- बलरामपुर : राज्य शासन के अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की योजना के अनुसार जिले में अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का नामकरण स्वामी आत्मानंद के नाम पर रखने का निर्णय लिया गया है।बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 04 विद्यालय बलरामपुर, रामानुजगंज, वाड्रफनगर तथा कुसमी में संचालित हैं जिनका नामकरण क्रमशः स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कष्ट अंग्रेजी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर, स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कष्ट अंग्रेजी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजगंज, स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कष्ट अंग्रेजी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वाड्रफनगर एवं स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमी रखा गया है तथा भविष्य में इसी नाम से जाना एवं पत्रचार किया जावेगा।
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समूह की महिलाओं द्वारा सामुदायिक बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत किया जा रहा है उत्कृष्ट कार्य
बलरामपुर : सुराजी गांव योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी को उन्नत बनाते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबुती प्रदान करना है। बहुआयामी इस योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर बदल दी है।गौठान को आजीविका के केंद्र के रूप में विकसित करने का जो संकल्प लिया गया था, भौतिक धरातल पर वो साकार होता दिख रहा है।जिले के विभिन्न गौठानों में आजीविकामूलक गतिविधियां संचालित हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इन गतिविधियों में शामिल महिला समूह आर्थिक रूप से सक्षम हो रही हैं।गौठानों में बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत महिला समूह प्रमुखता से उद्यानिकी फसलों की खेती कर रही हैं, जिसमें परंपरागत फसलों से इतर अदरक, मिर्ची, शकरकंद, टमाटर, भिंडी, खीरा जैसे फसल शामिल हैं।
जिले के परसागुड़ी, अमड़ीपारा, लडुवा, गोपालपुर, नवकी, चन्द्रगढ़, धन्धापुर के गौठानों में महिला समूहों ने सामुदायिक बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य किया है तथा बाड़ी में उत्पादित फसलों को बेचकर महिलाओं को अच्छी आय प्राप्त हो रही है।
परसागुड़ी के गौठान में तारा, आकाश तथा जानकी महिला समूह के सदस्यों ने 10 एकड़ में धान, भिंडी तथा मिर्च की खेती की है। अमड़ीपारा में 0.5 एकड़ में महिलाओं ने अदरक एवं टमाटर की खेती की है, वहीं लडुवा के जमुना स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 1.5 एकड़ क्षेत्र में मिर्च की खेती की है। इसी प्रकार नवकी के शांति स्व सहायता समूह ने 0.5 एकड़ में तिल की खेती की है। विकासखण्ड राजपुर के ग्राम चन्द्रगढ़ की महामाया महिला समूह ने एक एकड़ में शकरकंद की खेती की थी, जिसमें 30 क्विंटल शकरकंद की पैदावार हुई। समूह की महिलाओं ने 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल की दर से शकरकंद बेच कर 60 हजार रूपए की आमदनी प्राप्त की है।
इसी तरह धंधापुर गौठान में आकाश स्व-सहायता समूह की महिलाओं को 10 डिसमील क्षेत्र में शकरकंद की खेती से 12 हजार की आय प्राप्त हुई है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिला समूहों को प्रशिक्षण एवं जरूरी सहायता उपलब्ध करवायी जाती है, जिससे आजीविका मूलक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है और वे आर्थिक रूप से सबल हो रही हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महिलाओं ने अग्रणी भूमिका निभायी है। चन्द्रगढ़ के गौठान में शकरकंद कीे खेती कर रही महामाया स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि प्रशासन के सहयोग से शकरकंद के खेती की जानकारी मिली।
शकरकंद की खेती हमारे लिए बिल्कुल नया कार्य था, किन्तु तकनीकी सहयोग एवं उचित मार्गदर्शन से हमने बड़ी ही सरलता के साथ शकरकंद उत्पादित करने में सफलता प्राप्त की। महिलाओं ने कहा कि स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने से हमें काम करने में आसानी होती है। गौठान में उत्पादित सब्जियां विक्रय कर प्राप्त हुई आमदनी से परिवार की जरूरतें भी पूरी हो जाती है। गौठान में अब गोबर खरीदी कर जैविक खाद भी तैयार किया जा रहा है, जिसका उपयोग सामुदायिक बाड़ियों के साथ-साथ कृषकों द्वारा अपने खेतों में करने से जैविक खेती के रकबे में विस्तार हो रहा है।
महिलाओं ने बताया कि गौठान ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तस्वीर बदलने के साथ-साथ हमारी तकदीर भी बदल दी है। उन्होंने कलेक्टर तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उनके सहयोग तथा मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। - बलरामपुर : राज्य शासन के दिशा-निर्देशानुसार कलेक्टर बलरामपुर-रामानुजगंज द्वारा अशासकीय विद्यालयों में फीस निर्धारण हेतु जिला स्तरीय फीस निर्धारण समिति का गठन कर लिया गया है। विद्यालय स्तरीय फीस निर्धारण समिति के गठन हेतु कलेक्टर द्वारा प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, उच्च माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक से एक-एक अभिभावक को नामांकित किया जाना है।
जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर-रामानुजगंज ने बताया कि जिले में संचालित समस्त अशासकीय विद्यालयों में विद्यालय स्तर पर फीस निर्धारण समिति का गठन किया जाना है, जिसकी जानकारी तैयार कर समस्त अशासकीय विद्यालयों को कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी में तत्काल जमा करने हेतु पत्र जारी कर निर्देश दिये गये हैं। - बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन परिसर में दिव्यांगजनों को ट्रायसायकल वितरित किया। समाज कल्याण विभाग द्वारा चलने-फिरने में अक्षम दिव्यांगजनों को आवागमन की सुविधा के लिए ट्रायसायकल प्रदान करने की योजना है।
कलेक्टर ने ट्रायसायकल प्रदान करने के पश्चात् दिव्यांगजनों से बात करते हुए उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने दिव्यांगजनों को दी जाने वाली पेंशन का भुगतान हो रहा है या नहीं, इसकी जानकारी ली। विकासखण्ड वाड्रफनगर के बसंतपुर निवासी दिलावती देवी 60 प्रतिशत् दिव्यांग हैं, उन्हें सामान्य ट्रायसायकल प्रदान किया गया वहीं वाड्रफनगर के ही ग्राम पेण्डारी निवासी राजेन्द्र नाई तथा धनवार निवासी रामाशंकर सिंह मरावी 100 प्रतिशत् दिव्यांगता की श्रेणी में आते हैं, उन्हें मोटराईज्ड ट्रायसायकल प्रदान किया गया।
तीनों दिव्यांगों ने समाज कल्याण विभाग में आवेदन देकर अपनी स्थिति से अवगत कराते हुए जानकारी दी कि वे चलने-फिरने में अक्षम हैं तथा उन्हें ट्रायसायकल की आवश्यकता है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने सूचना प्राप्त होते ही उप संचालक समाज कल्याण विभाग श्री चन्द्रमा यादव को तत्काल दिव्यांगों के लिए ट्रायसायकल की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। ट्रायसायकल मिलने पर दिव्यांगजनों ने प्रशासन को धन्यवाद दिया। - पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का दिया भरोसा
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस.सिंहदेव एवं शिक्षा तथा आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम जिला प्रवास के दौरान विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम लोधी पहुंचे।प्रवास के दौरान ग्राम लोधी में सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग बालिका तथा उनके परिजनों से मुलाकात कर हरसंभव मदद के साथ ही न्याय का भरोसा दिलाया।
ज्ञतव्य है कि कुछ समय पूर्व विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम लोधी में नाबालिग बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटित हुई थी। मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने परिजनों से बात कर बालिका के भविष्य को देखते हुए उसकी शिक्षा के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। बालिका के पिता ने भी मंत्रीयों कोे अपनी परिवारिक स्थिति से अवगत कराते हुए मदद की मांग की।
मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि परिवार ऐसा है जिन्हें मदद की जरूरत है, सभी प्रकार से परिवार की मदद की जायेगी तथा इस मामलें में वैधानिक दण्ड प्रक्रिया के तहत निष्पक्ष कार्यवाही भी की जा रही है।इस दौरान कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विशाल महाराणा सहित क्षेत्र के जनपप्रतिनिधि उपस्थित थे। -
बलरामपुर : जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज के आदेश क्रमांक 1352 दिनांक 12 जुलाई 2020 के तहत श्री रघुराज सिंह आ0 विश्वनाथ सिंह का स्थानांतरण ग्राम पंचायत औरंगा जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर से ग्राम पंचायत मदगुरी जनपद पंचायत कुसमी किया गया था। जिसके परिपालन में कार्यालय जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर द्वारा आपको 29 जुलाई 2020 मध्यान्ह भार मुक्त किया गया था।
किन्तु पंचायत सचिव श्री रघुराज सिंह द्वारा 12 अक्टूबर 2020 तक कुल समय अवधि लगभग 1 वर्ष 2 माह बीत जाने के पश्चात भी बिना अवकाश/सूचना के अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं। उपरोक्त संबंध में आपको कार्यालय जिला पंचायत द्वारा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु पत्र प्रेषित किया जा चुका है।
पुनः आपको सूचित किया जाता है कि 22 अक्टूबर 2020 तक अनिवार्य रूप से कार्यालय जनपद पंचायत कुसमी में अपनी उपस्थिति देना सुनिश्चित करें। अन्यथा आपके विरूद्ध एकतरफा कार्यवाही करते हुए निष्कासित करने की कार्यवाही की जायेगी जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
- मलेरिया मुक्त बलरामपुर के लिए करें कार्य-कलेक्टर
बलरामपुर : संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभा कक्ष में मलेरिया उन्मूलन हेतु जिला टाॅस्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मलेरिया उन्मूलन के संबंध में चर्चा करते हुए मलेरिया प्रकरणों तथा इसके रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गयी।
जिले में पिछले 3 वर्ष से मलेरिया से किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है तथा एपीआई दर में भी निरंतर कमी आयी है। जिले के समस्त विकासखण्डों में बलरामपुर मलेरिया मुक्त कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में जिले का एपीआई 0.4 है, जो कि 2017 के एपीआई 13.5 की तुलना में कम हुआ है। बैठक में बलरामपुर को पूर्णतः मलेरिया मुक्त करने के लिए आगामी कार्ययोजना की भी समीक्षा की गयी।
बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने मलेरिया मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं तथा कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों के बारे में पूछा तथा इन क्षेत्रों में मलेरिया मुक्ति के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।
इस वर्ष कितनी संख्या में मच्छरदानी प्राप्त हुई है तथा उनको शीघ्र वितरित करने के साथ ही इसका उपयोग करने के लिए उन्होंने लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये। वर्तमान में जिले के 70 गांव/कस्बे ऐसे है जिनका एपीआई 5 से अधिक है वहां मलेरिया नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय टास्क फोर्स में विभिन्न विभागों को मलेरिया मुक्त अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका दी गयी है। सभी विभाग प्रमुख इन दायित्वों का निर्वहन करते हुए जिले को मलेरिया मुक्त बनाने में समन्वय के साथ कार्य करें।
इस अवसर पर बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित सभी विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। - विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को प्राथमिकता के साथ राशन कार्ड उपलब्ध करायंे-कलेक्टर
धान खरीदी की तैयारी के संबंध में ली जानकारी
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने समय-सीमा की बैठक में विभिन्न विभागों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अगले समय-सीमा की बैठक तक निराकरण करने के निर्देश दिये।कलेक्टर ने बैठक में नवीन राशन कार्ड, वन अधिकार पट्टा, जाति प्रमाण पत्र, मध्यान्ह भोजन संचालन की स्थिति, मत्स्य पालन हेतु पट्टा वितरण, जिले में संचालित अवैध क्लिनिक पर कार्यवाही तथा धान खरीदी हेतु तैयारी के संबंध में चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सयुंक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जिला स्तरीय अधिकारियों से मुख्यमंत्री जनदर्शन से प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिये।उन्होंने विभागवार हाई कोर्ट में लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए समय पर जवाब-दावा प्रस्तुत करने को कहा। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी से राशन कार्ड हेतु प्राप्त आवेदनों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर राशन कार्ड तैयार कर वितरण करने को कहा।
जिले में कोई भी परिवार राशन कार्ड विहीन न रहे, इसके लिए सभी जिला नोडल अधिकारी आबंटित पंचायतों में जाकर इसकी जानकारी लें। कलेक्टर ने सहायक आयुक्त आदिवासी से विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं पण्डों परिवार के संख्या के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इन परिवारों को शीघ्र राशन कार्ड उपलब्ध कराने हेतु अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को ड्युटी लगाकर सर्वे कराने को कहा।जिला शिक्षा अधिकारी से जाति प्रमाण पत्र वितरण की स्थिति की जानकारी लेते हुए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं विशेष अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र हेतु आॅनलाईन कार्य शीघ्र पूर्ण करने को कहा साथ ही मध्यान्ह भोजन संचालन के तहत बच्चों को दी जाने वाली सुखा राशन वितरण के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने अधीक्षक भू-अभिलेख शाखा से ऋण पुस्तिका वितरण की जानकारी ली। उन्होंने वन अधिकार पट्टा का ऋण पुस्तिका वितरण का अनुभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि ऋण पुस्तिका के आभाव में वन अधिकार पट्टा धारियों को शासकीय योजना का लाभ नहीं मिल पाता है अतः सभी हितग्राहियों को शीघ्र ऋण पुस्तिका जारी करंे जिससे वे शासकीय योजनाओं का लाभ लें सके। मत्स्य पालन हेतु पट्टा वितरण की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सहायक संचालक मत्स्य से जिले में पंजीकृत समूह, मछुआ सहकारी समिति एवं एनआरएलएम के समूह को ही पट्टा वितरण हेतु शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जिले में संचालित वैध क्लिनिक, लैब के संबंध में जानकारी लेते हुए अवैध रूप से संचालित क्लिनिक एंव लैब पर कड़ी कार्यवाही करने तथा जिला अस्पताल में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये। समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने सहायक पंजीयक सहकारिता, जिला खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी से धान खरीदी की तैयारी के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से धान खरीदी केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने सर्व एसडीएम एवं तहसीलदारों को भी खरीदी केन्द्रों का सत्त निरीक्षण करने को कहा। जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्ययोजना की प्रगति की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी से जिले के ऐसे क्षेत्रों का जहां सबसे अधिक पेयजल की समस्या है उस ग्राम को प्राथमिकता देते हुए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने जानकारी दी कि आगामी 16 अक्टूबर को जिले के प्रभारी सचिव जिला प्रवास पर रहेंगे।
उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को अपने विभाग से संबंधित जानकारी तैयार कर शीघ्र जिला कार्यालय के स्टेनो शाखा में देने के निर्देश दिये।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित सभी विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। - भीतरचुरा पहुंचकर कलेक्टर ने किया स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साहासवर्धन
बलरामपुर : शासन के मंशानुरूप कोरोना की श्रृंखला तोड़ने तथा नियंत्रण के उद्देश्य से सघन सामुदायिक सर्वे का कार्य पूरे जिले में किया जा रहा है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विकासखण्ड रामचंद्रपुर के सुदूर पहुंचविहीन गांव भीतरचुरा तथा धनवार पहुंचकर सर्वे कार्य किया तथा कोरोना की जांच भी की।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े भी सर्वे के अंतिम दिन भीतरचुरा पहुँचे तथा स्वास्थ्य अमले का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सर्वे से जुड़ी जानकारी ली तथा ग्रामीणों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। सघन सामुदायिक सर्वे दल के प्रभारी श्री सुशील गर्ग ने बताया कि भीतरचुरा तथा धनवार दोनों ही गांव में सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा अभी लोगों की कोरोना जांच की जा रही है।
लैब टेक्नीशियन सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सैंपल एकत्रित कर रहे है। उन्होंने आगे बताया कि लक्षणात्मक तथा हल्के लक्षण वाले मरीजों का तत्काल सैम्पल लेकर जांच किया जा रहा है। एन्टीजन टेस्ट के साथ ही आवश्यकता अनुसार आरटीपीसीआर टेस्ट भी किया जा रहा है। अब तक 58 व्यक्तियों का सैंपल लिया गया है जिनमंे से एक व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए है जिनके उपचार की व्यवस्था की गयी है। - पहली बार कलेक्टर को अपने बीच पाकर ग्रामीणों के खिले चेहरे
गांव के विकास के लिए शासन प्रतिबद्धता के साथ कर रही कार्य:-विधायक
बलरामपुर : सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक श्री वृहस्पत सिंह एवं कलेक्टर श्री श्याम धावड़े विकासखंड रामचंद्रपुर के पहुंचविहीन गांव भीतरचुरा तथा पण्डो बाहुल्य ग्राम धनवार में आयोजित जनचैपाल में शामिल हुए। ग्राम भीतरचुरा में आयोजित जनचैपाल कार्यक्रम की शुरुआत राज्यगीत से हुई।
जनचैपाल में उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी तथा तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिये। यह पहला मौका है जब कलेक्टर इन सुदूर गांवों में पहुंचे है। पहली बार कलेक्टर को अपने बीच पाकर ग्रामीणों के चेहरे खुशी से खिल उठे तथा विधायक एवं कलेक्टर ने भी बड़ी ही आत्मीयता के साथ उनकी बातें सुनी। इस दौरान विधायक एवं कलेक्टर ने भीतरचुरा तथा धनवार के समस्त ग्रामीण परिवारों को आलू, मटर, बैंगन के बीज तथा विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधे प्रदान किए ।
विधायक ने भीतरचुरा के चैपाल में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित कर शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में जानकारी दी तथा इन पहुंचविहीन गांवों के लिए शासन-प्रशासन की आगामी कार्ययोजना से अवगत कराया। विधायक श्री वृहस्पत सिंह ने ग्रामीणों से कहा कि इस गांव के विकास के लिए ही कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों के साथ इस चैपाल का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि पंचायत भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है तथा धनवार पहुंच मार्ग की कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। विधायक श्री सिंह ने ग्रामवासियों की सुविधा को देखते हुए नए पीडीएस भवन का निर्माण भी शीघ्र प्रारम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नवगठित पंचायत भीतरचुरा के लोगों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ मिलेगा और इस दिशा में शासन-प्रशासन प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने उपस्थित ग्रामीणजनांे से उनकी समस्याएं सुनी तथा उसका जल्द निराकरण करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि आपकी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रशासन गंभीरता के साथ कार्य कर रहा है। पात्र परिवारों को राशनकार्ड, वनाधिकार पट्टा, मनरेगा जॉब कार्ड एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आपको पेड़-पौधों तथा वनों का संरक्षण करना है। वनाधिकार पट्टाधारी जिन्हें ऋण पुस्तिका नहीं मिला है उन्हें जल्द ही जारी कर दिया जायेगा तथा जिन पट्टाधारियों को भूमि सुधार की आवश्यकता है वे पंचायत के माध्यम से आवेदन करें। साथ ही जिन क्षेत्रों में कुआं या तालाब की आवश्यकता है वे भी पंचायत के माध्यम से आवगत कराएं।
कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि गांव के विकास के लिए सरपंच, पंच तथा ग्रामसभा के लोग समन्वय के साथ कार्य करें ताकि गांव का समग्र विकास संभव हो पाए। इसके पश्चात विधायक एवं कलेक्टर पहुंचविहीन ग्राम धनवार में आयोजित जनचैपाल में शामिल हुए। उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याएं सुनी तथा मूलभूत जरूरतों को जल्द पूरा करने की बात कही।
महिलाओं ने विधायक तथा कलेक्टर को बताया कि पीने के पानी की समस्या प्रमुख है जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विधायक ने पीने के पानी के लिए आवश्यकता के अनुरूप पारा-टोलों में स्थान चयनित कर जल्द ही कूप खनन प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। विधायक ने उनसे मनरेगा जॉब कार्ड, रेडी टू ईट, मध्यान्ह भोजन, सूखा राशन, वनाधिकार पट्टा तथा ऋण पुस्तिका मिला है या नहीं इसकी जानकारी ली तथा जल्द ही शिविर के माध्यम से इन समस्याओं का निराकरण करने की बात कही।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने उपस्थित ग्रामीणजनों से बात करते हुए आंगनबाड़ी तथा स्कूल के संचालन, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, पेंशन तथा बच्चों को पूरक पोषण आहार मिलता है नहीं इसकी जानकारी ली। ग्रामीणों द्वारा पीने के पानी की समस्या बताने पर शीघ्र कूप खनन करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त सिंचाई तथा अन्य जरूरतों के लिए सामूहिक तालाब का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के साथ ही धनवार पहुंच मार्ग का भी निर्माण कार्य भी जल्द पूर्ण करने की बात कहीं।
इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अभिषेक गुप्ता, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री नितेश गौतम, तहसीलदार श्री विवेक चन्द्रा सहित विकासखण्ड स्तर के अधिकारी तथा क्षेत्र जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे। - बलरामपुर : शैक्षणिक सत्र 2020-21 अंतर्गत बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु काउंसलिंग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर में आयोजित की गई है, जिसके तहत् सरल क्रमांक 01 से 100 तक के विद्यार्थियों का काउंसलिंग 15 अक्टूबर, 101 से 200 तक 16 अक्टूबर, 201 से 300 तक 17 अक्टूबर, 301 से 400 तक के विद्यार्थियों का काउंसलिंग 19 अक्टूबर 2020 को होगा। उक्त काउंसलिंग प्रातः 11 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी।
काउंसलिंग में उपस्थित होने वाले छात्रों की सूची विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय/मण्डल संयोजक कार्यालय एवं जिला कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई है। संबंधित छात्र काउंसलिंग में 4थी/5वीं की अंकसूची, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र एवं एक सेट सत्यापित प्रति लेकर उपस्थित होंगे। - बलरामपुर : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलरामपुर द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला/बहुउद्देशीय कार्यकर्ता महिला/ए.एन.एम. के रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति हेतु संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें रायपुर से प्राप्त सूची का परीक्षण उपरांत मेरिट सूची जारी किया गया है।
जारी मेरिट सूची को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की वेबसाईट तथा स्वास्थ्य विभाग की वेबसाईट पर देखा जा सकता है। उक्त सूची के संबंध में अभ्यर्थी अपना दावा-आपत्ति निर्धारित प्रारूप में संबंधित दस्तावेज संलग्न कर 18 अक्टूबर 2020 को कार्यालयीन समय 05.30 बजे तक ईमेल आईडी [email protected] में प्रस्तुत कर सकते हैं।
दावा-आपत्ति केवल अभ्यर्थियों के कुल प्राप्त अंकों पर ही स्वीकार किये जायेंगे। उक्त ई-मेल आईडी के अतिरिक्त किसी भी अन्य माध्यम से दावा-आपत्ति स्वीकार नहीं किया जावेगा। - बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था शंकरगढ़ एवं रामचन्द्रपुर में प्रशिक्षण सत्र 2020-21 हेतु कम्प्यूटर आॅपरेटर एण्ड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट(कोपा), फिटर एवं विद्युतकार विषयों के प्रशिक्षण कार्य पूर्ण कराये जाने के लिए मेहमान प्रवक्ता(गेस्ट लेक्चरर) हेतु निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र 28 अक्टूबर 2020 तक आमंत्रित किया गया है।
इच्छुक अभ्यर्थी औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्था वाड्रफनगर में उपस्थित होकर अपना आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी हेतु संबंधित संस्था से सम्पर्क किया जा सकता है। - घर-घर जाकर एकत्रित की जा रही कोरोना से जुड़ी जानकारी
बलरामपुर : जिला बलरामपुर रामानुजगंज में कोविड-19 सघन सामुदायिक सर्वे अभियान 05 अक्टूबर से प्रारंभ हो चुका है जो 12 अक्टूबर 2020 तक चलेगा। सर्वे टीम द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों की पहचान कर तत्काल एन्टीजन टेस्ट किया जा रहा है।
एन्टीजन टेस्ट में नेगेटिव पाए गये व्यक्तियों का आरटीपीसीआर व ट्रू नाॅट सैम्पल लिया जा रहा है। पाॅजिटिव पाए गये व्यक्तियों जिनमे ंहल्के लक्षण या कोई लक्षण नहीं है उन्हें शासन के दिशानिर्देशानुसार होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। ऐसे मरीजों के घर जाकर उन्हें दवाईयां देने के साथ ही प्रतिदिन उनकी स्थिति की जानकारी भी ली जा रही है।
उच्च जोखिम एवं जो मरीज सामान्य स्थिति में नहीं है, उन्हें तत्काल नजदीकी कोविड हाॅस्पीटल में ईलाज हेतु भर्ती किया जा रहा है। 08 अक्टूबर 2020 तक जिला बलरामपुर में सर्वे किये गये कुल घरों की संख्या 1 लाख 6 हजार 129, लक्षण सहित पाये गये व्यक्तियों की संख्या 4 हजार 976, उच्च जोखिम में पाए गये व्यक्तियों की संख्या 1 हजार 101 तथा सामान्य संक्रमित पाये गए व्यक्तियों की संख्या 1 हजार 596 है। यह सर्वे अभियान 12 अक्टूबर 2020 तक सघन अभियान के रूप में प्रारंभ की गयी है।
जिला प्रशासन, पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से टीम द्वारा इस अभियान को सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। इस अभियान को सफल बनाने व जन जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार /मुनादी नगर व ग्रामीण स्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही सर्वे टीम लोगों कों कोरोना के बारे में जानकारी देने के साथ ही बचाव के तरीके बता रही है।
यदि किसी व्यक्ति को बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर दर्द, स्वाद या सूंघने की क्षमता में कमी, गले में खराश, बंद या बहती नाक एवं उल्टी दस्त आने जैसे समस्या है तो इसको हल्के में न ले यह कोरोना हो सकता है तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने आम जनों से अपील की है कि वे सर्वे टीम को सही-सही जानकारी दें, कोई भी जानकारी न छुपाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए घर से निकलते समय मास्क जरूर पहने, साबुन और पानी से हाथ धोए, सैनिटाइजर का उपयोग करें, एक दूसरे से कम से कम 6 फीट या 3 हाथ की दूरी बना कर रखें एवं भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। - तय मानक एवं मापदण्डों के अनुरूप रेडी टू ईट निर्मित करने के निर्देश
बलरामपुर : शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा तय मानक अनुसार रेडी टू ईट फूड प्रदाय की निरंतरता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु चयनित एवं अनुबंधित समूह को निर्देशित किया गया है। इसके बावजूद भी उक्त निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
विगत दिवस जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री जे.आर. प्रधान द्वारा पूरक पोषण आहार कार्यक्रम के अंतर्गत बाल विकास परियोजना रघुनाथनगर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं 06 पर्यवेक्षक सेक्टर में रेडी टू ईट फूड निर्माण करने वाले चयनित एवं अनुबंधित समूह के संयंत्र स्थापित स्थल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में समूह के द्वारा माह में वितरित किये जाने वाले रेडी टू ईट फूड की पावती/चालान, पैकेट में समूह का नाम, बैच क्रमांक व उत्पादन तिथि अंकित न होना पाया गया, साथ ही यूनिट स्थल के निरीक्षण में संयंत्र स्थापित स्थल में पर्याप्त कमरा, साफ-सफाई, निर्माण में लगने वाली आवश्यक सामग्रियां, स्वच्छता किट आदि नहीं होने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
शासन की महत्वकांक्षी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक नहीं पहुंचा पाने एवं शासन के तय मानक अनुसार किसी भी चयनित एवं अनुबंधित समूह के द्वारा कार्य नहीं किये जाने पर उन्होंने परियोजना अधिकारी, संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक एवं समूह को चेतावनी देते हुए तत्काल तय मानक एवं मापदण्डों के अनुरूप रेडी टू ईट निर्माण कर आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रदाय करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशों का पालन नहीं करने पर संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक एवं अनुबंधित समूह के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने कि चेतावनी भी दी। - बलरामपुर : जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि बलरामपुर-रामानुजगंज के अंतर्गत संचालित शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में अध्यनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों हेतु संचालित प्री एवं पोस्ट मैट्रिक, मेरिट कम मीन्स योजना के तहत छात्रवृत्ति प्रदाय करने के लिए विद्यार्थियों की आॅनलाईन एण्ट्री नवीन एवं नवीनीकरण हेतु आॅनलाईन पोर्टल में 15 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2020 तक किया जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने सर्व विकासखण्ड अधिकारियों को आॅनलाईन एण्ट्री हेतु सर्व स्कूलों में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिये हैं। नियुक्त नोडल अधिकारी विद्यार्थियों एवं पालको से आवश्यक दस्तावेज एकत्रित कर आॅनलाईन कार्यों को निर्धारित समय-सीमा तक शत् प्रतिशत पूर्ण करेंगे। - बलरामपुर : भू-अभिलेख कार्यालय बलरामपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 01 जून 2020 से अब तक 1177.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। प्रतिवेदित तिथि को राजपुर में 38.1 मि.मी., रामानुजगंज 8.2 मि.मी., कुसमी 80.0 मि.मी., वाड्रफनगर 28.0 मि.मी., बलरामपुर 7.6 मि.मी. एवं शंकरगढ़ में 9.2 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
इस प्रकार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रतिवेदित तिथि को कुल 171.1 मि.मी. वर्षा हुई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 01 जून से अब तक राजपुर तहसील में 1315.1 मि.मी., रामानुजगंज तहसील में 1082.4 मि.मी., कुसमी तहसील में 1556.0 मि.मी., वाड्रफनगर तहसील में 1287.0 मि.मी, बलरामपुर तहसील में 874.8 मि.मी. एवं शंकरगढ़ तहसील में 950.8 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। - बलरामपुर : कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद किया गया है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के साथ ही बच्चों के लिए वैकल्पिक शिक्षा व्यवस्था के तहत राज्य शासन द्वारा मोहल्ला क्लास जैसी अनूठी पहल की गई है। जिले में भी कोविड-19 के बचाव के नियमों का पालन करते हुए मोहल्ला क्लास संचालित किये जा रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का द्वारा जिले में संचालित मोहल्ला क्लास का सतत् निरीक्षण कर शिक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने बलरामपुर विकासखण्ड के प्राथमिक/माध्यमिक शाला मलारपारा बलरामपुर का निरीक्षण किया।प्राथमिक शाला मलारपारा में प्रधान पाठक श्री प्रमोद कुमार देवनाहा तथा श्रीमती लता मलिक मोहल्ला क्लास लेते हुए पाये गये। मलारपारा में 88 छात्र/छात्राओं में से 25 छात्र इस मोहल्ले में उपस्थित पाये गये। वहीं प्रधान पाठक द्वारा जानकारी दी गयी कि शिक्षिका श्रीमती सुषमा प्रजापति के द्वारा भी पिछले 30 सितम्बर 2020 से हाॅस्पिटल कालोनी में क्लास ली जा रही है।
वहीं माध्यमिक शाला मलारपारा का कक्षा स्टेडियम ग्राउंड में संचालित था, जिसका जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा निरीक्षण किया गया। जहां श्रीमती अवधमणी प्रधान पाठक के द्वारा बच्चों को कोंण की अवधारणा जमीन पर रंगोली बनाकर बताया जा रहा था, जो बहुत ही रोचक लगा।इस कक्षा में भी 6वी, 7वीं एवं 8वीं के 17 छात्र/छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। माध्यमिक शाला में कार्यरत चार में से तीन शिक्षक मोहल्ला क्लास में अनवरत कक्षाएं ले रहे हैं। निरीक्षण के दौरान सहायक संचालक श्री बन्धेश सिंह, विभागीय अधिकारी के साथ-साथ पालक भी उपस्थित थे। - बलरामपुर : तहसील रामानुजगंज के ग्राम महावीरगंज स्थित शासकीय मद की भूमि का फर्जी तरीके से ग्राम महावीरगंज के नौ व्यक्तियों द्वारा अपने नाम दर्ज कराने तथा इस कार्य में सहयोग करने वाले अभिलेखागार में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 उमाशंकर पाण्डेय एवं भृत्य मनोहर प्रताप सिंह के विरूद्ध तहसीलदार रामानुजगंज ने पुलिस थाना रामानुजगंज में एफआईआर दर्ज करायी है।
गौरतलब है कि ग्राम महावीरगंज के श्री मोइनुद्दीन आत्मज रहीम खसरा नम्बर 2278/1 रकबा 90.70 एकड़, जान मोहम्मद आ0 कलम मियां पुराना खसरा नम्बर 2278/4 रकबा 94.40 एकड, खेलावन आ0 चोवा पुराना खसरा नम्बर 2278/6 रकबा 98.40 एकड़, श्रीमती मंगरी पत्नी मो0 अली पुराना खसरा नम्बर 2278/5 रकबा 94.10 एकड़, श्रीमती रसूलन पत्नी मो0 हुसैन पुराना खसरा नम्बर 2278/7 रकबा 98.30 एकड़, गुलाम नबी आ0 जसमुदीन 2278/1 रकबा 90.70 एकड़, यार मोहम्मद आ0 कादीर पुराना खसरा नम्बर 26/3 रकबा 94.20 एकड़, सागर आ0 ढूपा पुराना खसरा नम्बर 1389/20 रकबा 94.20 एकड़ एवं इसहाक आ0 नान्हू मियां पुराना खसरा नम्बर 1389/19 रकबा 94.93 एकड़ भूमि का पट्टा नहीं होते हुए भी फर्जी तरीके से श्री मनोहर प्रताप सिंह भृत्य से साठ-गांठ कर पुनरीक्षण प्रकरण तैयार कर शासकीय मद की भूमि को अपने नाम दर्ज करा लिया था।
साथ ही जिला अभिलेखागार में पदस्थ सहायक गे्रड-3 उमाशंकर पाण्डेय से मिल कर कुटरचित तरीके से जिला अभिलेखागार में उपलब्ध अभिलेख में कांट-छांट कर अपना नाम दर्ज करा लिया गया था। सक्षम अधिकारी के द्वारा उक्त अभिलेखों को कुटरचित पाये जाने पर तत्काल निरस्त कर दिया गया है एवं उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध तहसीलदार द्वारा पुलिस थाना रामानुजगंज में एफआईआर दर्ज कराई गई है। -
बलरामपुर : कोरोना से जंग में मास्क हमारा रक्षा कवच है। कोरोना संक्रमण से बचने के सरल किंतु प्रभावी उपाय है मास्क लगाना, दो गज की दूरी रखना और साबुन पानी से बीच -बीच में हाथ धोते रहना। मास्क क्यूं लगाना, ये जानना भी जरूरी है। जब भी कोई व्यक्ति बात करता है, खांसता, छींकता या गहरी सांस भी लेता है, तो छोटी-छोटी बंूदे जिसे ’एरोसाल’ कहते हैं, मुंह या नाक से बाहर निकलती है, इन बंूदों के साथ वायरस भी बाहर आता है।
यदि वह व्यक्ति कोरोना संक्रमित है तो कोरोना वायरस बाहर निकल कर 6 फीट की दूरी तक के व्यक्ति को भी पहुंचेगा और सामने वाले व्यक्ति के शरीर में भी वायरस पहुंच जाएगा। इसी से बचने के लिए सभी को मास्क लगाना और आपस में 6 फीट की दूरी रखना जरूरी है।
इसके अलावा उन सतहों, टेबल, कुर्सी, रेलिंग या कोई भी ऐसी वस्तु जिसके आस-पास कोई संक्रमित व्यक्ति छींका, खांसा हो, उस सतह या वस्तु को छूने के बाद यदि हम अपने मुंह, नाक और आंखों को छूते हैं तो कोरोना वायरस हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता है। कुछ व्यक्तियों को बीमारी के लक्षण नहीं दिखते हैं, फिर भी वह संक्रमित रहता है। मतलब वह अनजाने में बीमारी फैला रहा है। इसीलिए बीमारी से बचने के लिए सभी को मास्क पहनने और भीड़ से बचने को कहा जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि बंद जगहें, बंद कमरों में समूह में रहने से बचना चाहिए।
इसके स्थान पर खुली जगह में रहकर गतिविधियां करनी चाहिए। संक्रमित व्यक्ति के बंद स्थान पर रहने से संक्रमण की संभावनाएं बढ़ जाती हैं और उसके उस स्थान से जाने के बाद भी वायरस वातावरण में रहता है। मास्क पहनने के बाद उसकी समुचित साफ-सफाई भी जरूरी है। कपड़े के मास्क को साबुन, गर्म पानी और कीटाणुनाशक से धोना और धूप में सुखाना जरूरी रहता है। सर्जिकल मास्क चार घंटे तक ही प्रभावी रहता है। - बलरामपुर : जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ के अध्यक्षता में 16 अक्टूबर 2020 को अपरान्ह 3.00 बजे कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित की गयी है।
उक्त बैठक में वन अधिकार अधिनियम 2006 एवं नियम 2008 यथा संशोधित नियम 2012 के तहत व्यक्तिगत के निरस्त दावा आवेदनों का पुनर्विचारण में लिया जाकर पात्र पाये गये दावा आवेदन तथा सामुदायिक के नवीन पात्र दावा आवेदनों का अनुमोदन किया जायेगा। इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर के अनुमति में अन्य विषय पर चर्चा की जायेगी। - कलेक्टर, सीईओ एवं वनमण्डलाधिकारी वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से हुए शामिल
नालों को पुनर्जीवित कर भूमि को किया जा रहा उपचारित
बलरामपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय रायपुर से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नरवा विकास योजना का शुभारंभ किया।इस अवसर पर उन्होंने नरवा विकास योजना के लाभों के बारे में जानकारी ली एवं नरवा विकास कार्य में सहभागिता निभाने की अपील की। जिला कलेक्टोरेट स्थित एनआईसी कक्ष से कलेक्टर श्री श्याम धावड़े जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. और वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए।
ज्ञतव्य है कि नरवा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जलस्तर को बढाने एवं मृदा अपरदन को रोकने तथा जलग्रहण क्षेत्र या सिंचाई क्षेत्र में वृद्धि हेतु मुख्यतः रिज टु वैली अवधारणा पर गलीप्लग, ब्रशवुड, बोल्डर चेक, गेबियन जाली, चेक डेम, स्टाॅप डेम एवं मिट्टी बांध जैसे संरचनाओं का चयन किया गया है, जिससे नालों को पुनर्जीवित कर भूमि को उपचारित किया जा रहा है।
जिले में बलरामपुर वनमंडल के अंतर्गत 13 नालों में कुल 42.92 किलोमीटर में 1851 विभिन्न कार्य हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार कर प्रशासकीय स्वीकृति दी गयी है। इसी प्रकार महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना अंतर्गत जिले में कुल 60 नालों को चिन्हंाकित किया गया है, जिसकी लम्बाई 583.80 किलोमीटर एवं कुल जलग्रहण क्षेत्र 4405.28 हेक्टेयर है।
विस्तृत कार्य योजना तैयार कर 6732 कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गयी है, जिसमें से कुछ संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ज्ञतव्य है कि उक्त संरचनाओं के बन जाने पर सिंचाई क्षेत्र में 1529.63 हेक्टेयर की वृद्धि होगी एवं पूरे जिले के भौगोलिक क्षेत्र में कंटूर ट्रेंच, डबरी, तालाब एवं परकोलेशन टैंक जैसे संरचनाओं के बन जाने से जल स्तर में वृद्धि होगी एवं भविष्य में होने वाले मृदा अपरदन को रोका जा सकेगा। इन सभी संरचनाओं के बन जाने से जिले के कृषक अपने सिंचित क्षेत्र में बढ़ोत्तरी कर दो फसल एवं नगदी फसल का लाभ लेकर अपने आय में वृद्धि कर पायेंगे। - राकेश बने दिव्यांग बच्चों के लिए प्रेरणा स्त्रोत
बलरामपुर : विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम नागरा निवासी राकेश प्रजापति दृष्टिहीन हैं। राकेश वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय के वेंकेटश्वरा काॅलेज से हिन्दी आॅनर्स की पढ़ाई कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा राकेश प्रजापति को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहयोग कर उनके संघर्ष का सम्मान किया है। राकेश बताते है कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दिक्षा विशेष दिव्यांग स्कूल से हुई है।
इसके पश्चात् उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली का रूख किया। किन्तु दिल्ली में आर्थिक परेशानियां बढ़ने से आगे की शिक्षा में मुश्किल हो रही थी तभी जिला प्रशासन ने मदद का हाथ बढ़ाया। उन्हें 7 हजार रूपये प्रतिमाह की राशि प्रदान किया जा रहा है जिससे उनके आवास सहित अन्य जरूरते पूरी हो रही है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने राकेश से मुलाकात कर उसके संघर्षों तथा परिश्रम के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने राकेश को एक स्मार्ट फोन प्रदान करते हुए कहा कि जो भी दिव्यांग बच्चे आगे पढ़ाई करना चाहते है राकेश उनके लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। प्रशासन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए अनेको योजना संचालित हैं जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। जिला प्रशासन दिव्यांग बच्चों के हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है बस उन्हें अवसर प्रदान करने की आवश्यक है। - बलरामपुर : जिले में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया गया है तथा प्रशासन स्वास्थ्य सुविधाओं का तत्काल उपलब्धता के लिए गंभीरता से कार्य कर रहा है। जिला चिकित्सालय के अतिरिक्त सामुदायिक, प्राथमिक तथा उपस्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से प्रशिक्षित चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मीयों द्वारा समुचित उपचार तथा जरूरी दवाईयों की व्यवस्था की जा रही है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोई भी लापरवाही न करने तथा अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों, मेडिकल स्टोर्स एवं तथाकथित चिकित्सकों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। अप्रशिक्षित तथा बिना डिग्री धारी तथाकथित चिकित्सकों द्वारा अवैध क्लीनिक के माध्यम से मनमाने ढंग से पैसे लेकर गलत उपचार किया जाता है फलस्वरूप सही उपचार न मिलने से मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है।
प्रशासन ऐसे अवैध गतिविधियों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही कर रही है। विकासखण्ड कुसमी में संचालित लक्ष्मी मेडिकल स्टोर्स से लगे हुए भवन में अवैध क्लीनिक का संचालन की सूचना मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज के अगुवाई में राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लीनिक की जांच की।
क्लीनिक की जांच में पाया गया कि संचालक परमेश्वर मैत्री के पास कोई भी चिकित्सक की वैध डिग्री या पत्रोपाधि नहीं है। जांच के दौरान क्लीनिक के अंदर आस-पास के क्षेत्रों से पहुंचे मरीजों का उपचार किया जा रहा था। क्लीनिक में बच्चों को तौलने की मशीन, टाइफाइड जांच किट, एण्टीबायोटिक जैसे जेन्टामायसीन, एस्ट्रेप्टोमायसीन सहित अन्य प्रकार की दवाईयां भी रखी गयी थी। क्लीनिक में पृथक रूप से लैब भी संचालित है।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज ने क्लीनिक का अवैध रूप से संचालन पाये जाने पर मौके पर पंचनामा तैयार करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया। एसडीएम श्री दीपक निकुंज ने बताया कि अवैध चिकित्सकीय गतिविधियों तथा क्लीनिकों पर कार्यवाही की जा रही है तथा साथ ही चिकित्सा सेवाओं का विस्तार करते हुए लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जा रहा है। - बलरामपुर: जल संसााधन संभाग रामानुजगंज के कार्यपालन अभियंता श्री उमाशंकर राम ने जानकारी दी है कि जल संसााधन संभाग रामानुजगंज के अंतर्गत 22 जल उपभोक्ता संस्था है तथा संस्थाओं का संचालन संबंधित सचिव(उप अभियंता) के द्वारा किया जा रहा है। वर्ष 2020-21 के बजट में उक्त जल उपभोक्ता संस्थाओं को योजनाओं के रख-रखाव हेतु 1 लाख रूपये का आबंटन प्राप्त है। उन्होंने बताया प्राप्त आबंटन से 20 जल उपभोक्ता संस्थाओं को प्रति संस्था के अनुमान से 5 हजार रूपये की राशि उनके संबंधित खाते में स्थानांतरण कर दिया गया है। उन्होंने समस्त जल उपभोक्ता संस्थाओं को उक्त राशि का उपयोग राज्य में सिंचाई प्रबंधन में कृषकों की भागीदारी अधिनियम के तहत बांधों एवं नहरों के रख-रखाव तथा मरम्मत हेतु उपयोग करने को कहा है।