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Holiday List 2026 : छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2026 के लिए सरकारी कर्मचारियों के अवकाश कैलेंडर की घोषणा कर दी है। नए कैलेंडर के अनुसार 2026 में कुल 31 सार्वजनिक अवकाश और 19 ऐच्छिक छुट्टियां होंगी। हालांकि, कई प्रमुख त्योहार शनिवार और रविवार के दिन पड़ने के कारण कर्मचारियों को कुछ छुट्टियों का लाभ नहीं मिल पाएगा।

सप्ताहांत पर पड़ने वाले पर्व
महाशिवरात्रि (15 फरवरी), दिवाली (8 नवंबर), ईद-उल-फितर (21 मार्च), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) जैसे पर्व शनिवार या रविवार को पड़ रहे हैं। इन दिनों कर्मचारियों को अतिरिक्त अवकाश नहीं मिल पाएगा।
2026 के लंबे वीकेंड
2036 में कई बड़े पर्व सोमवार को पड़ रहे हैं, जैसे होलिका दहन (2 मार्च), रामदेव जयंती और तेजा दशमी (21 सितंबर), दुर्गाष्टमी (19 अक्टूबर), गोवर्धन पूजा (9 नवंबर)। इन अवसरों पर कर्मचारियों को लंबे वीकेंड का लाभ मिलेगा।
कलेक्टर करेंगे स्थानीय छुट्टियों की घोषणा
जिलों के कलेक्टर्स को 2 अतिरिक्त स्थानीय छुट्टियां घोषित करने का अधिकार रहेगा, जो स्थानीय पर्वों या परंपराओं से जुड़ी होंगी।
3 दिन की लगातार छुट्टियां
वर्ष 2026 में 12 हफ्ते ऐसे होंगे, जिनमें कर्मचारियों को लगातार 3 दिन की छुट्टी मिलेगी। इनमें 7 हफ्ते ऐसे होंगे, जहां शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश के साथ शनिवार और रविवार की छुट्टी जुड़ जाएगी।
2025 की तुलना में छुट्टियां कम
वर्ष 2025 में राज्य में कुल 33 सार्वजनिक और 20 ऐच्छिक छुट्टियां थीं, जबकि 2026 में यह संख्या घटकर 31 और 19 रह गई है।
Holiday List 2026 : सरकारी अधिकारियों का कहना है कि छुट्टियों का संतुलन बनाए रखने की कोशिश की गई है, ताकि त्योहारों और सरकारी कार्यों में किसी तरह की बाधा न आए और कर्मचारियों को परिवार और धार्मिक आयोजनों के लिए पर्याप्त समय मिले।
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रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा अपने संक्षिप्त एक दिवसीय प्रवास के दौरान स्व बलिराम स्मृति मेडिकल कॉलेज के चरक सभागार में मेडिकल कॉलेज के अध्ययनरत चिकित्सकों से संवाद करते हुए कहा कि सुरक्षा कैंपों के समीप संवेदनशील ग्रामों में मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर एक नई पहल है, जो चिकित्सकों को बस्तर क्षेत्र की जनता से जुड़ने के साथ एक अनोखा अनुभव प्राप्त करने का अवसर है।
हमारे सुझाव को स्वीकार कर कालेज के डीन और उनकी टीम के द्वारा संवेदनशील ग्रामों में एक-दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया इसके लिए बधाई। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा देने में जो खुशी-आनंद की अनुभूति होगी,ओ पैसा से नहीं खरीदी जा सकती है। यहां चिकित्सकों के अलावा रायपुर के बड़े बड़े चिकित्सकों ने बस्तर संभाग के जिलों में आकर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए। कालेज में तैयार हो रहे नए चिकित्सक भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अपना मनोभाव जरूर बनाएं। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने स्वास्थ्य शिविर में शामिल हुए 18 सदस्यों से परिचय प्राप्त कर उनके कार्य की सराहना की। साथ ही कालेज में अध्ययनरत बस्तर संभाग के चिकित्सकों से भी उनके जिले की जानकारी के साथ परिचय प्राप्त किया।

इस अवसर पर जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव ने कहा कि सरकार द्वारा बस्तर में शांति बहाली के लिए सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा जनता के बीच बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने की संवेदनशील ग्रामों में मेडिकल शिविर आयोजित करना भी एक नई पहल का स्वागत है। बस्तर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का दल जिन्होंने स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया उन्हें बहुत बहुत बधाई। बस्तर जैसे प्राकृतिक सुंदरता वाले इलाके में कला, संस्कृति को जानने-समझने के साथ चिकित्सा सेवा देना एक बेहतरीन अवसर मिला।
इस प्रकार के कार्यक्रम में सभी चिकित्सकों को जाना चाहिए, इसका बहुत अच्छा प्रभाव क्षेत्र की जनता को मिलेगा। कार्यक्रम में आई जी श्री सुन्दरराज पी. ने भी चिकित्सकों को बधाई देते हुए आगे की कार्ययोजना पर स्वास्थ्य टीम, मेडिकल कालेज की टीम से चर्चा कर संवेदनशील क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की बात कही।

कार्यक्रम में विधायक चित्रकोट श्री विनायक गोयल, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिंहा, डीन डॉ प्रदीप बेक, अस्पताल अधीक्षक डॉ अनुरूप साहू सहित अध्ययनरत चिकित्सक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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रायपुर: राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज यहां राजभवन में खैरगढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के गोद ग्राम-सोनपुरी के उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यार्थियों एवं लखपति दीदियों को सम्मानित किया। राज्यपाल ने उन्हें अपने हाथों से प्रमाण पत्र दिया। श्री डेका ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत विभिन्न कौशल क्षेत्रों में प्रशिक्षण ले रहे विद्यार्थियों से बातचीत कर उन्हें अच्छे से अध्ययन करने और स्किल सीख कर आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी।

उन्होंने लखपति दीदियों से चर्चा कर उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली। लखपति दीदियों ने जैविक खेती, ड्रोन के माध्यम से किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी।

सम्मान समारोह में राज्यपाल के गोदग्राम सोनपुरी के विद्यार्थी खुसाल वर्मा, कपिल वर्मा, टोपसिंग, पिमला वर्मा, खुशी, प्रिया वर्मा, पूूजा, विनीता यादव को प्रमाण पत्र दिया गया। साथ ही जैविक कृषि सखी श्रीमती राधा वर्मा, ड्रोन दीदी श्रीमती सवित्री साहू, स्वच्छग्राही श्रीमती गोदावरी और निता वर्मा को सम्मान प्रमाण पत्र दिया गया।

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रायपुर. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 20 नवंबर को छत्तीसगढ़ प्रवास का कार्यक्रम प्रस्तावित है. इस दौरान राष्ट्रपति अंबिकपुर के पीजी कॉलेज मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगी. उनके दौरे की तैयारियों को लेकर मंत्रालय (महानदी भवन) में 11 नवंबर को शाम 4 बजे मुख्य सचिव विकास शील की अध्यक्षता में बैठक होगी. बैठक में सभी प्रमुख मंत्रालय और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित संबंधित जिलों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान सरगुजा के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगी. मुख्यसचिव द्वारा राष्ट्रपति के निर्बाध और गरिमामय प्रवास के लिए सुरक्षा, यातायात, स्वच्छता, आवागमन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित आवश्यक व्यवस्थाओं की व्यापक समीक्षा की जाएगी. अधिकारियों को दायित्व निर्वहन के निर्देश दिए जाएंगे.
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रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार जल्द ही जनता को बिजली बिल में बड़ी राहत देने जा रही है। राज्य की लोकप्रिय ‘बिजली बिल हाफ स्कीम’ को फिर से संशोधित करने की तैयारी की जा रही है। सरकार इस योजना के तहत 100 यूनिट से बढ़ाकर 200 यूनिट तक की बिजली पर आधा बिल करने का प्रस्ताव तैयार कर चुकी है। इस फैसले से राज्य के 14 लाख से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं को सीधी राहत मिलने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिए संकेत
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस दिशा में संकेत देते हुए कहा कि सरकार आम लोगों पर बढ़ते बिजली खर्च का बोझ कम करने के लिए गंभीर है। सूत्रों के मुताबिक बिजली दरों से संबंधित फाइल मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंच चुकी है और अंतिम मंजूरी के बाद दिसंबर से नई व्यवस्था लागू की जा सकती है।
बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत
वर्तमान दरों के अनुसार, जिन उपभोक्ताओं का मासिक बिजली बिल 800 से 900 रुपए तक आता है, उन्हें नई दरें लागू होने के बाद 420 से 435 रुपए तक का भुगतान करना पड़ेगा। जिसका मतलब है कि उपभोक्ताओं की प्रति बिल औसतन 400 से 450 रुपए तक की बचत हो सकती है।
कुछ समय पहले भी हुआ था बदलाव
गौरतलब है कि 1 अगस्त 2025 को राज्य सरकार ने बिजली सब्सिडी की सीमा में बदलाव करते हुए पहले की 400 यूनिट की सीमा घटाकर 100 यूनिट कर दी थी। अब सरकार इस फैसले को आंशिक रूप से पलटते हुए 100 यूनिट से बढ़ाकर 200 यूनिट तक छूट देने जा रही है।
यह निर्णय राज्य के मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सरकार इस फैसले से जनता के भरोसे को मजबूत करने और लोकप्रिय योजनाओं को फिर से सक्रिय करने की दिशा में काम कर रही है।यदि दिसंबर से नई व्यवस्था लागू होती है, तो यह छत्तीसगढ़ की जनता के लिए सर्दी के मौसम में बड़ी सौगात होगी। सरकार का दावा है कि योजना से राज्य की अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक बोझ नहीं पड़ेगा, लेकिन जनता को सीधी आर्थिक राहत महसूस होगी।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में सर्दी ने दस्तक दे दी है। उत्तर-पूर्व से आ रही शुष्क ठंडी हवाओं के कारण राज्य भर में तापमान तेजी से गिर रहा है। पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी दर्ज की गई है। अंबिकापुर सबसे ठंडा रहा जहां पारा 11 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।
राजधानी रायपुर का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से घटकर 18 डिग्री के आसपास आ गया है। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों में उत्तरी क्षेत्रों में शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है। वातावरण में नमी कम होने से मौसम पूरी तरह रूखा हो चुका है। हवा की दिशा में बदलाव के कारण रातें और सुबहें कनकनी भरी हो गई हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नवंबर का दूसरा सप्ताह शुरू होते ही ठंड का असर दिखने लगा है। उत्तर से आ रही ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में भी अपना प्रभाव छोड़ रही हैं। अंबिकापुर में पिछले दिन 13 डिग्री से ऊपर रहने वाला पारा अब 11 डिग्री से नीचे चला गया है। बिलासपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में भी तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट दर्ज हुई है।
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रायपुर। राजधानी रायपुर में एक बार फिर झाड़-फूंक के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। राखी थाना क्षेत्र के बेंद्री गांव में एक व्यक्ति ने बीमारी ठीक करने का झांसा देकर परिवार से लाखों रुपये के गहने और नकदी ठग लिए। घटना के बाद पीड़ित परिवार ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 30 अक्टूबर को उसका ससुर तुका राम साहू अपने घर एक मेहमान को लेकर आया और परिचय कराया कि यह उसका रिश्तेदार भांजा है। घरवालों ने सम्मान स्वरूप उसके पैर छुए। इसी दौरान आरोपी ने कहा कि बहू ओम कुमारी साहू की तबीयत बहुत खराब है और अगर जल्द इलाज नहीं किया गया तो हालत बिगड़ जाएगी। उसने झाड़-फूंक के जरिए इलाज करने की बात कही।इसके बाद आरोपी बहू के कमरे में गया और झाड़-फूंक का बहाना बनाकर घर में रखे सोने के जेवर निकलवाए। उसने सास-बहू दोनों को एक-दूसरे से बात न करने की हिदायत दी और पूजा-पाठ करने के बहाने जेवर और 12,000 रुपये नगद को एक रूमाल में बांधकर ले गया। आरोपी ने कहा कि वह गांव के बाहर पूजा कर लौट आएगा, लेकिन फिर कभी वापस नहीं आया।आरोपी गुलबंद, टापस, मंगलसूत्र, डोंडा माला, अंगूठी, कान की बाली (इयररिंग) और नकदी लेकर फरार हो गया। पीड़ित परिवार ने 7 नवंबर को आरोपी की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। -
रायपुर। रायपुर पुलिस ने सूदखोरी और जबरन वसूली में वांछित आरोपी वीरेंद्र तोमर ऊर्फ रूबी तोमर को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच और पुरानी बस्ती थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी पर मारपीट, हत्या की कोशिश, उगाही, सूदखोरी और कई गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं। उसका छोटा भाई रोहित तोमर अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
मामला तब शुरू हुआ जब तेलीबांधा थाना में एक कारोबारी ने दोनों भाइयों के खिलाफ मारपीट और धमकी देने की शिकायत दर्ज करवाई थी। एफआईआर के बाद दोनों आरोपी 2 जून से फरार थे और पुलिस की दबिश के बावजूद कानूनी दांव-पेच और लगातार लोकेशन बदलकर गिरफ्तारी से बचते रहे। हाल ही में हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद पुलिस ने तलाश तेज़ कर दी।
जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि वीरेंद्र ग्वालियर में छिपा हुआ है। इसके बाद रायपुर पुलिस की टीम वहां भेजी गई। क्राइम ब्रांच ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की और घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
दोनों भाइयों की गिरफ्तारी पर एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने पहले ही 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। लंबे समय तक फरारी के बाद आखिरकार वीरेंद्र पुलिस के जाल में आ गया।
सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र को ग्वालियर में उसके एक रिश्तेदार के घर से पकड़ा गया है। फरारी के दौरान वह यूपी और राजस्थान के कई शहरों में भी छिपकर रहा। हाईकोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद वह ग्वालियर भाग गया था।
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रायपुर: कतिपय सोशल मीडिया में प्रसारित उप मुख्यमंत्री-सह-लोक निर्माण मंत्री के परिवार के निजी कार्यक्रम का भुगतान लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जाने संबंधी समाचार तथ्यहीन एवं भ्रामक है। लोक निर्माण विभाग द्वारा उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव या किसी भी निजी कार्यक्रम का कोई भुगतान नहीं किया गया है। आरटीआई के तहत विभाग द्वारा प्रदान की गई जानकारी में सोशल मीडिया में प्रसारित किसी भी बिल का कोई उल्लेख नहीं है। इन बिलों से विभाग का कोई संबंध नहीं है। लोक निर्माण विभाग के बेमेतरा संभाग के कार्यपालन अभियंता श्री डी.के. चंदेल ने इस संबंध में वस्तुस्थिति की विस्तार से जानकारी दी है।
श्री चंदेल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के बेमेतरा संभाग के अंतर्गत व्ही.आई.पी. कार्यक्रमों में लगाए गए टेंट-पंडाल से संबंधित किये गये भुगतान की जानकारी श्री अब्दुल वाहिद रवानी आत्मज अब्दुल मजीद रवानी, निवासी वार्ड नंबर 21, बाजार पारा बेमेतरा, जिला-बेमेतरा को सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग भवन/सड़क, संभाग बेमेतरा के पत्र क्रमांक 4630/सू.अ.लि./25, दिनांक 28.08.2025 को जानकारी प्रदान किया गया है।श्री रवानी द्वारा सूचना का अधिकार के माध्यम से बेमेतरा संभाग में दिनांक 18.06.2025 को गुरूनानक टेंट हाऊस एवं केटरर्स, गुरूदेव टेंट हाउस एवं केटरर्स, खालसा टेंट केटरिंग एवं लाइट को किये गये भुगतान राशि रू. 3.97 करोड़ के बिल व्हाउचर सहित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के प्रोटोकॉल एवं कलेक्टर महोदय के आदेश की प्रति कार्यपालन अभियंता ने दिनांक 28.08.2025 को जानकारी प्रदान की है। विभाग द्वारा प्रदान की गई जानकारी में ऐसे किसी भी बिल का कोई उल्लेख नहीं है और विभाग का ऐसे किसी भी बिल से कोई संबंध नहीं है, जो सोशल मीडिया में भ्रामक रूप से प्रसारित हो रही है। जिन कार्यक्रमों का भुगतान किया गया है, उसका विवरण निम्नानुसार है –
1. दिनांक 19, 20 एवं 21 दिसंबर 2024 को बेमेतरा जिला के नवागढ़ में 3 दिवसीय मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लगाये गये टेंट पंडाल आदि की व्यवस्था का 1,76,30,694/- रूपये भुगतान हुआ है।
2. दिनांक 25.01.2024 को जिला बेमेतरा के जूनी सरोवर ग्राम में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 71,16,646/- रूपये भुगतान हुआ है।
3. दिनांक 04.07.2024 को जिला बेमेतरा के अंधियारखोर ग्राम में मंत्री के कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 17,99,088/- रूपये भुगतान हुआ है।
4. दिनांक 24.02.2024 को ग्राम बेमेतरा के मंडी परिसर में विकसित भारत कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 11,88,084/- रूपये भुगतान हुआ है।
5. दिनांक 14.01.2025 को ग्राम संबलपुर में मंत्री के कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 10,11,450/- रूपये भुगतान हुआ है।
6. बेमेतरा संभाग अंतर्गत दिनांक 28.06.2024 को सिंधौरी में वर्चुअल कार्यक्रम, दिनांक 04.07.2024 को अंधियारखोर में शासकीय कार्यक्रम, दिनांक 12.08.2024 से 14.08. 2024 तक तिरंगा यात्रा कार्यक्रम, दिनांक 20.10.2024 को बेमेतरा में वाचनालय का लोकार्पण कार्यक्रम, दिनांक 14.01.2025 को ग्राम दाढ़ी में भूमिपूजन का कार्यक्रम, दिनांक 14.01.2025 को संबलपुर में भूमिपूजन का कार्यक्रम, दिनांक 07.10.2025 को प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक, दिनांक 12.10.2024 को बेमेतरा के मंडी प्रांगण में कार्यक्रम, दिनांक 15.11.2024 को टाउन हॉल में जनजाति गौरव दिवस का कार्यक्रम, दिनांक 19.12.24 से 21.12.24 तक नवागढ़ में पंथी प्रतियोगिता के कार्यक्रम हुए हैं। इन सभी कार्यक्रमों में लाइटिंग, साउंड एवं एल.ई.डी. व्यवस्था आदि कार्य हेतु 33,29,310/- रूपये भुगतान हुआ है।
7. दिनांक 24.02.2024 को ग्राम नवागढ़ के बस स्टैंड में विकसित भारत कार्यक्रम का 14,13,957/- रूपये भुगतान हुआ है।
8. दिनांक 28.06.2024 को बेमेतरा के न्यायालयीन परिसर के उद्घाटन समारोह के वर्चुअल कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 14,24,071/- रूपये भुगतान हुआ है।
9. दिनांक 14.01.2025 को ग्राम दाढ़ी में मंत्री के कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 3,67,552/- रूपये भुगतान हुआ है।
10. दिनांक 26.01.2025 को बेमेतरा के बेसिक ग्राउंड में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 14,21,302/- रूपये भुगतान हुआ है।
11. दिनांक 05.11.2024 को ग्राम बेमेतरा के बेसिक स्कूल ग्राउंड में राज्योत्सव कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 13,39,689/- रूपये भुगतान हुआ है।
12. दिनांक 15.08.2024 को ग्राम बेमेतरा के बेसिक स्कूल ग्राउंड में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में लगे टेंट व्यवस्था का 16,77,024/- रूपये भुगतान हुआ है।
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रायपुर - छत्तीसगढ़ सरकार ने संविदा कर्मचारियों के हित में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब किसी भी संविदाकर्मी को सिर्फ 1 महीने का वेतन देकर अचानक नौकरी से नहीं निकाला जा सकेगा। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सेवा से पृथक करने से पहले संबंधित कर्मचारी को अपील करने और अपनी बात रखने का पूरा अवसर दिया जाएगा।
सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किए नए निर्देश
राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) की नियम शाखा ने सभी विभागों, राजस्व मंडल अध्यक्षों, संभाग आयुक्तों, विभागाध्यक्षों, कलेक्टर्स और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को नए निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने कहा है कि किसी भी संविदाकर्मी को हटाने से पहले निर्धारित प्रक्रिया का पालन अनिवार्य होगा।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद आदेश जारी
यह निर्णय बिलासपुर हाईकोर्ट के हालिया आदेश के अनुपालन में लिया गया है। कोर्ट ने कहा था कि संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को सेवा से पृथक करने से पहले अपील और सुनवाई का अवसर मिलना चाहिए। अब किसी भी सेवामुक्त संविदाकर्मी को 60 दिनों के भीतर विभागाध्यक्ष के समक्ष अपील करने का अधिकार होगा। विभागीय सुनवाई के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
2012 के नियम में हुआ संशोधन
अब तक लागू छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (संविदा नियुक्ति) नियम, 2012 के अनुसार किसी भी संविदाकर्मी को 1 माह की पूर्व सूचना या एक माह का वेतन देकर हटाया जा सकता था। उस व्यवस्था में अपील का कोई प्रावधान नहीं था। नए निर्देश से यह प्रक्रिया अब अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत हो जाएगी।
संविदा व्यवस्था पर निर्भर प्रशासनिक ढांचा
छत्तीसगढ़ में संविदा नियुक्तियों की परंपरा काफी पुरानी है। सेवानिवृत्त अधिकारियों से लेकर निचले स्तर तक के कर्मचारी संविदा पर कार्यरत हैं। नियमित भर्तियों की कमी के कारण यह व्यवस्था लंबे समय से जारी है, जिससे छोटे कर्मचारियों में अस्थिरता बनी हुई थी। सरकार के इस फैसले से अब संविदा कर्मचारियों को स्थायित्व और नौकरी की सुरक्षा मिलेगी।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना अब उन परिवारों के लिए संजीवनी बन चुकी है, जिनके लिए गंभीर बीमारियों का खर्च उठाना संभव नहीं होता। इस योजना ने एक बार फिर जशपुर जिले के बगीचा निवासी 48 वर्षीय किसान गणेशराम यादव को नई ज़िंदगी दी है।
गणेशराम की दोनों किडनियाँ खराब हो चुकी थीं। कई महीनों से डायलिसिस पर चल रहे गणेशराम की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। डॉक्टरों ने उन्हें किडनी प्रत्यारोपण की सलाह तो दी, लेकिन उपचार का खर्च सुनकर परिवार की उम्मीदें टूटने लगीं। एक किसान परिवार के लिए इतना बड़ा खर्च उठाना असंभव था – परिवार असहाय खड़ा था, और हर दिन जीवन की आस धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही थी।
इसी कठिन समय में उन्हें कुनकुरी सदन के माध्यम से मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना की जानकारी मिली। परिवार ने तत्परता से पहल की, आवश्यक दस्तावेज़ तैयार किए गए, और बिना किसी जटिल प्रक्रिया के योजना के अंतर्गत उनका पूरा उपचार निःशुल्क स्वीकृत हो गया।
गणेशराम को रायपुर स्थित एम्स अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में भर्ती कराया गया। उनके उपचार के लिए उनकी 64 वर्षीय माता सरस्वती यादव ने अपने बेटे के लिए निःसंकोच किडनी दान कर दी — इस प्रकार एक माँ ने अपने बेटे को दूसरी बार जीवनदान दिया।
किडनी प्रत्यारोपण सफल रहा, और गणेशराम अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। घर लौटने के बाद उनका परिवार पुनः खुशियों से भर उठा है।स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के पश्चात् गणेशराम अपने परिवार के साथ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से राजधानी रायपुर स्थित निवास में मिले। उनकी आँखों में कृतज्ञता और भावनाओं की नमी थी। मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए गणेशराम ने कहा कि“अगर यह योजना नहीं होती, तो शायद मैं आज ज़िंदा नहीं होता। सरकार ने हमारी जीवन की टूटी हुई आस को फिर से लौटा दिया।”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गणेशराम और उनके परिवार से आत्मीय मुलाकात करते हुए उनके उज्ज्वल और स्वस्थ भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि, “प्रदेश का प्रत्येक नागरिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पाने का अधिकारी है। हमारी सरकार का प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण इलाज से वंचित न रहे — यही सच्चे अर्थों में जनसेवा है।”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में मानवीयता और करुणा को नया आयाम दे रही है।
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रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए चार प्रमुख नालों पर पुल निर्माण हेतु 13 करोड़ 69 लाख 21 हजार रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। यह परियोजना ग्रामीण इलाकों में आवागमन को न केवल आसान बनाएगी, बल्कि वर्षा ऋतु में संपर्क मार्गों के बाधित न होने की सुनिश्चितता भी प्रदान करेगी।
दुलदुला एल-025 से बनगांव मार्ग के लिए 3.60 करोड़ रू., चटकपुर से बकुना मार्ग के लिए 2.71 करोड़ रू., मुड़ाअम्बा मुड़ा नाला पर पुल निर्माण हेतु 2.69 करोड़ रू. और फरसाबहार के रायअम्बा से मकरीबंधा कुसुमनाला पर पुल निर्माण के लिए 4.67 करोड़ रू. की स्वीकृति मिली है। इन पुलों के निर्माण से ग्रामीणों का दैनिक आवागमन, स्थानीय व्यापार, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार संभव होगा।
क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के इस महत्वपूर्ण कदम के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया है। यह परियोजना जशपुर जिले के सामाजिक-आर्थिक विकास में क्रांतिकारी बदलाव लाने में सहायक होगी और बेहतर भविष्य की संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगी। -
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। अरपा नदी में बने पुराने पुल के पास तैरता हुआ शव मिला। मृतक की पहचान भाटापारा निवासी हाईकोर्ट एडवोकेट राहुल अग्रवाल के रूप में हुई है, जो मंगला में रहते थे। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच का रही है।
रिवर व्यू और अरपा के पुलों पर युवकों का जमावड़ा लगा हुआ था। कुछ युवक मोबाइल से तस्वीरें ले रहे थे, इस दौरान उन्हें नदी की तेज धार में किसी व्यक्ति का हाथ दिखाई दिया। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। युवकों से जानकारी लेकर पुलिस ने लाश बाहर निकालने की कवायद शुरू की। एसडीआरएफ टीम ने भारी मशक्कत के बाद लाश बाहर निकाला। मृतक की पहचान हाईकोर्ट अधिवक्ता राहुल अग्रवाल के रूप में हुई।
बताया जा रहा है कि मूलतः भाटापारा के रहने वाले अधिवक्ता राहुल अग्रवाल पिछले सात सालों में मंगला में रहकर हाईकोर्ट में वकालत कर रहे थे। गुरुवार की रात वे अपने-एक दोस्त की शादी में मोपका गए हुए थे। उसके बाद रात 12 बजे से उनकी कार अरपा पुल के बीचों बीच खड़ी थी। उक्त कार को लावारिस हालत में खड़ी देख कुछ लोगों ने को सूचना दी, रात तीन बजे पुलिस कार को उठाकर थाने ले गई। इधर अधिवक्ता की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखाई गई। अरपा में लाश दिखने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई। अरपा में लाश उस स्थान के नीचे दिखी, जिस स्थान पर पुल के ऊपर कार खड़ी थी। प्रारंभिक जांच में युवक के आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है, पुलिस की जांच के बाद मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
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रायपुर। राजधानी रायपुर से सटे ग्राम बरोंदा से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक बुजुर्ग महिला की उसके ही दामाद ने बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
बता दें कि, घटना 5 नवंबर की बताई जा रही है। मृतका का नाम राजबाई बांधे है। जानकारी के अनुसार, घटना वाले दिन परिवार राज्योत्सव घूमने की तैयारी कर रहा था, लेकिन आरोपी दामाद वीरेंद्र कुर्रे ने जाने से मना किया। इसी बात को लेकर घर में विवाद शुरू हो गया। विवाद के दौरान आरोपी ने बच्चों को पीटना शुरू कर दिया। जब बुजुर्ग सास राजबाई ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो आरोपी आपे से बाहर हो गया और उसने सास को जमीन पर पटक दिया और हाथ-मुक्कों से बुरी तरह मारपीट की।
इसके बाद गंभीर रूप से घायल महिला को परिजन इलाज के लिए मेकाहारा अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं,माना थाना पुलिस ने अब आरोपी दामाद वीरेंद्र कुर्रे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी घटना के बाद से फरार बताया जा रहा है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। इस घटना से गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।
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रायपुर : भारत के राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्‘‘ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज राजभवन, रायपुर में भावपूर्ण सामूहिक गायन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नई दिल्ली से किया गया, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ किया। राजभवन में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा और एक स्वर में “वंदे मातरम्” का सामूहिक गायन किया।
राजभवन के छत्तीसगढ़ मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने राष्ट्रीय भावना और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना के साथ राष्ट्रीय गीत का सामूहिक रूप से गायन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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रायपुर : उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा ने अपने कबीरधाम प्रवास के दौरान विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ आत्मीयता पूर्वक सीधे संवाद किया। इस दौरान वे ग्राम चरडोंगरी, खड़ौदा खुर्द एवं रघ्घुपारा में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। जहां उन्होंने अपने सरल सहज अंदाज में लोगों से आत्मीय भेंट की।
ग्राम चरडोंगरी पहुँचकर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनके हाल-चाल जाने। उन्होंने ग्रामीणों से उनकी मांगों, समस्याओं और शिकायतों को विस्तार से सुना तथा उनके त्वरित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार का उद्देश्य हर ग्राम तक विकास की रोशनी पहुँचाना है और शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को सुनिश्चित करना है।
इसके पश्चात उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ग्राम खड़ौदा खुर्द पहुँचे, जहाँ उन्होंने स्वर्गीय लोकनाथ साहू के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। इसके बाद उन्होंने ग्राम रघ्घुपारा में आयोजित स्वर्गीय श्री लक्ष्मण दास पटेल जी के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होकर दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित कर परिजनों को ढांढस बंधाया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, जनपद अध्यक्ष श्रीमती बालका रामकिंकर वर्मा, उपाध्यक्ष श्री नंद श्रीवास सहित जनप्रतिनिधि, ग्रामीण उपस्थित थे।
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धमतरी - धमतरी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला से नौकरी के बदले शारीरिक संबंध बनाने की मांग की गई। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताया जा रहा है एक महिला ने जिला अस्पताल धमतरी में जीवन दीप समिति में वार्ड आया पद के लिए आवेदन फार्म भरा था। इसके बाद जीवन दीप समिति के वार्ड बॉय राहुल इलमकर का महिला को फोन आया, जिसमें उसने महिला को मिलने के लिए बुलाया। जब महिला उससे मिलने कार्यालय पहुंची तो आरोपी ने कहा कि वार्ड आया की नौकरी के लिए 30–40 हजार रुपये देने होंगे या फिर शारीरिक संबंध बनाना होगा।
जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ अशोभनीय एवं अभद्र व्यवहार किया। जिसके बाद महिला ने एसपी से शिकायत की। शिकायत पर थाना प्रभारी कोतवाली को सूक्ष्मता से जांच कर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। जिस पर थाना प्रभारी सिटी कोतवाली द्वारा शिकायत पर प्राप्त तथ्यों की सूक्ष्मता एवं गंभीरता से जांच की गई। जांच में तथ्य सत्य पाए जाने पर थाना में मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) नवा रायपुर के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय ‘मेक इन सिलिकॉन’ संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत को सेमीकंडक्टर निर्माण और तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और आज राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ का भी ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों और ट्रिपल आईटी परिवार को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान महान शिक्षाविद् डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर स्थापित है, जिन्होंने शिक्षा, एकता और औद्योगिक विकास को राष्ट्र की प्रगति से जोड़ा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आज तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने सेमीकंडक्टर मिशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और चिप निर्माण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यह मिशन न केवल बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाने और नवाचार को प्रोत्साहन देने का भी कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सेमीकंडक्टर आज आधुनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है— मोबाइल, सैटेलाइट, रक्षा प्रणाली और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सभी इससे जुड़े हैं। ऐसे में ‘मेक इन सिलिकॉन’ जैसी पहल भारत की चिप क्रांति को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ इस मिशन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुशल मानव संसाधन, सुदृढ़ औद्योगिक ढांचा, निर्बाध बिजली आपूर्ति और तकनीकी विकास के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध है। नवा रायपुर में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना का भूमिपूजन हो चुका है, जिससे युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर को आईटी और इनोवेशन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य का ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन डॉक्यूमेंट’ सतत विकास पर केंद्रित है, जिसमें सेमीकंडक्टर को प्रमुख क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इज ऑफ डूइंग बिज़नेस के साथ अब स्पीड आफ डूइंग बिज़नेस पर भी बल दे रही है।

मुख्यमंत्री ने देशभर से आए विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश को लाभ मिलेगा। उन्होंने आह्वान किया कि “हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को मध्य भारत का ज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का केंद्र बनाएं तथा भारत के सेमीकंडक्टर मिशन में सक्रिय योगदान दें।”
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि जब मैं पढ़ाई कर रहा था, तब छत्तीसगढ़ में एक भी राष्ट्रीय स्तर का संस्थान नहीं था। किंतु पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता के कारण आज प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एचएनएलयू, एम्स, एनआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित हुए हैं। इन संस्थानों ने राज्य को उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई पहचान दी है।
चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ में शिक्षा और तकनीकी विकास की अपार संभावनाएँ हैं। आज का युग टेक्नोलॉजी-ड्रिवन इकोनॉमी का है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने से विश्वभर में जिस प्रकार कार्य प्रभावित हुए, उससे स्पष्ट है कि पावर टेक्नोलॉजी आज जीवन, अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रणाली को किस हद तक प्रभावित करती है। इसलिए हमें इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अभी से तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि नवाचार, कौशल और काबिलियत ही भविष्य में आपकी वास्तविक उपयोगिता सिद्ध करेंगे। बड़ी उपलब्धियाँ वही व्यक्ति प्राप्त करता है, जो अपनी क्षमता को निरंतर तराशता है। युवाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि परिवर्तन हमेशा दृष्टिकोण, संकल्प और निरंतर प्रयास से आता है। साउथ कोरिया के तकनीकी परिवर्तन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि “हमें भी उसी प्रकार शिक्षा, तकनीक और शोध में निवेश बढ़ाकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना होगा।”
वित्त मंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे तकनीकी दक्षता, शोध और रचनात्मक सोच को अपने जीवन का आधार बनाएं, क्योंकि आने वाला समय उन्हीं का होगा जो ज्ञान और नवाचार को अपनी शक्ति बनाएंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि सेमीकंडक्टर और औद्योगिक क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ‘मेक इन सिलिकॉन’ संगोष्ठी एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप शैक्षणिक संस्थान सेमीकंडक्टर क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार उच्च शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने युवाओं से कहा कि “आपका नवाचार और आपका संकल्प भारत की तकनीकी पहचान को नई ऊँचाई देगा।”
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) नवा रायपुर के निदेशक प्रो. ओम प्रकाश व्यास ने अतिथियों को संस्थान की 10 वर्षों की उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संस्थान में विकसित भारत की अवधारणा के अनुरूप शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। छात्रों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण एवं उद्योग आधारित परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर ट्रिपल आईटी इलाहाबाद के निदेशक प्रो. मुकुल सुतावणे, आईआईटी इंदौर के प्रो. संतोष विश्वकर्मा, मनोज कुमार मजूमदार सहित शिक्षाविद् एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहीं।
उल्लखेनीय है कि ‘मेक इन सिलिकॉन’ – स्वदेशी सेमीकंडक्टर इंफ्रास्ट्रक्चर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी – ट्रिपल आईटी नया रायपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी (ECE) विभाग के माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई डिजाइन समूह द्वारा आयोजित की जा रही है। इस संगोष्ठी का उद्देश्य भारत की सेमीकंडक्टर क्षमताओं को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भर सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन शिक्षा जगत, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच नवाचार, ज्ञान-विनिमय और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सशक्त मंच है, जिससे भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सके।
संगोष्ठी में वीएलएसआई डिजाइन और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में उन्नत तकनीक, जैसे नैनोइलेक्ट्रॉनिक्स, एमईएमएस, क्वांटम डिवाइस, तथा उद्योग-शिक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। इन क्षेत्रों में प्रगति न केवल तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करेगी बल्कि भारत के अनुसंधान और औद्योगिक विकास के बीच एक सशक्त सेतु का कार्य भी करेगी।
राष्ट्रीय मिशन के तहत यह पहल सेमीकंडक्टर उपकरण, पैकेजिंग और फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता एवं नवाचार को गति देने का प्रयास है। संगोष्ठी में नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स की सहभागिता से कौशल विकास, आपूर्ति श्रृंखला सुदृढ़ीकरण और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया गया है। यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत मिशन की भावना के अनुरूप भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर नवाचार और निर्माण का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की है। अनुमान है कि न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे सुबह और रात के समय ठंड का असर और ज्यादा महसूस किया जाएगा। हालांकि, पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और कहीं भी बारिश की संभावना नहीं है।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, शुष्क और ठंडी हवाओं के चलते रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। वहीं, दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी अगले तीन दिनों तक मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क रहेगा। इससे यह स्पष्ट है कि प्रदेश में फिलहाल ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा और आने वाले दिनों में सर्दी और गहराएगी।
आज का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 8 नवंबर को पूरे छत्तीसगढ़ में आसमान साफ रहेगा और दिन के समय हल्की धूप रहेगी। रायपुर शहर में अधिकतम तापमान 31°C और न्यूनतम तापमान 18°C के आसपास रहने का अनुमान है। सुबह और रात के समय हल्की सिहरन महसूस की जा सकती है।
अगले तीन दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सूखा मौसम जारी रहेगा, जिससे तापमान में गिरावट बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में सर्दी का असर और गहराने की संभावना है।
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रायपुर: छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10 और 11 नवंबर को दो दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे अहमदाबाद में आयोजित निवेशक सम्मेलन में शामिल होंगे, जहां उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ वन-टू-वन मीटिंग कर राज्य में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री साय का यह दौरा छत्तीसगढ़ में नए निवेश और रोजगार सृजन को गति देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान वे गुजरात के सफल औद्योगिक मॉडल से सीख लेते हुए, राज्य में उद्योगों के अनुकूल माहौल और नीतिगत सुधारों को प्रस्तुत करेंगे।
गुजरात प्रवास के पहले दिन मुख्यमंत्री नर्मदा जिले के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद अगले दिन वे अहमदाबाद पहुंचकर ‘छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
यह कार्यक्रम पहले जुलाई-अगस्त में होना तय था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था। अब मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह आयोजन निवेशकों के लिए छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और संभावित साझेदारी के अवसरों को समझने का सुनहरा मौका साबित होगा।
छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य इस पहल के माध्यम से राज्य को निवेश और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाना है। सीएम विष्णु देव साय का यह गुजरात दौरा, राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।
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रायपुर। राजधानी रायपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, मेकाहारा के गेट पर सुबह एक नवजात शिशु का शव पॉलीथिन में मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने नवजात को जन्म के तुरंत बाद पॉलीथिन में डालकर फेंक दिया है।
CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
जानकारी के अनुसार, ये मामला मौदहापारा थाना क्षेत्र का है। सुबह राहगीरों ने पॉलीथिन में बच्चे का शव देखा तो तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति की जांच की। अस्पताल और आस-पास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहें है। पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा नवजात को जन्म के तुरंत बाद पॉलीथिन में फेंका गया है।
फिलहाल पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए विद्यालयों और महाविद्यालयों में छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत प्रदेश के सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त और गैर-अनुदान प्राप्त स्कूलों के साथ-साथ डी.एड., बी.एड. और एम.एड. महाविद्यालयों में त्योहारों और मौसम के अनुसार अवकाश निर्धारित किए गए हैं।
शीतकालीन अवकाश 22 से 27 दिसंबर तक
जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, आगामी शीतकालीन अवकाश 22 दिसंबर से 27 दिसंबर 2025 तक रहेगा। इस अवधि में विद्यार्थियों को कुल 6 दिन का अवकाश मिलेगा। वहीं शिक्षकों और स्टाफ को भी इसी अवधि में स्कूल आने से राहत रहेगी।ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून तक
वहीं, ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून 2026 तक घोषित किया गया है। लगभग डेढ़ महीने तक चलने वाली इस छुट्टी के दौरान स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह बंद रहेगी, और शिक्षक भी इस दौरान अपने परिवार के साथ विश्राम कर सकेंगे।पहले ही जारी हुआ था प्रारंभिक नोटिफिकेशन
शिक्षा विभाग ने इस अवकाश व्यवस्था से संबंधित प्रारंभिक नोटिफिकेशन सितंबर 2025 में ही जारी कर दिया था। इसे प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को भेज दिया गया था, ताकि किसी भी जिले में भ्रम या असमंजस की स्थिति न बने।शिक्षा विभाग का उद्देश्य
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, छुट्टियों की पूर्व घोषणा से स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक सभी अपने कार्यक्रम पहले से तय कर सकेंगे। इससे शैक्षणिक सत्र की नियमितता और परीक्षा कार्यक्रम पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। -
रायपुर। ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रगीत की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक दिन को छत्तीसगढ़ में भी बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम्’ का गायन किया। इस अवसर पर सभी ने “वंदे मातरम्” के उद्घोष के साथ आज़ादी की राष्ट्रीय चेतना का पुण्य स्मरण किया और अमर बलिदानियों को नमन किया।
मुख्यमंत्री साय ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर नई दिल्ली में आयोजित स्मरणोत्सव में वर्चुअली शामिल हुए और प्रधानमंत्री का उद्बोधन भी सुना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि वंदे मातरम् मां भारती की साधना और आराधना की प्रेरक अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ के सामूहिक गान का एक प्रवाह, एक लय और एक तारतम्य हृदय को स्पंदित कर देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ का मूल भाव मां भारती है — यह भारत की शाश्वत संकल्पना, स्वतंत्र अस्तित्व-बोध और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ भारत की आज़ादी का उद्घोष था, जिसने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने और स्वाधीन भारत के स्वप्न को साकार करने की प्रेरणा दी। स्वतंत्रता आंदोलन में यह गीत क्रांतिकारियों की आवाज़ बना और यह केवल प्रतिरोध का स्वर नहीं, बल्कि आत्मबल जगाने वाला मंत्र बन गया। मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ में भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता, संस्कृति और समृद्धि की कहानी समाहित है। विदेशी आक्रमणों और अंग्रेज़ों की शोषणकारी नीतियों के बीच ‘वंदे मातरम्’ ने समृद्ध भारत के स्वप्न का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत के नए स्वरूप का उदय देख रही है, जो अपनी परंपरा, आध्यात्मिकता और आधुनिकता के समन्वय से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना स्वतंत्रता संग्राम के समय था, और यह गीत सदैव हमारे हृदयों में अमर रहेगा।
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रायपुर : कार्यालय छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा विभिन्न छात्रावास/आश्रमों में अस्थायी सेवा के लिए कुल 108 योग प्रशिक्षकों तथा 03 योग विशेषज्ञों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। उक्त भर्ती दैनिक मानदेय पर की जानी है।
इच्छुक आवेदक अपने अर्हताधारी योग प्रमाणपत्र/प्रशिक्षण से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की स्वप्रमाणित प्रतियां पंजीकृत डाक के माध्यम से योग भवन, मकान क्रमांक 184, गृह निर्माण मंडल आवासीय कॉलोनी, धरमपुरा, रायपुर 492015 पर भेज सकते हैं। आवेदन प्राप्ति की अंतिम तिथि 15 नवम्बर 2025, समय सायं 05.30 बजे निर्धारित की गई है।
अधिक जानकारी के लिए इच्छुक आवेदक कार्यालय समय में +91-8839154331 एवं +91-6264203351 पर संपर्क कर सकते हैं। छात्रावास/आश्रमों की सूची, योग प्रशिक्षक/योग विशेषज्ञों के लिए वांछित अहर्ता एवं चयन प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश जिला रायपुर की वेबसाइट तथा दिए गए लिंक https://raipur.gov.in/ पर उपलब्ध हैं। संबंधित जानकारी का अवलोकन जिला बीजापुर कलेक्टर कार्यालय के सूचना पटल पर भी किया जा सकता है।
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रायपुर । स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव आज माध्यमिक शिक्षा मंडल, पेंशनबाड़ा कार्यालय परिसर में आयोजित भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राज्य मुख्यालय कार्यालय भवन के भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री यादव ने कहा कि “जिस भाव से स्काउट एंड गाइड्स की स्थापना की गई थी, वह भाव सदैव बना रहना चाहिए। स्काउट गाइड हमें आनंद के साथ जीना सिखाता है। राज्य के सभी प्रशिक्षण संस्थानों को और अधिक सुदृढ़ एवं उत्कृष्ट बनाया जाएगा।
यादव ने यह भी आश्वासन दिया कि आज भूमि पूजन संपन्न हुआ है और अगले एक वर्ष के भीतर राज्य कार्यालय, भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा, जिसका उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम में राज्य मुख्य आयुक्त इंदरजीत सिंह खालसा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर स्काउट एवं गाइड आंदोलन के उद्देश्यों और युवा सशक्तिकरण में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। अन्य विशिष्ट अतिथियों में माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर की सचिव पुष्पा साहू, राज्य कोषाध्यक्ष मुरलीधर शर्मा तथा जी. स्वामी जी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन राज्य सचिव, भारत स्काउट एंड गाइड्स जितेंद्र कुमार साहू, ने दिया
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती, सरिता पांडे (राज्य प्रशिक्षण आयुक्त), राज्य के विभिन्न जिलों से आए स्काउट गाइड सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


































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