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रायपुर। रायपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत, राज्योत्सव पर छत्तीसगढ़ में आज ऐतिहासिक कार्यक्रमों की श्रृंखलाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रायपुर आगमन पर प्रदेश की राजनीति में उत्साह चरम पर नजर आया। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर वरिष्ठ भाजपा नेता और सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पीएम मोदी का आत्मीय स्वागत किया। अपने X पोस्ट में उन्होंने लिखा—
“देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभु श्रीराम के ननिहाल, माता कौशल्या की पवित्र भूमि पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन। छत्तीसगढ़, प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में निरंतर विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है।”
देखिए, कौन-कौन नेता हुए शामिल
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, दोनों उपमुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव, मंत्रीगण और सांसदों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल पहुँचे, जहां वे हृदय रोग से उबरे करीब 2,500 बच्चों से संवाद कर रहे हैं। रायपुर प्रवास के दौरान पीएम लगभग 6 घंटे 45 मिनट शहर में रहेंगे। आगमन के तुरंत बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ की लोक कला की पहचान पद्म विभूषण तीजन बाई और सुप्रसिद्ध साहित्यकार पद्म भूषण विनोद कुमार शुक्ल का हालचाल भी जाना।
पीएम मोदी आज नवा रायपुर में कई बड़े लोकार्पण करेंगे, जिनमें—
नए विधानसभा भवन का उद्घाटन
डिजिटल जनजातीय संग्रहालय का लोकार्पण
ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र का उद्घाटन
शामिल हैं। -
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर आज राजधानी रायपुर में विशेष समारोह का उत्साह देखने को मिला। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और उन्नति की कामना की। उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी प्रदेश की धरोहर, संस्कृति, मातृशक्ति और स्वाभिमान की जीवंत प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह भूमि मातृशक्ति की उपासना की भूमि है और छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से प्रदेश निरंतर प्रगति की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने राज्योत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार प्रदेश के समग्र विकास, महिला सशक्तिकरण, कृषि उत्थान, युवाओं को रोजगार, आदिवासी समाज की उन्नति और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए कई योजनाएँ दृढ़ता से लागू कर रही है।
साय ने कहा कि राज्य का रजत जयंती वर्ष नई ऊर्जा और नए संकल्प का प्रतीक है। यह दिन और भी विशेष है क्योंकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं और राज्य स्थापना दिवस पर कई ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि महतारी के आशीर्वाद और जनभागीदारी से आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी और विकसित राज्यों की पंक्ति में अपनी मजबूत पहचान बनाएगा।
इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
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रायपुर। नवा रायपुर पहुंचे PM मोदी ने तीजन बाई के स्वास्थ्य की जानकारी ली साथ ही सत्यसाई अस्पताल में बच्चों से मिले। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध कलाकार पद्म विभूषण तीजन बाई के परिवार से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रख्यात लेखक पद्म भूषण विनोद कुमार शुक्ल को भी फोन किया और उनके स्वास्थ्य और कुशलक्षेम की जानकारी ली।इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्रह्माकुमारी संस्थान में आयोजित विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे। सुबह 10:45 से 11:30 बजे तक होने वाले इस आयोजन में वे आध्यात्मिकता, सकारात्मक सोच और समाज सेवा से जुड़े संदेश देंगे।
दोपहर बाद प्रधानमंत्री मोदी राज्य की गर्व की पहचान बनने वाले नए विधानसभा भवन का लोकार्पण करेंगे। नवा रायपुर की आधुनिक पहचान को मजबूत करते हुए, वे यहां ट्राइबल म्यूजियम का भी उद्घाटन करेंगे, जो छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति और परंपरा को नई पहचान देगा।
प्रधानमंत्री मोदी शाम को राज्योत्सव कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, जहां वे छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ पर जनता को संबोधित करेंगे। राज्योत्सव मंच से मोदी कई विकास परियोजनाओं का ऐलान भी कर सकते हैं। :पूरा नवा रायपुर आज मोदीमय है। सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं, वहीं जनता में अपने प्रधानमंत्री को देखने का उत्साह चरम पर है। अंत में शाम 4:25 बजे पीएम मोदी रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
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रायपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह एक दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंच चुके हैं. छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर वह कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे. राज्य के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi in Raipur) नए विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे, जिसे ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा पर निर्मित किया गया है. साथ ही राज्योत्सव 2025 (Rajyotsav 2025) का भी आगाज करेंगे.



पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर पहुंचने से पहले सोशल मीडिया एक्स पर प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी है. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा कि “छत्तीसगढ़ के अपने सभी भाई-बहनों को राज्य के स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ की अनेकानेक शुभकामनाएं. प्रकृति और संस्कृति को समर्पित यह प्रदेश आज प्रगति के नित-नए मानदंड गढ़ने में जुटा है. कभी नक्सलवाद से प्रभावित रहे यहां के कई इलाके आज विकास की प्रतिस्पर्धा कर रहे. मुझे भरोसा है कि यहां के मेहनती और हुनरमंद लोगों की लगन और उद्यम से हमारा यह राज्य विकसित भारत के विजन को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा.
देखें मिनट टू मिनट शेड्यूल
(पीएम मोदी कार्यक्रम 1 नवंबर) प्रधानमंत्री मोदी सुबह 7:35 बजे दिल्ली से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से रवाना होंगे और सुबह 9:40 बजे रायपुर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे. इसके बाद वे सड़क मार्ग से नवा रायपुर के लिए रवाना होंगे. सबसे पहले प्रधानमंत्री सुबह 10 बजे सत्य साईं संजीवनी अस्पताल पहुंचेंगे, जहां वे “दिल की बात” कार्यक्रम में शामिल होकर हृदय रोग का सफल ऑपरेशन करा चुके करीब 2500 बच्चों से संवाद करेंगे. इसके बाद वे ब्रह्माकुमारी भवन (शांति शिखर) (Brahmakumari Shanti Shikhar Bhavan) का उद्घाटन करेंगे और नए विधानसभा भवन पहुंचकर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इसके साथ ही वे छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन भी करेंगे. (Chhattisgarh Assembly inauguration)
दोपहर में प्रधानमंत्री आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन कर उसका भ्रमण करेंगे. इसके बाद वे नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव समारोह का शुभारंभ करेंगे. राज्योत्सव के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री शाम 4:20 बजे रायपुर हवाई अड्डे के लिए रवाना होंगे और 4:25 बजे विमान से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे.
छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक दिन
छत्तीसगढ़ राज्य के लिए आज का दिन ऐतिहासिक महत्व रखता है. साल 2000 में इसी दिन यह राज्य मध्यप्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आया था. इस वर्ष राज्य स्थापना दिवस का उत्साह कई गुना बढ़ गया है, क्योंकि छत्तीसगढ़ अपने गौरवशाली 25 वर्ष पूरे कर चुका है. इस खास अवसर पर राज्योत्सव मैदान में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बॉलीवुड से लेकर स्थानीय कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से समा बांधेंगे. पांच दिनों तक यह उत्सव पूरे जोश और उमंग के साथ मनाया जाएगा.
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दुर्ग । शिक्षा विभाग ने दुर्ग संभाग के समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। यह पदोन्नति शिक्षक / प्रधान पाठक, प्राथमिक शाला (ई/टी संवर्ग) से प्रधान पाठक, पूर्व माध्यमिक शाला (ई/टी संवर्ग) के पद पर की जानी है।
आदेश के अनुसार, 1 अप्रैल 2024 तक की अंतिम वरिष्ठता सूची को आधार मानते हुए पात्र शिक्षकों के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्धारित प्रपत्र में 7 नवंबर 2025 तक प्रस्ताव प्रस्तुत करना अनिवार्य किया गया है। प्रस्ताव स्थापना कक्ष प्रभारी लिपिक के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के स्थापना कक्ष में जमा किए जाएंगे।
पदोन्नति हेतु निर्देश और पात्रता शर्तें:
विभाग ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि पदोन्नति प्रक्रिया पारदर्शी और नियमसम्मत रहे। निर्देशों के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं –-
प्रस्ताव संभागीय वरिष्ठता सूची दिनांक 01.04.2024 के क्रम में तैयार किए जाएं।
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केवल वे ही शिक्षक प्रस्ताव में सम्मिलित हों जो स्नातक/स्नातकोत्तर एवं प्रशिक्षित (बी.एड./डी.एड./डीएलएड) योग्यता रखते हों।
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गोपनीय चरित्रावली (2020-2024) एवं अचल संपत्ति विवरण (2019-2023) का उल्लेख आवश्यक है।
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सभी शिक्षकों के पांच वर्षों की गोपनीय चरित्रावली और संपत्ति विवरण कार्यालय में सुरक्षित रखे जाएं।
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दिव्यांग शिक्षकों के लिए दिव्यांगता का प्रकार और प्रतिशत स्पष्ट रूप से अंकित किया जाए।
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ई एवं टी संवर्ग के पदोन्नति प्रस्ताव अलग-अलग तैयार कर प्रस्तुत किए जाएं।
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जिन शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय जांच या न्यायालयीन प्रकरण लंबित हैं, उनकी जानकारी प्रस्ताव में स्पष्ट दी जाए।
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ऐसे शिक्षक जो पहले से ही प्रधान पाठक, पूर्व माध्यमिक शाला पद पर पदोन्नत होकर कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं, उन्हें प्रस्ताव में शामिल नहीं किया जाएगा।
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यदि किसी शिक्षक का स्थानांतरण हुआ है, तो संबंधित विवरण रिमार्क कॉलम में दर्ज किया जाए।
इसके अतिरिक्त, प्रत्येक जिला शिक्षा अधिकारी को यह प्रमाण पत्र देना होगा कि प्रस्ताव में शामिल शिक्षकों के गोपनीय दस्तावेज कार्यालय में सुरक्षित हैं और आवश्यकता पड़ने पर प्रस्तुत किए जाएंगे।
प्रशासनिक उद्देश्य और पारदर्शिता पर जोर:
विभाग का उद्देश्य पदोन्नति प्रक्रिया को सुचारू, समयबद्ध और पारदर्शी बनाना है। लंबे समय से लंबित पदोन्नति प्रस्तावों के निस्तारण से शिक्षकों में संतोष और कार्यकुशलता बढ़ेगी।शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि यह पहल न केवल शिक्षकों के कैरियर विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।


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रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने राज्य सेवा (मुख्य) परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया है। आयोग की वेबसाइट www.psc.cg.gov.in पर परिणाम अपलोड कर दिया गया है। इस परीक्षा में कुल 643 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार (इंटरव्यू) के लिए प्रावधिक आधार पर चयनित किया गया है।
आयोग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य सेवा परीक्षा 2024 के तहत 17 सेवाओं में कुल 246 पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी। प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम के आधार पर 3737 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए चिन्हांकित किया गया था। इसके बाद मुख्य परीक्षा 26 से 29 जून 2025 तक आयोजित की गई।
मुख्य परीक्षा में वर्गवार और उपवर्गवार न्यूनतम अर्हकारी अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों की उपलब्धता के आधार पर 643 उम्मीदवारों का चयन साक्षात्कार के लिए किया गया है। चयनित उम्मीदवारों को ऑनलाइन अग्रमान्यता (preference form) भरनी होगी, जिसकी तिथि आयोग अलग से जारी करेगा।
साक्षात्कार 10 नवंबर से (CGPSC Mains Exam Result 2024)
आयोग के अनुसार, साक्षात्कार प्रक्रिया 10 नवंबर से 20 नवंबर 2025 तक आयोजित की जाएगी। साक्षात्कार का आयोजन छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग कार्यालय, नवा रायपुर (नॉर्थ ब्लॉक, सेक्टर-19, अटल नगर) में किया जाएगा।
इसके साथ ही, दस्तावेज सत्यापन की तिथि और समय भी तय कर दिए गए हैं। चयनित उम्मीदवारों को साक्षात्कार से एक दिन पहले अपने मूल दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए आयोग कार्यालय में उपस्थित होना होगा। जो उम्मीदवार दस्तावेज सत्यापन नहीं कराएंगे, उन्हें साक्षात्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- प्रथम पाली के लिए दस्तावेज सत्यापन सुबह 9:30 बजे होगा और अभ्यर्थियों को 9:00 बजे तक उपस्थित होना आवश्यक है।
- द्वितीय पाली के लिए सत्यापन दोपहर 1:30 बजे होगा और अभ्यर्थियों को 1:00 बजे तक उपस्थित रहना होगा।
आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे आगे की प्रक्रिया से जुड़ी नवीनतम जानकारी के लिए आयोग की वेबसाइट www.psc.cg.gov.in का नियमित अवलोकन करते रहें।
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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इसके साथ ही वे पीएम मोदी के साथ आज अन्य कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। सीएम साय सुबह 8:15 बजे रायपुर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित छत्तीसगढ़ महतारी का माल्यार्पण करेंगे।
इसके बाद वे सुबह 10:00 बजे सत्य साईं हॉस्पिटल में “दिल की बात” कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और सुबह 11:00 बजे नया रायपुर सेक्टर 20 में “ब्रह्माकुमारीज शांति शिखर” उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
वहीं दोपहर 12:00 से 1:00 बजे नए विधानसभा परिसर में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति अनावरण और नवीन विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद दोपहर 1:45 बजे आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
दोपहर 2:45 बजे राज्योत्सव मेला स्थल में रजत जयंती “राज्योत्सव महोत्सव” के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
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रायपुर। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला शुक्रवार शाम छत्तीसगढ़ के नवनिर्मित विधानसभा भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे। विधानसभा स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का आत्मीय स्वागत किया। इसके बाद लोकसभा स्पीकर बिड़ला राजभवन पहुंचे, वहां राज्यपाल रामेन डेका ने उनका स्वागत किया
एयरपोर्ट पर स्पीकर का स्वागत करने वालों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप, प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी, प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन जैन, विधायक धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, प्रदेश मंत्री हर्षिता पांडेय, प्रदेश कार्यालय मंत्री अशोक बजाज, प्रदेश सह कार्यालय मंत्री प्रीतेश गांधी, पूर्व सांसद दिनेश गांधी, पिंकी शिवराज शाह, जिला अध्यक्ष रायपुर शहर रमेश सिंह ठाकुर, सहित भाजपा पदाधिकारी मौजूद थे।
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रायपुर : रायपुर आज ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। आज राज्य अपनी स्थापना दिवस मना रहा है और इसी अवसर पर पीएम मोदी राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 7:35 बजे दिल्ली से रवाना हुए और 9:45 बजे रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। आम नागरिकों को केवल ड्रॉप सुविधा दी जा रही है, जबकि आसपास के गांवों में सशस्त्र जवानों का सुरक्षा घेरा बनाया गया है। एयरपोर्ट से सीधे सत्य साईं हॉस्पिटल पहुंचेंगे पीएम मोदी, जहां वे “दिल की बात” कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से 10:35 बजे तक चलेगा, जिसमें प्रधानमंत्री ने जनता से संवाद करते हुए स्वास्थ्य और जीवन के संदेश साझा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्रह्माकुमारी संस्थान में आयोजित विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे। सुबह 10:45 से 11:30 बजे तक होने वाले इस आयोजन में वे आध्यात्मिकता, सकारात्मक सोच और समाज सेवा से जुड़े संदेश देंगे। दोपहर बाद प्रधानमंत्री मोदी राज्य की गर्व की पहचान बनने वाले नए विधानसभा भवन का लोकार्पण करेंगे। नवा रायपुर की आधुनिक पहचान को मजबूत करते हुए, वे यहां ट्राइबल म्यूजियम का भी उद्घाटन करेंगे, जो छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति और परंपरा को नई पहचान देगा। प्रधानमंत्री मोदी शाम को राज्योत्सव कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, जहां वे छत्तीसगढ़ की 25वीं वर्षगांठ पर जनता को संबोधित करेंगे। राज्योत्सव मंच से मोदी कई विकास परियोजनाओं का ऐलान भी कर सकते हैं।
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रायपुर। आज 9 राज्यों का स्थापना दिवस है, CM साय ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ दी और X पोस्ट में लिखा, स्थापना दिवस के पावन अवसर पर हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्षद्वीप के सभी भाइयों-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएँ। आप सभी प्रदेश निरंतर समृद्धि, सद्भाव और विकास के नए आयाम स्थापित करें, यही मेरी मंगलकामना है। आइए, हम सब स्वदेशी को अपनाकर, आत्मनिर्भरता को जीवन का संकल्प बनाएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य को साकार करने में सहभागी बनें।
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रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह लगभग 10 बजे, ‘दिल की बात’ कार्यक्रम के तहत, नवा रायपुर अटल नगर स्थित सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में ‘जीवन का उपहार’ समारोह में जन्मजात हृदय रोगों का सफलतापूर्वक उपचार करा चुके 2500 बच्चों से परस्पर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री इसके बाद लगभग 10:45 बजे ब्रह्माकुमारी के “शांति शिखर” का उद्घाटन करेंगे, जो आध्यात्मिक शिक्षा, शांति और ध्यान का एक आधुनिक केंद्र है।
नए विधानसभा का करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री इसके बाद लगभग 11:45 बजे, नवा रायपुर अटल नगर स्थित छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद, वह छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा पर बनाया गया है, जिसे पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित और वर्षा जल संचयन प्रणाली से सुसज्जित करने की योजना है। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 1:30 बजे शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे और उसका अवलोकन करेंगे। यह संग्रहालय राज्य के जनजातीय समुदायों के साहस, बलिदान और देशभक्ति की विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित करेगा। प्रधानमंत्री स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में संग्रहालय पोर्टल और ई-बुक “आदि शौर्य” का शुभारंभ करेंगे और स्मारक स्थल पर शहीद वीर नारायण सिंह की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
14,260 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
प्रधानमंत्री इसके बाद, दोपहर लगभग 2:30 बजे छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा जैसे प्रमुख सेक्टरों से जुड़ी 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकासात्मक और रूपांतरकारी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री ग्रामीण आजीविका को सुदृढ़ करने के लिए छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में 12 नए स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (एसवीईपी) ब्लॉकों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री 3.51 लाख पूर्ण हो चुके घरों के गृह प्रवेश में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 3 लाख लाभार्थियों को 1200 करोड़ रुपये की किश्तें जारी करेंगे, जिससे राज्य भर के ग्रामीण परिवारों के लिए सम्मानजनक आवास और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
ग्रीनफील्ड हाईवे की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए पत्थलगांव-कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा तक चार लेन वाले ग्रीनफील्ड हाईवे की आधारशिला रखेंगे। इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 3,150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। यह रणनीतिक गलियारा कोरबा, रायगढ़, जशपुर, रांची और जमशेदपुर में प्रमुख कोयला खदानों, औद्योगिक क्षेत्रों और इस्पात संयंत्रों को जोड़ेगा। यह एक प्रमुख आर्थिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा और क्षेत्रीय व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करेगा तथा मध्य भारत को पूर्वी क्षेत्र के साथ समेकित करेगा।
प्रधानमंत्री इसके अतिरिक्त, बस्तर और नारायणपुर जिलों में कई खंडों में फैले राष्ट्रीय राजमार्ग-130डी (नारायणपुर-कस्तूरमेटा-कुतुल-नीलांगुर-महाराष्ट्र सीमा) के निर्माण और उन्नयन की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-130सी (मदंगमुडा-देवभोग-ओडिशा सीमा) को पक्के शोल्डर वाले दो-लेन राजमार्ग में उन्नत करने का भी उद्घाटन करेंगे। इससे जनजातीय और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सड़क संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और बाजारों तक पहुंच में सुधार होगा और दूरदराज के क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री विद्युत क्षेत्र में अंतर-क्षेत्रीय ईआर-डब्ल्यूआर इंटरकनेक्शन परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जिससे पूर्वी और पश्चिमी ग्रिडों के बीच अंतर-क्षेत्रीय विद्युत अंतरण क्षमता में 1,600 मेगावाट की वृद्धि होगी, ग्रिड विश्वसनीयता में सुधार होगा और पूरे क्षेत्र में स्थिर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
प्रधानमंत्री इसके साथ ही 3,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई ऊर्जा क्षेत्र परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ की बिजली अवसंरचना को सुदृढ़ करना, आपूर्ति विश्वसनीयता में सुधार करना और ट्रांसमिशन क्षमता को बढ़ाना है।
नए बिजली सबस्टेशनों का भी करेंगे उद्घाटन
प्रधानमंत्री पुनरोद्धार वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत लगभग 1,860 करोड़ रुपये के कार्यों को समर्पित करेंगे। इनमें नई बिजली लाइनों का निर्माण, फीडर का विभाजन, ट्रांसफार्मरों की स्थापना, कंडक्टरों का रूपांतरण और ग्रामीण एवं कृषि बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए निम्न-दाब नेटवर्क को सुदृढ़ करना शामिल है। प्रधानमंत्री रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, गरियाबंद और बस्तर जैसे जिलों में लगभग 480 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नौ नए बिजली सबस्टेशनों का भी उद्घाटन करेंगे। इनसे स्थिर वोल्टेज सुनिश्चित होने, कटौती कम होने और सुदूरवर्ती तथा जनजातीय क्षेत्रों में भी विश्वसनीय बिजली उपलब्ध होने से 15 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, राज्य में बिजली की पहुंच और गुणवत्ता को और बढ़ाने के लिए कई जिलों में नए आरडीएसएस कार्यों के साथ-साथ कांकेर और बलौदाबाजार-भाटापारा में प्रमुख सुविधाओं सहित 1,415 करोड़ रुपये से अधिक के नए सबस्टेशनों और ट्रांसमिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी।
प्रधानमंत्री पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में रायपुर में एचपीसीएल के अत्याधुनिक पेट्रोलियम तेल डिपो का उद्घाटन करेंगे। यह डिपो 460 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है और इसकी भंडारण क्षमता 54,000 किलोलीटर पेट्रोल, डीजल और इथेनॉल की है। यह सुविधा केंद्र एक प्रमुख ईंधन केंद्र के रूप में काम करेगा और छत्तीसगढ़ तथा पड़ोसी राज्यों में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। 10,000 किलोलीटर इथेनॉल भंडारण क्षमता के साथ, यह डिपो इथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम का भी समर्थन करता है, जिससे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होती है और स्वच्छ ऊर्जा विकास को बढ़ावा मिलता है।
नागपुर-झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का होगा लोकार्पण
प्रधानमंत्री लगभग 1,950 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 489 किलोमीटर लंबी नागपुर-झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का भी लोकार्पण करेंगे। यह परियोजना भारत के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15 प्रतिशत तक बढ़ाने और “एक राष्ट्र, एक गैस ग्रिड” का लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पाइपलाइन छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेगी, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र को स्वच्छ एवं किफायती ईंधन उपलब्ध होगा।
प्रधानमंत्री औद्योगिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए दो स्मार्ट औद्योगिक क्षेत्रों एक जांजगीर-चांपा जिले के सिलादेही-गतवा-बिर्रा में और दूसरा राजनांदगांव जिले के बिजलेटला – की आधारशिला रखेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर-22 में एक फार्मास्युटिकल पार्क की आधारशिला रखेंगे। यह पार्क औषधि और स्वास्थ्य सेवा विनिर्माण के लिए एक समर्पित क्षेत्र के रूप में कार्य करेगा।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों- मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा और गीदम (दंतेवाड़ा) में और बिलासपुर में सरकारी आयुर्वेद कॉलेज तथा अस्पताल – की आधारशिला रखेंगे। ये परियोजनाएं छत्तीसगढ़ में चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ करेंगी, स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाएंगी और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देंगी।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर आज नवा रायपुर ऐतिहासिक पलों का साक्षी बनेगा। PM नरेंद्र मोदी करीब 6 घंटे 45 मिनट रायपुर में रहेंगे। राज्य के विकास, संस्कृति व आस्था से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर 7 डोम बनाए गए हैं। सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। SPG ने सुरक्षा की अंतिम रिहर्सल पूरी कर ली है। एयरपोर्ट से नवा रायपुर तक वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू की गई है। सुरक्षा की मॉनिटरिंग आईजी नवनीत मेहता कर रहे हैं। कार्यक्रम स्थल पर 10 पारंपरिक नृत्य दल अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इनके साथ करीब 27 हजार हितग्राही मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी श्री सत्य साई संजीवनी चाइल्ड हार्ट हॉस्पिटल पहुंचकर 2,500 बच्चों से ‘दिल की बात’ करेंगे। इसके अलावा वे नए विधानसभा भवन, डिजिटल जनजातीय संग्रहालय और ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ ध्यान केंद्र का उद्घाटन करेंगे। साथ ही रोड शो भी करेंगे।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवा रायपुर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के 2500 बच्चों से दिल की बात करेंगे। ये हार्ट के सक्सेसफुल ऑपरेशन वाले बच्चे हैं। ये वे बच्चे हैं जिनकी हार्ट सर्जरी इस संस्थान में नि:शुल्क हुई है। यह कार्यक्रम सत्य साईं मंदिर के परिसर में होगा। श्री सत्य साईं हेल्थ एंड हेल्थ ट्रस्ट के चेयरमैन सी श्रीनिवास ने बताया कि कार्यक्रम में देशभर के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, भूटान जैसे देशों से भी लोग शामिल होंगे। सी. श्रीनिवास ने बताया कि, लोग ठीक होने के बाद अस्पताल नहीं लौटना चाहते, लेकिन पीएम से मिलने सभी उत्साहित हैं।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने दिव्यांगजनों के हित में एक अहम निर्णय लिया है। अब राज्य के सभी सरकारी विभागों में पदोन्नति के दौरान दिव्यांग कर्मचारियों के लिए 3 प्रतिशत पद आरक्षित रखे जाएंगे। शुक्रवार को इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं
जारी परिपत्र के अनुसार, निशक्त व्यक्ति अधिनियम 1995 की धारा 33 के तहत दिव्यांग व्यक्तियों को पदोन्नति में आरक्षण का अधिकार दिया गया है। भारत सरकार और अन्य राज्यों में लागू इस प्रावधान को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इसे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है।
आदेश का सख्ती से पालन के निर्देश
सामान्य प्रशासन विभाग के उप सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कुछ विभागों द्वारा पूर्व में जारी निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा था, जिसके चलते दिव्यांग कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा था। सरकार ने अब सभी विभागों को 26 फरवरी 2014 को जारी परिपत्र का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
सेवाकाल में केवल एक बार आरक्षण का लाभ
आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि दिव्यांग सरकारी सेवकों को सेवाकाल में केवल एक बार पदोन्नति में क्षैतिज आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। राज्य सरकार का यह फैसला दिव्यांग कर्मचारियों के अधिकारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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रायपुर। गुजरात के एकता नगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आज आयोजित एकता परेड में इस वर्ष छत्तीसगढ़ की झांकी “बस्तर की धरती – संस्कृति, सृजन और प्रगति की गाथा” ने सभी का मन मोह लिया। यह झांकी छत्तीसगढ़ के जनजातीय जीवन, परंपराओं और विकास यात्रा का जीवंत प्रतीक बनकर उभरी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परेड में सम्मिलित सभी झांकियों का अवलोकन किया और विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झलकियों की सराहना की। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में प्रदर्शित छत्तीसगढ़ की झांकी ने अपने सौंदर्य, प्रतीकात्मकता और सशक्त संदेश से सबका ध्यान आकर्षित किया
झांकी के अग्रभाग में पारंपरिक वेशभूषा में सजे माड़िया जनजाति के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गौर नृत्य ने बस्तर की आन-बान और सामूहिकता की भावना को सजीव कर दिया। उनके पास रखी पारंपरिक तुरही बस्तर के पर्वों की गूंज और लोक उल्लास की प्रतीक बनी। वहीं, नंदी का चित्रण बस्तर की गहरी लोक आस्था और शिव उपासना की परंपरा को अभिव्यक्त करता नजर आया।
झांकी के मध्य भाग में बस्तर के विकास और परिवर्तन की यात्रा को कलात्मक रूप में दर्शाया गया। कभी नक्सलवाद से प्रभावित यह क्षेत्र अब शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार के क्षेत्र में नई पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में बस्तर आज तेजी से बदलते भारत का प्रतीक बन चुका है। अब यहाँ बंदूक की नहीं, विकास की गूंज सुनाई देती है।
झांकी के अंतिम भाग में टोकरी लिए महिला की प्रतिमा बस्तर की स्त्री शक्ति, श्रम और सृजनशीलता का प्रतीक बनी। संपूर्ण झांकी की ढोकरा शिल्पकला से की गई सजावट ने बस्तर के शिल्पकारों की अद्भुत कलात्मकता और परंपरागत कौशल को दर्शाया।
छत्तीसगढ़ की यह झांकी न केवल अपनी संस्कृति और कला में समृद्ध है, बल्कि यह बस्तर में हो रहे सकारात्मक बदलाव की कहानी भी कहती है। झांकी ने दिखाया कि आज का नया बस्तर परंपरा, प्रकृति और विकास का सुंदर संगम बन चुका है। कभी दुर्गम और पहुँच से दूर रहने वाले इलाकों में अब सड़कों का जाल बिछ गया है, जिन पर बच्चों के स्कूल जाने की चहल-पहल सुनाई देती है और स्कूलों में घंटियाँ बजने लगी हैं।
गांवों में बिजली की रौशनी और इंटरनेट की पहुँच ने नई आशाएँ जगाई हैं। युवाओं में कुछ करने, आगे बढ़ने का जोश दिखाई देता है। महिलाएँ आत्मनिर्भर बन रही हैं—हस्तशिल्प, वनोपज , विभिन्न विकासात्मक योजनाओं ने उनके जीवन में नई दिशा दी है। लोग अब विकास पर भरोसा करने लगे हैं।
यह झांकी इस विश्वास का प्रतीक है कि बस्तर अब सिर्फ़ अपनी लोक संस्कृति और परंपराओं के लिए ही नहीं, बल्कि शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में तेज़ी से आगे बढ़ते एक नए युग के लिए भी जाना जा रहा है।
एकता परेड के लिए झांकियों का चयन गृह सचिव की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने देशभर के राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय संगठनों के प्रजेंटेशन देखे। हर राज्य ने अपनी थीम, मॉडल और विचार समिति के सामने प्रस्तुत किए। इसी प्रक्रिया में छत्तीसगढ़ की झांकी को उसकी मौलिकता, सांस्कृतिक समृद्धि और विकास के जीवंत चित्रण के लिए चयनित किया गया।
अंतिम सूची में छत्तीसगढ़ के साथ एनएसजी, एनडीआरएफ, अंडमान-निकोबार द्वीप, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, मणिपुर, पुद्दुचेरी और उत्तराखंड की झांकियाँ शामिल हुईं।
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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने जुएल ओराम का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह व शॉल भेंट किया।
मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम से छत्तीसगढ़ में जनजातियों के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने ओराम को राज्य में आदिवासी समुदाय के स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार सहित समग्र विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने ओराम को बताया कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति बहुत समृद्ध है, जिसके संरक्षण और संवर्धन की दिशा में सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री ओराम ने राज्य में आदिवासी उत्थान की दिशा में किये जा रहे कार्यों की सराहना की।
इस अवसर पर आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरण देव और पुरंदर मिश्रा उपस्थित थे।
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रायपुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल विरोधी अभियानों में असाधारण साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देने वाले पुलिस अधिकारियों व जवानों को शौर्य पदक (Gallantry Medal) प्रदान करने की घोषणा की है।सुकमा में शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपूंजे को नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान अदम्य साहस, नेतृत्व क्षमता और बलिदान के लिए मरणोपरांत शौर्य पदक से सम्मानित किया गया है।
इसके साथ ही सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जिलों के कुल 14 जवानों को भी वीरता पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। ये सभी जवान नक्सल मोर्चे पर अग्रिम पंक्ति में रहकर दुर्गम परिस्थितियों में अभियान संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी सूची में इन वीरों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी जान की परवाह किए बिना राज्य और देश की सुरक्षा के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया।
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रायपुर। New Assembly Building: छत्तीसगढ़ के इतिहास में 1 नवम्बर का दिन एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य की जनता को विधानसभा का नया भवन समर्पित करेंगे। वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद रायपुर के राजकुमार कॉलेज से शुरू हुई छत्तीसगढ़ विधानसभा को 25 वर्षों के बद रजत जयंती वर्ष में अपना भव्य, आधुनिक और पूर्ण सुविधायुक्त स्थायी भवन मिलने जा रहा है। यह भवन केवल एक खूबसूरत इमारत ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और आस्था का प्रतीक भी है।
‘धान का कटोरा’ कहलाने वाले छत्तीसगढ़ की पहचान को इस भवन की वास्तुकला में बखूबी पिरोया गया है। विधानसभा के सदन की सीलिंग पर धान की बालियों और पत्तियों को उकेरा गया है, जो प्रदेश की कृषि-प्रधान संस्कृति का प्रतीक है। भवन के ज्यादातर दरवाजे और फर्नीचर बस्तर के पारंपरिक काष्ठ शिल्पियों द्वारा बनाए गए हैं। इस तरह नया विधानसभा भवन आधुनिकता और परंपरा का एक जीवंत संगम बन गया है।
भविष्य की जरूरतों के अनुरूप अत्याधुनिक भवन
नए विधानसभा भवन को वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। यह पूरी तरह सर्वसुविधायुक्त और सुसज्जित भवन है, जिसके सदन को 200 सदस्यों तक के बैठने के लिए विस्तारित किया जा सकता है। पेपरलेस विधानसभा संचालन के लिए आवश्यक तकनीकी सुविधाओं का समावेश भी किया गया है, जिससे यह भवन ‘स्मार्ट विधानसभा’ के रूप में विकसित होगा।
324 करोड़ की लागत से बना 51 एकड़ में फैला परिसर
कुल 51 एकड़ में फैले इस परिसर का निर्माण 324 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। भवन को तीन मुख्य हिस्सों—विंग-ए, विंग-बी और विंग-सी—में विभाजित किया गया है। विंग-ए में विधानसभा का सचिवालय, विंग-बी में सदन, सेंट्रल हॉल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय, तथा विंग-सी में मंत्रियों के कार्यालय स्थित हैं।
हरित तकनीक से निर्मित पर्यावरण अनुकूल भवन
यह भवन पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल और हरित निर्माण तकनीक से बनाया गया है। परिसर में सोलर प्लांट की स्थापना के साथ वर्षा जल संचयन हेतु दो सरोवर भी बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, भवन में पर्यावरण-संरक्षण के सभी मानकों का पालन किया गया है।
500 सीटर ऑडिटोरियम और 100 सीटर सेंट्रल हॉल
विधानसभा भवन में 500 दर्शक क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम और 100 सीटर सेंट्रल हॉल बनाया गया है। भवन की वास्तुकला आधुनिकता और पारंपरिक शैलियों का उत्कृष्ट मेल है।
तीन करोड़ जनता की आकांक्षाओं का प्रतीक
New Assembly Building: छत्तीसगढ़ की संस्कृति और शिल्प से सजे-संवरे इस नए विधानसभा भवन में राज्य के तीन करोड़ नागरिकों की उम्मीदें, आकांक्षाएं और आत्मगौरव साकार होता दिखेगा। यह भवन न केवल लोकतांत्रिक व्यवस्था का, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान, प्रगति और परंपरा का प्रतीक भी बनेगा।a
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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर इस बार उन पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने अपने साहस, कर्तव्यनिष्ठा और वीरता से राज्य की सुरक्षा में अहम योगदान दिया है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 के लिए ‘छत्तीसगढ़ शौर्य पदक’ प्राप्त करने वाले 14 पुलिसकर्मियों के नामों की घोषणा की है। इनमें शहीद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरपुंजे का नाम सबसे ऊपर शामिल है। राज्य शासन द्वारा जारी सूची के अनुसार, यह सम्मान उन पुलिसकर्मियों को प्रदान किया जाएगा जिन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में बहादुरी से ड्यूटी निभाते हुए उत्कृष्ट कार्य किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जारी सूची में बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जिलों में पदस्थ सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।5 नवंबर को आयोजित होगा अलंकरण समारोह राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 5 नवंबर को नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव स्थल पर भव्य अलंकरण समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और गृह मंत्री ओपी चौधरी द्वारा चयनित पुलिसकर्मियों को ‘छत्तीसगढ़ शौर्य पदक’ से सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मियों की सूची इस प्रकार है: 1️⃣ शहीद श्री आकाश राव गिरपुंजे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक - सुकमा2️⃣ निरीक्षक धरम सिंह तुलावी - बीजापुर 3️⃣ सहायक उप निरीक्षक गोपाल बोड्डू - बीजापुर 4️⃣ शहीद प्रधान आरक्षक (308) बीरेन्द्र कुमार शोरी - नारायणपुर 5️⃣ महिला आरक्षक (1257) निशा कचलाम, बस्तर फाइटर्स - नारायणपुर 6️⃣ आरक्षक (1556) विजय पुनेम - बीजापुर 7️⃣ आरक्षक (295) रामेश्वर ओयामी - दंतेवाड़ा 8️⃣ आरक्षक (1286) राजू लाल मरकाम, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा 9️⃣ आरक्षक (1396) समलू राम सेठिया, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा???? आरक्षक (1224) दुला राम कोवासी, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा 1️⃣1️⃣ आरक्षक (224) मोहन लाल करटम - दंतेवाड़ा 1️⃣2️⃣ आरक्षक (1316) संतोष मुरामी, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा 1️⃣3️⃣ आरक्षक (1380) मनोज यादव, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा 1️⃣4️⃣ आरक्षक (1232) जामू रामको, बस्तर फाइटर्स - दंतेवाड़ा इनमें 10 से अधिक पुलिसकर्मी बस्तर फाइटर्स बल से हैं, जो नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार मोर्चे पर डटे रहते हैं। शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे की वीरता को सलामशहीद आकाश राव गिरपुंजे सुकमा जिले में नक्सल मोर्चे पर तैनात थे। उन्होंने बीते वर्ष एक अभियान के दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ में बहादुरी से मुकाबला करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उनके शौर्य और बलिदान को राज्य सरकार ने इस सर्वोच्च पुलिस सम्मान से नवाजने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने की सराहना राज्य शासन ने कहा है कि ये सम्मान न केवल पुलिस विभाग के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह पूरे छत्तीसगढ़ की जनता के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पुलिस नक्सल उन्मूलन और शांति बहाली में अभूतपूर्व योगदान दे रही है। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष चुने गए पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र, पदक और सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। राज्योत्सव समारोह में इन वीर जवानों के परिजन भी मौजूद रहेंगे। छत्तीसगढ़ पुलिस के इतिहास में यह 2025 का सबसे बड़ा वीरता सम्मान समारोह माना जा रहा है।
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रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह लगभग 10 बजे, 'दिल की बात' कार्यक्रम के तहत, नवा रायपुर अटल नगर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में 'जीवन का उपहार' समारोह में जन्मजात हृदय रोगों का सफलतापूर्वक उपचार करा चुके 2500 बच्चों से परस्पर बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री इसके बाद लगभग 10:45 बजे ब्रह्माकुमारी के "शांति शिखर" का उद्घाटन करेंगे, जो आध्यात्मिक शिक्षा, शांति और ध्यान का एक आधुनिक केंद्र है। प्रधानमंत्री इसके बाद लगभग 11:45 बजे, नवा रायपुर अटल नगर स्थित छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद, वह छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। यह भवन ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा पर बनाया गया है।जिसे पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित और वर्षा जल संचयन प्रणाली से सुसज्जित करने की योजना है। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दोपहर लगभग 1:30 बजे शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे और उसका अवलोकन करेंगे। यह संग्रहालय राज्य के जनजातीय समुदायों के साहस, बलिदान और देशभक्ति की विरासत को संरक्षित और प्रदर्शित करेगा। प्रधानमंत्री स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में संग्रहालय पोर्टल और ई-बुक "आदि शौर्य" का शुभारंभ करेंगे और स्मारक स्थल पर शहीद वीर नारायण सिंह की घुड़सवार प्रतिमा का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री इसके बाद, दोपहर लगभग 2:30 बजे छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा जैसे प्रमुख सेक्टरों से जुड़ी 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकासात्मक और रूपांतरकारी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।प्रधानमंत्री ग्रामीण आजीविका को सुदृढ़ करने के लिए छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में 12 नए स्टार्ट-अप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (एसवीईपी) ब्लॉकों का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री 3.51 लाख पूर्ण हो चुके घरों के गृह प्रवेश में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 3 लाख लाभार्थियों को 1200 करोड़ रुपये की किश्तें जारी करेंगे, जिससे राज्य भर के ग्रामीण परिवारों के लिए सम्मानजनक आवास और सुरक्षा सुनिश्चित होगी। प्रधानमंत्री कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए पत्थलगांव-कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा तक चार लेन वाले ग्रीनफील्ड हाईवे की आधारशिला रखेंगे। इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 3,150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। यह रणनीतिक गलियारा कोरबा, रायगढ़, जशपुर, रांची और जमशेदपुर में प्रमुख कोयला खदानों, औद्योगिक क्षेत्रों और इस्पात संयंत्रों को जोड़ेगा। यह एक प्रमुख आर्थिक मार्ग के रूप में कार्य करेगा और क्षेत्रीय व्यापार संबंधों को सुदृढ़ करेगा तथा मध्य भारत को पूर्वी क्षेत्र के साथ समेकित करेगा।प्रधानमंत्री इसके अतिरिक्त, बस्तर और नारायणपुर जिलों में कई खंडों में फैले राष्ट्रीय राजमार्ग-130डी (नारायणपुर-कस्तूरमेटा-कुतुल-नीलांगुर-महाराष्ट्र सीमा) के निर्माण और उन्नयन की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-130सी (मदंगमुडा-देवभोग-ओडिशा सीमा) को पक्के शोल्डर वाले दो-लेन राजमार्ग में उन्नत करने का भी उद्घाटन करेंगे। इससे जनजातीय और सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सड़क संपर्क में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और बाजारों तक पहुंच में सुधार होगा और दूरदराज के क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री विद्युत क्षेत्र में अंतर-क्षेत्रीय ईआर-डब्ल्यूआर इंटरकनेक्शन परियोजना का उद्घाटन करेंगे, जिससे पूर्वी और पश्चिमी ग्रिडों के बीच अंतर-क्षेत्रीय विद्युत अंतरण क्षमता में 1,600 मेगावाट की वृद्धि होगी, ग्रिड विश्वसनीयता में सुधार होगा और पूरे क्षेत्र में स्थिर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित होगी। प्रधानमंत्री इसके साथ ही 3,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई ऊर्जा क्षेत्र परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ की बिजली अवसंरचना को सुदृढ़ करना, आपूर्ति विश्वसनीयता में सुधार करना और ट्रांसमिशन क्षमता को बढ़ाना है।प्रधानमंत्री पुनरोद्धार वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत लगभग 1,860 करोड़ रुपये के कार्यों को समर्पित करेंगे। इनमें नई बिजली लाइनों का निर्माण, फीडर का विभाजन, ट्रांसफार्मरों की स्थापना, कंडक्टरों का रूपांतरण और ग्रामीण एवं कृषि बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए निम्न-दाब नेटवर्क को सुदृढ़ करना शामिल है। प्रधानमंत्री रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बेमेतरा, गरियाबंद और बस्तर जैसे जिलों में लगभग 480 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नौ नए बिजली सबस्टेशनों का भी उद्घाटन करेंगे। इनसे स्थिर वोल्टेज सुनिश्चित होने, कटौती कम होने और सुदूरवर्ती तथा जनजातीय क्षेत्रों में भी विश्वसनीय बिजली उपलब्ध होने से 15 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, राज्य में बिजली की पहुंच और गुणवत्ता को और बढ़ाने के लिए कई जिलों में नए आरडीएसएस कार्यों के साथ-साथ कांकेर और बलौदाबाजार-भाटापारा में प्रमुख सुविधाओं सहित 1,415 करोड़ रुपये से अधिक के नए सबस्टेशनों और ट्रांसमिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी। प्रधानमंत्री पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में रायपुर में एचपीसीएल के अत्याधुनिक पेट्रोलियम तेल डिपो का उद्घाटन करेंगे। यह डिपो 460 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है और इसकी भंडारण क्षमता 54,000 किलोलीटर पेट्रोल, डीजल और इथेनॉल की है। यह सुविधा केंद्र एक प्रमुख ईंधन केंद्र के रूप में काम करेगा और छत्तीसगढ़ तथा पड़ोसी राज्यों में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। 10,000 किलोलीटर इथेनॉल भंडारण क्षमता के साथ, यह डिपो इथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम का भी समर्थन करता है, जिससे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होती है और स्वच्छ ऊर्जा विकास को बढ़ावा मिलता है। प्रधानमंत्री लगभग 1,950 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 489 किलोमीटर लंबी नागपुर-झारसुगुड़ा प्राकृतिक गैस पाइपलाइन का भी लोकार्पण करेंगे। यह परियोजना भारत के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15 प्रतिशत तक बढ़ाने और "एक राष्ट्र, एक गैस ग्रिड" का लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पाइपलाइन छत्तीसगढ़ के 11 जिलों को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेगी, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र को स्वच्छ एवं किफायती ईंधन उपलब्ध होगा। प्रधानमंत्री औद्योगिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए दो स्मार्ट औद्योगिक क्षेत्रों—एक जांजगीर-चांपा जिले के सिलादेही-गतवा-बिर्रा में और दूसरा राजनांदगांव जिले के बिजलेटला - की आधारशिला रखेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर-22 में एक फार्मास्युटिकल पार्क की आधारशिला रखेंगे। यह पार्क औषधि और स्वास्थ्य सेवा विनिर्माण के लिए एक समर्पित क्षेत्र के रूप में कार्य करेगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पांच नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों — मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा और गीदम (दंतेवाड़ा) में और बिलासपुर में सरकारी आयुर्वेद कॉलेज तथा अस्पताल — की आधारशिला रखेंगे। ये परियोजनाएं छत्तीसगढ़ में चिकित्सा शिक्षा को सुदृढ़ करेंगी, स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाएंगी और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देंगी।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में DMF घोटाला मामले में EOW की रेड कार्यवाही खत्म हो गई है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के 4 जिलों में 14 ठिकानों पर दबिश दी गई थी। इनमें रायपुर में 6, धमतरी में 1, राजनांदगांव में 5 और दुर्ग-भिलाई में 2 ठिकाने शामिल हैं।
इस रेड में रायपुर में अमित कोठारी,अशोक कोठारी के ठिकाने, महावीर प्लाई, कृष्णा इंटरप्राइजेज, और फ्यूचर हाइजिन समेत 6 ठिकानों पर दबिश दी थी। वहीं राजनांदगांव में कोल माइंस कारोबारी राधा कृष्ण अग्रवाल, मां गंगा इंटरप्राइजेज के संचालक ललित भंसाली के ठिकाने, शिवम इंटरप्राइजेज के संचालक यश नाहाटा, रोमिल नाहाटा के ठिकानों पर दबिश दी गई।
वहीं धमतरी के कुरूद निवासी गवर्मेंट सप्लायर अभिषेक त्रिपाठी के ठिकाने और भिलाई में लाइफ केयर डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक मनीष पारख के महावीर कॉलोनी दुर्ग समेत 2 ठिकानों पर दबिश दी थी। तलाशी अभियान में डिजिटल साक्ष्य, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए।
जब्त दस्तावेजों में डी.एम.एफ. से राज्य के विभिन्न जिलों में फर्जी बिलिंग, वाउचर्स, जीएसटी रिटर्न्स दस्तावेजों से लोकसेवकों को कमीशन देकर सप्लाई ठेका लेने का खुलासा हुआ। वहीं अब इन जब्त दस्तावेजों की जांच जारी है।v
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रायपुर। छत्तीसगढ़ के जाने माने कलाकार व अभिनेता रहे सलीम अंसारी की निधन की दुखद खबर सामने आ रही है, उनके निधन की खबर से पुरे छॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर है.
सलीम अंसारी ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी अलग पहचान बनाई थी और कई यादगार किरदार निभाए थे। उनके निधन की खबर से कलाकारों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त किया है. सलीम अंसारी का जाना छॉलीवुड के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है.
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रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के रजत महोत्सव में देश एवं प्रदेश के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। एक नवम्बर से 5 नवम्बर तक मुख्यमंच के अलावा शिल्पग्राम मंच पर भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। राज्योत्सव में इस बार छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय कलाकारों के साथ ही देश के जाने-माने कलाकार, श्री हंशराज रघुवंशी, श्री आदित्य नारायण, श्री अंकित तिवारी, श्री कैलाश खेर, सुश्री भूमि त्रिवेदी अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे।
राज्योत्सव के शुभारंभ अवसर पर नवा रायपुर के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाणिज्य एवं व्यापार परिसर में बनाये गए मुख्यमंच से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह 11 बजे सुश्री ऐश्वर्या पंडित के गायन से होगी। इसके बाद श्री पीसी लाल यादव, सुश्री आरू साहू, श्री दुष्यंत हरमुख, श्रीमती निर्मला ठाकुर तथा शाम 8 बजे राष्ट्रीय कलाकार श्री हंशराज रघुवंशी की प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार 2 नवम्बर को सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक श्री आदित्य नारायण प्रमुख आकर्षण के केन्द्र होंगे। उनके द्वारा गीतों की प्रस्तुति रात्रि 9 बजे से दी जाएगी। इस दिन सांस्कृति कार्यक्रमों की शुरूआत शाम 6.30 बजे से होगी। सबसे पहले श्री सुनील तिवारी, सुश्री जयश्री नायर चिन्हारी द गर्ल बैंड, पद्मश्री डोमार सिंह कंवर नाचा दल का कार्यक्रम होगा।
इसी प्रकार 3 नवम्बर को पार्श्व गायिका सुश्री भूमि त्रिवेदी रात्रि 9 बजे से प्रस्तुति देंगी। इस दिन सांस्कृति संध्या में शाम 6 बजे से पद्मश्री उषा बारले पण्डवानी, श्री राकेश शर्मा सूफी-भजन गायन, श्री कुलेश्वर ताम्रकार लोकमंच की प्रस्तुति होगी तथा 4 नवम्बर को रात्रि 9 बजे पार्श्व गायक श्री अंकित तिवारी प्रस्तुति देंगे। इस दिन शाम 6 बजे कला केन्द्र रायपुर बैण्ड, श्रीमती रेखा देवार की लोकगीत, श्री प्रकाश अवस्थी की प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार 5 नवम्बर को रात्रि 9 बजे पार्श्व गायक श्री कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक संध्या में शाम 6 बजे से श्रीमती पूनम विराट तिवारी, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का कार्यक्रम होगा।
शिल्पग्राम मंच की प्रस्तुतियां-
शिल्पग्राम मंच में 1 नवम्बर को श्री मोहम्मद अनस पियानो वादन, श्रीमती बासंती वैष्णव द्वारा कत्थक, सुश्री रमादत्त जोशी और श्रीमती सोनाली सेन का गायन, सुश्री स्वीटी पगारिया कत्थक, श्री मंगलूराम यादव की बांसगीत, सुश्री चारूलता देशमुख भारत नाट्य, श्री दुष्यंत द्विवेदी की पण्डवानी, श्री लोकेश साहू की भजन, श्रीमती बॉबी मंडल की लोक संगीत तथा श्री चन्द्रभूषण वर्मा लोकमंच की प्रस्तुति होगी।
2 नवम्बर को श्रीमती रेखा जलक्षत्रीय की भरथरी, श्री ईकबाल ओबेराय की म्यूजिक ग्रुप, श्री बसंतबीर उपाध्याय मानस बैंड, संश्री दीपाली पाण्डेय की कत्थक, श्री लिलेश्वर सिंहा की लोक संगीत, सुश्री अंविता विश्वकर्मा भारतनाट्यम, सुश्री आशिका सिंघल कत्थक, श्री प्रांजल राजपूत भरथरी, सुश्री प्रसिद्धि सिंहा कत्थक, श्री जीवनदास मानिकपुरी लोकमंच एवं श्री जितेन्द्र कुमार साहू सोनहा बादर की प्रस्तुति होगी।
3 नवम्बर को श्री सुरेश ठाकुर भजन, डॉ. आरती सिंह कत्थक, श्रीमती राखी राय भरतनाट्यम, श्री पुसउराम बंजारे पण्डवानी, सुश्री इशिका गिरी कत्थक, श्री गिरवर सिंह ध्रुव भंुजिया नृत्य, सुश्री राधिका शर्मा कत्थक, श्रीमती शांतिबाई चेलक पण्डवानी, श्री दुष्यंतकुमार दुबे सुआ नृत्य, श्रीमती गंगाबाई मानिकपुरी पण्डवानी, सुश्री संगीता कापसे शास्त्रीय नृत्य, श्री महेन्द्र चौहान की चौहान एव बैंड तथा श्री घनश्याम महानंद फ्यूजन बैंड की प्रस्तुति होगी।
4 नवम्बर को सुश्री भुमिसूता मिश्रा ओडिसी, श्री चैतुराम तारक नाचा दल, सुश्री आशना दिल्लीवार कत्थक, सुश्री पुष्पा साहू लोक संगीत, श्री महेन्द्र चौहान पण्डवानी, सुश्री प्रिति गोस्वामी कत्थक, सुश्री पृथा मिश्रा शास्त्रीय गायन, श्री महेश साहू लोकमंच, श्री विजय चंद्राकर लोक संगीत तथा श्री तिलक राजा साहू लोकधारा की प्रस्तुति होगी।
5 नवम्बर को सुश्री दुर्गा साहू पण्डवानी, सुश्री डाली थरवानी कत्थक, श्री संजय नारंग लोकसंगती, सुश्री सारिका शर्मा कत्थक, सुश्री महेश्वरी सिंहा लोकमंच, श्री चंद्रशेखर चकोर की लोक नाट्य, श्री नीतिन अग्रवाल लोकसंगीत, श्री द्वारिकाप्रसाद साहू की डंडा नृत्य, सुश्री महुआ मजुमदार की लोकसंगीत तथा श्री नरेन्द्र जलक्षत्रीय लोकसंगीत की प्रस्तुति देंगे।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के पेंशनरों को बड़ी सुविधा प्रदान की है। अब पेंशनरों को जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए बैंकों या सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। सरकार ने डिजिटल माध्यम से घर बैठे ही प्रमाण पत्र बनाने की सुविधा शुरू की है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा और वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी के प्रयासों से यह पहल संभव हुई है। केंद्र सरकार और राज्य शासन के संयुक्त सहयोग से “डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 4.0” की शुरुआत की गई है। इसके तहत पेंशनर अब मोबाइल ऐप के जरिए अपने घर से ही प्रमाण पत्र तैयार कर सकेंगे।
इस सुविधा के लिए पेंशनरों को अपने एंड्रॉइड मोबाइल में Aadhaar Face RD और Jeevan Pramaan Face App डाउनलोड करना होगा। यह ऐप चेहरे की पहचान के माध्यम से प्रमाण पत्र तैयार करता है, जिससे पूरी प्रक्रिया सुरक्षित, पारदर्शी और आसान हो गई है।
नवंबर माह भर चलेगा विशेष अभिया
यह अभियान 1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 तक पूरे देश में चलेगा। रायगढ़ जिले में भी इस दौरान रायगढ़, खरसिया और एडीबी रायगढ़ सहित सात प्रमुख स्थानों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में एसबीआई और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की टीमें पेंशनरों की मदद करेंगी। जो लोग मोबाइल ऐप का उपयोग नहीं कर सकते, वे फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से भी प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे।
वरिष्ठ पेंशनरों के लिए विशेष प्रावधान
राज्य शासन ने 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले पेंशनरों के लिए विशेष व्यवस्था की है। वे अक्टूबर माह से ही प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे। इसके अलावा जो बुजुर्ग या बीमार पेंशनर बाहर नहीं निकल सकते, उनके लिए “होम विजिट सुविधा” शुरू की गई है। इसमें बैंक या पोस्ट ऑफिस की टीम उनके घर जाकर जीवन प्रमाण पत्र तैयार करेगी।
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रायपुर। 1 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर पीएम मोदी छत्तीसगढ़ दौरे पर आने वाले हैं। जिसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। वे राजधानी में लगभग 6 घंटे 45 मिनट तक रुकेंगे और छह अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री के रूट पर सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत विशेष यातायात व्यवस्था की गई है।
बता दें कि, आम नागरिकों के लिए प्रशासन ने छह रूट तय किए हैं। हर रूट के लिए एक QR कोड जारी किया गया है, जिसे स्कैन करने पर मोबाइल पर कार्यक्रम स्थल का नक्शा और मार्ग दिखाई देगा। नवा रायपुर तक पीएम के रूट को वन-वे बनाया गया है।राज्योत्सव समारोह के दौरान नवा रायपुर में 16 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। साथ ही पार्किंग से मेला स्थल तक पहुंचने के लिए 100 ई-रिक्शे और बसें निशुल्क चलेंगी। कार्यक्रम में लगभग एक लाख लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है।
वहीं दोपहिया वाहनों की पार्किंग तूता धरना स्थल के पास पी-5, पी-6 और पी-7 में होगी। 1 नवंबर को भारी वाहनों और बसों की नो-एंट्री रहेगी। एयरपोर्ट से सेक्टर-24, सत्य साईं अस्पताल, विधानसभा भवन और ट्राइबल म्यूजियम तक प्रधानमंत्री का रूट तय किया गया है। एयरपोर्ट का मुख्य द्वार बंद रहेगा और यात्रियों को पुराने टर्मिनल से आवागमन करना होगा।
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Birth Death Certificate: अब छत्तीसगढ़ में जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र ऑनलाइन ही बनेंगे, ऑफलाइन व्यवस्था पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
केंद्र सरकार ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए संशोधित ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। इन प्रमाण पत्रों को बनाने के लिए छत्तीसगढ़ में अब ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। केंद्र सरकार के इस नियम को प्रदेश में भी लागू किया गया है। रायपुर समेत राज्य के सभी जिलों में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र को ऑनलाइन बनाना ही अनिवार्य किया गया है।
दो साल पहले अधिनियम में हुआ बदलाव
केंद्र सरकार ने जन्म मृत्यु पंजीकरण अधिनियम 1969 में 2023 में बदलाव किया है। इस बदलाव के अनुसार, अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे बच्चों की जन्म तिथि को प्रमाणित करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र ही एकमात्र मान्य दस्तावेज होगा। लेकिन, इस तारीख से पहले जन्मे बच्चों के लिए अन्य वैकल्पिक दस्तावेज भी जन्म तिथि के प्रमाण के रूप में मान्य रहेंगे
इन प्रमाण-पत्रों को ही मान्यता
राज्य में अप्रैल 2023 के बाद जन्मे हर बच्चे के लिए ऑनलाइन जारी जन्म प्रमाण पत्र को ही मान्यता दी गई है। इससे यह साफ है कि अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे बच्चों के लिए जन्म तिथि के प्रमाण के लिए जन्म प्रमाण पत्र जरूरी नहीं है।
जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ऐसे करें अप्लाय
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
https://crsorgi.gov.in
यह भारत सरकार के Office of the Registrar General & Census Commissioner का सेंट्रल सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) पोर्टल है।
जन्म प्रमाण-पत्र (Birth Certificate) के लिए प्रक्रिया
चरण 1: रजिस्ट्रेशन करें
- वेबसाइट पर जाएं → “Citizen Registration” पर क्लिक करें।
- मां/पिता का नाम, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और पता भरें।
- एक यूजरनेम और पासवर्ड बनाएं।
चरण 2: लॉगिन करें
- ई-मेल पर आए लिंक से अकाउंट ऐक्टिव करें और लॉगिन करें।
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चरण 3: आवेदन भरें
- “Registration of Birth” फॉर्म चुनें।
- बच्चे का नाम (अगर नाम तय नहीं है तो बाद में जोड़ा जा सकता है), जन्म तिथि, जन्म स्थान (हॉस्पिटल/घर), माता-पिता का विवरण भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें (जैसे हॉस्पिटल डिस्चार्ज स्लिप, पहचान पत्र आदि)।
चरण 4: सबमिट करें
- सभी विवरण सही होने पर “Submit” करें।
- आवेदन का Acknowledgement Number प्राप्त होगा।
- चरण 5: प्रमाण-पत्र डाउनलोड करें
- संबंधित नगर निगम या पंचायत आवेदन की पुष्टि के बाद प्रमाण-पत्र जारी करती है।
- “Search Certificate” सेक्शन में जाकर आवेदन नंबर डालें और प्रमाण-पत्र डाउनलोड करें।
मृत्यु प्रमाण-पत्र (Death Certificate) के लिए प्रक्रिया
- वही वेबसाइट (https://crsorgi.gov.in) पर जाएं।
- “Registration of Death” चुनें।
- मृतक का नाम, मृत्यु तिथि, स्थान, कारण आदि भरें।
- हॉस्पिटल/डॉक्टर की रिपोर्ट, पहचान पत्र आदि दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन सबमिट कर Acknowledgement Number लें।
- सत्यापन के बाद प्रमाण-पत्र ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है।
जरूरी दस्तावेज
- जन्म प्रमाण-पत्र के लिए: हॉस्पिटल रिपोर्ट, माता-पिता का पहचान पत्र, पता प्रमाण
- मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए: हॉस्पिटल डेथ सर्टिफिकेट या ग्राम पंचायत/नगर निगम की रिपोर्ट, मृतक का पहचान पत्र
मोबाइल से आवेदन
- पोर्टल मोबाइल-फ्रेंडली है, आप मोबाइल ब्राउज़र से भी आवेदन कर सकते हैं।
- कई राज्यों (जैसे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश) ने इसे अपने राज्य पोर्टल से भी जोड़ा है।












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