- नौनिहालो को स्वस्थ एवं सुपोषित जीवन प्रदान करना हमारा नैतिक दायित्व -कलेक्टर
बलरामपुर : विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत बरदर में अनुविभागीय स्तर पर जनचैपाल आयोजित कर शासकीय योजनाओं की जानकारी तथा विभिन्न विभागों द्वारा आमजनों की समस्याओं का निराकरण किया गया।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने जनचैपाल में शामिल होकर शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए आमजनों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी। इस अवसर पर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा 6 बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्रासन किया गया।
साथ ही महिला बाल विकास विभाग द्वारा 5 गर्भवती महिलाओं की गोदभराई तथा कुपोषित बच्चों को अंडा खिलाया गया। जनचैपाल में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाॅल लगाकर नागरिकों की समस्याएं सुनी गयी तथा यथासंभव तत्काल निराकरण किया गया। जिन आवेदनों में तत्काल निराकरण संभव नहीं था उनमें समय-सीमा निर्धारित कर निराकरण के लिए आश्वस्त किया गया।
ज्ञात है कोविड 19 से उत्पन्न परिस्थिति में शासकीय कार्य प्रभावित हुए थे किंतु कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की पहल पर जनचैपाल आयोजित कर आमजनों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। जनचैपाल में राजस्व विभाग को 22 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें प्रमुख रूप से नामंतरण-बंटवारा तथा ऋण पुस्तिका से संबंधित प्रकरण थे। स्वास्थ्य विभाग के स्टाॅल में डाॅक्टरों ने 46 व्यक्तियों की जांच कर निःशुल्क दवाईयां तथा सलाह दी। साथ ही 9 व्यक्तियों का कोरोना एण्टीजन टेस्ट भी किया गया जिसमें सभी नेगेटिव पाये गये।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जनचैपाल में उपस्थित आमजनों को संबोधित करते हुए कहा कि शिविर के माध्यम से प्रशासन आपके द्वार में उपस्थित हुआ है जो भी स्थानीय समस्याएं है जिनका प्रशासनिक स्तर पर निराकरण किया जा सकता है आप इसके लिए आवेदन करें। उन्होंने कहा कि बलरामपुर अनुविभाग बनने के बाद यह पहला ग्राम पंचायत है जहां जनचैपाल आयोजित किया गया है।
कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों जनचैपाल में प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता के साथ निराकरण कर शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों तथा आमजनों से कहा कि सुपोषण अभियान हमारा समाजिक एवं नैतिक दायित्व है। समाज को कुपोषण मुक्त कर नौनिहालो को स्वस्थ जीवन प्रदान करना इस अभियान का लक्ष्य है।
उन्होंने स्वास्थ्य एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि शिशुवती, गर्भवती तथा छोटे बच्चों को दिये जाने वाले पोषण आहार निरंतर मिले तथा स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण नियत समय पर हो। कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि प्रत्येक गांव में मनरेगा के माध्यम से लोगों को कार्य में नियोजित कर रोजगार प्रदान किया जाये। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि कोविड-19 के कारण स्कूल बंद है तथा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। अभिभावक सुरक्षा मानकों साथ बच्चों को मोहल्ला क्लास में भेजे ताकि उनकी पढ़ाई जारी रहे।
सम्बोधन के अंत में उन्होंने आमजनो से अपील कर कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनने, हाथ धोने तथा दो गज की दुरी अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने उपस्थित नागरिकों से कहा कि शांति और सौहार्द्र से ही समाज का विकास होता है जो आप सभी के सहयोग से ही संभव हो पायेगा। पुलिस प्रशासन जिले में जागृति अभियान चलाया गया था जिसका साकारात्मक परिणाम देखने को मिला है।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अजय किशोर लकड़ा, जिला खाद्य अधिकारी श्री शिवेन्द्र काम्टे, जिला विपणन अधिकारी श्री अरूण विश्वकर्मा, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष श्री रिपुजीत सिंह, विधाक प्रतिनिधि श्री विनोद तिवारी तथा अनुविभागीय स्तर के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - उपार्जन केन्द्र के कर्मचारियों को दिये आवश्यक निर्देश
बलरामपुर : राज्य शासन द्वारा आगामी 1 दिसम्बर से छत्तीसगढ़ के कृषकों से समर्थन मूल्य में उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जाएगी। शासन के मंशानुरूप धान खरीदी सुचारू ढंग से तथा नियम अनुरूप संपन्न कराने के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू खरीदी पूर्व उपार्जन केंद्रों का दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रहे है।
उन्होंने कृषि उपज मण्डी कुसमी, धान उपार्जन केन्द्र सामरी, चान्दों, तथा बरदर का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने नोडल अधिकारियों तथा समिति के प्रबंधकों से नियमानुसार धान क्रय करने तथा बिचैलियों व कोचियों के अवैध धान की खरीदी न हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
जिले के वास्तविक किसान का ही धान खरीदी हो तथा व्यवस्थित ढंग से खरीदी के लिए ग्रामवार रोस्टर बनाकर टोकन जारी करें ताकि नियत तिथि को ही संबंधित कृषक आसानी से अपना धान विक्रय कर पाये। कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्र में बनाये गये चबुतरों का अवलोकन कर उसकी क्षमता के बारे में जानकारी ली।
कुसमी स्थित कृषि उपज मंडी पहुंचकर कलेक्टर द्वारा समिति प्रबंधक से विगत वर्ष में क्रय किए गए धान की मात्रा तथा इस खरीफ विपणन वर्ष में पंजीकृत कृषकों की संख्या तथा उपार्जन केंद्र की क्षमता के बारे में पूछने पर समिति प्रबंधक ने उन्हें बताया कि इस वर्ष समिति में 43 गांव के 13 सौ पंजीकृत किसान हैं तथा एक दिन में अधिकतम 15 सौ क्विंटल धान क्रय किया जा सकता है।
इसके पश्चात उन्होंने ऑपरेटर कक्ष, पंजीकृत किसानों की सूची, नमी मापक यंत्र तथा नाप-तौल मशीन का अवलोकन कर आवश्यकता अनुसार सामग्रियां क्रय करने के निर्देश दिये। इसी क्रम में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सामरी तथा चान्दों के उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया।
चान्दों धान उपार्जन केन्द्र के समिति प्रबंधक से पंजीकृत किसानों की जानकारी लेते हुए खरीदी कार्य में लापरवाही न बरतने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री धावड़े ने प्रबंधक से कहा कि उपार्जन केन्द्र में बोर खनन हो चुका है संबंधित विभाग से बात कर इसमें शीघ्र हैण्डपम्प लगवाये।
निरीक्षण के दौरान समस्त नोडल अधिकारियों तथा प्रबंधकों से कहा कि उपार्जन केन्द्रों में कृषकों को धान बेचने में कोई परेशानी न हो तथा टोकन जारी करने के दौरान यह ध्यान रखा जाये इसमें 60 प्रतिशत लघु एवं सीमांत कृषक हो तथा 40 प्रतिशत बडे़ रकबा वाले किसान हो ताकि खरीदी प्रक्रिया में संतुलन बना रहे और कृषकों में कोई असंतोष न हो। -
बलरामपुर : संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने शासन की प्राथमिकता प्राप्त एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश सभी जिला अधिकारियों को दिये।
उन्होंने समय-सीमा में लंबित प्रकरणों की चर्चा करते हुए निराकृत किये गये प्रकरणों को समय-सीमा से हटाने तथा अपूर्ण प्रकरणों की जानकारी लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिये।
उन्होंने जल जीवन मिशन, मोहल्ला क्लास, कोविड-1़9, बारदानों का संग्रहण, मध्यान्ह भोजन, मनरेगा, मत्स्य पालन, पैरादान, जारी नवीन राशन कार्ड तथा जाति प्रमाण पत्र के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।
कलेक्टर श्री धावड़े ने खरीफ विपणन वर्ष के लिए आगामी धान खरीदी को देखते हुए विभिन्न ग्राम पंचायतों के नोडल अधिकारियों को अनिवार्य रूप से संबंधित उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये। जिले में दुग्ध उत्पादन की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने विभिन्न शासकीय योजनाओं के लिए अर्जित की गई भूमियांे के लिए भू-अर्जन की मुआवजा राशि वितरण के संबंध में जानकारी लेते हुए अधीक्षण अभियंता जल संसाधन को गंभीरता के साथ कार्य करने के निर्देश दिये। साथ ही डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम को भू-अर्जन प्रकरणों की अद्यतन जानकारी से प्रत्येक शनिवार को अवगत कराने को कहा।
उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए विलेज एक्शन प्लान की प्रगति की जानकारी ली। बलरामपुर के चनान नदी पर जल आवर्धन योजना के तहत निर्माणाधीन कार्यों के बारे में चर्चा करते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी को इसका सत्त निरीक्षण करने के निर्देश दिये।
उन्होंने शिक्षा विभाग के सहायक संचालक से मोहल्ला क्लास की संचालन की जानकारी लेते हुए कहा कि कोविड से बचाव के मानकों का पालन करते हुए नियमित कक्षाएं संचालित की जाये तथा शिक्षक इसमें लापरवाही न बरते। साथ ही जाति प्रमाण पत्र के प्राप्त आवेदन तथा निराकरण पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि कोई भी छात्र जाति प्रमाण पत्र की वजह से शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे यह सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी एवं जिला विपणन अधिकारी से बारदाना संग्रहण की जानकारी लेते हुए लक्ष्य अनुरूप संग्रहण सयम-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से जनचैपाल और आस्था शिविर आयोजित कर राजस्व प्रकरणों का निराकरण करने को कहा ताकि प्रशासन के प्रति आमजनों का विश्वास और दृढ़ हो।
मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर महिला समूहों को मछली पालन करने हेतु दस साल का पट्टा प्रदाय करने को कहा। मछली पालन महिलाओं के लिए आय का प्रमुख साधन बन सकता है इसे अनावश्यक रूप से लंबित न किया जाये। कलेक्टर श्री धावड़े ने खनिज अधिकारी से नये रेत खदानों की निलामी प्रक्रिया प्रारंभ करने के लिए की जा रही तैयारियों के प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि परिवहन तथा खनिज विभाग संयुक्त टीम बनाकर ओव्हरलोडिंग तथा नियम विरूद्ध चल रहे गाड़ियों की जांच कर कार्यवाही सुनिश्चित करें। मनरेगा के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने लक्ष्य के विपरीत सृजित मानव दिवस के संबंध में जानकारी ली तथा मनरेगा के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को भी रोजगार प्रदान करने की बात कही।
उन्होंने विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम भीतरचुरा में पिछले दिनों प्रशासन द्वारा स्वीकृत विभिन्न कार्यों के प्रगति की जानकारी लेते हुए कहा कि इन्हें शीघ्र पूरा किया जाये। साथ ही ग्राम विजयनगर में महिला समूहों द्वारा रागी की खेती के साथ अन्य आजीविका मूलक कार्य किये जा रहे है। उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, वन तथा कृषि विभाग संयुक्त रूप से विभागीय समन्वय के साथ कार्य करते हुए इसे एक आजीविका के केन्द्र के रूप मंे विकसित करें।
कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए आगामी धान खरीदी के दौरान ग्राम पंचायतों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को अनिवार्य रूप से अपने संबंधित क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लेने तथा खरीदी प्रक्रिया का सुचारू रूप संचालन सुनिश्चित करने को कहा। जिले के वास्तविक किसानों से धान खरीदी के बात कहते हुए बिचैलियों, कोचियों, अवांछित व्यक्तियों तथा अन्य राज्यों से आयातित अवैध धान की खरीदी को पूर्णतः रोक लगाने हेतु जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये।
उन्होंने खाद्य अधिकारी से जिला कन्ट्रोल रूम स्थापित कर इसका नम्बर आम जनों को उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सभी राईस मिलों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने फसल अपशिष्ट प्रबंधन की जानकारी देते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा कि गौठानों में पैरादान के लिए कृषकों को प्रोत्साहित किया जाये तथा फसल अपशिष्ट को जलाने पर पूर्णतः रोक लगाई जाये। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कोविड-19 के लिए प्रतिदिन हो रही जांच एवं होम आइसोलेट मरीजों की जानकारी ली तथा स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत सैम्पल कलेक्शन के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पंैकरा, श्री बालेश्वर राम, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। - बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में पदस्थ प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के मध्य कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने आगामी आदेश पर्यन्त के लिये कार्य विभाजन एवं कार्याबंटन आदेश जारी किया है।कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष. एस. को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, समाज कल्याण, जीवनदीप समिति, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, आयुर्वेद, हथकरघा, रेडक्रास, खादी ग्रामोद्योग, जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जिला साक्षरता, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना, कृषि, मत्स्य, उद्यान, पशु चिकित्सा, दुग्ध डेयरी, रेशम, क्रेडा, महिला एवं बाल विकास, जन समस्या निवारण शिविर, मुख्यमंत्री कौशल विकास, श्रम, तकनीकि एवं उच्च शिक्षा, शिक्षा विभाग एवं सर्व शिक्षा अभियान, स्टेडियम, स्पोट्र्स विभाग के लिए प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के अवकाश अथवा मुख्यालय में न होने की दशा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. कलेक्टर के प्रभार पर रहेंगे एवं कलेक्टर के द्वारा समय-समय पर सौंपे गये अन्य कार्यों का निर्वहन करेंगे।
इसी प्रकार अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर को अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी का कार्य सौंपा गया हैं। इसके आलावा वित्त स्थापना, वित्त लेखा, भू-राजस्व संहिता 1959 के अधीन प्रस्तुत होने वाले अपील, पुनरीक्षण, पुनर्विलोपन, भूमि तबादला प्रकरण, नगरीय निकाय, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, अवैध खनिज उत्पादन/परिवहन के प्रकरणों का पंजीकरण, जिला खनिज न्यास निधि, शासकीय आवास आबंटन, जिला विभागीय जांच अधिकारी, जिला कार्यालय के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अर्जित अवकाश, सामान्य विभागीय भविष्य निधि आंशिक अंतिम विकर्षण एवं अग्रिम, चिकित्सा प्रतिपूर्ति त्यौहार, अग्रिम, यात्रा भत्ता एवं जिला कार्यालय में होने वाले रूपये बीस हजार तक के व्यय, शहरी एवं ग्रामीण आबादी पट्टों का वितरण, राजीव गांधी आश्रय योजनान्तर्गत पट्टा, शोध क्षमता एवं ऋण भारमुक्त प्रमाण, उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र, राजस्व अनुभाग एवं तहसीलों का निरीक्षण, अपीलीय जनसूचना अधिकारी, रीडर टू कलेक्टर/अनिवार्य भूमि अर्जन/आपसी सहमति से भूमि क्रय, विधि/अभियोजन शाखा, राष्ट्रीय लोक अदालत, पशु अनुज्ञा/भाड़ा नियंत्रण, आदिम जाति कल्याण विभाग, जिला पंजीयक, खाद्य विभाग, खनिज विभाग, आबकारी विभाग, विशेष विवाह अधिकारी, संजीवनी कोष प्रकरणों में भाग-2 पर तथा जाति प्रमाण पत्र/शपथ प्रमाण पत्र में अभिप्रमाणित कार्य, वन अधिकारों की मान्यता, स्वास्थ्य विभाग से संबंधित नस्तियां/पर्यवेक्षी प्राधिकारी, स्थापना पंजीयन एवं लाईसेंस प्राधिकारी, जिला कोषालय का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। साथ ही समय-समय पर कलेक्टर द्वारा सौंपे गये अन्य कार्यों का निर्वहन करेंगे।
डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम को उप जिला निर्वाचन अधिकारी का कार्य सौंपा गया है। साथ ही जिला सत्कार अधिकारी, जिला नाजरत, प्रपत्र, जनगणना, राहत, टीएल शाखा, श्रम विभाग, अधीक्षक/सहायक अधीक्षक (राजस्व सामान्य कार्यपालिक), सभी विभागों से निरीक्षण रोस्ट प्राप्त करना, कर्मचारियों की समय में उपस्थिति पर नियंत्रण, मुख्यमंत्री सचिवालय, जन चैपाल, कलेक्टर जन चैपाल, आॅनलाईन पीजीएन, आॅनलाईन जन शिकायत, संजीवनी कोष, ई-डिस्ट्रीक, लोक सेवा गारंटी, सीटीजन चार्टर, विरिष्ठ लिपिक शाखा, लोकसभा-राज्यसभा-विधानसभा प्रश्न, आवक-जावक, शिकायत एवं सतर्कता, नक्सली पुनर्वास, सैनिक कल्याण बोर्ड, अल्पसंख्यक समिति, मानव अधिकार आयोग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, 15-20 सूत्रीय कार्यक्रम, राजस्व मोहर्रिर शाखा, मुख्यमंत्री सहायता कोष, अनुदान राशि, यातायात, जिला सड़क सुरक्षा, परिवहन, गृह निर्माण मंडल, नगर तथा ग्राम निवेश, उद्योग/पर्यावरण/औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, जिला योजना एवं सांख्यिकी जेल, होमगार्ड, नापतौल, बंधक श्रमिक शाखा, तम्बाकू उत्पादन अधिनियम, वक्फ बोर्ड, अल्प बचत शाखा, अधिक अन्न उपजाऊ शाखा, बंधुआ मजदूर, रेडक्रास, पुरातत्व एवं संग्राहलय, नवोदय, केन्द्रीय, एकलव्य विद्यालय, राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना, बाल रोजगार एवं तकनीकि शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, राज्य एवं जिला प्रशासन द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं कलेक्टर द्वारा समय-समय पर सौंपे गये अन्य कार्य का निर्वहन करेंगे।
डिप्टी कलेक्टर एवं अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रवेश पैंकरा को जिला परियोजना, लाइवलीहुड काॅलेज, परियोजना अधिकारी, शहरी विकास अभिकरण, सूचना प्रौद्योगिक शाखा, लघु मूलक कार्य का प्रभारी अधिकारी एवं जिला कौशल विकास प्राधिकरण का नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा कलेक्टर द्वारा समय-समय पर सौंपे गये कार्य का निवर्हन करेंगे।
कलेक्टर द्वारा डिप्टी कलेक्टर श्री आर.एस. लाल को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)/अनुविभागीय दण्डाधिकारी राजपुर, डिप्टी कलेक्टर श्री दीपक निकुंज को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)/अनुविभागीय दण्डाधिकारी कुसमी, डिप्टी कलेक्टर श्री अभिषेक कुमार गुप्ता को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)/अनुविभागीय दण्डाधिकारी रामानुजगंज तथा डिप्टी कलेक्टर श्री विशाल महाराणा को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व)/ अनुविभागीय दण्डाधिकारी वाड्रफनगर के लिए नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने समस्त प्रभारी अधिकारियों को अपने-अपने प्रभार के शाखाओं का निरीक्षण एवं समय-समय पर माॅनीटरिंग करने के निर्देश दिये - बलरामपुर : जिले में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के पद रिक्त होने से राजस्व विभाग के नियमित कार्यों एवं शासन के अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही परेशानियों को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा कार्यालय कलेक्टर( भू-अभिलेखा शाखा) में पदस्थ सहायक अधीक्षकों को आगामी आदेश पर्यन्त अस्थायी रूप से नायब तहसीलदार के रूप में कार्य करने हेतु आदेशित किया गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में सहायक अधीक्षक श्री विष्णु गुप्ता को नायब तहसीलदार वाड्रफनगर तथा श्री तेजू प्रसाद यादव को नायब तहसीलदार रामानुजगंज के पद पर पदस्थ किया गया है। - खरीदी प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए दिये निर्देशबलरामपुर: राज्य शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए 01 दिसम्बर से कृषकों से धान खरीदी जायेगी। प्रशासन स्तर पर समस्त उपार्जन केन्द्रों में जरूरी तैयारियां पूरी कर नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियो नियुक्ति कर ली गई है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन में धान उपार्जन केन्द्रों के नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर खरीदी प्रक्रिया सुचारू रूप से सम्पन्न करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण हेतु नोडल अधिकारियों के लिए महत्वपूर्ण बिन्दुओं की चेक लिस्ट तैयार की गई है। अधिकारी निरीक्षण के दौरान इन बिन्दुओं के आधार पर खरीदी केन्द्र की व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। कलेक्टर ने स्थानीय बिचैलियों तथा कोचियों के द्वारा अवैध धान खपाने के प्रयास रोकने हेतु आवश्यक कदम उठाने तथा वास्तविक किसानों से ही धान क्रय करने की कही। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्टों में सघन जांच की जा रही है तथा प्रशासनिक अमला सक्रियता के साथ इन गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक कार्यवाही कर रहा है।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा धान खरीदी के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। जिले के वास्तविक किसानों से ही धान खरीदी सुनिश्चित की जाये तथा उपार्जन केन्द्रों में सभी जरूरी व्यवस्थाएं हो ताकि कृषकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के दौरान वास्तविक किसानों को टोकन जारी कर पंजी संधारण, आद्रर्ता मापन एवं गुणवत्ता परीक्षण, बारदाना तथा आवक पंजी का संधारण, भराई-तौलाई, तौल पत्रक जारी करना, ऋण पुस्तिका में एण्ट्री, नये पुराने बारदाने के अनुसार स्टेकिंग, खरीदी तथा स्टाॅक पंजी में एण्ट्री, खरीदी के दिन ही आॅनलाईन एण्ट्री करना जैसे कुछ महत्वपूर्ण विषय हैं, धान खरीदी के दौरान उपार्जन केन्द्रों में इनका पालन नोडल अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित कराया जाना है। कलेक्टर श्री धावड़े ने बिचैलियों एवं कोचियों की गतिविधियों पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए ऐसे व्यक्तियों की सूचना प्रशासन को देने की बात कही है। उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी व्यवस्थित एवं सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए निरंतर निरीक्षण कर उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने कहा कि धान का परिवहन केवल डीओ एवं टीओ के आधार पर ही किया जायेगा। अधिकारियों द्वारा उपार्जन केन्द्रों में डनेज तथा कैप कव्हर की व्यवस्था कर धान का उचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये।इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, जिला खाद्य अधिकारी श्री शिवेद्र काम्टे, जिला विपणन अधिकारी श्री अरूण विश्वकर्मा, उप पंजीयक सहकारिता सहित उपार्जन केन्द्रों के नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
- साड़ी-श्रीफल भेंट कर मुख्यमंत्री मितानिन कल्याण कोष की दी गई जानकारीबलरामपुर : मितानिन बहनों के सराहनीय तथा महत्वपूर्ण योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मितानिन दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। जिले के विभिन्न विकासखण्डों में मितानिन दिवस का आयोजन कर उनके स्वयंसेवी भाव से की जा रही सेवा के लिए सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पहल पर मुख्यमंत्री मितानिन कोष की स्थापना भी की गई है। मितानिनों के सामुदायिक प्रयास से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन आया है।मितानिन दिवस के अवसर पर जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मितानिनों को साड़ी तथा श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। मितानिनों को मुख्यमंत्री मितानिन कल्याण कोष के बारे में जानकारी देते हुए इनके प्रावधानों से अवगत कराया गया। ग्रामीण क्षेत्रों के पारा-मोहल्लों में मितानिन बहनें गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां देने तथा जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मितानिनों के योगदान से पारा-मोहल्लों में स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार होने के साथ ही लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। कोविड-19 के दौरान मितानिनों ने ग्रामीण स्तर पर लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मितानिन दिवस के अवसर पर सामाजिक कार्यों में सहयोग एवं स्वयंसेवी कार्यकर्ता के रूप में उनके सामुदायिक प्रयास से स्वस्थ छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया गया ।
- बलरामपुर : जिला पंचायत की सहकारिता एवं उद्योग समिति की बैठक 24 नवम्बर 2020 को अपरान्ह 3.30 बजे से संयुक्त जिला कार्यालय भवन के खाद्य विभाग में आयोजित की गई है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने समिति के सदस्यों को नियत तिथि एवं समय पर बैठक में उपस्थित होने का आग्रह किया है। बैठक में खाद्य/सहकारिता विभाग अंतर्गत सोसायटी के माध्यम से संचालित योजनाओं तथा लक्ष्य एवं उपलब्धि तथा वितरण करने वाली सामग्री की मूल्य/दर की जानकारी पर चर्चा की जायेगी। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम तथा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 में प्राप्त लक्ष्य/उपलब्धि की जानकारी, रेशम विभाग द्वारा हितग्राही मूलक योजनाओं पर चर्चा, हथकरधा विभाग, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड तथा छत्तीसगढ़ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा एवं विभागीय फोल्डर की प्रति तथा 2020-21 के लक्ष्य की उपलब्धि की जानकारी पर चर्चा के साथ ही अध्यक्ष महोदय की अनुमति से अन्य विषयों पर चर्चा की जायेगी।
- कृषक गोष्ठी आयोजित कर दिये कृषि से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव
बलरामपुर : इंदिरा गंाधी कृषि विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिक डाॅ. एम.के.सिंह ने जिला प्रवास के दौरान कृषि से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया तथा कृषक संगोष्ठी में शामिल होकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के वैज्ञानिकों के साथ उन्होंने झलरिया, खरसोता, भैसामुण्डा, रामनगरकला में जनजातीय समुदाय के कृषकों द्वारा की जा रही अरहर की खेती प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान कृषकों के लिए आयोजित संगोष्ठी में डाॅ. एम.के.सिंह ने अरहर की फसल में लगने वाले रोग के संबंध में जानकारी दी।
अरहर उत्पादन में कीट तथा बीमारियों से बचाव एवं प्रबंधन के बारे में कृषकों से विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि कृषक अरहर की उत्पादकता बढ़ाने के लिए TJT-501 के किस्म की अरहर लगाने का सुझाव भी दिया। डाॅ. एम.के.सिंह ने आदिवासी उपयोजना के अंतर्गत प्रमुख रूप से बीज उत्पादन के लिए किये जा रहे अरहर की फसल प्रक्षेत्र का अवलोकन किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर के वैज्ञानिक डाॅ. व्ही.एन.गौतम ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र कृषकों को कृषि से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां तथा उन्नत कृषि के लिए प्रशिक्षण एवं सहयोग प्रदान करता है।इस अवसर पर कीट विज्ञान विशेषज्ञ श्री अनिल कुमार सोनपाकर तथा शस्य विज्ञान विशेषज्ञ श्री पी.आर.पैंकरा उपस्थित थे। - धनवार चेकपोस्ट पर 632 बोरे धान के साथ ट्रक जब्त
बलरामपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए 1 दिसम्बर से धान खरीदी की जानी है। धान खरीदी की प्रकिया सुचारू रूप से सम्पन्न कराने तथा धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए राज्य शासन से प्राप्त निर्देशानुसार प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
चूंकि बलरामपुर जिले की सीमा तीन राज्यों को स्पर्श करती है इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों से धान के अवैध परिवहन की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने राज्य शासन के मंशानुरूप सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को यथोचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
आदेश के परिपालन में प्रशासनिक अमला धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए अंतर्राज्यीय चेकपोस्टों पर वाहनों की सघन जांच तथा निगरानी कर रहा है। इसी क्रम में विकासखंड वाड्रफनगर के धनवार चेकपोस्ट से धान के ट्रक को जब्त किया गया। ट्रक में 632 बोरी धान था जिसे इलाहाबाद से रायपुर ले जाया जा रहा था।
जांच के दौरान जरूरी दस्तावेज न होने के कारण वाहन के जप्ती की कार्यवाही की गई और उसे बसंतपुर थाने की अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व वाड्रफनगर श्री विशाल महाराणा ने बताया कि उत्तरप्रदेश की सीमा से लगने वाले वाड्रफनगर के धनवार चेकपोस्ट में जांच के दौरान चालक के पास परिवहन संबंधी दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण उक्त कार्यवाही की गई है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आगामी धान खरीदी को देखते हुए अवैध परिवहन के विरुद्ध सीमावर्ती क्षेत्रों में टीम बनाकर जांच की जा रही है। - किसी ने तैयार किया खेत तो किसी को बेटी की शादी की चिन्ता हुई दूर
बलरामपुर : जरूरत के समय ही मद्द करने वाला सबसे बड़ा साथी होता है, पुटसुरा में अपने घर के आंगन में बैठी प्रभावती मुस्कुराते हुए ये बाते कह रही हैं। प्रभावती को पिछले खरीफ वर्ष में बेचे गये लगभग 30 क्विंटल धान के लिए राजीव गांधी न्याय योजना की तीसरी किस्त भी प्राप्त हो चुकी है।
प्रभावती बताती हैं कि हमारी आजीविका पूर्ण रूप से कृषि पर निर्भर है तथा हर किसान की आशा होती है कि उसे फसल का उचित दाम मिले। राजीव गांधी योजना ने किसानों के इसी आशा को पूरा किया है। न्याय योजना से हमे जो पैसे मिले हैं उसे बेटी की शादी के लिए बचाकर रखेंगे। हर मां-बाप की तरह बिटिया की शादी को लेकर हमारी भी इच्छाएं, अकांक्षाएं हैं।
लेकिन पैसों की चिंता सता रही थी, राज्य शासन ने किसान न्याय योजना के माध्यम से अपना वादा पूरा कर चिन्ता दूर की है और किसानों के साथ वास्तव में न्याय किया है। इससे अन्नदाताओं का शासन के प्रति विश्वास और बढ़ा है। प्रभावती ने बताया कि कृषकों ने न्याय योजना से मिली राशि को अपनी जरूरतों के हिसाब से खर्च किया है।
किसी ने खेती के लिए जमीन तैयार की तो किसी ने गाड़ी खरीद ली और कोई अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा है। किसान न्याय योजना के बारे में ऐसे ही कुछ बाते सागरपुर में रहने वाले कृषक सपन बताते हैं कि उन्होंने साढे़ पांच एकड़ में धान की फसल ली थी। घोषित समर्थन मुल्य पर धान की खरीदी न होने पर सपन चिन्तित थे किन्तु राज्य शासन ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से धान का उचित मुल्य देकर अपना वादा पूरा किया।
उन्होंने बताया कि अब तक न्याय योजना के तहत उन्हें 13 हजार 546 रूपये की तीन किस्ते प्राप्त हो चुकी है। कृषक सपन ने बताया कि राजीव गांधी न्याय योजना की किस्त समय-समय पर मिलने से किसानों को फायदा हुआ है। किसान न्याय योजना किसी के लिए त्यौहार की खुशी लेकर आई तो किसी ने इन पैसों से अपने खेती को विस्तार दिया। बुआई से लेकर मिसाई तक किसानों ने अपनी जरूरत के हिसाब से पैसे खर्च किये हैं।
मंैने किसान न्याय योजना से मिले पैसों से बुआई की तथा नया खेत तैयार किया। इसमें से बचे कुछ पैसों को बच्चों के लिए नये व्यवसाय में भी खर्च किया है। सपन एक प्रगतिशील किसान है जो खेती के साथ-साथ अतिरिक्त आय के लिए मछली पालन, कुक्कुट पालन तथा दुग्ध उत्पादन का भी व्यवसाय कर रहे हैं। सपन ने शासन को कृषक हितैषी बताते हुए धन्यवाद ज्ञापित कर कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि न्याय का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। - बलरामपुर : जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज के सामान्य सभा की बैठक 27 नवम्बर 2020 को दोपहर 02 बजे से जिला पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित की गई है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस0 ने समिति के सदस्यों से निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होने का आग्रह किया है।
बैठक में धान खरीदी की तैयारी एवं कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण एवं रोकथाम के उपाय, कृषि विभाग द्वारा रबी फसल बुआई हेतु बीज वितरण, श्रम विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा, लंबित एवं निरस्त आवेदन पर चर्चा, मत्स्य विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा तथा अन्य विषयों पर अध्यक्ष महोदया की अनुमति से चर्चा की जावेगी। - बलरामपुर : भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 16 नवम्बर से 15 दिसम्बर 2020 तक आयोजित किया जा रहा है जिसमें निर्वाचन नामावली में नाम जोड़ने, काटने एवं संशोधन के आवेदन निर्धारित प्रारूप में संबंधित मतदान केन्द्र में जमा किया जा सकेगा। नये मतदाता जिनकी 01 जनवरी 2021 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण हो रही हो, वे भी आवेदन कर सकेगें।
इस संबंध में जिला उपनिर्वाचन अधिकारी श्री बालेश्वर राम ने बताया कि जिले में फोटो युक्त निर्वाचन नामावलियों हेतु विशेष शिविर का भी आयोजन किया जायेगा। कार्यक्रम अंतर्गत मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन 16 नवम्बर को कर दिया गया है।
16 नवम्बर से 15 दिसम्बर 2020 तक मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में अंकित तथा दावा आपत्ति दर्ज करा सकते हैं तथा ऐसे मतदाता जो दूसरे विधानसभा क्षेत्र में निवासरत हैं वहां अपना नाम स्थानांतरित करा सकते हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि मतदाता पंजीयन, संशोधन, विलोपन हेतु आॅनलाईन पोर्टल एनव्हीएसपी डाॅट इन में भी आवेदन कर सकते हैं इसके अतिरिक्त मतदाता मोबाईल एप्लीकेशन वोटर हेल्पलाईन में भी आवेदन कर सकते हैं। 15 जनवरी 2021 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जायेगा। - स्थानीय समाज एवं पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व का निर्वहन करें कंपनियां-श्री चिन्तामणी महाराज
बलरामपुर : संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिंतामणी महाराज की अध्यक्षता में सीएसआर मद से संपादित कार्यों की समीक्षा बैठक नवीन विश्राम गृह में आयोजित की गई। इस दौरान सीएसआर के अंतर्गत कंपनियों के स्थानीय समाज एवं पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व तथा इससे जुड़े नियमों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।
संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज ने हिंडाल्को तथा एसईसीएल के अधिकारियों से उनके द्वारा सीएसआर मद के तहत किये गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कंपनियों का सीएसआर के अंतर्गत जो उत्तरदायित्व है, उसका अनिवार्य रूप से निर्वहन करें।
संसदीय सचिव एवं सामरी विधायक श्री चिंतामणी महाराज ने हिंडाल्को के अधिकारियों से कम्पनी के आधारभूत तथा जिले में उसके कार्य क्षेत्र के बारे में जानकारी ली। हिंडाल्को के महाप्रबंधक ने उन्हें बताया कि कम्पनी 1996 से निरंतर कार्यरत है जो सामरी, टाटीझरिया तथा पुंदाग क्षेत्र में बाॅक्साइड उत्खन्न का कार्य कर रहा है।
सीएसआर के अंतर्गत स्थानीय लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल की व्यवस्था तथा कृषि कार्यों के लिए सहयोग किया जा रहा है। कंपनी में कार्यरत 95 प्रतिशत लोग स्थानीय हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा तीन अस्पतालों का संचालन कर निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ राॅयल्टी का 30 प्रतिशत जिला खनिज न्यास निधि में जमा कराया जाता है।
साथ ही कोविड से बचाव के लिए कंपनी के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगांे को हैंडवास तथा सेनेटाइजर प्रदान किया गया। संसदीय सचिव श्री चिंतामणी महाराज ने महाप्रबंधक को लीज एरिया के अंतर्गत आने वाले पहुंच विहीन गांवों में आधारभूत सुविधाएं प्रदान करने को कहा। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों के साथ पाट क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते हुए कार्ययोजना तैयार करने की बात कही।
इसके पश्चात संसदीय सचिव ने एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा कर उनके द्वारा सीएसआर मद से किये गये कार्यों के बारे में पूछा। एसईसीएल द्वारा जिले में महान-2 क्षेत्र में कोयला उत्खनन का कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाये।
सामुदायिक पुलिसिंग के लिए वाहनों की आवश्यकताओं को देखते हुए संसदीय सचिव ने गाड़ियों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये। सीएसआर की पूरी राशि का उपयोग जनकल्याण में हो यह सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने सीएसआर मद के उपयोग तथा जिला खनिज न्यास निधि को प्राप्त होने वाली राशि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सीएसआर मद के अंतर्गत किन-किन कार्यों के लिए राशि का व्यय किया जाना है, इस संबंध में नियम पूर्णतः स्पष्ट हैं, इसके अनुरूप ही कार्य किया जाये।
उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी से ओवरलोडिंग गाड़ियों पर की गई कार्यवाहियों की जानकारी ली। ओवरलोडिंग से सड़कों पर भी अतिरिक्त दबाव बढता है, पुलिस के सहयोग से ऐसे वाहनों पर कार्यवाही सुनिश्चित किया जाये। बैठक के अंत में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने राष्ट्रीय राजमार्ग का मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ होने की जानकारी देते हुए अधिकारियों को सड़क का निर्माण कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। - जरूरतमंदों को आपातकालीन स्थिति में मिलेगी स्वास्थ्य सेवा
बलरामपुर : संसदीय सचिव तथा सामरी विधायक श्री चिंतामणि महाराज तथा कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने 108 एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत प्राप्त एक एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।108 एम्बुलेंस सेवा के बेड़े में एक नया एम्बुलेंस जुड़ने से लोगों को त्वरित स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो पाएगी। ज्ञात है कि 108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से जरूरतमंदों को निःशुल्क आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाई जाती है ताकि वे समय पर अस्पताल पहुंच पाएं।
संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज ने इस अवसर पर कहा कि लोगों को समय पर स्वास्थ्य सुविधा मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए शासन प्रतिबद्ध है तथा अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कार्य कर रही है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से चर्चा करते हुए 108 एम्बुलेंस सेवा के संचालन की जानकारी ली और कहा कि लोगो को त्वरित एम्बुलेंस की सुविधा मिलती रहे, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि कोई अनहोनी न हो।
नया एम्बुलेंस मिलने से बलरामपुर जिला चिकित्सालय में एम्बुलेंस की संख्या तीन हो गई है, जिसमंे से एक एम्बुलेंस में एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम उपलब्ध है। 108 एम्बुलेंस के संचालन की बात करें तो आपातकालीन स्थिति में जब कोई व्यक्ति 108 नम्बर डायल करता है तो रायपुर स्थित कॉल सेंटर के इमरजेंसी रिस्पांस ऑफिसर के द्वारा समस्त जानकारी ली जाती है।
इस जानकारी के आधार पर नजदीकी 108 एम्बुलेंस से संपर्क कर निर्धारित स्थान के लिए तत्काल एम्बुलेंस को रवाना किया जाता है। ताकि मरीज को आवश्यकतानुसार प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल तक पहुंचाया जाये।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, एडिशनल एसपी श्री प्रशांत कतलम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसंत सिंह, जिला प्रभारी श्री शंकर चैहान तथा बीएमओ डॉ0 हरिशंकर मिश्रा उपस्थित थे। - बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निर्यात संवर्धन समिति की बैठक संयुक्त जिला कार्यालय, बलरामपुर के एनआईसी कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में डीजीएफटीआरए से नामित प्रतिनिधि श्री सत्य राजा शेखर द्वारा ड्राफ्ट एक्षन प्लान की जानकारी दी गई।
साथ ही व्यापार एक्षन प्लान के तहत पहचान किये जाने वाले निर्यात उत्पादों के बारे में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों से जानकारी एकत्र करने की बात कही ताकि जिला निर्यात प्लान को अंतिम रूप दिया जा सके।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा विभिन्न विभाग के अधिकारियों को निर्देषित किया गया कि ड्राफ्ट प्लान में चाही गई जानकारी यथाषीघ्र जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बलरामपुर को उपलब्ध कराया जावे, जिससे निर्यात संवर्धन हेतु विभिन्न सेक्टरों पर आधारित उत्पादों का संवर्धन जिले में सुनिष्चित किया जा सके।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, श्री हरिष एस द्वारा जिले के विभिन्न उत्पाद जैसे मक्का, राईस, मिर्ची, रागी, महुवा, सरसों की अत्यधिक मात्रा में उपलब्धता की जानकारी दी गई।ताकि इसके आधार पर वेल्यू एडिषन (मूल्य संवर्धन) के द्वारा निर्यात उत्पादों की पहचान किया जा सके। संयुक्त संचालक, उद्योग श्री एस.के.सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि कि जिले में निर्यात इकाईयों को भी उत्पाद अनुसार नई औद्योगिक नीति के आधार पर अनुदान की पात्रता होगी। जिले में कृषि तथा वनोपज आधारित फूड प्रोसेसिंग उद्योग की अपार संभावनाएं हैं, जिनका अन्य देशों में निर्यात किया जा सकता है।
इस अवसर पर ज्वाईंट डायरेक्टर, जनरल आॅफ फारेन टेªड श्री शंभाजी ए. चैहान, वनमंडलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री बी.पी.वासनिक सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। - बलरामपुर : संचालनालय भौमिकी तथा खनिकर्म के आदेश के परिपालन में जिला में ओवर लोडिंग तथा निर्धारित भार क्षमता से अधिक मात्रा में परिवहन करने वाले वाहनों के रोकथाम के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने आदेश जारी करते हुए समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है कि वे जिला परिवहन अधिकारी एवं संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी के साथ वाहनों की जांच करें।
जांच के दौरान यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि निर्धारित भार क्षमता से अधिक मात्रा में खनिज आदि का परिवहन करते पाये जाने पर खनिज नियमों के साथ-साथ प्रकरण जिला परिवहन अधिकारी को मोटरयान अधिनियम के तहत कार्यवाही किये जाने हेतु प्रेषित किया जाये। साथ ही समय-सीमा की बैठक में की गई कार्यवाहियों का अधोहस्ंताक्षरकर्ता को प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। - बलरामपुर : संभाग आयुक्त सरगुजा के द्वारा दी गयी स्वीकृति के तहत कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर तथा कुसमी के ग्राम पंचायतों में विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 99 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। निर्माण कार्य के लिए संबंधित ग्राम पंचायतों को निर्माण एजेंसी बनाया गया है।कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर के विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रामानुजगंज में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 6 लाख रूपये, कस्तुरबा गांधी आश्रम/छात्रावास रामानुजगंज परिसर में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण कार्य के लिए 5 लाख रूपये, प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास रामानजुगंज परिसर का पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/समतलीकरण के लिए 5 लाख रूपये, पोस्ट मैट्रिक बालिका छात्रावास रामानुजगंज परिसर पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण समतलीकरण कार्य के लिए 5 लाख रूपये, तहसील/एसडीएम कार्यालय रामानुजगंज में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 7 लाख रूपये, बालिका छात्रावास परिसर भंवरमाल में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 5 लाख रूपये, जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर कार्यालय रामानुजगंज में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 10 लाख रूपये, बालक आश्रम चन्द्रनगर परिसर में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 5 लाख रूपये, बालक छात्रावास चन्द्रनगर परिसर में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 5 लाख रूपये, जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर रामानुजगंज में पेवर ब्लाॅक/चेकर टाईल्स तथा सौंदर्यीकरण/ समतलीकरण कार्य के लिए 10 लाख रूपये, ग्राम पंचायत नगरा में रामदास सिंह घर मार्ग तथा महुरांवपारा मार्ग में सीसी रोड निर्माण के लिए 10-10 लाख रूपये, जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम रतासीली में गौरडूबा नाला में पुलिया निर्माण के लिए 10 लाख रूपये तथा ग्राम पंचायत मदगुरी में आम्बाटोली झुमरा के पास पुलिया निर्माण के लिए 6 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है।
- बलरामपुर : कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से समूचा विश्व लड़ रहा है। इस महामारी ने मानव समाज में कई बदलाव लाये हैं, सुविधाओं के उपयोग से लेकर सामान्य दिनचर्या प्रभावित हुई हैं। इन चुनौतियों का सामना करते हुए लोग आगे बढ़ रहे हैं।
कोरोना को नियंत्रित करने के लिए अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी गतिविधियों पर रोक लगायी गयी थी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से शिक्षण संस्थाएं को पूर्ण रूप से बंद रखा गया है। समय के साथ स्थिति को सामान्य बनाने के लिए राज्य शासन द्वारा सभी जरूरी कदम भी उठाए गए।
शिक्षा समाज की प्रारंभिक एवं प्राथमिक जरूरतों में से है, राज्य शासन ने शैक्षणिक संस्थाओं के बंद होने से शिक्षा अवरूद्ध न हो इसके लिए ‘‘पढ़ई तुहंर दुआर’’ जैसी आॅनलाईन तथा मोहल्ला क्लास जैसी आॅफलाईन वैकल्पिक व्यवस्था प्रारंभ की।
बलरामपुर-रामानुजगंज में भी आॅनलाईन तथा आॅफलाईन माध्यमों से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। शिक्षकों ने नए-नए तरीके इजाद कर पढ़ाई को रूचिकर बनाया है, ऐसे कई शिक्षक हैं जिन्होंने इस कठिन समय में भी शिक्षा का अलख जगाए रखा।आज बात ऐसे ही कुछ शिक्षकों की है जिन्होंने सीमित संसाधनों में बच्चों को पढ़ाते हुए चुनौतियों को बौना साबित कर दिया है। नगरों से लेकर सुदूर ग्रामीण पारा टोलों तक मोहल्ला क्लास संचालित कर ये अपने पेशे के साथ पूरा न्याय कर रहे हैं।
प्राथमिक शाला धनवार में पदस्थ सहायक शिक्षक रश्मि पाण्डेय के प्रयास ने बच्चों की पढ़ाई को रूचिकर बना दिया है, रश्मि स्थानीय भाषा और प्रतीकों का प्रयोग कर बच्चों को आसानी से पशु-पक्षियों तथा वस्तुओं के नाम से परिचय करवाती है। बच्चों को भी सरलता के साथ इन प्रतीकों के माध्यम से मात्रा तथा वस्तुओं का ज्ञान हो जाता है। स्थानीय भाषा और प्रतीकों के संयुक्त प्रयोग से पढ़ाई को मनोरंजक रूप देने वाली रश्मि पाण्डेय ने बताया कि लाॅकडाउन के शुरूआती दिनों में सभी गतिविधियां बंद रही।
शासन से निर्देश प्राप्त होने के पश्चात आॅनलाईन कक्षाएं तथा मोहल्ला क्लास जैसी वैकल्पिक व्यवस्थाएं प्रारंभ की गई। बच्चों को केवल पुस्तकों के माध्यम से पढ़ाने तथा समझाने में कठिनाई होती थी ऐसे में आसपास के प्रतीकों, चिन्हों तथा स्थानीय भाषा के प्रयोग से बच्चों को वस्तुओं, मात्राओं तथा शब्द ज्ञान से परिचय करवाना ज्यादा सहज है। जैसे चूहे को स्थानीय पण्डों भाषा में खुसरा, बिल्ली को बिलाई, कुत्ता को कुकरा कहा जाता है इसके अंग्रेजी तथा हिन्दी शब्दों की जानकारी बच्चों को दी जाती है।
साथ ही कुत्ते की पूंछ को उ की मात्रा एवं चूंहे की पूंछ को ऊ की मात्रा के सदृश बताते हुए इसके प्रयोग की जानकारी दी। रश्मि पाण्डेय आसपास के परिवेश से पढ़ाने में ऐसे प्रतीकों एवं चिन्हों का चयन करती है ताकि बच्चों का भावनात्मक जुड़ाव होने से वे आसानी से इसे समझ पाये। सीखाने का तरीका कुछ ऐसा है जिसमें वे बच्चों को बताती है कि छोटी बच्चियां जो एक चोटी बनाते हैं उसे ए की मात्रा तथा दो चोटी को ऐ की मात्रा के समान है। साथ ही छोटे-छोटे चित्रों के माध्यम से भी बच्चों को पढ़ाने का यह प्रयास बड़ा ही रोचक है।
रश्मि पाण्डेय ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान जब स्कूल बंद थे तभी उनके मन में ये यह विचार आया कि बच्चों को आसानी से कैसे पढ़ाया जाए जिससे उनकी रूचि भी बनी रहे और उनका बौद्धिक विकास भी हो। बच्चें अपने आसपास के परिवेश से ही सबसे ज्यादा सीखते और समझते हैं।
इसीलिए मैने इन तरीकों को अपनाकर बच्चों को पढ़ाना प्रारंभ किया है। ऐसे तरीकों से बच्चें भी मनोरंजक ढंग से बुनियादी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही प्रयास पूर्व माध्यमिक शाला ढोढी में पदस्थ शिक्षक श्री संजीव सिंह पटेल ने भी किया है जो बच्चों को रैपर(विभिन्न सामग्रियों के खाली पैकेट) के माध्यम से बच्चों को अंग्रेजी तथा गणित की शिक्षा देने का कार्य कर रहे हैं। संजीव खाली पैकेट इकट्ठा करते है तथा उसी से बच्चों को मोहल्ला क्लास में पढ़ाते है।
संजीव बताते है कि खाली पैकेटों में अंगे्रजी तथा हिन्दी में नाम के साथ ही अन्य जानकारियां लिखी होती है, जिससे बच्चों को शब्दों का ज्ञान हो जाता है। पैकेटों पर अंकित मूल्यों तथा अन्य संख्याओं के माध्यम से विभिन्न गणितीय अवधारणाओं का ज्ञान कराते है। ठीक इसी प्रकार अंजू ध्रुव जो शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बरतीकला में शिक्षक हैं जिन्होंने बच्चों को आॅनलाईन पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर सराहनीय पहल की है।
हिन्दी की व्याख्याता अंजू बच्चों को गद्य, पद्य सहित हिन्दी के विभिन्न विधाओं से परिचय करा रहे हैं। बच्चें भी इनसे आॅनलाईन जुड़ कर पढ़ने में बड़ा ही सहज बोध करते हैं। राज्य शासन की पहल तथा शिक्षकों के प्रयास से पढ़ई तुहर दुआर अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर रहा है। मोहल्ला क्लास जैसी व्यवस्था ने बच्चों को स्कूल जैसी शिक्षा तथा वातावरण देने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। - बलरामपुर : जिला चिकित्सालय बलरामपुर-रामानुजगंज के सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक ने जानकारी दी है कि मेडिकल बोर्ड की बैठक के लिए 20 नवम्बर 2020 की तिथि निर्धारित की गई थी किन्तु शासकीय अवकाश होने के कारण उक्त बैठक 23 नवम्बर 2020 को आयोजित की जायेगी।
- बलरामपुर : अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर ने जानकारी दी है कि छठ पर्व मनाने संबंध में जो निर्देश पूर्व में जारी किये गये थे उसमें संशोधन किया गया है।आमजन कि भावना एवं आस्था को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के द्वारा उक्त आदेश में संशोधन करते हुए छठ पर्व आयोजन हेतु अनुमति के लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को अधिकृत किया गया है।
संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु भारत सरकार/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों सोशल/फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क आदि के पालन के शर्त पर छठ पूजा के आयोजन की अनुमति प्रदान करेंगे। आदेशों का उल्लंघन होने पर छठ पूजा आयोजन समिति जिम्मेदार होगा। - बलरामपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में राज्य शासन द्वारा किसानों से 01 दिसम्बर 2020 से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जायेगी। जिले में किसानों से धान खरीदी हेतु 42 धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं तथा उपार्जन केन्द्रों में तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा धान खरीदी केन्द्रों के सत्त निरीक्षण एवं व्यवस्था बनाने के लिए नोडल/सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गयी है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशानुसार तहसील रामानुजगंज के धान उपार्जन केन्द्र भंवरमाल के लिए भू-संरक्षण कार्यालय रामानुजगंज के सर्वेयर श्री वेदप्रकाश पैंकरा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार महावीरगंज के लिए भू-संरक्षण कार्यालय रामानुजगंज के मानचित्रकार श्री नेहरू मरावी, त्रिकुण्डा के लिए सहायक अभियंता जल संसाधन रामानुजगंज श्री संजय ग्रायकर, बगरा के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी रामानुजगंज श्री मनीष सिंह, कामेश्वरनगर के लिए सहायक अभियंता जल संसाधन रामानुजगंज श्री पी.के.लकड़ा, रामचन्द्रपुर के लिए सर्वेयर रामानुजगंज श्री लोकप्रकाश पटेल, डुमरपान के लिए बी.आर.सी. रामचन्द्रपुर श्री स्टीफन खलखो, ंिडण्डों के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री गिरीश नारायण तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
वहीं तहसील बलरामपुर के धान उपार्जन केन्द्र महाराजगंज के लिए एस.डी.ओ जल संसाधन बलरामपुर श्री एस.एन. तिवारी, बलरामपुर के लिए सहायक अभियंता छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास योजना श्री दीनानाथ, बरदर के लिए मंडल संयोजक श्री जयप्रकाश डनसेना, तातापानी के लिए उद्योग विभाग के प्रबंधक श्री पी.आर. खंडेलवाल, कपिलदेवपुर के लिए उप अभियंता जल संसाधन बलरामपुर श्री आर.एस. नेताम, रनहत के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री गौरव गुप्ता, पस्ता के लिए उप अभियंता जल संसाधन बलरामपुर श्री राजकुमार पंैकरा, डौरा के लिए उप अभियंता जल संसाधन बलरामपुर श्री महेंद्र शांडिल्य, तहसील वाड्रफनगर के धान उपार्जन केन्द्र बसंतपुर के लिए पशु चिकित्सक श्री डी.एन.सिंह, वाड्रफनगर के लिए एस. डी. ओ. आरईएस श्री राजाराम पुषाम, बरतीकला के लिए बी.आर.सी. वाड्रफनगर श्री फिलिप एक्का, बड़कागांव के लिए उद्यान निरीक्षक श्री त्रिवेंद्र राम साण्डे, डोंगरों के लिए मत्स्य निरीक्षक श्री त्रिलोचन मिर्चे, रामनगर के लिए सहायक अभियंता पी.एच.ई. श्री एस.के. सिंह, बलंगी के लिए उप अभियंता आरईएस श्री के.पी. सोनी, रघुनाथनगर के लिए अन्वेषक शिक्षा विभाग श्री डी.के. आडवाणी, बिरेन्द्रनगर के लिए ए.डी.ओ. वाड्रफनगर श्री रामकुमार मांझी, सरना के लिए उप अभियंता लोक निर्माण विभाग श्री हुबलाल अहिन्द, तहसील शंकरगढ़ के धान उपार्जन केंद्र जमड़ी के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार कंवर, जोकापाठ के लिए मण्डल संयोजक श्री इंद्रजीत भगत, कोदवा के लिए सहायक विकास विस्तार अधिकारी शंकरगढ़ श्री समीर कुजुर, डीपाडीहकला के लिए पशु चिकित्सक श्री एस.एम. मरकाम, तहसील कुसमी के धान उपार्जन केंद्र भुलसीकला के लिए सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री ललित कुमार घरड़े, कुसमी के लिए पशु चिकित्सक श्री अभिषेक पाण्डेय, जवाहरनगर के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री सत्येंद्र परमार, सामरी के लिए उप अभियंता आरईएस श्री अम्बरीश यादव, चान्दो के लिए बीआरसी श्री अमरदेव यादव, तहसील राजपुर के धान उपार्जन केन्द्र गोपालपुर के लिए वरिष्ठ करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत राजपुर श्री लालसाय भगत, भेण्डरी के लिए ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी श्री अर्जुन मराबी, बरियों के लिए सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री गोविंद सिंह तिवारी, सेवारी के लिए वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री पी.आर. धृतलहरे, जिगड़ी के लिए एडीओ राजपुर श्री प्रदीप मानकर, राजपुर के लिए मंडल संयोजक श्री रमेश आगरे तथा धंधापुर के लिए के लिए सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री जतरू राम नागदेव को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने समस्त नोडल अधिकारियों को आबंटित धान उपार्जन केन्द्रों का सत्त निरीक्षण एवं गुणवत्तापूर्ण धान की खरीदी, अवैध धान खरीदी/ परिवहन पर रोक, आर्द्रता प्रतिशत की जांच, ड्रेनेज, कैप कव्हर, तौलाई, बरदाने की व्यवस्था एवं दस्तावेजों का निरीक्षण कर सप्ताहिक प्रतिवेदन जिला कार्यालय को अनिवार्यतः प्रस्तुत करने सुनिश्चित करने को कहा है। - धान खरीदी के लिए तैयारियों की ली जानकारी, दिये जरूरी निर्देश
बलरामपुर : मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन श्री आर.पी. मण्डल ने संभाग आयुक्त, समस्त कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ कर कोविड-19 के रोकथाम, वर्ष 2019-20 खरीफ के शेष धान का निराकरण एवं खरीफ विपणन वर्ष 2020-2021 में धान खरीदी की तैयारी तथा धान खरीदी हेतु चबूतरा निर्माण के संबंध में चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
मुख्य सचिव श्री आर.पी.मण्डल ने सर्वप्रथम कोविड-19 की समीक्षा करते हुए कोरोना की जांच संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। धान खरीदी के लिए जिलों में की जा रही तैयारियों की जानकारी ली तथा नये उपार्जन केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव श्री आर.पी.मण्डल ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए 01 दिसम्बर से धान खरीदी की जानी है। 90 लाख मेट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित है। लक्ष्य के अनुरूप कलेक्टर जिले में समस्त धान उपार्जन केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें ताकि किसानों को धान विक्रय करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। मुख्य सचिव श्री मण्डल ने कहा कि इस बार जुट बारदानों की आपूर्ति कम है जिसे देखते हुए पीडीएस तथा मिलर्स के माध्यम से बारदाना एकत्रित किया जा रहा है।
उन्होंने जिलेवार कलेक्टरों से बारदानों के संग्रहण की संख्यात्मक जानकारी लेते हुए संग्रहण कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों से धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी के पूर्व फड़, कम्प्यूटर, प्रिंटर, कांटा-बांट, जनरेटर, यूपीएस, नमी मापक यंत्र, ड्रेनेज, केप कव्हर्स इत्यादि की व्यवस्था करने को कहा। इस वर्ष प्रदेश में दो हजार 205 धान खरीदी केन्द्र बनाये गये है जिसमें 157 नये धान खरीदी केन्द्र है जिसकी समुचित व्यवस्था कलेक्टरों द्वारा की जानी है।
मुख्य सचिव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी धान उपार्जन केन्द्रों में चबूतरा का निर्माण किया जा रहा है। प्रथम चरण में 4645 चबूतरा का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जबकि द्वितीय चरण में 2958 स्वीकृत धान संग्रहण चबूतरों में से 1325 निर्मित कर लिये गये है तथा शेष चबूतरों का निर्माण शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश समस्त कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में विगत दो सप्ताह से कोविड से मृत्यु की संख्या बढ़ रही है, साथ ही अस्पताल में भर्ती होने के 24 घंटे के अंदर मृत्यु का प्रतिशत अधिक है।
मुख्य सचिव ने त्वरित टेस्टिंग पर विशेष ध्यान देने तथा लक्ष्य के अनुरूप टेस्टिंग सुनिश्चित करने को कहा ताकि समय पर जांच होने से समुचित उपचार मिले। उन्होंने कलेक्टरों को सभी आवश्यक तैयारियां करने तथा ऑक्सीजन युक्त बेड की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवीयर जैसे-मास्क लगाना, दो गज की सुरक्षित दूरी और हाथ की सफाई का प्रचार-प्रसार करने तथा लक्षणों के बारे में जागरूकता लाकर लक्षण आने के 24 घण्टें के अंदर कोरोना जांच कराने हेतु लोगों को प्रेरित करने को कहा।
वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री बसंत सिंह, जिला खाद्य अधिकारी श्री शिवेन्द्र कामटे, जिला विपणन अधिकारी श्री अरूण विश्वकर्मा उपस्थित थे। - नमी के प्रबंधन से डबरी के मेंढ़ों पर हो रही है सब्जियों की अच्छी पैदावार
कृषक जवाहरलाल ने मछली पालन के साथ मेंढ़ों में सब्जी उगाकर की अतिरिक्त आमदनी
बलरामपुर : समय के साथ कृषि पद्धतियों में निरंतर बदलाव हुए हैं, लोगों ने कृषि में भी नवाचार को प्रमुखता से अपनाया है। कृषि कार्यों के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात है भूमि की उर्वरता, पानी की उपलब्धता तथा नमी, फसल चक्र तथा खरपतवारों को रोकने हेतु उचित प्रबंधन।वर्तमान में जिले में कृषि से जुड़े ऐसे ही कुछ नवाचार देखने को मिल रहे हैं जिसमें किसान अतिरिक्त आय के लिए तालाब या डबरी के मेंढ़ों पर सब्जी की खेती कर रहे हैं। कृषि विभाग के प्रयासों से जिले में वर्तमान खरीफ वर्ष में तालाब या डबरी के मेंढ़ों में खेती करने हेतु कृषकों को प्रेरित किया गया है।
इस खेती में विशेष बात यह है कि जहां एक ओर बारिश के मौसम में निरंतर वर्षा होने से भूमि में नमी ज्यादा होने के कारण सब्जी की खेती करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, वहीं दूसरी ओर डबरी या तालाब के मेढ़ों पर वर्षा जल न ठहरने से सब्जी की खेती आसानी से की जा सकती है। मेंढ़ों में खेती करने से नमी का उचित प्रबंधन संभव हो पाता है जिससे पैदावार बढ़ती है।हरित डबरी के अवधारणा को साकार करते हुए कृषि विभाग ने किसानों तक पहुंचा कर अमल में लाया है। इसीलिए जिले में किसानों के लिए हरित डबरी एक वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इस पद्धति से तालाब में मछली पालन के साथ-साथ मेंढ़ों में मौसम के विपरीत परिस्थति में भी लौकी, बरबट्टी, करेला जैसे सब्जियां उगा कर अतिरिक्त आय प्राप्त की जा रही है।
जिले में आत्मा योजना अंतर्गत कुल 100 कृषकों को हरित डबरी योजना से जोड़ा गया जिसमें किसानों को मछली बीज, सब्जी बीज, केन्ट तार तथा धागा आदि प्रदाय कर मैदानी अमलों द्वारा विशेष तकनीकी मार्गदर्शन से तालाब या डबरी को हरित डबरी बनवाया गया है। हरित डबरी की सफलता की बात करें तो डबरी के मेंढ़ों पर लगी सब्जी ऐसे समय में निकलती है जब बाजार में इनकी अच्छी कीमत होती है, जिस कारण किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है।
अगर एक डबरी की बात करें तो औसतन 12 से 13 हजार रूपये तक की सब्जियों का उत्पादन हो रहा है। विकासखण्ड राजपुर के गौठान ग्राम परसागुड़ी के रहने वाले श्री जवाहरलाल शर्मा ऐसे ही एक किसान हैं जिन्होंने अपने खेत में मनरेगा के तहत डबरी का निर्माण करवाया तथा इसके मेंढ़ों में कृषि विभाग के सहयोग से करेला, लौकी, खीरा एवं बैगन की खेती की। चूंकि किसान श्री जवाहरलाल शर्मा घर में ही गौ-पालन कर केंचुआ खाद उत्पादन करते हैं इसलिए उन्होंने डबरी के मेढ़ों पर केंचुआ खाद से सब्जियों की जैविक खेती की।
परिणाम स्वरूप कम लागत में ताजी एवं पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों का उत्पादन हुआ जिससे बाजार में सब्जियों की अच्छी कीमत मिली। मेंढ़ मे उगी सब्जियों को किसान श्री जवाहरलाल ने लगभग 16500 रूपये में बेचा। कृषक श्री शर्मा प्रसन्नता से बताते हैं कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि डबरी के मेढ़ों पर सब्जी उत्पादन कर इतनी आय हो सकती है।
उन्होंने इसका पूरा श्रेय कलेक्टर एवं कृषि विभाग को देते हुए कहा कि प्रशासन ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि में नवाचार को प्राथमिकता दी है। परम्परागत कृषि से अलग थोडे़ व्यवस्थित एवं तकनीक के प्रयोग से किसानों के आय में निश्चित रूप से वृद्धि हो सकती है, कृषक श्री जवाहरलाल शर्मा इसके इसके सशक्त उदाहरण हैं तथा लोग उनसे प्रेरित भी हो रहे हैं। - अपर कलेक्टर ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दी जानकारी
बलरामपुर : अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है कि दीपावली, छठ, गुरुपर्व, क्रिसमस तथा नववर्ष में में पटाखा फोड़ने की समयावधि निर्धारित कर दी गई है, जिसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।
शासन से प्राप्त निर्देशानुसार दीपावली में रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक , छठ पूजा में प्रातः 6 बजे से 8 बजे तक, गुरु पर्व में रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक तथा क्रिसमस एवं नववर्ष में रात्रि 11.55 बजे से 12.30 बजे तक पटाखे फोड़ सकते है। निर्धारित समय के अलावा किसी भी समय पटाखा न फोड़े।
इसके साथ ही कम प्रदूषण उत्पन्न करने वाले इम्प्रूव्ड एवं हरित पटाखों की बिक्री केवल लाईसेंस्ड ट्रेडर्स द्वारा की जायेगी। केवल उन्हीं पटाखों को उपयोग के लिए बाजार में बेचा जा सकेगा, जिनसे उत्पन्न ध्वनि का स्तर निर्धारित सीमा के भीतर हो, सीरीज पटाखे अथवा लडियों की बिक्री उपयोग एवं निर्माण प्रतिबंधित किया गया है।
पटाखों के ऐसे निर्माताओं का लाईसेन्स भी रद्द करने के निर्देश दिये गये हैं जिनके द्वारा पटाखों के निर्माण में लिथियम, आर्सेनिक, एण्टीमनी, लेड एवं मर्करी का उपयोग किया गया हो। पटाखों की आॅनलाईन बिक्री इस वर्ष पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी।