- रायपुर : भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार देश में 25 जनवरी को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर आज यहां मंत्रालय महानदी भवन के पिरामिट गेट पर मंत्रालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने शपथ दिलायी कि ’’हम भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे’’।
-
रायपुर/नई दिल्ली : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शुक्रवार (24 जनवरी) को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, और राहुल गांधी से मुलाकात किया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों, मेयर और पालिका अध्यक्षों के साथ सुबह 11 बजे दिल्ली सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि सीएम ने अपनी सरकार के एक साल की परफॉर्मेंस रिपोर्ट पार्टी आला कमान के सामने पेश किया.
-
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल वापस लौटे रायपुर के व्यवसायी श्री प्रवीण सोमानी को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री सोमानी ने अपने परिवार के साथ आज सवेरे मुख्यमंत्री बघेल से यहां उनके निवास में सौजन्य मुलाकात की।
सोमानी ने मुख्यमंत्री द्वारा इस कठिन दौर में उनकी सकुशल रिहाई के लिए की गई पहल के लिए मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री आनंद छाबड़ा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर श्री आरिफ शेख भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने श्री सोमानी की सकुशल रिहाई में छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली सफलता के लिए पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।
-
रायपुर जिला अस्पताल में मरीजों को सुपरस्पेश्लिस्ट डाक्टरों की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। निजी अस्पतालों के विभिन्न विभागों के 17 विशेषज्ञ यहां नियमित रूप से मरीजों का इलाज करेंगे। जिला अस्पताल द्वारा इलाज के लिए आने वाले सुपरस्पेश्लिस्ट डाक्टरों का विभागवार और दिनवार रोस्टर तैयार किया गया है। जिला अस्पताल के विशेषज्ञों के साथ ही अब लोगों को निजी क्षेत्र के नामी हृदय रोग, किडनी रोग, अस्थि रोग, रक्त रोग, न्यूरोलॉजी, लेप्रोस्कोपिक सर्जन, गैस्ट्रो (मेडिसीन एवं सर्जरी), दर्द प्रबंधन (Pain Management) तथा कान-नाक-गला विशेषज्ञों की सेवाएं निःशुल्क मिलेंगी।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने शासकीय अस्पतालों में सुपरस्पेशियालिटी इलाज उपलब्ध कराने निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों की सेवाएं लेने के निर्देश दिए थे। उनकी पहल पर रायपुर जिला अस्पताल में 1 जनवरी से चार सुपरस्पेश्लिस्ट डाक्टरों के साथ शुरू इस सुविधा का अब विस्तार किया गया है। रायपुर जिला अस्पताल में 17 विभागों के विशेषज्ञ अलग-अलग दिन सवेरे 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक मरीजों को निःशुल्क ओपीडी सेवाएं देंगे।
महीने के पहले एवं तीसरे सोमवार को हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जावेद अली खान व दूसरे एवं चौथे सोमवार को हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रणय जैन ओपीडी सेवाएं देंगे। गैस्ट्रो (मेडिसीन) विशेषज्ञ डॉ. नीताजी गरद और गैस्ट्रो (सर्जरी) विशेषज्ञ डॉ. अजित मिश्रा हर सोमवार को जिला अस्पताल में इलाज करेंगे। मंगलवार को लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. विष्णु गुप्ता और अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रीधर राव, बुधवार को न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राहुल पाठक, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. प्रवाश चौधरी तथा गैस्ट्रो (सर्जरी) विशेषज्ञ डॉ. पुष्पेन्द्र नाइक ओपीडी में मौजूद रहेंगे।
गुरूवार को दर्द प्रबंधन विशेषज्ञ डॉ. सुधीर टिचकुले व डॉ. सुनील जैन, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. भावेन्द्र चुग एवं किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. साईनाथ पत्तेवार ओपीडी सेवाएं देंगे। रक्त रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास गोयल हर गुरूवार को शाम पांच बजे से छह बजे तक उपलब्ध रहेंगे। शुक्रवार को किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील चौधरी, गैस्ट्रो (मेडिसीन) विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत सिंह तथा शनिवार को कान-नाक-गला विशेषज्ञ डॉ. राकेश गुप्ता रायपुर जिला अस्पताल में मरीजों का उपचार करेंगे।
-
रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नई दिल्ली से प्रधानमंत्री प्रगति पोर्टल के अंतर्गत वीडियों कॉन्फ्रेंस के जरिए क्राईम एण्ड क्रिमिनल नेटवर्क एण्ड सिस्टमस (सीसीटीएनएस) के संबंध में राज्यों की समीक्षा की गई। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में 446 पुलिस थाने है।
इन पुलिस थानों को कम्प्यूटराईस करके 446 में से 437 को ऑनलाईन किया जा चुका है। इसमें से 9 थाना पहुंचविहीन क्षेत्र में है। जिसमें से 4 इस महीने में ऑनलाईन हो जाएंगे। राज्य में 27 हजार पुलिस कर्मियों में से 26 हजार 500 पुलिस कर्मियों को क्राईम एण्ड क्रिमिनल नेटवर्क एण्ड सिस्टम्स (सीसीटीएनएस) के अंतर्गत ट्रेनिंग प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री द्वारा वीडियों कांफ्रेसिंग में छत्तीसगढ़ में 90 प्रतिशत पुलिस स्टेशनों को ऑनलाईन करने के कार्य की प्रशंसा भी की गई। - रायपुर : बस्तर संभाग क्षेत्र के अंतर्गत 50 लाख रूपए तक के निर्माण कार्यों की निविदाएं मैनुअल पद्धति से आमंत्रित की जाएगी। इम्पावर्ड कमेटी फॉर इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट की 13 जनवरी को हुई बैठक में निर्णय लिया गया है। इसी प्रकार बैठक में राज्य के अन्य संभागीय क्षेत्रों में 20 लाख रूपए तक के निर्माण कार्यों की निविदाएं भी मैनुअल पद्धति से आमंत्रित करने की अनुमति प्रदान की गई है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ई-प्रोक्यूरमेंट पोर्टल में आवश्यकतानुसार संशोधन और सुधार करते हुए मैनुअल पद्धति से आमंत्रित समस्त निविदाओं से संबंधित अन्य जानकारी यथा निविदा क्रमांक, निविदा का विवरण, निविदा की तिथि, न्यूनतम निविदाकार, कार्यादेश की प्रति आदि की जानकारी प्रदर्शित की जाए। इस संबंध में राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग द्वारा आज मंत्रालय (महानदी भवन) से आदेश जारी किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील किया गया है। - रायपुर : राज्य शासन की महत्वकांक्षी ’नरवा विकास योजना’ के सफल क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ प्रतिकरात्मक वनरोपण निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण (कैम्पा) द्वारा 24 जनवरी तक वनमंडल स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस तारतम्य में 23 जनवरी को दुर्ग वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल राजनांदगांव, कांकेर वनवृत्त के अंतर्गत वनमंडल केशकाल तथा कांकेर और जगदलपुर वन वृत्त के अंतर्गत वनमण्डल दंतेवाड़ा के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें संबंधित वनमण्डल के निकटस्थ नरवा कार्य क्षेत्र का भ्रमण कर नरवा में निर्मित होने वाले संरचना के चयन के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबंधित क्षेत्र के उप वनमण्डलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी तथा चयनित नरवा कार्य क्षेत्र के वन रक्षक अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए निर्देशित किया गया है।
- रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों विशेषकर बस्तर अंचल के अनुसूचित जनजाति वर्ग के रहवासियों और ग्रामीणजनों के उत्पीड़न पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इनके विरूद्ध पुलिस द्वारा दर्ज प्रकरणों की समीक्षा करने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय के तहत बस्तर संभाग के सातों जिलों के अंतर्गत घटित 215 प्रकरणों की वापसी हो चुकी है।
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के भावनाओं के अनुरूप 8 मार्च 2019 को उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ए.के.पटनायक की अध्यक्षता में सात सदस्यीय समीक्षा समिति का गठन किया गया था। समिति की पहली बैठक में आदिवासियों के विरूद्ध दर्ज 313 प्रकरणों की वापसी की अनुशंसा की गयी। इनमें से बस्तर संभाग में घटित 215 प्रकरणों की वापसी हो चुकी है। राजनांदगांव के 98 प्रकरण न्यायालय में प्रक्रियाधीन है। पटनायक कमेटी की दूसरी बैठक के लिए 197 प्रकरणों की अनुशंसा की गई है, जिन पर अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक बस्तर एवं दुर्ग को निर्देशित किया गया है कि वे आदिवासियों के विरूद्ध यदि कोई प्रकरण हो तो उनकी सूची अनुशंसा सहित पुलिस मुख्यालय को भेजें। -
रायपुर : सामान्य प्रशासन विभाग ने आज एक आदेश पत्र जारी करते हुए जानकारी दी कि तीन आईएएस अफसरों का तबादला किया गया है जिसमें जिला गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में शिखा राजपूत तिवारी को पदस्थ किया है वह पहले बेमेतरा जिले की कलेक्टर थीं. वही बेमेतरा कलेक्टर के पद पर रायपुर नगर निगम में पदस्थ रहे आयुक्त शिव अनंत तायल को पदस्थ किया गया है आईएएस अधिकारी सौरव कुमार का तबादला रायपुर नगर निगम में किया गया है
- रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जनता को मकर संक्रांति और पोंगल पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी लोगों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की है।मुख्यमंत्री ने आज यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि सूर्य को अन्न धन का दाता और समस्त ऊर्जा का आधार माना गया है।
भारत में सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होकर मकर रेखा की ओर जाने का स्वागत उमंग और उत्साह से किया जाता है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में इसे मकर संक्रांति, पोंगल और लोहड़ी पर्व के नाम से मनाते है। मकर संक्रांति का यह त्यौहार ऋतु परिवर्तन का संदेश लेकर आता है। श्री बघेल ने कहा है कि यह पर्व देश, प्रदेश सहित सभी लोगों के जीवन में भी सुखद परिवर्तन लेकर आए। - एंकर- सभी श्रोताओं को नमस्कार, जय जोहार- लोकवाणी की छठवीं कड़ी के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी आकाशवाणी के रायपुर स्टूडियो पधार चुके हैं।- माननीय मुख्यमंत्री जी आपको आकाशवाणी परिवार की ओर से, लोकवाणी के श्रोताओं की ओर से, और अभी इस कार्यक्रम को सुन रहे सभी साथियों की ओर से नववर्ष की गाड़ा-गाड़ा बधाई।- आपके नेतृत्व में बीते वर्ष-2019 में छत्तीसगढ़ में उत्साह, उमंग, स्वाभिमान, अस्मिता और नई ऊर्जा से आगे बढ़ने का नया दौर शुरू हुआ है। छत्तीसगढ़ नई दिशाओं में आगे बढ़ा है। छत्तीसगढ़ को देश का नया विश्वास कहा जाने लगा है। नया वर्ष 2020 बहुत सारी नई उम्मीदें लेकर आया है।- आपके स्वागत और अभिनंदन के साथ आज लोकवाणी के नये दौर की शुरूवात हो रही है।माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- जम्मो सुनवईया संगवारी मन ला टवेन्टी-ट्वेन्टी, नवा बछर के गाड़ा-गाड़ा बधाई अउ सुभकामना।- 2019 हमर सरकार के काम-बुता के पहली बछर रिहीस।- ते पाये के हमर सबले बड़े जिम्मेदारी रिहिस, बिश्वास के बहाली।- प्रदेश के भीतर मनखे-मनखे में बिसवास होय, मनखे के बिसवास सरकार में बनय, देश अउ दुनिया, हमर उपर बिसवास करय, ये हमर सबले बड़ा संशो रिहिस।- आज जब आपमन कहिथव के छत्तीसगढ़ देश के नवा बिसवास बनके उभरे हे तो मोला अब्बड़ संतोस मिलथे। हमन जेन रद्दा म चलत हन ओहर एकदम आरूग हे।- एक बछर के सफर म मोला जम्मो मन के साथ मिलिस, आसिरवाद मिलिस, मया मिलिस, मार्गदरसन मिलिस, ते पाये के आज देश अउ दुनिया म छत्तीसगढ़ के अउ छत्तीसगढ़िया मन के जय जयकार होवत हे। जम्मो श्रेय आपमन के हावय।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी बहुत से साथियो ने, बीते एक साल के अपने अनुभव शेयर किये हैं, साझा किए हैं, आइये सुनते हैं, उनके विचार।1. संतोष गुप्ता, सुकमा- मैं सुकमा जिला से बोल रहा हूँ मेरा नाम संतोष गुप्ता है। जो छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री जी द्वारा जो कार्य किया है जैसा कि पट्टा वितरण वाला। मैं इस बारे में माननीय मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जो रजिस्ट्री वाला योजना है वो बहुत अच्छा है। 5 डिसमिल का पट्टा का रजिस्ट्री होता था। लोगों के पास पैसा नहीं रहता था। जमीन रजिस्ट्री नहीं करा पाते थे। आज ढाई डिसमिल जमीन का भी रजिस्टरी हो रहा है। इस कार्य के लिए मैं माननीय मुख्यमंत्री जी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ।2. मानवेन्द्र साहू, गर्रापार- सभी क्षेत्र में आपकी सभी योजनाएं बहुत कारगर रही भविष्य में ऐसे ही सफलता से शासन चलाएं बहुत बहुत बधाई।3. सतीश उपाध्याय, मनेन्द्रगढ़, कोरिया-- माननीय मुख्यमंत्री जी सेवा के एक साल में जो छत्तीसगढ़ शासन ने कार्य किये है या अद्भुत कार्य किए है। श्रीराम के वन गमन मार्ग को चिन्हांकित करके नए इतिहास को समझने जा रहे हैं। गणतंत्र दिवस के परेड में हमारे छत्तीसगढ़ की झांकी के माध्यम से इस वर्ष छत्तीसगढ़ की हमारी परंपरा और संस्कृति की झलक देश दुनिया के आगे प्रदर्शित होगी। पौनी-पसारी योजना के अंतर्गत कई ऐसे रोजगार के अवसर भी सामने आ रहे हैं, जिसके अंतर्गत हमारे नवयुवक जो बेरोजगार है, उनको हाथकरघा, हस्तशिल्प और परंपरागत व्यवसाय के माध्यम से काम करने का, उनको रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। माननीय मुख्यमंत्री जी भारत के नक्शे में छत्तीसगढ़ की स्थिति, काफी मजबूत बना रहे है। नरवा, गरवा, घुरवा और बारी योजना को अन्य राज्यों ने भी अपनाने की मंशा जाहिर की है। सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई थी, उसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री जी पंचायत एवं ग्रामीण विकास की योजनाओं में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए हमारी छत्तीसगढ़ सरकार को 22 पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य के माध्यम से पूरे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे छत्तीसगढ़ की सभ्यता और संस्कृति पूरे देश-विदेश में विख्यात रही है। ऐसा अद्भुत कार्य छत्तीसगढ़ की इतिहास में किसी ने नहीं किया। आपकी सोच और दूरदर्शिता को मैं कोटि-कोटि प्रणाम करता हूॅ।माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- संतोष भाई, नागवेन्द्र भाई, सतीश भाई और सभी साथियों को धन्यवाद कि आपने हमारी सरकार की सेवा और जतन की भावना को समझा।- आपकी शुभकामनाएं और सहयोग इसी प्रकार मिलता रहेगा तो निश्चित तौर पर आगामी वर्षों में छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदल देंगे।- जनता को राहत और प्राथमिकता देने का सिलसिला जारी है।- हमने 1 जनवरी 2020 से देश की सबसे बड़ी ‘‘स्वास्थ्य सेवा योजना’’ भी शुरू कर दी है।- प्रदेश के सभी 65 लाख परिवारों के प्रत्येक सदस्य के उपचार हेतु ‘‘डॉ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना’’ एवं ‘‘मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना’’ शुरू कर दी है।- छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन गया है जो ‘‘मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना’’ के तहत 20 लाख रू. तक की आर्थिक सहायता जरूरतमंद लोगों को देगा ताकि गरीबी उपचार में आड़े ना आए। इस योजना में लीवर ट्रांसप्लान्ट, किड़नी ट्रांसप्लान्ट, कॉर्निया ट्रांसप्लान्ट, हृदय ट्रांसप्लान्ट, हीमोफीलिया, थैलेसिमिया, कैंसर, हृदय रोग, अप्लास्टिक एनीमिया, कॉक्लियर इम्प्लान्ट, सिकलसेल एनीमिया, एसिड अटैक विक्टिम्स, मस्कुलर डिस्ट्राफी जैसी बीमारियों का उपचार संभव होगा, जो प्रचलित योजनाओं में नहीं हो पा रहा था।- ‘‘डॉ. खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना’’ के माध्यम से प्रदेश के 56 लाख परिवारों को 5 लाख रू. तक का नगद रहित उपचार शासन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। पूर्व में 42 लाख परिवारों को ही इसका लाभ मिल रहा था।- पूर्व में संचालित योजनाओं में उपचार के दौरान जांच भी सबसे बड़ी समस्या थी, जिसका खर्च उठा पाना मरीज व उनके परिजनों के लिए संभव नहीं हो पाता था। हमारी सरकार ने इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा है कि जांच का खर्च भी योजना में शामिल हो।- कहने का आशय है कि सरकार का एक साल पूर्ण होते ही हमारी नई पहल और योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू हो गया है।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी, आज 12 जनवरी है। स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन, जिसे हम ‘‘युवा दिवस’’ के रूप में मनाते हैं।- इस अवसर पर आप युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे।माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- सबसे पहले मैं स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिन पर उन्हें प्रणाम करता हूं।- स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिन ‘‘युवा दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है। इसलिए मैं प्रदेश की युवा शक्ति, प्रदेश की तरूणाई का हार्दिक अभिनंदन करता हूं।- मेरे नौजवान साथियों। यदि कोई मुझसे पूछे कि हमें युवाओं के विकास के लिए क्या करना चाहिए तो मेरा सीधा जवाब होता है कि हमें सबसे पहले युवाओं पर विश्वास करना चाहिए।- मेरा निश्चित मत है कि हमारे नौजवान साथियों को अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है तो वह है कि उन-पर, उनकी प्रतिभा पर, उनकी योग्यता पर, उनकी क्षमताओं पर, भरोसा जताया जाए।- आज जो भी युवा साथी मुझे सुन रहे हैं, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि मुझे आप पर विश्वास है। मैं आपके साथ काम करना चाहता हूं। मैं आपको बड़ी से बड़ी जिम्मेदारियां सौंपना चाहता हूं।- बीते एक साल के कार्यकाल में आपने देखा होगा कि छत्तीसगढ़ में और हमारे नेतृत्व में युवाओं का वर्चस्व बढ़ा है।- दो प्रमुख बाते हैं- पहली बात यह है कि हम स्वामी विवेकानंद को किस तरह जानें, देखें और समझे। हमारे युवा साथी स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को, उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को किस तरह समझे।- और दूसरी बात यह है कि छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के लिए क्या कर रही है।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी, स्वामी विवेकानंद को तो क्रांतिकारी सन्यासी कहा जाता है। उन्होंने अपना सारा जीवन संन्यासी की वेशभूषा में, एक संन्यासी की तरह जीवन यापन करते हुए गुजारा था, उनकी कौन सी शिक्षा युवाओं के लिए विशेषतौर पर उपयोगी है।माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- यह कहना सही है कि स्वामी विवेकानंद जी क्रांतिकारी भी थे और संन्यासी भी थे।- यह कहना भी सही है कि स्वामी जी ने भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान को पूरे संसार में प्रतिष्ठा दिलाई।- लेकिन स्वामी विवेकानंद का धर्म और आध्यात्म किसी एक धर्म के प्रचारक की तरह नहीं था।- स्वामी जी ने धर्म को किसी एक विचार की कट्टरता में बांधकर नहीं रखा था बल्कि उन्होंने तो दुनिया के सभी धर्मों को इंसान के उत्थान का जरिया बताया था।- स्वामी जी कर्मकांड, और धार्मिक आडंबरांे के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने समाज के सबसे पिछड़े हुए लोगांे की सेवा करते हुए उनके साथ रमने और आगे बढ़ने के लिए अनेक क्रांतिकारी पहल की थी और उस जमाने में भी किसी भी तरह के कट्टरपंथियों से सदाशयता पूर्वक शास्त्रार्थ के लिए तैयार रहते थे ताकि असहमतियों को लेकर कोई संघर्ष ना हो बल्कि कोई रास्ता निकले।- शिकागो की विश्व धर्म महासभा में स्वामी विवेकानंद जी का भाषण आप सबको ध्यान से पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा था- साम्प्रदायिकता, हठधर्मिता और उनकी वीभत्स वंशधर धर्मान्धता, इस सुंदर पृथ्वी पर बहुत समय तक राज कर चुकी है। पृथ्वी को हिंसा से भरती रही है, उनको बारंबार मानवता के रक्त से नहलाती रही है, सभ्यताओं को विंध्वस्त करती और पूरे देशों को निराशा के गर्त में डालती रही है। यदि ये वीभत्स दानवी नहीं होती, तो मानव समाज आज की अवस्था से कहीं अधिक उन्नत हो गया होता। पर अब उनका समय आ गया है, और मैं आन्तरिक रूप से आशा करता हूं कि आज सुबह इस सभा के सम्मान में जो घण्टा ध्वनि हुई है, वह समस्त धर्मान्धता का, तलवार या लेखनी के द्वारा होने वाले सभी उत्पीड़नों का तथा एक ही लक्ष्य की ओर अग्रसर होने वाले मानवों की पारस्परिक कटुताओं का मृत्यु निनाद सिद्ध हो।’- उन्होंने कहा है- मैं ऐसे एक दर्शन का प्रचार कर रहा हूं, जो दुनिया में मौजूद सभी प्रकार के धर्मों में निहित है। संभव है, उन सभी धर्मों की आधारशिला हो और सभी धर्मों के प्रति मेरी संपूर्ण संवेदना है। मेरा उपदेश किसी भी धर्म का विरोधी नहीं है। व्यक्ति जीवन की उन्नति-साधना ही विशेष रूप से मेरा लक्ष्य है मैं व्यक्ति को ही तेजस्वी बनाने का प्रयास करता हूं।- स्वामी विवेकानंद बहुत उदार, बहुत व्यवहारिक, बहुत सुधारवादी थे। उन्होंने अपने समय में प्रचलित धारणाओं पर तर्क किए। समाज से रूबरू हुए और सर्वमान्य रास्ते बताये।- उनकी आध्यात्मिकता विरक्ति की ओर नहीं ले जाती थी बल्कि समाधान तलाशती थी इसलिए वे क्रांतिकारी थे।- मैंने भी अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों में रामकृष्ण मिशन आश्रम में सेवा की और स्वामी जी के विचारों से जुड़ा, तो मुझे समाधान मिला। रायपुर से बस्तर तक रामकृष्ण मिशन की सेवाओं को मैंने नजदीक से देखा है।- छत्तीसगढ़ में मिशन के संस्थापक स्वामी आत्मानंद को काम करते देखा है, उन्हें जाना-सुना और उनके माध्यम से स्वामी विवेकानंद और उनके गुरू स्वामी रामकृष्ण को जानने का मौका मिला। इन अवसरों ने मुझे तार्किक, वैज्ञानिक सोच दी। सभी धर्मों के सम्मान और मानवता की सेवा की प्रेरणा मिली।- मेरा मानना है कि आप लोग जब स्वामी विवेकानंद का स्वामित्व गहराई से पढ़ेंगे तो आपका विवेक जागृत होगा। यह विवेक नफरत नहीं बल्कि प्यार का रास्ता दिखायेगा।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी, हमारे बहुत से श्रोताओं ने एक बार फिर शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर सवाल उठाए हैं। बागबाहरा से नीरज तिवारी, मरवाही से प्रकाश कुमार, सरायपाली से रश्मि पटेल, महासमुंद से देवराज पाणिग्रही, वैशाली रिखी, रायगढ़ से सूरज प्रधान, मुकेश निर्मलकर, कुसुम देवांगन, जांजगीर से योगेश बनर्जी, खरसिया से संजय राठौर, भरत लाल गुप्ता, मुंगेली से मुकेश कुमार बंजारे, रायगढ़ से ज्योति राज पाण्डा, रायगढ़ से लिंगराज चौधरी, पुसउ, कमलेश कुमार साहू, महासमुंद से धीरज तिवारी, राजिम से लखेन्द्रदत्त साहू सहित कई साथियों ने जानना चाहा है कि शिक्षाकर्मियों, शिक्षामितान और व्याख्याताओं की भर्ती की क्या स्थिति है ?माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- जिन शिक्षाकर्मियों का 8 वर्ष पूरा हो रहा है, उनका नियमितीकरण आदेश क्रमशः निकाला जा रहा है।- ऐसे लगभग 7 हजार शिक्षाकर्मियों के नियमितीकरण का आदेश इस माह निकाल दिया जाएगा।- शिक्षामितान या अतिथि शिक्षकों के 1885 पद स्वीकृत किए गये हैं।- अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती का अधिकार स्थानीय स्तर पर दिया गया है। मेरे ख्याल से इसमें कोई अड़चन नहीं है।- लगभग 15 हजार व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया पूर्णता की ओर है अभी सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।- जब से हमारी सरकार बनी है तबसे लगातार कोई न कोई चुनाव और आचार संहिता के कारण लंबी प्रक्रिया वाले कार्य पूर्ण होने में दिक्कत हुई लेकिन अब ऐसी सभी कार्यों में तेजी आएगी। आदिवासी अंचलों में कनिष्ठ चयन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया गया है ताकि इन अंचलों के युवाओं को स्थानीय स्तर पर शासकीय सेवा में लिया जा सके।- विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्रों में युवाओं को सीधी भर्ती का लाभ दिया जा रहा है।- हम सिर्फ सरकारी दफतरों में ही नही बल्कि नई उद्योग नीति के माध्यम से उद्योगों में, आर्थिक राहतों के माध्यम से व्यापार में भी युवाओं को नए-नए अवसर दे रहे हैं।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी, 12 जनवरी से यानी कि आज से तीन दिनों तक छत्तीसगढ़ शासन द्वारा युवा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके पीछे क्या सोच है ?माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- सबसे पहले तो यह कहते हुए मैं बहुत गर्व का अनुभव करता हूं और आप लोग भी इस गौरव को अपनी नसों में महसूस करेंगे कि स्वामी विवेकानंद का छत्तीसगढ़ से एक अनोखा रिश्ता है।- स्वामी जी अपने पिता के साथ किशोरावस्था में छत्तीसगढ़ आए थे और लगभग 2 वर्ष यहां रूके थे। स्वामी जी के जीवन में किसी एक स्थान पर रूकने का यह सबसे लंबा समय था।- वे जिस भवन में रूके थे, उसे स्मारक बनाने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है और इस दिशा में ‘‘डे-भवन’’ के अधिग्रहण हेतु प्रक्रिया भी आगे बढ़ाई जा चुकी है।- जहां तक स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस के अवसर पर युवा दिवस के साथ 3 दिवसीय युवा उत्सव के आयोजन का सवाल है तो इस संबंध में मैं थोड़ा विस्तार से बात करना चाहता हूं।- युवाओं को लेकर पूरी दुनिया में एक अलग तरह की धारणा है।- यह माना जाता है कि स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद बच्चे नौकरी या कामधंधे में लग जाएं।- परिवार और समाज युवाओं को ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने वाली मशीन के रूप में ही देखता आया है।- लेकिन हमारा मानना है कि समाज, प्रदेश, देश और दुनिया को एक ऐसा दूत चाहिए जो बेहतर तथा जीने लायक समाज की रचना में मुख्य भूमिका निभाये।- यह तभी संभव है जब सही उम्र में जब युवाओं में अपनी माटी, अपनी संस्कृति, विभिन्न कलाओं, में गहरी अभिरूचि पैदा की जाए।- किताबों और वाचनालयों में डूबे युवा साथी का नजरिया संकुचित हो सकता है, उसे अपने पास-पड़ोस से जुड़ना और अपने सरोकारों को समझना भी बहुत जरूरी है।- हमनें प्रदेश में उच्च शिक्षा को रूचिकर और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए कदम उठाए हैं।- बरसों से लंबित सहायक प्राध्यापकों की भर्ती शुरू की है जिससे लगभग 1400 युवाओं को सम्मानजनक रोजगार मिलेगा।- बालोद में कन्या महाविद्यालय, दंतेवाड़ा, कोंडगांव, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, महासमुंद और कोरबा में मॉडल डिग्री कॉलेज, ग्राम मर्रा जिला दुर्ग और ग्राम साजा जिला बेमेतरा में कृषि महाविद्यालय खोले जा रहे हैं।- 14 नये फॉर्मेसी कॉलेज खोले गए हैं।- ट्रिपल आईटी नवा रायपुर में देश का पहला ‘‘डाटा साइंस तथा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पाठ्क्रम’’ शुरू किया गया है।- उच्च स्तरीय खेल प्रशिक्षण के लिए छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण का गठन किया जा रहा है।- हमनें सीएसआर का पैसा, युवा प्रतिभाओं को निखारने में लगाने का निर्णय लिया है।- इसके तहत् उद्योगों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे संस्थाओं का विकास करें, कोच का इंतजाम करे साथ ही स्टेडियम की व्यवस्था में भी सहयोग करें।- मैं कहना चाहता हंू कि स्वामी विवेकानंद की विधा अलग थी लेकिन वे भी ऐसी ही तरूणाई के प्रतीक थे।- स्वामी जी कहते थे कि ‘‘एक नहीं, अनेक विवेकानंद चाहिए।’’- वे कहते थे कि-युवाओं को धर्म स्थलों में नहीं बल्कि, खेतों और मैदानों में होना चाहिए।- उन्होंने एक बार कहा था कि युवा कौशल जब फुटबाल के मैदान में दिखता है तब वह तन-मन-आत्मा सबसे एकाकार हो जाता है।- अर्थात् वे युवाओं को प्रचलित रूढ़िवादिताओं से दूर रखकर अपने गुणों का विकास करते देखना चाहते थे ताकि वो अपने समाज से समरस हो सके अपने सामाजिक सरोकारों की प्रति जागरूक हो सके।- उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त नही हो जाए। यह आह्वान युवाओं में सकारात्मक लगाव और लक्ष्यों के प्रति जूनून पैदा करने का आह्वान था।- मुझे यह कहते हुए खुशी होता है कि कई पीढ़ियां इस आह्वान को आत्मसात करके तर गई।- हमारी नई पीढ़ी भी इस अमरवाणी को आत्मसात करे और स्वामी विवेकानंद के सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान दे। इसके लिए हमने ‘‘युवा-उत्सव’’ को व्यापक बनाया।- 15 अक्टूबर को इसकी शुरूआत विकास खंड स्तर पर हुई थी।- 25 विधाओं में प्रतियोगिताएं हुई और अब राज्य स्तर पर युवा उत्सव का आयोजन 12 से 14 जनवरी तक किया जा रहा है।- मेरा मानना है कि यह छत्तीसगढ़ की तरूणाई, युवाओं की शक्ति, युवाओं की प्रतिभाओं का अद्भुत रंगारंग प्रदर्शन होगा।- 6 हजार से अधिक प्रतिभागी इसमें शामिल होंगे जो लाखों युवाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे।- जो प्रतिभागी रायपुर में हैं, उनके परिजनों, मित्रजनों का भी मैं अभिनंदन करता हूं। मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि आपका बेटा या बेटी, जिस कार्य से रायपुर आए हैं वह नई पीढ़ी को संस्कारित करने का कार्य है। आपने, अपने बेटे और बेटियों को यहां भेजा इसलिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।- मेरा मानना है कि यह एक तरह का सांस्कृतिक, वैचारिक-विनिमय है जो युवाओं की सोच का दायरा बढ़ायेगा। युवाओं को जाति-धर्म-संप्रदाय-क्षेत्र से ऊपर उठकर एक-दूसरे को समझने का अवसर देगा और हमारे प्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता आपसी भाई-चारे को बढ़ाने में मदद करेगा।एंकर- माननीय मुख्यमंत्री जी, आपकी सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे।माननीय मुख्यमंत्री जी का जवाब- हमनें इसे ‘‘सेवा और जतन का एक साल’’ कहा है।- इन चार शब्दों में बहुत सारी बातें समा जाती है। आज पहले साल के पड़ाव पर मुझे यह कहते हुए संतोष है कि हम प्रदेश के ग्रामीणों, किसानों और अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य कमजोर तबकों को राज्य के विकास के साथ जोड़ने में सफल हुए हैं। शिक्षा से रोजगार तक, युवाओं को सर्वांगीण विकास के अवसर देने से लेकर सुरक्षित भविष्य की ओर ले जाने तक हर उपाय हमने किया।- चौतरफा प्रयासों के कारण ही विश्वव्यापी मंदी का असर हमारे जन-जीवन को तनिक भी नही छू पाया, बल्कि इस दौर में विकास के नए प्रतिमान स्थापित हुए।- चाहे वह बेरोजगारी दर घटाने का विषय हो, ग्रामीण समृद्धि की ताकत से बाजारों का विश्वास जीतने का विषय हो, बीमारियों और कुपोषण से सीधी जंग का ऐलान हो या नए जमाने की जरूरतों के लिए नई तालीम की शुरूआत हो।- सेहत के बुनियादी सवालों से उबरने के रास्ते निकालते हुए हमने 20 लाख रूपए तक के निःशुल्क उपचार की योजना बना ली है, ताकि धनाभाव किसी भी नागरिक की बेबसी का सबब न बन पाए और सबको यह विश्वास रहे कि उनकी हर जरूरत के पीछे एक लोकहितकारी सरकार मजबूती से खड़ी है।- महिलाओं का सम्मान हो या संस्कृति का उत्थान, हर मोर्चे पर विकास के छत्तीसगढ़ी मॉडल का रंग चढ़ा है।- बीता एक साल तत्कालिक रूप से राहत देने के बड़े-बड़े कामों के लिए याद किया जायेगा तो नए साल में हम राज्य को अनेक बड़ी स्थायी योजनाएं और अधोसंरचना देने जा रहे हैं जिसके लिए एक बड़ी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।- प्रदेश में सिंचाई क्षमता के विकास के लिए समन्वित प्रयास करने हेतु हमने छत्तीसगढ़ सिंचाई विकास प्राधिकरण का गठन किया है तो सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए भी ठोस पहल की जा रही है।- औद्योगिक विकास के लिए हमारा पैमाना अलग है। हम चाहते हैं कि अपने संसाधनों और उपजों का वैल्यू-एडिशन हो। इसके लिए नई उद्योग नीति में फूड-प्रोसेसिंग यूनिट को बढ़ावा देने जैसे प्रावधान हैं ताकि बड़े पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर स्थानीय स्तर पर प्राप्त हों।- हमारा उद्देश्य जीबीपी के आंकड़ों में विकास का ग्राफ बनाना नहीं बल्कि मानव विकास और इसके लिए गुणवत्तापूर्ण सेवा की व्यवस्था करना है।- मेरा मानना है कि एक साल में जो ठोस बुनियाद रखी गई है उस पर हम समृद्ध और खुशहाल छत्तीसगढ़ बनाएंगे।- जय हिंद, जय छत्तीसगढ़।एंकर- अब लोकवाणी का आगामी प्रसारण 9 फरवरी, 2020 को होगा। विषय होगा ‘बाल-मन और तनाव’ इस विषय पर हमारे श्रोता अपने विचार 23, 24 एवं 25 जनवरी, 2020 के बीच रख सकेंगे। पहले की तरह ही आप फोन नम्बर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकार्ड करा सकते हैं।
-
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज छत्तीसगढ़ के त्यौहार छेरछेरा पुन्नी के दिन राजधानी के प्राचीन ऐतिहासिक दूधाधारी मठ में जाकर पूजा-अर्चना की और मठ के प्रमुख महंत से अन्नदान लेकर प्राप्त अन्न प्रदेश के सुपोषण अभियान के लिए समर्पित किया. मुख्यमंत्री ने कलाकारों के साथ मंदिर के आस-पास के घरों में जाकर दान लिया और इसे भी सुपोषण अभियान के लिए दिया. छेरछेरा पर्व पर दूधाधारी मठ परिसर में छेरछेरा पर्व कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूजा करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक धनेंद्र साहू का 1 बोरी धान से तुला दान हुआ। इस मौके पर कन्हैया अग्रवाल, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह व अन्य कई मौजूद थे
-
गुढ़ियारी पुलिस ने भूमाफिया कुबेर राठी को गिरफ्तार किया है मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार दीपक अग्रवाल की शिकायत पर पुलिस ने कुबेर राठी को गिरफ्तार किया है बताया जा रहा है कि राठी दीपक अग्रवाल नाम के व्यक्ति की जमीन को सीमांकन करने नहीं दे रहा था. सीमांकन कराने के एवज में राठी उससे 5 लाख रुपये की मांग कर रहा था. जिस दिन सीमांकन हो रहा था उस दिन यह अपने गुंडे लेकर पहुंचा और वहां विवाद किया था. इस संबंध में दीपक अग्रवाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी पुलिस ने धारा 384 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था.
- रायपुर : राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1973 के तहत यह पंजीकृत हुआ है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसके पदेन अध्यक्ष होंगे वहीं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उमेश कुमार पटेल पदेन उपाध्यक्ष होंगे। शासन के समस्त मंत्रीगण प्राधिकरण के पदेन सदस्य बनाए गए हैं। मुख्य सचिव प्राधिकरण के पदेन संयोजक और अपर मुख्य सचिव वित्त, प्रमुख सचिव गृह विभाग, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा, सचिव खेल एवं युवा कल्याण, सचिव उच्च शिक्षा, सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, आयुक्त/संचालक खेल एवं युवा कल्याण इसके पदेन सदस्य होंगे। इसका प्रधान कार्यालय संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम जीई रोड रायपुर निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में खेल सुविधाओं के विस्तार के साथ ही खिलाड़ियों को बेहतर खेल अधोसंरचना मुहैया कराने के लिए राज्य में खेल विकास प्राधिकरण के गठन की घोषणा की थी, जिसके फलस्वरूप यह खेल विकास प्राधिकरण बनाया गया है। इस प्राधिकरण के गठन का मुख्य उद्देश्य खेल के क्षेत्र में नितिगत निर्णय, खेल से जुड़े विभागों से समन्वय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के संबंध में निर्णय के साथ ही भारत सरकार की खेल विकास योजनाओं के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्राप्त करना है। इसके अलावा अन्य वैधानिक तरीकों से प्राप्त सहयोग के माध्यम से खेल अधोसंरचनाओं का विकास, शिक्षा एवं खेलों में समन्वय स्थापित करते हुए खेलों के लिए आवश्यक संसाधनों का सृजन करना, खेल उत्कृष्ठता केन्द्र एवं खेल विद्यालयों का क्रियान्वयन करना तथा खेल संस्थाओं एवं खिलाड़ियों को सहयोग प्रदान करना है।
खेल विकास प्राधिकरण नवीन खेल अधोसंरचनाओं के निर्माण की कार्ययोजना बनाने के साथ ही सृजित सम्पत्तियों का संधारण, उनके संरक्षण और अधिकतम उपयोग की कार्ययोजना बनाकर इसका क्रियान्वयन करेगा। प्राधिकरण कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (ब्ैत्) एवं अन्य क्षेत्रों से प्राप्त वित्त का खेल क्षेत्र के विकास में उपयोग करेगा। अन्य विभागों की खेल अधोसंरचनाओं का हस्तांतरण प्राप्त कर उनका उपयोग एवं प्रदेश की खेल नीति को दृष्टिगत रखते हुए खेलों के विकास हेतु अन्य आवश्यक कार्य सम्पन्न करेगा। सोसायटी के कामकाज का प्रबंध, सोसायटी के विनियमों द्वारा गर्वनर, परिषद, संचालकों, समिति या शासकीय निकाय को सौंपा गया हैं।
- रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के रायपुर स्थित निवास में 8 जनवरी बुधवार को आयोजित होने वाला ‘जनचौपाल भेंट-मुलाकात‘ का कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से स्थगित रहेगा। जानकारी हो कि सप्ताह के हर बुधवार को मुख्यमंत्री निवास में ‘जनचौपाल भेंट-मुलाकात‘ का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमे प्रदेश के मुख्यमंत्री आम जनताओ से उनकी समस्याएँ सुनते हैं.
-
रायपुर नगर निगम के नवनिर्वाचित 70 पार्षदों का आज शपथ ग्रहण हुआ। पार्षदों को रायपुर कलेक्टर और निर्वाचन अधिकारी एस भारतीदासन ने सभी को शपथ दिलाई। वही कांग्रेस की ओर से एजाज ढेबर का नाम महापौर पद के लिए घोषित हो गया है उन्होंने 6 निर्दलीय पार्षदों के द्वारा खुद को समर्थन की बात कही थी बता दें कि कांग्रेस के 34, भाजपा के 29 और 7 निर्दलीय पार्षद चुनकर आए हैं।
-
नया रायपुर मंत्रालय में पदस्थ ऊर्जा सचिव के निज सहायक के साथ 81 हजार रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है बताया जा रहा है कि PAYTM KYC अपडेट करने के नाम पर आरोपी ने निज सहायक के खाते से 81 हजार रुपए निकाल लिए. प्रार्थी ने इसकी शिकायत राखी थाने में दर्ज कराई है आरोपी ने प्रार्थी के एक्सिस बैंक और एसबीआई बैंक खाते से रुपए पार किया है.
- रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि जंगलों में रहने वाले वनवासियों की जंगल से आय बढ़ेगी, तो उनका जंगलों के प्रति प्रेम और भी बढ़ेगा। आज हमें जंगलों को ऐसी फलदार प्रजातियों के वृक्ष और पौधे से समृद्ध करने की आवश्यकता है, जिनसे एक ओर वनवासियों की आय बढ़े और दूसरा वहां रहने वाले पशु पक्षियों की आवश्यकताएं पूरी हो सकें। उन्होंने कहा कि आदिवासी ही वनों के मालिक हैं, वन विभाग का काम वनों का प्रबंधन करना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज नवा रायपुर स्थित अरण्य भवन में ‘वन आधारित जलवायु सक्षम आजीविका की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव‘ विषय पर आयोजित एक दिवसीय परिचर्चा को संबोधित किया। आदिमजाति विकास मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय प्रदीप शर्मा और विनोद वर्मा, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुवा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी सहित वन विभाग के अधिकारी, विषय विशेषज्ञ और ग्रामीण बड़ी संख्या में इस अवसर पर उपस्थित थे। परिचर्चा का आयोजन वन विभाग और ऑक्सफेम संस्था के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलों को बचाने के लिए वनवासियों से ज्यादा पढ़े लिखे लोगों की जिम्मेदारी है। राज्य सरकार का फोकस इस बात पर होना चाहिए कि वनवासियों का जीवन कैसे सुखमय बन सके। जंगलों को बचाने के साथ-साथ वनवासियों की आय कैसे बढ़ाई जा सके इस पर ध्यान देना होगा। इसके साथ ही लघु वनोपजों में वैल्यू एडिशन की दिशा में भी काम करना होगा। सीएम बघेल ने कहा कि आज प्रदेश के ऐसे जिलों में जहां जंगल ज्यादा है, वहां सिंचाई का प्रतिशत शून्य से लेकर 5 प्रतिशत तक है। सिंचाई की सुविधा नहीं होने से यदि बारिश नहीं होती है तो फसल तो बर्बाद होती है, साथ ही वहां जल स्तर भी कम होता है। यदि फरवरी माह में हम नगरी क्षेत्र के जंगलों में जाते हैं तो अधिकांश वृक्षों के पत्ते झड़ जाते हैं इसका सबसे बड़ा कारण जंगलों में गिरता जल स्तर है।
उन्होंने कहा कि जंगली क्षेत्रों के विकास के लिए वन अधिनियम और पर्यावरण अधिनियम के क्रियान्वयन के प्रति हमें व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाना होगा। वहां कम से कम सिंचाई परियोजनाओं की अनुमति दी जानी चाहिए, जिससे वहां बांध बन सकें, बैराज और एनीकट बन सके। सिंचाई नहरों से जब पानी गांव में ले जाया जाता है, तो उस पूरे क्षेत्र में जल स्तर बना रहता है। इसका प्रभाव वनस्पतियों पर भी पड़ता है। आज हम ग्लोबल वार्मिंग पर बड़ी चिंता करते हैं लेकिन जंगलों में गिरते जल स्तर से होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर हम चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा कि जल स्तर को मेंटेन करने के लिए जल संरक्षण के कार्य भी करना होगा, इसमें राज्य सरकार का नरवा प्रोजेक्ट काफी सहायक हो सकता है। इस प्रोजेक्ट में नदी नालों को वैज्ञानिक तरीके से चार्ज किया जाएगा। जिसमें सेटेलाइट के माध्यम से उपलब्ध नक्शों का उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य सरकार आदिवासियों और वनवासियों को उनके अधिकार देने के लिए तत्पर है, एनजीओ को भी इस कार्य में राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकार सहयोग करना चाहिए।
सीएम बघेल ने कहा की राज्य सरकार ने वनवासियों को व्यक्तिगत और समुदायिक वन अधिकार पट्टे देने की शुरुआत की है। इसमें कुछ समय के लिए अवरोध उत्पन्न हो गया। उन्होंने कहा कि कोंडागांव जिले के 9 गांवों में 8000 एकड़ में और धमतरी जिले के जबर्रा गांव में 12500 एकड़ में सामुदायिक वन अधिकार पट्टा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जंगल आज असंतुलित विदोहन की वजह से वनवासियों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रहे हैं। अब तो हाथी, शेर और बंदर जैसे वन्य प्राणी जंगल छोड़कर शहरों की ओर जा रहे हैं। इससे बचने के लिए जंगलों को फिर से समृद्ध बनाना होगा, जिससे पशु-पक्षी और वनवासियों की हर जरूरत जंगलों से पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 44 प्रतिशत भू-भाग में वन है, जो पूरे देश के जंगलों का 12 प्रतिशत हिस्सा है। छत्तीसगढ़ पूरे देश को ऑक्सीजन दे रहा है, लेकिन बदले में यहां के आदिवासियों को गरीबी और अशिक्षा का दंश मिल रहा है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने परिचर्चा में नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बस्तर क्षेत्र में वनवासियों की 52 प्रतिशत आजीविका वनों पर आधारित है। जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली असमय वर्षा से वनोपजों के फ्लावरिंग के पैटर्न में परिवर्तन होता है, जिससे उनकी उत्पादकता प्रभावित होने से उत्पादन कम होता है, इससे वनवासियों की आय भी कम होती है। वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ ने कहा वन अधिकार कानून को लेकर अलग-अलग विभागों का अलग अलग नजरिया है, लेकिन सबका उद्देश्य वनवासियों की समृद्धि से है। उन्होंने कहा कि परंपरागत वन के निवासियों का पूरा जीवन और उनकी संस्कृति वनों पर ही आधारित है। वे वनों से जितना लेते थे, उससे ज्यादा देते थे, पेड़ों को नहीं काटते, फल-फूल और वनोपज कब तोड़ना है, इसका ध्यान रखते हैं।
नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के माध्यम से परंपरागत व्यवस्था को संरक्षित किया जा सकता है। इससे आने वाले समय में हमें फायदा होगा। उन्होंने जल और भूमि संरक्षण, वनों के समुचित दोहन और वनोपजों की प्रोसेसिंग पर ध्यान देने की जरूरत बतायी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि आदिकाल से मानव का प्रकृति के साथ सहअस्तित्व है। संयुक्त प्रबंध समितियों के माध्यम से वनों के संरक्षण और उनके प्रबंधन में वनवासियों की सहभागिता और वनों से होने वाली आय से उन्हें लाभान्वित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन अधिकार कानून लागू होने के बाद हमारा पूरा फोकस व्यक्तिगत वन पट्टे देने पर था, सामुदायिक अधिकार पत्रों का कार्य उपेक्षित ही रह गया जबकि सर्वाधिक यह महत्वपूर्ण है। - रायपुर : भारत सरकार (गृह मंत्रालय) द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस के तीन अधिकारियों को सूचना संकलन में उल्लेखनीय भूमिका निभाने के लिये ‘‘असाधारण आसूचना कुशलता पदक’’ प्रदान किया गया है। यह पदक छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसआईबी, श्रीमती गायत्री सिंह, उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा श्री नजमुस साकिब और विशेष शाखा बिलासपुर में पदस्थ निरीक्षक श्री चित्रसेन सिंह खरसन को प्रदान किया गया है।
पुलिस महानिदेशक श्री डीएम अवस्थी ने राज्य पुलिस के तीनों अधिकारियों को राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त करने के लिये बधाई देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त किया है। श्री अवस्थी ने आशा व्यक्त किया है कि तीनों अधिकारी भविष्य में और भी अच्छे ढंग से प्रशसंनीय कार्य करेंगे, और छत्तीसगढ़ पुलिस के अन्य अधिकारियों को भी अपने कार्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन की प्रेरणा मिलेगी। -
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का 2500 प्रति क्विंटल की दर से भुगतान सुनिश्चित करने के लिए कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की अध्यक्षता में समिति गठित की है। आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेससाय सिंह टेकाम, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत समिति के सदस्य बनाए गए है।
यह समिति भारत सरकार तथा अन्य राज्य सरकारों द्वारा किसानों को नगद सहायता देने से संबंधित योजनाओं का परीक्षण कर तथा सभी संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श कर एक माह में अनुशंसा प्रस्तुत करेगी। -
रायपुर : पचपेड़ी नाका क्षेत्र में एक युवक और एक युवती की लाश बरामद होने की खबर मिल रही है सूत्रों से मिल रही खबरों के अनुसार राजेंद्र नगर इलाके के एक होटल के कमरे में एक युवक ने युवती की धारदार हत्यार से हत्या की फिर खुद फांसी पर झूल गया दोनों प्रेमी-प्रेमिका बताए जा रहे हैं युवक होटल का शेफ बताया जा रहा है, जिसका होटल की ही एक कर्मचारी के साथ प्रेम संबंध था। युवक की पहचान नेपाल निवासी बताया जा रहा है तो वही युवती की पहचान महासमुंद निवासी के रूप में हुई है. घटना आज शुक्रवार सुबह की है बहरहाल टिकरापारा थाना पुलिस जाँच करने में जुटी है ।
-
रायपुर से लगे खरोरा क्षेत्र के पिंकरीडीह गांव में एक महिला की घर घुसकर दिन दहाड़े हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है मीडिया में आई रिपोर्टो के अनुसार पिंकरीडीह निवासी नरेंद्र दुबे की पत्नी सुशील दुबे, घर में अकेली थी तभी दो अज्ञात व्यक्ति घर में घुसे और महिला के हाथ- पैर बांधकर हथियार से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. हत्या के बाद आरोपी घर से गहने और जेवरात ले भागे पुलिस मामले की जांच में जुट गई है मामला बीते दिन बुधवार की है.
-
रायपुर : राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने छत्तीसगढ़ आए सिक्किम के एक कलाकार को ब्रेन हैमरेज हुआ है कलाकार का नाम पदुम गंधावा बताया जा रहा है उसे राजधानी के एक प्रायवेट अस्पताल में एडमिट किया गया है बेहतर इलाज के लिए आदिवासी कलाकार को मंगलवार को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली भेजा जाएगा। सिक्किम सरकार को इसकी जानकारी दी गई है।
-
अपीलार्थी को पांच-पांच सौ रूपए क्षतिपूर्ति राशि देने का आदेश पारित
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त एम.के.राउत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास के प्रकरण में दो जनसूचना अधिकारी पर पच्चीस-पच्चीस हजार रूपए का जुर्माना और अपीलार्थी को क्षतिपूर्ति राशि पांच-पांच सौ रूपए देने का आदेश पारित किया है।
ग्राम पंचायत परघिया सरायपाली में वर्ष 2017 एवं ग्राम पंचायत बरेकेल में विनोद दास ने वर्ष 2018 में सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगा था। निर्धारित समय सीमा पर जानकारी दस्तावेज प्राप्त नहीं होने से अपीलार्थी ने जनपद पंचायत पिथौरा कार्यालय में प्रथम अपील प्रस्तुत किया। प्रथम अपील में सुनवाई के पश्चात दोनों जनसूचना अधिकारी को अपीलार्थी को वांछित दस्तावेज देकर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश पारित हुआ लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा के आदेश का पालन नहीं किया गया और न ही अपीलार्थी को जानकारी दिया गया।
अपीलार्थी ने इन दोनों जनसूचना अधिकारी के विरूद्व छत्तीसगढ राज्य सूचना आयोग में द्वितीय अपील प्रस्तुत किया। तत्कालीन सूचना आयुक्त ए.के. सिंह ने द्वितीय अपील प्रकरण की सुनवाई की. 16 मई 2019 को बरेकेल ग्राम पंचायत के जनसूचना अधिकारी सह सचिव शेतकुमारी माछू और ग्राम पंचायत परघिया सरायपाली के जनसूचना अधिकारी सह सचिव अरूण बुढेक को 30 दिवस के भीतर अपीलार्थी को मांगी गई दस्तावेज देने का आदेश पारित किया लेकिन सूचना आयुक्त के आदेश का भी पालन दोनों जनसूचना अधिकारी ने जानबूझकर नहीं किया।
मुख्य सूचना आयुक्त एम.के.राउत ने इसे गंभीरता से लिया तथा 02 दिसम्बर 2019 को द्वितीय अपील में अंतिम पारित आदेश में दोनों जनसूचना अधिकारी को जानकारी नहीं प्रदाय करने एवं आयोग में कोई जबाब प्रस्तुत नहीं करने पर पच्चीस-पच्चीस हजार रूपए का अर्थदण्ड का आदेश दिया। साथ ही अपीलार्थी को पांच-पांच सौं रूपए क्षतिपूर्ति राशि भी देने का आदेश दिया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार एवं प्रशासन की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं जिम्मेदारी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 प्रभावशील है। - रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कल अपने शंकर नगर स्थित आवास में मासिक प्रादेशिक पंचायिका दूरभाष निर्देशका 2019-20 का विमोचन किया और संपादक सुनील वोहरा को संग्रहनीय प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि निश्चित ही यह दूरभाष निर्देशका सभी के लिए उपयोगी साबित होगी क्योंकि इसमें छत्तीसगढ़ शासन प्रशासन से जुड़े समस्त विभाग के महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ प्रदेश के विभिन्न संस्थाओं और पत्रकारो के नाम, मोबाइल नम्बर का संग्रह है।
दूरभाष निर्देशका के विमोचन से पहले सुनील वोहरा ने विधानसभा अध्यक्ष श्री महंत का शाल,श्रीफल देकर सम्मान किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस मौके पर प्रमुख रूप से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुभाष धुप्पड़, गोपाल थवाईत के साथ शेखर शर्मा, अनेश बजाज, भावेश सोनी, मनीष शर्मा व पत्रकार द्वय सुश्री शोभा यादव, के.डी सिंह, दीपक कराणी सुधांशु राणा समेत अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।