- मेला समिति ने निर्णयों से कलेक्टर को कराया अवगतबलरामपुर : तातापानी मेला समिति द्वारा तातापानी महोत्सव 2021 के आयोजन के संबंध में बैठक आयोजित कर सर्वसहमति से कुछ निर्णय लिये गये थे। कोविड-19 के कारण मेला समिति द्वारा इस वर्ष तातापानी महोत्सव 2021 का आयोजन सादगीपूर्ण एवं सीमित स्तर पर करने तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम व मेला आयोजित न करने का निर्णय लिया गया है।
मेला समिति द्वारा इस आशय से कलेक्टर श्री श्याम धावड़े को निर्णयों से अवगत कराया गया तथा कोविड-19 के मानको का पालन करते हुए सीमित संख्या में समिति के सदस्यों तथा स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति में पूजा अर्चना करने संबंधी जानकारी दी गई।
कलेक्टर ने समिति के सदस्यों से चर्चा करते हुए पूर्व वर्षों में आयोजन की जानकारी ली तथा मेला समिति द्वारा वृहद स्तर पर आयोजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम न करने के निर्णय की सराहना की।उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत यह निर्णय स्वागत योग्य तथा आवश्यक भी है। तातापानी के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए मेला आयोजित करने पर आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है ऐसे में भीड़ होने से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा बढ़ जायेगा जिसे नियंत्रित करना प्रशासनिक स्तर पर भी कठिन होगा।
समिति की अध्यक्ष तथा तातापानी सरपंच प्रतिमा मिंज ने कहा कि तातापानी संक्राति परब सीमित स्तर पर आयोजित होगी। पूजा अर्चना परंपरागत रीति रिवाजों के साथ विधिवत व गरिमापूर्ण ढंग से की जायेगी। उन्होंने कहा कि परिसर में पूजा सामग्रियों की सीमित दुकाने लगेंगी तथा मेला व मीना बाजार का आयोजन नहीं किया जायेगा।
साथ ही परिसर में साफ-सफाई तथा जरूरी व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न विभागों से सहयोग प्राप्त होगा। अध्यक्ष श्रीमती मिंज ने कि तातापानी महोत्सव के स्थानीय स्तर पर सीमित रूप में आयोजन की बात कहते हुए लोगो से अपील की है कि श्रद्धालु कोविड के नियमों का पालन तथा मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग तथा समय-समय हाथ धोये व सेनेटाईजर का प्रयोग करेंगे ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बलरामपुर श्री अजय किशोर लकड़ा, सीईओ जनपद पंचायत बलरामपुर श्री के.के. जायसवाल, समिति के कार्यकारणी अध्यक्ष श्री अजय गुप्ता, उपाध्यक्ष शुभम रोहित व संतोश केशरी, सचिव अनुज गुप्ता सहित समिति के सदस्य तथा नवाडीह, भितीयाही व केरताडीह के सरपंच उपस्थित थे। - हिंसा से पीड़ित महिलाओं का तत्काल सहयोग करता है सखी वन स्टाॅप सेन्टर
बलरामपुर : हिंसा से पीड़ित महिलाओं को सहायता तथा उनकी काउंसिलिंग के लिए जिले में सखी वन स्टाॅप सेन्टर की स्थापना की गई है। सखी वन स्टाॅप सेन्टर के माध्यम से महिलाओं को विधिक सहायता के साथ ही अल्पकालीन आश्रय की व्यवस्था दी जाती है।कलेक्टर श्री श्याम धावडे के अध्यक्षता में सखी वन स्टाॅप सेन्टर के विभिन्न गतिविधियों तथा दी जाने वाली सेवाओं की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की गई।
उन्होंने सखी वन स्टाॅफ सेन्टर के केन्द्र प्रशासक से किसी घटना की सूचना प्राप्त होने पर उनके द्वारा की जाने वाली कार्यवाही तथा महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सहायता की सूक्ष्म जानकारी ली। केन्द्र प्रशासक मंजू जायसवाल ने कलेक्टर को सखी वन सेंटर की कार्यप्रणाली, प्राप्त प्रकरण तथा उनका निराकरण के संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिले में 10 मार्च 2017 से सखी वन स्टॉप सेंटर कार्यरत है, जो 24 घंटे 7 दिन खुला रहता है। सेन्टर में हिंसा से पीड़ित महिलाओं की सहायता की जाती है तथा काउंसिलिंग के माध्यम से परिवार को जोड़ने का कार्य करता है।
मार्च 2017 से लेकर 30 नवंबर 2020 की स्थिति में कुल 562 केस सखी वन स्टॉप सेंटर में आए हैं जिनमें से 523 का निराकरण किया गया है तथा 152 लोगों को अल्पकालीन आश्रय की सुविधा प्रदान की गई है। महिलाएं हेल्पलाईन नम्बर 181 में सम्पर्क कर सखी वन स्टॉप सेंटर की सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
महिलाओं को निःशुल्क पाॅच दिन का अल्पकालीन आश्रय खाना-पीना तथा स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाई जाती है। मंजू ने आगे बताया कि परिवार विच्छेद न हो इसलिए काउंसलर के माध्यम से काउंसिलिंग की व्यवस्था कर परिवार को जोड़ने का कार्य किया जाता है।
सेन्टर में केस वर्कर, काउंसलर, महिला पुलिस कर्मी की उपलब्धता रहती है। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने हेल्पलाइन नंबर 181 में कितने लोगों ने इस वर्ष सम्पर्क किया इस बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि तत्काल प्रार्थी को सहयोग मिलना चाहिए ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। यदि इस आशय से पुलिस सहायता की आवश्यकता होती है तो सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सेन्टर में महिला पुलिस कर्मी की हमेशा उपलब्धता है और महिला कर्मियों द्वारा प्रार्थी को हर संभव मदद प्रदान किया जाये। - अब तक 1250 मरीजों का किया गया है उपचार
बलरामपुर : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने, आम नागरिकों तक पहुंच बढ़ाने, उन्हें गुणवत्तापूर्ण इलाज एवं जरूरतमंदों को निःशुल्क उपचार एवं दवाईयां उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य सेवायें प्रारंभ की है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना सहित विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में हाट बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों और वनांचलों में वहां मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त डाॅक्टरों द्वारा विभिन्न बीमारियों की जांच और दवाईयों की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। जिले के साप्ताहिक हाट बाजारों में पहुंचने वाले ग्रामीण क्लिनिक में स्वास्थ्य परीक्षण कराकर निःशुल्क उपचार व दवाईयां प्राप्त कर रहे हैं।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 6 विकासखण्डों के 76 हाट बाजारों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमें चिकित्सकों एंव पैरामेडिकल स्टाफ के द्वारा गैर संचारी रोगों जैसे मधुमेह, रक्तचाप, मलेरिया तथा मौसमी बीमारियों की जांच कर इलाज किया जा रहा है।
कोविड-19 के कारण लम्बे समय तक हाट बाजारों का संचालन बंद कर दिया गया था किन्तु स्थितियों के आंकलन उपरांत प्रशासन द्वारा दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य जरूरतों को देखते हुए इसे 17 दिसम्बर 2020 से पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।हाट बाजारों का संचालन प्रारंभ होते ही हाट बाजार क्लिनिक योजना की पुनः शुरूआत हुई जिससे ग्रामीणों को अब सहजता से स्वास्थ्य सुविधा मिलनी प्रारंभ हो गई है।
हाट बाजार क्लिनिक के पुनः प्रारंभ होने के पश्चात अब तक कुल 1250 मरीजों का उपचार किया गया है। जिसमें 711 पुरूष तथा 539 महिलाओं को स्वास्थ्य लाभ मिल चुका है। समस्त विकासखण्डों में अब नियमित रूप से हाट बाजार संचालित हो रहे हैं।
हाट बाजारों में संबंधित क्षेत्र के चिकित्सक व आरएचओ तथा एएनएम अपने साथ एण्टी मलेरिया दवाई, एन्टी डायरियल, पेन किलर, मल्टी विटामिन, एन्टी पायरेटिक, ओआरएस व आयरन जैसी दवाईयों के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हंै एवं एनीमिया जांच, मलेरिया एवं गैर संचारी रोगों की जांच कर दवाईयां दी जा रही है। साथ ही कोरोना से बचाव के लिए आमजनों को जागरूक कर नाक व मुंह ढ़कने की महत्व समझाया जा रहा है। - अब तक 31 हजार 8 व्यक्तियों का किया गया है मलेरिया जांच
मलेरिया मुक्त बलरामपुर के लिए 30 जनवरी 2021 तक चलाया जायेगा सघन अभियान
बलरामपुर : मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के अंतर्गत जिले में मलेरिया के रोकथाम हेतु बचाव उपाय को अपनाने के लिए जनजागरूकता तथा रक्त जांच द्वारा मलेरिया परजीवी के लक्षण पाये जाने पर इलाज किया जा रहा है।बलरामपुर जिले में कुल 70 ग्रामों में स्वास्थ्य दलों द्वारा दूर-दराज व पहंुच विहीन क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा मितानिन खून की जांच कर रहे हैं।
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ के संकल्प को पूरा करने में जिले के स्वास्थ्यकर्मी भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए बलरामपुर को भी मलेरिया मुक्त करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। मलेरिया परजीवी को जड़ से मिटाने के लिए वृहद स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
इसके तहत विकासखण्ड बलरामपुर के 16 ग्राम, वाड्रफनगर के 15 ग्राम, रामानुजगंज के 26 ग्राम, शंकरगढ़ के 6 ग्राम तथा कुसमी के 7 गांव में घर-घर पहुंचकर सर्वे किया जा रहा है। जिसकी विशेष निगरानी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅक्टर बसंत कुमार सिंह द्वारा की जा रही है।
स्वास्थ्य दलों ने अब तक जिले में कुल 25 हजार 749 घरों का सर्वे कर 31 हजार 8 व्यक्तियों का रक्त जांच किया है। जिसमें कुल पीव्ही 3 व पीएफ 2 अर्थात 5 व्यक्ति मलेरिया पाॅजीटिव पाये गये है। यह अभियान 30 जनवरी 2021 तक चलाया जायेगा जिसमें 1 लाख 11 हजार 650 व्यक्तियों का मलेरिया जांच किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मलेरिया संक्रमण से रक्त की कमी हो जाती है, जिससे एनीमिया की स्थिति निर्मित हो सकती है। साथ ही मलेरिया के कारण हीमोलिसिस होने से प्रोटीन तथा शरीर के अन्य पोषक तत्वों का भी हा्रस होता है, जिससे शारीरिक कमजोरी आती है।
मलेरिया पाये जाने पर सर्वे दल द्वारा अपने सामने ही दवा की खुराक मरीज को खिलाई जा रही है तथा गंभीर प्रकरण पाये जाने पर समीप के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा जिला चिकित्सालय में रिफर करने की व्यवस्था भी की गयी है। उपरोक्त गतिविधियों के साथ-साथ दलांे द्वारा कोविड के लक्षण वाले लोगों की भी जानकारी ली जा रही है तथा उन्हें जागरूक किया जा रहा है। - बलरामपुर : संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने जिला खनिज न्यास निधि से स्वीकृत कार्यों की प्रगति, लोक सेवा गारंटी, अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षक तथा गैर शिक्षकीय पदों की भर्ती तथा संचालन, धान खरीदी व धान का उठाव, बारदानों की उपलब्धता, जल जीवन मिशन, कोविड-19 की वर्तमान स्थिति, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की।उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को गौठानों में पैरादान करने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित करने को कहा और पैरा का उचित रखरखाव करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में जिला खनिज न्यास निधि से स्वीकृत विभिन्न कार्यों जिनमे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से जुड़ी अधोसंरचना का निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। विकासखण्ड कुसमी के बसकेपी स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य के लिए कड़ी नाराजगी जताते हुए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अधीक्षण अभियंता को तत्काल उसका मरम्मत करने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने जिला विपणन अधिकारी से उपार्जन केन्द्रों से धान का जल्द उठाव करने को कहा तथा बारदानों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर श्री धावड़े ने उद्यानिकी महाविद्यालय के लिए भूमि चिन्हांकित कर उद्यान अधिकारी से प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा ताकि आगे की कार्यवाही की जाए।
उन्होंने छात्रों के लिए आवासीय कोचिंग व्यवस्था, मिनी राईस मिल, रेशम उत्पादन तथा जिला पुरातत्त्व संग्रहालय के निर्माण के लिए तैयारियों की जानकारी लेते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने नए तहसीलों तथा उप तहसीलों के निर्माण के लिए जानकारी तैयार कर प्रस्ताव यथाशीघ्र राज्य शासन को भेजने को कहा। जिले में औद्योगिक विकास तथा निवेश को बढ़ावा देने के लिए निवेशक सम्मेलन के आयोजन की तैयारी करने के निर्देश उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक को दिए।
कलेक्टर ने लोकसेवा गारंटी के अन्तर्गत आने वाले कार्यों को समय-सीमा में निराकरण करने हेतु समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया तथा अनावश्यक कारणों से विलम्ब न करने की बात कही।जिले में कोविड 19 के वर्तमान स्थिति की जानकारी लेते हुए संक्रमितों की संख्या, उनके उपचार तथा कोविड अस्पताल के संचालन के बारे में पूछा। आमजनों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए जमीनी अमले को बेहतर कार्य हेतु प्रोत्साहित करने तथा समय-समय पर निरीक्षण कर उनके कार्यों का आंकलन करने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की बात कही। जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी श्री हरीष एस. ने बैठक में गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए क्रय किये गये गोबर की मात्रा, गोबर विक्रेता पशुपालकों को भुगतान, वर्मी खाद का निर्माण तथा एप्प के माध्यम से एण्ट्री के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने समय-सीमा में लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिये। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने विकासखण्ड बलरामपुर के रनहत व तातापानी में नवीन पुलिस चैकी की स्थापना के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को भूमि चिन्हाकित कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा ताकि स्थानीय लोगों को शीघ्र इसका लाभ मिल पाये।इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सर्व कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। - बलरामपुर : कार्यालय जिला परियोजना समन्वयक, राजीव गांधी शिक्षा मिशन बलरामपुर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में समावेशी शिक्षा अंतर्गत संसाधन केन्द्रों में बच्चों की शारीरिक बाधाओं को दूर करने हेतु फिजियो थैरेपिस्ट एवं स्पीच थैरिपिस्ट के एक-एक पद कुल 02 एवं जिले के प्रत्येक विकासखण्ड हेतु एक-एक कुल 06 पद हेल्पर/आया/अटेन्डेन्ट भर्ती हेतु पात्र/अपात्र आवेदक अपना दावा आपत्ति 05 जनवरी 2021 तक पूर्व में दिये गये पत्ते पर या स्वयं उपस्थित होकर जमा कर सकते है। पात्र-अपात्र आवेदकों की सूची एवं विस्तृत जानकारी के लिए जिले के वेबसाईट www.balrampur.gov.in पर एवं कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है।
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बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रायल महानदी भवन, अटल नगर, नवा रायपुर के आदेशानुसार 12 दिसम्बर 2020 के परिपालन में श्री गुलाम रसूल मंसूरी, व्याख्याता अंग्रेजी, शासकीय हाईस्कूल रैसला, जिला सूरजपूर के सहमति-पत्र के आधार पर श्री मंसूरी की सेवायें प्रतिनियुक्ति स्वरूप रिक्त प्राचार्य पद के विरूद्ध स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट( अंग्रेजी माध्यम) उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कुसमी जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में लेते हुए प्रभारी प्राचार्य के दायित्व निर्वहन हेतु आगामी आदेश पर्यन्त एतद् द्वारा पदस्थ किया जाता है।
स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट( अंग्रेजी माध्यम) उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में गैर शिक्षकीय पदों पर चयनित अभ्यर्थी श्री विकेस कुमार प्रयोगशाला सहायक, इसी प्रकार स्वामी आत्मानन्द शासकीय उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वाड्रफनगर जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में ग्रंथपाल श्री धर्मेन्द्र कुमार, प्रयोगशाला सहायक श्री पवन कुमार गुप्ता एवं प्रयोगशाला सहायक श्री विकेस कुमार को संविदा नियुक्ति प्रदान की जाती है।
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बलरामपुर : बलरामपुर जिले में फूड प्रोसेसिंग पर आधारित मांग और संभावना के अंतर्गत एक दिवसीय औद्योगिक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
संगोष्ठी पीएमएफएमई प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना एवं नवीन औद्योगिक नीति के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को विभागीय सुविधाएं एवं अनुदान छूट की जानकारी उद्योग संचालनालय रायपुर के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी जावेगी। बलरामपुर जिले में मांग और संभावना पर आधारित उद्योग लगाने हेतु संबंधित विभागों तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा।
क्षेत्र के नवीन उद्यमियों एवं उद्योगपतियों से अनुरोध है कि औद्योगिक संगोष्ठी में शामिल होकर लाभान्वित होने के लिए अपना पंजीयन करवा लें। पंजीयन हेतु श्री पी.आर. खण्डेलवाल प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बलरामपुर के मो नम्बर 8305958805 से सम्पर्क कर सकते है। - योजनाओं के जानकारी के साथ ही पुस्तकों का निःशुल्क वितरण
बलरामपुर : विकासखण्ड कुसमी के उप तहसील चान्दो के साप्ताहिक हाट बाजार में छत्तीसगढ़ में नई सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर जनसम्पर्क विभाग द्वारा छायाचित्र सह विकास प्रदर्शनी लगायी गई। आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीणजन प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे तथा इसकी खूब सराहना की।
वर्तमान सरकार के दो साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं-कार्यक्रमों जैसे मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की खरीदी, तेन्दूपत्ता संग्रहण, गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना अंतर्गत नरवा-गरवा, घुरवा एवं बारी, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, डाॅ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना, सार्वभौम पीडीएस योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, बिजली बिल हाफ, अल्पकालीन कृषि ऋण माफ तथा परम्परागत निवासियों को वनाधिकार मान्यता पत्र प्रदान करने की जानकारी चित्रात्मक प्रस्तुति द्वारा दी गई। प्रदर्शनी में जिले के विकास कार्यों से जुडे़ चित्रों को भी शामिल कर इसके बारे में लोगों को जानकारी दी गई।
राज्य सरकार की दो वर्षों की उपलब्धियों पर जनसंपर्क विभाग ने विभिन्न योजनाओं पर आधारित पुस्तकों का प्रकाशन किया है। पुस्तकों में वर्तमान सरकार द्वारा दो वर्षों में किए गए कार्य का सचित्र विवरण दिया गया है। प्रदर्शनी स्थल पर प्रचार सामग्रियों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जनसंपर्क विभाग द्वारा राज्य सरकार के दो वर्षों की उपलब्धि पर आधारित संबल शासन की कल्याणकारी योजनाएं, छत्तीसगढ़ विचार माला, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ जन-गण-मन की विजय गाथा मनरेगा, पहल, लोकवाणी आपकी बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ, जय हिन्द जय छत्तीसगढ़, हमारे राम, हमारे बापू, न्याय विरासत और विस्तार पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। - अधिकारियों का दौरा सतही नहीं बल्कि प्रभावी हो-कलेक्टर
सुपोषित बलरामपुर बनाने की परिकल्पना को साकार करने के लिए निष्ठा एवं समाज को कुछ लौटाने के भाव से कार्य करें अधिकारी
बलरामपुर : सुपोषित बलरामपुर बनाने की परिकल्पना को साकार करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी तथा सुपरवाईजर पूरी निष्ठा तथा समाज को कुछ लौटाने के निहित भाव से कार्य करें। परियोजना अधिकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ियों, रेडी टू ईट निर्माण केन्द्रों का निरीक्षण कर कुपोषित बच्चों के पालकों से भी मिले।
उन्हें परिवेश की स्वच्छता, पौष्टिक आहार तथा पोषण बाड़ी के बारे में जागरूक किया जाये तथा अधिकारियों का दौरा सतही नहीं बल्कि प्रभावी हो, यह सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों व सुपरवाइजरों की बैठक में उक्त बाते कही।
उन्होंने कहा कि जिले में आंगनबाड़ियों के माध्यम से कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पूरक आहार प्रदान किया जा रहा है जिसमें विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है परिणामस्वरूप कुपोषण की दर में उल्लेखनीय कमी आई है।बैठक में कलेक्टर ने रघुनाथनगर के परियोजना अधिकारी सुषमा साही तथा वाड्रफनगर के परियोजना अधिकारी महेश मरकाम के कार्यशैली प्रति नाराजगी जताते हुए जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देशे दिये।
कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, पूरक पोषण आहार, रेडी टू ईट, शीशुवती व गर्भवती माताओं के लिए गर्म भोजन तथा अधिकारियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु किये जा रहे प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने समस्त परियोजना अधिकारियों से एक-एक कर बात करते हुए उनके द्वारा माह में कितने आंगनबाड़ियों तथा रेडी टु ईट निर्माण स्थल का निरीक्षण किया जाता है इस संबंध में जानकारी ली। अधिकारी सुपोषण के प्रति जनमानस को जागरूक करने के लिए किन गतिविधियों का आयोजन करते हंै तथा अभिभावकों से गृह भेंट करते हैं या नहीं इस बारे में पूछा।
कलेक्टर द्वारा रेडी टु ईट में सम्मिलित विभिन्न खाद्य सामग्रियों के निर्धारित अनुपात के बारे में पूछते हुए कहा कि सभी अधिकारियों को इसकी जानकारी होनी चाहिए ताकि निरीक्षण में सही आंकलन कर पोषण आहार के गुणवत्ता की जांच कर पाये। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर खाद्य सामग्रियों के रूप में प्रचलित मौसमी साग-सब्जियों को पोषण बाड़ियों में स्थान दिया जाये ताकि लोग रूचि के साथ इसका सेवन करें। स्थानीय जलवायु तथा मिट्टी के अनुकूल सब्जियां बाड़ियों में आसानी से तैयार होगी जिससे ताजी हरी पोषक युक्त सब्जियां सैदव उपलब्ध होगी।
कलेक्टर श्री धावड़े ने आवश्यकता अनुसार गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजने को कहा ताकि उनकी उचित देखभाल हो और बच्चें सुपोषित हो जाये। साथ ही उन्होंने बच्चों को नियमित टीकाकरण हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी ली तथा बच्चों और उनके अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति विशेष ध्यान देने तथा जागरूक करने को कहा।
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाआंें की भर्ती प्रक्रिया के प्रगति की जानकारी लेते हुए इससे जुड़ी अनियमियता की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी पर जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही करने की बात कही। कलेक्टर ने बैठक अंत में कहा कि अधिकारी अति आत्मविश्वासी न हो बल्कि हमारी बुनियाद को मजबूत करने हेतु सही दिशा में प्रयास करें। - बलरामपुर : 01 दिसम्बर 2020 से शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने सभी निगरानी दलों, नोडल तथा राजस्व अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि धान के अवैध परिवहन एवं संग्रहण पर लगातार कार्यवाही हो तथा वास्तविक कृषकों से ही धान खरीदी की जाये। उपार्जन केन्द्रों में कृषकों के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं हो ताकि वे सुगमता से धान का विक्रय कर पाये।
अवैध धान के परिवहन एवं भण्डारण की कार्यवाही में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक कुमार निकुंज के निर्देशन में ग्राम बसकेपी में रामपति के घर से टैªक्टर में लाये गये डेढ़ ट्राली धान को जब्त कर सुपुर्द किया गया। नायब तहसीलदार चान्दो श्री परमानन्द कौशिक ने जांच के दौरान गड़बड़ी पाये जाने पर उक्त धान को जब्त कर घर को ताला लगा दिया।
पूछताछ के दौरान रामपति ने बताया कि उक्त धान मेरा नहीं बल्कि धर्मेद्र गुप्ता का है जिसे उसके घर रखा गया था। नायब तहसीलदार द्वारा अवैध धान का पंचनामा तैयार कर सुपुर्दगी की कार्यवाही की गई। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने नागरिकों से अपील की है कि धान खरीदी में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि तथा अनियमितता व शिकायत अथवा सुझााव हेतु राज्य स्तरीय टोल फ्री नं. 1800233663 एवं जिला स्तरीय नम्बर 6265853198 तथा 112 में दर्ज करा सकते हैं। जिसमें शिकायतकर्ता की जानकरी पूर्ण रूप से गोपनीय रखी जाएगी। - कलेक्टर ने प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी कर समय-सीमा कार्य पूर्ण करने के दिये निर्देश
बलरामपुर : जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आमजनों की सुविधा को देखते हुए अधोसंरचनाओं के निर्माण कार्यों को स्वीकृति दी गई है। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों मे प्रमुख रूप से अहाता निर्माण तथा सुरक्षा की दृष्टि से फेंसिंग का कार्य किया जायेगा।
शासी परिषद् की बैठक 03 दिसम्बर 2020 को कार्ययोजना में अनुमोदन उपरांत कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग से प्राप्त प्राक्कलन अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 मंे कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने इस आशय से प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी कर संबंधित ग्राम पंचायत को क्रियान्वयन एजेन्सी नियुक्त करते हुए नियमो के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिये है।स्वीकृत कार्यों में विकासखण्ड बलरामपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पस्ता में अहाता निर्माण कार्य हेतु 75 हजार, डूमरखोला में अहाता निर्माण हेतु 2 लाख 14 हजार, विकासखण्ड राजपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रेवतपुर में फेसिंग कार्य हेतु 1 लाख 52 हजार, आरा में अहाता निर्माण तथा फेंसिंग के लिए 4 लाख 56 हजार तथा विकासखण्ड शंकरगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मनोहरपुर में 1 लाख 90 हजार, भरतपुर में 2 लाख 85 हजार तथा डीपाडीहकला में 3 लाख 04 हजार रूपये से अहाता निर्माण एवं फेसिंग के कार्य को स्वीकृति दी गयी है।
इसी प्रकार विकासखण्ड कुसमी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सामरी में अहाता निर्माण एवं चेन लिंक फेंसिंग कार्य हेतु 5 लाख 30 हजार तथा जवाहरनगर के लिए 4 लाख 15 हजार, चान्दो में अहाता निर्माण एवं फेंसिंग कार्य हेतु 4 लाख 29 हजार तथा भुलसीकला में स्वास्थ्य सुविधा के सुदृ़ढ़ीकरण एवं अहाता निर्माण कार्य हेतु 7 लाख 16 हजार स्वीकृत किये गये है।
वहीं विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रामचन्द्रपुर तथा जामवंतपुर में 4 लाख 27 हजार रूपये से अहाता निर्माण एवं चेन लिंक फेंसिंग का कार्य किया जायेगा। इन निर्माण कार्यों से स्वास्थ्य केन्द्रों में सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित होगी तथा आमजनों को इसका लाभ मिलेगा। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने निर्माण कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने, भण्डार क्रय नियम का पालन करने तथा गुणवत्ता एवं तकनीकी स्वीकृति के अनुरूप कार्य करने हेतु निर्देशित किया है। - बलरामपुर : मौसम विज्ञान केन्द्र द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश में सामान्यतः दिसम्बर एवं जनवरी के माह में ठण्ड की व्यापकता शीतलहर का रूप धारण कर लेती है।राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में बसे आमजनों के ठण्ड से प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए बचाव के उपाय अमल में लाने हेतु दिशा-निर्देश जारी किये गये है।
जारी दिशा-निर्देशों में निःसहाय तथा अवासहीन समुदाय को शीतलहर पाला से बचाने के लिए रैनबसेरा, कंबल तथा अलाव की व्यवस्था, एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा गया है।इसके साथ ही शीतलहर से बचाव के लिए जितना संभव हो घर के अंदर रहें, अति आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर निकले। मौसम व आपात स्थिति से संबंधित समाचारों को ध्यान से सुने, वृद्ध व्यक्तियों का ध्यान रखे तथा उन्हें अकेला न छोड़े।
ऐसे आवास का उपयोग करें जहां तापमान सही रहता हो तथा आवश्यकतानुसार गर्म पेय पीते रहे। बिजली का प्रवाह अवरूद्ध होने की स्थिति में फ्रीज में खाने के समान को 48 घण्टे से अधिक न रखे, शीतलहर से बचाव हेतु टोपी, मफलर का उपयोग करें अथवा सिर व कान ढककर रखे।यदि केरोसिन व कोल के हीटर का उपयोग करते है तो गैस व धंुए निकलने के लिये रोशनदान की व्यवस्था रखे, स्वास्थ्यवर्द्धक खाने का उपयोग करें, यदि सर्दी से संबंधित कोई प्रभाव शरीर पर दिखाई दे जैसे नाक, कान, पैर हाथ की उंगलियां आदि लाल हो, तो तत्काल स्थानीय चिकित्सक से परामर्श लें। साथ ही असामान्य तापमान की स्थिति, अत्यधिक कांपना, सुस्ती, कमजोरी, सांस लेने में परेशानी होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाये। - बलरामपुर : नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए सभी संबंधित उपाय अमल में लाया जाना उचित एवं आवश्यक हो गया है। 25 दिसम्बर 2020 को क्रिसमस पर्व, 31 दिसम्बर को नववर्ष स्वागत कार्यक्रम एवं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में आगामी दिनों में आने वाले त्यौहारों को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किये है।
इन कार्यक्रमों का आयोजन खुले एवं सार्वजनिक स्थान में न किया जाये, कार्यक्रम के दौरान किसी प्रकार के जुलूस, सभा, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाये, कार्यक्रम स्थल की क्षमता का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 200 व्यक्ति ही सम्मिलित हो सकेंगे, कार्यक्रम स्थल में प्रवेश द्वार एवं निकासी द्वार पृथक-पृथक हो।
यह सुनिश्चित किया जावे एवं प्रवेश/निकासी द्वार टच फ्री मोड़ में हो, श्वसन शिष्टाचार का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाये। कार्यक्रम के दौरान आयोजन परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाया जाये तथा वीडियोग्राफी करायी जाये ताकि कोई कोरोना संक्रमित होने पर कान्टेक्ट टेªसिंग किया जा सके।
कार्यक्रम का आयोजन रात्रि 12.30 बजे तक समाप्त किया जाये, छोटे बच्चों एवं अधिक उम्र के बुजुर्ग व्यक्तियों को आयोजन में शामिल न किया जाये, मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन के आदेश के अनुक्रम में रात्रि 11.55 से 12.30 बजे तक हरित पटाखों का उपयोग किया जा सकेगा, प्रत्येक कार्यक्रम आयोजक समय पूर्व सोशल मीडिया में यह जानकारी दें कि कोविड-19 के कारण कार्यक्रम वृहद् रूप से आयोजित नहीं किया जावेगा, ताकि लोगों की भीड़ न हो, कार्यक्रम आयोजन के दौरान किसी प्रकार का मंच/पंडाल न लगाया जाये, आयोजन में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सोशल/फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना एवं समय-समय पर सेनेटाईजर का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाये, आयोजन के दौरान डीजे बजाने की अनुमति नहीं होगी।
दो छोटे साउण्ड बाक्स का उपयोग किया जाये, कोलाहल अधिनियम का पालन किया जाये, कार्यक्रम स्थल पर सेनेटाईजर थर्मल स्क्रीनिंग, आॅक्सीमीटर, हैण्डवाॅस एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम व्यवस्था की जायेगी।थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से संबंधित कोई भी सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिये जाने की जिम्मेदारी कार्यक्रम के आयोजनकर्ता की होगी, कार्यक्रम स्थलों पर पान, गुटखा, तम्बाकू इत्यादि उपयोग कर सार्वजनिक स्थल पर थूकना प्रतिबंधित है, बार/पब आदि के संबंध में आबकारी विभाग के द्वारा जारी आदेश/दिशा-निर्देश जिसके अंतर्गत विदेशी मदिरा एफएल3 होटल बार अनुज्ञप्ति दोपहर 12.00 बजे से रात्रि 11.00 बजे तक पालन कराना अनिवार्य होगा, कार्यक्रम आयोजन के दौरान अग्निशमन यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था किया जाये, कार्यक्रम आयोजन के दौरान यातायात नियमों का पालन किया जाये,।किसी प्रकार के यातायात बाधित न हो, यह सुनिश्चित किया जाये, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन न किया जावे, कार्यक्रम आयोजन स्थल पर एक रजिस्टर संधारित किया जाये, जिसमें उपस्थित हाने वाले सभी व्यक्तियों का नाम, पत्ता, मोबाईल नम्बर दर्ज किया जाये ताकि उनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित हाने पर कांटेक्ट टेªसिंग किया जाये, आयोजन के दौरान एनजीटी एवं शासन के द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों का अनिवार्य रूप में पालन किया जाना होगा, नियमों को उल्लंघन करने पर समिति के सदस्य जिम्मेदार होंगे, इन सभी शर्तों के अतिरिक्त कोविड-19 के संबंध में भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये आदेशों/निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना होगा, उपरोक्त किये गये किसी भी शर्तों का उल्लंघन अथवा किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर इसकी समस्त जिम्मेदारी कार्यक्रम के आयोजनकर्ता की होगी तथा उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। - बलरामपुर : विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम कोटपाली में कनहर नदी पर व्यपवर्तन योजना निर्माणाधीन है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. ने खुटपाली व्यपवर्तन योजना का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
कलेक्टर ने खुटपाली व्यपवर्तन योजना के प्रारंभ होने की तिथि, लागत, पूर्ण-अपूर्ण, अधोसंरचना, भूअर्जन तथा मुआवजा राशि वितरण के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की।अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि सिंचाई रकबा बढ़ाने के उद्देश्य से खुटपाली व्यपवर्तन योजना प्रारंभ की गई थी। योजना से आदिवासी बाहुल्य बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कृषकों को शीघ्र सिंचाई तथा जलापूर्ति संभव होगी तथा एआईबीपी के अंतर्गत पांच चरणों में योजना को पूर्ण किया जायेगा।
कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने निर्माण स्थल पर पहुंच कर निर्माणाधीन संरचनाओं का निरीक्षण किया तथा योजना के तकनीकी पक्षों की सूक्ष्म जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से योजना के निर्माण से होने वाले लाभ के बारे में चर्चा की तथा इन्डेक्स मैप के माध्यम से योजना की आधारभूत जानकारी जैसे डायवर्सन वियर साईट, जलग्रहण क्षेत्र, नहर की लाईन तथा डूब क्षेत्र के संबंध में जाना।
जलसंसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री यूएस राम ने कलेक्टर को बताया कि खुटपाली व्यपवर्तन योजना में निजी, शासकीय तथा वनभूमि कुल 110 हेक्टेयर भूमि प्रभवित होगी, किन्तु योजना से किसी भी प्रकार का विस्थापन नहीं होगा अतः पुनर्वास की आवश्यकता नहीं है।
योजना के प्रथम चरण से 10 गांव के कुल 1373 कृषक लाभान्वित होंगे तथा प्रथम चरण में व्यपवर्तन वियर एवं 11 किमी. नहर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। योजना में कुल 75 किमी नहर का निर्माण किया जायेगा जिससे 65 ग्राम के 7514 कृषक लाभान्वित होंगे तथा खरीफ के मौसम में 9830 हेक्टेयर, रबी में 6458 तथा ग्रीष्म ऋतु में 490 हेक्टेयर कुल 16778 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा।
कलेक्टर श्री धावड़े ने योजना से प्रभावित ग्रामीणों के भूअर्जन के लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए उनका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्माण कार्यों को गुणवत्ता मानकों के अनुरूप करने के साथ ही यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि कृषकों के खेतो तक पानी पहुंचे तथा उनके आय में वृद्धि हो। - बलरामपुर : कलेक्टर बलरामपुर-रामानुजगंज श्री श्याम धावडे़ द्वारा सामान्य पुस्तक परिपत्र भाग 02 के नियम 8 के अंतर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए कैलेण्डर वर्ष 2021 के लिए निम्न तिथियों के स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है।
28 जनवरी 2021 दिन गुरूवार को छेरता/छेर-छेरा के लिए, 17 सितम्बर 2021 दिन शुक्रवार को ढोल ग्यारस (करमा) के लिए तथा 15 नवम्बर 2021 दिन सोमवार को कार्तिक एकादशी (देवउठनी ग्यारस) के लिए स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। उक्त स्थानीय अवकाश कोषागारों/उप कोषागारों तथा बैंकों के लिए लागू नहीं होगा। - स्वास्थ्य सुविधा के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सक्रियता के साथ कार्य कर रहा है प्रशासन
बलरामपुर : जिले में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए तथा दूरस्थ इलाकांे तक स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार तथा बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रशासन प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े समय-समय पर विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रहे हंै।
इसी क्रम में उन्होंने विकासखण्ड कुसमी के चान्दो तथा बसकेपी के हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर चान्दो में उन्होंने प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले मरीजों की औसत संख्या, डॉक्टरों, नर्सों तथा दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने चिकित्सकों से महीने में संस्था में होने वाले औसत प्रसव की संख्या पूछी तथा प्रसव कक्ष में सभी जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थ फार्मासिस्ट सुनीता पैंकरा ने कलेक्टर को दवाइयों का स्टोर रूम दिखाया।दवाइयां व्यवस्थित ढंग से रखी गई है तथा सभी दवाइयों के साथ उसकी एक्सपायरी डेट को अलग से लिखा गया है, इस व्यवस्था को देखकर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त की। सुरक्षा की दृष्टि से हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर में बाउंड्री वाल का निर्माण कार्य भी शीघ्र प्रारम्भ करने की बात कही। इसके पश्चात उन्होंने बसकेपी स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया।गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य को देखकर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी जताई तथा सही निर्माण कार्य नहीं होने से स्वास्थ्यकर्मी तथा मरीजों को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज को तत्काल सुधार कार्य करने तथा निर्माणकर्ता के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर में पदस्थ एएनएम अलका कुजूर से सेन्टर में होने वाले प्रसव तथ दवाईयों एवं जरूरी उपकरणों के उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। सेन्टर में पानी की व्यवस्था न होने की जानकारी मिलने पर तत्काल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से बोर खनन करने को कहा।
इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज, खण्ड चिकित्सा अधिकारी कुसमी, सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मत्स्य बीज प्रक्षेत्र तथा कृषि विज्ञान केन्द्र का किया निरीक्षणबलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीश एस. ने विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम जाबर में स्टॉप डैम, मत्स्य बीज प्रक्षेत्र तथा कृषि विज्ञान केन्द्र का भ्रमण किया। मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पहुंचकर उन्होंने मछली बीज उत्पादन की प्रक्रिया की जानकारी ली।
मत्स्य बीज प्रक्षेत्र में उन्होंने ओव्हरहेडिंग टैंक, स्पॉन कलेक्शन एरिया, तालाब तथा मत्स्य आहार भंडार का अवलोकन कर उत्पादन का अनुकुल समय तथा क्षमता के बारे में जाना। अधिकारियों ने कलेक्टर को मछली बीज प्रक्षेत्र के क्षेत्रफल, तालाबों की संख्या तथा बीज उत्पादन के प्रक्रिया की आधारभूत जानकारी दी।
कलेक्टर ने मछली पालन को बढ़ावा देने तथा इसे अतिरिक्त आय का जरिया बनाने के लिए विभागीय अधिकारियों को गंभीरता से प्रयास करने को कहा। इसके पश्चात कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ ने कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण किया। कृषि विज्ञान केन्द्र में उन्होंने कड़कनाथ पालन, मधुमक्खी पालन, बटेर पालन तथा मशरुम हट का अवलोकन कर इनके उत्पादन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी ली।
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. व्ही. एन. गौतम ने कलेक्टर को बताया कि कृषकों को नई कृषि पद्धतियों तथा तकनीकी से अवगत कराने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है। उन्होंने मधुमक्खी पालन तथा ऑयस्टर मशरूम उत्पादन इकाई प्रारंभ होने की जानकारी दी तथा बटन मशरूम इकाई के भी शीघ्र प्रारम्भ होने की बात कही। कलेक्टर द्वारा पूछने पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. गौतम ने उन्हें वर्तमान में कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा संचालित नवीन गतिविधियों तथा नई किस्म के फसलों के प्रदर्शन के संबंध में जानकारी दी।
मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट को भी शीघ्र प्रारम्भ करने के बारे में बताया। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने वैज्ञानिकों से कहा कि वे किसानों से सतत संपर्क में रहकर उन्हें उन्नत कृषि की जानकारी दें तथा प्रोत्साहित करें।इस दौरान उपसंचालक कृषि श्री अजय कुमार अनंत, विषय वस्तु विशेषज्ञ श्री पाण्डु राम पैंकरा सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों से की बात, भू-अर्जन प्रकरणों के शीघ्र निराकरण तथा सर्व सुविधायुक्त पुनर्वास व्यवस्था करने के दिए निर्देश
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ से प्रवाहित होने वाली कन्हर नदी पर उत्तरप्रदेश के सोनभद्र जिले के दुधी तहसील में अमवार तथा कुदरी गांव में कन्हर सिंचाई परियोजना के लिए डैम का निर्माण कराया जा रहा है।उक्त डैम के निर्माण के कारण उत्तरप्रदेश से लगने वाले छत्तीसगढ के सीमावर्ती छः गांव प्रभावित होंगे। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने निर्माणाधीन डैम तथा प्रभावित क्षेत्र का अवलोकन किया एवं डूब क्षेत्र के ग्रामीणों से बात की।
छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश के सीमा पर बनने वाले कन्हर सिंचाई परियोजना से विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के त्रिशुली, झारा, कुशफर, सेमरवा, कामेश्वरनगर तथा धौली गांव प्रभावित हो रहा है।डैम का अवलोकन करने पहुंचे कलेक्टर श्री धावड़े ने तकनीकी विशेषज्ञों से सिंचाई परियोजना की सूक्ष्म जानकारी ली तथा पावर पॉइंट के माध्यम से निर्माणाधीन संरचनाओं की उपयोगिता समझी एवं परियोजना से होने वाले लाभ के बारे में जाना।
कन्हर सिंचाई परियोजना के अधिशासी अभियंता विनय कुमार सिंह ने कलेक्टर श्री धावड़े को बताया कि परियोजना की लागत लगभग 22 अरब रुपए है तथा छत्तीसगढ़ राज्य की 360 हेक्टेयर भूमि परियोजना डैम निर्माण से डूब क्षेत्र में आने के कारण प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होगी एवं 32 परिवार विस्थापित होंगे।
क्षतिपूर्ति राशि शासन के पक्ष में हस्तांतरित कर दी गई है तथा विस्थापितों के लिए मुआवजा राशि एवं पुनर्वास की व्यवस्था का कार्य तेजी से चल रहा है। कलेक्टर श्री धावड़े ने सिंचाई परियोजना से आसपास के क्षेत्र में होने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि विस्थापितों को सभी सुविधाएं दी जाएगी तथा उनको अधिकार से वंचित न किया जाएगा।
इसके पश्चात कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने ग्राम त्रिशूली पहुंचकर सिंचाई परियोजना के विस्थापित परिवार के सदस्यों से बात करते हुए कहा कि उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी। ग्राम त्रिशूली में विस्थापित परिवारों के लिए कॉलोनी के निर्माण कार्य जारी है जिसमें स्कूल एवं सड़क का निर्माण पूर्ण हो चुका है तथा आवास निर्माण के लिए राशि शीघ्र प्रदान की जाएगी।
उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज को भूअर्जन प्रकरण का शीघ्र निराकरण कर प्रभावितों को मुआवजा राशि प्रदान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वे निश्चिंत रहे उनके अधिकारांे का हनन नहीं होगा। कलेक्टर तथा ग्रामीणों के बीच आत्मीयता के साथ संवाद हुआ और आमजनों ने प्रसन्नता व्यक्त की।
इस दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री उमाशंकर राम सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - बलरामपुर : राज्य में कक्षा 1ली से 8वीं तक के बच्चों में सभी विषयों के बुनियादी दक्षताओं को विकसित करने का लक्ष्य शासन द्वारा रखा गया है जिसके लिए सर्व प्रथम हिन्दी एवं गणित विषयों की बुनियादी दक्षताओं को 100 दिनों में विकसित करने का लक्ष्य शिक्षकों को दिया गया है।
ज्ञातव्य हो कि कोविड-19 के कारण विद्यालयों में नियमित पढ़ाई नहीं हो सकी, जिससे बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रदेश के साथ-साथ अपने जिले में भी जिले के कलेक्टर के निर्देशन एवं जिला शिक्षा अधिकारी के मार्ग दर्शन में विभिन्न प्रयास लगातार किये जा रहे हैं जैसे-पढ़ई तुहंर दुआर, पढ़ई तुहंर पारा, मुहल्ला कक्षाओं तथा आॅनलाईन कक्षाएं आदि।
इन सभी प्रयासों के बावजूद हमारे बच्चे आपेक्षित दक्षताएं प्राप्त कर सके हैं कि नहीं इसके लिए सर्व प्रथम हिन्दी तथा गणित जो कि सभी विषयों को सिखने का आधार हैं, का प्रथम चरण में 100 दिनों का कार्यक्रम विकसित कर आंकलन किया जाकर प्रविष्टियां आॅन-लाईन करने का प्रयास शासन द्वारा की जा रही है। इस प्रकार के आंकलन से उपचारात्मक शिक्षण में शिक्षकों को मदद मिलेगी।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का ने बताया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डाॅ0 आलोक शुक्ला के द्वारा इस कार्यक्रम के तहत कक्षा 1ली से 8वीं तक के विद्यार्थियों में न्युनतम दक्षताएं विकसित करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। यह कार्यक्रम जिले के कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के विशेष निगरानी में होगा।
इस योजना का जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक तथा बी.आर.सी.सी. के द्वारा सघन माॅनिटरिंग होगी। इस आकलन के बाद जिन बच्चों ने आपेक्षित स्तर प्राप्त नहीं किया होगा उनके लिए उपचारात्म शिक्षण की प्रक्रिया अपनाई जावेगी। शेष बच्चों की पढ़ाई यथावत जारी रहेगी। - बच्चों से कलेक्टर ने पाठ्यपुस्तक से संबंधित सवाल पूछे
प्राचार्य के अनुपस्थित पाए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिये निर्देश
बलरामपुर : कोविड-19 के कारण सुरक्षा की दृष्टि से सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बन्द रखा गया है। बच्चों की शिक्षा अवरूद्ध न हो इसलिए राज्य शासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर मोहल्ला क्लास प्रारम्भ किया गया है।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने आज विभिन्न मोहल्ला क्लास का निरीक्षण कर बच्चों और शिक्षकों से बात की। बड़कागांव हाईस्कूल में मोहल्ला क्लास के निरीक्षण के दौरान प्राचार्य के अनुपस्थित पाए जाने पर कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने बड़कागांव और शारदापुर ई में मोहल्ला क्लास के निरीक्षण के दौरान बच्चों से बात की। उन्होंने बच्चों से मोहल्ला क्लास के संचालन के बारे में पूछा तथा शिक्षक नियमित आते है या नहीं इसकी जानकारी ली। बच्चों से कलेक्टर ने पाठ्यपुस्तक से संबंधित सवाल पूछे तथा पाठ पढ़कर सुनाने को कहा। बच्चों ने उन्हें पाठ पढ़कर सुनाया और सवालों के जवाब भी दिए।
शारदापुर ई में कक्षा पांचवी की छात्रा कल्पना धुर्वे ने कलेक्टर को दीप जले कविता का पाठ कर सुनाया और उन्होंने भी बड़ी ही आत्मीयता के साथ सुना और उसकी सराहना की। बड़कागांव में कलेक्टर श्री धावड़े ने शिक्षक से छात्रों की दर्ज संख्या पूछी तथा मोहल्ला क्लास में शत-प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने शिक्षकों को भी नियमित रूप से स्कूल आने तथा मोहल्ला क्लास का संचालन करने के निर्देश दिए। शारदापुर ई में शाला भवन के मरम्मत की आवश्यकता को देखते हुए कलेक्टर ने आवश्यक व्यवस्था करने की बात कही। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - धान उठाव की आवश्यकता को देखते हुए विपणन अधिकारी को तत्काल उठाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए
बलरामपुर : राज्य शासन के मंशानुरूप जिले के किसानों से खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। धान खरीदी की प्रक्रिया सुचारू रूप से हो तथा वास्तविक किसानों से ही धान खरीदी की जाए, इस आशय से क्लेक्टर श्री श्याम धावड़े ने विभिन्न धान उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने विकासखंड वाड्रफनगर के डोंगरो, बड़कागांव, बरतीकला उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय करने पहुंचे कृषकों से बात कर उनके अनुभवों के बारे में जाना तथा उन्हें कोई परेशानी हो रही है या नहीं इसकी जानकारी ली।कलेक्टर ने नमी मापक यंत्र से धान के नमी की जांच की तथा धान से भरे बोरे की तौल मशीन में माप की। बोरे में तय मात्रा में धान का भराव हो तथा नमी का मापन कर नमी रहित धान खरीदने के निर्देश समिति प्रबंधकों को दिए। कलेक्टर ने विपणन अधिकारी को उपार्जन केन्द्रों से शीघ्र धान उठाव करने को कहा।
विकासखंड वाड्रफनगर के धान खरीदी केन्द्र डोंगरो पहुंचकर उन्होंने समिति प्रबंधक से किसानों की संख्या तथा अब तक खरीदे गए धान की मात्रा की जानकारी ली।डोंगरो उपार्जन केन्द्र में धान विक्रय करने पहुंचे रामपुर के रामसाय से बात करते हुए कलेक्टर उनके जमीन तथा विक्रय किये गए धान एवं टोकन काटने में दिक्कत तो नही है इस संबंध में पूछा।डोंगरो धान उपार्जन में कलेक्टर की उपस्थिति में कृषकों ने गौठान के लिए पैरादान भी किया। कलेक्टर ने पैरादान कर रहे कृषकों की सराहना करते हुए अन्य कृषकों को भी प्रोत्साहित करने को कहा ताकि कृषक अधिक से अधिक पैरादान करें।
इसके पश्चात कलेक्टर श्री धावड़े ने धान उपार्जन केन्द्र बड़कागांव का निरीक्षण किया। उन्होंने समिति प्रबंधक से चर्चा कर समस्त बारदानों में स्टैंसिल सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर श्री धावड़े ने धान की गुणवत्ता तथा नमी की जांच की तथा तय मात्रा में बारदानों में धान भराव करने के निर्देश दिए।
धान बेचने आए कृषकों से बात करते हुए कलेक्टर ने उनके ऋण पुस्तिका का अवलोकन कर किसी भी रूप में इसका दुरूपयोग न होने की बात कही। बिचैलिए तथा कोचिये अपना धान न खपा पाए, इसके लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसी क्रम में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने धान खरीदी केन्द्र बरतीकला का भी निरीक्षण किया।
केन्द्र में धान उठाव की आवश्यकता को देखते हुए विपणन अधिकारी को तत्काल उठाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने धान बेचने आये किसानों से चर्चा कर व्यवस्था की जानकारी लेकर समिति प्रबंधक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इस अवसर पर एसडीएम श्री विशाल कुमार महाराणा, डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, तहसीलदार श्री विनीत सिंह, खाद्य अधिकारी श्री काम्टे, जिला विपणन अधिकारी श्री विश्वकर्मा सहित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - नहर निर्माण कार्य को निर्धारित अवधि में पूर्ण करने के दिये निर्देश
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने विकासखण्ड बलरामपुर के कपिलदेवपुर में खापर नाला योजना के अंतर्गत बन रहे नहर के विभिन्न निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों निर्माण कार्य मे संलग्न कर्मियों तथा स्थानीय ग्रामीणों से बात कर नहर की आधारभूत तथा कार्य के प्रगति की जानकारी ली।
आमजनों से स्थानीय भाषा मे बड़ी ही आत्मीयता से बात करते हुए क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, जलस्तर, वर्तमान सिंचाई व्यवस्था तथा नहर बनने से होने वाले सिंचाई रकबे में वृद्धि की जानकारी ली। तकनीकी विशेषज्ञों ने कलेक्टर को ड्रॉइंग के माध्यम से नहर के तकनीकी पक्ष की सूक्ष्म जानकारी भी दी।
कपिलदेवपुर में खापर नाला व्यपवर्तन योजना के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि खापर नाला व्यपवर्तन के अंतर्गत बन रहे इस नहर की लंबाई लगभग 6 किमी है तथा इसके निर्माण से कपिलदेवपुर, मदनपुर तथा बसेरा गाँव के कृषकों को फायदा मिलेगा।
नहर के बनने से खरीफ फसल के कुल 605 हेक्टेयर तथा रबी के मौसम 155 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा। अधिकारियों ने आगे उन्हें कैचमेंट एरिया तथा टेल तक पानी पहुंचाने के लिए पूरी कार्ययोजना से अवगत कराया। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने नहर निर्माण के कार्य मे तेजी लाने तथा निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।
उन्होंने उपस्थित ग्रामीणजनों से बात करते हुए नाले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी ली। बातचीत के दौरान उन्होंने बारहमहीने खपरा नाला में पानी रहता है या नहीं तथा निर्माण कार्य में स्थानीय लोगों को काम मिल रहा है या नहीं इसकी जानकारी ली।
ग्रामीणों ने कलेक्टर से कहा नहर बनने से पानी मिलेगा तो किसानों में खुशहाली आएगी। निरीक्षण के दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम ,जलसंसाधन के कार्यपालन अभियंता श्री यू.एस. राम सहित विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - गौठान में सूकर पालन कर महिलाओं ने कमाएं 84 हजार
मल्टीएक्टिविटी सेन्टर के रूप में गौठानों को मिल रही है नई पहचान
बलरामपुर : सुराजी गांव योजना के अंतर्गत राज्य शासन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए गौठानो को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य लिया था।शासन के मंशानुरूप गोठान को मल्टीएक्टिविटी सेन्टर के रूप में विकसित करने का प्रयास विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम पंचायत चिनिया के आश्रित ग्राम शिवपुर स्थित गोठान में साकार होता दिख रहा है।
शिवपुर के गौठान में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ मई 2020 में सूकर फार्मिंग केन्द्र की स्थापना की गई। सूकर शेड का निर्माण कर स्व-सहायता समूह की महिलाओं को सूकर पालन की जिम्मेदारी देते हुए 30 सूकर जिसमें 20 मादा तथा 10 नर प्रदाय किया गया।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की शंकर महिला समूह तथा शारदा महिला समूहों के सदस्यों ने सफलतापूर्वक सूकर पालन का कार्य करते हुए 21 सूकरों का विक्रय कर 84 हजार रूपये की आय प्राप्त की है।
प्रशासन द्वारा महिला समूहों को सूकर पालन में हर संभव सहयोग प्रदान किया गया जिसमें पशुधन विकास की भूमिका महत्वपूर्ण है। पशुधन विभाग द्वारा सूकर के देखरेख की सम्पूर्ण जानकारी महिलाओं को दी गई तथा समय-समय पर उनका वैक्सीनेशन एवं खान-पान के साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया। मादा सूकरों ने 70 शिशु सूकरों को भी जन्म दिया है जिसकी देखरेख समूह की महिलाएं कर रही हैं।
सूकर पालन से जुड़ी शंकर महिला समूह की ज्योति देवी ने बताया कि सूकर पालन की जानकारी मिलने पर हमने इस व्यवसाय से जुड़ने का फैसला किया। हमारे इस फैसले को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए प्रशासन ने पशुधन विभाग के माध्यम से सूकर पालन की जरूरी जानकारी दी साथ ही सूकर उपलब्ध कराया। सूकर शेड के निर्माण से सूकरों की सही देखभाल तथा सफाई व्यवस्था सुनिश्चित हो पाई। कुछ ही महीनों में सूकरों में अच्छी वृद्धि हुई जिसे बेच कर हमें 84 हजार की आय प्राप्त हुई है।
समूह की सभी महिलाओं ने क्रमशः सुबह, दोपहर, शाम की पालियों में पशुओं की देखरेख की और इसी का परिणाम सामने है। घर के पास ही समूह के सदस्यों को काम मिल गया है जिससे वे परिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ आर्थिक जरूरते भी पूरी कर पा रही हैं।
बातचीत के दौरान ज्योति देवी ने शासन की ग्रामीण आजीविका को मजबूत करने की संकल्पना में गौठान की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि वास्तव में इसी योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। गांव घर में ही उपलब्ध संसाधनांें का व्यवस्थित उपयोग कर उसे आय का जरिया बनाने में गौठान एक संस्था की भूमिका निभा रहा है। स्थानीय स्तर पर ही इतनी सरलता के साथ रोजगार मिलेगा यह हमने कभी सोचा नहीं था लेकिन हम महिलाएं अब स्वयं इसकी साक्षी हैं जो सीधे तौर पर इससे लाभान्वित हुई हैं। - बलरामपुर : विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को विभागीय कार्यों के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा तथा शेष कार्यों को भी निर्धारित समय में पूर्ण करने के निर्देश देते हुए समय-सीमा की बैठक कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने उक्त बाते कहीं।संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में कलेक्टर ने समस्त विभागीय अधिकारियों से एक-एक कर चर्चा करते हुए पूर्ण-अपूर्ण कार्यों की जानकारी ली।उन्होंने क्रेडा, समाज कल्याण, खाद्य, विपणन, श्रम, महिला बाल विकास, मछली पालन, पशुपालन, सहकारिता, स्वास्थ्य, परिवहन, आबकारी, खनिज, उद्यानिकी तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से संचालित विभागीय योजनाओं तथा लक्ष्य के विपरीत पूर्ण हुए कार्यों की जानकारी लेते हुए विस्तृत समीक्षा की।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने क्रेडा विभाग के अधिकारी से बात करते हुए सौर सुजला योजना, जल जीवन मिशन तथा गौठान में सोलर पम्प लगाये जाने के लिए प्राप्त लक्ष्य के बारे मे पूछा तथा शेष कार्यों को आगामी तीन माह में पूर्ण करने के निर्देश दिये। समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए पेंशन वितरण तथा नये पेंशन प्रकरणों के निराकरण कर हितग्राहियों को लाभान्वित करने को कहा।
उन्होंने दिव्यांगों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जारी किये जाने वाले प्रमाण पत्र बनाने हेतु शिविर आयोजित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग द्वारा किये जा रहे बांध निर्माण तथा व्यपवर्तन के कार्य को गुणवत्ता मानकों के अनुरूप तय समय में पूर्ण करने को कहा।
उन्होंने पीडीएस भण्डारण, गोदामों का निर्माण कार्य, को-आॅपरेटिव सोसायटी के बारे में अधिकारियों से चर्चा कर धान का उठाव शीघ्र करने के निर्देश विपणन अधिकारी को दिये। समस्त जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से बात करते हुए कलेक्टर ने मनरेगा के अंतर्गत नियोजित मजदूरों की संख्या एवं प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की समीक्षा की तथा महिला समूहों को मछली पालन के लिए तालाबों को जल्द ही पट्टे पर प्रदान करने को कहा।
उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत नियोजित मजदूरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश समस्त जनपद सीईओ को दिये। कलेक्टर श्री धावड़े ने महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत दिये जा रहे पूरक पोषण आहार का सुचारू वितरण, मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह के बारे में जानकारी ली तथा सुपोषण अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु सर्वोच्च प्राथमिकता से कार्य करने को कहा। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक के बारे में बात करते हुए कोविड-19 के मानकों के अनुरूप क्लिनिक संचालित करने को कहा तथा गैर संचारी रोगों की जांच तथा उनका उपचार कर निःशुल्क दवाईया देने के निर्देश दिये।
स्वास्थ्यकर्मी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए भी जागरूक करें तथा लक्षण दिखाई देने पर समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। कलेक्टर श्री धावड़े ने स्वास्थ्य अधिकारियों से हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर, जीवनदीप समिति, पोषण पुनर्वास केन्द्र, ब्लड बैंक, एसएनसीयू वार्ड के संचालन के संबंध में जानकारी लेते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने को कहा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों से चर्चा करते हुए उन्होंने निर्माणाधीन सड़कों को शीघ्र पूर्ण करने को कहा।
कलेक्टर ने समस्त नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका/पंचायत अधिकारियों से प्रधानमंत्री आवास, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, एसआरएलएम सेन्टर तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों से प्रवासी श्रमिकों के पंजीयन, श्रम मित्रों की नियुक्ति संगठित/असंगठित मजदूरों के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हें अधिक से अधिक विभागीय योजनाओं का लाभ पहुंचाने को कहा।
जिला शिक्षा अधिकारी से बात करते हुए श्री धावड़े ने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में उत्कृष्ट अधोसंरचना तथा शिक्षा के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। 5 हजार से अधिक छात्रों के जाति प्रमाण पत्र जारी करने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा प्राप्त आवेदनों का भी शीघ्र निराकरण करने को कहा। बैठक के अंत में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस ने पैरादान के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा तथा गौठानों में उचित ढ़ंग से पैरा संग्रहण करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित समस्त कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे।