- ट्रायसायकल मिलने पर श्री प्लासिद एवं फिरोज ने प्रशासन को दिया धन्यवादबलरामपुर : समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित है। शारीरिक रूप से अक्षम दिव्यांग व्यक्तियों को उनके आवागमन की सुविधा के लिए ट्रायसायकल प्रदान करने की योजना है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा दो दिव्यांग व्यक्तियों को संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में ट्रायसायकल वितरित किया गया। कलेक्टर ने इस दौरान दिव्यांगजनों से चर्चा कर उनका हाल-चाल जाना तथा उन्हें पेंशन सुचारू रूप से मिल रहा या नहीं उसकी जानकारी ली। ट्रायसायकल प्राप्त कर महावीरगंज निवासी फिरोज आलम ने बताया कि वे 90 प्रतिशत दिव्यांग हंै तथा उन्होंने ट्रायसायकल के लिए आवेदन किया था।मेरा आवेदन प्राप्त होते ही कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ द्वारा समाज कल्याण विभाग को तत्काल निर्देशित कर ट्रायसायकल प्रदाय किया गया। विकासखण्ड वाड्रफनगर के धनवारकला के रहने वाले श्री प्लासिद कुजूर शारीरिक रूप से अक्षम हैं तथा उन्होंने भी ट्रायसायकल के लिए आवेदन किया था। कलेक्टर द्वारा इन्हें भीट्रायसायकल प्रदाय किया गया। श्री प्लासिद कुजूर ने सायकल मिलने पर बताया कि दिव्यांग होने के कारण कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। कहीं भी आने जाने के लिए मुझे सहारे की जरूरत पड़ती थी किन्तु अब ट्रायकसायकल मिलने से परेशानी दूर हो गयी है तथा अन्य व्यक्तियों पर निर्भरता कम होने के साथ ही अपने काम आसानी से कर पाउंगा। श्री प्लासिद कुजूर और श्री फिरोज आलम ने प्रशासन की सक्रियता एवं सेवा भावना के लिए आभार व्यक्त किया है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने बताया कि शासन द्वारा दिव्यांगता के 21 प्रकार निर्धारित किये गये हैं, जिले में पात्रता के अनुसार सभी दिव्यांगजनों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
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बिना लक्षण एवं हल्के लक्षण वाले मरीज अब होंगे होम आइसोलेट
बलरामपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों तथा जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग कर कोविड-19 के वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कलेक्टरों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए राज्य शासन ने प्रारंभ से ही आवश्यक कदम उठाए हैं तथा कोरोना संक्रमितों के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि अब से जिन कोरोना संक्रमितों को कोई भी लक्षण नहीं है अथवा बिल्कुल हल्के लक्षण हैं एवं अन्य कोई शारीरिक समस्या नहीं है, ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में ही रखना है। होम आइसोलेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग से दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं, उनका पालन करना अनिवार्य होगा।
कोरोना जांच के बाद यदि संबंधित का रिपोर्ट पाॅजीटिव आता है, तो उन्हें कोरोना के इलाज से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपायों की जानकारी भी दी जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से सतत् संपर्क में रहने की व्यवस्था हो ताकि यदि मरीज को कोई भी असुविधा होती है, तो उन्हें तत्काल कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जाए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना के लक्षणों को तथा इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए जनजागरूकता बढ़ाएं।
कोरोना के साथ निमोनिया का होना और भी खतरनाक होता है, इसलिए सर्दी, बुखार एवं कोरोना से जुड़े कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें। अस्पतालों में साफ-सफाई तथा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा समय-समय पर इसकी समीक्षा भी करें।
विज्ञप्तियों के माध्यम से मरीजों तथा अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों की संख्या सार्वजनिक की जाए। लोगों में यह विश्वास बना रहना चाहिए कि शासन प्रशासन हर कदम पर उनके साथ है। कोविड-19 से जुड़े दवाईयों की कालाबाजारी न हो, सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने संदेश जारी कर की कोरोना महामारी से लड़ाई में सहयोग की अपील
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जिले के नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस कोविड-19 से लड़ने में प्रशासन सक्रियता के साथ कार्य कर रहा है। शासन द्वारा प्राप्त निर्देशों का पालन करते हुए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। कोविड अस्पताल के साथ-साथ आईसोलेशन सेंटर भी बनाए गए हैं ताकि मरीजों को बेहतर इलाज के साथ ही चिकित्सकीय निगरानी में भी रखा जा सके।
उन्होंने अपील की है कि कोरोना से बचाव के मानकों का पालन करें, मास्क का आवश्यक रूप से प्रयोग करें, हाथों को धोएं तथा सोशल/फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने कहा कि भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें, कोरोना के लक्षण तथा इलाज से जुड़ी जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी की गई है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि कोविड-19 के अलावा अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं आगे भी पूर्ववत प्राप्त होती रहेंगी। आप सभी के सहयोग से ही हम इस कोरोना महामारी की लड़ाई से विजय प्राप्त कर सकेंगे। - बीमारियों से बचाव के लिए दी जरूरी सलाहबलरामपुर : कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के कृषि वैज्ञानिक दल ने विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत जाबर, अमडण्डा एवं रामनगर में किसानों द्वारा की गई धान की खेती का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने किसानों को बताया कि वर्तमान में धान का फसल पूर्ण बढ़वार हो चुका है तथा कुछ धान गभोट अवस्था में है।कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक पाण्डु रा पैकरा ने बताया कि वातावरण में आर्द्रता बढ़ने के साथ फसलों में कीट एवं बीमारियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है तथा लगतार वर्षा होने के पश्चात जीवाणु जनित झुलसा रोग फसलों में देखा गया है। उन्होंने किसानों को रोग के उपचार के लिए खेतों से पानी निकाल कर 10-15 किलो ग्राम पोटास प्रति एकड़ कि दर से उपयोग करने की सलाह दी है तथा सुरक्षात्मक दृष्टि से रासायनिक दवा स्ट्रेप्टोमाइसीन 12 ग्राम के साथ प्रोपीकोनाजोल 10.7 प्रतिशत, ट्राईसाइक्लाजोल 34.2 प्रतिशत, एसई 250 मिलीलीटर को प्रति एकड़ की दर से 150-200 लीटर पानी में घोलकर खेतों मे छिड़काव करने को कहा है।
- अशोक और मनेश्वर जैसे हजारों परीक्षार्थियों की चिन्ता दूरबलरामपुर : विकासखण्ड वाड्रफनगर के श्री रामईश्वर अपने पुत्र अशोक को आईआईटी जेईई की परीक्षा हेतु रायपुर रवाना करने संयुक्त जिला कार्यालय भवन पहुंचे थे। रामईश्वर ने बताया कि कोविड-19 के कारण परिवहन सेवाएं स्थगित हैं ऐसे में परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र तक जाने में निजी वाहनों की आवश्यकता होती। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईआईटी एवं नीट की परीक्षा तिथि की घोषणा के साथ ही परीक्षार्थियों को परीक्षा से वंचित न होना पड़े, इसलिए निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई है। परीक्षा देने जा रहे अशोक के चेहरे पर इस बात की खुशी है कि कठिन परिस्थिति में भी प्रदेश के मुखिया ने उनका साथ नहीं छोड़ा बल्कि आगे आकर संवेदना का परिचय देते हुए वाहन की व्यवस्था की है। ज्ञात है कि आईआईटी जेईई की परीक्षाएं 1 सितम्बर से प्रारंभ हो चुकी है तथा राज्य में भिलाई, रायपुर एवं बिलासपुर में 5 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। वर्तमान में परिवहन सेवाएं सुचारू रूप से प्रारंभ नहीं हुई है, ऐसे में परीक्षा केन्द्र तक आवागमन के लिए उपयुक्त परिवहन व्यवस्था न होने के कारण छात्रों को कठिनाई हो सकती थी।.छात्रों के लिए निजी वाहनों के माध्यम से परीक्षा केन्द्र तक पहुंच पाना और भी असंभव था। छात्र हितांे को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने त्वरित निर्णय लेकर परीक्षार्थियों के लिए निःशुल्क परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाई है। अब मनेश्वर और अशोक जैसे हजारों छात्रों को परीक्षा से वंचित होने का डर नहीं है वे समय पर परीक्षा में शामिल हो पायेंगे। ऐसा ही कुछ कहना है विकासखण्ड कुसमी के रहने वाले मनेश्वर का जो जेईई की परीक्षा देने बिलासपुर गए है। मनेश्वर ने बताया कि बस न चलने के कारण डर था कि शायद इस बार परीक्षा नही दे पाएंगे और पिताजी भी इसी बात से चिंतित थे। मनेश्वर के पिता श्री हरिलाल ने भी यही बात कहते हुए अपनी स्थिति बताई। किंतु अब वाहन की व्यवस्था हो गई है और मनेश्वर अब परीक्षा देने जा रहे हैं। छात्रों के भविष्य की चिंता करते हुए राज्य शासन ने सरहानीय पहल की है। सीमित समय में छात्र हित में लिया गया शासन का यह निर्णय शिक्षा के प्रति गंभीरता को दर्शाता है।
- बलरामपुर : जिला चिकित्सालय परिसर बलरामपुर में एक अज्ञात व्यक्ति विक्षिप्त अवस्था में रह रहा है, संबंधित व्यक्ति के साथ उनका कोई परिजन अथवा अन्य व्यक्ति भी नहीं हैं तथा यह व्यक्ति अपना नाम एवं पता भी नहीं बता पा रहा है।
जिला चिकित्सालय बलरामपुर के सिविल सर्जन द्वारा उक्त व्यक्ति के संबंध में समाज कल्याण विभाग को जानकारी दी गई है जिस पर समस्त नागरिकों से अपील की जाती है कि उक्त व्यक्ति के संबंध में उनके परिजन अथवा किसी अन्य व्यक्ति को कोई जानकारी प्राप्त होने पर यथाशीघ्र जिला चिकित्सालय बलरामपुर को सूचित करें। - परंपरागत फसलों के अलावा रागी, दलहन एवं तिलहन फसलों के रकबा का करें विस्तार: श्री पिंगुआ
बलरामपुर : जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। विकासखंड कुसमी के चांदो में फूड पार्क के चिन्हित भूमि का अवलोकन कर जल्द कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने विकासखंड कुसमी के ग्राम कुटरू में कृषि विभाग के सहयोग से किये जा रहे रागी के खेतों तथा नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया।
वन विभाग द्वारा विकासखंड राजपुर के ग्राम सेवारी में 3 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के पौधरोपण क्षेत्र का भी अवलोकन किया। प्रभारी सचिव द्वारा सामरी स्थित छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा का अवलोकन किया। उन्होंने पर्यटकों के लिए गौरलाटा के अवलोकन हेतु व्यू पॉइंट बनाने के निर्देश दिए तथा दिशासूचक बोर्ड लगाने को कहा।
प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने ग्राम चांदो में फूड पार्क के लिए आबंटित भूमि का अवलोकन किया। उन्होंने राजस्व तथा उद्योग विभाग के संयुक्त टीम के साथ चयनित स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। श्री पिंगुआ ने कृषि विभाग द्वारा धान से इतर रागी तथा अन्य फसलों को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुसमी के ग्राम कुटरू में रागी की खेती कर रहे रामसुंदर यादव के खेत में पहुचकर उनके अनुभव के बारे में जाना।
कृषि विभाग के अधिकारियों से रागी की खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे बीज, सिंचाई, तथा उपलब्ध बाजार के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने परंपरागत फसलों के अलावा रागी, दलहन एवं तिलहन फसलों के रकबा विस्तार हेतु प्रयास करने के निर्देश दिए तथा कहा कि जलवायु के अनुकूल फसलों की खेती की जाए ताकि आय में वृद्धि हो।
प्रभारी सचिव द्वारा ग्राम मनकेपी में निर्माणाधीन फुलझर नाला ट्रीटमेंट के विभिन्न संरचनाओं का अवलोकन किया। फुलझर नाला ट्रीटमेंट प्लान में कार्यरत तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा प्रभारी सचिव को नाला ट्रीटमेंट प्लान के लिए बनाए गए कंटूर ट्रंच, कंटूर पाल, गेबियन, स्टॉप डेम, गली प्लग को दिखाते हुए इसके कार्य से अवगत करवाया। श्री पिंगुआ ने मानचित्र के माध्यम से पूरी योजना का अवलोकन किया तथा कृषकों को इससे होने वाले फायदे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मनकेपी गौठान का निरीक्षण कर गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोबर क्रय कर रही समूह की महिलाओं तथा गोबर विक्रेताओं से बात कर उनका अनुभव जाना।
उन्होंने गोबर क्रय के लिए संधारित पंजी तथा पशुपालकों को दिए गये कार्ड का भी अवलोकन किया। उन्होंने समूह की महिलाओं से कहा कि गोबर खरीदी की पूरी प्रक्रिया कुछ ही दिनों में ऑनलाइन किया जाएगा जिससे खरीदी प्रक्रिया सरल हो जाएगी। गौठान में समूह की महिलाओं द्वारा किए जा रहे हल्दी तथा अदरक की खेती को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आजीविकामूलक कार्यो के लिए महिलाओं को प्रशासन का पूरा सहयोग प्राप्त हो, ऐसी व्यवस्था की जाए ताकि महिलाओं को आसानी से बाजार उपलब्ध हो।
इसके पश्चात श्री पिंगुवा ने सेवारी में वन विभाग द्वारा किये गए वृहद वृक्षारोपण क्षेत्र का निरीक्षण किया। वनमंडलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह ने प्रभारी सचिव को बताया कि 30 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के 33 हजार पौधे लगाये गए हैं जिसमें प्रमुख रूप से करंज, हल्दू, मुंडी, शीशम, शीशु, तून के पौधे शामिल हैं। - बलरामपुर : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री श्याम धावडे़ के निर्देश पर आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब बिक्रय करने वाले पर कार्यवाही की जा रही है।विभाग द्वारा ग्राम कालिकापुर थाना रामचन्द्रपुर निवासी मुनीया पति श्री रामेश्वर साव के पास से 12.00 लीटर अवैध हाथ भठ्ठी महुआ शराब जब्त किया गया तथा आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है।
- बलरामपुर : छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में तीन अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बलरामपुर, रामानुजगंज तथा वाड्रफनगर की स्वीकृति प्राप्त हुई थी।इसे पश्चात् पुनः एक और शासकीय उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) माॅडल स्कूल सेमरा विकासखण्ड कुसमी में आरंभ हो रही है, जिसमें कक्षा 1ली से 12वीं तक के छात्र/छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम में अध्यापन कराया जाएगा। इस विद्यालय में प्रवेश हेतु प्रवेश प्रक्रिया 05 सितम्बर 2020 से प्रारंभ की जा रही है।इस विद्यालय में अपने बच्चों के प्रवेश हेतु इच्छुक अभिभावक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री धर्मेन्द्र कुमार यादव संपर्क नम्बर 8839199473 एवं प्राचार्य श्री मानिक चंद गुप्ता संपर्क नम्बर 6261575824 में संपर्क कर सकते हैं।
- गिरदावरी सत्यापन कार्य में लापरवाही बरतने पर राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी को नोटिस
बलरामपुर : शासन के निर्देशानुसार राज्य में गिरदावरी सत्यापन का कार्य जारी है। प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग तथा वन एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ जिला प्रवास के दूसरे दिन गिरदावरी सत्यापन का निरीक्षण करने सुदूर वनांचलों के गांवों में पहुंचे। उन्होंने विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पचावल, विकासखण्ड कुसमी के ग्राम सामरी तथा गजाधारपुर, शंकरगढ़ के मनकेपी तथा विकासखंड राजपुर के ग्राम नवकी में गिरदावरी सत्यापन कार्य का औचक निरीक्षण किया।
प्रभारी सचिव द्वारा निरीक्षण के दौरान विकासखंड शकंरगढ़ के मनकेपी के राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ द्वारा गिरदावरी सत्यापन कार्य के निरीक्षण के दौरान धान के खेतों के साथ ही, मक्का, रागी, गोंदली(कुटकी का एक प्रकार) के खेतों में भी पहुंचे। उन्होंने सामरी तथा गजाधरपुर में गिरदावरी सत्यापन का कार्य कर रहे पटवारियों से चर्चा कर फसल क्षेत्र तथा रकबा मिलान की जानकारी ली। खेत के नक्शे का अवलोकन कर रकबा पंचसाला पंजी के साथ मिलान किया और किस खेत मे कौन सी तथा कितनी फसल बोई गई है तथा उसका पंजी में किस प्रकार एंट्री की गई है, उसका अवलोकन किया। प्रभारी सचिव ने विकासखंड शंकरगढ़ के मनकेपी पहुंचकर गिरदावरी सत्यापन कार्य की जांच की।
उन्होंने राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी को मौके को बुलाकर खसरा नंबर 116 की जानकारी ली, लेकिन राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। जिस पर राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी की लापरवाही को गंभीर मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
उन्होंने कहा कि शासन के नियमानुसार गिरदावरी फसल प्रविष्टि वास्तविक रकबा की एन्ट्री की जानी है और ऐसे महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। राजस्व अभिलेखों की शुद्धता तथा समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन गिरदावरी की शुद्धता पर निर्भर करता है। गिरदावरी के अनुसार खसरे के सुसंगत खानों में फसल क्षेत्राच्छादन की प्रविष्टि किया जाना अनिवार्य है तथा गिरदावरी का कार्य पूर्ण कर खसरा एवं भूईयां साफ्टवेयर में एन्ट्री करना सुनिश्चित करें।
इस दौरान मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त श्री ए.बी.मिंज, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीश एस0, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह सहित जिला/ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग तथा वन एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने विभागीय अधिकारियों के साथ शासन की प्राथमिकता प्राप्त योजनाओं के संचालन तथा प्रगति के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में गिरदावरी, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, सार्वभौम पीडीएस, कोविड-19, स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी, वनाधिकार पट्टा, वन प्रबंधन, उद्यमिता विकास एवं नए उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु शासन की योजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने कृषि अधिकरियों से पिछले वर्ष खरीदे गए धान की मात्रा, पंजीकृत किसानों की संख्या, वर्तमान खरीफ वर्ष में धान, मक्का तथा अन्य फसलों का रकबा के संबंध जानकारी ली। जिले में खाद के भंडारण के संबंध में जानकारी लेते हुए खाद की कालाबाजारी तथा जमाखोरी न हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए अब तक क्रय किए गए गोबर की मात्रा, उसका रखरखाव, नियमित भुगतान तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी ली। जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने तथा सरकारी योजनाओं का बेहतर लाभ पहुंचाने के लिए उद्यमिता कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय स्तर पर कौशल विकास के प्रशिक्षु युवाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा।
नई औद्योगिक नीति में नए उद्योगों को बढ़ावा देने तथा आन्तरप्रोन्योर के लिए अनेक प्रावधान किए गए है, इसका लाभ क्षेत्र के लोगों को मिले इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुपोषण अभियान शासन की प्राथमिकता होने के साथ-साथ हमारा नैतिक दायित्व भी है। सुपोषण अभियान की उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है, कुपोषण मुक्ति के लिए गंभीरता से कार्य करें, इसमें लापरवाही होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। प्रभारी सचिव श्री पिंगुआ ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से एक-एक कर गिरदावरी की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जितनी गंभीरता से गिरदावरी की मॉनिटरिंग की जा रही है, उतनी गंभीरता से गिरदावरी भी करें। शत-प्रतिशत त्रुटिरहित गिरदावरी का कार्य समय-सीमा में पूर्ण करें। श्री पिंगुआ ने व्यक्तिगत वन अधिकार, सामुदायिक वन अधिकार तथा वन प्रबंधन के विषय में अधिकारियों को शासन की मंशा से अवगत कराया। जिले में वन संसाधनों की बहुलता है इसलिए वन तथा वन्य जीवों के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाएं।
स्वास्थ्य सेवाओं पर बात करते हुए उन्होंने मलेरिया तथा मौसमी बीमारी के लिए की गई तैयारियों तथा प्रभावितों की संख्यात्मक जानकारी ली। उन्होंने कोरोना के लिए जिले के आइसोलेशन सेंटर तथा अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों के बारे में पूछा तथा कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के मानकों का लोग पालन करें ताकि संक्रमण से बचा जा सके। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने प्रभारी सचिव को अवगत कराते हुए कहा कि शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जिलाधिकारी को 8-8 ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस दौरान मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त श्री ए.बी.मिंज, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीश एस0, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह सहित जिला/ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे। - त्रुटिरहित गिरदावरी शासन की पहली प्राथमिकता: श्री पिंगुआबलरामपुर : प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग तथा वन एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने गिरदावरी सत्यापन कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विकासखंड वाड्रफनगर, रामचंद्रपुर तथा बलरामपुर के विभिन्न ग्रामों में पहुंचकर गिरदावरी सत्यापन कार्यों की जांच की। श्री पिंगुआ ने बसंतपुर के पटवारी हल्का नम्बर 20 के खसरा नम्बर 1499, 1501, 87, 82 में लगाए गए फसल तथा प्रविष्ट रकबे का मिलान किया।इसके पश्चात उन्होंने विकासखंड रामचंद्रपुर के ग्राम मेघुली में खेतों में पहुंचकर पटवारी को मौके पर बुलाकर गिरदावरी की सूक्ष्म जानकारी ली तथा उनके दस्तावेजों का भी अवलोकन किया।उन्होंने पटवारी से गिरदावरी की ऑनलाइन एंट्री के बारे में पूछा तथा समय सीमा में गिरदावरी के कार्य को त्रुटिरहित पूर्ण करने के निर्देश दिए। श्री पिंगुआ ने ग्रामीणों से बात कर गिरदावरी के महत्व को साझा किया तथा इनके पीछे शासन की मूल मंशा भी बताई। तत्पश्चात विकासखंड बलरामपुर के ग्राम तातापानी में भी तहसीलदार एवं पटवारी की उपस्थिति में गिरदावरी सत्यापन कार्यों का निरीक्षण किया।प्रभारी सचिव ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गिरदावरी सत्यापन कार्य शासन की प्राथमिकता में है और राज्य स्तर पर इसकी निरंतर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को गिरदावरी का कार्य गंभीरता से करने के निर्देश दिए तथा कहा कि इसमें किसी भी प्रकार लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।इस अवसर पर कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस0 एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित राजस्व विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
- बांस शिल्प से जुड़े लोगों को करें प्रोत्साहित: श्री पिंगुआ
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग, वन तथा जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने ग्राम पंचायत बगरा में संयुक्त वन प्रबंधन समिति मद से हुए पौधरोपण का निरीक्षण किया।सयुंक्त वन प्रबंधन समिति मद से 28 हेक्टेयर भूमि में आंवला के पौधे लगाए गए हैं। प्रभारी सचिव श्री पिंगुआ ने वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर पौधरोपण के संबंध में पूर्ण जानकारी ली। वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आंवले के पौधों में अच्छे फल लगे हैं।इस दौरान उन्होंने बांस शिल्प से जुड़े कार्य में संलग्न स्थानीय कोड़ाकू जनजाति के लोगों से बात की। उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि बांस शिल्प से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित किया जाए तथा इनके कार्यों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाए।
इन्हें बांस उपलब्ध करवाएं तथा बांस शिल्प से संबंधित ऐसी सामग्रियां तैयार करवाएं, जिनकी बाजार में मांग अधिक है। प्रभारी सचिव ने इनकी कला को प्रोत्साहन देने के लिए ऐसी व्यवस्था करें जिससे हस्तशिल्प प्रदर्शनियों में इन्हें उचित स्थान मिले।
इसके साथ ही प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने विकासखंड वाड्रफनगर के बसंतपुर में एनआरएलएम महिलाओं द्वारा संचालित तेल प्रसंस्करण इकाई का अवलोकन किया। उन्होंने महिलाओं से तेल निर्माण की प्रक्रिया की सूक्ष्म जानकारी ली। श्री पिंगुआ ने कच्चे माल का स्टोर रूम, क्लीनिंग रूम, मशीन रूम का अवलोकन किया। उन्होंने महिलाओं से तेल विक्रय से होने वाली आय की जानकारी ली। महिलाओं ने उन्हें बताया कि सरसों तेल की आपूर्ति आश्रम, छात्रावासों, हॉस्टलों तथा स्थानीय दुकानों में की जाती है।
इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त श्री बी.के.मिंज, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सहित जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय तथा वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
आजीविका के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी बढ़े तथा वे आर्थिक रूप से सक्षम हों: श्री पिंगुआ
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग, वन तथा जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ जिला प्रवास के दौरान शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से जुड़ी गतिविधियों का निरीक्षण करने पहुंचे। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस0 ने प्रभारी सचिव को विकासखंड वाड्रफनगर के ग्राम बसंतपुर स्थित गौठान का भ्रमण करवाते हुए संचालित गतिविधियों से अवगत करवाया।श्री पिंगुआ ने बसंतपुर गौठान में कार्यरत लाडली स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर गोधन न्याय योजना के माध्यम से अब तक खरीदे गए गोबर की मात्रा, उसका उपयोग तथा भुगतान के बारे में जानकारी ली।उन्होंने गोबर खरीदी के लिए संधारित की जा रही पंजियों का भी अवलोकन किया तथा गौठान में संचालित आजीविकामूलक गतिविधियों का अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने गौठान में एनआरएलएम की लाडली स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए लगभग 150 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट को उद्यानिकी विभाग द्वारा खरीदे जाने की सहमति देने पर प्रसन्नता व्यक्त की।उन्होंने कहा कि विभागीय समन्वय का शानदार उदाहरण प्रस्तुत कर प्रशासन ने गौठान के वास्तविक उद्देश्य को साकार करने की दिशा महत्वपूर्ण में कदम उठाया है। श्री पिंगुआ ने कहा कि महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर उद्यानिकी विभाग द्वारा खरीदी की पूरी व्यवस्था स्थानीय स्तर पर होने से समूह की महिलाओं के आय में वृद्धि होगी।गौठान का निर्माण भी इसी मंशा से ही किया जा रहा है ताकि आजीविका के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी बढ़े तथा वे आर्थिक रूप से सक्षम हो। प्रभारी सचिव श्री पिंगुआ ने महिलाओं द्वारा तैयार सामुदायिक बाड़ी का भी अवलोकन किया। बाड़ी में महिलाओं द्वारा भिंडी, बरबट्टी तथा करेले की खेती की गई है। महिलाओं ने उन्हें बताया कि सामुदायिक बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत ली गई सब्जियों से उन्हें अच्छी आय प्राप्त हुई है। सब्जियां आसपास के क्षेत्रो में तथा गौठान से सीधे विक्रय किया गया, जिससे परिवहन लागत भी बहुत कम हुआ।प्रभारी सचिव ने महिलाओं से पूछा कि गौठान से जुड़ने से उन्हें कुछ फायदा हुआ या नहीं तथा वे इसके अतिरिक्त गौठान में और भी कुछ करना चाहती है क्या? महिलाओं ने उन्हें वर्मी कम्पोस्ट तथा सब्जियों से अच्छी आय प्राप्त होने की जानकारी दी तथा कहा कि गौठान से जुड़कर ही कार्य करना चाहती है एवं जल्द ही पोल्ट्री फाॅर्म का कार्य भी प्रारम्भ हो जाएगा।इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त श्री बी.के.मिंज, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विशाल महाराणा सहित जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय तथा वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
बलरामपुर : जिले के विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत भगवानपुर के आश्रित ग्राम केनापारा में कोड़ाकू जनजाति के दो वर्षीय मासूम बच्चे की भूख एवं कुपोषण से 11 अगस्त 2020 को हुई मृत्यु की खबर प्रकाशित हुई है। प्रकाशित खबर के अनुसार संबंधित क्षेत्र में दो आंगनबाड़ी केन्द्र हैं, लेकिन दोनों में से किसी भी केन्द्र में बच्चे का नाम दर्ज नहीं हैं और न ही बच्चे के कुपोषित होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है तथा बच्चे को पोषण संबंधी आहार सामग्री भी प्रदाय नहीं की जा रही थी।
ज्ञात है कि राज्य शासन के मंशानुरूप राज्य को पूर्ण रूप से कुपोषण मुक्त करने का लक्ष्य लिया गया है। इसी उद्देश्य के साथ सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान संचालित है। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए एकीकृत बाल विकास परियोजना वाड्रफनगर के परियोजना अधिकारी श्री महेश मरकाम तथा सेक्टर पर्यवेक्षक बरतीकला श्रीमती सुशिला मरकाम को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई थी, किन्तु भगवानपुर के केनापारा में दो आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित होने के बावजूद भी मृत बच्चे का नाम दर्ज न होने से विभागीय योजना का लाभ नहीं मिल पाया, फलस्वरूप बालक के कुपोषण का शिकार होने से मृत्यु हो गयी।
उक्त अधिकारियों द्वारा समय-समय पर योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन तथा हितग्राहियों के लाभान्वित होने के संबंध में मूल्यांकन तथा अनुश्रवण किया जाता तो बच्चे को मौत से बचाया जा सकता था। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा उक्त अधिकारियों का यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 नियम (1)(2) के विपरित तथा सौंपे गये दायित्व एवं आचरण के प्रतिकुल पाये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर 03 दिवस के भीतर जवाब मांगा गया है। समय-सीमा में जवाब प्राप्त नहीं होने पर उपरोक्तानुसार आगामी कार्यवाही की जावेगी।
- ग्राम पंचायत के सचिव को भी किया गया निलंबित
बलरामपुर : समाचार पत्रों में जनपद पंचायत वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत भगवानपुर, ग्राम-केनापरा निवासी श्री बिफन राम का राशन कार्ड न बनाये जाने संबंधी खबर प्रमुखता से प्रसारित हुई है। चूंकि उक्त परिवार ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत है तथा ग्रामीण क्षेत्रो में राशन कार्ड बनाये जाने हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत प्राधिकृत अधिकारी होते है।परंतु जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री वेदप्रकाश पाण्डेय द्वारा संबंधित परिवार का आज दिनांक तक राशन कार्ड नहीं बनाया जाना उनके कार्य के प्रति घोर लापरवाही तथा उदासीनता को दर्शाता है। साथ ही मुख्य कार्यपालन अधिकारी का यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत है। उक्त कृत्य को आधार मानते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र प्राप्ति के तीन दिवस के भीतर स्वयं उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत् करने को कहा है।नियत समयावधि में सन्तोषप्रद जवाब न पाये जाने पर आपके विरूद्ध एक पक्षीय कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी जिसके लिए आप व्यक्तिगत तौर पर स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसी क्रम में उक्त कृत्य के लिए ग्राम पंचायत भगवानपुर के पंचायत सचिव श्री यशवंत सिंह का कार्य भी घोर लापरवाही तथा उदासीनता को दर्शाता है। साथ ही पंचायत सचिव का यह कृत्य छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा आचरण नियम के भी विपरीत है।इस अनुशासनहीनता के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस. द्वारा छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा अनुशासन तथा अपील नियम 1999 के नियम 4 के तहत पंचायत सचिव श्री यशवंत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इनका मुख्यालय जनपद पंचायत वाड्रफनगर नियत किया गया है। निलबंन अवधि में श्री सिंह नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। -
शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं की करेंगे समीक्षा
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग तथा वन विभाग के प्रमुख सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ 02 एवं 03 सितम्बर 2020 को दो दिवसीय जिला प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे आज 02 सितम्बर को विकासखण्ड वाड्रफनगर, रामचन्द्रपुर, बलरामपुर में शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए संचालित महत्वपूर्ण गतिविधियों का निरीक्षण करेंगे।विकासखण्ड वाड्रफनगर के हाथी विचरण क्षेत्र(चरचरी), वन विभाग के वृक्षारोपण, नाला ट्रीटमेंट, बसंतपुर गोठान, रामचन्द्रपुर के ग्राम चीनिया में गोठान एवं गिरदावरी कार्य का निरीक्षण करेंगे। तत्पश्चात बलरामपुर पहुंचकर सर्किट हाउस में जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे। इस प्रकार 03 सितम्बर को जिले के प्रभारी सचिव विकासखण्ड बलरामपुर, कुसमी, शंकरगढ़ एवं राजपुर के दौरे पर रहेंगे।वे ग्राम जाबर, बसकेपी, मनकेपी एवं गोपालपुर में गिरदावरी कार्य एवं गोठानों का निरीक्षण, तथा नाला ट्रीटमेन्ट का निरीक्षण करेंगे। डीपाडीह सामन्त सरना में वृक्षापोपण व अमड़ीपारा में ब्लाॅक प्लांटेशन का निरीक्षण करेंगें। - कलेक्टरों ने गिरदावरी सहित प्रमुख बिन्दुओं पर दी जानकारी
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव श्री आर.पी.मण्डल की अध्यक्षता में संभागायुक्तों, कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा वनमण्डलाधिकारियों की वीडियों कान्फ्रंेस आयोजित की गई। संयुक्त जिला कार्यालय के एन.आई.सी. रूम में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस., वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह सहित अधिकारी वीडियों कान्फ्रेंसिंग में शामिल हुए। वीडियों कान्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव द्वारा पूर्व निर्धारित 4 विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
नीट तथा जेईई मेन्स परीक्षार्थियों के लिए परिवहन व्यवस्था, गिरदावरी, बाढ़ राहत तथा गोधन न्याय योजना के संबंध में जिले के कलेक्टरों से जानकारी ली। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने गिरदावरी सत्यापन कार्य की प्रगति की जानकारी देते हुए शत् प्रतिशत त्रुटिरहित गिरदावरी पूर्ण करने की बात कही। उन्होंने गिरदावरी सहित अन्य एजेण्डों पर मुख्य सचिव द्वारा प्राप्त निर्देशों का अनुपालन करने की बात कही। मुख्य सचिव द्वारा गिरदावरी का कार्य त्रुटिरहित करने तथा सत्यापन कार्याे का गंभीरता से निरीक्षण करने को कहा गया।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव द्वारा परीक्षार्थियों के लिए की जा रही परिवहन व्यवस्था में छात्रों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े इस हेतु सर्तकता के साथ कार्य करने के निर्देश दिये गये। गोधन न्याय योजना के संबंध में मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ने कलेक्टरों को निर्देेशित करते हुए कहा कि शीघ्र ही गोबर खरीदी का सम्पूर्ण कार्य आॅनलाईन किया जाएगा, जिससे व्यवस्था पारदर्शी होने के साथ ही सरल हो जायेगी।
आॅनलाईन व्यवस्था के लिए एप्प तैयार किया गया है, जो शीघ्र ही लाॅच होगी। साथ ही उन्हांेने पशुओं के उचित रख-रखाव एवं टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने को कहा है। वीडियों कान्फ्रेसिंग में मुख्य सचिव ने विभागीय सचिवों के द्वारा उल्लेखित बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। चबूतरा निर्माण, कोरोना वायरस की जाॅच बढ़ाने तथा कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड बढ़ाने के लिए जरूरी कार्यवाही करने तथा इंग्लिश मीडियम स्कूलों में निर्माण कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। - प्राचार्य के माध्यम से छात्र-छात्राएं जानकारी देकर कराएं पंजीयन
अब तक 59 छात्र-छात्राओं ने करवाया पंजीयन
बलरामपुर : जेईई मेंस तथा नीट की परीक्षा तिथि निर्धारित कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जेईई मेंस की परीक्षा 1 सितम्बर से 6 सितम्बर 2020 तथा नीट की परीक्षा 13 सितम्बर 2020 को आयोजित की जाएगी। चूंकि परीक्षा की तिथि निकट है इसलिए राज्य शासन द्वारा छात्र हित को ध्यान में रखकर तत्काल निर्णय लेते हुए कलेक्टरों को परीक्षार्थियों के आवागमन के लिए परिवहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के परीक्षार्थियों के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा अधिकारियों से चर्चा कर परिवहन व्यवस्था हेतु प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं। बच्चों को निःशुल्क परिवहन सुविधा प्रदान की जायेगी, बच्चे पंजीयन कर एडमिट कार्ड द्वारा इस सेवा का लाभ ले सकते हैं।
चूंकि समय सीमित है तथा बसों का संचालन नहीं हो रहा है, इसलिए तत्काल परिवहन अधिकारी को बस संचालकों से आवश्यकतानुसार बसों की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए गए हैं। आईआईटी जेईई की मुख्य परीक्षा आज से प्रारंभ हो रही हैै, इसलिए परिवहन व्यवस्था सुनियोजित ढंग से की जाए, ताकि छात्र परीक्षा से वंचित न हो। जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी. एक्का ने जानकारी दी है कि जिला मुख्यालय बलरामपुर से परीक्षा केन्द्र तक छात्रों को ले जाने तथा वापस लाने हेतु वाहन की व्यवस्था की जाएगी, जो पूर्णतः निःशुल्क होगी एवं इसका पूरा व्यय शासन द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने परीक्षार्थियों से कहा है कि परीक्षार्थी अपना नाम, मोबाइल नंबर, संबंधित परीक्षा तथा केंद्र का नाम प्राचार्यों के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रामानुजगंज को तत्काल भेजें ताकि परिवहन की समुचित व्यवस्था समय पर की जा सके। उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुविधा के लिए एक अभिभावक को उनके साथ यात्रा की अनुमति होगी। परिवहन सुविधा का लाभ लेने हेतु परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र लाना अनिवार्य होगा। परिवहन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तथा मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि अब तक 59 छात्र-छात्राओं ने परिवहन सेवा के लिए पंजीयन करवाया है।
जेईई मेन्स एवं नीट हेतु परिवहन व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जेईई तथा नीट के परीक्षर्थिंयो की सुविधा के लिए परिवहन व्यवस्था हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किये हैं। अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर को नोडल अधिकारी तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी0 एक्का मोबाईल नं. 7898974555 को व जिला परिवहन अधिकारी मृत्युंजय पटेल मो0नं0 8109540170 को सहायक नोडल नियुक्त किया गया है। - बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम सरनाडीह, जाबर, पचावल में हो रहे गिरदावरी सत्यापन कार्य का औचक निरीक्षण किया। पटवारी द्वारा किये जा रहे गिरदावरी सत्यापन कार्य के दौरान कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर रकबा और फसल मिलान सहित अन्य प्रविष्टियों की जानकारी ली। उन्होंने मौके पर पटवारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गिरदावरी का कार्य त्रुटिरहित तथा समय पर पूर्ण करें।ज्ञात है कि शासन के निर्देशानुसार गिरदावरी सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बड़ी आत्मीयता के साथ किसानो से चर्चा की तथा स्थानीय रूप से प्रचलित धान की किस्म, पैदावार एवं फसल बुवाई से जुड़ी जानकारियां ली। किसानों से बात करते हुए उनके गांव में गिरदावरी का कार्य किया जा रहा है या नहीं इसके बारे में पूछा।किसानों ने उन्हें प्रति एकड़ भूमि में धान के पैदावार की मात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि अब तक मौसम अनुकूल है फसल अच्छी होने की उम्मीद है। कलेक्टर श्री धावड़े ने पटवारी द्वारा गिरदावरी सत्यापन कार्य में प्रयुक्त दस्तावेजों का अवलोकन कर कोटवार तथा स्थानीय नागरिकों से भी भूमि स्वामी के बारे में पूछा।कलेक्टर ने जाबर गौठान का किया निरीक्षणकलेक्टर श्री श्याम धावड़े शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना के लिए गोबर खरीदी तथा गोठान में संचालित विभिन्न आजीविका मूलक कार्यों के निरीक्षण के लिए ग्राम जाबर स्थित गोठान पहुंचे। उन्होंने गोठान में प्रतिदिन खरीदे जा रहे गोबर की औसत मात्रा, उसकी प्रविष्टि, भुगतान तथा रख-रखाव की जानकारी ली।उन्होंने वर्मीटांके में पहले से तैयार किये गये खाद की गुणवत्ता सही पाये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि इसी प्रकार उच्चगुणवत्ता पूर्ण खाद तैयार करना है ताकि जैविक खेती का रकबा विस्तार हो।इस दौरान कलेक्टर ने गोठान में किये जा रहे बटेर पालन ईकाई का भी अवलोकन किया। सामुदायिक बाड़ी के निरीक्षण के दौरान सोलर पम्प की क्षमता तथा वर्तमान में लगाये गये फसल की जानकारी भी ली। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि गोठान में आजीविका मूलक कार्याें को व्यवस्थित ढ़ंग से बढावा दिया जाये तथा स्थानीय महिलाओं की भागीदारी बढ़ाये ताकि वे आर्थिक रूप से सक्षम हों।इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अजय किशोर लकड़ा, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैंकरा, उप संचालक कृषि श्री अजय अनंत, तहसीलदार श्री शबाब खान, प्रबंधक ई चिप्स श्री देवेश्वर कश्यप सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- प्राचार्य के माध्यम से छात्र-छात्राएं जानकारी देकर कराएं पंजीयनबलरामपुर : जेईई मेंस तथा नीट की परीक्षा तिथि निर्धारित कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जेईई मेंस की परीक्षा 1 सितम्बर से 6 सितम्बर 2020 तथा नीट की परीक्षा 13 सितम्बर 2020 को आयोजित की जाएगी। चूंकि परीक्षा की तिथि निकट है इसलिए राज्य शासन द्वारा छात्र हित को ध्यान में रखकर तत्काल निर्णय लेते हुए कलेक्टरों को परीक्षार्थियों के आवागमन के लिए परिवहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के परीक्षार्थियों के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा अधिकारियों से चर्चा कर परिवहन व्यवस्था हेतु प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं।चूंकि समय सीमित है तथा बसों का संचालन नहीं हो रहा है, इसलिए तत्काल परिवहन अधिकारी को बस संचालकों से आवश्यकतानुसार बसों की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए गए हैं। आईआईटी जेईई की मुख्य परीक्षा कल है, इसलिए परिवहन व्यवस्था सुनियोजित ढंग से की जाए, ताकि छात्र परीक्षा से वंचित न हो। जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी. एक्का ने जानकारी दी है कि जिला मुख्यालय बलरामपुर से परीक्षा केन्द्र तक छात्रों को ले जाने तथा वापस लाने हेतु वाहन की व्यवस्था की जाएगी, जो पूर्णतः निःशुल्क होगी एवं इसका पूरा व्यय शासन द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने परीक्षार्थियों से कहा है कि परीक्षार्थी अपना नाम, मोबाइल नंबर, संबंधित परीक्षा तथा केंद्र का नाम प्राचार्यों के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रामानुजगंज को तत्काल भेजें ताकि परिवहन की समुचित व्यवस्था समय पर की जा सके। उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुविधा के लिए एक अभिभावक को उनके साथ यात्रा की अनुमति होगी। परिवहन सुविधा का लाभ लेने हेतु परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र लाना अनिवार्य होगा। परिवहन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तथा मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग किया जाए।
- बलरामपुर : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जल जीवन मिशन- हर घर जल के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि पांचवी अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग को शुद्ध पेयजल देना जिले का लक्ष्य है।
उन्होंने ऐसे क्षेत्र में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति को किसी भी प्रकार की पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए विभागीय अधिकारियों से पूरे क्षेत्र का परीक्षण कर ऐसे क्षेत्रों की सूची जहां पेयजल की समस्या है, तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही वहां पेयजल की समस्या को दूर करने हेतु पूरी कार्ययोजना एक माह के अंदर प्रस्तुत करने को कहा।
उन्होंने जिले में पेयजल की अद्यतन स्थिति, सोलर आधारित पेयजल योजनाओं की प्रगति, फ्लोराइड निवारण संयंत्र, लौह निवारण संयंत्र, पेयजल विहीन/पहुंच विहीन बसाहटों तथा समूह नलजल प्रदाय योजनाओं आदि के संबंध में जानकारी ली। -
जिले में रेशम उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने पर कलेक्टर ने दिया जोर
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने रेशम, उद्यान विभाग एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारी/कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में रेशम के उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने तथा जिले के लीची, नाशपाती, मिर्ची, उत्पादक कृषकों को उचित मूल्य प्राप्त हो, इसके लिए मार्केटिंग व्यवस्था हेतु कार्ययोजना तैयार करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने रेशम विभाग के अधिकारी से जिले में रेशम उत्पादन के वार्षिक लक्ष्य की जानकारी ली। रेशम विभाग के सहायक संचालक श्री मनीष पवार ने जानकारी दी कि जिले के आरागाही, बासेन तथा तातापानी के 210 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रेशम पालन किया जाता है, जिसका वार्षिक लक्ष्य 21 लाख तसर का उत्पादन है। तीनों केन्द्र का संचालन समूह के द्वारा किया जाता है, जिससे समूह को 21 से 22 हजार की आय प्राप्त होती है।कलेक्टर श्री धावड़े ने जिले में रेशम उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने हेतु वन विभाग से सामंजस्य स्थापित कर आवश्यक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। तथा 250 हेक्टेयर में रेशम उत्पादन हेतु लक्ष्य बढ़ाते हुए महिला समूहों को जोड़कर 35 लाख कोकून तसर उत्पादन का लक्ष्य लेकर कार्य करने के निर्देश दिये, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। कलेक्टर ने रेशम विभाग के अधिकारी से जिले में कोकून बैंक की स्थापना करने के निर्देश दिये।उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने जिले में संचालित ओबरी, डुमरखी, बघिमा, कुसमी-नटवरनगर, वाड्रफनगर, रामानुजगंज और शंकरगढ़ नर्सरी को दो माह के अंदर व्यवस्थित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। सहायक संचालक उद्यान को माह में 15 दिन दौरा कर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति लाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिले के मौसम के अनुकूल फल एवं सब्जी की खेती करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में नाशपाती एवं लीची के कृषकों की जानकारी लेते हुए अच्छे कृषक का चयन करने को कहा, जिससे उन कृषकों की मास्टर ट्रेनर के रूप में सेवायें ली जा सके।कलेक्टर ने जिले में उत्पादित होने वाले फल एवं सब्जी का सही मूल्य कृषकों को मिले, इसके लिए मार्केटिंग की व्यवस्था करने के निर्देश सहायक संचालक उद्यान को दिए। उद्यान अधीक्षक एवं सहायक विकास उद्यान अधिकारियों से सामुदायिक बाड़ियों में महिला समूह द्वारा लगाये गये सब्जी की उत्पादकता के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से सामुदायिक बाड़ी से समूह को अच्छी आमदनी हो, इसके लिए उन्हें सहयोग करने को कहा। साथ ही पोषण बाड़ी में लगाये गये मुनगा, पपीता, केला के पौधों की स्थिति की जानकारी ली तथा क्षेत्र के कृषकों को अधिक से अधिक मुनगा, पपीता तथा केला का पौधा लगाने हेतु प्रोत्साहित करने को कहा।बैठक में उन्होंने जिले में स्थापित सोलर कोल्ड स्टोर के संबंध में जानकारी ली। सहायक संचालक कृषि ने बताया कि जिले में एक सोलर कोल्ड स्टोरेज लगभग 08 टन क्षमता का गणेश मोड़ में लगाया गया है, जिसका संचालन स्व-सहायता समूह महिलाओं द्वारा किया गया है। कलेक्टर ने सामरी क्षेत्र में नाशपाती एवं मिर्ची की अधिक पैदावार को देखते हुए क्षेत्र में सोलर कोल्ड स्टोरेज बनाने हेतु प्राक्कलन तैयार करने को कहा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों ने जिले के स्व-सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों के प्रगति की जानकारी दी। कलेक्टर ने अधिकारियों से स्व-सहायता समूहों से सतत् संपर्क में रहते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहने को कहा।बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीश एस0, सहायक संचालक उद्यान श्री पतराम सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी(एनआरएलएम) श्री राजेश सिंह सहित विभागीय अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। - बलरामपुर : भू-अभिलेख कार्यालय बलरामपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 01 जून 2020 से अब तक 943.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। 28 अगस्त 2020 को राजपुर 12.7 मि.मी., रामानुजगंज 5.2, मि.मी., कुसमी 30 मि.मी., वाड्रफनगर 13.6 मि.मी., बलरामपुर 55.2 मि.मी., एवं शंकरगढ़ में 6.3 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
इस प्रकार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रतिवेदित तिथि को कुल 123 मि.मी. वर्षा हुई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 01 जून से अब तक राजपुर तहसील में 981.6 मि.मी., रामानुजगंज तहसील में 881 मि.मी., कुसमी तहसील में 1223 मि.मी., वाड्रफनगर तहसील में 1103.1 मि.मी. बलरामपुर तहसील में 740.8 मि.मी. एवं शंकरगढ़ तहसील में 729.7 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। - बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लिए आज 29 अगस्त 2020 दिन शनिवार को ढ़ोल ग्यारस(करमा) के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।
यह अवकाश कोषागारों/उप कोषागारों एवं बैंकों के लिये लागू नहीं होगा। - बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के द्वारा मुहर्रम पर 30 अगस्त 2020 दिन रविवार को एक दिवस के लिए जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया है।शुष्क दिवस के दिन जिले के समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा दुकाने बंद रखी जाएगी। इस दिन मदिरा का विक्रय एवं परिवहन पूर्णतः बंद रहेगा। उन्होंने राज्य शासन के आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने कहा है।