरती कुजूर, प्रक्षेत्र प्रबंधक अनुप पाॅल, कार्यक्रम सहायक अर्पण खलखो एवं विक्रम सिंह उपस्थित थे। -
विभिन्न गतिविधियों से जुड़कर महिलाएं हो रही हैं आर्थिक रूप से सक्षम
बलरामपुर 02 जुलाई : विकासखण्ड कुसमी के नटवरनगर स्थित शासकीय उद्यान में लगाये गये नाशपाती की नीलामी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की लक्ष्मी स्वसहायता समूह को बिक्री का मौका मिला था। समूह की महिलाओं ने नाशपाती का विक्रय कर 44 हजार 274 रूपये की शुद्ध आय प्राप्त की है। उद्यानिकी विभाग द्वारा इस वर्ष नाशपाती की नीलामी में केवल महिला समूहों को शामिल किया गया था। महिला समूहों को नीलामी में शामिल करने के पीछे प्रशासन की मंशा थी कि महिलाओं को आजीविका मूलक कार्यों से जोड़कर रोजगार के अवसर प्रदान किये जाएं। महिलाओं के परिश्रम एवं क्षमता का ही परिणाम है कि प्रशासन की मंशा साकार होती दिख रही है। महिलाओं ने नीलामी के पश्चात् नर्सरी में लगे नाशपाती के पौधों की उचित देखभाल की तथा फल के तैयार होने के बाद बाजार में अच्छे दामों में विक्रय किया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरिष एस0 ने बताया कि गत् वर्ष की भांति इस वर्ष भी शासकीय नर्सरी के नाशपातियों की नीलामी महिला समूहों के बीच की गई थी। नीलामी के पश्चात् नाशपातियों के बिक्री की जिम्मेदारी लक्ष्मी स्वसहायता समूह को मिली थी। समूह की महिलाओं ने परिश्रम के बल पर कुछ ही दिनों में अच्छी आय प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि जिले में महिला समूहों को विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के सभी प्रयास किये जा रहे हैं। महिलाएं लघु एवं कुटीर उद्योगों से जुड़े विभिन्न कार्यों में संलग्न हैं, जिससे अच्छी आय की प्राप्ति के साथ ही उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। महिला समूहों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए आने वाले वर्षों में इस दिशा में और प्रयास किये जाएंगे। नाशपाती के विक्रय कार्य से जुड़ी लक्ष्मी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष राधिका पैकरा ने बताया कि नीलामी के पश्चात् हमें नाशपातियों की बिक्री का मौका मिला। नाशपाती के विक्रय से हमें कुल 01 लाख 19 हजार 824 की राशि प्राप्त हुई, जिसमें नीलामी एवं परिवहन के खर्च उपरांत 44 हजार 274 रूपये की शुद्ध आय प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि जिले में व्यवसायिक गतिविधियों में महिलाओं के लिए अनुकूल वातावरण तथा समान अवसर प्रदान करने का प्रशासन का यह उद्देश्य हमें प्रोत्साहित करता है। समूह की महिलाओं द्वारा अर्जित इस सफलता से उनका उत्साह एवं आत्मविश्वास बढ़ा है। -
बलरामपुर 02 जुलाई : शिक्षित बेरोजगार युवक एवं युवतियां जो स्वयं का रोजगार स्थापित करना चाहते हैं, उनके लिये प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बलरामपुर में आॅनलाईन आवेदन आमंत्रित किया जा रहा है। इस योजना के तहत उद्योग स्थापना हेतु 25 लाख और सेवा व्यवसाय के लिए 10 लाख तक ऋण आॅनलाईन के माध्यम से तैयार कर बैंकों के माध्यम से प्रदान किया जाता है। इस हेतु आवेदक वेबसाईट केवीआईसीआॅनलाईन डाॅट जीओव्ही डाॅट ईन में जाकर आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत् आवेदन करने हेतु आवेदन के साथ विस्तृत परियोजना प्रपत्र, आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी निःशक्तजन, भूतपूर्व सैनिक, अल्पसंख्यक, जाति संबंधी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो तो), ग्राम पंचायत का जनसंख्या प्रमाण पत्र (ग्रामीण क्षेत्र हेतु) पासपोर्ट साईज फोटोग्राफ्स की आवश्यकता होगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी हेतु कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बलरामपुर में सम्पर्क कर सकते है। -
बलरामपुर 02 जुलाई : राज्य शासन द्वारा स्कूली शिक्षा में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए अंग्रेजी माध्यम के शासकीय स्कूल प्रारंभ किए गए हैं। शासन द्वारा लिए गए इस निर्णय से कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त होगी। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के विकासखण्ड बलरामपुर, रामानुजगंज व वाड्रफनगर में वर्तमान शिक्षा सत्र से अंग्रेजी माध्यम के स्कूल प्रारम्भ हो चुके हैं। विकासखण्ड बलरामपुर के प्रज्ञा प्राथमिक शाला परिसर में भी अंग्रेजी माध्यम के उत्कृष्ट हायर सेकण्डरी विद्यालय की शुरूआत होने के साथ ही शाला प्रवेश की प्रक्रिया जारी है। प्राचार्य श्री विमल दूबे ने बताया कि पहली से 12वीं तक के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। शासन की इस पहल से बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त हो पाएगी।
प्राचार्य श्री विमल दूबे ने बताया कि कक्षा पहली से 12वीं तक प्रत्येक कक्षा के लिए 40 सीट निर्धारित किये गये हैं, निर्धारित 40 सीट के विरूद्ध 80-80 आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। प्राथमिक हेतु 01 किलोमीटर, माध्यमिक हेतु 03 किलोमीटर तथा हाई स्कूल व हायर सेकंडरी हेतु क्रमश 5 व 7 किलोमीटर की परिधि में निवासरत छात्र-छात्राओं को मेरिट-बेस्ड प्राथमिकता के आधार पर दाखिला दिया जायेगा। कक्षा 11वीं व 12वीं में वाणिज्य तथा विज्ञान(गणित)स्ट्रीम चलाये जाने का निर्णय लिया गया है, वहीं 15 जुलाई से ऑनलाइन कक्षाए अभिभावको की देखरेख में संचालित करने की योजना है। कक्षा प्रारम्भ करने से पूर्व शासन द्वारा निःशुल्क पुस्तकें ,गणवेश तथा अन्य स्वीकृत सुविधायें प्रदान करने की योजना है। उन्होंने बताया है कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल के सफल संचालन हेतु शासन द्वारा योग्य और प्रशिक्षित अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। -
बलरामपुर 02 जुलाई : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत् मौसम खरीफ मुख्य फसल धान, मक्का, अरहर एवं उड़द फसल को अधिसूचित किया गया है। फसल बीमा जिले के कृषकों हेतु नजदीकी बैंक, च्वाईस सेंटर एवं सहकारी समिति के माध्यम से ऋणी एवं अऋणी कृषकों का किया जाना है। खरीफ मौसम हेतु ऋणी एवं अऋणी कृषकों की फसल बीमा की अंतिम तिथि 15 जुलाई 2020 निर्धारित किया गया है। फसल बीमा हेतु अधिसूचित बीमा इकाई ग्राम निर्धारित किया गया है, बीमा इकाई में अधिसूचित फसल का रकबा 10.00 हेक्टेयर या इससे अधिक होने पर उक्त फसल को संबंधित इकाई में अधिसूचित किया गया है। इस योजना में ऋणी कृषक (भू-धारक व बटाईदार) तथा गैर ऋणी कृषक (भू-धारक व बटाईदार) शमिल हो सकते हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लिए फसल बीमा हेतु बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंश कंपनी को अधिकृत किया गया है।
खरीफ फसल 2020 हेतु अधिसूचित फसलों की सूची में धान सिंचित, धान असिंचित, मक्का, उड़द, अरहर, मुंग, मुंगफली और सोयाबीन शामिल है। किसान द्वारा देय प्रीमियम बीमित राशि का 2 प्रतिशत् देना होगा तथा शेष प्रीमियम राशि का भुगतान भारत सरकार द्वारा दिया जाएगा। ओलावृष्टि, भूस्खलन, जलभराव, बादल फटने, आकाशीय बिजली से नुकसान होने पर फसल बीमा का लाभ किसानों को मिलेगा। कृषकों को मक्के की फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 400 रूपये प्रीमियम तथा बीमित राशि 20000 रूपये, धान असिंचित के लिए प्रति हेक्टेयर 540 रूपये प्रीमियम तथा बीमित राशि 27000 रूपये, उड़द के लिये प्रति हेक्टेयर 280 रूपए प्रीमियम तथा बीमित राशि 14000 रूपए, धान सिंचित के लिए प्रति हेक्टेयर 720 रूपये प्रीमियम तथा बीमित राशि 36000 रूपये एवं अरहर के लिए प्रति हेक्टेयर 400 रूपये प्रीमियम तथा बीमित राशि 20000 रूपये निर्धारित की गई है। कृषक आधार कार्ड, बैंक खाता, भूमि एवं फसल बुआई संबंधित दस्तावेज के साथ फसल बीमा करा सकते हैं। फसल बीमा में पंजीकरण के लिए कृषक 15 जुलाई 2020 के पूर्व अपने नजदीकी बैंक शाखा/को आॅपरेटिव सोसायटी/सीएससी केन्द्र से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 1800 209 5959 पर संपर्क कर सकते हैं। -
प्रतिबंधित कीटनाशक दवाई को किया जब्त
बलरामपुर 01 जुलाई : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने आगामी खरीफ फसल के लिए कृषकों को खाद-बीज सरलता से उपलब्ध कराने संबंधी निर्देश दिए थे। सहकारी समितियों में खाद-बीज का उचित भण्डारण के साथ वितरण किया जा रहा है। कृषकों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने निजी खाद-बीज विक्रेताओं के दुकानों की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। डिप्टी कलेक्टर श्री विवेक चन्द्रा तथा कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा बलरामपुर स्थित निजी खाद-बीज विक्रेताओं के दुकानों की जांच की गई। जांच के दौरान द्वारा कीटनाशी नियंत्रण नियम 1968 एवं 1979 के प्रावधानों का उल्लंघन करते पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए प्रतिबंधित कीटनाशकों को जब्त कर सुपुर्दगी की कार्यवाही की गई।डिप्टी कलेक्टर श्री विवेक चन्द्रा ने बताया कि बलरामपुर स्थित 02 खाद-बीज विक्रेताओं के दुकानों की जांच की गई। पप्पू कृषि सेवा केन्द्र एवं कृपा कृषि सेवा केन्द्र की जांच के दौरान पाया गया कि दुकान संचालक द्वारा बिना लायसेंस के कुछ कीटनाशकों का विक्रय किया जा रहा था। कृषि अधिकारियों की पुष्टि के पश्चात् बिना लायसेंस के विक्रय किये जा रहे कीटनाशकों खरपतवारनाशक एवं फफुंदनाशक को जब्त कर दुकान संचालक के सुपुर्द किया गया। डिप्टी कलेक्टर श्री चन्द्रा ने बताया कि कीटनाशकों के विक्रय के लिए नियमानुसार अनुमति दी जाती है, बिना अनुमति के कीटनाशकों तथा खाद-बीज का विक्रय पर कार्यवाही की जा रही है। -
बलरामपुर 01 जुलाई : छत्तीसगढ़ शासन उर्जा विभाग मंत्रालय की अधिसूचना द्वारा निर्देशित किया गया है कि राज्य शासन के विद्युत निरीक्षकों एवं उनके सहायक निरीक्षकों द्वारा समस्त प्रकार के विद्युत स्थापनाओं की सुरक्षा जांच हेतु आवर्ती अवधि में निरीक्षण/परीक्षण किया जावे। उक्त अधिसूचना के परिपालन हेतु जिले के भीतर सुरक्षा जांच विद्युत निरीक्षक एवं सहायक निरीक्षक द्वारा आवर्ती अवधि में निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण सेवाओं हेतु विद्युत उपभोक्ताओं को शासन के पक्ष में निरीक्षण शुल्क देना होगा। निरीक्षण शुल्क 5 वर्ष की आवर्ती अवधि में एक बार जमा करना होगा किन्तु निरीक्षण शुल्क करने के बाद कोई दोष या विद्युत विनिमय का उल्लंघन पाया जाएगा तो पुनः शुल्क की आधी राशि अतिरिक्त वसूल की जाएगी। निरीक्षण शुल्क को निरीक्षक से पावती लेकर या शासन के मद में कोषालय चालान द्वारा भी जमा किया जा सकता है।
स्थापना क्षमता 0 से 10 हार्स पावर तक अर्थात 7.35 किलोवाट तक के मध्यम दाब स्थापना के लिए प्रति कनेक्शन 200 रुपये निरीक्षण दर निर्धारित की गई है। इसी प्रकार 0 से 50 हार्स पावर तक के मध्यम दाब विद्युत स्थापना अर्थात 7.35 से 36.75 किलोवाट तक के मध्यम दाब स्थापना के लिए प्रति कनेक्शन 1000 रुपये प्रति कनेक्शन एवं 50 हार्स पावर से अधिक के विद्युत दाब स्थापना के लिए 36.75 किलोवाट से अधिक हेतु 2000 रुपये प्रति कनेक्शन निरीक्षण दर निर्धारित की गई है। -
बलरामपुर 01 जुलाई : पुराना जिला पंचायत सभाकक्ष में वन अधिकारी अधिनियम 2006 के तहत् प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अनुभाग स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। वन अधिकार अधिनियम 2006 के प्रभावी क्रियान्वयन जैसे सामुदायिक वन अधिकार, सामुदायिक वन संसाधन अधिकार एवं व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र प्रदाय किये जाने संबंधित नियम एवं प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। अनुभाग स्तरीय समिति के सदस्य, जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम वन अधिकार समिति के अध्यक्ष सह सचिव को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए आयोजित किया गया।
डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम ने प्रशिक्षुओं को वन अधिकार अधिनियम 2006 की विस्तृत जानकारी दी। व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र प्रदाय किये जाने के संबंध में प्रशिक्षुओं के जिज्ञासाओं का भी जवाब दिया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में वन अधिकार समिति के अध्यक्ष, सचिव, पंचायत सचिव, बीट गार्ड, पटवारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वन अधिकार समितियों एवं मैदानी अमले के अधिकारी/कर्मचारियों के प्रशिक्षण द्वारा ही वन अधिकार का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा सकता है। जिले के सभी अनुभागों में प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर आर0के0शर्मा सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, श्री विमल दुबे प्राचार्य शासकी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर ने भी प्रशिक्षुओं को वन अधिकार के संबंध में जानकारी दी। -
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें तथा सामाजिक दूरी का पालन करें: कलेक्टर
बलरामपुर 01 जुलाई : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जिले के नागरिकों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि कोरोना महामारी से लड़ाई में आपका योगदान अतुल्य है तथा आपके समर्पण एवं सेवा भावना का ही परिणाम है कि हम इस महामारी से लड़ पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका स्वयं को संक्रमण से बचाना है। संक्रमण से बचने के प्रमुख उपायों में मास्क पहनना, हाथों को साबून से बार-बार धोना तथा सामाजिक दूरी का पालन करना शामिल है। घर से बाहर निकलने पर मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करते हुए मुंह और नाक को अच्छी तरह ढकें। अनावश्यक रूप से यातायात एवं भीड़-भाड़ जगहों में जाने से बचें, अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। राज्य शासन द्वारा नियमों के शिथिल करते हुए शासकीय एवं व्यवसायिक गतिविधियों की सशर्त अनुमति दी गई है, इसका किसी भी रूप में उल्लंघन न हो, शासकीय कार्यालयों या व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में जब भी जाएं, सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करें।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने नागरिकों से आग्रह किया है कि सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कोरोना से बचाव के सभी मानकों का पालन करते हुए सादगीपूर्ण एवं सीमित लोगों की उपस्थिति में ही करें। कोरोना वायरस से संक्रमित होने संबंधी लक्षण जैसे सर्दी-खांसी के साथ तेज बुखार, सिरदर्द, गले में खराश होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में अपना स्वास्थ्य परीक्षण करायें। कोरोना का इलाज संभव है अतः अनावश्यक रूप से न डरें और न ही डर फैलाएं। कलेक्टर श्री धावड़े ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर अपनी सेवायें दे रही हैं। अतः नागरिकों से आग्रह है कि संकट की इस घड़ी में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें। कोरोना वायरस से संबंधित सहायता के लिए हेल्प लाईन नम्बर 104 पर 24 घंटे जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं। इसके अलावा राज्य सर्विलांस ईकाई के हेल्पलाईन नम्बर 07712235091 पर कार्यालयीन समय में फोन कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। -
कृषकों द्वारा अब तक 9705.3 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव
बलरामपुर 30 जून : कृषकों के लिए खरीफ वर्ष 2020 में 12369.3 मेट्रिक टन खाद का भण्डारण जिले के 28 समिति केन्द्रों में किया गया है। कृषकों के लिए आगामी खरीफ मौसम में खेतों में उपयोग करने हेतु रासायनिक खाद यूरिया 4593.3 मेट्रिक टन, डीएपी 3579.4 मेट्रिक टन, एस.एस.पी. 492.9 मेट्रिक टन, एम.ओ.पी. 51 मेट्रिक टन, इफ्को 3652.8 मेट्रिक टन का भण्डारण कर लिया गया है। जिले में अब तक कृषकों द्वारा 9705.3 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया जा चुका है।
विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समिति बलरामपुर में 283.6 मेट्रिक टन यूरिया, 57.0 मेट्रिक टन डीएपी, 8.2 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 286 मेट्रिक टन इफ्को, तातापानी में 115.7 मेट्रिक टन यूरिया, 95 मेट्रिक टन डीएपी, 10.7 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 180 मेट्रिक टन इफ्को, पस्ता में 167.0 मेट्रिक टन यूरिया, 65 मेट्रिक टन डीएपी, 194 मेट्रिक टन इफ्को, कपिलदेवपुर में 187.2 मेट्रिक टन यूरिया, 168 मेट्रिक टन डीएपी, 30 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के सहकारी समिति के भवंरमाल 272.7 मेट्रिक टन यूरिया, 54.9 मेट्रिक टन डीएपी, 5 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 155 मेट्रिक टन इफ्को, त्रिकुण्डा में 253.2 मेट्रिक टन यूरिया, 350 मेट्रिक टन डीएपी, 62 मेट्रिक टन इफ्को, रामचन्द्रपुर में 104.5 मेट्रिक टन यूरिया, 60.5 मेट्रिक टन डीएपी, 30 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 110 मेट्रिक टन इफ्को, कामेश्वरनगर में 122.3 मेट्रिक टन यूरिया, 111 मेट्रिक टन डीएपी, 114 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड राजपुर के सहकारी समिति राजपुर में 227.2 मेट्रिक टन यूरिया, 62 मेट्रिक टन डीएपी, 10.2 मेट्रिक टन एसएसपी, 300 मेट्रिक टन इफ्को, बरियों में 204.4 मेट्रिक टन यूरिया, 210 मेट्रिक टन डीएपी, 162.4 मेट्रिक टन इफ्को, धंधापुर में 227.1 मेट्रिक टन यूरिया, 177.6 मेट्रिक टन डीएपी, 81.1 मेट्रिक टन एसएसपी, 5 मेट्रिक टन एमओपी, 160.4 मेट्रिक टन इफ्को, गोपालपुर में 85.2 मेट्रिक टन यूरिया, 115 मेट्रिक टन डीएपी, 7.0 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 162.8 मेट्रिक टन इफ्को तथा सेवारी में 239.4 मेट्रिक टन यूरिया, 266 मेट्रिक टन डीएपी, 40 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 2 मेट्रिक टन एमओपी, 119 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। इसी प्रकार विकासखण्ड शंकरगढ़ के सहकारी समिति जमड़ी में 295.1 मेट्रिक टन यूरिया, 333 मेट्रिक टन डीएपी, 27.8 मेट्रिक टन एसएसपी, 10 मेट्रिक टन एमओपी, 99.7 मेट्रिक टन इफ्को, भरतपुर 52.9 मेट्रिक टन यूरिया, 98 मेट्रिक टन डीएपी, 20.6 मेट्रिक टन एसएसपी, 8.4 मेट्रिक टन इफ्को, डीपाडीह में 137.5 मेट्रिक टन यूरिया, 104 मेट्रिक टन डीएपी, 0.5 मेट्रिक टन इफ्को, रेहड़ा में 63 मेट्रिक टन यूरिया, 28.8 मेट्रिक टन डीएपी, 53 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड कुसमी के सहकारी समिति कुसमी में 130.5 मेट्रिक टन यूरिया, 292.9 मेट्रिक टन डीएपी, 100 मेट्रिक टन एसएसपी, 34 मेट्रिक टन एमओपी, 101 मेट्रिक टन इफ्को, सामरी में 90.4 मेट्रिक टन यूरिया, 125.7 मेट्रिक टन डीएपी, 2 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 95 मेट्रिक टन इफ्को, चांदो में 148 मेट्रिक टन यूरिया, 57 मेट्रिक टन डीएपी, 80.3 मेट्रिक टन एसएसपी, 58 मेट्रिक टन इफ्को, भुलसीकला में 247.7 मेट्रिक टन यूरिया, 77.5 मेट्रिक टन डीएपी, 68.5 मेट्रिक टन एसएसपी, 264 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड वाड्रफनगर के सहकारी समिति विरेन्द्रनगर में 159.3 मेट्रिक टन यूरिया, 60 मेट्रिक टन डीएपी, 212 मेट्रिक टन इफ्को, वाड्रफनगर में 189.4 मेट्रिक टन यूरिया, 62.6 मेट्रिक टन डीएपी, 223.5 मेट्रिक टन इफ्को, बरतीकला में 61.5 मेट्रिक टन यूरिया, 198 मेट्रिक टन डीएपी, 188 मेट्रिक टन इफ्को, चलगली (डोंगरो) 165.2 मेट्रिक टन यूरिया, 196.9 मेट्रिक टन डीएपी, 60 मेट्रिक टन इफ्को, रामनगर में 170.6 मेट्रिक टन यूरिया, 61.2 मेट्रिक टन डीएपी, 94.2 मेट्रिक टन इफ्को, रघुनाथनगर में 132.7 मेट्रिक यूरिया, 92.6 मेट्रिक टन डीएपी, 86 मेट्रिक टन इफ्को, तथा सहकारी समिति बलंगी में 60.3 मेट्रिक टन यूरिया, 1.6 मेट्रिक टन एसएसपी, 73.9 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है।
कृषकों द्वारा विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समितियों से 1560.4 मेट्रिक टन, रामचन्द्रपुर के सहकारी समितियों से 1064.7 मेट्रिक टन, राजपुर के सहकारी समितियों से 2450.2 मेट्रिक टन, शंकरगढ़ के सहकारी समितियों में 988.9, कुसमी के सहकारी समितियों से 1524.6 मेट्रिक टन तथा वाड्रफनगर के सहकारी समितियों में 2116.5 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया गया है। - बलरामपुर 30 जून : वन अधिकार अधिनियम 2006 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु समुदायिक वन अधिकार, सामुदायिक वन संसाधन अधिकार एवं व्यक्तिगत वन अधिकार प्रदाय किये जाने से संबंधित नियम एवं प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदाय करने हेतु कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने अनुभाग स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित करने हेतु निर्देशित किया है। इस प्रशिक्षण में अनुविभागीय स्तरीय समिति के सदस्यों, जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम वन समिति के अध्यक्ष तथा सचिव को प्रशिक्षण प्रदाय किया जाना है। प्रशिक्षण हेतु कलेक्टर ने मास्टर ट्रेनर्स डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री आर.के. शर्मा एवं प्राचार्य श्री विमल दुबे शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर को जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रशिक्षण दो पालियों में प्रथम पाली 10.30 बजे 1.30 बजे एवं द्वितीय पाली अपरान्ह 2 बजे से सायंकाल 5.00 बजे तक होगी। यह प्रशिक्षण आज 01 जुलाई 2020 को अनुभाग रामानुजगंज के जनपद पंचायत बलरामपुर में, 02 जुलाई को जनपद पंचायत रामानुजगंज, 04 जुलाई को अनुभाग वाड्रफनगर के जनपद पंचायत वाड्रफनगर में, 06 जुलाई को अनुभाग राजपुर के जनपद पंचायत राजपुर में तथा अनुभाग कुसमी के जनपद पंचायत शंकरगढ़ में 08 जुलाई को एवं 09 जुलाई को जनपद पंचायत कुसमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा। कलेक्टर ने इस प्रशिक्षण में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, अनुविभागीय अधिकारी वन, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, रेंजर, डिप्टी रेंजर को भी उपस्थित होने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने वर्तमान कोविड-19 के संक्रमण से संबंधित सावधानियों अर्थात् शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। -
ग्रामीणों के मूलभूत समस्याओं को प्राथमिकता से निराकरण करने के दिये निर्देश
बलरामपुर 30 जून : कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में शासन की प्राथमिकता प्राप्त योजनाओं, कोविड-19 के बारे में अधिकारियों से चर्चा की। बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के लिए बनाये गये पंचायतवार नोडल अधिकारियों से उनके क्षेत्र भ्रमण के अनुभव तथा क्षेत्रीय समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आरबीसी 6-4 के बारे में पुनः उल्लेख करते हुए अधिकारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता से इसका निराकरण कर हितग्राहियों को जल्दी सहयोग राशि प्रदान करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने वाड्रफनगर स्थित विशेष कोविड-19 अस्पताल में भर्ती मरीजों की स्थिति के बारे में सीएमएचओ से जानकारी ली।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने समय-सीमा की बैठक में नियुक्त नोडल अधिकारियों से उनसे संबंधित ग्राम पंचायतों का दौरा कर शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है या नहीं, इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणजनों से बात कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी एकत्र कर संबंधित विभाग को सूचित करने को कहा। संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव एवं पंचों के साथ बैठक कर ग्राम स्तरीय समस्याओं पर उनसे बात करते हुए उनका सुझाव तथा मत भी जाने। कलेक्टर श्री धावड़े ने मूलभूत सुविधाओं जैसे पानी, बिजली, सड़क से जुड़ी समस्याओं के लिए संबंधित विभाग को सूचना प्राप्त होते ही तत्काल निराकृत करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीणों को राशन, पेंशन एवं वन अधिकार पट्टे की ऋण पुस्तिका, आवास, पेयजल जैसे जरूरी सुविधाओं के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने अधिकारियों से बच्चों के टीकाकरण, सुपोषण अभियान के अन्तर्गत वितरित किये जाने वाले अण्डा एवं पूरक पोषण आहार, शासकीय भवनों की स्थिति, पेयजल स्त्रोतों में क्लोरोनाईजेशन तथा ब्लीचिंग पाउडर, सामूहिक वृक्षारोपण, लोक सेवा गारंटी के बारे में विस्तारपूर्वक बात की। उन्होंने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत का प्रमुख है, अधिकारी उनसे सतत् सम्पर्क कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हुए तत्काल संबंधित विभाग को सूचना दें। विशेषकर महिला सरपंचों से बात करते हुए क्षेत्रीय समस्याओं के बारे में जानकारी लें तथा उन्हें पंचायती राज में प्राप्त अधिकारों के बारें में जागरूक करें। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रशासन एवं जनता के बीच संवाद होता रहे तथा अधिकारी जब भी क्षेत्रों का दौरा करें तब जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणजनों से बात करते हुए उनका विश्वास अर्जित करें।
उन्होंने कहा कि अधिकारी सामाजिक उत्तरदायित्व का भी पालन करें तथा अपने दौरे को प्रभावशील बनाते हुए सूक्ष्म निरीक्षण करें। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने अधिकारियों को स्वयं से संबंधित विभागीय योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करने के लिए प्रयास करते हुए महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने को कहा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत हितग्राहियों को राशि समय पर प्राप्त हो यह सुनिश्चित किया जाए। जो शासकीय भवन जर्जर अवस्था में है उन भवनों को ग्राम पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित कर विघटित करें। उन्होंने कहा जिन स्थानों पर शासकीय भवनों जैसे पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन, शाला भवन, उचित मूल्य के दुकान आदि की आवश्यकता है उसकी जानकारी कार्यालय कलेक्टर को भेजें। उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को खाद-बीज से संबंधित निजी दुकानों का निरीक्षण करने तथा अनियमितता पाये जाने पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने शासकीय भूमि या शासकीय भवनों का किसी भी रूप में अतिक्रमण न हो तथा यदि अतिक्रमित है तो उसे तत्काल खाली कराने संबंधित निर्देश सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिये। कलेक्टर ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों से अपने अगले क्षेत्र भ्रमण के दौरान वृक्षारोपण करने तथा लोगों को भी वृक्षारोपण के लिए जागरूक करने को कहा। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, सर्व अनुविभागीय अधिकारी, सर्व डिप्टी कलेक्टर सहित कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। -
बलरामपुर 29 जून : देश के अन्य राज्यों से वापस लौटे प्रवासी श्रमिक परिवारों को मई एवं जून महीने का राशन निःशुल्क वितरित किया जा रहा है। लाॅकडाउन के कारण श्रमिक परिवारों के दिक्कतों को देखते हुए राशन कार्ड विहीन परिवारों को भी निःशुल्क राशन देने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक परिवार को प्रति सदस्य 5 किलो चावल तथा एक किलो चना निःशुल्क दिये जाने की योजना है। जिले में अन्य राज्यों में कार्यरत् प्रवासी श्रमिक परिवारों के वापसी के पश्चात् उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार में नियोजित करने तथा निःशुल्क राशन देने के साथ ही शासन के सभी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। विकासखण्ड स्तर पर प्रवासी श्रमिकों के वापसी के दौरान संधारित पंजी के अनुसार उन्हें पंजीकृत किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जानकारी दी है कि जो प्रवासी श्रमिक अन्य राज्यों से लौटकर वापस आये हैं तथा उनके पास राज्य शासन द्वारा जारी किया गया कोई राशनकार्ड नहीं हैं, ऐसे परिवारों को पंजीकृत कर उन्हें मई व जून महीने का राशन निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। लाॅकडाउन के अवधि में श्रमिकों की आय प्रभावित हुई है, जिससे उनके जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने जिला खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया है कि प्रवासी श्रमिकों का पंजीयन कर राशन वितरण का कार्य शीघ्र पूर्ण करें। विकासखण्ड राजपुर के ग्राम कोटागहना की रहने वाली शिला कुशवाहा अपने परिवार के साथ वापस लौट चुकी है। लाॅकडाउन के दौरान उनके परिवार की आय प्रभावित हुई है तथा जो बचे पैसे थे। वह भी वापस लौटने में खर्च हो गये। शिला को 02 महीने का चावल एवं चना मिल गया है, जिससे उनकी चिंताएं कम हुई है। इसी प्रकार कोटागहना के ही कविलासो के परिवार वापस लौटने पर काम के साथ 2 महीने का राशन मिल गया है। दोनों ही परिवारों के सदस्यों ने शासन धन्यावाद ज्ञापित किया है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों की जानकारी के आधार पर उन्हें पंजीकृत कर राशन वितरण प्रारंभ किया गया है। जिले के समस्त उचित मूल्य के दुकानों में प्रवासी श्रमिकों के लिए आवश्यकतानुसार भण्डारण कर वितरण किया जा रहा है। -
बलरामपुर 29 जून : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 06 तहसीलों में 01 जून से 29 जून 2020 तक की स्थिति में 1536.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले में अब तक सबसे अधिक वर्षा वाड्रफनगर तहसील में 436.6 मि.मी. एवं शंकरगढ़ में सबसे कम 182.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
कार्यालय कलेक्टर के भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार अब तक बलरामपुर तहसील में 184.6 मि.मी., कुसमी में 251 मि.मी., शंकरगढ़ में 182.7 मि.मी., रामानुजगंज में 297.4 मि.मी., राजपुर में 184.2 मि.मी. तथा वाड्रफनगर तहसील में 436.6 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। प्रतिवेदित दिनांक 29 जून को तहसील रामानुजगंज में 16.4 मि.मी. एवं कुसमी में 22 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। -
जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर किया गया डिस्चार्ज
कलेक्टर ने डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को दी बधाईबलरामपुर //वाड्रफनगर स्थित विशेष कोविड अस्पताल तैयार होने के पश्चात कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है । डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ कोविड अस्पताल में निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे है, इसी का परिणाम है कि इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित पहला मरीज पूर्णरूप से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गया है। पुनः परीक्षण में मरीज की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के पश्चात उसे डिस्चार्ज किया गया है।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की टीम को बधाई दी है ।उन्होंने कहा कि अस्पताल तैयार होने के पश्चात कोरोना संक्रमित मरीजो का इलाज का किया जा रहा है। एक्सक्लुसिव कोविड ट्रीटमेंट सेंटर वाड्रफनगर में भर्ती पहले मरीज ने कोरोना को मात दी है तथा उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है ।कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि वे घरों से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहने तथा जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले । कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करें तथा डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का पूरा सहयोग करे । इस कठिन समय मे अपनी जिम्मेदारी निभाएं, प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन कर रहा है । -
बलरामपुर 27 जून : विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बलरामपुर ने जानकारी दी है कि विकासखण्ड बलरामपुर में 75 प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में मध्यान्ह भोजन का संचालन विद्यालय के संस्था प्रमुखों के द्वारा किया जा रहा था। किन्तु लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार 2020-21 में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का संचालन महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा कराया जाना है। इच्छुक पंजीकृत महिला स्व सहायता समूह मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम संचालन हेतु निर्धारित प्रपत्र में 6 जुलाई 2020 तक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय सम्पर्क कर सकते हैं। -
निर्धारित राशि देकर प्राप्त करें भूमि स्वामी हक
बलरामपुर 27 जून : राज्य शासन ने नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए नगरीय क्षेत्रों में शासकीय भूमि एवं अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन के लिए भूमि स्वामी हक देने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने नगरीय क्षेत्र में अतिक्रमित भूमि व्यवस्थापन, भूमि आबंटन, रियायती स्थायी पट्टों के भूमिस्वामी हक, गैर रियायती स्थायी पट्टों के भूमिस्वामी हक, पट्टा धृति, परिवर्तित भूमि के वार्षिक भू-भाटक वसूली एवं छुट के विषय में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने नगरीय निकायों में निवासरत् नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपनी पात्रता अनुसार शासन की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लें।
भू-अभिलेख नजूल शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगरीय क्षेत्र के अतिक्रमित शासकीय नजूल भूमि के लिए व्यवस्थापन के समय किसी व्यक्ति द्वारा भूमि स्वामी हक प्राप्त करने के लिए भूमि आबंटन के समय बाजार मूल्य के 150 प्रतिशत के बराबर प्रब्याजी तथा भूमिस्वामी हक की प्राप्ति हेतु बाजार मूल्य का 2 प्रतिशत के समतुल्य राशि अर्थात् प्रचलित गाइडलाइन दर पर बाजार मूल्य का 152 प्रतिशत राशि शासन को भुगतान करना होगा। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्र में स्थित शासकीय खुली नजूल भूमि (7500 वर्गफुट तक) के लिए भूमिस्वामी हक प्राप्त करना चाहता है, तो प्रचलित गाइडलाइन दर पर बाजार मूल्य का 102 प्रतिशत के समतुल्य राशि शासन को भुगतान करने पर भूमिस्वामी हक प्राप्त कर सकता है।
यदि नगरीय क्षेत्र (नजूल) में स्थित रियायती पट्टेदार उन्हे प्रदत्त पट्टे की भूमि को भूमिस्वामी हक में परिवर्तन कराना चाहता है, तो प्रचलित गाइडलाइन दर पर बाजार मूल्य का 102 प्रतिशत के समतुल्य राशि शासन को भुगतान करने पर भूमिस्वामी हक प्राप्त कर सकता है। वहीं नगरीय क्षेत्र में जारी गैर रियायती स्थायी पट्टेदार यदि अपने पट्टे पर प्राप्त भूमि के संबंध में भूमिस्वामी अधिकार प्राप्त करना चाहता है, तो उसे प्रचलित गाइडलाइन दर के आधार पर भूमि के बाजार मूल्य के 2 प्रतिशत की अतिरिक्त राशि लेकर भूमिस्वामी हक प्राप्त कर सकता है। शासन के निर्देशों के अनुसार नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन (पट्टाधृति अधिकारों को प्रदान किया जाना) नियम-2019 में संशोधन करते हुए नगर पंचायत क्षेत्र में 5 रूपये एवं नगरपालिका क्षेत्र में 10 रूपये प्रति वर्गफुट की दर से पट्टा प्रदाय किया जायेगा जिसका शुल्क प्रतिवर्ष जमा करना होगा। इसी प्रकार राज्य शासन के निर्णय अनुसार परिवर्तित (डायवर्टेड) भूमि के भूमिस्वामी द्वारा निर्धारित वार्षिक भू-भाटक की राशि 15 वर्ष का एक मुश्त जमा करने पर भूमिस्वामी को आगामी 15 वर्ष (16 वें वर्ष से 30 वें वर्ष तक) के भू-भाटक की वसूली से छूट प्राप्त होगी। इन योजनाओं के संबंध में अधिक जानकारी संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के नजूल शाखा में सम्पर्क कर सकते हैं। -
प्राकृतिक आापदा हितग्राहियों के लिए 1 करोड़ 36 लाख रूपये की राशि स्वीकृत
बलरामपुर 27 जून : प्राकृतिक आपदा दैवीय विपत्तियों, पानी में डूबने, खदान धसकने, बिजली गिरने, रसोई गैस फटने, विशेष जीव जन्तु के काटने से होने वाले मानवीय क्षति के लिए शासन द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अन्तर्गत सहायता राशि प्रदान की जाती है। जिला कार्यालय में स्थापित राहत शाखा इन प्रकरणों का निराकरण कर सहायता राशि सीधे हितग्राही के खाते में हस्तांतरित करता है। कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ निराकृत कर हितग्राही को शीघ्र सहायता राशि प्रदान करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया है। अधिकारी राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रकरणों को किसी भी कारण से लंबित न रखते हुए शीघ्र निराकृत करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अन्तर्गत मानवीय क्षति की दशा में 4 लाख रूपये की राशि सहयोग के रूप में प्रदान की जाती है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देशानुसार डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के नवीन प्रकरणों के जल्द निराकरण तथा हितग्राहियों के सुविधा के लिए सर्व तहसीलदारों को दिशा-निर्देश देते हुए प्रकरणों की जानकारी पे्रषित की है। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के नये प्रकरणों को तहसील कार्यालय के माध्यम से हितग्राहियों को सहायता राशि का भुगतान किया जाएगा। श्री बालेश्वर राम ने बताया कि हितग्राहियों की सुविधा को देखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने यह निर्णय लिया है कि सभी प्रकरणों का भुगतान शीघ्र तहसील कार्यालय के माध्यम से हो तथा भुगतान संबंधी सभी जानकारी कलेक्टर कार्यालय राहत शाखा को भेजी जायें। राहत शाखा द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के 34 हितग्राहियों के लिए 1 करोड़ 36 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें तहसील बलरामपुर के 5 प्रकरणों के लिए 20 लाख रूपये, कुसमी के 7 प्रकरणों के लिए 28 लाख रूपये, राजपुर के 02 प्रकरणों के लिए 8 लाख रूपये, वाड्रफनगर के 09 प्रकरणों के लिए 36 लाख रूपये एवं तहसील रामानुजगंज के 11 प्रकरणों के लिए 44 लाख रूपये की राशि हितग्राहियों को दिया जाएगा। -
बलरामपुर 26 जून : जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्गत जिला समन्वयक, जिला सलाहकार, ब्लाक समन्वयक, कलस्टर समन्वयक के पदों में भर्ती हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था। प्राप्त आवेदन पत्रों की स्क्रूटनी कर समिति द्वारा पात्र-अपात्र सूची जारी कर दी गई है। पात्र-अपात्र सूची का अवलोकन जिला पंचायत कार्यालय के सूचनापटल एवं जिले के वेबसाईट पर किया जा सकता है। पात्र-अपात्र की सूची में जिस आवेदक को आपत्ति हो तो वह 02 जुलाई 2020 तक जिला पंचायत कार्यालय में उपस्थित हो कर लिखित रूप में कर सकते हैं। उक्त तिथि एवं समय के पश्चात किसी भी प्रकार की दावा आपत्ति को मान्य नहीं किया जाएगा। - बलरामपुर 26 जून : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 06 तहसीलों में 01 जून से 26 जून 2020 तक की स्थिति में 1403.9 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। जिले में अब तक सबसे अधिक वर्षा वाड्रफनगर तहसील में 405.6 मि.मी. एवं बलरामपुर में सबसे कम 163.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
कार्यालय कलेक्टर के भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार अब तक बलरामपुर तहसील में 163.4 मि.मी., कुसमी में 229 मि.मी., शंकरगढ़ में 170.4 मि.मी., रामानुजगंज में 264 मि.मी., राजपुर में 171.5 मि.मी. तथा वाड्रफनगर तहसील में 405.6 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। प्रतिवेदित दिनांक 26 जून को तहसील रामानुजगंज में 29.4 मि.मी., राजपुर में 70 मि.मी. तथा कुसमी में 35 मि.ली. वर्षा दर्ज की गई है। -
किसानों को आसनी से मिल रहा है खाद-बीज
बलरामपुर 26 जून : खरीफ की फसल के लिए जिला प्रशासन द्वारा जरूरी तैयारियां समय से पहले पूर्ण कर समितियों मे खाद-बीज का पर्याप्त मात्रा मे भंडारण कर लिया गया था। मानसून के दस्तक के साथ ही किसान फसल लगाने कि तैयारियों के दौरान खाद-बीज का उठाव करते हैं। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए समितियों में सरलता से खाद-बीज उपलब्ध हो इस हेतु निर्देश दिये थे, ताकि समय पर फसल की बुवाई हो तथा किसानों को भटकना न पड़े। जिले में 28 समितियों के माध्यम से कृषकों को खाद-बीज का वितरण किया जा रहा है। इन समितियों के माध्यम से किसानों को आसानी से खाद-बीज उपलब्ध हो रहे हैं। समितियों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 2536.7 क्विंटल बीज एवं 9222.7 मीट्रिक टन खाद का वितरण हो चुका है।
समितियों से जुडे़ अधिकारियों ने जानकारी दी है कि भण्डारण मानसून के पूर्व कर लिया गया था तथा किसानों को खाद एवं बीज का वितरण समय पर किया जा रहा है। किसानों की समस्याओं को कम करने के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की समितियों में ड्यूटी लगाई गई है। सभी समितियो में धान के सर्टिफाईड बीज तथा रासायनिक उर्वरक जैसे यूरिया, डीएपी, एनपीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। खाद-बीज लेने सहकारी समिति बलरामपुर पहुंचे जतरो निवासी भीकू सिंह के चेहरे पर बारिश के आने की खुशी साफ झलक रही थी। पूछने पर भीकू सिंह ने बताया कि आषाढ़ लग गया है धान लगाने की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से अपने वादे को पूरा कर किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने आगे बताया कि फसल लगाने के पूर्व किसानों को खाद-बीज खरीदने कि चिंता रहती थी तथा पारिवारिक खर्चों के बाद फसल बुवाई के समय लोन लेना पड़ता था।
लेकिन राज्य शासन ने कठिन समय में किसानों का हाथ थामा है तथा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से धान के बोनस की राशि प्रदान कर अन्नदाताओं के दिक्कतों को दूर किया है। जिससे कृषक आसानी से समितियों के माध्यम से खाद-बीज खरीदी कर पा रहे हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि धान का उचित मूल्य मिलने से कृषकों में उत्साह है जिससे धान के रकबे में वृद्धि होगी। पिछले खरीफ वर्ष में 2265 क्विंटल धान बीज भण्डारण की तुलना में इस वर्ष 3634.5 क्विंटल बीज का भण्डारण तथा 12049.3 मीट्रिक टन खाद का भण्डारण किया गया है। वहीं वितरण की बात करें तो अब तक कृषकों को 2536.7 क्विंटल धान बीज तथा 9222.7 रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है। समितियों में मांग अनुसार खाद-बीज का भण्डारण किया जाता है तथा मांग बढ़ने से कृषकों को खाद-बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। पिछले वर्ष तुलना में इस की बढ़ी हुई मांग को देखते अधिक भण्डारण किया गया था। -
नये सत्र प्रारंभ के पूर्व की गई तैयारियों समीक्षा
बलरामपुर 25 जून : विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिक्षा स्थाई समिति की बैठक आयोजित की गई। शिक्षा समिति की बैठक में सदस्यों ने शाला प्रवेश, आॅनलाईन कक्षाओं का संचालन, एकल शिक्षक वाले स्कूलों में शिक्षक की मांग, पुस्तक, गणवेश, प्रवेश उत्सव, अंग्रेजी माध्यम स्कूल के संचालन मध्यान्ह भोजन के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में शिक्षा समिति की अध्यक्ष भानूप्रताप दीक्षित ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणामों की समीक्षा करते हुए जिले के प्रदर्शन पर संतुष्टि जताई। विकासखण्ड बलरामपुर के 12वीं एवं 10वीं के छात्रों का प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आगे भी अच्छा प्रदर्शन करने का विश्वास व्यक्त किया।
शिक्षा स्थाई समिति की बैठक में अध्यक्ष सह सदस्यों ने सर्वप्रथम कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते जरूरी सुरक्षा व्यवस्थाएं एवं बचाव के उपायों का पालन करने संबंध में चर्चा की। समिति के सदस्यों ने आॅनलाईन कक्षाओं का संचालन के बारे में विस्तारपूर्वक मंत्रणा करते हुए अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक करने को कहा। शिक्षकों की कमी तथा जिन स्कूलों में वर्तमान में एक ही शिक्षक है वहां तत्काल शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहे। स्कूलों का संचालन प्रारंभ होते ही छात्र-छात्राओं को पुस्तक, गणवेश एवं सायकल समय पर उपलब्ध करवायें जायें। सत्र प्रारंभ होते ही जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया किये जाएं। कक्षा 10वीं एवं 12वींे के छात्रों के लिए अंग्रेजी एवं गणित के विषयों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन किया जाए।
समिति के सदस्यों ने हायर सेकेण्डरी एवं हाईस्कूल के सत्र 2019-20 में उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम प्राप्त करने वाले विद्यालयों को शिक्षा समिति द्वारा पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया। सभी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के मीनू को दिवाल लेखन के माध्यम से प्रदर्शित किया जाए तथा विद्यालय सत्र प्रारंभ के पूर्व ही इसे सुनिश्चित करें। क्वारेंटीन सेंटर बनाये गये स्कूलों को बिना रंगरोगन एवं सेनेटाईज किये संचालित नहीं किया जाएगा। बैठक के अंत में समिति के अध्यक्ष श्री भानूप्रताप दीक्षित ने कहा कि समिति की आगामी बैठक में हायर सेकेण्डरी एवं हाईस्कूल के परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित कर उत्साहवर्धन किय जाएगा।
बैठक में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री जयगोविन्द तिवारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वय श्री अनित तिवारी एवं शिक्षा स्थाई समिति के सदस्य उपस्थित थे। -
उप संचालक कृषि ने दिये कृषकों को बीमा से जोड़ने का लक्ष्य
बलरामपुर 25 जून : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत् मौसम खरीफ मुख्य फसल धान, मक्का, अरहर एवं उड़द फसल को अधिसूचित किया गया है। फसल बीमा जिले के कृषकों हेतु नजदीकी बैंक, च्वाईस सेंटर एवं सहकारी समिति के माध्यम से ऋणी एवं अऋणी कृषकों का किया जाना है। खरीफ मौसम हेतु ऋणी एवं अऋणी कृषकों की फसल बीमा की अंतिम तिथि 15 जुलाई 2020 निर्धारित किया गया है। फसल बीमा हेतु अधिसूचित बीमा इकाई ग्राम निर्धारित किया गया है, बीमा इकाई में अधिसूचित फसल का रकबा 10.00 हेक्टेयर या इससे अधिक होने पर उक्त फसल को संबंधित इकाई में अधिसूचित किया गया है। इस योजना में ऋणी कृषक (भू-धारक व बटाईदार) तथा गैर ऋणी कृषक (भू-धारक व बटाईदार) शमिल हो सकते हैं। बीमाकत्र्ता कंपनी बजाज एलायंस, जनरल इंश्योरेन्स कंपनी लिमिटेड के द्वारा जिले के समस्त क्षेत्र में बीमा का कार्य कर रहे हैं।
खरीफ वर्ष 2020-21 हेतु उप संचालक कृषि द्वारा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषक मित्र तथा आत्मा योजना के एटीए एवं बीटीएम को क्रमशः 50-50 कृषकों को जोड़ने हेतु प्रेरित करने का लक्ष्य दिया गया है। लक्ष्य की पूर्ति के लिए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषक मित्र, एटीएम एवं बीटीएम अपने क्षेत्र के अऋणी कृषकों से चर्चा कर 50-50 कृषकों को चिन्हांकन कर उन्हें फसल बीमा से जोड़ने हेतु योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी देंगे। -
रूचि, क्षमता एवं उपलब्ध संसाधनों के अनुसार किया जा रहा है व्यवसाय
बलरामपुर 25 जून : लाॅकडाउन की अवधि में कामगारों एवं छोटे व्यवसायियों को आर्थिक एवं व्यवसायिक गतिविधियों में संकट का सामना करना पड़ा। इस दौरान आर्थिक संकट से आमजनों को उबारनेे एवं राहत देने के उद्देश्य से शासन हर मोर्चे पर सक्रिय रही। बलरामपुर में एनआरएलएम समूह की सदस्य लाॅकडाउन की अवधि में जरूरी सेवाओं के संचालन से जुड़े रहे। समय के साथ आर्थिक गतिविधियों के प्रारंभ होने से समूह के लोग व्यवसायिक कार्यों में भागीदारी बढ़ाते हुए आजीविका प्राप्त कर पा रहे हैं। जिले में एनआरएलएम के तहत् स्टार्टअप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप परियोजना के माध्यम से समूह से जुड़े सदस्यों को गांव में ही रूचि, क्षमता तथा उपलब्ध संसाधनों के अनुसार उद्यम शुरू करने के लिए आसान लोन रियायती दर पर दिया गया है। वित्तीय सहायता प्राप्त कर ग्रामीण उद्यमियों द्वारा डेयरी प्रोडक्ट, किराना, फल, बाईक रिपेयरिंग, कम्प्यूटर हार्डवेयर, चिकन-मटन की दुकान जैसे जरूरी सेवाएं संचालित की जा रही हैं। मझले एवं छोटे उद्यमी इन व्यवसायों के माध्यम से अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के साथ ही अच्छी आय प्राप्त कर रहें हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. ने बताया प्रशिक्षित सामुदायिक कैडर द्वारा तैयार प्रकरण एवं विकासखण्ड संसाधन केन्द्र द्वारा व्यापार कार्ययोजना तैयार कर लोन राशि का निर्धारण किया जाता है। वर्तमान में 500 उद्यमियों को स्टार्टअप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप परियोजना के तहत् बढ़ावा दिया जा रहा है। इस वर्ष विकासखण्ड बलरामपुर में 350 नये और पूर्व से संचालित उद्यमों को परियोजना के माध्यम से सहयोग किया जाएगा। कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों से पूर्व से संचालित उद्यमों को व्यापार में हुये नुकसान से उबारने में वित्तीय सहयोग की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि जिले के सभी विकासखण्डों में उद्यमियों को मुद्रा लोन तथा बैंक ऋण से सहयोग करने का लक्ष्य रखा गया है। उद्यमियों को रूचि के अनुसार कार्य एवं व्यवसाय में नियोजित करने से उन्हें अच्छी आय प्राप्त होने के साथ ही व्यापार का विस्तार भी हो रहा है। - बलरामपुर 25 जून : प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हितग्राहियों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 में निहित प्रावधान अनुसार तत्काल आर्थिक अनुदान सहायता हेतु राज्य आपदा मोचन निधि मद से दैवीय विपत्तियों के अन्तर्गत कलेक्टर ने जिले के 40 हितग्राहियों को 1 करोड़ 60 लाख रूपये आर्थिक अनुदान राशि की स्वीकृति प्रदान की है।
कलेक्टर ने तालाब में डूबने से ग्राम चलगली की सरिता पुत्री गोपाल राम, ग्राम कर्री के रामकुमार आत्मज कन्हैयाराम, ग्राम बसंतपुर के दशरथ आत्मज हरिप्रसाद, ग्राम प्रेमनगर की सुखमनिया आयम पति राजेन्द्र आयम, ग्राम असनडीह के बीरसाय आत्मज बलदेव, ग्राम गोंदला के फजीहत आत्मज रामसिंह, ग्राम कोटराही के मुन्नी लाल आत्मज लक्ष्मण, ग्राम बभनी की नीरा सिंह पति दयाशंकर, पशुपतिपुर की हरबस पति बाबुलाल, ग्राम गिरवानी की गीता देवी पति रामऔतार, ग्राम धनेशपुर के गोपाल नगेसिया आत्मज देदु नगेसिया, मदनेश्वरपुर के भजन आत्मज जंगू, ग्राम सिधमा की मानमती बेवा स्व. दशरथ, ग्राम लमोरी के महेश आत्मज रामजीत, ग्राम नवाडीहकला के प्रेमसाय आत्मज लठुआ बरगाह, ग्राम चन्दरपुर के गेड़वा आत्मज तेजना, ग्राम कपिलदेवपुर के हीरासाय आत्मज रामसाय को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक अनुदान सहायता राशि प्रदान की गई है।
इसी प्रकार सर्प काटने से ग्राम पोखरा की सुभगिया पति सिकेशर, ग्राम गांेदला के रामेश्वर आत्मज घुरन, ग्राम धनवार के रामप्रसाद पण्डो आत्मज सुखदेव, ग्राम परहियाडीह की सुन्द्ररी आयम पति रामदास आयम, ग्राम डोंगरो के अशोक दास आत्मज शंकर दास, ग्राम शंकरपुर के धर्मचन्द आत्मज मकुन्दी, ग्राम कंवडु के राजेश उर्फ चक्रधारी आत्मज गरजू, ग्राम सरना के रामसागर आत्मज चतुर्गुण, ग्राम धनवारकला के तेज सिंह आत्मज शिवकुमार, ग्राम मदनपुर के बेलसु नेताम आत्मज बलदेव, ग्राम नवाडीह के धीरसाय आत्मज रामसाय, ग्राम बेंगो के रमाशंकर आत्मज फुलसाय, ग्राम परसागुड़ी की सावित्री टोप्पो पति रामप्रसाद, ग्राम खुमरी के माझे आयाम आत्मज कतरू आयाम, ग्राम कंरवा के कुंवर बेवा रामऔतार, ग्राम राधनगर की हीरमन मरकाम पति राय सिंह, ग्राम कैलाशपुर के रामलाल आत्मज रामधारी, ग्राम बठौरा के पुसना राम आत्मज रामदेव, ग्राम गैना के दुलार सिंह आत्मज रामनारायाण सिंह, ग्राम शंकरपुर के प्रताप सिंह आत्मज रामभरोस तथा आकाशीय बिजली से मृत्यु होने पर ग्राम कुरडीह की सुमिता पति कोड़ही, ग्राम गोपालपुर के मोहन राम आत्मज जगदेव एवं ग्राम इंजानी की नेहा पटेल पति संदीप पटेल को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक अनुदान सहायता राशि प्रदान की गई है।