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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य में हाथकरघा उद्योग एक मुख्य कुटीर उद्योग के रूप में स्थापित है। हाथकरघा उद्योग में रोजगार की विपुल संभावनाओं और हाथकरघा बुनाई की समृद्ध परम्परा, हाथकरघा बुनकरों और हाथकरघा उद्योग को और अधिक बढ़ावा देने के लिये शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है।
छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 60 हज़ार बुनकर एवं 8 हज़ार महिलाओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बुनाई एवं सिलाई के माध्यम से रोजगार मिल रहा है। राज्य हाथकरघा संघ द्वारा शासकीय विभाग को लगने वाले लगभग 59 प्रकार के वस्त्रों का उत्पादन किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से स्कूल गणवेश, बेडशीट, दरी, टाटपट्टी, पर्दा क्लॉथ, बस्ता, क्लाथ, गाज बेंडेज, वर्दी आदि शामिल है। इन उत्पादित वस्त्रों को ज़रूरत के मुताबिक़ सरकारी विभाग में क्रय करने हेतु अनुमोदित किया गया है।छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के बुनकरों को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शासकीय वस्त्र प्रदाय योजना लागू की गई है, जिसके तहत् राज्य के समस्त शासकीय विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों में लगने वाले वस्त्र एवं रेडिमेड गारमेंट की पूर्ति छत्तीसगढ़ के बुनकरों के द्वारा उत्पादित हाथकरघा, खादी से वस्त्रों का क्रय करने का अनुरोध सभी विभागों से महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ राज्य में हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित ने किया है।
विभागों को वस्त्र प्रदाय के लिए छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित को नोडल एजेंसी अधिकृत किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर से शासकीय वस्त्र क्रय के लिये भण्डार क्रय नियम 2002 के नियम 08 में आवश्यक प्रावधान किये गये है। -
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महासमुंद : सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज महासमुन्द जिले में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी का औचक निरीक्षण किया। डॉ. टेकाम आज पूर्वान्ह में धान उपार्जन केन्द्र भगतदेवरी पहुंचे और वहां किसानों से की जा रही धान खरीदी का मौके पर निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों से इस संबंध में चर्चा भी की। किसानों ने बताया कि धान खरीदी में उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है। डॉ. टेकाम ने खरीदी जा रही धान, तौल और कांटा का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्था का जायजा लिया।
मंत्री डॉ. टेकाम ने समिति प्रबंधकों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के व्यवस्थित संचालन के लिए बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा उपार्जन के मान से ही किसानों को टोकन वितरण पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंन कहा कि केन्द्र में उपार्जित धान का लगातार उठाव होता रहे, इस पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने असमायिक वर्षा से धान को भीगने से बचाने के लिए कैप कव्हर की व्यवस्था पहले से करके रखने के भी निर्देश दिए। केन्द्रों में उपार्जित धान को व्यवस्थित ढंग से लाट के रूप में संग्रहित करने के भी निर्देश दिए गए।
डॉ. टेकाम के निरीक्षण के समय उपार्जन केन्द्र में आए हुए किसानों का धान तौला जा रहा था। समिति प्रबंधक ने बताया कि अब तक 15 हजार 868 क्विंटल की धान की खरीदी हो चुकी है और उपार्जन केन्द्र पर बफर लिमिट 15900 क्विंटल है। अब तक कुल 2220 क्विंटल धान का परिवहन हो चुका है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही धान उठाव के लिए डीएमओ महासमुंद को दूरभाष के माध्यम से आदेशित किया गया है और तत्काल बफर लिमिट कम करने कहा गया है। निरीक्षण के समय उपार्जन केन्द्र प्रभारी श्री अनंत राम चौधरी और ऑपरेटर श्री लिंगराज नागवंशी भी उपस्थित थे। -
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बैंक सखी के माध्यम से घर में ही मिलेगी पेंशन की राशि
महासमुन्द : इंदिरा गांधी दिव्यांग पेंशन योजनांतर्गत दिव्यांग पेंशन राशि को दिव्यांग संदीप अपनी पेंशन लेने 2 किलोमीटर दूर बैंक पिथौरा आना-जाना पड़ता था। जिससे उसे काफी दिक्कत और तकलीफ होती थी। योजनांतर्गत उन्हें 500 रुपए की राशि पेंशन के रूप में मिलती है। संदीप पिथौरा के ग्राम लाखागढ़ में अपनी मॉ और एक बहन के साथ रहता है। उसके पिता का भी देहांत हो चुका है। खबर से जानकारी मिलने पर कलेक्टर श्री डोमन सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. आलोक ने उप संचालक समाज कल्याण से संदीप को व्हील चेयर और सखी बैंक के माध्यम से पेंशन की राशि हर माह उनके घर पर ही देने हेतु कहा।
उप संचालक समाज कल्याण श्रीमती संगीता सिंह द्वारा तुरंत कार्यवाही कर व्हील चेयर उपलब्ध करायी गई। 25 वर्षीय बहु दिव्यांग बालक को पेंशन बैंक सखी के माध्यम से आगामी माह से देना और उनके आवागमन के लिए एक व्हील चेयर उपलब्ध करायी। संदीप जिसे पाकर बहुत खुश हुआ। अब उसे अपने माँ के साथ कहीं भी आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। उनकी माँ श्रीमती पुन्नी भी बच्चे को व्हील चेयर मिलने से काफी प्रसन्न हैं।
उन्होंने बताया कि उसके पिता जीवित थे तो वह बच्चे को अपने साथ गोद में या सायकल पर बैंक ले जाकर पेंशन लाते थे। लेकिन उनके निधन के बाद मैं ही उनका सहारा हूं। लेकिन अब संदीप 25 वर्ष का हो गया है, वह बोलने और चलने-फिरने में भी असमर्थ है। इस कारण वह घिसटकर चलता है। पेंशन हेतु बैंक लाना मजबूरी है। बैंक आने जाने में काफी तकलीफ होती थी। लेकिन प्रशासन द्वारा व्हील चेयर उपलब्ध कराने से उसे कहीं भी ले जाने में अब काफी सहुलियत होगी। उन्होंने बताया कि संदीप का काफी उपचार करवाया लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि संदीप की जीभ ज्यादा मोटी है जिसका उपचार सम्भव नहीं है। उसे तरल खाद्य पदार्थ ही खाने में दिया जाता है। -
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महासमुंद : प्रदेश के ऐसे वीर बालक-बालिकाएं जिन्होंने अपनी जान की परवाह किये बिना अद्भुत वीरता का कार्य किया है, उन्हें प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) समारोह के अवसर पर राज्यपाल द्वारा शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडेय ने बताया कि इस वर्ष 2021 में भी राज्य शौर्य पुरस्कार हेतु नामांकन/आवेदन आमंत्रित किए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि पात्र अभ्यर्थी आवेदन पत्र (घटना दिनांक 01 जनवरी 2021 से दिसम्बर 2021 तक) वांछित अभिलेखों के साथ निर्धारित प्रपत्र में 27 दिसम्बर 2021 तक कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला महासमुंद में तथा विकासखण्ड कार्यालय परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना में प्रस्तुत कर सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है। -
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महासमुंद : राज्य शासन के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 03 वर्ष से कम उम्र के मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए एवं 15 से 45 वर्ष की एनीमिक किशोरियों एवं महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए सुपोषण स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन 20 से 30 दिसम्बर तक किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बुधवार 22 दिसम्बर को विकासखण्ड पिथौरा के ग्राम राजासेवैया में चल रहे सुपोषण स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का अवलोकन किया। इस अवसर पर पिथौरा के जनपद अध्यक्ष श्रीमती सत्यभामा नाग, एसडीएम श्रीमती ऋतु हेमनानी, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडेय, बीएमओ श्रीमती तारा अग्रवाल सहित गणमान्य नागरिक, महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले उपस्थित थे।
इस अभियान के तहत् महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा पिथौरा विकासखण्ड के अंतर्गत तीन वर्ष से कम उम्र के 2435 मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों तथा 15 से 45 वर्ष की 3000 एनीमिक किशोरियों एवं महिलाओं को आंगनबाड़ियों के माध्यम से गरम भोजन प्रदान किया जा रहा है।
कलेक्टर ने इस योजना से हितग्राहियों को मिलने वाले लाभ के मूल्यंाकन करने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग को दिये है। इसके तहत् 20 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक कार्यालयीन दिवसों में जिले के अंागनबाड़ियों में इस योजना के तहत् लाभान्वित बच्चों के वजन का आकलन किया जा रहा है एवं लाभान्वित किशोरियों व महिलाओं का एच.बी. टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है। कलेक्टर ने राजासेवैया में उपस्थित किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि छूटे हुए लोगों को इस शिविर में बुलाकर लाभान्वित करने के लिए प्रेरित करें तथा उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करें। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बुधवार को महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड के धान उपार्जन केन्द्र बड़े टेमरी और बसना विकासखण्ड के भूकेल का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों खरीदी केंद्र में अब तक जारी टोकनों की संख्या, धान खरीदी का अवलोकन करते हुए अधिक से अधिक लघु और सीमांत किसानों को टोकन जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने दोनों खरीदी केंद्रों में धान खरीदी के सुचारू क्रियान्वयन के संबंध में समिति प्रबंधकों और किसानों से पूछताछ की। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी सरायपाली श्रीमती नम्रता जैन, पिथौरा श्रीमती ऋतु हेमनानी, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री एस.के. तिग्गा, शाखा प्रबंधक श्री अमृत लाल जगत, नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र नेताम सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने धान खरीदी से संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को किसान बारदाना में धान खरीदी करने किसानों को जागरूक करने व बारदाने की बढ़ी हुई दर के बारे में बताने को कहा। इसके साथ ही हमालों द्वारा किए गए कार्यों का नियमित पंजी संधारण करने व हमाली का भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने बारदाना भंडारण कक्ष को भी व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने धान का वजन और धान की नमी जांच की गई। धान के उठाव में तेजी लाने मिलर्स डीओ जारी कर सतत रूप से धान उठाव कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने धान उपार्जन केन्द्र बड़े टेमरी में उपार्जित धान के स्टेकिंग प्लान की जानकारी ली। उपार्जन केंद्र के नये पुराने बारदाने की स्टेकिंग निर्धारित मापदंड अनुसार नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्टेकिंग प्लान को सही करने, प्रत्येक स्टेक में धान का प्रकार बारदाना का प्रकार और स्टेक की मात्रा की जानकारी प्रदर्शित करने निर्देशित किया।
कलेक्टर ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध धान परिवहन और संग्रहण पर सख्ती से रोक लगाई जाए। इस तरह के मामले जानकारी में आने पर संबंधित तहसीलदार व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को तत्काल जानकारी दें। कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों में अतिरिक्त निगरानी करने की आवश्यकता है। उन्होंने धान खरीदी केंद्र में किसानों की पंजीयन संख्या, धान के रकबे की जानकारी, बारदाने की उपलब्धता, कांटा-बांट के सत्यापन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अन्य राज्यों और कोचियों द्वारा लाए जाने वाले धान पर निगरानी रखने, यदि बाहर से धान खपाने की जानकारी मिलती है तो उसे जब्त करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। -
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सुबह 9 बजे से मतगणना हुई प्रारंभ
महासमुंद : महामसुंद जिले में उप निर्वाचन-2021 के तहत नगर पंचायत बसना के वार्ड क्रमांक 09 दीनदयाल उपाध्याय वार्ड उप निर्वाचन के परिणाम घोषित हो गए है। प्रत्याशी शीत गुप्ता विजयी हुए। उन्हें 205 मत मिले। वही निकटतम प्रत्याशी श्रीमती यास्मिन बेगम को 61 मतदाताओं ने अपना वोट दिया। प्रत्याशी श्री गजानंद साव गज्जू को 42 वोट मिले। मतदान में 312 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उप निर्वाचन-2021 के तहत नगर पंचायत बसना के वार्ड क्रमांक 09 दीनदयाल उपाध्याय वार्ड उप निर्वाचन के लिए आज गुरूवार 23 दिसम्बर को सुबह 9ः00 बजे से स्वामी आत्मानंद मिडिल स्कूल बसना में मतगणना प्रारंभ हुई।
मतगणना स्थल में प्रेक्षक श्री चंद्रकांत कौशिक, रिटर्निग ऑफिसर श्री आर.पी. बघेल, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर श्री अशोक सलामे, सेक्टर अधिकारी श्री चंद्रहास नाग, अभ्यर्थियों, उनके गणना सहायकों कीे उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोला गया। मतगणना केन्द्र में एक कक्ष और एक ही टेबल पर मतगणना की गई। रिटर्निंग ऑफिसर श्री आर.पी. बघेल ने बताया कि वार्ड क्रमांक 09 दीनदयाल उपाध्याय वार्ड में कुल 376 मतदाता थे। विधिमान्य मतों की कुल संख्या 308 अविधिमान्य मतों की कुल सख्या 4 जिसमें से 2 मत खारीज हुआ एवं दो मत नोटा को मिला। -
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महासमुंद : मौसम में आए बदलाव के कारण पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में इन दिनों सुबह-शाम शीतलहर और सर्दी तेज होने लगी है। इसके चलते महासमुद शहर सहित सभी विकासखंडों में नगरपालिका द्वारा अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति के लिए रैन बसेरा में ठहराने की व्यवस्था की गई है।दिए गए थे निर्देश-बीते मंगलवार को कलेक्टर डोमन सिंह ने समय-सीमा की बैठक में नगरपालिका अधिकारी को समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। जिले में बीते चार-पांच दिनों से सुबह-शाम सर्दी का अहसास होने लगा है। इसका लोगों की दिनचर्या में भी परिवर्तन हो रहा है। सुबह -शाम भी गलन महसूस होने से लोग अलाव का सहारा लेने लगे है। गांवों में भी लोगों को जगह-जगह अलाव तापते हुए देखा जा सकता है। शाम होते ही ठंडक बढ़ने लगती है।जिले में की गयी व्यवस्था-महासमुंद रैन बसेरा बस स्टैण्ड में रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति के लिए व्यवस्था की गई है। वही बस स्टेण्ड, नेहरू चैक गांधी चैक सहित रेल्वे स्टेण्ड आदि स्थानों पर अलाव जलाई जा रही है। जहां लोग आग तापते देखें जा सकते है। वही सरायपाली के चिन्हांकित जगहों पर भी अलाव की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार जिले के बागबाहरा, बसना, और पिथौरा में भी लोगों को सर्दी से राहत देने के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के सुरक्षित स्थलों पर भी अलाव की व्यवस्था की गई है। -
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कलेक्टर ने चरवाहों से की चर्चा
महासमुंद : राज्य शासन द्वारा सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए तथा पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। जिसका क्रियान्वयन महासमुंद ज़िले में भी बेहतर तरीके से किया जा रहा है। जिला कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जरूरत मंद नागरिकों को भी फ़ायदा मिले इसके लिए गौठानों का क्लस्टर बना कर गोवंश की और बेहतर तरीके से देखभाल की पहल शुरू की गयी है। मवेशियों को गौठानों में रोज़ नियमित रूप से सुरक्षित लाने-ले जाने के लिए चरवाहों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कृषि विभाग एवं पशु चिकित्सा द्वारा दिया जा रहा है। चरवाहों में प्रशिक्षण को लेकर अच्छा ख़ासा उत्साह देखने मिल रहा है। गौठानों की समितियो से सक्रिय रूप से जुड़े हुए चरवाहों को प्रशिक्षित करने से गोवंश की देखभाल गौठान व चारागाह के माध्यम से करने पर खेतो में किसान की फसल की रक्षा हो सकेगी। इससे रोका छेका अभियान को मदद मिल सकेगी। प्रशिक्षण के दौरान चरवाहों को वे सभी जरूरी बातें बताई जा रही है |
जो एक चरवाहे के लिए जरूरी होती है।वही प्रशिक्षण के दौरान चरवाहों को परिचय पत्र (आई.डी. कार्ड) के साथ उन्हें श्रीफल देकर सम्मानित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बुधवार को पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम साकरा एवं बसना विकासखंड के ग्राम नवागांव में चरवाहा प्रशिक्षण कार्यक्रम का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने चरवाहों का सम्मान किया। प्रशिक्षण में गौठानों की समिति के सदस्य चरवाहे एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव शामिल हुए। कलेक्टर ने मवेशियों के लिए चारे-पानी की व्यवस्था का पूरा ध्यान ख़ासकर गर्मी के दिनों में ज्यादा रखने की बात कही। कलेक्टर ने चरवाहों से बातचीत करते हुए उनके आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए मेहनत करने को कहा। कलेक्टर के पूछने पर चरवाहो ने गोबर विक्रय की जानकारी दी। चरवाहो ने प्रशिक्षण को गौठान विकास एवं अपनी आर्थिक आमदानी के लिए उपयोगी बताया।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि गांव की पहचान खेती-किसानी के साथ ही मवेशियों से भी है। मवेशियों के होने से ही फसल उत्पादन में वृद्धि संभव है। गौठान में गायों के रहने से खेत में लगी फसल सुरक्षित रहेगी। इसके लिए खेत को घेरने की आवश्यकता नहीं होगी। गौठान में पानी, चारा, छांव आदि की व्यवस्था होने से मवेशी गौठान की ओर आकर्षित होंगे। इसलिए गौठान में चरवाहों की व्यवस्था की गयी है। उन्हें प्रशिक्षण के दौरान मवेशियों के मौसमी बीमारी, बीमार पशुओं की पहचान एवं अन्य रोगों के साथ उपचार की भी जानकारी देना प्रशिक्षण का हिस्सा है। उन्हें गौठानों की गतिविधियों के बारे में भी वाकिफ कराया जा रहा है। चरवाहे भी सरकार के अंग है। इनका प्रशिक्षित होना भी ज़रूरी है। उन्हें रोज़गार भी मिला है। जिसके लिए मानदेय की व्यवस्था भी गौठान की आमदनी से होगी। उन्होंने एक अच्छे चरवाहा के लिए ज़रूरी जानकारी भी दिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी भी कार्य अच्छे से सम्पादन निपुणता के साथ करने मेें अभिवृद्धि होती है। प्रशिक्षण एक अल्पकालीन शैक्षणिक प्रक्रिया है तथा जिसमें एक व्यवस्थित एवं संगठित कार्य-प्रणाली उपयोग में लायी जाती हैं, जिसके द्वारा एक कर्मचारी किसी निश्चित उद्देश्य के लिए तकनीकी ज्ञान एवं निपुणताओं को सीखता है। हमारा प्रशिक्षण का भी यही उद्देश्य है।
उन्होंने कहा गौठनो में गायों के गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है। उन्होंने गरूवा, घुरवा, नरवा और बाड़ी के बेहतर प्रबंधन के लिए ग्रामीणों से सुझाव भी लिये और ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समिति के माध्यम से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ग्रामीणों को जैविक खाद का महत्व बताया। उन्होंने किसानों से कहा कि फसल अपशिष्ट पैरा को खेत में जलाकर नष्ट न करें। पैरा को गौठान में दान करे। इससे गौठान में चारा की व्यवस्था हो जाएगी। इस अवसर पर सराईपाली , पिथौरा अनुविभाग के एस.डी.एम. श्रीमती नम्रता जैन, ऋतु हेमनानी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, श्री सनत महादेवा वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी , ग्राम सरपंच सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । -
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महासमुंद : नेशनल लाईव स्टॉक मिशन (एन.एल.एम.) योजनान्तर्गत दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण एवं पशु मेला का आयोजन 24 एवं 25 दिसम्बर को विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम केदुवा में किया जाएगा। पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक डॉ डी डी झरिया ने बताया कि 24 दिसंबर को सुबह 11.00 बजे से पशु पालकों को पैरा यूरिया उपचार, अज़ोला प्रदर्शन, साईलेज, हे निर्माण एवं कम लागत में दुधारू पशु बकरी एवं मुर्गी पालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मेले में उन्नत नस्ल के पशु-पक्षियों की प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण होंगे। जिसमें महासमुंद जिले के समस्त विकासखण्डों के कृषक एवं पशुपालक भाग ले सकेंगे।
इस आयोजन में दुधारू गौवंशीय पशु, बछिया-गिर, साहीवाल, जर्सीकास, एचएफ कास, बैलजोड़ी अंगोल, थारपारकर, दुधारू भैंस वंशीय, पड़िया-मुर्रा, ग्रेडेड मुर्रा, नागपुरी सांड, बकरी वर्ग के पशु शामिल किये जायेंगे। जिले के कृषक / पशुपालक उपरोक्त नस्लों के उत्कृष्ट पशुओं के साथ प्रतियोगिता प्रदर्शनी में भाग ले सकेंगे। इसके अलावा अन्य कृषक / पशुपालक भी पशु मेला प्रदर्शनी का अवलोकन कर पशुपालन के आधुनिक तकनीक से अवगत होकर लाभ ले सकेंगे। डॉ झरिया ने जिले के समस्त कृषक पशुपालकों से अपील की है कि अपने उत्कृष्ट पशुओं के साथ पशु मेला प्रदर्शनी में भाग ले। -
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महासमुंद : जल जीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आज कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना, सिंगल विलेज पेयजल योजना की कार्य-प्रगति की जानकारी ली। बैठक में कार्यपालन अभियंता एवं सदस्य सचिव ने तकनीकी स्वीकृति प्राप्त 29 सिंगल विलेज योजना के अनुमोदन एवं ऑनलाइन निविदा आमंत्रण का प्रस्ताव रखा जिसका समिति द्वारा अनुमोदन किया गया।जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले के 44 ग्राम पंचायतों के 95 गांवों के स्कूल, ऑगनबाड़ी और उप स्वास्थ्य केन्द्र में रनिंग वाटर के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, प्रशासकीय स्वीकृति एवं ऑनलाईन निविदा का भी अनुमोदन हुआ। इसके अलावा बैठक में 5 सिंगल विलेज एवं 14 रेट्रोफिटिंग की प्राप्त ऑनलाईन निविदा की न्यूनतम दर स्वीकृत की गई। आज हुई बैठक में 5 रनिंग वाटर की ऑनलाईन निविदा की दर स्वीकृत की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्री एस आलोक सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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गोवंश की और बेहतर तरीके से होगी देखभाल
महासमुंद : महासमुंद ज़िले में गौठानों का क्लस्टर बना कर गोवंश की और बेहतर तरीके से देखभाल की अभिनव पहल शुरू की गयी है। मवेशियों को गौठानों में रोज़ नियमित रूप से सुरक्षित लाने-ले जाने के लिए चरवाहों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कृषि विभाग एवं पशु चिकित्सा द्वारा दिया जा रहा है। चरवाहों में प्रशिक्षण को लेकर अच्छा ख़ासा उत्साह देखने मिल रहा है। गौठानों की समितियो से सक्रिय रूप से जुड़े हुए चरवाहों को प्रशिक्षित करने से गोवंश की देखभाल गौठान व चारागाह के माध्यम से करने पर खेतो में किसान की फसल की रक्षा हो सकेगी। इससे रोका छेका अभियान को मदद मिल सकेगी। प्रशिक्षण के दौरान चरवाहों को वे सभी जरूरी बातें बताई जा रही हैजो एक चरवाहे के लिए जरूरी होती है।
वही प्रशिक्षण के दौरान चरवाहों को परिचय पत्र (आई.डी. कार्ड) के साथ उन्हें श्रीफल देकर सम्मानित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बागबाहरा के ग्राम धरमपुर में चरवाहा प्रशिक्षण कार्यक्रम का सोमवार को अवलोकन के दौरान चरवाहों का सम्मान किया। प्रशिक्षण में 13 गौठानों की समिति के सदस्य चरवाहे एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव शामिल हुए। कलेक्टर ने मवेशियों के लिए चारे-पानी की व्यवस्था का पूरा ध्यान ख़ासकर गर्मी के दिनों में ज्यादा रखने की बात कही। प्रथम चरण में प्रशिक्षण का कार्यक्रम बागबाहरा के ग्राम धरमपुर में था। कलेक्टर ने चरवाहों से बातचीत की। उनके पूछने पर चरवाहे आत्माराम ने 40 क्विंटल से ज्यादा गोबर विक्रय की जानकारी कलेक्टर को दी। ग्राम घोटियापानी के चरवाहे टेकुराम ने इस प्रशिक्षण को गौठान विकास के लिए बहुत उपयोगी बताया।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि गांव की पहचान खेती-किसानी के साथ ही मवेशियों से भी है। मवेशियों के होने से ही फसल उत्पादन में वृद्धि संभव है। गौठान में गायों के रहने से खेत में लगी फसल सुरक्षित रहेगी। इसके लिए खेत को घेरने की आवश्यकता नहीं होगी। गौठान में पानी, चारा, छांव आदि की व्यवस्था होने से मवेशी गौठान की ओर आकर्षित होंगे। इसलिए गौठान में चरवाहों की व्यवस्था की गयी है। उन्हें प्रशिक्षण के दौरान मवेशियों के मौसमी बीमारी, बीमार पशुओं की पहचान एवं अन्य रोगों के साथ उपचार की भी जानकारी देना प्रशिक्षण का हिस्सा है। उन्हें गौठानों की गतिविधियों के बारे में भी वाकिफ कराया जा रहा है। चरवाहे भी सरकार के अंग है। इनका प्रशिक्षित होना भी ज़रूरी है। उन्हें रोज़गार भी मिला है। जिसके लिए मानदेय की व्यवस्था भी गौठान की आमदनी से होगी। उन्होंने एक अच्छे चरवाहा के लिए ज़रूरी टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी भी कार्य अच्छे से सम्पादन निपुणता के साथ करने मेें अभिवृद्धि होती है। प्रशिक्षण एक अल्पकालीन शैक्षणिक प्रक्रिया है तथा जिसमें एक व्यवस्थित एवं संगठित कार्य-प्रणाली उपयोग में लायी जाती हैं, जिसके द्वारा एक कर्मचारी किसी निश्चित उद्देश्य के लिए तकनीकी ज्ञान एवं निपुणताओं को सीखता है। हमारा प्रशिक्षण का भी यही उद्देश्य है।
उन्होंने कहा गौठनो में गायों के गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है। उन्होंने गरूवा, घुरवा, नरवा और बाड़ी के बेहतर प्रबंधन के लिए ग्रामीणों से सुझाव भी लिये और ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समिति के माध्यम से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ग्रामीणों को जैविक खाद का महत्व बताया। उन्होंने किसानों से कहा कि फसल अपशिष्ट पैरा को खेत में जलाकर नष्ट न करें। पैरा को गौठान में दान करे। इससे गौठान में चारा की व्यवस्था हो जाएगी। उन्होंने धरमपुर में बनाए गए गौठान का भ्रमण कर कोटना, पानी की व्यवस्था, शेड, चारागाह आदि का निरीक्षण किया। इस अवसर पर बागबाहरा अनुविभाग के एस.डी.एम. श्री राकेश कुमार गोलछा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री पूजा बंसल, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री एच.आर. देवांगन, ग्राम के सरपंच श्रीमती कामिनी चंद्राकर उपस्थित रही। -
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शीतलहर को देखते हुए रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें: कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक हुई। उन्होंने जिले के सभी नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शीतलहर और सर्दी को देखते हुए अपने-अपने क्षेत्र में रिक्शा चालकों, दैनिक मजदूरों, आवास विहीन, अदृश्य श्रेणी के निःसहाय व्यक्ति हेतु रैन बसेरा में ठहरानें हेतु समुचित व्यवस्था एवं कम्बल आदि की भी व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही पूर्व निर्धारित स्थानों पर अलाव जलाने की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने कहा कि रैन बसेरा में रूकने वाले मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाए।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि बिहान मेला और गौठान मेला की शासन द्वारा सराहना की गयी है। गौठानों में मेला अवसर पर किए गए गोबर खरीदी की मात्रा, वर्मी कम्पोस्ट मात्रा व विक्रय और भविष्य में वर्मी खरीदी के मिले ऑर्डर आदि की जानकारी देने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने गौठानों में मल्टी एक्टिविटी के लिए नए जुड़े महिला समूह की भी जानकारी देने कहा। उन्होंने कहा कि जिले में गौठानों मेें चरवाहों के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। जनपद सीईओ अपने-अपने क्षेत्र के गौठानों को क्लस्टर बनाकर प्रशिक्षण का कार्यक्रम करें। इसमें कृषि और वेटनरी की महत्वपूर्ण भूमिका है। गौठानों के चरवाहे सरकार के अंग है।
उन्होंने कहा कि धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी होती रहे। इसी के साथ धान का उठाव व रकबा समर्पण की कार्यवाही भी चलती रहे। कलेक्टर ने बारी-बारी से विभागवार लंबित प्रकरणों के निराकरण की जानकारी ली। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. आलोक, अपर कलेक्टर श्री ओ.पी. कोसरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे, एसडीएम श्री भागवत जायसवाल एवं डिप्टी कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। -
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महासमुंद : मार्कफेड के प्रबंध संचालक श्रीमती किरण कौशल द्वारा सोमवार 20 दिसम्बर को महासमुंद जिले के धान उपार्जन केन्द्र झलप एवं सोनासिल्ली तथा मार्कफेड के संग्रहण केंद्र पिथौरा का निरीक्षण किया गया।धान उपार्जन केंद्र झलप में उनके द्वारा धान की गुणवत्ता, बारदानों की उपलब्धता, बारदानों के समुचित अनुपात में उपयोग के संबंध में जानकारी ली गई तथा धान क्रय पश्चात खरीदी केंद्र में भंडारित बोरो की वजन का भी निरीक्षण किया । मार्कफेड की प्रबंध संचालक श्रीमती कौशल ने धान खरीदी केंद्र में उपस्थित कृषको से धान विक्रय में आने वाली समस्याओ की भी जानकारी ली। इस बारे में कृषकों द्वारा धान विक्रय में कोई परेशानी नहीं होना बताया गया। उन्होंने धान विक्रय के लिए कराए गए कृषक पंजीयन की पावती समिति से ही कृषको को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के निर्देश धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को दिए।
उन्होंने कहा कि चॉइस सेंटर से पावती प्राप्त करना एक वैकल्पिक व्यवस्था है धान उपार्जन केंद्र सोना सिल्ली के निरीक्षण कर मार्कफेड के प्रबंध संचालक द्वारा बारदाना के युक्तियुक्त समुचित अनुपात व प्रतिशत में उपयोग किए जाने के निर्देश दिए गए। सोनासिल्ली धान उपार्जन केंद्र में धान विक्रय हेतु उपस्थित कृषको से भी उन्होंने धान विक्रय संबंधी अनुभव की जानकारी ली। किसानों ने बताया कि धान खरीदी व्यवस्था से वे संतुष्ट हैं। प्रबंध संचालक द्वारा धान संग्रहण केंद्र पिथौरा का भी निरीक्षण किया गया तथा वहां रखें धान के स्टेक्स के संबंध में संग्रहण केंद्र प्रभारी से जानकारी ली। संग्रहण केंद्र प्रभारी को संग्रहण केंद्र की साफ सफाई कराने व सात दिवस के भीतर संग्रहण केंद्र को पूरी तरह से व्यवस्थित कराने के निर्देश दिए। इस दौरान मार्कफेड के सचिव श्री संदीप गुप्ता खाद्य अधिकारी श्री नितीश त्रिवेदी, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्रीएस.के. तिग्गा, नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक श्री एन. एस. ठाकुर, सहायक नोडल अधिकारी श्री गुणनिधि साहू, जिला विपणन अधिकारी श्री जयदेव सोनी उपस्थित थे। -
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महासमुंद : भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना 'आयुष्मान भारत' के अंतर्गत हितग्राहियों का पंजीयन कर कार्ड का वितरण किया जाना है। हितग्राहियों का पंजीयन एवं आयुष्मान कार्ड का वितरण ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर किया जा रहा है। पंजीकृत हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड का वितरण शत प्रतिशत हो इसके लिए सी.एस.सी. के एम.आई.एस.रिपोर्ट में अधिकांश सी.एस.सी./वी.एल.ई. केन्द्रों में वितरण के लिए लंबित कार्ड की संख्या अधिक है। इस योजना के क्रियान्वयन में लाभ मिले इसलिये लंबित आयुष्मान कार्ड का शतप्रतिशत वितरण इस माह के अंत तक वितरण किया जाना सुनिश्चित करें। -
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13 गोठानों की समिति सदस्य चरवाहे एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव हुए शामिल
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज 20 दिसंबर को विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम धरमपुर में चरवाहा प्रशिक्षण कार्यक्रम का अवलोकन किया गया । प्रशिक्षण में 13 गोठानों की समिति के सदस्य चरवाहे एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव शामिल थे। कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर जिले में गोठानों का क्लस्टर बना कर गोवंश की देखरेख एवं चारे की व्यवस्था उत्तम ढंग से करने के लिए कृषि विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के द्वारा चरवाहों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इसी कड़ी मंे विकासखण्ड बागबाहरा के अंतर्गत प्रशिक्षण के प्रथम चरण में ग्राम धरमपुर में चरवाहों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान कलेक्टर ने चरवाहों से चर्चा की। ग्राम धरमपुर के चरवाहा श्री आत्माराम ने बताया कि उनके द्वारा 40 क्विंटल से ज्यादा गोबर विक्रय कर ली गई है। ग्राम घोटियापानी के चरवाहा श्री टेकूराम ने इस प्रशिक्षण को गोठान विकास के लिए बहुत उपयोगी बताया। कलेक्टर ने वहां उपस्थित ग्रामीणों को जानकारी दी कि सभी गोठानों की समितियो से सक्रिय रूप से जुड़े हुए चरवाहों को प्रशिक्षित करने से गोवंश की देखभाल गोठान व चारागाह के माध्यम से करने पर खेतो में किसान की फसल की रक्षा हो सकेगी। इससे रोका छेका अभियान को मदद मिल सकेगी।
इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने चरवाहों को आई.डी. कार्ड सौंपा एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बागबाहरा अनुविभाग के एस.डी.एम. श्री राकेश कुमार गोलछा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री पूजा बंसल, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री एच.आर. देवांगन, ग्राम के सरपंच श्रीमती कामिनी चंद्राकर उपस्थित थे। -
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82.98 प्रतिशत हुआ मतदान, मतदाताओं ने दिखाया उत्साह
महासमुंद : नगरीय निकायों के उप निर्वाचन 2021 के तहत आज नगर पंचायत बसना के वार्ड क्रमांक 09 पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय में हो रहे पार्षद पद के उप-चुनाव के लिये मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। आज सोमवार को शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न हुआ। जिसमें वार्ड के मतदाताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए अपने मौलिक अधिकार के प्रति जागरूकता का परिचय दिया।रिटर्निग ऑफ़िसर नगर पंचायत बसना ने बताया कि मतदान का प्रतिशत कुल 82.98 प्रतिशत रहा। नगर पंचायत बसना के वार्ड 09 इनमें पुरूष 83.98 प्रतिशत और महिला मतदान का प्रतिशत 82.05 प्रतिशत शामिल है। कुल 312 मत पड़े। इसमें 152 पुरुष मतदाताओं और 160 महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस वार्ड में कुल कुल 376 मतदाता है। मतदान कन्या विद्यालय में प्रातः 8 बजे से शाम 5 बजे तक संपन्न हुआ। -
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01 से 05 बर्ष तक के 40 बच्चों एवं 32 किशोरियों व महिलाओं का किया गया परीक्षण
महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज 20 दिसंबर को विकासखण्ड बागबाहरा के अंतर्गत संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का अवलोकन किया गया। शासन के निर्देशानुसार तीन वर्ष से कम उम्र के मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने हेतु एवं 15 से 45 वर्ष की एनीमिक किशोरियों एवं महिलाओं में खून की कमी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत् महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा बागबाहरा विकासखण्ड के अंतर्गत तीन वर्ष से कम उम्र के 1843 मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों तथा 15 से 45 वर्ष की 3406 एनीमिक किशोरियों एवं महिलाओं को आंगनबाड़ियों के माध्यम से गरम भोजन प्रदान किया जा रहा है।
इस योजना से हितग्राहियों को मिलने वाले लाभ के मूल्यंाकन के निर्देश कलेक्टर महासमुन्द के द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग को दिये गए है। इसके तहत् 20 दिसंबर से 30 दिसंबर 2021 तक कार्यालयीन दिवसों में जिले के अंागनबाड़ियों में इस योजना के तहत् लाभान्वित बच्चों के वजन का आकलन किया जा रहा है एवं लाभान्वित किशोरियों व महिलाओं का एच.बी. टेस्ट स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है। इस कड़ी में बागबाहरा अनुविभाग अंतर्गत वार्ड नंबर 01 से 05 तक मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लाभान्वित 40 बच्चों एवं 32 किशोरियों व महिलाओं का परीक्षण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा में 20 दिसंबर को किया गया।कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गए कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी आगनबाड़ियों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना के लाभान्वितो की जांच कर आवश्यकतानुसार कार्यवाही गंभीरता पूर्वक की जावे। निरीक्षण के दौरान बागबाहरा अनुविभाग के एस.डी.एम. श्री राकेश कुमार गोलछा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री पूजा बंसल, तहसीलदार श्री रमेश कुमार मेहता, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पाण्डेय, परियोजना अधिकारी श्रीमती मीना चंद्राकर, खण्ड चिकित्सा अधिकारी श्री कुरूवंशी, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक श्री हेमलाल सोनकर उपस्थित थे। -
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विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह ने किया निर्माण कार्य का शुभारंभ
महासंमुद : जिले के बसना विकासखंड क्षेत्र में 22.46 करोड़ की लागत से चार सड़क लगभग 18 किलोमीटर की बनेगी। रास्ते में आने वाली छोटी पुल-पुलियां भी बनेगी। इसके बनने से आसपास के गांवों के हजारों लोगांे का आवागमन में सुविधा होगी। ये सड़कें छत्तीसगढ़ रोड एण्ड इन्फ्रास्टेक्चर डेव्हलपमंेट अन्तर्गत स्वीकृत है। जिसे लोग निर्माण विभाग द्वारा बनाया जायेगा। इन सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ आज बसना विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह ने किया। ये सड़क बसना-गढ़पटनी लगभग 3.80 किलोमीटर पुलिया सहित जिसकी लागत 4.20 करोड़,राजपालपुर से भाटापारा ढाई किलोमीटर लागत 4.9 करोड़ पेड्रावन-नवागांव ढाई किलोमीटर लागत 4.47 करोड़ और राष्ट्रीय मार्ग 53 से सिरको नवागांव मार्ग लम्बाई 6 किलोमीटर लागत 11.67 करोड़ है।
विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर ने कहा कि पहले आवाजाही के सीमित साधन थे, लेकिन अब सड़क, पुल-पुलियों के साथ अन्य निर्माण काम तेजी के साथ हो रहे है। आवाजाही पहले से बेहतर हुई है। इसे और बेहतर किया जा रहा है। यहां सड़क बनने से लोगों की बहुत सी समस्या और तकलीफ दूर होगी। सड़क निर्माण के लिए निर्धारित समय सीमा तय की गई है। जल्द ही यहां की जनता को पक्की सड़कों की बारहमासी यातायात की सुविधा मिलने लगेगी। इस अवसर पर पंच-सरपंच, जनप्रतिनिधि सहित लोग निर्माण विभाग के ई.ई. श्री एस.आर. सिन्हा उपस्थित थे।
विकास की मुख्यधारा सहज-सुगम सुरक्षित और बेहतरीन रास्तों से ही दूर-दूर तक और जन-जन तक पहुंच सकती है और पहंुच भी रही है। महासंमुद के पहंुच विहीन क्षेत्र में गत वर्षो में सड़क पुल-पुलियों, स्कूल,आंगनबाड़ी केन्द्रों स्वास्थ शिक्षा, अधोसरंचना, कौशल उन्नयन, कृषि-सिचाई विद्युतीकरण इत्यादि कई बेहतर कार्य हुए है। -
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ग्रामीणों की रसोई में भी हो रहा गोबर गैस का उपयोग
महासमुंद : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक सुराजी योजना और गोधन न्याय योजना अंतर्गत जिले की सभी गौठानों में गोबर खरीदी कर ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने का कार्य किया जा रहा है। योजना में कदम आगे बढ़ाते हुए गोबर गैस का उत्पादन कर गौठान को रौशन करने की परिकल्पना साकार हो रही है। क्रेडा अधिकारी ने बताया कि जिले के 28 गौठनों में गोबर गैस संयंत्र स्थापित किए गए। जिले के बसना विकासखंड के ग्राम पंचायत संतपाली में बने गौठान में गोबर गैस स्थापित किया जा रहा है। यहां संयंत्र की स्थापना का कार्य पूर्णता की ओर है इसके बाद गोबर गैस से यह गौठान भी गोबर गैस से जगमग होने लगेगा। इस पर लगभग 60 हजार रुपए व्यय किए जा रहें हैं । जिसमें 10 हजार रुपए खनिज न्यास निधि से व्यय हो रहे है। शेष राशि विभाग द्वारा व्यय की जा रही है।
ग्राम संतपाली के सरपंच श्री सुरेश निषाद का कहना है कि राज्य सरकार की नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना से गौठान समिति के सदस्यों में खासा उत्साह है। यह योजना गौठान समिति के लिए आय का स्तोत्र बन गया है। उन्होंने बताया कि गौठानों में अब गोबर से गैस उत्पादन करने के लिए संयंत्र लगाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिससे शीघ्र ही गोबर से गैस उत्पादन किया जाएगा एवं अधिक उत्पादन होने पर यह गैस घरों में भी सप्लाई की जाएगी। अभी छोटा प्लांट लगाया गया है। जिससे गौठान में गैस से जलने वाले बल्ब लगाए जाएंगे एवं प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही इस गैस से सिलेंडर भी भरे जाएंगे। जो कि रसोई में उपयोग होने वाली गैस के रूप में काम आएंगे एवं महिलाएं अपने घरों में सस्ती गैस से खाना बना सकेंगी।
गौठान समिति द्वारा गोबर से गैस बनाएंगे और स्थानीय घरों में गोबर गैस से रसोई के चूल्हे भी जलेंगे। गौठान में गोबर से सस्ती गैस का उत्पादन होने के साथ-साथ जैविक खाद का भी उत्पादन होगा। इससे गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को दोहरा लाभ होगा। यहां गोधन न्याय योजना के तहत दो रुपये किलो में गोबर की खरीदी कर बड़े पैमाने पर जैविक खाद का उत्पादन एवं अन्य आयमूलक गतिविधियां समूह की महिलाओं द्वारा संचालित की जा रही है।महासमुन्द जिले मंे वर्तमान में 170 गौठानों को स्वावलंबी गौठान की श्रेणी मंे रखा गया है। उक्त गौठानांे मंे गोबर खरीदी के साथ-साथ मल्टी एक्टिविटी गतिविधियां संचालित किया जा रहा है, जिसमंे मुख्य रूप से मुर्गी पालन, मछली पालन, मशरूम, सामुदायिक बाड़ी विकास, सामुदायिक साग सब्जी उत्पादन, सामुदायिक फलांे की खेती, पपीता, गंेदाफूलांे की खेती, दिया एवं गमला निर्माण, मछलीपालन, जैविक गुलाल निर्माण किया जाता है।नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी अंतर्गत ज़िले के गौठानों में पशुओं की चारा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए किसानों द्वारा पैरा दान किया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा बेलर मशीन के माध्यम से पैरा एकत्र कर गठ्ठेे बनायें जा रहे है। सुराजी गाँव योजना के अंतर्गत जिले में पशुओं के देख-रेख के लिए गौठानों को मल्टी एक्टिविटी सेन्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिले में कुल 551 ग्राम इसमें 469 राजस्व तथा 86 आवर्ती चराई भूमि पर गौठान स्वीकृत है। इन सभी गौठानों को ग्रामीण आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसमंे गाध्ेान न्याय योजनांतर्गत गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मुर्गी पालन, बकरी पालन, डेयरी विकास, बाड़ी विकास, मशरूम उत्पादन इत्यादि आजीविका संबंधी गतिविधियां संचालित है।
महासमुन्द जिले के सभी विकासखण्डों मंे कुल 551 गौठान स्वीकृत है, जिसमंे से माह नवम्बर के अंत तक 183 महिला समूहांे के माध्यम से 134 गौठानांे मंे 36 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादन कर 3.60 करोड़ का विक्रय हुआ है। जिसमंे से 30 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद, राशि रूपये 3 करोड़ का विक्रय किया जा चुका है। वहीं 6 हजार क्विंटल वर्मी सुपर कम्पोस्ट 60 लाख का विक्रय किया गया है। वर्मी कम्पोस्ट खाद के अलावा जिले के गौठानों में अन्य प्रकार की आर्थिक गतिविधियां की जा रही है। जिससे ग्रामीणों और महिला समूहों की आर्थिक स्थिति सुधर रही है।
गौठानों में गोबर खरीदी के अलावा स्वसहायता समूह की महिलाएं मुर्गीपालन, मशरूम, मछलीपालन, वर्मीवास, वर्मीटैंक, नर्सरी, सामुदायिक खेती बाड़ी कर साग सब्जी, सामुदायिक फलांे आदि उत्पादित कर रही है। फलों की खेती में केला, पपीता, गंेदाफूलांे की खेती, दिया एवं गमला निर्माण, मछली पालन, होली गुलाल निर्माण। मधुमक्खी पालन, सीमेंट पोल, बासं सामान, मसाला प्रसंस्करण, फूल एवं फूलों की खेती, फिनाईल, कड़कनाथ पालन, वाशिगं पाउडर, झाडू, बतख पालन, बकरी पालन आदि आर्थिक गतिविधियों के कार्य किए जा रहे है। -
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साल के अंत तक महासमुंद और पिथौरा के ग्रामीण क्षेत्रों में दूसरी डोज लगाने का शत-प्रतिशत काम पूरा हो जाएगा
कलेक्टर ने शहरी क्षेत्रों के लोगों को दी बधाई
महासमुंद : महासमुंद नगरीय क्षेत्र के लिए खुशखबरी वाली खबर है कि बुधवार 15 दिसम्बर को कोविड-19 की द्वितीय डोज शत-प्रतिशत पात्र लोगों को लगाई जा चुकी है। अब महासमुंद विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्र में कुछ पात्र लोग दूसरी डोज लगाने से शेष है। साल के अंत तक इन सभी ग्रामीण क्षेत्र के पात्र लोगों को दूसरी डोज लगाकर महासमुंद विकासखण्ड पूरा वैक्सीनेट हो जाएगा। वहीं पिथौरा ग्रामीण क्षेत्र में भी शत-प्रतिशत लोगों को द्वितीय डोज लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है वहां भी साल के अंत तक वैक्सीनेशन पूरा कर लिया जाएगा। इससे पहले जिले के सरायपापली, बसना और बागबाहरा विकासखण्ड पहले ही शत-प्रतिशत टीकाकरण की श्रेणी में आ चुके है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने महासमुंद विकासखण्ड के शहरी क्षेत्र के लोगों को दूसरे चरण के टीकाकरण में लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित वहां के सभी नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिनों अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने इसके साथ ही महासमुंद और पिथौरा विकासखण्ड केे पात्र सभी ग्रामीणजनों को दूसरी डोज का शत प्रतिशत टीकाकरण करवाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सामूहिक सहयोग के साथ ही इस महामारी को हराया जा सकता है। इसलिए ज़रूरी है कोई भी पात्र व्यक्ति वैक्सीनेशन से न छूटे।
महासमुंद जिले में कोरोना के कहर पर पूरी तरह काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन तेजी से चल रहा है। यहाँ कोविड टीकाकरण की प्रतिदिन योजना बना कर काम किया जा रहा है। सभी पात्र लोगों को द्वितीय चरण का टीका प्लान अनुसार स्वास्थ्य केंद्रों पर लगायी जा रही है। कलेक्टर भी प्रतिदिन टीकाकरण प्रगति की रिपोर्ट लेते रहते है। बाकि बचे ग्रामीण क्षेत्रों में मोबिलाइजेशन के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार, मुनादी किया जा रहा है। ज़िले में पर्याप्त मात्रा में कोविड-19 का डोज़ सरकारी टीकाकरण केंद्रों के लिए उपलब्ध है। -
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महासमुंद : जिला स्तर पर जनसूचना अधिकार अधिनियम 2005 अंतर्गत जनसूचना अधिकारियों एवं प्रथम अपीलीय अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला कल शुक्रवार 17 दिसम्बर को दोपहर 12ः00 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में आहुत की गई है। सभी संबंधित जनसूचना और अपीलीय अधिकारियों को कार्यशाला में उपस्थित होने कहा गया है। -
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महासमुंद : जल जीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक 14 दिसम्बर को कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजना, सिंगल विलेज पेयजल योजना की कार्य-प्रगति की जानकारी ली। बैठक में कार्यपालन अभियंता एवं सदस्य सचिव ने तकनीकी स्वीकृति प्राप्त 16 सिंगल विलेज योजना के अनुमोदन एवं ऑनलाइन निविदा आमंत्रण का प्रस्ताव रखा। जिसे अनुमोदित किया गया।बैठक में कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले के 24 ग्राम पंचायतों के 40 ग्रामों के स्कूल, ऑगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केन्द्र एवं अन्य शासकीय भवनों में रनिंग वाटर के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तैयार योजनाओं के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान करने तथा ऑनलाईन निविदा आमंत्रण के लिए ड्रॉफ्ट एनआईटी पर चर्चा की गई। दो सिंगल विलेज एवं 15 रेट्रोफिटिंग योजनाओं, 3 रनिंग वाटर योजनाओं, के लिए ऑनलाईन आंमत्रित निविदाओं में प्राप्त हुई न्यूनतम दरों का अनुमोदन किया गया। इसके अलावा प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण कार्य के लिए 21 लाख के प्राक्कलन की स्वीकृति प्रदान की गई।
कलेक्टर ने गौठानों में पेयजल सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रस्ताव तैयार करने निर्देश कार्यपालन अभियंता को दिए, साथ ही निविदा की समस्त प्रक्रिया पूर्ण हो चुके कार्यों को जल्द से जल्द प्रारम्भ कराने के लिए निर्धारित समय-सीमा में ठेकेदारों से कार्य प्रारम्भ कराने के लिए भी कहा। साथ ही यह भी निर्देशित किया कि योजना के दायरे में छूटे हुए स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और सामुदायिक भवनों का शत-प्रतिशत कव्हरेज हो। इसके अलावा बैठक में कलेक्टर ने योजना के तहत सभी जल प्रदाय योजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा करते हुए अप्रारम्भ कार्यों को शीघ्रता के साथ शुरू कराने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्री एस आलोक, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता श्री एस. धकाते सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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जीरो से पांच वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाएगी दवा
महासमुंद : बच्चों की सुरक्षा में दो बूंद जिंदगी के तहत जिले में 23 जनवरी 2022 से पल्स पोलियो अभियान शुरू होगा। इसे लेकर मंगलवार को कलेक्टर की अध्यक्षता में ज़िला स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक हुई। डॉ. अरविंद गुप्ता ने पल्स पोलियो अभियान की पूरी तैयारी और कार्य योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनवरी 2021 में पल्स पोलियों अभियान में लक्ष्य से ज्यादा बच्चों को दवा पिलायी गयी। ज़िले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 1 लाख 12 हज़ार से ज्यादा बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गयी। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस बार भी लगभग 1 लाख से ज्यादा बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चलाएंगे। इससे जीरो से पांच वर्ष तक के बच्चों को दवा देने के लिए अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों समेत बस अड्डा, रेलवे स्टेशन पर शिविर लगायें। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का प्रयास होगा कि एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। बच्चों को पोलियो की खुराक देने के लिए एनसीसी कैडेट व स्वास्थ्य विभाग की सहभागिता सक्रिय होंगी। उन्होंने कहा कि अभियान के लिए एनजीओ से भी सहयोग लिया जा सकता है। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज राजपूत, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस. आलोक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे, डॉ. मुकुन्द राव घोड़ेसवार सहित अन्य जिला अधिकारी उपस्थित थे। स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिला सकती है, क्योंकि कोरोना संक्रमण से पहले भी जिले में तीन दिन तक पल्स पोलियो का अभियान चलता था। -
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ढाई करोड़ से ज्यादा राशि वितरित
महासमुन्द : जिले में अब तक 730 कोरोना मृत्यु मुआवजे के लिए आवेदन प्राप्त हुए है। जिनमें से 511 प्रकरणों में मुआवजा राशि 50 हजार प्रति प्रकरण के मान से दो करोड़ 55 लाख 50 हजार रुपए वितरित की जा चुकी है।कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा मृत व्यक्तियों में महासमुन्द विकासखण्ड के 156, बसना विकासखण्ड के 82, बागबाहरा विकासखण्ड के 44, पिथौरा विकासखण्ड के 95 एवं सरायपाली विकासखण्ड के 134 व्यक्ति मृत्यु के परिजनों के आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनका नियमानुसार परीक्षण किया गया। वर्तमान में 511 प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है। शेष प्रकरण प्रक्रियाधीन है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की मुताबिक कोरोना पॉजिटिव आने की 30 दिन के भीतर मृत्यु होने पर मुआवजा राशि देने के निर्देश है। प्राप्त आवेदनों में ज्यादातर मामले संक्रमण से हुई मृत्यु के है।