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रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन संलिप्त एक पनडुब्बी नुमा मशीन व चेन माउन्टेन, दो हाईवा तथा तीन ट्रैक्टर जब्तरायपुर : कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में रायपुर जिले में गौण खनिजों के उत्खनन एवं अवैध परिवहन के मामले में कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। उप संचालक खनिज श्री के.के. गोलघाटे के निर्देशन में खनिज अधिकारियों की टीम अलग-अलग क्षेत्रों में दबिश देकर अवैध उत्खनन एवं परिहवन में संलिप्त लोगों के विरूद्ध कार्रवाई कर रही है।खनिज विभाग के सुपरवाइजर सुनीलदत्त शर्मा एवं उनकी टीम ने बीते दिनों आरंग इलाके के ग्राम गुदगुदा में रेत अवैध खनन में संलिप्त पनडुब्बी नुमा मशीन, एक चेन माउन्टेन और एक हाईवा को मौके से जप्त कर थाना आरंग के सुपुर्द करने की कार्रवाई की। इससे पूर्व इस टीम ने रेत के अवैध परिवहन कर रहे तीन टैªक्टर एवं एक हाईवा को आरंग के समीप ग्राम कुरूद से जब्त कर थाना गिद्धपुरी को सुपुर्द किया। इस कार्रवाई में सुपरवाइजर श्री बेलचंदन, डी के साहू व सैनिक रूपेश चंद्राकर, राजू बर्मन, गोलू वर्मा, केदार वर्मा, लुकेश वर्मा, प्रेम कुर्रे एवं पुलिस के जवानों का सहयोग रहा। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग की प्रदर्शनी का किया अवलोकनरायपुर : छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के खनिजों की आकर्षक प्रदर्शनी नवा रायपुर अटल स्थित राज्योत्सव मेला ग्राउंड में लगाई गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 5 नवंबर को प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में सामरिक महत्व के खनिजों की प्रदर्शनी के साथ ही इसके महत्व और उपयोग की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद और खनिज विभाग के संचालक श्री सुनील जैन भी उनके साथ थे।
खनिज विभाग के स्टॉल में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में, छत्तीसगढ़ प्रदेश में उपलब्ध महत्वपूर्ण एवं सामरिक महत्व के खनिजों के योगदान को दर्शाया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन मिनरल्स में लिथियम, टाईटेनियम, निकल ग्रेफाईट, ग्लुकोनाईट, टिन आदि शामिल है, इन मिनरल्स का उपयोग रक्षा, उर्जा, संचार, अतरिक्ष और परमाणु उद्योगों में किया जाता है। जो देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।
खनिज विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 में 39 मुख्य खनिज ब्लॉकों का ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन की योजना है। देश में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉको का ई-नीलामी के माध्यम से सफलतापूर्वक आबंटन हेतु खनिज विभाग द्वारा किये गये प्रयास एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों को भारत सरकार द्वारा 02 राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।
खनिज विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के किटिकल एवं स्ट्रेटजिक मिनरल्स के 07 ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है। छत्तीसगढ़ राज्य देश का प्रथम राज्य है, जहाँ लिथियम मिनरल्स का जिला कोरबा स्थित कटघोरा लिथियम ब्लॉक की ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन किया गया। है। इन मिनरल्स की खनम् और प्रसस्करण का छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और देश की प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों में छत्तसगढ़ एक महत्वपूर्ण राज्य होगा।
वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा खनिज अधिनियमों एवं नियमों में किये गये व्यापक बदलाव के फलस्वरूप खनिज ब्लॉकों का ईनीलामी के माध्यम से आबंटन का मार्ग प्रशस्त हुआ है जिसके फलस्वरूप अब तक राज्य में कुल 37 मुख्य खनिज ब्लाकों को सफलतापूर्वक नीलाम किया गया है। सफलतापूर्वक आबंटित इन ब्लॉकों में से लौह अयस्क, चूनापत्थर एवं बाक्साईट जैसे बल्क खनिजों के अलावा क्रिटिकल, स्ट्रेटजिक एवं डीपसीटेड मिनरल्स जैसे ग्रेफाईट, ग्लूकोनाईट, निकल क्रोमियम पीजीई एवं गोल्ड के 09 खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आबंटन किया गया है।
छत्तीसगढ़, देश में पहला राज्य है जहां सर्वप्रथम चूनापत्थर खनिज ब्लॉक का आबंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया एवं इसी प्रकार देश में पहला लीथियम ब्लॉक का आबंटन भी छत्तीसगढ़ में हुआ है। प्रदेश में नीलामी के माध्यम से अब तक आबंटित 37 मुख्य खनिज ब्लॉकों से राज्य को रायल्टी, डीएमएफ एवं एनएमईटी के अतिरिक्त, खदान अवधि में, लगभग एक लाख 25 हजार करोड़ से अधिक की राशि बतौर ऑक्शन प्रीमियम प्राप्त होगा। -
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रायपुर : नवा रायपुर अटल नगर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आज तीसरा एवं अंतिम दिन है।
पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 24 वर्षों की इस अल्पायु में ही छत्तीसगढ़ ने नवीन औद्योगिक विकास नीतियों के माध्यम से विकास के कई नए आयाम गढ़े हैं।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ राज्य में ’अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ के नवीन औद्योगिक विकास नीति 2024-30 जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारम्भ हो चुका है।
1 नवंबर, 2024 से प्रारंभ होकर 31 मार्च 2030 तक छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नवीन उद्योग नीतियों को लागू कर एक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर है।
इस नवीन एवं महत्वपूर्ण नीति का लक्ष्य समग्र औद्योगिक विकास के माध्यम से रोजगार सृजन एवं अग्रणी औद्योगिक राज्य की परिकल्पना को साकार करना है। साथ ही वृहद उद्यमों के माध्यम से पब्लिक एवं प्राइवेट सेक्टर हेतु प्रोत्साहन देना है। -
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अबूझमाड़ के बच्चों को किया दिल्ली आमंत्रितसंसद टीव्ही में करायेंगे साक्षात्कारवार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय और संसद भवन भी दिखायेंगेरायपुर : अबूझमाड़ के बच्चों ने राज्योत्सव में आज अपने मलखंभ का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि कार्यक्रम देख रहे उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने पुनः मंच पर जाकर टीम के सबसे छोटे बच्चे को गोद में उठा लिया। उपराष्ट्रपति ने बच्चों को इस प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप सभी को दिल्ली घुमाने ले जाएंगे, वहां आपको संसद भवन, वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय दिखायेंगे। साथ ही उन्होंने संसद टीव्ही में साक्षात्कार कराने की बात भी कही। उपराष्ट्रपति के स्नेह से बच्चे भी अभिभूत हो गए। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी का क्षण है कि हम दिल्ली जाकर देश के भव्य स्मारकों को देखेंगे। -
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विकास की सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से मिलती है: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायराज्योत्सव के दूसरे दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजनरायपुर : छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है और युवा अवस्था में ही इस राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन किया है। राज्योत्सव के मौके पर अपनी विरासत को सहेजने और छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लें। नागरिकगणों से यह अपील राज्योत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री रमेन डेका ने की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की।
इस मौके पर अपने संबोधन में श्री डेका ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है। हमारे छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को 24 वर्ष पूरे हो चुके हैं और यह हम सबके लिए ऐतिहासिक क्षण है। इन वर्षाे में हमने एक मजबूत आधार बनाया है और अपने लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने इस अवसर पर राज्य निर्माण का स्वप्न देखने वाले और इसके लिए संघर्ष करने वाले पुरखों को भी नमन किया।उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा जनकल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। छत्तीसगढ़ में कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। जनजातियों, महिलाओं एवं युवाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए भी निरंतर पहल की जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले 23 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य की सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। वर्तमान में भी सांस्कृतिक समृद्धि के लिए चहुंमुखी प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधन पर्याप्त हैं, चाहे वन हो, खनिज हो या मानव संसाधन हो, सभी का उचित दोहन किया जाना अभी बाकी है। संसाधनों के दोहन के साथ ही हमें इस पर भी गहन चिंतन करना होगा कि विकास का पैमाना क्या हो। विकास की सतत् प्रक्रिया में प्रकृति के साथ संतुलन बना रहे, यह भी ध्यान रखना होगा। हम सबको आज संकल्प लेना होगा कि छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करेंगे।
राज्य की उन्नति के लिए शांति जरूरी है, विगत कुछ वर्षों से नक्सल हिंसा से छत्तीसगढ़ का कुछ हिस्सा प्रभावित रहा है। इस हिंसा को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार साझा प्रयास किये जा रहे हैं। आशा है कि जल्द ही इस हिंसा से राज्य को मुक्ति मिलेगी और छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की दौड़ में आगे बढ़ेगा। राज्यपाल ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि इस राज्य को अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिक से अधिक योगदान दें साथ ही आज एक संकल्प लें कि अपने प्रदेश की, शहर की सार्वजनिक संपत्तियों, सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करेंगे, उसे संभालेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने संयुक्त मध्यप्रदेश के समय छत्तीसगढ़ में जन्म लिया और बड़े हुए वे लोग तब और अब के फर्क को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। उन्हें याद होगा कि किस तरह छत्तीसगढ़ में बार-बार अकाल पड़ता था। किसानों को रोजी-रोटी के लिए पलायन करना पड़ता था। सौभाग्य से जब अटल जी प्रधानमंत्री बने तो छत्तीसगढ़ की पीड़ा को समझा और अलग राज्य का निर्माण किया। 24 साल पूरे हो गये हैं। छत्तीसगढ़ विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कार्यक्रम में लोक कलाकारों को अधिकतम जगह दी है। इसके साथ ही छालीवुड और बालीवुड के कलाकारों को भी जगह दी है। मैं सभी कलाकारों का अभिनंदन करता हूँ। हमारी कला हमारे विचारों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति इस मामले में बहुत समृद्ध है हमारे यहां हर विधा के कलाकार हैं। छत्तीसगढ़ में लोक गायन, लोक कला एवं सभी विधाओं को हमारी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। शिल्प ग्राम स्थापित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने तीज त्योहारों, देव स्थलों, मड़ई मेलों को भी सहेज रहे हैं। विकास के लिए सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से ही मिलती है। संस्कृति हमें बताती है कि विकास की दिशा क्या होनी चाहिए। प्राथमिकता क्या होनी चाहिए, सोच क्या होनी चाहिए, दृष्टिकोण क्या होना चाहिए और लक्ष्य क्या होना चाहिए। प्रत्येक नागरिक का आचार-विचार और व्यवहार संस्कृति ही तय करती है और इसी के अनुरूप नीति निर्धारण के लिए सरकार को प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के लक्ष्य के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है उसमें संस्कृति को सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। संस्कृति ही समाज में ताकत पैदा करती है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में बेहद समृद्ध है। पर्यटन की यहां बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किस तरह से भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थों का विकास किया जा रहा है। माता शबरी और माता कौशल्या के धाम को संवारा जा रहा है। राजिम, सिरपुर, मधेश्वर, भोरमदेव, बारसूर आदि अनेक ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनका विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी शिल्प कला को सहेजा जा रहा है और प्रोत्साहित किया जा रहा है। खादी के वस्त्रों पर 25 प्रतिशत की छूट देकर इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन सबके साथ ही प्रदेश के खानपान की अपनी विशेषता है। संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में शामिल है। यह राज्य हमने बनाया है संवारा है और आगे भी इसे हम ही संवारेंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ नैसर्गिक पर्यटन पत्रिका और संस्कृति विभाग की पत्रिका ‘बिहनिया‘ का विमोचन किया। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं अधिकारीगण मौजूद थे। -
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उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ करेंगे36 विभूतियों को सम्मानितरायपुर : राजधानी नवा रायपुर में राज्योत्सव के अवसर पर राज्य अलंकरण समारोह का आयोजन 06 नवंबर को किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने आज राजधानी रायपुर के महंत घासीदास संग्रहालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य अलंकरण समारोह में सम्मानित होने वाले विभूतियों के नाम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा 06 नवंबर को 36 विभूतियों को छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा।राज्यपाल श्री रमेन डेका समारोह की अध्यक्षता करेंगे। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहेंगे। राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव के समापन समारोह पर छत्तीसगढ़ की विभिन्न विभूतियों को उनकी उपलब्धियों एवं राज्य के विकास में योगदान के लिए राज्य अलंकरण से सम्मानित किया जाएगा।आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार श्री बुटलू राम माथरा को दिया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिया जाने वाला अहिंसा एवं गौ रक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान श्री मनोहर गौशाला खैरागढ़, खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधूर सम्मान सुश्री छोटी मेहरा, ख्ेाल (तीरंदाजी) के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान श्री विकास कुमार को दिया जाएगा।इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान श्रीमती पार्वती ढ़ीढ़ी, महिलाओं में वीरता, शौर्य, साहस तथा आत्मबल को सशक्त बनाने के लिए वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार श्रीमती अदिती कश्यप और महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष, नारी उत्थान के लिए माता बहादुर कलारिन सम्मान कुमारी चित्ररेखा सिन्हा, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक चेतना और दलित उत्थान के क्षेत्र में गुरू घासीदास सम्मान श्री राजेन्द्र रंगीला (गिलहरे), सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सम्मान श्री शशिकांत द्विवेदी को प्रदान किया जाएगा।
इसी तरह सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान श्री उमेश कच्छप, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पंडित सुन्दरलाल शर्मा सम्मान डॉ. सत्यभामा आडिल, संस्कृति विभाग द्वारा संगीत एवं कला के क्षेत्र में चक्रधर सम्मान पं. श्री सुधाकर रामभाऊ शेवलीकर को प्रदान किया जाएगा। संस्कृति विभाग द्वारा लोककला एवं शिल्प के क्षेत्र में दिया जाने वाला दाऊ मंदराजी सम्मान श्री पंडीराम मंडावी को प्रदान किया जाएगा।संस्कृति विभाग द्वारा ही छत्तीसगढ़ी लोकगीत के लिए लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान श्रीमती निर्मला ठाकुर (बेलचंदन) और छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के लिए खुमान साव सम्मान श्री दुष्यंत कुमार हरमुख, कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र में डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान संयुक्त रूप से श्री शिवकुमार चंद्रवंशी और श्री खेमराज पटेल को प्रदान किया जाएगा।सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान श्री सियाराम अग्रवाल, समाज कल्याण विभाग द्वारा दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान श्री सुभाष चंद अग्रवाल, मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए श्रीमती बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार श्री विनोद दास को प्रदान किया जाएगा।
आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासियों की सेवा और उत्थान के क्षेत्र में दिया जाने वाला भंवर सिंह पोर्ते सम्मान श्री सोनऊ राम नेताम को प्रदान किया जाएगा। श्रम विभाग द्वारा श्रम के क्षेत्र में महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव पुरस्कार संयुक्त रूप से सुरेन्द्र कुमार राठौर, श्री शोभा सिंह एवं श्री ललित कुमार नायक को प्रदान किया जाएगा। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा अपराध अनुसंधान क्षेत्र में पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान श्री रामनरेयश यादव, ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर क्षेत्र में बिसाहूदास महंत पुरस्कार संयुक्त रूप से श्री पन्नालाल देवांगन और श्री बहोरी लाल देवांगन को प्रदाय किया जाएगा। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर के क्षेत्र में राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार संयुक्त रूप से श्री सत्यनारायण देवांगन एवं श्री अरूण मेहर को दिया जाएगा।संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनकारी लोककला क्षेत्र में देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार श्री भगत गुलेरी, संस्कृति विभाग द्वारा लोक शैली पंथी नृत्य प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में देवदास स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार श्री साधे लाल रात्रे, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के क्षेत्र में किशोर साहू सम्मान श्री प्रकाश अवस्थी, संस्कृति विभाग द्वारा ही हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन के लिए दिया जाने वाला किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण श्री सतीश जैन को प्रदान किया जाएगा।स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए धनवन्तरि सम्मान डॉ. मनोहर लाल लहेजा को प्रदान किया जाएगा। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से श्री सुरेन्द्र तिवारी और श्री प्रकाश चंद्र पंत को प्रदान किया जाएगा।संस्कृति विभाग द्वारा देश के बाहर सामाजिक कल्याण, मानव संसाधन विकास, कला, साहित्य अथवा आर्थिक योगदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान श्री आनंद कुमार पांडे, संस्कृति विभाग द्वारा साहित्य, आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. पीसी लाल यादव को प्रदान किया जाएगा।जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकरिता प्रिंट मीडिया हिन्दी के क्षेत्र में चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार श्री भोलाराम सिन्हा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (हिन्दी) के क्षेत्र में श्री मोहन तिवारी, जनसपंर्क विभाग द्वारा पिं्रट मीडिया (अंग्रेजी) के क्षेत्र में मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार श्री मुकेश एस. सिंह, जनसंपर्क विभाग द्वारा ही रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा क्षेत्र में प्रदाय किए जाने वाले पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान श्री अतुल जैन को प्रदान किया जाएगा। -
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का किया शुभारंभ
माओवादी आतंक के विरुद्ध छत्तीसगढ़ में चलाये जा रहे अभियान की प्रशंसा की
राम और कृष्ण हमारी साझा संस्कृति, धार्मिक स्थलों के विकास के लिए मिलकर करेंगे काम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा विकसित छत्तीसगढ़ के विजन को पूरा करने तैयारी पूरी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अधिकांश गारंटी को हमने 10 माह में ही पूरा किया
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का प्रेम सगे भाईयों की तरहरायपुर : राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकारें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को तीव्र गति से विकास की राह पर लेकर जा रही है। डॉ. यादव ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में संचालित जनहितैषी योजनाओं और माओवादी आतंक के विरूद्ध संचालित अभियान की सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से माओवाद समाप्ति की ओर है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की साझा संस्कृति है साझा विचार है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, यह सम्मान ऐसे ही हासिल नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ के लोग अपनी सहजता-सरलता के लिए, अपने धान के कटोरे के लिए और अपने प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। रायपुर से बस्तर तक विकास का नया आयाम स्थापित हुआ है। यहां डबल इंजन की सरकार बहुत तेजी से विकास की राह पर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में प्रभु श्रीराम ने अपना बहुत समय गुजारा है। माता शबरी के जूठे बेर खाने वाला प्रसंग भी छत्तीसगढ़ का है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान राम और भगवान कृष्ण के कारण से हमारा गौरवशाली अतीत बना है, उसे सहेजने के लिए हमारी सरकार काम करेगी। भगवान श्री कृष्ण की भी जिन जगहों पर लीलाएं हुई हैं वहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का काम हम कर रहे हैं। राज्योत्सव का दीपोत्सव के साथ आयोजन हुआ। इससे इस आयोजन की कीर्ति बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां लाडली बहन योजना है आपके यहां महतारी वंदन योजना है। हम सब तेजी से विकास के पथ पर बढ़ते रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि राज्योत्सव के शुभारंभ के लिए मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आये हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत छत्तीसगढ़ के शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर सहित अन्य शहीदों के नमन से की। देश भर में जनजातीय समुदाय के शौर्य के प्रतीक बिरसा मुंडा का भी उन्होंने स्मरण किया। उन्होंने गुरु बाबा घासीदास, मिनी माता और महाराजा चक्रधर सिंह जैसी विभूतियों को भी नमन किया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम, माता शबरी, मधेश्वर महादेव तपोस्थल में ऋषि अगत्स्य सहित अन्य ऋषियों का भी स्मरण किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का प्रेम सगे भाईयों की तरह है। दोनों राज्यों का स्थापना दिवस एक ही दिन है। मैं डॉ. मोहन यादव जी को भी स्थापना दिवस की बधाई देता हूँ और मध्यप्रदेश के भी तीव्र विकास की कामना करता हूँ। छत्तीसगढ़ आज 25 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इन 24 सालों की विकास यात्रा आपने देखी है। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास हुआ। यहां आईआईटी, आईआईएम, एम्स और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान स्थापित हुए।धान खरीदी और पीडीएस की मजबूत व्यवस्था स्थापित हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को दस महीने हुए हैं। इतने कम समय में ही हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अधिकांश गारंटी को पूरा कर दिया है। चाहे 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का वायदा हो या माताओं-बहनों को एक हजार रुपए देने की बात हो, रामलला दर्शन योजना की बात हो, पीएससी परीक्षा की जांच हो। सभी काम दस महीनों में पूरे किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को पूरा करना है। हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है और इसके अनुरूप काम करेंगे।इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। आज राज्य में जो विकास हुआ, वह अटल जी की वजह से हो पाया है। हमारा प्रदेश श्रीराम का ननिहाल है। यह भूमि का टुकड़ा नहीं, इसमें अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अद्भुत काम किया है।इस मौके पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि जैसे दीपावली त्यौहार में परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होते हैं वैसे ही परिवार के सदस्य और बड़े भाई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी हमारे साथ खुशियां साझा करने आये हैं। छत्तीसगढ़ का निर्माण लोकतंत्र का सबसे अनूठा, सबसे अनुपम उदाहरण है।उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के विकास की रफ्तार को तेज गति से बढ़ा रहे हैं। गौ संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने एक साथ कई बड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया, जिससे प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है।कार्यक्रम में मंत्री सर्वश्री दयालदास बघेल, श्याम बिहारी जायसवाल, टंकराम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, रोहित साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, संपत अग्रवाल, अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर माननीय अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। -
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अच्छे स्वास्थ्य से बढ़ती है उत्पादकता और रचनात्मकता : राष्ट्रपति
मानव सेवा मार्ग का यह उत्कृष्ट शुरुआत है: राज्यपाल श्री डेकाछत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से किया जा रहा है विस्तार: मुख्यमंत्री श्री सायपंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की मिली उपाधिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में विकसित छत्तीसगढ़ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा। समग्र विकास के लिए नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। अच्छा स्वास्थ्य लोगों की उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह शामिल होकर संस्थान के 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की उपाधि प्रदान की।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य की 70 लाख महिलाओं को दी जा चुकी है अब तक 5878 करोड़ 37 लाख की राशिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की 9वीं किश्त का अंतरण किया। इस योजना के तहत दीवाली से पहले राज्य की 69 लाख 68 हजार लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रूपए के मान से कुल 651 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि ऑनलाईन अंतरित की गई। योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने इस मौके पर महतारी वंदन योजना के हितग्राही श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती ध्रुव से इस योजना के लाभ के बारे में चर्चा की। महतारी वंदन योजना के राशि वितरण के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों जैसे रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बस्तर और सरगुजा से पारंपरिक वेशभूषा में लगभग 120 महिलाएं आयी थीं।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु से बातचीत के दौरान श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती धु्रव ने बताया कि महतारी वंदन योजना से मिली राशि से वो अपने बच्चों को लिए राशन खरीदने के साथ ही उनकी जरूरत का अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग करती है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उन्हें शासन की ओर से मिलने वाली मदद का लाभ उठाकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाने-लिखाने और उन्हें अफसर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब बच्चे पढ़ेंगे, तभी परिवार और समाज आगे बढ़ेगा।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना का शुभारंभ एक मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रपति से संवाद कर अभिभूत हुई ममता
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से बात करना मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मुझे देश की प्रथम महिला से बात करने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। ये कहना है बस्तर से पहुंची श्रीमती ममता कश्यप का। ममता बस्तर क्षेत्र की एक आदिवासी महिला है और महतारी वंदन योजना की हितग्राही है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना से मुझे आर्थिक सुरक्षा का अहसास होता है। हर महीने मुझे मोबाइल में नोटिफिकेशन का इंतजार रहता है।इस बार मिली राशि से मैं दीवाली में बच्चों के लिए कपड़े और मिठाई खरीदूँगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा कक्षा नवमी मे पढता है। मैं इस राशि का उपयोग उसकी ट्यूशन फीस देने मे करती हूँ। उन्होंने बताया कि मेरे परिवार मे कुल पांच लोग है। दो एकड़ खेती है। रोजी मजदूरी के साथ जीवन चल रहा है। ऐसे मे महतारी वंदन योजना से हर महीने एक हजार रूपए मिलना, बहुत ही सुखद और राहत देने वाला होता है। उन्होंने महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य की 70 लाख महिलाओं को दी जा चुकी है अब तक 5878 करोड़ 37 लाख की राशिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की 9वीं किश्त का अंतरण किया। इस योजना के तहत दीवाली से पहले राज्य की 69 लाख 68 हजार लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रूपए के मान से कुल 651 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि ऑनलाईन अंतरित की गई। योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने इस मौके पर महतारी वंदन योजना के हितग्राही श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती ध्रुव से इस योजना के लाभ के बारे में चर्चा की। महतारी वंदन योजना के राशि वितरण के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों जैसे रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बस्तर और सरगुजा से पारंपरिक वेशभूषा में लगभग 120 महिलाएं आयी थीं।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु से बातचीत के दौरान श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती धु्रव ने बताया कि महतारी वंदन योजना से मिली राशि से वो अपने बच्चों को लिए राशन खरीदने के साथ ही उनकी जरूरत का अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग करती है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उन्हें शासन की ओर से मिलने वाली मदद का लाभ उठाकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाने-लिखाने और उन्हें अफसर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब बच्चे पढ़ेंगे, तभी परिवार और समाज आगे बढ़ेगा।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना का शुभारंभ एक मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रपति से संवाद कर अभिभूत हुई ममता
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से बात करना मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मुझे देश की प्रथम महिला से बात करने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। ये कहना है बस्तर से पहुंची श्रीमती ममता कश्यप का। ममता बस्तर क्षेत्र की एक आदिवासी महिला है और महतारी वंदन योजना की हितग्राही है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना से मुझे आर्थिक सुरक्षा का अहसास होता है। हर महीने मुझे मोबाइल में नोटिफिकेशन का इंतजार रहता है।इस बार मिली राशि से मैं दीवाली में बच्चों के लिए कपड़े और मिठाई खरीदूँगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा कक्षा नवमी मे पढता है। मैं इस राशि का उपयोग उसकी ट्यूशन फीस देने मे करती हूँ। उन्होंने बताया कि मेरे परिवार मे कुल पांच लोग है। दो एकड़ खेती है। रोजी मजदूरी के साथ जीवन चल रहा है। ऐसे मे महतारी वंदन योजना से हर महीने एक हजार रूपए मिलना, बहुत ही सुखद और राहत देने वाला होता है। उन्होंने महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तकों क्रमशः ‘आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा, वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ एवं पोदड़गुमा पेन करसाड का विमोचन किया। इस मौके पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने राष्ट्रपति को उक्त तीनों पुस्तकों की प्रथम प्रतियां ससम्मान भेंट की। यह तीनों पुस्तकें छत्तीसगढ़ राज्य की जनजातीय संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और वन अधिकारों की सुरक्षा पर केंद्रित हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा पर आधारित पुस्तक में छत्तीसगढ़ की जनजातीय महिलाओं के दशकीय सामाजिक और आर्थिक विकास की यात्रा का उल्लेख किया गया है। इसमें उनकी शैक्षणिक प्रगति, आर्थिक आत्मनिर्भरता, सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान, और लिंगानुपात जैसे मानव विकास सूचकांक के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।इसी तरह वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ में वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक रूप-रेखा के संबंध में विस्तार से बताया गया है, ताकि राज्य में अनुसूचित जनजाति के लोगों को वन अधिकार अधिनियम का लाभ सुगमता से प्राप्त हो सकें। इस मार्गदर्शिका में वन अधिकारों के क्रियान्वयन के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के उपाय भी शामिल किए गए हैं।
‘पोदड़गुमा पेन करसाड़’ पुस्तक में गोंड जनजाति की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। इसमें ग्राम टेमरूपानी में हर 7 वर्ष में आयोजित होने वाले 75 दिवसीय धार्मिक आयोजन ‘पोदड़गुमा पेन करसाड़‘ के विधि-विधान, नृत्य, संगीत, और वाद्ययंत्रों का विस्तृत वर्णन किया गया है। यह आयोजन गोंड समुदाय की पेन पूजा परंपरा और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सत्य सांई संजीवनी हॉस्पिटल में नवजीवन उपहार कार्यक्रम के तहत 5 बच्चों को स्वस्थ होने पर दी विदाई, मुख्यमंत्री ने प्रदान किए उपहाररायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अटलनगर, नवा रायपुर स्थित सत्य सांई संजीवनी हॉस्पिटल परिसर में श्री सत्य साईं नर्सिंग कॉलेज का उदघाटन किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान बीएससी नर्सिंग की नव प्रवेशी छात्राओं को लैंप लाइटिंग कार्यक्रम में शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्हें मानवता की सेवा और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध रहने की प्रतिज्ञा दिलाई गई।मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री सत्य सांई ट्रस्ट के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह अस्पताल सत्य सांई बाबा के आशीर्वाद से माता कौशल्या की धरती और भगवान राम के ननिहाल में बना है। इसका उद्देश्य मानवता की सेवा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित 33 हजार से अधिक बच्चों के जटिल हृदय ऑपरेशन निःशुल्क किए गए हैं, ओपीडी में तीन लाख से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।जिससे छत्तीसगढ़ की देश-विदेश में पहचान बनी है। उन्होंने हॉस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सकों को इस उपलब्धि के लिए धन्वंतरी अवार्ड से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने संजीवनी अस्पताल की सराहाना करते हुए कहा कि इस अस्पताल में कैश काउंटर नहीं है, लोग निःशुल्क इलाज करवाकर खुशी-खुशी लौटते। यहां लोग पर्स लेकर नहीं आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अस्पताल का उदघाटन 21 फरवरी को उनके जन्मदिवस के दिन हुआ था और इस मौके पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से प्रत्यक्ष आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। सत्य सांई ट्रस्ट अब नर्सिंग छात्राओं को निःशुल्क शिक्षण, आवास और भोजन की सुविधाएं भी प्रदान करेगा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान अस्पताल के शिलान्यास और निर्माण का मैं बतौर मुख्यमंत्री प्रत्यक्ष साक्षी रहा हूं, यह मेरे लिए एक भावुक क्षण है।सत्य सांई ट्रस्ट की प्रतिबद्धता से अस्पताल का निर्माण एक वर्ष के भीतर ही पूरा हुआ। बच्चों के जन्मजात हृदय रोग का इलाज कराने देश के साथ-साथ विदेशों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी सत्य सांई ट्रस्ट की प्रशंसा करते हुए इसे मानवता की सेवा में समर्पित संस्थान बताया। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत से छात्राओं को निःशुल्क आवास और भोजन की व्यवस्था मिलेगी।
कार्यक्रम में सत्य सांई संजीवनी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सी. श्रीनिवास ने नवजात बच्चों के हृदय रोगों के निःशुल्क उपचार की सेवाओं पर प्रकाश डाला और ट्रस्ट के भविष्य के उद्देश्यों पर चर्चा की। सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल में प्रतिदिन आयोजित होने वाले ‘नवजीवन उपहार‘ कार्यक्रम के तहत आज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके पांच बच्चों को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के हाथों उपहार प्रदान कर शुभकामनाएं दी गईं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि कोरबा जिले के बालक श्री प्रखर साहू की दुर्घटना में मृत्यु के बाद उनके अभिभावकों द्वारा शरीर दान किया गया था। इस बच्चे के हृदय का वाल्व एक बच्चे को लगाया गया, जिससे बच्चे को नया जीवन मिला। यह बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो गया है। इस बच्चे को आज अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया।मुख्यमंत्री ने प्रखर के अभिभावकों को सम्मानित करते हुए उनकी इस मानवीय पहल की सराहना की और इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया। मुख्यमंत्री ने स्वस्थ हुए बच्चों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देते हुए संजीवनी हॉस्पिटल की टीम को इस अद्भुत सेवा के लिए बधाई दी। इस अवसर पर नर्सिंग की नव प्रवेशी छात्राओं, उनके अभिभावकों, हॉस्पिटल के चिकित्सा व पैरामेडिकल स्टाफ, और प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ का शुभारंभकृषि निर्यात, आधुनिक ब्रीडिंग तकनीक एवं जैव विविधता पर कार्यशाला एवं संगोष्ठीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित भारत बनाने में किसानों का महत्वपूर्ण योगदान है। खेती-किसानी को आधुनिक बनाने के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाना छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने किसानों से धान की खेती के साथ-साथ आमदनी बढ़ाने के लिए मत्स्य पालन, पशुपालन एवं उद्यानिकी फसलों के उत्पादन से जुड़ने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री श्री साय आज राजधानी के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेले एवं प्रदर्शनी के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनते ही पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन पर हमने 13 लाख किसानों को धान के बकाये बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए अंतरित कर दी। हमने अपने वादे के अनुरूप 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान का मूल्य दिया और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी की। पिछले साल 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की।समर्थन मूल्य पर धान खरीदी और राज्य सरकार द्वारा घोषित उपार्जन मूल्य तथा दो साल का बकाया बोनस के माध्यम से किसानों के खाते में लगभग 49 हजार करोड़ रुपए अंतरित किये हैं। उन्होंने कहा कि चालू खरीफ मौसम में अच्छी फसल को देखते हुए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए राज्य में बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जाएगी। इस वर्ष 14 नवम्बर से धान खरीदी का काम शुरू होगा। इस साल भी रिकार्ड धान खरीदी का अनुमान है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि खेती-किसानी में युवाओं को जोड़कर इसे आधुनिक खेती की ओर आगे बढ़ाने के लिए आज कृषि मेले एवं उन्नत कृषि उपकरणों की प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। कृषि क्षेत्र में नवीन तकनीकों के विकास एवं इसे किसानों तक पहुंचाने की दिशा में भी इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है। एग्रीकल्चर की पढ़ाई की सुविधा अधिकाधिक युवकों को मिले और प्रदेश की खेती और संवर सकें, इसके लिए हम लगातार काम कर रहे हैं।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम बताया कि कृषि में स्वरोजगार के लिए उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ फसल चक्र परिवर्तन, कृषि उत्पाद की पैकेजिंग एवं मार्केटिंग के लिए विशेष प्रयास की आवश्यकता है। श्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद रायपुर ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री जी स्वयं कृषक हैं इसलिए छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में निरंतर उन्नति हो रही है। छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं के कारण वर्तमान में धान की खेती फायदे का सौदा है और फसल चक्र अपनाकर उद्यानिकी फसलों को शामिल कर कृषकों को आय बढ़ाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में विधायक धरसींवा श्री अनुज शर्मा, विधायक दुर्ग श्री गजेन्द्र यादव सहित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, प्रबंध मण्डल के सदस्यगण, श्री विमल चावड़ा, श्री रामसुमन उइके एवं श्रीमती जानकी सत्यनारायण चन्द्रा उपस्थित थे।
उद्घाटन कार्यक्रम में 6 किसानों को मसूर की नई किस्म के मिनी किट प्रदान किये गये। एग्री कार्नीवाल में जॉब फेयर से चयनित 6 कृषि स्नातक विद्यार्थियों को भी विभिन्न कम्पनियों द्वारा आफर लेटर प्रदान किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कॉफी टेबलबुक ‘‘अग्रसर’’ सहित अन्य कृषक उपयोगी प्रकाशनों का अतिथियों द्वारा विमोचन भी किया गया। कृषि स्टार्टअप के युवा उद्यमियों को अनुदान राशि का चेक भी प्रदान किया गया। एग्री कार्नीवाल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 4 हजार किसान भाई-बहनों एवं लगभग 1 हजार विद्यार्थियों ने प्रक्षेत्र भ्रमण एवं प्रदर्शनी द्वारा कृषि तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित चार दिवसीय एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ में दूसरे दिन आज 23 अक्टूबर को ‘‘छत्तीसगढ़ से कृषि उत्पादों के निर्यात’’ पर संगोष्ठी एवं ‘‘आधुनिक पादप प्रजनन तकनीक एवं डाटा एनालिसिस’’ पर कार्यशाला तथा जैव विविधता पर प्रदर्शनी’’ एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया।आधुनिक पादप प्रजनन तकनीक एवं डाटा एनालिसिस’’ पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रूप में ईस्ट अफ्रीका अंतर्राष्ट्रीय राइस ब्रीडिंग प्रोगाम के कार्यक्रम प्रमुख डॉ. एस.के. कटियार, उपस्थित हैं। इसमें छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के 211 वैज्ञानिकों एवं अनुसंधान कर्ताओं को मॉर्डन राइस ब्रीडिंग, स्पीड ब्रीडिंग, डेटा एनालिसिस पर जीवन्त प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे भविष्य की आवश्यकतानुसार नयी फसलों, किस्मों का विकास संभव होसकेगा।इस कार्यशाला में इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट, मनीला, फिलीपींस, घाना, ईस्ट अफ्रीका के अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ में ‘‘छत्तीसगढ़ से कृषि उत्पादों के निर्यात’’ पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 400 उन्नतशील किसानों, युवा उद्यमियों, अनुसंधानकर्ताओं एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने विद्या भारती के क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव का किया शुभारंभसरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम में आवश्यक संसाधनों के लिए 50 लाख रूपए की घोषणारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायपुर के रोहिणीपुरम स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव 2024 का शुभारंभ करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को संस्कारवान् बनाने और भारतीय संस्कृति से जोड़ने में विद्या भारती द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव में नई पीढ़ी के बच्चे अपने सांस्कृतिक गौरव से परिचित होंगे।साथ ही वे संस्कारवान् भी बनेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए सरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था के लिए 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृति की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि उनका सरस्वती शिशु मंदिर से बचपन से जुड़ाव रहा है। भारतीय संस्कृति के संवर्धन हेतु क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण है। नई शिक्षा नीति बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सहायक सिद्ध होगी और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाएगी। उन्होंने विद्यार्थियोें के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना देते हुए निरंतर मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
रायपुर लोक सभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है। उन्होंने इस मौकेे पर खरोरा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में सांस्कृतिक भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रुपए की राशि स्वीकृति की मंजूरी दी।कार्यक्रम को विद्या भारती के पदाधिकारी श्री भाल चंद्र रावले, श्री प्रकाश ठाकुर और श्री शशिकांत फड़के ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक सर्वश्री मोतीलाल साहू और पुरन्दर मिश्रा, विद्या भारती के सचिव श्री विवेक सक्सेना सहित श्री वल्लभ लाहोटी, अन्य गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह समापन कार्यक्रम में होंगे शामिलभारतीय निशानेबाज एवं ओलम्पिक पदक विजेता मनु भाकर रहेंगी मौजूदस्पोर्ट्स मीट में 26 खेल की 300 विधाओं में हुई प्रतियोगिताएंविजेताओं को किया जाएगा सम्मानितरायपुर : राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में छत्तीसगढ़ की मेजबानी में आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का समापन समारोह कल 20 अक्टूबर शाम 4 बजे को होगा। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप करेंगे। आदिम जाति एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम एवं उत्तराखण्ड तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुबोध उनियाल, रायपुर लोकसभा के सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री एवं रायपुर पश्चिम के विधायक श्री राजेश मूणत, रायपुर उत्तर के विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, रायपुर ग्रामीण के विधायक श्री मोती लालसाहू तथा भारत सरकार में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के वन महानिदेशक एवं विशेष सचिव श्री जितेन्द्र कुमार, छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, भारतीय निशानेबाज एवं ओलम्पिक पदक विजेता सुश्री मनु भाकर समापान कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में उत्कृष्ट खिलाड़ियों, उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों तथा विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की मेजबानी में चार साल बाद 27वीं ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में 26 खेल की 300 विधाओं में प्रतियोगिताएं हुई। यह प्रतियोगिता 16 से 20 अक्टूबर तक राजधानी के 16 अलग-अलग खेल मैदानों में हुआ। इसमें देशभर से 2920 खिलाड़ी भाग लिये। जिसमें 2331 पुरुष और 585 महिला खिलाड़ी शामिल हुए। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की टीम अब तक 11 बार ओवरऑल चैम्पियनशिप का खिताब जीत चुकी है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्वर्गीय श्रीमती बिमला देवी शर्मा के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलिरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज भाटापारा के पूर्व विधायक श्री शिवरतन शर्मा के भाभी स्वर्गीय श्रीमती बिमला देवी शर्मा के श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। भाटापारा स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री श्री साय ने दिवंगत श्रीमती बिमला देवी शर्मा के छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया।
गौरतलब है कि पूर्व विधायक भाटापारा श्री शिवरतन शर्मा के भाभी स्वर्गीय श्रीमती बिमला देवी शर्मा का निधन 7 अक्टूबर 2024 को करीब 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। श्रद्धांजलि सभा में रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, पूर्व विधायक श्री प्रमोद शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं परिवारजन उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बच्चों के सही पोषण और देखरेख के लिए उमंग कार्यक्रम का हुआ आयोजनमंत्री ने बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की अपील कीरायपुर : महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता सभी बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है, इसमें वे बच्चे भी शामिल है, जिन्हें विभिन्न कारणों से संस्थाओं में रहना पड़ रहा है। संस्थाएं उन बच्चों का घर नहीं है। उन्होंने कहा कि वास्तव में किसी व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास परिवार और समाज के बीच रहकर ही हो सकता है। इसे ध्यान में रखकर किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 में गैर संस्थागत देखरेख का समावेश किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने आज रायपुर के स्थानीय होटल में आयोजित पोषण देखरेख कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय पोषक परिवार सम्मेलन एवं पोषक परिवार नेटवर्क पर कार्यशाला उमंग का शुभारंभ किया। इस कार्यशाला में देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के पुनर्वास और उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में पोषण देखरेख ब्रोशर का विमोचन एवं वीडियो जारी की गई। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने पोषण देखरेख (फॉस्टर केयर) कर रहे पोषक परिवारों को भी सम्मानित किया। इस कार्यशाला का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में विभाग ने महिलाओं एवं बच्चों के लिये अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग बच्चों को विकास के अवसर देने से प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं और अपने समाज और प्रदेश का नाम गौरवान्वित कर सकते हैं। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि पोषण देखरेख (फॉस्टर केयर) संस्था के बाहर बच्चों की देखरेख का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है।‘मिशन वात्सल्य’’ के तहत जरूरतमंद और संरक्षण वाले बच्चों को पारिवारिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए गैर नातेदार परिवार में अस्थाई देखरेख और संरक्षण की व्यवस्था की जाती है। इससे पोषक परिवार में जहां उत्साह, उमंग का संचार होता है। वहीं बच्चों को समुचित विकास का पूरा मौका मिलता है। इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये प्रत्येक नागरिक को संवेदनशील और सहयोगी होना होगा। उन्होंने अपील कि है कि समाज के सभी वर्ग, स्वयं-सेवी संस्थाएं, सरकार के साथ बच्चों को पारिवारिक वातावरण उपलब्ध कराने और उनके विकास के अवसर उपलब्ध कराने एकजुट होना होगा, जिससे एक योग्य नागरिक और सशक्त भारत का निर्माण हो सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उल्लास, उम्मीद, उजियार, उमंग और उदय कार्यक्रम पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 112 बाल देखरेख संस्थायें संचालित हैं, जिनमें से 33 विशिष्ट दत्तक ग्रहण अभिकरणों में 125 बच्चे निवासरत हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 56 बच्चों को विभिन्न परिवारों में दत्तक ग्रहण के माध्यम से पुर्नवासित किया है।76 बाल देखरेख संस्थाओं में 2112 बच्चें निवासरत हैं, इनमें 61 बच्चे पोषण देखरेख कार्यक्रम हेतु चिन्हांकित किए गए हैं। राज्य में 22 बच्चें पोषण देखरेख कार्यक्रम अंतर्गत निवास कर रहे है एवं प्रवर्तकता (स्पॉन्सरशिप) कार्यक्रम के अन्तर्गत 1080 बच्चों को लाभ दिलाया जा रहा है। कार्यक्रम में संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री तूलिका प्रजापति, बाल संरक्षण विशेषज्ञ यूनिसेफ दिल्ली श्री प्रभात कुमार, श्री नंदलाल चौधरी संयुक्त संचालक, सुश्री वसुंधरा, सुश्री बिभूति दुग्गर, श्री रामशरण चौकसे सहित अधिकारी-कर्मचारी एवं पोषक परिवार उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत केन्द्रीय क्षेत्रीय छात्रवृत्ति योजना के लिए सत्र 2024-25 के आवेदन शुरू कर दिया गया हैं। इस योजना के तहत कॉलेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय ई-छात्रवृत्ति पोर्टल https://scholarships.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।वर्ष 2019 से 2023 तक के विद्यार्थियों के नवीनीकरण के साथ-साथ वर्ष 2024 के लिए नवीन आवेदन 31 अक्टूबर 2024 तक स्वीकर किए जाएंगे। छात्रवृत्ति और आवेदन प्रक्रिया से संबंधित सभी जानकारी मंडल की वेबसाइट www.cgbse.nic.in पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए एनएसपी की हेल्पलाइन नंबर 0120-6619540 पर संपर्क कर सकते हैं।
नवीनीकरण आवेदकों हेतु संशोधित दिशा-निर्देश जारी किया गया है, जारी निर्देश के अनुसार जो छात्र पिछली बार आवेदन नहीं कर पाए थे, उन्हें अब नवीनीकरण के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाएगी, यदि वे पात्रता की शर्तें पूरी करते हैं। उनकी ओटीआर आईडी एनआईसी-एनएसपी द्वारा पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी, और सत्यापन के बाद वे सत्र 2024-25 के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त कर सकेंगे। शिक्षा मंत्रालय ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे अपने विद्यार्थियों का समय-सीमा पर आवेदन पूर्ण कराएद न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वन मंत्री ने खिलाड़ियों से मिलकर किया उत्साहवर्धन और व्यवस्थाओं का लिया जायजाप्रतिभागियों में दिखा उत्साह, सभी को पसंद आ रही है छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाजीरायपुर : राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में आयोजित 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आज तीसरे दिन छत्तीसगढ़ ने 14 स्वर्ण पदक जीतकर लगातार अपना दबदबा कायम रखा। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने अब तक कुल 37 स्वर्ण, 20 सिल्वर, 14 ब्रोंज पदक जीते हैं। छत्तीसगढ़ अभी पदक तालिका में 279 पॉइंट प्राप्त कर कुल 71 पदक जीतकर प्रथम स्थान पर है।
प्रतियोगिता के आज तीसरे दिन 100 मीटर रेस वुमन ओपन कैटेगरी में केरल की अनु आर. ने गोल्ड जीता। वहीं 100 मीटर रेस वुमन वेटेरन कैटेगरी में छत्तीसगढ़ की अनीता कोर्रम ने पहला स्थान हासिल किया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की सुशीला पैकरा ने 800 मीटर वॉक वुमन ओपन और थोटा संकीर्तना ने 1500 मीटर रेस वुमन ओपन में गोल्ड मेडल हासिल किया।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों से मिलकर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और उनका उत्साहवर्धन भी किया। मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेल अधोसंरचना का तेजी से विकास किया जा रहा है, वहीं खिलाड़ियों को भी बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ उनके खेलों को निखारने के लिए अवसर दिया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने खेल और प्रतिभागियों के आवास और भोजन के साथ ही आवागमन सहित अन्य व्यवस्था संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती शालिनी रैना ने बताया कि इस भव्य आयोजन को लेकर सभी प्रतिभागियों में जोश और उत्साह है। रायपुर के विभिन्न स्पोर्ट्स ग्राउंड में आज अनेक विधाओं की प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। छत्तीसगढ़ में इस बार 2920 खिलाड़ियों ने भाग लिया है, जिनमें 2331 पुरुष और 585 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। प्रतिभागियों में उत्साह है और छत्तीसगढ़ की मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की जा रही है। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी को भा रही हैं।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है, और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार आयोजित हो रहा है। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारी भी भाग ले रहे हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने दीप प्रज्जवलित कर किया स्वदेशी मेला का उद्घाटनकवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान मे आयोजित स्वदेशी मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ शुभारंभरायपुर : महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान में स्वदेशी मेला का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेला हमारे भारत देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। स्वदेशी मेला के माध्यम से अपने देश में बने चीजों को खरीदने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है। स्वदेशी वस्तुएं आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन का भाव पैदा करता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का संदेश दिया है और डिजिटल इंडिया को बढ़ाने का कार्य कर रहे है, जिससे देश मजबूत हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा प्रदेश में स्वदेशी वस्तु को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें अपने देश की समान खरीद कर देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करना चाहिए।
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि लगातार स्वदेशी मेला के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है। पहले हमारा देश आर्थिक स्थिति में 11 वे नंबर पर था लेकिन आज हमारा देश 5 वे नंबर पर आ कर मजबूत हुआ है। हमें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि हमारे पास कौन सी स्वदेशी वस्तुएं उपलब्ध है। हमें ऑनलाइन खरीदी करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि उपयोग करने वाली वस्तुएं स्वदेशी हो। कवर्धा के स्वदेशी मेले में बहुत सारे स्वदेशी वस्तुओं का स्टॉल लगाया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को इस बात की जानकारी होना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था कैसे बढ़ेगी हम आत्मनिर्भर कैसे होंगे। हमारा दायित्व है कि हम आने वाली पीढ़ी को देश में बनी चीजों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें।उल्लेखनीय है कि कवर्धा जिले में पहली बार स्वदेशी मेला का आयोजन हो रहा है, जिसका आगाज 17 अक्टूबर से कवर्धा के पीजी कॉलेज ग्राउंड में हुआ। स्वदेशी मेला में विभिन्न राज्यों से स्वदेशी उत्पादों के हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम के अलावा लखनऊ, बिहार, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब और कश्मीर तक के स्टाल की प्रदर्शनी लगाया गया है। साथ ही प्रतिदिन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। स्वदेशी मेले का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना तथा लोगों तक स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। स्वदेशी मेला को लेकर जिले के नागरिकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। स्वदेशी मेला में 150 से अधिक स्टाल, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच और संचालन के लिए आफिस का भव्य सेटअप बनाया गया है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
हर हाथ को काम देने 84 लाख श्रमिकों का पंजीयनउत्कृष्ट कार्य करने वाले विभाग के मैदानी अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानितरायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य में श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए त्वरित कार्यवाही करें और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाएं। श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने आज स्थानीय होटल में श्रम विभाग द्वारा ’श्रमिकों का सशक्तिकरण, भविष्य का निर्माण’ विषय पर आयोजित कार्यशाला के समापन अवसर पर कहा कि प्रत्येक श्रमिक को काम देने के लिए श्रम विभाग द्वारा 84 लाख श्रमिकों का पंजीयन कर योजनाओं से लाभान्वित कर रही है।उन्होंने कहा कि कोई भी निर्माण कार्य बिना श्रमिकों के संभव नहीं है, सरकार श्रमिकों का सम्मान कर योजनाओं का लाभ दिलाकर स्वाभिमान से जीवन जीने का अधिकार दिला रही है। इस अवसर पर श्रम मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभाग के मैदानी अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
श्रम मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ सभी पात्र एवं जरूरतमंद श्रमिकों को मिले, इस दिशा में श्रम विभाग के मैदानी अधिकारी त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की सोच है कि प्रदेश के श्रमिकों को इन योजनाओं का बेहतर लाभ मिले। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा भी श्रमिकों के हित में अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में 237 करोड़ रूपये का लाभ श्रमिकों को प्रदान किया गया। डीबीटी के जरिए यह राशि श्रमिकों के बैंक खाते में अंतरित की गई। श्रम मंत्री ने कहा कि श्रमिकों को किसी भी कार्य के लिए भटकना न पड़े। इस दिशा में विभाग के अधिकारी संवेदनशील होकर कार्य करें। श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के हित में 70 योजनाएं संचालित की जा रही है।सचिव सह श्रमायुक्त श्रीमती अलरमेलमंगई डी. ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र और जरूरतमंद हितग्राहियों को दिलाना सुनिश्चित करें। पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों को शासन की छात्रवृत्ति योजना से भी लाभान्वित करें।उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल, राज्य सामाजिक सुरक्षा मण्डल के अंतर्गत संचालित योजनाओं से असंगठित श्रमिकों को श्रम विभाग में पंजीयन कराकर लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें। कार्यशाला में उप श्रमायुक्त श्री एस.एस. पैकरा एवं औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा के उप संचालक श्री टी.के. साहू द्वारा निरीक्षण अभियोजन एवं पालन प्रतिवेदन की जानकारी दी।इस अवसर पर श्रम विभाग की उप सचिव डॉ. फरिहा आलम सिद्धिकी छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल सचिव श्रीमती सविता मिश्रा, अपर श्रमायुक्त श्री एस.एल. जांगड़े सहित झारखंड एवं उत्तरप्रदेश से आए श्रम अधिकारी, प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए विभाग के मैदानी अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
4 नवंबर से 6 नवंबर तक पात्र अभ्यर्थियों का होगा दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कारअभ्यर्थी विभागीय वेबसाईट में कर सकते हैं अवलोकनरायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड द्वारा व्यापम के माध्यम से सहायक संचालक, सचिव वरिष्ठ एवं सचिव कनिष्ठ के 30 पदों की भर्ती हेतु लिखित परीक्षा के पश्चात् साक्षात्कार के लिए 95 अभ्यर्थियों को चिन्हांकित किया गया है। व्यापम द्वारा लिखित परीक्षा के प्राप्त परिणामों के आधार पर साक्षात्कार के लिए पात्र अभ्यर्थियों की सूची मंडी बोर्ड के वेबसाईट में 16 अक्टूबर को प्रदर्शित कर दी गई है।आगामी माह के 4 नवंबर से 6 नवंबर तक अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन तथा साक्षात्कार प्रातः 9.30 बजे से सायं 5 बजे तक कार्यालय प्रबंध संचालक, छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन बोर्ड, सरदार वल्लभ भाई पटेल भवन, सेक्टर-24, कयाबांधा, अटल नगर, नवा रायपुर में आयोजन किया गया है। अभ्यर्थी साक्षात्कार से संबंधित संपूर्ण जानकारी वेबसाईट www.agriportal.cg.gov.in में प्राप्त कर सकते हैं और साक्षात्कार हेतु चयनित अभ्यर्थियों को उनके पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भी पत्र भेजा गया है।ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार ने प्रदेश की ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए शासकीय विभागों में नौकरियों का द्वार खोल दिए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने इन विषयों को गंभीरता से लेते हुए जल्द रिक्त पदों की पूर्ति करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन (मंडी) बोर्ड के सहायक संचालक, वरिष्ठ सचिव एवं कनिष्ठ सचिव के 30 पदों पर व्यापम से लिखित परीक्षा में सफल हुए वरीयता प्राप्त अभ्यर्थियों के चयन के लिए अवसर प्रदान किया जा रहा है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा का प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री ने धमतरी जिले के मगरलोड विकासखण्ड के ग्राम पंचायत करेली (छोटी) स्थित शीतला मंदिर चौक में अनावरण किया। इस अवसर पर मंत्री श्री वर्मा ने स्वर्गीय श्री बाजपेयी द्वारा छत्तीसगढ़ के लिए किए गए योगदान को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने हमें छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर दिया। उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता भी कहा जाता है।श्री वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी को छत्तीसगढ़िया संस्कृति से बेहद लगाव था और उनका सपना था कि शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। मंत्री श्री वर्मा ने करेली (छोटी) में गुड़गुड़ी चौक स्थित सांस्कृतिक कला मंच और सांसद निधि पर निर्मित गायत्री मंदिर शेड का लोकार्पण भी किया। इस दौरान पूर्व विधायक श्री श्रावण मरकाम, जिला पंचायत सदस्य श्री खूबलाल ध्रुव, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी, पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वार्ष्णेय, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : पुण्य श्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी जयंती आयोजन समिति रायपुर महानगर की ओर से बुधवार (16 अक्टूबर,2024) को डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रायपुर के सभागार में अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ सच्चिदानंद शुक्ल, कुलपति पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छत्तीसगढ़,मुख्य वक्ता डॉ टोपलाल वर्मा माननीय संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ प्रांत,अध्यक्षता डॉ सी एल देवांगन प्राचार्य डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर,श्रीमती विशिष्ट अतिथि प्रियदर्शिनी दिव्य जी थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भारतीय क्रिकेट स्टार सूर्यकुमार यादव ने छत्तीसगढ़ में वन संरक्षण के प्रयासों को सराहाअखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ आगाजदेशभर से 2920 से अधिक खिलाड़ी ले रहे हिस्सा खिलाड़ियों के दलों ने किया आकर्षक मार्च पार्स्टरायपुर : राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एथलेटिक स्टेडियम कोटा में छत्तीसगढ़ की मेजबानी में आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आगाज पारंपरिक वेशभूषा एवं परिधानों के साथ विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने मार्च पार्स्ट से किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ अवसर पर केंद्रीय वन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने अपने वर्चुअल शुभकामना संदेश में कहा कि वनों के संरक्षण में वनकर्मियों की अहम भूमिका होती है।Facebook