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अभियान का किया गया आयोजनपवित्र दशहरा रथ के लिए काटे गए पेड़ों की भरपाईके लिए रोपे गए 251 पौधेरायपुर : बस्तर दशहरा समिति की बैठक जगदलपुर जिला कलेक्टोरेट कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित की गई, जिसमें बस्तर दशहरा पर्व को सभी मिलकर उत्साहपूर्वक मनाने तथा सभी व्यवस्थाओं को बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। बस्तर दशहरा समिति की बैठक के बाद पवित्र दशहरा रथ के निर्माण के लिए काटे गए पेड़ों की भरपाई के लिए एक विशेष पहल शुरू की गई।माचकोट रेंज के नकटी सेमरा वन क्षेत्र में कुल 251 पौधे लगाए गए, जिनमें से प्रत्येक पौधा एक पेड़ बस्तर के देवी देवताओं के नाम थीम के तहत बस्तर के देवताओं को समर्पित है। यह अनूठी थीम क्षेत्र के गहरे सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध को दर्शाती है।
यह अभियान बस्तर के दशहरा उत्सव की समृद्ध परंपराओं का सम्मान करते हुए पर्यावरण के संरक्षण के प्रति समुदाय की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है। यह पहल पेड़ों को स्थानीय देवताओं के साथ जोड़कर पर्यावरण संरक्षण के साथ सांस्कृतिक विरासत के एकीकरण को भी दर्शाता है।इस अवसर पर सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष श्री महेश कश्यप, विधायक चित्रकोट श्री विनायक गोयल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मणिराम कश्यप, जनपद पंचायत अध्यक्ष टी मरकाम, माटीपुजारी बस्तर राजपरिवार के श्री कमलचंद भंजदेव, कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रकाश सर्वे, आयुक्त नगर पालिक निगम श्री हरेश मंडावी, तहसीलदार एवं बस्तर दशहरा समिति के सचिव श्री रुपेश मरकाम सहित मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरिन, पुजारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में राज्य के विभिन्न जिलों के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, राजमार्ग और खनिज तथा दूरसंचार से संबंधित परियोजनाओं के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सड़कों के निर्माण कार्यों सहित अन्य परियोजनाओं के लिए संबंध में भू-अर्जन, मुआवजा वितरण, वृक्षों की कटाई और वृक्षारोपण सहित अन्य कार्यों को शीघ्र करने के निर्देश संबंधित जिलें के कलेक्टर को दिए। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना के अंतर्गत बिलासपुर-कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले के अंतर्गत आने वाले बिलासपुर-उरगा मार्ग, रायपुर-दुर्ग फोर लाइन सहित अन्य कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
इसी तरह से रायपुर-विशाखापट्नम-भारतमाला परियोजना सहित अन्य सड़कों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने गेबरा पेंड्रा रोड, न्यू रेल परियोजना, तलाईपल्ली कोल परियोजना के कार्यों के सहित अन्य परियोजनाओं के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और उन्होंने कहा कि कार्यों को त्वरित गति से पूर्ण कराने सुनिश्चित करें। वीडियो कॉन्फ्रेंस से आयोजित इस बैठक में अपर मुख्य सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्रीमती ऋचा शर्मा, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, राजस्व विभाग के सचिव श्री अविनाश चम्पावत सहित बीएसएनएल, रेल्वे, एनटीपीसी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग (एनएच) और कोरबा, रायगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, दुर्ग, महासमुंद सहित अन्य जिलें के कलेक्टर शामिल हुए। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ वन विभाग ने साजा वन परिक्षेत्र के ग्राम बेलगांव में आठ हनुमान लंगूरों के अवैध शिकार के मामले में मुख्य आरोपी रामाधार को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रमुख वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) श्री सुधीर अग्रवाल के निर्देश पर की गई।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राव ने ऐसे मामलों में लगातार कार्यवाही के निर्देश दिए है। दुर्ग सर्किल के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) डॉ. केनिली माचिओ एवं वनमंडलाधिकारी (डीएफओ) श्री चंद्रशेखर परदेशी के नेतृत्व में राज्य उड़नदस्ता द्वारा यह कार्रवाई 5 सितंबर 2024 को की गई।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के पास से बंदूक बरामद हुई है, जिसका उपयोग 28 अगस्त 2024 को हुए इस अवैध शिकार में किया गया था। यह गिरफ्तारी धमधा की परिक्षेत्र अधिकारी श्रीमती लक्ष्मी आदित्य और साजा के परिक्षेत्र अधिकारी श्री पी.आर. लसेल द्वारा की गई, जिसमें बेमेतरा के उप वनमंडलाधिकारी (एसडीओ) श्री वी.एन. दुबे और अन्य वन विभाग के अधिकारियों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। -
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रायपुर : प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण, मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने अपने एक दिवसीय नारायणपुर जिला प्रवास के दौरान विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित महिलाओं को चेक एवं प्रमाण-पत्र का वितरण किया। इसके साथ ही महिलाओं को 4000 रुपए स्टाइपेंड तथा 15 हजार रुपए का टूलकिट प्राप्त होगा। मंत्री श्री वर्मा ने प्रशिक्षित महिलाओं की सराहना करतु हुए कहा कि अधिक से अधिक महिलाओं को कौशल विकास योजना से लाभ लेना चाहिए।महिलाएं जितना अधिक प्रशिक्षित होगी उतना ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अंतर्गत जिले के 150 से अधिक हितग्राहियों को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है। इस योजना के लिए मुख्य रूप से लाइवलीहुड कॉलेज तथा बालक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को प्रशिक्षण का लाभ दिया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक श्री रूपसाय सलाम, कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, अपर कलेक्टर श्री बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, जिला रोजगार अधिकारी श्री मानकलाल अहिरवार सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। -
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नियद नेल्लानार योजना के कार्यों को गंभीरता पूर्वक पूर्ण करेंशासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं विकास कार्यों की ली समीक्षारायपुर : राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने नारायणपुर जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों की समीक्षा की। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना से कोई भी महिला हितग्राही वंचित न रहे। यह योजना सतत् प्रक्रियाधीन है। किसी कन्या की विवाह होने पर उनके आवेदन को प्राथमिकता से लेते हुए ऑनलाईन पंजीयन कराएं। इसी तरह अप्रारंभ प्रधानमंत्री आवास को शीघ्र प्रारंभ कराएं ताकि लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग कर सड़क पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार सिंचाई, विद्युत, लोक निर्माण विभाग और जनपद पंचायत विभाग के कार्यों का समीक्षा कर हितग्राही मूलक कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने कहा। राजस्व मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के मंशानुसार अबूझमाड़ क्षेत्र के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन के अनुरूप हितग्रहियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, नलजल, प्रधानमंत्री आवास मिल सके। जिससे क्षेत्र के विकास में सहयोग मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ क्षेत्र के लोगों के हाथों में बंदूक नहीं बल्कि कलम होना चाहिए, जिससे उनका भविष्य संवरेगा और विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं जिले के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकें। राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि त्रुटि सुधार और सीमांकन के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। नियद नेल्लानार के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के दुर्गम क्षेत्र मोहंदी, इरकभट्टी, मसपुर और कस्तूरमेटा में कार्य प्राथमिकता से किया जाए। बैठक में कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार, डीएफओ श्री सच्चिकानंदन के., अपर कलेक्टर श्री बीरेंद्र बहादुर पंचभाई सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण: जिले के 21 उत्कृष्ट शिक्षकों का हुआ सम्मानरायपुर : राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने नारायणपुर जिले में आयोजित मुख्यमंत्री शिक्षक गौरव अलंकरण कार्यक्रम में 21 उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान किया। भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एजी सिनेमा ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन प्रेरणा दायी है। शिक्षक हमारे जीवन को ढालने और संवारने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्राचीन समय में गुरू का स्थान सर्वोपरि था, भविष्य में भी गुरू के गरिमा और सम्मान को बनाए रखना है।
मंत्री श्री वर्मा ने ऑडिटोरियम में महिला एवं बाल विकास, वन, उद्यान, मछलीपालन, स्कूल शिक्षा, कृषि, ग्रामोद्योग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत 10 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत चेक प्रदान किया और राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत गर्भवती माताओं की गोद भराई तथा बच्चों का अन्नप्राशन किया।
मंत्री श्री वर्मा ने मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण सम्मान समारोह 2024 कार्यक्रम अंतर्गत 12 सेवानिवृत्त शिक्षक, विकासखण्ड स्तरीय शिक्षादूत पुरस्कार और जिला स्तरीय ज्ञानदीप पुरस्कार से चयनित शिक्षकों का सम्मान किया। तत्पश्चात पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बिहान महिला स्व सहायता समूह बोरण्ड, बागडोंगरी, फरसगांव, गरांजी, पालकी और भरण्डा को 01 लाख 95 हजार रुपए चक्रिय निधि अनुदान राशि का चेक प्रदान किया और सामुदायिक निवेश कोष अंतर्गत कापसी, करलखा, सरगीपाल, बम्हनी, भरण्डा, बिंजली, खड़कागांव, देवगांव और बेनूर को 10 लाख 80 हजार रूपए का चेक प्रदान किया।
इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, बृजमोहन देवांगन, जिला पंचायत सदस्य प्रताप मण्डावी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, वनमण्डलाधिकारी सचिकानन्दन, एसडीएम नारायणपुर वासु जैन, जिला शिक्षा अधिकारी लखनलाल धनेलिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी, विभिन्न स्कूलों के शिक्षक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे। -
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर ’सहकार से समृद्धि’ की परिकल्पना होगी साकारसहकारी समितियों को मल्टीपेक्स के रूप में किया जाएगा विकसितकेंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के निर्देश पर सहकारिता सचिव की बैठकरायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर ’सहकार से समृद्धि’ की परिकल्पना साकार होने जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए ठोस रणनीति तैयार की जा रही है। इसी कड़ी में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य के सभी 11 हजार 600 से अधिक ग्राम पंचायतों में सहकारी समितियों का जाल बिछाया जाएगा। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान दिए गए निर्देशों के परिपालन में सहकारिता विभाग के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना एवं श्री कुलदीप शर्मा, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं छत्तीसगढ़ ने नवा रायपुर स्थित आपेक्स बैंक के सभागार में बुधवार को संबंधित विभागों सहित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर ‘सहकार से समृद्धि’ पर बनाई गई कार्ययोजना की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।बैठक में सचिव डॉ. प्रसन्ना और आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा ने पंचायतवार, पेक्स, मत्स्य समिति और दुग्ध समितियों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही क्रियाशील और अक्रियाशील समितियों के चिन्हांकन कर सक्रिय करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राम पंचायत जहां एक भी समिति नहीं है, वहां नवीन समितियों का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी छह-छह माह इस तरह डेढ़ वर्ष का लक्ष्य बनाकर पेक्स को मबजूत करने तथा इन पेक्सों में मल्टी एक्टिविटी की सुविधाएं बढ़ाने के दिशा में काम किया जाए। उन्होंने कहा कि पेक्स को मल्टी परपस पेक्स के रूप में विकसित करने से लोगों के लिए घर के द्वार पर ही अनेक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे किसानों, गरीबों और मजदूरों के समय और पैसे की बचत होगी।सचिव डॉ. प्रसन्ना ने कहा कि आगामी खरीफ फसल की खरीदी का समय नजदीक आ रहा है। अतः सभी समितियों के पुराने कार्यों का ऑडिट अनिवार्य रूप से कर ली जाए। वर्तमान में 2058 सहकारी समितियों और 2739 धान उपार्जन केन्द्र हैं। ऐसे ग्राम पंचायत अथवा ऐसे स्थान जहां दूरी अधिक है, वहां नवीन समितियों का गठन किया जाए। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड एवं रूपे क्रेडिट कार्ड की प्रगति की समीक्षा की और राज्य के ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नेशनल कोऑपरेटिव डेटाबेस की समीक्षा करते हुए सभी समितियों के डेटाबेस को अपडेट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।बैठक में सचिव डॉ. प्रसन्ना और आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा ने इसी प्रकार उन्होंने विश्व अन्न भंडारण योजना, भारतीय बीज सहकारी समिति, राष्ट्रीय सहकारी निर्यात समिति, प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र, कॉमन सर्विस सेंटर एवं ई-डिस्ट्रिक्स सर्विस की स्थिति सहित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की गई। यथा संभव समस्त सहकारी संस्थाओं के खाते जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में अनिवार्यता खोले जाना चाहिए, जिससे सहकारिता का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके ।
इस अवसर पर अपर पंजीयक श्री एच के दोशी, अपर पंजीयक एच के नागदेव,अपेक्स बैंक प्रबंध संचालक श्री के.एन. काण्डे, कृषि विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पशुपालन विभाग, मछली पालन विभाग, दुग्ध महासंघ मत्स्य महासंघ, कॉमन सर्विस सेंटर व प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के राज्य प्रभारी व प्रतिनिधियों सहित अपर पंजीयक, संयुक्त पंजीयक, उप पंजीयक, सहायक पंजीयक तथा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे। -
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हर पंचायत में होगी सहकारी समितियांपेक्स को मल्टीपेक्स के रूप में किया जाएगा विकसितरायपुर : छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने की ठोस रणनीति तैयार की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में सहकारी समितियों का नेटवर्क बनाया जाएगा। सहकारिता विभाग के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना एवं श्री कुलदीप शर्मा, आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं छत्तीसगढ़, ने ‘सहकार से समृद्धि’ पर बनाई गई कार्ययोजना की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।इस अवसर पर अपर पंजीयक श्री एच के दोशी, अपर पंजीयक एच के नागदेव,अपेक्स बैंक प्रबंध संचालक श्री के.एन. काण्डे, कृषि विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पशुपालन विभाग, मछली पालन विभाग, दुग्ध महासंघ मत्स्य महासंघ, कॉमन सर्विस सेंटर व प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के राज्य प्रभारी व प्रतिनिधियों सहित अपर पंजीयक, संयुक्त पंजीयक, उप पंजीयक, सहायक पंजीयक तथा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में पंचायतवार, पेक्स, मत्स्य समिति और दुग्ध समितियों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही क्रियाशील और अक्रियाशील समितियों के चिन्हांकन कर सक्रिय करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राम पंचायत जहां एक भी समिति नहीं है, वहां नवीन समितियों का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी छह-छह माह का लक्ष्य बनाकर पेक्स को मबजूत करने तथा मल्टी एक्टिविटी की सुविधाएं बढ़ाने के दिशा में काम किया जाए। उन्होंने कहा कि पेक्स को मल्टी परपस पेक्स के रूप में विकसित करने से लोगों के लिए घर के द्वार पर ही अनेक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे किसानों, गरीबों और मजदूरों के समय और पैसे की बचत होगी।
आगामी खरीफ फसल की खरीदी का समय नजदीक आ रहा है। अतः सभी समितियों के पुराने कार्यों का ऑडिट अनिवार्य रूप से कर ली जाए। वर्तमान में 2058 सहकारी समितियों और 2739 धान उपार्जन केन्द्र हैं। ऐसे ग्राम पंचायत अथवा ऐसे स्थान जहां दूरी अधिक है, वहां नवीन समितियों का गठन किया जाए। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड एवं रूपे क्रेडिट कार्ड की प्रगति की समीक्षा की और राज्य के ज्यादा से ज्यादा प्रदेश के किसानों इस योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नेशनल कोऑपरेटिव डेटाबेस की समीक्षा करते हुए सभी समितियों के डेटाबेस को अपडेट करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जिलेवार, पंचायतवार, पेक्स, मत्स्य समिति और दुग्ध समितियों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ ही क्रियाशील और अक्रियाशील समितियों के चिन्हांकन करने के निर्देश भी दिए। ऐसे ग्राम पंचायत जहां एक भी समिति नहीं है, उन्हें लक्ष्य में रखकर नवीन समितियों का गठन किया जाए। इसी प्रकार उन्होंने विश्व अन्न भंडारण योजना, भारतीय बीज सहकारी समिति, राष्ट्रीय सहकारी निर्यात समिति, प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र, कॉमन सर्विस सेंटर एवं ई-डिस्ट्रिक्स सर्विस की स्थिति सहित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की गई। यथा संभव समस्त सहकारी संस्थाओं के खाते जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में अनिवार्यता खोले जाना चाहिए, जिससे सहकारिता का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके -
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अधिवक्ताओं के लिए नवीन सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा कीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बिलासपुर जिला अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने संघ की मांग पर जिला न्यायालय परिसर में नये सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री दाऊराम चंद्रवंशी ने की। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव मौजूद थे।इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में महाधिवक्ता श्री प्रफुल्ल एन भारत, विधायक श्री अमर अग्रवाल, श्री धरमलाल कौशिक, श्री दिलीप लहरिया, श्री अटल श्रीवास्तव, श्री सुशांत शुक्ला, महापौर श्री रामशरण यादव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती नीता यादव, संरक्षक अधिवक्ता संघ श्री एसके सिन्हा एवं प्रतिनिधि भारतीय विधिज्ञ परिषद श्री शैलेन्द्र दुबे उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जिला अधिवक्ता संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि बिलासपुर का जिला अधिवक्ता संघ प्रदेश के अधिवक्तओं का सबसे पुराना संगठन है। फिलहाल साढ़े 3 हजार विद्वान अधिवक्ता इस संघ से जुड़े है। उन्होंने कहा कि इस संस्था का ऐतिहासिक महत्व रहा है। इनके सदस्यों ने आजादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। यही नहीं बल्कि बड़े-बड़े राजनेता और न्यायविद इस संगठन ने पैदा किये हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिवक्ताओं के समक्ष कई समस्याएं मौजूद हैं। लेकिन उन्होंने इनकी परवाह किये बिना लोगों को न्याय दिलाने में महती भूमिका अदा कर रहे हैं। गरीबी-अमीरी का भेदभाव किये बिना सभी को समभाव से न्याय दिलाने में जिला अधिवक्ता संघ ने मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री ने संघ की मांग पर राजस्व मण्डल एवं स्थायी लोक अदालत में सदस्यों की नियुक्ति जल्द करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने तीजा एवं गणेश चतुर्थी महापर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी।
उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि जिला अधिवक्ता संघ का इतिहास गौरवशाली रहा है। यहां से निकले विधिवेत्ता और राजनेताओं ने बिलासपुर का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10-12 बरसों में न्यायालयों में सुविधाओं का तीव्र गति से विकास हुआ है। आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री दाऊराम चंद्रवंशी ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह सहित न्यायाधीश गण, अधिवक्ता एवं शहर के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने हस्तशिल्पी श्रीमती हीराबाई को प्रदेश का गौरव बढ़ाने पर दी बधाईरायपुर : छत्तीसगढ़ की श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल को हस्तशिल्प क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2023 के राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की ओर से दिया जाता है। श्रीमती बघेल ढोकरा बेलमेटल शिल्प की प्रसिद्ध शिल्पकार है। अधिसूचना के अनुसार पांच शिल्प गुरू तथा 18 नेशनल हस्तशिल्प पुरस्कार 2023 के लिए दिए गए है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव ने शिल्पकार हीराबाई झरेका बघेल को छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह की ढोकरा बेलमेटल शिल्पकार श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल इसके पूर्व भी अपनी कलाकारी का डंका बजा चुकी है। श्रीमती बघेल को बेलमेटल शिल्प कला के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा वर्ष 2011-12 में पुरुस्कृत किया गया जा चुका है। उनके पति श्री मिनकेतन बघेल को भी वर्ष 2006-07 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित किया गया था। पुरस्कार के लिए चयनित शिल्पी श्रीमती हीराबाई झरेका बघेल ने कहा कि मेरे पिता श्री भुलाऊ झरेका व पति ही मेरी प्रेरणास्रोत है, जिन्होंने मुझे ढोकरा बेलमेटल कला सिखाया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। -
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निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा करने के दिए निर्देशरायपुर : आदिम जाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अल्प संख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने आज नवा रायपुर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का साप्ताहिक निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों, इंजीनियर्स, क्यूरेटर एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से अब तक के कार्य की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों से कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के लिए मैन पावर बढ़ाने के निर्देश दिए।श्री बोरा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा माह नवंबर में संग्रहालय का लोकार्पण किया जाना प्रस्तावित है। अतः कार्य में गुणवत्ता के साथ तेजी लाई जाए। इस अवसर पर सचिव सह आयुक्त श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी) संग्रहालय पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने कहा कि यह संग्रहालय न केवल छ.ग. के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के स्वतंत्रता काल में दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद दिलाएगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली आदिवासी परंपरा से भी आमजन को रूबरू करवाएगा। श्री बोरा ने निर्माणाधीन स्थल पर उपस्थित मूर्तिकारों से भी चर्चा की। क्यूरेटर द्वारा द्वारा बताया गया कि संग्रहालय में लगने वाली लगभग 60 प्रतिशत मूर्तियों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जबकि शेष कार्य को भी निर्धारित समयावधि में पूरा कर लिया जाएगा। मूर्तियों की फिनिशिंग का कार्य भी समानांतर रूप से किया जा रहा है।
गौरतलब है कि निर्माणाधीन संग्रहालय में कुल 15 गैलरियां हैं। प्रथम गैलरी में छत्तीसगढ़ की जनजातीय जीवन शैली का परिचय का खूबसूरत वर्णन किया गया है, वहीं दूसरी गैलरी में राज्य की जनजातियों पर अंग्रेजों और स्थानीय हुकूमत के अत्याचार का, तीसरी गैलरी में वर्ष 1774-79 के डोंगर क्षेत्र के हल्बा विद्रोह का दृश्य, चौथी गैलरी में सरगुजा विद्रोह (1792) का दृश्य, पांचवी गैलरी में भोपालपट्टनम विद्रोह (1795) का दृश्य, छठवीं गैलरी में परलकोट विद्रोह (1824-25) का दृश्य, सातवीं गैलरी में तारापुर विद्रोह (1842-54) का दृश्य, आठवीं गैलरी में लिंगागिरी विद्रोह(1856) का दृश्य, नौवीं गैलरी में कोई विद्रोह (1859) का दृश्य, दसवीं गैलरी में दंतेवाड़ा के मेरिया विद्रोह (1842-63) का दृश्य, ग्यारवीं गैलरी में मुरिया विद्रोह (1876) का दृश्य, बारहवीं गैलरी में रानी चौरिस विद्रोह (1878-82) का दृश्य, तेरहवीं गैलरी में बस्तर के भूमकाल विद्रोह (1910) का दृश्य, चौदहवीं गैलरी में शहीद वीर नारायण सिंह के सोनाखान विद्रोह (1857) का दृश्य एवं पंद्रहवीं गैलरी में झण्डा सत्याग्रह एवं जंगल सत्याग्रह के वीर आदिवासी नायकों के संघर्ष (1923, 1920) के दृश्य का बखूबी चित्रण किया जा रहा है। निश्चित ही यह संग्रहालय सभी वर्ग के लोगों के लिए एक आकर्षण का केन्द्र के रूप में बनकर उभरेगा। -
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किसान उत्सव और बैल दौड़ का होगा आयोजनरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कल सोमवार को दुर्ग जिले में आयोजित पोला उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू करेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार में वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप, दुर्ग लोकसभा सांसद श्री विजय बघेल और विधायक श्री किरण देव विशिष्ट अतिथि होंगे। कार्यक्रम में किसान उत्सव और सांस्कृतिक बैल दौड़ का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम में साजा विधायक श्री ईश्वर साहू, दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चन्द्राकर, दुर्ग शहर विधायक श्री गजेन्द्र यादव, अहिवारा विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, धरसींवा विधायक श्री अनुज शर्मा, वैशाली नगर विधायक श्री रिकेश सेन सहित पूर्व विधायक श्री लालचन्द बाफना व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्री जितेन्द्र वर्मा और श्री महेश शर्मा विशेष रूप से शामिल होंगे। शास्त्री नवयुवक मंडल मंडियापार दुर्ग, छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य पर्यटन मंडल के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। -
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आलेख- श्री केदार कश्यप, सहकारिता मंत्रीरायपुर : पहला मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, इसलिए सहकार तो उसके मूल्य में है लेकिन जब आर्थिक गतिविधियों की बात होती है तब मनुष्य स्वार्थी हो जाता है। जिनके पास पूंजी है वह तो पूंजी से पूंजी कमाकर आर्थिक दृष्टि से सक्षम हो जाता है किंतु जिसके पास पूंजी नहीं है वह क्या करे? ऐसे में सहकार से उद्धार का भाव ही सही प्रतीत होता है।
छत्तीसगढ़ के बारे में कहा जाता है, इस अमीर धरती पर गरीब लोग रहते हैं। यह बात सही नहीं है, इस प्रदेश के लोग ऋषि और कृषि संस्कृति को मानने वाले हैं, प्रकृतिवादी हैं इसलिए जो प्रकृति से जीवनयापन के लिए मिल जाए संतुष्ट हो जाते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के पीछे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी का सपना था कि यह क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से भी प्रगति करे।राज्य में 15 साल की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चहुंओर विकास की यात्रा प्रारंभ की थी, जिसे विष्णुदेव साय की सरकार आगे बढ़ा रही है। केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार का लक्ष्य वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में स्थापित करना है। ऐसे में छत्तीसगढ़ राज्य उस महान यात्रा में कैसे पीछे रह सकती है। हाल में प्रदेश में सहकारिता को आधार बनाकर विकास की गति को बढ़ाने के लिए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बैठक कर एक कार्ययोजना बनाई है।
छत्तीसगढ़ में 70 प्रतिशत लोग कृषि और वनों से अपनी आजीविका प्राप्त करते हैं। प्रदेश में किसानों की संख्या का 70 प्रतिशत सीमांत और छोटे किसान हैं जिनके पास औसत एक एकड़ की खेतिहर भूमि है। इसलिए केवल खेती करके किसान अपनी आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव नहीं ला सकता। भाजपा की सरकार में किसानों को सहकारी बैंकों के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण की सुविधा दी है।धान के उत्पादन को न्यूनतन समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों ’’पैक्स’’ के माध्यम से खरीद रही है। दुग्ध और मत्स्य पालन के क्षेत्र में भी सहकारिता के जरिए किसानों और गरीबों की आर्थिक समृद्धि के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अब सहकारिता के माध्यम से मैदानी क्षेत्र के साथ वन क्षेत्र में रहने वाले अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों को भी सहकारिता से जोड़कर उनको आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की कार्ययोजना बनाई जा रही है।
अभी प्रदेश में कुल 2058 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां पैक्स कार्यरत हैं, अब प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बहुआयामी पैक्स / दुग्ध/ मत्स्य सहकारी समिति का गठन दो वर्ष के भीतर सुनिश्चित किया जाएगा। भारत सरकार की जनजाति कल्याण विभाग के साथ समन्वय करते हुये राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और छत्तीसगढ सरकार के साथ एमओयू किया जाएगा जिसके बाद प्रदेशवासी विशेषकर अनुसूचित जनजाति के लोगों को दुग्ध सहकारिता से जोड़ने की पहल की जा रही है।उनकी आर्थिक समृद्धि के लिये दुधारु पशु यथा- गाय/भैंस पालन के लिए उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाएगा। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी, ताकि आगामी पांच वर्षों में दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से लाभ अर्जित कर आठ से दस पशुधन के मालिक बन सके एवं उस परिवार को आजीवन इसका लाभ मिलता रहे।
इस प्रकार प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी, इस दूध को सहकारी संघ के माध्यम से दुग्ध के विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया जा सकेगा। गुजरात में 1960 के दशक में अमूल नामक एक सहकारी आंदोलन छोटे से गांव आणंद में शुरू हुआ, आज वह आंदोलन दुग्ध उत्पाद में वैश्विक ब्रांड बन गया है जिसका वार्षिक टर्नओवर 60 हजार करोड़ रुपए को पार कर गया है। छत्तीसगढ़ में इसी मॉडल पर काम शुरू किया जायेगा। कृषकों द्वारा उत्पादित दुग्ध के लिये पर्याप्त प्रशीतक केन्द्र एवं प्रक्रिया इकाईयां स्थापित की जाएंगी।
सहकारिता के माध्यम से अर्थव्यवस्था के विकास तथा इसका लाभ आमजन तक पंहुचाने कृषि, पशुपालन, मत्स्य, जनजाति विभाग के परस्पर समन्वय हेतु संबंधित विभाग के मंत्रियों तथा सचिवों की पृथक कमेटी बनाई जाएगी। प्रदेश में वर्तमान में केवल छः जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक संचालित हैं, सहकारिता के विस्तार और पैक्स की संख्या सभी जिलों तक बढ़ेगी तब जिला सहकारी बैंकों की संख्या भी बढ़ानी होगी। इसके साथ ही सहकारी बैंकों को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाया जायेगा। राज्य के सभी 6 जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको की संबंद्धता सीजीटीएमएसई से सुनिश्चित करते हुये इंटरनेट बैंकिग सहित ई-बैंकिग सुविधाओं तथा आधार इनेब्लड पेमेंट सिस्टम सुनिश्चित किए जाएंगे ।
सहकारिता के अन्य आयामों जैसे जैविक कृषि, बीज उत्पादन, मत्स्य आदि को मजबूत कर छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को गति दी जाएगी। छत्तीसगढ़ वन, खनिज, भूमि संसाधन के साथ परिश्रमी जनसंसाधन भी है। सहकार की भावना से जब कार्य प्रारंभ होंगे तभी जनता का आर्थिक उद्धार का मार्ग प्रशस्त होगा। -
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रामलीला मैदान रायगढ़ में 7 सितंबर से आयोजित है चक्रधर समारोहरायपुर : वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी से आज यहां रायपुर के उनके निवास/ कार्यालय में रायगढ़ कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल और पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल ने सौजन्य मुलाकात कर उन्हें 39 वें चक्रधर समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने समारोह के संबंध में जानकारी ली तथा सभी आवश्यक तैयारियां समय पूर्व सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने चक्रधर समारोह के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दीं। कलेक्टर श्री गोयल ने समारोह की सभी आवश्यक तैयारी के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। -
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रायपुर : स्वास्थ्य कल्याण एवं त्वचा देखभाल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और अपनी अलग पहचान बनाने के लिये रायपुर की श्रेष्ठा तिवारी को मुम्बई में यूनिवर्सल एमिनेन्स एवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार गत दिवस ताज मुम्बई में आयोजित एक कार्यक्रम मे फिल्म अभिनेता अरबाज खान ने प्रदान किया। मुम्बई की प्रतिष्ठित फाल्कन मल्टीमीडिया एवं पब्लीसिटी हाउस द्वारा यह पुरस्कार उन दूरदर्शी लोगों को प्रदान किया जाता है जो ग्राउंड ब्रेकिंग तकनीकों से लेकर परिवर्तनकारी व्यावसायिक मॉडल के माध्यम से भविष्य को आकार देते हैं। उत्कृष्टता और दूरदर्शी सोच पर ध्यान केंद्रित करते हुए, प्रगति के सार को मूर्त रूप देते हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में प्रेरणा के प्रतीक के रूप में कार्य करते हैं।
रायपुर के डीपीएस स्कूल और क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बंगलुरू की छात्रा श्रेष्ठा ने त्वचा की सकारात्मकता की अग्रणी पैरोकार के रूप में, सोरायसिस के साथ अपनी व्यक्तिगत यात्रा को बदलाव के लिए एक शक्तिशाली मंच में बदल दिया है। मात्र 8 वर्ष की आयु में इस त्वचा रोग से पीड़ित होने के बाद, उन्होंने दूसरों को सोरायसिस के बारे में शिक्षित करने, कलंक को खत्म करने और अपने ऑनलाइन समुदाय, Psafe Space के माध्यम से सहायता प्रदान करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।इंस्टाग्राम पर 10 मिलियन से अधिक लोगों की पहुंच और फेमिना इंडिया, एले और ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों में शामिल होने के साथ, श्रेष्ठा का प्रभाव दूरगामी है। न्यूयॉर्क शहर में लिंक स्क्रीन पर प्रसारित एक वैश्विक अभियान में उनका प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके प्रभाव को उजागर करता है। अपनी उपलब्धियों से परे, श्रेष्ठा सोरायसिस से पीड़ित लोगों को खुद से प्यार करने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे उन्हें बेहतर जीवन जीने में मदद मिलती है। -
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बहनों और माताओं का मायके में दी जाएगी महतारी वंदन की उपहारराष्ट्रीय पोषण माह 2024 के पोस्टर का विमोचन होगारायपुर : छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा हरेली पर्व मनाने के बाद अब विष्णु भैया का घर यानी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का मुख्यमंत्री निवास तीजा-पोरा के पारंपरिक गौरव की झांकी तरह सज रहा है। मुख्यमंत्री निवास को मिट्टी के खूबसूरत नंदिया बइला और रंगीन खिलौनों से सजाया जा रही है। परंपरागत वंदनवार के रंग बिखरने लगे हैं। मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री श्री साय की पत्नी श्रीमती कौशल्या साय सजावट के साथ-साथ परंपरागत छत्तीसगढ़िया व्यंजनों के साथ ठेठरी-खुरमी बनाने की तैयारी भी करवा रही हैं। तीजा-पोरा तिहार से पहले मुख्यमंत्री श्री साय अपने निवास से ही बटन दबाकर 70 लाख महिलाओं के खाते में महतारी वंदन के एक- एक हजार रुपए भी भेजने वाले हैं।हरेली की तरह मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के रायपुर स्थित निवास में तीजा-पोरा का तिहार 2 सितम्बर को सुबह 11 बजे से उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री निवास परिसर में छत्तीसगढ़ की परम्परा और रीति-रिवाज के अनुसार साज-सज्जा की गई हैं। इस मौके पर नांदिया-बैला की पूजा की जाएगी। तीजा महोत्सव का आयोजन होगा। तीजा-पोरा त्यौहार के लिए कार्यक्रम में बहनों को आमंत्रित किया गया है। इस तरह महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री निवास एक दिन के लिए मायका बन जाएगा। कार्यक्रम में विशेष रूप से महतारी वंदन योजना से लाभान्वित महिलाएं, महिला स्वसहायता समूहों की महिलाए और मितानिनों सहित लगभग 3 हज़ार महिलाओं को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर महिलाओं के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यक्रम, योजनाओं से अवगत कराने हेतु प्रदर्शनी एवं स्टॉल भी लगाया गया है।महिलाओं के कल्याण की प्रचलित योजना एवं कार्यक्रम हेतु संस्कृति विभाग के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा, साथ ही खेल विभाग के समन्वय से महिलाओं के लिए खेल का भी आयोजन होगा। इस अवसर पर प्रतिभागी महिलाओं को राष्ट्रीय पोषण माह 2024 अंतर्गत शपथ पत्र का वाचन भी कराया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के अवसर पर पोषण एवं स्वास्थ्य से संबंधित पोस्टर का विमोचन भी करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री श्री साय कार्यक्रम स्थल से प्रदेश में सुपोषण रथ का संचालन हेतु सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी दिखाएंगे। -
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शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का किया शुभारंभखिलाड़ियों का बढ़ाया हौसला, सफलता के लिए दी शुभकामनाएंप्रदेश के सभी संभाग के 860 खिलाड़ी फुटबॉल, क्रिकेटबैडमिंटन और गतका खेल में जीत के लिए दिखाएंगे दमखमरायपुर : कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आज सरगुजा जिले के जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारंभ किया। खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ अम्बिकापुर के स्थानीय शासकीय बहुद्देश्यीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के क्रीड़ांगन में हुई।मंत्री श्री रामविचार नेताम ने इस अवसर पर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि राज्य में सरगुजा संभाग की अलग पहचान है। 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आज यहां आगाज़ हो रहा है, यह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने प्रतियोगिता में आए प्रदेश के सभी सम्भाग के खिलाड़ियों सहित अभिभावकों, कोच, शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने पहले स्तर की प्रतियोगिता में अपने हुनर का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और इस राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभाओं को आगे ले जाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। अच्छी सुविधाओं तथा प्रशिक्षण के माध्यम से खेल प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास किया जा रहा है जिससे हमारे खिलाड़ी बढ़िया खेल कर अपनी प्रतिभा का झण्डा दुनिया में बुलंद कर सकें।उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भी घोषणा की है कि ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को तीन करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। वहीं, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दो करोड़ रुपये, और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने सभी को अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने शुभकामनाएं दीं।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री अशोक सिन्हा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि आज से शुरू हुए 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता आगामी 04 सितम्बर तक चलेगी। इस राज्य स्तरीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता मे खेल की चार विधाओं को शामिल किया गया है जिसमें फुटबॉल बालक-बालिका 17 वर्ष, क्रिकेट बालक-बालिका 17 वर्ष, बैडमिंटन बालक-बालिका 14 वर्ष, 17 वर्ष एवं 19 वर्ष तथा गतका में 17 एवं 19 वर्ष की बालक-बालिकायें होंगी। सभी पांच सम्भाग से प्रतियोगिता में कुल 860 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। प्रत्येक संभाग से विभिन्न खेल विधाओं में 71 बालक, 71 बालिकाएं होंगी। इनके साथ 50 स्टेट ऑफिशियल्स, 150 मैनेजर एवं कोच रहेंगे। इनके मध्य आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं को स्थानीय खेल मैदानों में संपन्न कराया जायेगा।कार्यक्रम में बैडमिंटन के राष्ट्रीय खिलाड़ी अथर्व प्रताप सिंह ने खिलाड़ियों को शपथ दिलायी। इस अवसर पर सभी संभागों के खिलाडिय़ों ने रंग-बिरंगी पोशाक पहनकर आकर्षक मार्चपास्ट किया। इसके साथ ही स्कूली बच्चों के द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम में सासंद श्री चिंतामणी महाराज ने कहा कि जीवन में खेल का महत्व भोजन की तरह ही है। खेल से शरीर, मन, मस्तिष्क सब स्वस्थ रहता है। कार्यक्रम में उपस्थित अंबिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल एवं लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज ने भी सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री कमलभान सिंह, सरगुजा संभागायुक्त श्री जी आर चुरेन्द्र, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ श्री नूतन कंवर, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री संजय गुप्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि श्री लल्लन प्रताप सिंह, श्री आलोक दुबे, श्री अम्बिकेश केसरी, जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी तथा खिलाड़ी उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नायक परिवार ने अपने बच्चों का जन्मदिन प्रकृति को किया समर्पितवृक्षारोपण कर भावी पीढ़ी के लिए पर्यावरण को बचाने का दिया संदेशरायपुर : प्रदेश का अघरिया (पटेल) समाज प्रकृति संरक्षण के लिए कई अनूठी पहल कर रहा है। समाज पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य के साथ इस पुनीत कार्य में जोर शोर से जुटा हुआ है। इसी कड़ी में आज समाज से जुड़े प्रबुद्धजनों ने वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। राजधानी रायपुर के माना थाना परिसर में आज श्री भुवनेश्वर नायक व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनीता नायक ने अपने बच्चों का जन्मदिन प्रकृति के सानिध्य में मनाया और इस विशेष दिन को प्रकृति को समर्पित किया।
अघरिया समाज के साथ साथ नायक परिवार का भी मानना है कि इससे पर्यावरण स्वच्छ व स्वस्थ रहता है। कार्यक्रम का क्रियान्वयन उप पुलिस अधीक्षक श्री लंबोदर पटेल जी व उनकी धर्मपत्नी रेणुका पटेल द्वारा किया गया। पटेल दंपत्ति का प्रकृति के साथ निःस्वार्थ प्रेम है और भावी पीढ़ी को बेहतर कल देने के उद्देश्य से अक्सर वे अपनी टीम के साथ वृक्षारोपण का आयोजन करते रहते है। उनका मानना है कि वृक्षारोपण केवल महज एक कार्यक्रम नहीं है अपितु इसके अनगिनत फायदे है, जो मानव समाज को पोषित करते है। स्वच्छ हवा के साथ ही यह जल संरक्षण में भी आवश्यक भूमिका निभाता है, जो हमारे जीवन का मूल तत्व है।
इस अवसर पर श्रीमती सुषमा प्रेम पटेल ने लोगों को उत्साहित करते हुए काव्य पाठ भी किया। इस पुनीत अवसर पर श्रीमती मंजू, क्षीर सिंधु पटेल, अजित पटेल, मीनाक्षी पटेल, सुनील पटेल, क्षीरसागर विनीता पटेल, राम नारायण, मोनिका पटेल, श्रीमती किरण अजित पटेल, वर्णिका शर्मा, दुर्गा पटेल, देवाशीष पटेल, रमेश पटेल और सभी सम्मानित जनों ने उत्साह से भाग लिया। सभी ने संकल्प लिया कि टीम वर्क से हम हमेशा रचनात्मक कार्यों में अग्रणी रहेंगे, जिससे स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान दे पाएंगे। इस खास मौके पर स्वल्पाहार की व्यवस्था श्रीमती मीनाक्षी पटेल द्वारा किया गया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाविद्युत व्यवस्था को दुरूस्थ करते हुए कबीरधाम जिले मेंनिर्बाध बिजली आपूर्ति करने के निर्देश दिएकेंद्र तथा राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिलमहत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा कीरायपुर : वाणिज्य और उद्योग एवं श्रम विभाग मंत्री और कबीरधाम जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में केंद्र तथा राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल प्रधानमंत्री जनमन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, उद्यानिकी विभाग, राशन कार्ड की नवनीकरण कार्याे सहित अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्यवन और योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी।
कैबिनेट मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि कबीरधाम जिले में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं। जनप्रतिनिधि और अधिकारी जिले के विकास के लिए अच्छा कार्य कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर हो और इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। सभी को उत्साह के साथ टीम भावना से कार्य करते हुए सभी क्षेत्रों में कबीरधाम जिले की पहचान बनाना है।उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया है। जिले के सभी अधिकारी इन समस्याओं को संज्ञान में लेकर प्राथमिकता के साथ निराकरण करना सुनिश्चित करें। कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि जिले में विद्युत आपूर्ति के संबंध में अधिक शिकायत मिली है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को विद्युत व्यवस्था को दुरूस्थ करते हुए 24 घंटे आपूर्ति करने के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि पेयजल, सड़क, विद्युत, स्वास्थ्य, राशन मूलभूत आवश्यकता में शामिल है। यह सभी सुविधाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। इसके लिए सभी अधिकारी को निरंतर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिला अधिकारी मैदानी क्षेत्रों में जाकर दौरा करें और वास्तविक वस्तु स्थिति की जानकारी लें। जिससे वहां की कमियों को पहचान कर पूरा किया जा सके।उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने और प्रगति लाने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन के तहत जानकारी लेते हुए कहा कि शासन की यह महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य नल के माध्यम से हर घर जल पहुंचाना है। इस योजना का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर पूर्ण गुणवत्तापूर्ण और समय सीमा के भीतर होना चाहिए। उन्होंने जिले में खेती किसानी के संबंध में वर्षा और खाद उपलब्धता की जानकारी ली।
बैठक में कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने जिले के विभिन्नि विभाग में संचालित योजनाओं के प्रगति के संबंध में विभागवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 2 लाख 83 हजार 704 राशन कार्ड प्रचलित है। जनवरी 2024 से अब तक 5 हजार 829 नवीन राशन कार्ड बनाया गया है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 1 लाख 29 हजार 613 कनेक्शन जारी किया गया है। जिले में 108 धान उर्पाजन केन्द्रों में माध्यम से धान खरीदी की जा रही है।
जिले के 43 हजार 419 किसानों को वर्ष 2014-15 के तहत 57 करोड़ 92 लाख 28 हजार रूपए और 42 हजार 944 किसानों को वर्ष 2015-16 के तहत 61 करोड़ 30 लाख 79 हजार रूपए बोनस राशि का भुगतान किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत 69 करोड़ 89 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। इस दौरान कलेक्टर श्री महोबे ने केंद्र तथा राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और उसके प्रगति की जानकारी दी। बैठक में विभाग के अधिकारियों ने भी अपने विभागों के प्रारंभ, अप्रारंभ और प्रगतिरत कार्यों की जानकारी दी।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला रामकुमार भट्ट, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, श्री रूपेश जैन, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओं श्री संदीप अग्रवाल, सहित सर्व जनपद अध्यक्ष, सर्व नगर पंचायत के अध्यक्ष सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। -
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उद्योग मंत्री श्री देवांगन ने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को दिलाई शपथरायपुर : प्रदेश के वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन कल अपने बालोद प्रवास के दौरान टाउन हॉल बालोद में आयोजित जिला देवांगन समाज बालोद के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर श्री देवांगन ने समाज के लोगों से देवांगन समाज को शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक तथा सभी क्षेत्रों में अग्रणी बनाने हेतु सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील भी की। समारोह में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री देवांगन ने देवांगन समाज के नव निर्वाचित जिला अध्यक्ष श्री दीपक देवांगन एवं अन्य पदाधिकारियों को शपथ दिलाकर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि देवांगन समाज एक मेहनतकश समाज है। जिसका छत्तीसगढ़ राज्य व देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने समाज की अराध्य देवी माता परमेश्वरी से देवांगन समाज के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना भी की। इस अवसर पर उन्होंने समाज के लोगों को शिक्षित एवं संगठित होकर समाज के विकास में योगदान देने की अपील की।समारोह में मंत्री श्री देवांगन ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों के विकास हेतु संचालित किए जा रहे विभिन्न योजनाओं के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होेंने कहा कि आज हमारे प्रदेश का बागडोर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जैसे अत्यंत संवेदनशील एवं सक्षम व्यक्ति के हाथों मे सुरक्षित है। श्री देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय के कुशल नेतृत्व में हमारा छत्तीसगढ़ आज निरंतर प्रगति के सोपानों को तय कर रही है।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य श्री यशवंत जैन ने जिला देवांगन समाज के सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। जिला देवांगन समाज के पूर्व अध्यक्ष श्री केदार देवांगन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में श्री पवन साहू, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री राकेश यादव, देवांगन समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप देवांगन सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित थे। -
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राज्य क्षेत्रों के पर्यटन मंत्रियों का सम्मेलन पणजी गोवा में सम्पन्नमंत्री श्री केदार कश्यप सम्मेलन में शामिल हुए और राज्य कीआगामी 5 वर्षों की योजनाओं से अवगत करायाराज्य में पर्यटन के विकास के लिए केंद्र सेसंसाधन एवं समर्थन की मांग कीरायपुर : केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में पश्चिमी और मध्यवर्ती राज्यों तथा संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन मंत्रियों का सम्मेलन गोवा के पणजी में आयोजित किया गया। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री श्री केदार कश्यप ने भी भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के पर्यटन विकास की संभावनाओं और चुनौतियों पर चर्चा करना था। इस मौके पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने पर्यटन क्षेत्र में सुधार और नए आयाम जोड़ने के लिए विभिन्न राज्यों से सहयोग और समर्थन का आह्वान किया।
पर्यटन की समग्र प्रगति और विकास हेतु सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों के साथ मिलकर कार्य करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा गोवा में पश्चिमी तथा मध्यवर्ती राज्यों/संघ राज्य क्षेत्र के पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन का आयोजन किया गया। ताकि पर्यटन क्षेत्र के लिए संकल्पना निर्माण तथा विचार-विमर्श किया जा सके और एक साझा विजन तैयार किया जा सके।इस बैठक में वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित पर्यटक केंद्रों के विकास, वैकल्पिक गंतव्यों के विकास, मार्केटिंग और संवर्धन, पर्यटन क्षेत्र में कनेक्टिविटी, स्वच्छता, व्यवसाय करने की सुविधा और सुगमता में सुधार के साथ-साथ पर्यटन में निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने संबंधी उत्कृष्ट कार्य पद्धतियों को साझा करने पर फोकस किया गया। सम्मेलन में राज्यों के प्रतिष्ठित पर्यटक केंद्र, वैकल्पिक गंतव्य, मार्केटिंग और संवर्धन, व्यवसाय करने की सुगमता और निजी निवेश तथा स्वच्छता तथा पर्यटक सुरक्षा जैसे विषयों को शामिल किया गया।छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री श्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास की संभावनाओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन स्थलों की क्षमता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की, साथ ही विकास की राह में आने वाली चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया। मंत्री श्री कश्यप ने केंद्र से समर्थन और संसाधनों की मांग की ताकि छत्तीसगढ़ को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सके।
मंत्री श्री कश्यप ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़, प्राचीन स्मारकों, दुर्लभ वन्यप्राणियों, नक्काशीदार मंदिरों, बौद्ध स्थलों, राजमहलों, जलप्रपातों, गुफाओं और प्रागैतिहासिक काल के शैलचित्रों से परिपूर्ण राज्य है। हमारा राज्य ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक एवं प्राकृतिक धरोहरों के साथ गौरवशाली प्राचीन लोक संस्कृति का भी अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार, पर्यटन मंत्रालय से भी पूरा सहयोग प्राप्त होता रहा है। हमने अनेक परियोजनाएँ केंद्रीय सहायता से विकसित की हैं। स्वदेश दर्शन में ’ट्रायबल टूरिज्म सर्किट’ विकसित किया है। प्रशाद योजना में डोंगरगढ़ का कार्य अंतिम चरणों में है। इसके पूर्व जगदलपुर, चित्रकोट, भोरमदेव, सिरपुर, रतनपुर, मैनपाट, राजिम, मल्हार आदि स्थलों को केंद्रीय सहायता से विकसित किया है। इसमें राज्य बजट से भी कार्य कराया गया है।
इन विकास कार्यों से और पर्यटन के व्यापक प्रचार-प्रसार से अब यहाँ पर्यटक आने लगे हैं और लगातार पर्यटकों की संख्या बढती जा रही है। आने वाले समय में राज्य में शक्तिपीठ स्थलों का विकास किया जायेगा। हम रोपवे एवं क्रूज पर्यटन के विकास के लिये भी कार्यवाही कर रहे हैं। नयी पर्यटन नीति पर कार्य चल रहा है एवं पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने हेतु भी कार्यवाही चल रही है। हमने केंद्र की होमस्टे गाइडलाइन्स के आधार पर राज्य में ’होमस्टे एंड बेड-एंड-ब्रेकफास्ट’ गाइडलाइन्स तैयार कर जारी की है। इको टूरिज्म पॉलिसी, एडवेंचर गतिविधियों की गाइडलाइन्स, वाटर एक्टीविटी लाइसेंस हेतु गाइडलाइन्स बनाने की भी तैयारी चल रही है।
राज्य में पर्यटन को और गति देने के लिये हमें पर्यटन मंत्रालय से नयी योजनाओं की स्वीकृति की अपेक्षाएँ हैं। स्वदेश दर्शन 2.0 में चयनित डेस्टीनेशंस बिलासपुर एवं जगदलपुर के लिये भारत सरकार के स्तर से कंसल्टेंट नियुक्त किया जाना है। प्रशाद योजना में सूरजपुर जिले के कुदरगढ़ का कांसेप्ट प्लान जमा किया जा चुका है जिसकी स्वीकृति अपेक्षित है। अगले प्रस्तुतिकरण के अनुसार आगे भी नयी योजनाएँ तैयार हो रही हैं जिनके प्रस्ताव जल्द ही पर्यटन मंत्रालय को भेजे जायेंगे।मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि निजी सहभागिता एवं निवेश तथा छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा निर्मित किये गए हाइवे मोटलों को संचालन एवं प्रबंधन हेतु लीज पर निजी क्षेत्र को सौंपे जाने की कार्यवाही की जा रही है। जिससे पर्यटकों को पर्यटन स्थलों के भ्रमण के दौरान राजमार्गों पर स्तरीय सुविधा उपलब्ध हो सके।
स्थानीय सहभागिता, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा चित्रकोट में वन विभाग के सहयोग से नेचर ट्रेल का विकास किया गया है। इसका संचालन स्थानीय महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है तथा पर्यटन से उनके लिये अतिरिक्त आय के स्रोत बढ़ाने एवं पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, रहन-सहन व खानपान का अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से होमस्टे बेड एंड ब्रेकफास्ट की सुविधा भी प्रदान की जा रही है तथा हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार करने एवं युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में इंस्टीट्युट ऑफ होटल मैनेजमेंट, केटरिंग टेक्नॉलाजी एंड अप्लाइड न्यूट्रिशन संस्थान का संचालन किया जा रहा है।
मंत्री श्री कश्यप ने राज्य की आगामी 5 वर्षों की योजनाओं से कराया अवगत
श्री कश्यप ने आगामी 5 वर्षों की राज्य की योजनाएं से अवगत कराया जिसके तहत राज्य के पाँच शक्तिपीठों को जोड़ते हुए सर्किट विकसित करना, स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत बिलासपुर एवं जगदलपुर डेस्टीनेशंस के पर्यटन स्थलों का विकास। प्रशाद योजना के तहत सूरजपुर जिले के माँ कुदरगढ़ी देवी स्थल का विकास कार्य एवं रोपवे की स्थापना शामिल है। इसी तरह नवनिर्मित राजमार्गों एवं बायपास पर पर्यटकों के लिये वेसाइड अमेनिटी विकसित करना।पर्यटन गतिविधियों में स्थानीय लोगों की सहभागिता को बढ़ावा देना। ईको टूरिज्म, एग्री टूरिज्म, रूरल टूरिज्म एवं माइस (MICE) टूरिज्म को बढ़ावा देना। छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की आवासीय इकाईयों को लीज पर निजी क्षेत्र को संचालन हेतु दिया जाना जैसी योजनाएं भी शामिल है। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्री सुरेश गोपी, राजस्थान की उप मुख्यमंत्री श्रीमती दीया कुमारी, गोवा के पर्यटन मंत्री श्री रोहन खाउंते, मध्यप्रदेश से मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी, राज्यों से आए पर्यटन मंत्रीगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण शामिल थे। -
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के लिए मिला प्रथम पुरस्कारराज्य सभा सांसद श्री महेन्द्र भट्ट के हाथों मिला पुरस्कारनई दिल्ली के भारत मण्डपम में आयोजित है राष्ट्र स्टार की प्रदर्शनीकृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने दी बधाई और शुभकामनाएंरायपुर : देश की राजधानी नई दिल्ली के भारत मण्डपम में आयोजित राष्ट्र स्टार की प्रदर्शनी एग्रीटेक इनोवेट इंडिया में छत्तीसगढ़ उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी को उत्कृष्ट प्रदर्शनी के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राम विचार नेताम ने स्टॉल प्रदर्शनी में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है। उद्यानिकी विभाग के संचालक श्री जगदीशन एस. के मार्गदर्शन में उद्यानिकी एवं वानिकी कृषकों की सफलता की कहानी पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में 29 से 31 अगस्त तक आयोजित एग्रीटेक इनोवेट इंडिया प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ शासन के उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी, विभाग द्वारा भी स्टॉल लगाई गई है। इस स्टॉल में उद्यानिकी उत्पाद पुष्प, फल, सब्जी एवं प्रसंस्कृत उत्पादों से सुसज्जित कर प्रगतिशील कृषकों की सफलता की कहानी प्रदर्शित की गई। स्टॉल में सक्ती जिले की मल्लिका किस्म की आम एवं जेरेनियम का बना हुआ रूम फ्रेशनर आदि प्रसंस्कृत उत्पाद प्रदर्शित किया गया, जो मुख्य आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
प्रदर्शनी के दूसरे दिन आज छत्तीसगढ़ उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के स्टॉल को आगंतुकों एवं जनप्रतिनिधियों सहित प्रबुद्धजनों द्वारा काफी सराहना मिल रही है। स्टॉल में दिल्ली सहित अन्य राज्यों के किसान उत्साह के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन कर रहे हैं। -
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कृषि अभियंताओं के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी का शुभारंभकृषि अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अभियंता सम्मानितरायपुर : कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा है कि कुछ दशक पूर्व किसान खेती में परंपरागत कृषि उपकरणों का उपयोग करते थे। लेकिन प्रौद्योगिकी के विकास के कारण आज खेतों में ट्रैक्टर चलित कल्टिवेटर, रोटावेटर, कम्बाइन जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों एवं मशीनरी का उपयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही अब कृषि में ड्रोन तथा ए.आई. तकनीक का उपयोग भी होने लगा है। कृषि मशीनरी के तकनीकी विकास के कारण कृषि के क्षेत्र में क्रान्तिकारी परिवर्तन आया है, इसके लिए देश के कृषि अभियंता तथा कृषि वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं।कृषि मंत्री श्री नेताम राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित कृषि अभियंताओं के दो दिवसीय 36वें राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजिनियर्स (इंडिया) छत्तीसगढ़ स्टेट सेन्टर, रायपुर एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कृषि अभियांत्रिकी संकाय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए कृषि अभियंता शामिल हुए।सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री नेताम ने कहा कि ‘‘सतत विकास के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हेतु कृषि अभियंताओं का योगदान’’ विषय पर आयोजित इस सगोष्ठी का विषय काफी ज्वलंत, प्रासंगिक एवं सारगर्भित है। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में आज अनेकों चुनौतियां विद्यमान है। जलवायु परिवर्तन के कारण किसान फसल उत्पादन संबंधी अनेक चुनौतियां से जूझ रहे हैं। ऐसे में कृषि अनुसंधान प्रौद्योगिकी विकास तथा कृषि यंत्रीकरण के द्वारा ही इस चुनौतियों का सामना किया जा सकता है।श्री नेताम ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विभिन्न फसलों की 65 नई जलवायु लचीली फसल प्रजातियों का लोकार्पण किया है जो मौसम की प्रतिकूलताओं में भी अधिक उत्पादन देने में सक्षम हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कृषि अभियंताओं के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी के सार्थक परिणाम प्राप्त होंगे। श्री नेताम ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अभियंताओं द्वारा किये गये नवीन अनुसंधानों एवं प्रौद्योगिकी विकास की सराहना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि भारत में कृषि के क्षेत्र में जो तीन मुख्य कमियां चिन्हित की गई हैं इनमें से कृषि के क्षेत्र में यंत्रों का उपयोग प्रमुख है। पिछले दशकों में कृषि मशीनरी के विकास तथा उपयोग को बढ़ावा मिलने के बावजूद आज भी हमारे देश में कृषि के क्षेत्र में मशीनरी का उपयोग अन्य विकसित देशों की अपेक्षा काफी कम है। उन्होंने कहा कि देश भर में कृषि मशीनरी के डिजाइन तथा तकनीक के विकास का कार्य किया जा रहा है, जिसके सार्थक परिणाम भी प्राप्त हो रहे हैं और किसान अब कृषि यंत्रों का ज्यादा उपयोग करने लगे हैं।उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं कृषि अभियंताओं द्वारा कृषि मशीनरी के प्रौद्योगिकी विकास की दिशा में काफी काम किया गया है और स्थानीय परिस्थितियों एवं किसानों की आवश्यकताओं को देखते हुए अनेक नवीन कृषि यंत्र विकसित किये गये हैं जिनका उपयोग छत्तीसगढ़ के किसान कर रहे हैं। समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय भू-जल बोर्ड, भारत सरकार के अध्यक्ष डॉ. सुनील के. अम्बस्ट ने कहा कि कृषि मशीनरी के विकास के साथ ही भू-जल संरक्षण एवं प्रबंधन के क्षेत्र में भी अधिक कार्य किये जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा कृषि अभियंताओं के राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया गया। इसके साथ ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रकाशित पुस्तिका तथा 9 सितम्बर 2024 को आयोजित होने वाले बलराम जयंती समारोह के ब्रोशर का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कृषि अभियंताओं का सम्मान भी किया गया जिनमें डॉ. इन्द्रमणी मिश्रा, कुलपति वसंत राव नाईक, मराठवाड़ा कृषि विद्यापीठ परभणी, डॉ.टी.बी.एस. राजपूत, वरिष्ठ वैज्ञानिक, जल प्रौद्योगिकी केन्द्र, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली, डॉ. टी. विद्या लक्ष्मी, वरिष्ठ वैज्ञानिक केन्द्रीय पोस्ट हार्वेस्टिंग इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.सी.ए.आर. लुधियाना), डॉ. मधुरेश द्विवेदी सहायक प्राध्यापक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला तथा इं. राजकुमार श्रीवास संचालक शुभी एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड रायपुर शामिल हैं। इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. विनय पाण्डेय को लाईफटाइम अचीवमेन्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, वैज्ञानिक एवं अभियंता उपस्थित थे।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन सह संगोष्ठी में वर्तमान समय में कृषि के विकास हेतु बहु प्रासंगिक विषयों जैसे - इंजीनियरिंग इनपुट का संरक्षण और प्रबंधन, फार्म मशीनरी, कृषि प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत, मिट्टी और जल संरक्षण और प्रबंधन’’ आदि पर विस्तृत चर्चा होगी एवं शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। इनमें मुख्यतः कृषि में जुताई-बुआई से लेकर कटाई-मड़ाई एवं प्रसंस्करण की क्रियाओं का मशीनीकरण, ड्रोन का उपयोग, रिमोट सेंसिंग एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली का उपयोग, कृषि बागवानी में अत्याधुनिक तकनीकों जैसेआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोबोटिक्स एवं आई.ओ.टी. का प्रयोग आदि विषयों पर सार्थक संवाद, प्रदर्शन, प्रस्तुतिकरण एवं विचारों का आदान-प्रदान होगा। जलवायु परिवर्तन एवं कृषि कार्यों के समय पर संपादन में कृषि श्रमिकों की घटती उपलब्धता के परिपेक्ष्य में कृषि अभियंताओं के बढ़ते महत्व एवं कस्टम हायरिंग जैसे क्षेत्रों में उद्यमिता विकास की असीम संभावनाओं पर प्रकाश डाला जाएगा। इस कार्यक्रम में अभियंता, उद्यमी, वैज्ञानिक, उद्योगपति, शोधकर्ता, प्रगतिशील कृषक एवं देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के विद्वत्तजन शामिल हुए जो किसानों की आय बढ़ाने के लिए यथोचित रणनीति को अंतिम रूप देंगे। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने निर्माणाधीन म्युजियम का किया निरीक्षणछत्तीसगढ़ के वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित है यह संग्रहालयनवा रायपुर में 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर बना रहा है ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘आदिवासी संस्कृति और सभ्यता का जीवंत केन्द्र बनकर उभरेगा संग्रहालयरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के समीप बन रहे ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘ का निरीक्षण किया। छत्तीसगढ़ के आदिवासी वीर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित इस संग्रहालय का निर्माण 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम भी कार्य की प्रगति देखने पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने संग्रहालय में मूर्तियों, अन्य कलाकृतियों तथा विभिन्न मॉडलों का अवलोकन किया। उन्होंने मूर्तियों का निर्माण कर रहे शिल्पकारों से चर्चा कर उनकी कला के बारे में जानकारी ली।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि ट्रायबल म्युजियम छत्तीसगढ़ के जनजातीय गौरव का एक प्रमुख केन्द्र बनेगा। छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के देश प्रेम की भावना, उनके शौर्य पराक्रम और बलिदानों पर केन्द्रित यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ की गौरवशाली विरासत को सहेजने का अनुपम प्रयास है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधियों को संग्रहालय के कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि संग्रहालय के माध्यम से हमारी युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास को जानने का मौका मिलेगा। यह संग्रहालय आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को जानने मे रूचि रखने वाले लोगों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र होगा। यहां छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह सहित राज्य के सभी जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को और अधिक करीब से जानने का मौका मिलेगा।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि इस संग्रहालय में 15 गैलरियां निर्मित की जारी हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं- हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपाल-पट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी-चो-रिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झण्डा सत्याग्रह, जंगल सत्याग्रह आदि को जीवंत मॉडलों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।संग्रहालय में छत्तीसगढ़ राज्य में रहने वाली जनजातीयों की जीवनशैली, पहनावें, आभूषण, संगीत, वाद्ययंत्र, आखेट में उपयोग किए जाने वाले हथियारों सहित दैनिक जनजीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को उनके वास्तविक परिवेश में प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, आयुक्त आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक श्री पी.एस.एल्मा भी उपस्थित थे।
शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी राज्य संग्रहालय में शहीद वीर नारायण सिंह की फाइबर प्रतिमा, उनका स्मारक, फांसी स्थल, एक छोटी झील और लैंडस्कैप का निर्माण किया जाएगा। संग्रहालय में वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्तियां स्थापित की जाएगी। रिसेप्शन, सोविनियर शॉप, फूड कोर्ट, मल्टीमीडिया रूम, शौचालय, पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। परिसर की छत पर सोलर सिस्टम लगाया जाएगा तथा संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार को सुन्दर जनजातीय आर्ट वर्क से अलंकृत किया जाएगा।इस संग्रहालय में मूर्तियां और कलात्मक जनजातीय कलाकृतियां तैयार करने के लिए क्यूरेटर श्री प्रबल घोष के नेतृत्व में बड़ोदरा, कोलकाता, ओड़िसा, हैदराबाद, दिल्ली, झारखण्ड और बिहार से आये शिल्पकार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में लाईब्रेरी, छत्तीसगढ़ के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं के मॉडलों का अवलोकन भी किया। लाईब्रेरी के अवलोकन के दौरान आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ जनजातीय लोक वा़द्य संस्कृति पर केन्द्रित पुस्तक ‘आदि नाद‘ में छपे क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन किया। स्कैन करने पर वाद्ययंत्र की धुन सुनाई देती है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा त्रिपुरा और केरल में प्राकृतिक आपदा के कारण वृहद स्तर पर जन-धन की हानि होने पर संकट की इस घड़ी में दोनों राज्यों को 15-15 करोड़ रूपए की राशि आपदा राहत कोष से जारी करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विगत कुछ दिनों से त्रिपुरा और केरल में प्राकृतिक आपदा के कारण वृहद स्तर पर जन-धन की हानि की दुःखद खबरें प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं आपदा प्रभावित लोगों के साथ है। छत्तीसगढ़ सरकार इस विपरीत परिस्थिति में दोनों राज्यों की मदद के लिए तत्पर है।