राजधानी रायपुर में आज आसमान मुख्यतः साफ रहने का पूर्वानुमान है। अधिकतम तापमान लगभग 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 19 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
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रायपुर । राज्योत्सव में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए मिलेट्स थीम आधारित स्टॉल का अवलोकन किया। स्टॉल में प्रदर्शित पारंपरिक मोटे अनाजों, प्रसंस्कृत उत्पादों और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी लेकर उन्होंने कृषि विभाग के प्रयासों की सराहना की। विभागीय प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण भारत की मिलेट्स क्वीन लहरी बाई बैगा रहीं। जिन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को मिलेट्स से बना आकर्षक गुलदस्ता भेंट किया। लहरी बाई मूल रूप से डिंडोरी जिले के ग्राम सीलपीडी की निवासी हैं और पिछले कई वर्षों से 150 से अधिक प्रकार के मोटे अनाजों का संरक्षण कर रही हैं। वे स्वयं के नेतृत्व में ‘मिलेट बैंक’ का संचालन करती हैं और देशभर में मिलेट्स के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही हैं।
उनके समर्पण और परंपरागत ज्ञान से प्रभावित होकर उपमुख्यमंत्री शर्मा ने उन्हें साड़ियाँ एवं 1100 रुपए की सम्मान राशि भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लहरी बाई जैसी महिलाएँ प्रदेश और देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने मोटे अनाजों की परंपरा को पुनर्जीवित किया और पोषण के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। कृषि विभाग के स्टॉल में कोदो, कुटकी, रागी, कंगनी, हरी कंगनी जैसे मोटे अनाजों से बने प्रसंस्कृत उत्पाद एवं पोहा का प्रदर्शन एवं विक्रय कृषक कल्याण समिति, धवईपानी द्वारा किया गया साथ ही विभाग द्वारा मिलेट्स की उन्नत तकनीकों, प्रसंस्करण यंत्रों और कृषि उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को सशक्त बनाने और परंपरागत फसलों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स मिशन के तहत ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने मिलेट्स को भविष्य का अनाज बताते हुए किसानों को इससे जुड़ने का आग्रह किया। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग का उद्देश्य मोटे अनाज से सशक्त किसान, स्वस्थ समाज की अवधारणा को साकार करना है। इस दिशा में विभाग मिलेट्स की खेती, प्रसंस्करण और विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। राज्योत्सव में लगाए गए इस स्टॉल ने लोगों को मिलेट्स की विविधता, पोषण मूल्य और आर्थिक महत्व से अवगत कराया तथा स्थानीय किसानों और युवाओं में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया। -
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित रजत महोत्सव के अवसर पर पीजी कॉलेज मैदान, कवर्धा में लगे विभिन्न विभागों के स्टॉलों का उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों से योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली और हितग्राहियों से संवाद भी किया। निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मत्स्य विभाग के स्टॉल पर पहुँचे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत दो हितग्राहियों को पिकअप वाहन की सौगात दी। इस योजना के अंतर्गत 10-10 लाख रूपए कोलागत से वाहनों का प्रदाय किया गया है, जिसमें हितग्राहियों को 40 प्रतिशत अनुदान का लाभ प्राप्त होगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के श्री रवि मल्लहा निवासी कवर्धा एवं श्री कुश विश्वकर्मा निवासी बोड़ला को पिकअप वाहन की चाबियाँ सौंपकर उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि मत्स्यपालकों की आय में भी वृद्धि होगी।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। मत्स्य पालन जैसे आजीविका आधारित कार्यों को प्रोत्साहन देने से ग्रामीण विकास की गति और तेज होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाई जाए ताकि पात्र हितग्राही इनका लाभ ले सकें।
राज्योत्सव के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के 25 वर्षों की विकास यात्रा और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की दिशा में एक सार्थक कदम साबित हुआ। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी विभागों की अभिनव पहल और योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश की विकास गाथा में आमजन की सहभागिता ही वास्तविक शक्ति है।
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर 1 से 5 नवम्बर तक नवा रायपुर अटल नगर, तूता स्थित पंडित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर मेला स्थल में राज्योत्सव का आयोजन किया गया। राज्योत्सव में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा “25 वर्षों की विकास यात्रा” थीम पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे जनता द्वारा काफी सराहना मिली। इस पांच दिवसीय राज्योत्सव के दौरान ज्यूरी समिति द्वारा मूल्यांकन उपरांत, वन विभाग की इस प्रदर्शनी को तृतीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। राज्योत्सव के समापन समारोह में उप राष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन के हाथों वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने विभाग की इस उपलब्धि पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता टीमवर्क, नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण का परिणाम है। पुरस्कार मिलने से विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उत्साहित हैं। राज्योत्सव में आने वाले आगंतुकों ने इस स्टॉल को रोचक, आकर्षक और ज्ञानवर्धक बताया। यह प्रदर्शनी छत्तीसगढ़ की हरित सोच, जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का सशक्त प्रतीक बनी।
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनी में 25 वर्षों की उपलब्धियों की जीवंत झलक वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरण संवर्धन, एवं हरित विकास से जुड़े मॉडल और योजनाओं की जानकारी आकर्षक रूप में दिखायी गई। राज्य स्थापना वर्ष 2000 से वर्ष 2025 तक लागू की गई विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रभाव को सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया।
प्रदर्शनी में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अब तक 6.41 करोड़ पौधारोपण का उल्लेख,शहरों में विकसित मियावाकी सूक्ष्म वन,ग्रीन गुफा परियोजना, घोटुल संस्कृति प्रदर्शन,गज संकेत ऐप एवं गजरथ यात्रा द्वारा मानव-हाथी संघर्ष में कमी को प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के माध्यम से वन उत्पादों का मूल्यवर्धन,राज्य के प्रमुख प्राकृतिक स्थलों जैसे हांदावाड़ा जलप्रपात, कांगेर घाटी की कुटुमसर गुफा, बारनवापारा अभयारण्य की जानकारी भी दी गई। प्रदर्शनी में विशेष तौर पर यह प्रदर्शित किया गया कि राज्य में वन्य जीव संरक्षण प्रयासों के फलस्वरूप काला हिरण की संख्या 77 से बढ़कर 190 हुई। इसी तरह बाघों की संख्या वर्ष 2021 में 17 से बढ़कर अप्रैल 2025 में 35 पहुँची।
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा नवा रायपुर, अटल नगर तूता स्थित पंडित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर, मेला स्थल में 1 से 5 नवम्बर तक राज्योत्सव का आयोजन किया गया। इस मेला में कृषि एवं संवर्गीय विभागों द्वारा 25 वर्षों की विकास यात्रा की थीम पर कृषि मॉडल प्रदर्शनी लगाई गई। आम जनता द्वारा इस प्रदर्शनी को काफी प्रशंसा एवं सराहना मिली। 05 दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम में जुरी कमेटी द्वारा कृषि विभाग के प्रदर्शनी को द्वितीय स्थान के लिए चयनित किया गया। राज्योत्सव के समापन समारोह के मौके पर उप राष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के हाथों विभाग की सचिव श्रीमती शहला निगार ने पुरस्कार ग्रहण किया। कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने विभाग की इस सफलता के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। पुरस्कार मिलने से अधिकारी-कर्मचारी भी उत्साहित हैं। इस मौके पर कृषि विभाग के संचालक श्री राहुल देव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि राज्योत्सव में कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी तथा संवर्गीय विभाग -उद्यानिकी, पशु पालन, मछली पालन, कृषि अभियांत्रिकी, राष्ट्रीय जलग्रहण, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर एवं कामधेनु विश्वविद्यालय तथा सम्बंधित संस्थाओं द्वारा इन 25 वर्षों के विकास यात्रा की थीम पर कृषि मॉडल का प्रदर्शन किया गया।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्थापना वर्ष 2000 से वर्ष 2025 तक 25 वर्षो में केन्द्र शासन एवं राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं के द्वारा हुए विकास का जीवंत प्रदर्शन करते हुए स्टॉल लगाया गया, जिसमें कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती, किसान सम्मान निधि, ड्रोन द्वारा उर्वरक छिड़काव, बीज वितरण व विपणन की नवीन व्यवस्था, भूमि संरक्षण द्वारा वर्षा जल संरक्षण आदि को प्रदर्शित किया गया।
उद्यानिकी विभाग द्वारा पुष्पों की प्रदर्शनी एवं सब्जियों तथा फलों की उन्नत किस्म का प्रदर्शन किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के उन्नत नस्ल एवं दुग्ध उत्पादन तथा मछली पालन विभाग द्वारा बायोफ्लॉक एवं केजकल्चर द्वारा मछलीपालन की नवीन तकनीक के साथ सजावटी मछलियों का प्रदर्शन किया गया। कृषि अभियांत्रिकी द्वारा कृषि में प्रयोग की जाने वाली उन्नत कृषि तकनीक से लैस कृषि यंत्रों को जनता के लिए प्रदर्शित किया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के अनुकूल तथा अधिक उत्पादन देने वाली विभिन्न फसल किस्मों के साथ स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित जैविक उत्पाद का प्रदर्शन किया गया था।
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रायपुर- छत्तीसगढ़ हर क्षेत्र में आगे आगे बढ रहा है। उन्होंने कहा कि देखे, सोचे और अवसर का उपयोग करें। अपने लक्ष्य की प्राप्त करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति होना जरूरी हैं। यह उद्गार राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज ऑफ्ट विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 65 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक सहित 324 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि अनुशासन और समय का पाबंद होना प्रबंधन का महत्वपूर्ण भाग है। अपने समय का सद्पयोग कर, अपनी क्षमता और योग्यता का विकास करें। अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें क्योकि शरीर स्वस्थ रहेगा तभी पूर्ण क्षमता से कार्य कर पायेंगे। उन्होंने सिनेमा, फोटोग्राफी, फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी विस्तृत संभावनाओं का उल्लेख किया। श्री डेका ने कहा कि सिनेमा वह माध्यम जिसके द्वारा हम संदेश दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस देश ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें भी इसके बारे में सोचना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थी काल आपके जीवन का एक बहुत संदर पड़ाव है। जब आप कॉलेज से निकलते हैं उसके बाद ही आपका संघर्ष प्रारंभ होता है। जीवन में एक काम ऐसा करिये जो लाभ के लिए न हो बल्कि बदलाव के लिए हो। समाज आपकी ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है, उसके लिए काम करें। हमारा एक-एक प्रयास भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ाएगा।
राज्यपाल ने पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि हमेशा श्रेष्ठता की ओर बढ़ते रहें। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक होती है जब वह व्यक्ति को दायित्व एवं नवाचार के लिए प्रेरित करती है। यह समारोह केवल उपाधियाँ प्रदान करने का अवसर नहीं है; यह कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प लेने और उत्कृष्टता का उत्सव है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. संदीप मारवाह, विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमेन श्री वी. के. गोयल ने भी अपना संबोधन दिया। विश्वविद्यालय के संचालक प्रोफेसर श्रीमती शिखा वर्मा ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं उनके पालकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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रायपुर । CM विष्णुदेव साय आज वन्देमातरम 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। गौरतलब है कि इस वर्ष वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। वंदे मातरम बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा अक्षय नवमी के शुभ अवसर पर सात नवंबर 1875 को लिखा गया था।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि देशवासियों के लिए ऐतिहासिक होने जा रहा है। हम वंदेमातरम् गान के गौरवशाली 150 वर्षों का उत्सव मनाने जा रहे हैं। यह वो प्रेरक आह्वान है, जिसने देश की कई पीढ़ियों को राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया है। आगे बोले कि इस विशेष अवसर पर सुबह करीब 9:30 बजे दिल्ली में एक समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिलेगा। यहां एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया जाएगा। वंदेमातरम् का सामूहिक गायन इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगा!
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रायपुर। राजधानी रायपुर के टेकारी रोड पर आज सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को जोरदर टक्कर मार दी, इस घटना में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है.
दूध बेचने का काम करता था मृतक
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान कुश साहू, टेकारी निवासी के रूप में हुई. कुश दूध बेचने का काम करता था. आज (शुक्रवार) की सुबह वह किसी काम से बाइक पर सवार होकर निकला था. लेकिन तेज रफ्तार कार ने उसे ठोकर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम
घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने सड़क पर चक्काजाम कर दिया. लोगों का गुस्सा इतना था कि वे सड़क से हटने को तैयार नहीं थे, जिससे इलाके में भारी जाम की स्थिति बन गई. पुलिस टीम हंगामा शांत कराने और यातायात बहाल करने की कोशिश में जुटी है.
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। बारिश रुकने के बाद बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र से आने वाली नमी में कमी आने लगी है। इसके साथ ही प्रदेश में ठंड का असर बढ़ने लगा है। लोगों ने घरों में एसी और पंखों का इस्तेमाल कम कर दिया है और रजाई-कंबल निकालने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले चार दिनों में तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस रायपुर में दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में रिकॉर्ड हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार बीते दिन प्रदेश में कहीं भी वर्षा नहीं हुई। आने वाले दिनों में भी छत्तीसगढ़ का मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 7 नवंबर को प्रदेश भर में आसमान साफ रह सकता है और किसी भी इलाके में बारिश की संभावना नहीं है। दो दिनों बाद भी मौसम में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है।
रायपुर का आज का मौसम
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए GST रिटर्न भुगतान की डिजिटल सुविधा पूरे राज्य में शुरू कर दी है। अब व्यापारी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और UPI के माध्यम से आसानी से GST का भुगतान कर सकते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि, यह निर्णय व्यापारियों को सुविधा और गति प्रदान करेगा, साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वास को सुदृढ़ करेगा।
ता दें कि, व्यापारी वर्ग और व्यापारिक संगठनों की पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा अब पूरी तरह लागू हो गई है। इससे करदाताओं को भुगतान में आने वाली तकनीकी दिक्कतों और समय की बचत होगी। जो की ईज ऑफ डूइंग बिजिनेस के मानकों पर अग्रणी राज्यों की श्रेणी में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
पहले करदाता केवल नेट बैंकिंग और ओटीसी माध्यम से ही जीएसटी का भुगतान कर पाते थे। इससे कई छोटे व्यापारियों और नए करदाताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बैंक सर्वर डाउन होने या तकनीकी कारणों से पेमेंट फेल होना आम समस्या थी।

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रायपुर. छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस रतनलाल डांगी को चंदखुरी ट्रेनिंग अकादमी के निदेशक पद से हटा दिए गए हैं। उन्हें पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है। वहीं आईपीएस अजय यादव को चंदखुरी ट्रेनिंग अकादमी की जिम्मेदारी दी गई है। इसका आदेश आज गृह विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता ने जारी किया है।
बता दें कि हाल ही में एक सब इंस्पेक्टर की पत्नी ने 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी रतनलाल डांगी पर बीते सात सालों से उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य के साथ उच्च पदस्थ अधिकारियों से शिकायत की थी। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभाग जांच कर रही है। वहीं आईपीएस डांगी ने इस पूरे विवाद को एक बड़ी साजिश करार देते हुए कहा था कि उनकी साफ सुथरी छवि को उच्च पदों पर संभावित नियुक्तियों के समय निशाना बनाया जा रहा है। शिकायतकर्ता महिला की बहन और जीजा ने भी मीडिया से चर्चा करते हुए आरोप को झूठा बताते हुए खुद को भुक्तभोगी बताया था।
गृह विभाग ने जारी किया आदेश

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रायपुर। Vande Mataram: “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ पूरे देश के लिए गर्व और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय अवसर है। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मार्गदर्शन में इस ऐतिहासिक पर्व को वर्षभर चलने वाले महाअभियान के रूप में मनाया जा रहा है। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी यह आयोजन जनभागीदारी के साथ चार चरणों में ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक भव्य रूप में संपन्न किया जाएगा।
पहला चरण 7 नवम्बर से होगा प्रारंभ
वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम का शुभारंभ 7 नवम्बर 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रातः 10 से 11 बजे तक दूरदर्शन पर प्रसारित होगा। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के पश्चात पूरे देश में एक साथ वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया जाएगा। गीत के बोल और धुन पोर्टल vandemataram150.in पर उपलब्ध हैं।
चार चरणों में होगा वर्षभर आयोजन
कार्यक्रम चार चरणों में आयोजित होगा- प्रथम चरण 7 से 14 नवम्बर 2025, द्वितीय चरण 19 से 26 जनवरी 2026, तृतीय चरण 7 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ), और चतुर्थ चरण 1 से 7 नवम्बर 2026 तक चलेगा। इस दौरान राज्य के सभी जिलों, जनपदों, ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन के साथ विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।
जिलों में मंत्रीगण और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता
राज्य के सभी जिलों में मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे।प्रत्येक जिले में स्थानीय कलाकारों, छात्रों, सामाजिक संस्थाओं और नागरिक समूहों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि यह अभियान एक जनआंदोलन का रूप ले सके।
विद्यालयों में विशेष गतिविधियाँ और रचनात्मक आयोजन
प्रदेश के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में “वंदे मातरम्” विषय पर विशेष सभाएँ, निबंध, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर निर्माण, एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ होंगी। एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड और स्कूल बैंड के माध्यम से वंदे मातरम से संबंधित संगीतमय प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी। राज्य पुलिस बैंड भी सार्वजनिक स्थलों पर वंदे मातरम और देशभक्ति गीतों पर आधारित कार्यक्रमों से वातावरण को देशभक्ति के रंग में रंगेगा।
‘वंदे मातरम् ऑडियो-वीडियो बूथ’ एक अभिनव पहल
राज्यभर में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत “वंदे मातरम् ऑडियो-वीडियो बूथ” स्थापित किए जाएंगे। इनमें नागरिक अपनी आवाज़ में वंदे मातरम् गाकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे। पोर्टल पर गीत की मूल धुन और बोल की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। यह पहल लोगों को अपने तरीके से राष्ट्रप्रेम व्यक्त करने का अवसर देगी और आंदोलन को अधिक व्यक्तिगत और भावनात्मक बनाएगी।
Vande Mataram: “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ केवल एक स्मरणीय अवसर नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता, आत्मगौरव और मातृभूमि के प्रति समर्पण का जीवंत संदेश है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी को भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हुए उनमें देशभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रीय चेतना की भावना को और गहराई देगा। वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का स्वर है, जिसकी गूंज हर नागरिक के हृदय में नई ऊर्जा और गर्व का संचार करेगी। – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
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रायपुर। एआईसीसी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नई निगरानी समिति बनाई गई है। कांग्रेस संसदीय क्षेत्रवार SIR अभियान की मॉनिटरिंग करेगी।
मोहन मरकाम समिति के संयोजक बने है।
धनेंद्र साहू और रविंद्र चौबे होंगे सह संयोजक
हर संसदीय क्षेत्र से एक नेता को मिली ज़िम्मेदारी
उमेश पटेल रायगढ़, देवेंद्र यादव बिलासपुर क्षेत्र के प्रभारी
मोहम्मद अकबर राजनांदगांव और राजेंद्र साहू दुर्ग के प्रभारी
जयसिंह अग्रवाल कोरबा, शफी अहमद सरगुजा क्षेत्र देखेंगे
शैलेश नितिन त्रिवेदी रायपुर और तारिणी चंद्राकर को महासमुंद की जिम्मेदारी
रेखचंद जैन बस्तर और वीरेश ठाकुर कांकेर के प्रभारी बनाए गए
समिति करेगी SIR अभियान की निगरानी और समन्वय

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रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021-22 भर्ती घोटाला मामले में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने सरकार की अपील खारिज करते हुए उन 37 चयनित अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिनके खिलाफ अब तक सीबीआई ने कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की है। अदालत ने साफ निर्देश दिया है कि ऐसे सभी उम्मीदवारों को तुरंत नियुक्ति दी जाए।
यह फैसला मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बी.डी. गुरु की बेंच ने सुनाया। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने पहले ही इन अभ्यर्थियों को राहत दी थी। सिंगल बेंच ने कहा था कि जिन उम्मीदवारों पर न तो कोई आपराधिक मामला दर्ज है और न ही चार्जशीट दाखिल हुई है, उनकी ज्वाइनिंग रोकी नहीं जा सकती।
यह पूरा मामला CGPSC द्वारा आयोजित 2021-22 की भर्ती परीक्षा से जुड़ा है। चयन प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े की शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपी थी। जांच में कुछ उम्मीदवारों पर संदेह जताया गया और कुछ के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। लेकिन जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, उनकी नियुक्ति भी रोक दी गई थी।
इन 37 अभ्यर्थियों, जिनमें अमित कुमार समेत अन्य चयनित उम्मीदवार शामिल हैं, ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि बिना किसी चार्जशीट के सिर्फ जांच लंबित होने के आधार पर ज्वाइनिंग रोकना अनुचित है।
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार की दलीलें खारिज करते हुए कहा कि जब तक किसी उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक चार्जशीट दाखिल नहीं होती, उसे नियुक्ति से वंचित रखना न्यायसंगत नहीं है। इस फैसले के बाद अब सभी 37 अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
69 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर होंगे 647.28 करोड़
नियद नेल्ला नार योजना में शामिल गांवों की 7658 हितग्राही महिलाओं को मिलेगा पहली बार इस योजना का लाभ
महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को अब तक 13024.40 करोड़ रूपए की मदद
रायपुर : उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के करकमलों से छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की लाभार्थी 69 लाख से अधिक महिलाओं को 21वीं किश्त के रूप में 647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रूपए की राशि जारी की जाएगी। लाभार्थी महिलाओं में 7658 महिलाएं बस्तर संभाग के उन गांवों की है, जो छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीते 22 महीनों में संचालित माओवाद उन्मूलन अभियान के चलते माओवाद के प्रभाव से मुक्त हुए हैं। इन महिलाओं को पहली बार इस योजना का लाभ मिलेगा। उपराष्ट्रपति श्री राधाकृष्णन 5 नवम्बर को राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में महतारी वंदन योजना की 21वीं किश्त की राशि हितग्राही महिलाओं के बैंक खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की सहायता राशि दी जाती है। लाभार्थी महिलाओं को 20 किश्तों में अब तक कुल 13,024 करोड़ 40 लाख रूपए की सहायता राशि दी जा चुकी है। 05 नवम्बर को 21वीं किश्त की राशि 647.28 करोड़ रूपए की राशि जारी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 13,671 करोड़ 68 लाख रूपए हो जाएगा।यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर बस्तर संभाग में माओवाद के प्रभाव से मुक्त हुए गांवों में बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने के उद्देश्य से नियद नेल्ला नार योजना शुरू की गई है। इस योजना के दायरे में शामिल 327 गांवों में तेजी से विकास के कार्य और ग्रामीणजनों को शासकीय सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों के चलते पहली बार नियद नेल्ला नार योजना गांवों की महिलाओं को पात्रता के आधार पर इस योजना में शामिल किया गया है, जिनकी संख्या फिलहाल 7658 है, उन्हें पहली बार 76 लाख 26 हजार 500 रूपए की सहायता राशि इस योजना के तहत मिलेगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नियद नेल्ला नार योजना में शामिल बीजापुर जिले के गांवों की 3872, दंतेवाड़ा जिले की 428, कांकेर जिले की 191, नारायणपुर जिले की 559 तथा सुकमा जिले की 2608 महिलाएं महतारी वंदन योजना की नयी लाभार्थी के रूप में दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि नियद नेल्ला नार योजना में शामिल गांवों की शासन की सभी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लगातार पहल की जा रही है। यह खुशी की बात है कि माओवाद आतंक के प्रभाव से मुक्त हुए गांवों की महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने की शुरूआत उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के करकमलों से हो रही है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में आर्थिक स्थिरता आई है। आज माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की महिलाओं तक यह योजना पहुंचना प्रदेश सरकार की उपलब्धि है। महतारी वंदन योजना के माध्यम से दी जा रही राशि से महिलाओं को परिवार की जरूरतों की पूर्ति, पोषण सुरक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण में बड़ी मदद मिल रही है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू होंगी शामिल, मंत्री श्री नेताम ने तैयारियों की समीक्षा की
रायपुर : भगवान बिरसा मुण्डा का जन्म दिन 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 19 और 20 नवम्बर को अम्बिकापुर के पीजी मैदान में भव्य आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में 20 नवम्बर को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू शामिल होगी। छत्तीसगढ़ के आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में आज नवा रायपुर स्थित उनके शासकीय निवास कार्यालय में तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा, आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, संयुक्त सचिव श्री बी.एस. राजपूत, अपर संचालक श्री सजंय गौड़, कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती गायत्री नेताम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सरगुजा संभाग के सभी जिलों के सहायक आयुक्त वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
गौरतलब है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जमुई, बिहार में आयोजित समारोह में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने आहवान् किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इसी दिन भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी अनावरण किया था।
उल्लेखनीय है कि बिरसा मुंडा के नेतृत्व में उलगुलान (क्रांति) जैसे ब्रिटिश शासन के खिलाफ जनजातीय आंदोलन, न केवल ब्रिटिश अत्याचार को चुनौती देने की दिशा में महत्वपूर्ण थे, बल्कि इसने राष्ट्रीय जागृति को भी प्रेरित किया है। जनजातीय समुदायों द्वारा भगवान के रूप में पूज्यनीय बिरसा मुंडा ने शोषणकारी औपनिवेशिक व्यवस्था के खिलाफ एक प्रभावी आंदोलन का नेतृत्व किया था। जिसके याद में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को जनजातीय नायकों का सम्मान करने के उद्देश्य से जनजातीय गौरव दिवस के रूप मनाया जाता है।
आदिम जाति विकास मंत्री श्री नेताम ने बैठक में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस गौरवपूर्ण आयोजन हो, इसके लिए सभी सबंधित आधिकारी-कर्मचारी संवेदनशीलता के साथ अभी से कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कार्यक्रम में जनजातीय नृत्य, लोककला, संगीत सहित विविध आयोजनों की भी तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्रदेश के सभी आश्रम-छात्रावासों में गौरव दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री श्री नेताम ने कार्यक्रम मेें जिले के प्रभारी मंत्रियों सहित विधायकों, सांसदों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को गौरव दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती को यादगार बनाने के लिए 1 नवबंर से 15 नवम्बर तक जनजातीय पखवाड़ा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान ब्लॉक स्तर पर कैम्प का भी आयोजन किया जा रहा है। कैम्प में आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे है। वहीं प्रधानमंत्री जनधन खाता भी खोले जा रहे है। उन्होंने बैठक में बताया कि 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तर भव्य आयोजन होगा। इस मौके पर जनजातीय नृत्य-संगीत प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी। जिला स्तर पर प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं का 19 नवम्बर को अंतिम प्रतियोगिता होगी। अलग-अलग आयामों के अंतिम विजेताओें को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदि मुर्मू के हाथों सम्मानित किया जाएगा।
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खैरागढ़. छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, 17 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली कमला सोड़ी उर्फ ऊंगी उर्फ तरुणा उम्र 30 वर्ष मूल निवासी ग्राम अरलमपल्ली, तहसील कोंटा, थाना दोरनापाल, जिला सुकमा ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक केसीजी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत उसे ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि और पुनर्वास की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
पुलिस के अनुसार, विकास कार्यों, सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई और संवाद की नीति ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया है।
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रायपुर। गुरुकुल महिला महाविद्यालय में कम्प्यूटर विभाग के द्वारा आज पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. किरण बाला दुबे , कंप्यूटर विज्ञान विभाग,शा.नागार्जुन साइंस कॉलेज रायपुर से मौजूद थी। छात्रों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत नए विषयों से टॉपिक का चयन करते हुए हेल्थ एंड हाइजीन, साइबर सिक्योरिटी ,एल्गोरिथम, डाटा साइंस , आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,डेटा स्ट्रक्चर जैसे विषयों का चुनाव करते हुए पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा लोगों से साझा किया।
कंप्यूटर डिपार्टमेंट के इस आयोजन में प्रथम स्थान पर नाज़ फातिमा जिसका विषय था ऑनलाइन गेमिंग और साइबर रिस्क द्वितीय स्थान पर अदिति तिवारी विषय था इको सिस्टम और उसके प्रकार तृतीय स्थान पर टी. महिष्मा विषय था features of Java कुल 28 छात्राओं ने हिस्सा लिया । कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
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रायपुर। राजधानी में अपराध चरम पर है, वही रायपुर के एक फार्महाउस में बर्थडे पार्टी में गई युवती के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। इस मामले ने पुलिस ने आरोपी आशीष जोशी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा आरोपी रूपेंद्र जोशी अभी फरार है। ये पूरा मामला धरसींवा थाना क्षेत्र का है।
पुलिस के मुताबिक, युवती अपने परिचित के जन्मदिन समारोह में शामिल होने गई थी, जहां आरोपियों ने कोल्ड ड्रिंक्स में शराब मिलाकर युवती से बारी-बारी दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर धरसींवा थाना पुलिस ने आशीष जोशी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा आरोपी रूपेंद्र जोशी अभी फरार है। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
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रायपुर। उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ के 34 अलंकरण से विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 37 विभूतियों एवं 4 संस्थाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अलंकरण समारोह के अति विशिष्ट अतिथि तथा विशिष्टि अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मंत्रीगण, सांसद एवं विधायकगण उपस्थित थे।
राज्य अलंकरण समारोह में उप राष्ट्रपति राधाकृष्णन एवं मुख्यमंत्री साय ने शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार हिरेश सिन्हा जिला कांकेर को प्रदान किया। यति यतनलाल सम्मान भारतीय कुष्ठ निवारक संघ, कात्रे नगर सोठी जिला जांजगीर-चांपा, गुण्डाधूर सम्मान सुश्री ज्ञानेश्वरी यादव राजनांदगांव, मिनीमाता सम्मान ललेश्वरी साहू दुर्ग, गुरूघासीदास सम्मान संयुक्त रूप से भुवनदास जांगड़े बेमेतरा एवं शशि गायकवाड़ बलौदाबाजार-भाटापारा, ठाकुर प्यारेलाल सिंह पुरस्कार प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति डोमा जिला धमतरी, हबीब तनवीर सम्मान डॉ. कुंज बिहारी शर्मा जिला रायपुर, महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान सुश्री चांदनी साहू जिला बिलासपुर को प्रदान किया गया।
इसी प्रकार पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान राजेश अग्रवाल जिला रायपुर, पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान डॉ. चिंतरंजन कर जिला रायपुर, चक्रधर सम्मान पंडित कीर्ति माधव लाल व्यास जिला दुर्ग, दाऊ मंदराजी सम्मान रिखी क्षत्रिय जिला दुर्ग, डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार संयुक्त रूप से थनेन्द्र कुमार साहू जिला धमतरी एवं वामन कुमार टिकरिहा जिला बलौदाबाजार, महाराजा अग्रसेन सम्मान राजेन्द्र अग्रवाल राजू जिला बिलासपुर, चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार प्रिंट मीडिया हिन्दी डॉ. संदीप कुमार तिवारी रायपुर एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हिन्दी का पुरस्कार संयुक्त रूप से डॉ. सोमेश कुमार पटेल एवं अभिषेक शुक्ला रायपुर, मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार प्रिंट मीडिया अंग्रेजी सुश्री भावना पाण्डेय जिला दुर्ग, दानवीर भामाशाह सम्मान नीरज कुमार बाजपेयी जिला राजनांदगांव, धन्वन्तरि सम्मान डॉ. अजय कृष्ण कुलश्रेष्ठ, बिलासादेवी केंवट मत्स्य विकास पुरस्कार सुखदेव दास जिला रायपुर को प्रदान किया गया।
इसी तरह डॉ. भंवरसिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान जंगो रायतार विद्या केतुल शिक्षण संस्था ग्राम दमकसा जिला कांकेर, रामानुज प्रताप सिंहदेव स्मृति श्रम यशस्वी पुरस्कार संयुक्त रूप से मिथलेश कुमार आदिल एवं अग्रसर टीम जिला दुर्ग तथा एनटीपीसी लिमि. लारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट पुसौर जिला रायगढ़ , पंडित लखनलाल मिश्र सम्मान योगेश कुमार साहू जिला कांकेर, छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान मनीष तिवारी जिला रायपुर, देवदास बंजारे स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार रोहित कुमार कोसरिया जिला महासमुंद, किशोर साहू सम्मान सुनील सोनी जिला रायपुर, लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान राकेश तिवारी जिला रायपुर, लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. विनोद कुमार वर्मा जिला बिलासपुर, किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण अनुराग बसु मुम्बई को प्रदान किया गया।
बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से खेमचंद जैन राजनांदगांव, डॉ. सुरेश मणि त्रिपाठी, डॉ. भूपेन्द्र करवंदे एवं भरतलाल सोनी रायपुर को, वीरांगन अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार प्रेमशीला बघेल महासमुंद को, माता बहादुर कलारिन सम्मान शिल्पा पाण्डेय सृष्टि जिला सरगुजा को, पंडित माधव राव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान अवधेश कुमार नई दिल्ली तथा संस्कृत भाषा सम्मान डॉ. दादू भाई त्रिपाठी जिला रायपुर को प्रदान किया गया।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आज नवा रायपुर के सेंध जलाशय के ऊपर भारतीय वायु सेना की प्रतिष्ठित एरोबेटिक “सूर्यकिरण” की टीम ने रोमांचक एयर शो का प्रदर्शन किया। देश के उप राष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ हजारों लोगों ने अद्भूत और रोमांचक एयर शो का आनंद लिया। आज प्रदेशवासियों के लिए वायु सेना का एयर शो कमाल का अनुभव रहा। सेंध जलाशय के ऊपर वायु सेना के फाइटर प्लेन्स ने एक के बाद एक कई हवाई करतब दिखाए। आसमान में पंछियों के झुंड की तरह बिल्कुल क्रम से उड़ने वाले फाइटर प्लेन्स के माध्यम से वायु सेना के जाबांजों ने अपने नियंत्रण और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन किया। विमानों के माध्यम से जब आकाश में तिरंगा लहराया तो सेंध जलाशय भारत माता की जय के नारे से गूंज उठा।
एयर शो के दौरान “सूर्यकिरण” टीम के लीडर ग्रुप कैप्टन अजय दशरथी ने आसमान से छत्तीसगढ़वासियों को रजत महोत्सव की बधाई दी। वहीं छत्तीसगढ़ निवासी भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल ने सेंध जलाशय के ऊपर अपने कॉकपिट से ‘जय जोहार’ और ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ कहकर दर्शकों का अभिवादन किया। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, कौशल विकास मंत्री गुरू खुशवंत साहेब और सांसद बृजमोहन अग्रवाल सहित विभिन्न निगमों, मंडलों और आयोगों के पदाधिकारी भी एयर शो देखने पहुंचे थे।
“सूर्यकिरण” टीम ने अनुशासन, परस्पर विश्वास, सटीकता और उत्साह के साथ एक घंटे तक वायु सेना के विमानों के साथ कलाबाजी दिखाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। नवा रायपुर के सेंध जलाशय में मौजूद हजारों दर्शक पायलटों के हैरतअंगेज साहस और करतबों को देखकर मंत्रमुग्ध होते रहे। विंग कमांडर ए.व्ही. सिंह के नेतृत्व में वन-एफ-9 और वन-एफ-8 हेलीकॉप्टर यूनिट ने वी-17 और वी-5 हेलीकॉप्टरों से स्लीपरी और स्काई-ऑपरेशन के करतब दिखाए। ‘आदिदेव’ नाम के इन हेलीकॉप्टरों से केवल 15 मीटर ऊंचाई पर स्थिर रहकर 14 गरूड़ कमांडोज रस्सी के सहारे नीचे उतरे। वहीं स्काई-ऑपरेशन के दौरान आठ गरूड़ कमांडोज रस्सी पर लटककर हेलीकॉप्टर से दर्शकों के सामने से आकाश में उड़ते हुए गुजरे। इन दोनों ऑपरेशनों को लड़ाई और आपदा के दौरान जनसामान्य को बचाने के लिए किया जाता है।
एयर शो में “सूर्यकिरण” की टीम के नौ हॉक-मार्क-123 फाइटर विमानों ने आसमान में हार्ट, डायमंड, लूप, ग्रोवर, डान लाइट, कॉम्बैट तेजस जैसे शानदार फार्मेशन बनाकर लोगों को रोमांचित किया। नीले आसमान में उड़ते लाल-सफेद जेट विमानों द्वारा तिरंगे की आकर्षक ट्रेल छोड़ने पर सेंध जलाशय परिसर तालियों और जय-हिंद के नारों से गूंज उठा। हज़ारों की संख्या में मौजूद नागरिक, युवा और बच्चे लगातार विमानों की कलाबाजियों को अपने कैमरों और मोबाइलों में कैद करते रहे।

वायु सेना के जाबांज फाइटर पायलटों ने आसमान में दिल की आकृति बनाकर 25वें राज्योत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तिरंगे के तीन रंगों से डीएनए की आकृति बनाकर तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रस्तुत किया। उन्होंने 360° में फाइटर जेट उड़ाते हुए उल्टा जेट भी उड़ाया। तेजस और युवाओं को समर्पित अंग्रेजी अक्षर ‘वाई’ की आकृति बनाने के साथ ही कई करतब दिखाए। टीम का प्रदर्शन केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि युवाओं में देशप्रेम, साहस और भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा की प्रेरणा जगाने का संदेश भी देता है।

एयर शो में छत्तीसगढ़ के स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल का शामिल होना राज्यवासियों के लिए गर्व और भावनात्मक जुड़ाव का पल था। आसमान में अपने विमान को तेज गति से उड़ाते हुए पटेल ने अपने कॉकपिट से ‘जय जोहार’ और ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ का जय घोष किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुश्री कंवल संधू ने अपनी लाइव कमेंट्री के दौरान एयर शो के रोमांचक वर्णन के साथ ही पायलटों के अनुशासन, समर्पण, प्रशिक्षण और जोखिम प्रबंधन की बारीकियों की जानकारी दी।
‘सूर्यकिरण’ एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम, 1996 में हुई थी स्थापना
भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (Surya Kiran Aerobatic Team) एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम है। यह विशिष्ट टीम भारत में ही निर्मित एचएएल (HAL) लाइसेंस प्राप्त हॉक एमके-132 (Mk-132) विमान उड़ाती है। इन विमानों के ज़रिए भारतीय वायु सेना की सटीकता, पेशेवर उत्कृष्टता और कौशल का अद्भुत प्रदर्शन करती है, जिसमें रोमांचक हवाई करतब और बेहद सटीक फॉर्मेशन शामिल होते हैं। सूर्यकिरण टीम को उसका मिशन विशेष बनाता है। देश के युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होकर देशसेवा के लिए प्रेरित करना इनका मिशन है।सूर्यकिरण टीम की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी। तब से यह टीम एशिया की एकमात्र नौ-विमानों वाली एरोबैटिक टीम होने का गौरव रखती है और दुनिया की कुछ चुनिंदा शीर्ष एरोबैटिक टीमों में शामिल है। यह असाधारण टीम अब तक भारत भर में 700 से अधिक प्रदर्शन कर चुकी है। साथ ही चीन, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय एयर शोज़ में भी किया है। टीम मंं कुल 13 पायलट, 3 इंजीनियरिंग अधिकारी, 1 उद्घोषक (कमेन्टेटर) और 1 चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं।
सूर्यकिरण टीम भारतीय वायुसेना की उस भावना को दर्शाती है जो उत्कृष्टता, अनुशासन और टीमवर्क पर आधारित है। टीम के सभी पायलट अत्यंत कठिन प्रशिक्षण से गुजरते हैं, जिसमें जटिल एरोबैटिक मूवमेंट्स का महीनों तक अभ्यास किया जाता है। उनका बेदाग़ तालमेल और नियंत्रण ही क्लोज़ फॉर्मेशन फ्लाइंग की नींव है जहाँ नौ विमान मानो एक ही आत्मा से संचालित प्रतीत होते हैं।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में पदस्थ आईएएस, आईपीएस अफसरों को 1 जुलाई 2025 से पुनरीक्षित दरों पर महंगाई भत्ता भुगतान करने की स्वीकृति दे दी हैं। इस बाबत सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव मनोज कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया हैं।

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रायपुर: उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज बिलासपुर में विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रेल हादसे में घायल मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनके जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की। श्री साव ने अस्पताल में डॉक्टरों से चर्चा कर घायलों के स्वास्थ्य के बारे में पूछा और उनके बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि 4 नवम्बर को बिलासपुर के लाल खदान के पास हुए रेल हादसे में 11 लोगों की मृत्यु और 20 लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज बिलासपुर के सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेडिसिटी अस्पताल में चल रहा है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने इन सभी अस्पतालों का दौरा कर घायलों से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। महापौर श्रीमती पूजा विधानी, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसपी श्री रजनेश सिंह, नगर निगम के आयुक्त श्री अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ श्री संदीप अग्रवाल भी इस दौरान उनके साथ थे।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ मेटिकल काॅर्पोरेशन लिमिटेड ने दो दवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी है। कॉर्पोरेशन ने स्पष्ट किया है कि दोनों प्रकरणों की जांच एवं दवाओं के परीक्षण परिणामों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निविदा की शर्तों और नियमों के अनुसार की जाएगी।
राज्य में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) द्वारा नियमित निरीक्षण और निगरानी की प्रक्रिया लगातार जारी है। इसी क्रम में हाल ही में की गई जांच के दौरान दो दवाओं पर अस्थायी रोक लगाई गई है।
कॉर्पोरेशन द्वारा ड्रग वेयरहाउस कवर्धा में बैक्लोफेन 10 एमजी टैबलेट (Drug Code – ND88) के Batch No. RT24126 और RT25018 का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें कुछ पैकेट्स पर रंग परिवर्तन पाए गए। एहतियातन इन बैचों के वितरण और उपयोग पर अस्थायी रोक लगाते हुए नमूनों को NABL मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में पुनः परीक्षण हेतु भेजा गया है।
इसी प्रकार, रीजनल ड्रग वेयरहाउस बिलासपुर से आयरन सुक्रोज 100 एमजी इंजेक्शन (ड्रग कोड – D285), बैच No. V24104 को प्राथमिक स्वास्थ्य एवं जच्चा-बच्चा केंद्र, बंधवापारा (हेमू नगर) में उपयोग के दौरान एक मरीज में साइड इफेक्ट की सूचना प्राप्त हुई। इस पर CGMSC ने संबंधित बैच के उपयोग पर भी सावधानीवश अस्थायी रोक लगाई है।
कॉर्पोरेशन ने स्पष्ट किया है कि दोनों प्रकरणों की जांच एवं दवाओं के परीक्षण परिणामों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निविदा की शर्तों और नियमों के अनुसार की जाएगी।
छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा है कि वह राज्य के मरीजों को सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण और विश्वसनीय दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सतत निगरानी और गुणवत्ता परीक्षण की प्रक्रिया अपना रहा है।
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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज शाम राज्योत्सव के चौथे दिन नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने राज्योत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थापना के 25 वर्षों में विकास की नई गाथा लिखी है। राज्य ने हर क्षेत्र में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 नवम्बर को दिनभर नवा रायपुर में रहकर राज्योत्सव का शुभारंभ किया और विधानसभा के नए भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने अपने प्रवास के दौरान राज्य को 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी है। इसके लिए मैं राज्य के तीन करोड़ लोगों की ओर से उनके प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि अलग राज्य के निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ उपेक्षा के दंश से मुक्त हुआ। अटलजी की दूरदृष्टि से छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति मिली। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से गांव-गांव तक पक्की सड़क पहुँची, जिससे ग्रामीण विकास के द्वार खुले। शिक्षा, स्वास्थ्य और अधोसंरचना सहित सभी क्षेत्रों में तीव्र गति से कार्य हुए।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 22 महीनों में ‘मोदी की गारंटी’ के अधिकांश बड़े कार्यों को पूरा किया है। हम राज्य में स्वच्छ, संवेदनशील और पारदर्शी शासन के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी उद्देश्य से हमने सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया है।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य निर्माण से पूर्व बस्तर और सरगुजा के सुदूर वनांचल उपेक्षा का शिकार हुआ करते थे। स्वास्थ्य, शिक्षा और निर्माण सुविधाओं के अभाव में ये क्षेत्र नक्सल हिंसा की पीड़ा सहते हुए दयनीय अवस्था में थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस पीड़ा को समझते हुए अलग राज्य का निर्माण किया, जिसके बाद से छत्तीसगढ़ लगातार विकास की राह पर अग्रसर है। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सचिव डॉ. रोहित यादव ने राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने पर सभी नागरिकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।
मुख्यमंत्री ने 14 पुलिस जवानों को प्रदान किए वीरता पदक
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सल ऑपरेशन में अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन करने वाले पुलिस के 14 जवानों को वीरता पदक प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने शहीद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे और शहीद वीरेंद्र कुमार शोरी के परिजनों सहित नक्सल मोर्चे पर जांबाजी के साथ लड़ने वाले पुलिस जवानों धरम सिंह तुलावी, विजय पुनेंग,गोपाल बरदू, रामेश्वर ओयामी, राजूलाल मरकाम, समलूराम सेठिया, तुलाराम ओवासी, मोहन लाल कट्टम, संतोष मोरामी, मनोज यादव, जामुराव तथा निशा कचलाम को वीरता पदक प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विधायक इंद्र कुमार साहू, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद के अध्यक्ष शशांक शर्मा, छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष मोना सेन, अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम तथा संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य उपस्थित थे।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 का आज अंतिम दिन है। इस मौक पर नवा रायपुर में भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम और आकाश गंगा पैराट्रूपर टीम नवा रायपुर के आसमान में अपने अद्भुत करतबों का प्रदर्शन किया। सेंध तालाब के ऊपर हुए एयर शो में 9 हॉक एमके-132 फाइटर जेट्स ने एक साथ उड़ान भरते हुए ‘तिरंगा’, ‘हार्ट इन द स्काई’ और ‘एरोहेड’, डायमंड, लूप, ग्रोवर, डान आदि परफॉर्मेंस आकाश में दिखाई दिए । इसके साथ ही आसमान में तिरंगा भी लहराया गया।
बता दें कि, इस शो को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि 10 से 15 किमी के बीच लोगों को साफ दिख सके। छत्तीसगढ़ स्थापना की 25 वीं वर्षगांठ पर सूर्य किरण टीम के हैरतअंगेज हवाई करतब के लिए सूर्य किरण की टीम रायपुर पहुंची है। रोमांच से भरे इस प्रदर्शन में सूर्य किरण टीम के 9 फाइटर प्लेन शामिल हैं। ग्रुप कैप्टन अजय दशरथी ने सूर्यकिरण टीम का नेतृत्व किया, जबकि स्क्वॉड्रन लीडर गौरव पटेल, जो छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं, टीम का हिस्सा रहे। गौरव ने कहा कि यह शो उनके लिए बेहद खास रहा।
सूर्य किरण की टीम अब तक देश-विदेश में 700 एयर शो कर चुके हैं। हाल में ही टीम ने थाइलेंड में प्रदर्शन किया था। फाइटर पायलटों ने बताया कि 8 माह के कठिन प्रशिक्षण के बाद एयर शो के लिए सक्षम हो पाते हैं। वहीं आज के इस एयर शो को देखने के लिए बड़ी संख्या मे लोग पहुंचे और इसका आनंद लिया।













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