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ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल हेतु बोर खनन, हैंडपंप खनन तथा मनरेगा कार्यों की अनुमति होगी
मनरेगा के अंतर्गत सिंचाई तथा जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता पर जोर दी जाए
महासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) एक संक्रामक बीमारी हैं। इसके संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए तथा इस पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने 09 अप्रैल 2020 को आदेश जारी किए थे, जिसके तहत् जिले के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 03 मई 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक जिले में पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) का आदेश जारी किया गया हैं।जारी आदेश में उन्होंने कहा है कि कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं को पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) के प्रतिबंध से शर्तों के अधीन छूट प्रदान की गई है। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के परिपालन में वर्णित सूची में वृद्धि करते हुए निम्न कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं को भी शर्तों के अधीन पूर्णतया (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की जाती है। राष्ट्रीय राजमार्गों एवं राज्य राजमार्गों में ग्रामीण क्षेत्र में अर्थात् नगरीय निकाय सीमा क्षेत्र के बाहर टायर मरम्मत की दुकानें खुली रहेंगी। इसी तरह कृषि एवं संबंधित गतिविधियां जैसे सभी कृषि एवं उद्यानिकी की निम्नानुसार गतिविधियां संचालित रहेंगी इनमें किसानों द्वारा कृषि गतिविधियां तथा कृषि मजदूरों द्वारा खेत में कृषि कार्य, न्युनतम उपार्जन मूल्य पर उपार्जन में सम्मिलित एजेंसियों सहित कृषि उत्पादों के उपार्जन में शामिल एजेंसियां, मंडी बोर्ड द्वारा संचालित अथवा राज्य शासन द्वारा अधिसूचित मंडियां एवं उपमंडियां, किसानों या किसानों के समूह (एफपीओ) से निजी क्षेत्र द्वारा सीधे कृषि उत्पाद क्रय प्रक्रिया, ग्राम स्तर से विकेन्द्रीकृत क्रय-विक्रय, कृषि मशीनरी विक्रय, इससे संबंधी स्पेयर पार्ट एवं मरम्मत की दुकानें (सप्लाई चेन) खुली रहेंगी। कृषि मशीनरी से संबंधित कस्टम हायरिंग सेन्टर खाद-उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज विनिर्माण, वितरण एवं विक्रय, फसल बोआई एवं कटाई के संबंध में कम्बाईन्ड हार्वेस्टर तथा अन्य कृषि, हार्टिकल्चर मशीनरी उपकरणों का राज्य के भीतर एवं अंतर्राज्यीय परिवहन, वनक्षेत्रों में अनुसूचित जनजाति एवं अन्य वनवासियों द्वारा लघु वनोपज, गैर-काष्ठ वन उत्पाद का संग्रहण, हार्वेस्टिंग तथा प्रसंस्करण गतिविधियां संचालित रहेगी।इसी तरह मछली पालन संबंधी समस्त गतिविधियां जैसे एक्वाकल्चर उद्योग (जल कृषि), पूरक आहार प्रदाय एवं मरम्मत, मत्स्य उत्पादन, प्रसंस्करण, कोल्डचेन, विक्रय एवं मार्केटिंग, हैचरी, पूरक आहार उत्पादन युनिट, व्यवसायिक उत्पादन, मछली, झींगा के भंडारण एवं परिवहन, मछली बीज पूरक आहार एवं इन सभी गतिविधियों से जुड़े हुए श्रमिक। पशुपालन संबंधित दुध एवं दुध उत्पादों के दूध के संग्रहण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग से लेकर वितरण, बिक्री तक सप्लाई चेन पशु फार्म, कुक्कुट पालन एवं हैचरी तथा पशुपालन गतिविधियां जैसे जानवरों के चारे के निर्माण संबंधित युनिट कच्चे माल की आपूर्ति जैसे मक्का एवं सोया, पशु गृह जैसे गौशालाओं का संचालन। ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल हेतु बोर खनन, हैंडपंप खनन तथा मनरेगा कार्यों की अनुमति होगी। इसमें श्रमिकों को सोशल डिस्टेंशिंग तथा चेहरे पर मास्क के अनिवार्य पालन के साथ मनरेगा कार्यों की अनुमति होगी। मनरेगा के अंतर्गत सिंचाई तथा जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता पर जोर दी जाए। अन्य केन्द्रीय तथा राज्य क्षेत्र की योजनाओं का क्रियान्वयन जारी रह सकता है तथा मनरेगा के साथ अभिसरण उपयुक्त रूप से किया जा सकता हैं। स्वतः कार्य करने वाले व्यक्तियों जैसे कि इलेक्ट्रीशियन, मोटर मेकेनिक, आईटी रिपेयर, बढ़ई, ए.सी., कूलर रिपेयर इत्यादि की सेवाएं ईट भट्ठे जो ग्रामीण क्षेत्र में स्थित अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर हो। जारी आदेश में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्र अर्थात नगरीय निकाय सीमा क्षेत्र से बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित ढाबा खुलेेंगे, किन्तु ढाबा संचालक ढाबे में बैठाकर खाना नहीं खिला सकेंगे, केवल पैक्ड फूड ही उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा पूर्व के आदेशों एवं इस आदेश के तहत् लाॅकडाउन से छूट प्रदान किए गए कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं के प्रमुखों की यह जिम्मेदारी होगी कि लाॅकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टंेसिंग), स्वच्छता एवं इस संबंध में भारत सरकार, राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का अनिवार्य रूप से अक्षरशः पालन सुनिश्चित करना होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। -
20 अप्रैल 2020/ बागबाहरा में लॉक डाउन के दौरान श्री हेमराज महानंद द्वारा नियमित रूप से जारी रखने वाले निर्माण कार्य करने वालो के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश एस.डी.एम. श्री भागवत जायसवाल द्वारा जारी किया गया है।
इसमे यह निर्माण कार्य पिछले एक हफ्ते से चल रहा था जबकि लॉक डाउन के दौरान श्रममूलक कार्य वर्जित था, पूर्व में समझाईस के बावजूद भी निर्माण कार्य इनके द्वारा बंद नहीं करवाया जा रहा था। आज सुबह भी निर्माण कार्य जारी था, जिसके कारण अब लॉक डाउन नियमों और धारा 188 सह अन्य धाराओं पर प्राथमिकी दर्ज़ करने का निर्देश जारी किया गया। -
महासमुंद 20 अप्रैल 2020/ कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जहाँ शासन, प्रशासन द्वारा प्रयास किये रहे हैं और लोगों को जरूरी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर स्वयं सेवी संगठनों, सामाजिक संस्थाओं, आम नागरिकों, बच्चों और बुजुर्गों द्वारा मुक्त हाथों से जरूरतमंदों के लिए मास्क,भोजन, अन्न एवं अन्य सामग्री दान करने के साथ साथ नक़द राशि भी दान की जा रही है। इसी कड़ी में आज यहाँ सरायपाली अनुविभागीय कार्यालय पहुंचकर पूर्व प्रधान पाठक श्री चंद्रभान नायक ने अपनी एक माह की पूरी पेंशन राशि 27 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के लिए एस.डी.एम. सरायपाली श्री कुणाल दुदावत को प्रदान की। यह राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कर दी जाएगी। एस.डी. एम. श्री दुदावत ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान 75 वर्षीय श्री चंद्रभान नायक ने बताया कि वे प्रधान पाठक के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। ग्राम इच्छापुर के पटेल एवं वरिष्ठ गायत्री साधक भी हैं। बातचीत में उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना की महामारी को परास्त करने के लिए देश भर में लॉक डाउन घोषित किया गया है, इससे इस महामारी के संक्रमण से बचाव में बड़ी सफलता मिली है। श्री नायक ने कहा कि इस समय देश सहित प्रदेश में गरीबों, मजदूरों, जरूरत मंदों की सहायता के लिए बड़ी राशि खर्च हो रही है। इसके लिए सामाजिक संस्थाओं, संगठनों सहित सभी लोग आगे आकर सहायता कर रहे हैं। आज वे यहां सरायपाली मुख्यालय आकर अपनी एक माह की पेंशन राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के लिए एस.डी.एम. श्री दुदावत को सौंपी है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सहित जिले में जरूरतमंदों के लिए हर सम्भव सहायता दी जा रही है।
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महासमुंद 19अप्रैल 2020/ महासमुंद विकासखंड़ के शासकीय हाईस्कूल, मिडिल स्कूल सोरिद में कार्य रत वरिष्ठ शिक्षक श्री गणेश चंद्र गोहिल के मार्गदर्शन एवं प्रभारी प्राचार्य श्री धरम महानंद के नेतृत्व में संस्था में कार्यरत व्याख्याता श्री रामकुमार जांगडे, श्री सुखेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, श्रीमती पूजा श्रीवास्तव, नेहा बजाज संगतानी, मंजू दीवान, मनीषा नन्देश्वर एवं मिडिल स्कूल के प्रधानाचार्य श्री विनय कुमार सिंह ठाकुर वरिष्ठ शिक्षक श्री कुबेर सिंह साहू,सोहनलाल साहू, श्रीमती सी.एच.एलविना, कु. तारकेश्वरी मानिकपुरी और पंकज चन्द्राकर सहित स्कूल के अन्य शिक्षको ने मिलकर वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित जरुरतमंद परिवारों एवं जिले के राहत शिविरों में निवासरत लोगों के सहयोग के लिए 13500 रुपये की राहत सामग्री उप्लब्ध कराई गई है। इनमें आलू, प्याज, शक्कर,तेल ,हल्दी धनिया मिर्च साबुन इत्यादी। इस अवसर पर
अनुविभागीय अधिकारी महासमुंद श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी , तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा, नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र नेताम विशेष रूप से उपस्थित थे। स्कूल फैमिली द्वारा डोनेशन आन विल में सामाग्री दान किए । इस अवसर पर सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री गजेन्द्र ध्रुव, विकासखंड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक श्री योगेश्वर साहू और डोनेशन आन विल के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। एस ड़ी एम श्री चन्द्रवंशी ने इस नेक कार्य के लिए स्कूल फैमिली सोरिद की सरहाना की।
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महासमुंद 19अप्रैल 2020/ कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस आर डोंगरे ने बताया कि जिले में खरीफ २०२० के लिए पर्याप्त बीज एवं खाद का भण्डारण सहकारी समितियों एवं डबल लॉक केन्द्रों में किया गया है। जिले के सहकारी समितियों में लगभग 16 हजार क्विंटल धान एवं 10 हजार 500 मिट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है । जिले के विपणन संघ के अंतर्गत आने वाले डबल लॉक केन्द्रों में 13हजार 289 मिट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है एवं निजी उर्वरक विक्रेता के यहाँ 11 हजार 418 मिट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है। इस प्रकार जिले में कुल 34 हजार 857 मिट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है। लॉक डाउन खुलने के पश्चात बीज एवं उर्वरक के उठाव में तेजी आयेगी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों द्वारा गांवों का भ्रमण कर अग्रिम बीज खाद के उठाव हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
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महासमुंद 17अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना संक्रमण के लॉक डाउन नियमो का एक ओर जहां पालन कर रहा है । जिले मे कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन द्वारा इस बात का भी ध्यान रख रहा है कि जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री की कमी न हो। वही मजदूर वर्ग से संबंधित ग्रामीण एवं शहरी जनता को आम दिनों की जरूरत की चीजें मुहैया करवाने का कार्य अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा श्री भागवत प्रसाद जायसवाल के मार्गदर्शन में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इस कार्य के लिए बागबहरा जनपद पंचायत सभाकक्ष को भंडार कक्ष के रूप में उपयोग में लाया जा रहा है।
तहसील बागबाहरा के 111 पंचायत को 28 सेक्टर में विभाजित कर सेक्टर अधिकारी की नियुक्ति की गई है। इन सेक्टर अधिकारी की निगरानी में 10 रूटों पर राशन सामग्रियों को हितग्राहियों, जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य के लिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर सरपंच,सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम गठित की गई है। जिनके माध्यम से ग्राम पंचायत के गरीब परिवार, वृद्ध नागरिको, निराश्रित महिलाओं, चिन्हाकित परिवारों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यालय जनपद पंचयात बागबाहरा से प्राप्त जानकारी के हिसाब से लगभग 4080 परिवारो को खाद्य सामग्री प्रदान कर लाभान्वित किया जा चुका है। वही खाद्य सामग्री की बात करें तो राशन सामग्री आलू ,प्याज, मसूर, काबुली चना, चना, कुल 145 .50 क्विंटल टोस्ट , बिस्कुट 4000 नग ,हरी सब्जिया टमाटर,बैगन ,लौकी ,कद्दू ,बरबट्टी,भिंडी, पत्ता गोभी 13हजार 500 किलो सामग्रियों का वितरण अभी तक किया जा चुका है । इसके अतिरिक्त गांजर ग्राम पंचायत में कुल 60 , टेमरी ग्राम पंचायत में 18 , सल्हेभाटा ग्राम पंचायत में 23 ,भीमखोज ग्राम पंचायत में 21,पतेरापाली ग्राम पंचायत में कुल 19 की संख्या में राजस्थान ,उत्तर प्रदेश,महाराष्ट से आए प्रवासी मजदूरों को भी खाद्य सामग्री प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है । राहत सामग्री में प्रतिदिन एक हितग्राही परिवार को राहत पैकेट में आलू 2 किलो, झुरगा बीजा एक पाव, काबुली चना एक पाव, सोयाबीन बड़ी आधा किलो, तेल आधा किलो ,बिस्कुट एवं पोस्ट दो पैकेट, टमाटर 2 किलो ,लौकी एक किलो ,पत्तागोभी 1 किलो, 1 किलो आटा, बैगन 2 किलो,मखना1 किलो ,बरबट्टी 1किलो और राशन की अन्य सामग्रियों को बांटा जा रहा है ।
प्रतिदिन प्रातः सवेरे 7:00 बजे से ही जनपद पंचायत बागबाहरा में तीन पिक अप गाड़ी इस कार्य के लिए सेवाए देते है। रूट के हिसाब से सामाग्री लोड होने के पश्चात वॉलिंटियर्स के माध्यम से निर्धारित रूट हेतु प्रतिदिन गाड़ियां प्रस्थान कर दी जाती है। संबंधित ग्राम पंचायत के प्रभारी को राशन सामग्री प्रदान करने के पश्चात रूट प्रभारी पावती प्राप्त करते हैं। इसी प्रकार संबंधित हितग्राहियों को राशन मिलने पर उनका रिकॉर्ड भी संधारित किया जाता है । पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाती है यह सुनिश्चित किया जाता है कि वास्तविक हितग्राहियों को राशन प्राप्त हो। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में वार्ड वार टीम का गठन किया गया है जिनमें नगर पंचायत के वास्तविक हितग्राहियों आवश्यक राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है ।अभी तक तहसील बागबाहरा के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में क्विंटलो में राशन सामग्रियों का वितरण किया जा चुका है। राशन सामग्री वितरण करते समय वास्तविक हितग्राहियों का पोष्टिक जरूरतों का ध्यान रखा जाता है।यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहे इसके लिए प्रशासन पूरा प्रयास कर रहा है। आम नागरिकों से भी अपील की जा रही है कि वे भी सूखा राहत सामाग्री जिला कार्यालय अथवा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा के माध्यम से जमा कर सकते हैं।
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महासमुंद17अप्रैल 2020/ पूरे भारत मे कोरोना के रोकथाम के लिए लागू लॉक डाउन ने नागरिकों को बेवजह बाहर निकलने पर शासन ने रोक लगाई है। जरूरतमंदो को किसी भी प्रकार के उनके जीवन यापन मे किसी भी प्रकार के असुविधा नही हो इसके लिए प्रशासन ने अनेक व्यवस्था की है। जिले के प्रत्येक वर्गो के द्वारा भी प्रशासन का भरपूर सहयोग किया जा रहा है।
इसी कड़ी मे आज बागबहरा निवासी कुमारी वाणी कौशिक के द्वारा जरूरतमंदो को सहयोग प्राप्त हो इसके लिए उन्होनें अपने पालक के साथ अनुविभागीय अधिकारी कार्यलय बाग्बाहारा पहूचकर एस डी एम को अपने जन्म दिवस मनाने के लिए गुल्लक मे रखे पैसे 1194 रुपये दान में दिये । उनके इस कार्य के लिए एस डी एम श्री जयसवाल सहित नगर वासी काफी सराहाना कर रहे है। -
जिले में एक हजार 685 कार्य प्रगति पर
महासमुंद 17अप्रैल 2020/ कोविड-19 के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए लाक डाउन के कारण रोजगार से वंचित 9,378 ग्रामीण श्रमिकों के लिए मनरेगा में कार्य शुरू होने से अब स्थानीय स्तर पर प्रर्याप्त काम मिलना शुरू हो गया है। जिले में एक हजार 685 कार्य प्रगति पर है।कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जिले मे ड़बरी निर्माण, भूमि सुधार, आवास योजना सहित ग्राम पंचायतों में विभिन्न कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। इन कार्यों के प्रारंभ हो जाने से जिले के नौ हजार 378 ग्रामीण मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोज काम मिल रहा है। राज्य शासन द्वारा लाक डाउन की स्थिति मनरेगा के तहत उनके गांव के पास ही श्रमिकों को काम उपलब्ध कराना एक बड़ी उपलब्धि है।
कार्यस्थल पर मौजूद मैट के द्वारा प्रत्येक मजदूर को फिजिकल डिस्टेंसिंग , स्वच्छता, मुंह ढकने और संक्रमण रोकने मास्क उपयोग शारीरिक स्वच्छता और फिजिकल डिस्टेंस के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री जैन के मार्गनिर्देशन में जिले के सभी विकासखंड के ग्रामीणों को उनकी मांग के अनुरूप मनरेगा में काम उपलब्ध कराया जा रहा है। लाकडाउन के दौरान भी सावधानी के साथ घर से निकलने का अवसर मजदूरों को मिल रहा है।
मनरेगा के तहत स्थानीय स्तर पर समुदाय को रोजगार के अवसर के साथ ग्रामीण इलाकों का विकास करना है। जैसे-तालाब गहरीकरण, सड़कों, नहरों, बांधों का निर्माण/मरम्मत/तटबंधों/जल संरक्षण आदि कार्यों के माध्यम से ग्रामीण लोगों के लिए कार्य उपलब्ध कराया गया है। इस योजना के द्वारा ग्रामीण लोगों के लिए उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
मनरेगा कार्यक्रम के तहत जिले में ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का पृयास किया जा रहा है। सरकार द्वारा मजदूरी 190 रूपए प्रतिदिन निर्धारित है। सहायक परियोजना अधिकारी कार्यो का निरीक्षण के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं बार-बार हाथ धुलाई के निर्देशों का पालन करवा रहे है।
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महासमुंद 17अप्रैल 2020/ बागबाहारा विकासखंड के ग्राम आवँराडबरी थाना खल्लारी में महुवा शराब के वृहत मात्रा में निर्माण एवं विक्रय किये जाने की ग्रामवासियों द्वारा शिकायत किये जाने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा श्री भागवत प्रसाद जायसवाल के निर्देश पर गठित टीम द्वारा ग्राम में छापामार कार्रवाई कर शराब निर्माण के लिए तैयार महुवा का 2 ड्रम कच्चा माल, 2 डब्बा निर्मित शराब एवं निर्माण में उपयोग आने वाले अनेक डिब्बों को जब्त किया जाकर थाना खल्लारी के सुपुर्द किया गया।
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महासमुंद 16 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन की पहल पर जिले में लाॅकडाउन अवधि के दौरान प्रभावित प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंदों को भोजन, आवास, चिकित्सा सुविधा एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कर उन्हें अपनेपन का अहसास दिलाने के लिए जिले के विभिन्न स्थलों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए जारी लाॅकडाउन लागू होने की स्थिति के कारण महासमुन्द जिले में आंध्रप्रदेश से राजस्थान एवं महाराष्ट्र से झारखंड जा रहे 146 लोगों केे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरायपाली अनुविभाग में पाॅच राहत शिविर बनाकर उन्हें रखा गया हैं। इन सभी लोगों के लिए दैनिक आवश्यकता की वस्तुएॅ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही हैं वहीं इनके बच्चों के लिए दूध, बिस्किट, खिलौना इत्यादि की व्यवस्था भी की गई हैं। इन लोगों में राजस्थान के श्रमिक भी हैं जिनकों राहत कैम्पों में रखा गया हैं।
इस संबंध में सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि सरायपाली में पोस्ट मैट्रिक आदिवासी छात्रावास सिंघोड़ा, अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास केजुवाॅ, अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास केजुवाॅ एवं प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास छुईपाली में स्थापित राहत शिविरों में इन लोगों को रखा गया हैं और आवश्यक व्यवस्थाएॅ की गई हैं। उन्होंने बताया कि सरायपाली में स्थापित इन कैम्पों में राजस्थान के लोग निवास करते हैं जहाॅ उनके लिए दोनों समय भोजन, नाश्ता, चाय आदि की व्यवस्था हैं। इसके अलावा साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ-साथ सेनेटाईजर, साबुन, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई हैं और इन्हें राजस्थानी भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं।
इसी तरह बागबाहरा अनुविभाग में पाॅच राहत शिविर बनाएं गए हैं। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी श्री भागवत प्रसाद जायसवाल ने बताया कि इनमें गाॅजर, टेमरी, साल्हेभाठा, भीमखोज एवं पतेरापाली राहत शिविरों में 141 व्यक्तियों को रखें गए हैं। इसके अलावा महासमुन्द विभाग में तीन राहत शिविर बनाएं गए हैं। महासमुन्द के अनुविभागीय अधिकारी श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि इनमें महासमुन्द, खैरा एवं सिंघनपुर में 107 व्यक्तियों को रखा गया हैं। जहाॅ उनके लिए प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं।
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महासमुंद 16 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुुमार जैन की अपील पर जिले के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ 15 लाख 33 हजार 938 रुपए स्वेच्छा से योगदान किये हैं। इस संबंध में वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्री ड़ी पी वर्मा ने बताया कि जिले के अंतर्गत कार्यरत समस्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में स्वेच्छा से योगदान के लिए मार्च 2020 के वेतन देयक में से एक दिन का वेतन कटौती करवाई है। इस वेतन कटौती की कुल राशि एक करोड़ 15 लाख 33 हजार 938 रुपए हैं। कटौती की कुल राशि 10 अप्रैल 2020 को शासन द्वारा प्रदाय निर्धारित लेखा शीर्ष 8443-00-800-001 में जमा की गई हैं।
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महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव एवं संक्रमण से आमजनांे को सुरक्षित रखने की दृष्टि से आबकारी एक्ट के तहत् महासमुंद जिले की सभी देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानें एवं महासमुंद जिले के भण्डागारों तथा रेस्टोरेंट एवं होटल बार को 21 अप्रैल 2020 तक बंद रखने के निर्देश दिए है।
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महासमुंद 15 अप्रेल 2020/कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेश द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश पारित कर संपूर्ण जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 लागू की गई थी। जिसे वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 3 मई 2020 या आगामी आदेश तक बढाई गयी है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यहां यह भी तथ्य ध्यान में रखने योग्य है कि इस आपात स्थिति में व्यावहारिक तौर पर संभव नहीं है कि महासमुंद जिले में निवासरत सभी नागरिकों को नोटिस तामिली करवाई जा सके। अतः एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत महासमुंद जिले में पूर्व से लागू धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि करना उचित है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री जैन द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्यालयीन आदेश द्वारा संपूर्ण महासमुंद जिले में दण्ड प्रक्रिया सहिता 1973 के अंतर्गत लागू की गई धारा 144 कीसमय-सीमा में वृद्धि करते हुए 03 मई 2020 तक समय सीमा में वृद्धि की गई है। महामारी रोग अधिनियम 1897 तथा इसके संदर्भ में अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेशों द्वारा कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं इत्यादि को दी गई छूट इस आदेश में भी यथावत् रहेगी। यह आदेश जिले की संपूर्ण सीमाक्षेत्र के लिए 03 मई 2020 या आगामी आदेश जो भी पहले आये, तक प्रभावशील होगा। आदेश का उल्लंघन किये जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जायेगी। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा आगामी 03 मई 2020 तक सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संभावित पॉजिटिव प्रकरण पाए जाने पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में प्रभावित परिवार के तीन किलोमीटर त्रिज्या तथा नगरीय क्षेत्र में पाॅच किलोमीटर त्रिज्या को सील करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन सभी कार्यों के लिए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री शरीफ मोहम्मद खान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अलग-अलग कार्य सौंपा है। इनमें पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर को लॉकडाउन कराना, सील किये गए क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा प्रभावित क्षेत्र के लोग बाहर नहीं जा सके एवं अन्य क्षेत्र के लोग संक्रमित क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सके, संक्रमित क्षेत्र में लॉकडाउन अवधि में पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाना एवं कानून व्यवस्था मैंटेन रखना, प्रतिबंधित मार्ग में स्टॉपर की व्यवस्था करना, होम क्वारेंटाईन, इंस्टिट्यूशनल क्वारेंटाईन में रखे गए व्यक्तियों के निगरानी के लिए आवश्यक पुलिस व्यवस्था कराना एवं ट्रैकिंग हिस्ट्री के लिए सी.डी. आर. निकलवाना सहित अन्य कार्य का जिम्मा दिया गया है।
इसी तरह वनमंडलाधिकारी श्री मयंक पाण्डेय को आवश्यक बांस बल्ली, बेरिकेट्स की व्यवस्था के लिए, वाहन चालक और डीजल, पेट्रोल सहित वाहन की व्यवस्था, लोड-अनलोड करने वाले हेमाल की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, वहीं लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.आर. सिन्हा को बेरिकेट्स करने के लिए आवश्यक मजदूर की व्यवस्था सुनिश्चित करना तथा बेरिकेट्स का कार्य पूर्ण करना एवं उस क्षेत्र से संबंधित समस्त सड़कों, मार्गों को सील करने के लिए कहा गया है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, श्री भागवत प्रसाद जायसवाल, श्री बी.एस. मरकाम, एवं श्री कुणाल दुदावत, सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री रॉबर्ट मिंज एवं महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री सुधाकर बोदले को सम्मिलित रुप से संक्रमित क्षेत्र में संक्रमित व्यक्ति एवं उसके संपर्क में आये समस्त व्यक्तियों की जांच के लिए 50-50 घरों के अनुसार एक-एक जांच दल, जिसमें उस क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं शिक्षा विभाग के कर्मचारी को शामिल करते हुए दल का गठन करना तथा प्रत्येक चार दल के उपर सुपरवाइजर की नियुक्ति करना, गठित दल एवं सुपरवाइजर के कार्यों के माॅनिटरिंग हेतु ब्लॉक स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करना एवं कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उसके परिवार के सम्पर्क में आये व्यक्ति तथा संपर्क में आने वाले व्यक्ति का अन्य व्यक्तियों से संपर्क के संबंध में जानकारी एकत्र करने के लिए अलग-अलग टीम का गठन करने जैसे कार्यों का जिम्मा सौंपा गया हैं।इसी तरह सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल को गठित प्रत्येक दल का प्रशिक्षण एवं दल को आवश्यक चिकित्सा उपकरण, किट उपलब्ध कराना, कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उसके परिवार के सम्पर्क में आये व्यक्ति तथा संपर्क में आने वाले व्यक्ति का अन्य व्यक्तियों से संपर्क के संबंध में जानकारी एकत्र करना, जानकारी एकत्र करने के लिए प्रशिक्षण, आवश्यक प्रपत्र, रिपोर्ट तैयार करने की व्यवस्था, होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की ट्रैकिंग एवं आवश्यक व्यवस्था, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को कोरोना उपचार के लिए स्थापित चिकित्सालय तक ले जाने के लिए वाहन चालक सहित डेडिकेटेड 108 वाहन की व्यवस्था, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को कोरोना उपचार की व्यवस्था करना, आइसोलेशन वार्ड तैयार करना, डेडिकेटेड 108 में संक्रमित व्यक्ति को लाने की व्यवस्था करना, आवश्यक दवाई, वेंटिलेटर, डॉक्टर एवं मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था एवं अन्य कार्य करने के निर्देश हैं।पुलिस अधीक्षक एवं सभी अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस), मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका, जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग को पॉजिटिव पाये जाने पर कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की ट्रेकिंग का कार्य सौंपा गया हैं। इसी तरह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुलकर एवं सर्व अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की ट्रैकिंग एवं आवश्यक व्यवस्था के लिए, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के दल द्वारा संक्रमित क्षेत्र के प्रत्येक घर में स्टीकर आदि तैयार कर लगाने की जिम्मेदारी दी गई हैं।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल एवं सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को संक्रमित क्षेत्र में सुरक्षा एवं बचाव के संबंध में आवश्यक प्रचार-प्रसार एवं माइकिंग , संक्रमित क्षेत्र को सम्पूर्ण सेनेटाइज कराना एवं साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करना, संक्रमित क्षेत्र में स्थित किसी उपयुक्त शासकीय भवन में कंट्रोल स्थापित करना एवं समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्यों की जिम्मेदारी दी गई हैं। इसके अलावा खाद्य अधिकारी श्री अजय यादव सहित नगरपालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी संक्रमित क्षेत्र में लॉकडाउन अवधि में आवश्यक खाद्य सामग्री की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/जिले में महिला जन-धन खातें से जुड़े हितग्राहियों के खातों में शासन द्वारा राशि का अंतरण किया गया है इस राशि को हितग्राही कभी भी अपनी सुविधानुसार निकाल सकते है। इसके लिए हितग्राहियों को घबराने अथवा हड़बड़ी करने की आवश्कता नहीं है। इस संबंध में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने बताया कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए लाॅकडाउन घोषित है। इस दौरान निर्धारित समयानुसार सभी बैंक नियमित रूप से खुल रहें हैं। इसलिए किसी भी हितग्राही को अपने खातें से राशि निकालने के लिए हड़बड़ी करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हितग्राही अपनी सुविधा के अनुसार आवश्यकतानुरूप जनधन खातें में जमा की गई राशि तीन माह के भीतर कभी भी खातें से राशि निकाल सकते हैंै।
इस संबंध में कलेक्टर श्री जैन ने खाताधारकों से अपील की है कि वे जनधन खातें में अंतरित राशि हितग्राही बैंक में अपनी सुविधा के अनुसार आकर कभी भी निकाल सकते है। बैंक समय पर नियमित रूप से खुल रहे है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंशिंग) का पालन हर हालत में किया जाना जरूरी है। इस कारण बैंकों में राशि आहरित करने के लिए अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं बल्कि अपनी सुविधानुसार बैंक आकर राशि निकालें। इसके अलावा जब भी राशि अंतरित होगी तो हितग्राही उसे निकाल सकते है। इसके साथ ही बैंक एटीएम और बैंक मित्रों के माध्यम से भी राशि प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि बैंकों के माध्यम से जनधन खातें से राशि आहरित करने के लिए पंचायतवार तिथियाॅ भी निर्धारित की गई है इस तिथि पर आकर खाताधारक राशि आहरित कर सकते हैंै। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ बढती गर्मी को देखते हुए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने आज जिला कार्यालय के परिसर में बेजुबान पक्षियों के लिए अभियान दाना-पानी की शुरूआत की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र कुमार ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री शरीफ मोहम्मद खान, श्री आलोक पाण्डेय सहित अन्य अधिकारीगण विशेष रूप से उपस्थित थें। अभियान दाना-पानी के माध्यम से बेजुबान पक्षियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला कार्यालय के कैम्पस में कई स्थानों पर सकोरा में पक्षियों के चांवल एवं पानी की व्यवस्था की गई हैं। कलेक्टर श्री जैन ने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यालय एवं अधीनस्थ कार्यालयों में पक्षियों के लिए आवश्यकतानुसार दाना-पानी की व्यवस्था कराएं। ताकि बेजुबान पक्षियों को दाना-पानी मिल सकें। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीजैन के मार्गदर्शन पर विगत वर्ष भी पक्षियों के लिए इस तरह का अभियान चलाया गया था।
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झारखंड से राजस्थान की ओर दबे पांव निकले किन्तु सरायपाली की सीमा पर ही क्वारंटीन कर लिए गए नवासी प्रवासी पदयात्री। इनकी प्रतिदिन सिर से पांव तक स्वास्थ्य जांच करने के साथ-साथ विनम्रतापूर्वक क्वारंटीन की अवधि पूरी होने तक यथावत बने रहने की हिदायत भी दे रहा है चिरायु दल
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/इस समय देश में कई राज्यों की सीमाएं सील हैं। प्रदेश में भी लॉक डाउन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। मगर, इस बीच हर दिन कहीं न कहीं से ऐसे समाचार मिल ही जाते हैं, जो इन अतिआवश्यक नियमों को ताक में रख कर अपने साथ दूसरों की जान जोखिम में डालने से भी बाज नहीं आते। इसी तरह झारखंड से राजस्थान तक के सफर पर निकले नवासी पदयात्रियों को हाल ही में विकासखंड सरायपाली के अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के बालिका छात्रावासों में क्वारंटीन पर रखा गया है। प्रतिदिन दिन इनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य जांच सहित व्यावहारिक रहन-सहन की भी पल-पल की खबर ली जा रही है। बता दें कि उक्त प्रकरण विकासखंड सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी श्री कुणाल दुदावत एवं पुलिस महकमे के आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद की गई त्वरित कार्रवाई के रूप में सामने आया था। जिसमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अमृत रोहेलेडर के निर्देशानुसार चिरायु दल को निगरानी और स्वास्थ्य जांच का उत्तरदायित्व सौंपा गया। प्रतिदिन तापमान से लेकर कोरोना वायरस से संबंधित लक्षणों की पड़ताल करने वाली आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुपा दाश के मुताबिक क्वारंटीन किए गए सभी यात्री वर्तमान में स्वस्थ हैं, साथ ही अब तक उनमें कोविड 19 की बीमारी संबंधित कोई भी लक्षण नहीं मिले हैं। इधर, विगत पंद्रह दिनों से जारी इन निगरानी दौरां में आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश सिंह के नेतृत्व वाले दल के सदस्य श्री उमेश डडसेना एवं श्री भीष्म प्रताप सहित श्री परमेश्वर सेन और सुश्री सुनीता साव भी क्वारंटीन पदयात्रियों को रोजाना यही याद दिलाते हैं कि पहले क्वारंटीन की अवधि पूरी कर लीजिए फिर समय के अनुकूल होने पर आप अपने-अपने घरों को जा सकेंगे। -
कोरोना विरुद्ध लड़ाई में आमने-सामने से दो-दो हाथ करने वाले योद्धाओं की श्रेणी में चिकित्सकों के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों के नाम भी शुमार हैं। जो पूरे दिन कोरोना कंट्रोल रूम में ड्यूटी बजाने के साथ-साथ रात-रात भर ओवर टाइम कर बैस्ट सपोर्टिंग ऑफिसर का किरदार भी बखूबी निभा रहे हैं
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण एवं रोकथाम को लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग का अमला युद्ध स्तर पर डटा हुआ है। एक ओर जहां, चिकित्सकों का अमला संदिग्ध प्रकरणों की निगरानी में जुटा है, वहीं दूसरी ओर प्रबंधकीय दल भी इनके कंधे-कंधा मिला कर चल रहा है। ऐसे ही कुछ कोरोना वॉरियरर्स हैं श्री संदीप चंद्राकर डॉ मुकुंद घोडेसवार और आईडीएसपी शाखा में पदस्थ उनके सहयोगीगण, जो न केवल कोरोना कंट्रोल रूम में सौंपे गए दायित्वों का कार्यभार सम्हाले हुए हैं बल्कि स्व-स्फूर्त हो कर अपनी अतिरिक्त योग्यताओं के हुनर का भी बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। बता दें कि जब प्रदेश में कोरोना वायरस की एंट्री की सूचना मिली थी, तभी से एकाएक सैनिटाइजर और मास्क बाजार से हो गायब हो गए। ऐसे में एक्टिव सर्विलेंस का काम करते हुए कोरोना की सैम्पलिंग करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों सहित हॉस्पिटल स्टाफ के लिए डॉ आर के परदल सिविल सर्जन के निर्देश एवं मार्गदर्शन में श्री संदीप चंद्राकर ने ही फार्मासिस्ट श्री पंकज साहू एवं श्री खगेश्वर ठाकुर के सहयोग से जीवनदीप समिति द्वारा निर्मित सबसे पहला हैंड रब सैनिटाइजर बना कर उपलब्ध कराया और व्यक्तिगत तौर पर छह सौ मास्क निशुल्क वितरित कर तात्कालिक रूप से समस्या का हल निकाला था। दोबारा उठी सैनिटाइजर की मांग को देखते हुए श्री चंद्राकर ने व्यस्तता के बावजूद देर रात तक लैब में काम किया और ढ़ाई सौ लीटर सैनिटइजर बना कर वितरण करने का लक्ष्य पूरा कर लिया। उनके मुताबिक इसे बनाते समय डब्लूएचओ के पैमाने को ध्यान में रखा गया साथ ही रिएक्शन न हो इसलिए एफडीए यानी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा प्रमाणित सौंदर्य प्रसाधनों का ही प्रयोग किया गया। लगातार सात दिनों तक अलग-अलग रंगों और गंधों सहित सप्लाई किए जाने वाली प्लास्टिक बॉटल्स में रख कर परखने के बाद सफलता मिलने पर आंशिक रूप से कुछ बदलाव करते हुए इसे रंगीन और सुगंधित रूप में लॉच किया गया है।
दूसरी ओर, विगत पांच वर्षों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सेवारत आरएमएनसीएचए सलाहकार श्री चंद्राकर ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय के आह्वान पर सामाजिक दायित्व निर्वहन में भी सहयोग किया है। उन्होंने अपने वेतन से बीस हजार रुपए यानी आधी रकम सीएम रिलीफ फंड में जमा करते हुए आमजन से अपील की है कि वे जिस किसी रूप में भी चाहें, जरूरतमंदों के लिए स्वेच्छा से कुछ न कुछ सहयोग जरूर करें। इधर, स्वास्थ्य संबंधी प्रबंधकीय कार्य की कमान सम्हाल रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने भी आईडीएसपी अंतर्गत घंटों कम्प्यूटर स्क्रीन पर आंखे गडाकर तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे ऐसे ही कर्मवीरों में जिला सलाहकार (शिशु रोग) डॉ मुकंद राव, डाटा मैनेजर श्री विजय भान सिंह, जिला डाटा सहायक श्री मोहन प्रधान सहित सीनियर सैकेट्रियल असिस्टेंट श्री डिगेश्वर प्रसाद साहू की पीठ थप-थपाते हुए न केवल उनकी हौसला अफ्जाई की बल्कि अन्य अधिकारी व कर्मचारियों के लिए इनकी सेवाओं को अनुकरणीय बताया है।
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सफलताः- 12 संदेहियों की कोरोना टेस्ट सैम्पलिंग, 283 की ऑन स्पॉट स्क्रीनिंग सहित 75 संदिग्धों को होम आइसोलेट कर दूरभाष पर 600 से अधिक का मार्गदर्शन कर चुके हैं डॉ देवेंद्र कुमार साहू
घर-परिवार को किनारे कर संक्रमण-रोधी चुनौतियों के बीच करते हैं मौके पर ड्यूटी। कोरोना संदेहियों की आधी अधुरी जानकारी मिलने पर भी खोज निकाल लेते हैं संदिग्धों कोमहासमुंद 14 अप्रैल 2020/ इन दिनों दुनिया भर में कोविड 19 से लड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के स्वयं संक्रमित हो कर जान गंवा देने जैसे समाचार भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बावजूद इसके जिले के कुल पैंतीस संदेहियों में से बारह प्रकरणों में स्वाब (कोरोना टेस्ट सैम्पल) के नमूने एकत्र करने वाले राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार साहू सहित उनकी पूरी टीम बखूबी चुनौतियों का सामना करती नजर आ रही है। बता दें कि कोरोना वॉरियर्स के नाम से चर्चित हो रहे इस टीम ने दिन और रात का भी हिसाब रखना छोड़ दिया है। चौबीसों घंटे कॉल सेंटर की ट्रिंग-ट्रिंग की तरह कोरोना कंट्रोल रूम में आने वाले हरेक फोन पर लोगों को मार्गदर्शन देने के साथ-साथ संबंधितों को अपेक्षित मदद मिली पायी या नहीं इस बात की पुष्टि के लिए बाकायदा अन-ऑफिशियल फीड-बैक भी लेते हैं। दूसरी ओर बाहर से आने वाले कोविड के संदिग्ध मरीजों को लेकर केंद्र एवं राज्य स्तर से मिली सूची के आधार पर इनकी खोजी धर-पकड़ भी लगातार जारी है।तत्संबंध में पूछे जाने पर डॉ साहू ने दैनिक गतिविधियों के अनुभव साझा किए। बताया कि आठ घंटों की उनकी ड्यूटी अब अट्ठारह की हो चली है। रोजाना तकरीबन तीस से चालीस फोन अटैंड करने होते हैं और संदिग्ध प्रकरणों में अब तक की आन स्पॉट स्क्रीनिंग का आंकड़ा भी कुल दो सौ तिरासी तक पहुंच गया है। इस दौरान कई मर्तबा मौके पर ऐसी दिक्कतें भी आ जाती हैं कि समझ नहीं आता कि आखिर क्या करें। जोर देने पर उन्होंने बताया कि हाल ही में शहर के रिहायशी इलाकों में चार ऐेसे संदिग्ध प्रकरणों के प्रवेश की सूचना मिली, जिनके संबंध में नाम, पता और मोबाइल नंबर तो दूर केवल उपनाम (सरनेम) ही ज्ञात हो पाया था। बिना पहचान घनी आबादी वाले मोहल्लों में उन्हें खोज निकालना कठिन था। लेकिन, हमने संभावित मोहल्लों के दो से पांच किमी आगे और पीछे दोनों ओर बारीकी से सर्चिंग की। देर रात तक समझ आया कि संदिग्ध व्यक्ति मुर्गी पालन एवं स्टील के व्यवसाय से जुड़े थे। ऐसे में सड़क किनारे लगी संबंधित हरेक दुकान और उनमें लगे विज्ञापनों के बोर्डों पर नजर दौड़ाई गई। अंकित दूरभाष नंबर बटोरे गए और बारी-बारी सभी से बात की गई। तदोपरांत सभी से समन्वय स्थापित करने में सफलता मिली और संदिग्धों को समझाइश देकर समय रहते सभी को होम क्वारंटीन कर लिया गया।जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ साहू की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय महासमुंद जिले में ही हुई। उन्होंने संबलपुर युनिवर्सिटी से बीएएमएस की उपाधि ली और एमबीए इन आयुर्वेदा फार्मेसी का पाठ्यक्रम पुणे महाराष्ट्र से पुर्ण कर शैक्षणिक योग्यताओं को बढ़ाया। विगत दस वर्षों से चिकित्सकीय सेवाएं प्रदाय कर रहे डॉ साहू की कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए उन्हें डॉ आई नागेश्वर राव के अधिनस्थ कोरोना कंट्रोल रूम के सहायक नोडल अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। बता दें कि डॉ साहू के नेतृत्व में संचालित यह वही दल है जो प्रदेश में संक्रमण फैलाव के शुरुआती दौर में नेपाल से आए पच्चीस कोरोना संदिग्ध प्रकरणों की अधूरी जानकारी प्राप्त होने के बावजूद खोजी चिकित्सा सेवाएं प्रदाय कर दो संदेहियों को आरंग में होम आइसोलेट कराने में सफल रहा था। इसी दल के प्रयोगशाला प्रशिक्षक श्री निकोलस सिंह भी पूर्व में चार संदेहास्पद प्रकरणों के जांच नमूने रातों-रात राजधानी रायपुर तक पहुंचाने के लिए चर्चित रहे हैं। -
महासमुंद 14 अप्रैल 2020/ छ0ग0 राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित किये जा रहे है। उक्त संस्थाओं में शिक्षण सत्र 2020-21 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा का आयोजन कर प्रावीण्यता के आधार पर 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा। चयन परीक्षा 19 अप्रैल 2020 रविवार को प्रातः 10:30 बजे से 12:30 बजे तक आयोजित किया गया था। जिसे संशोधित करते हुए नवीन परीक्षा की तिथि आगामी 09 मई 2020 को प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक निर्धारित किया गया है।
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महासमुंद, 14 अप्रैल 2020/ देशव्यापी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए तालाबंदी के मध्य कई समाजसेवी संस्थाऐं, सामाजिक संगठन, अधिकारी-कर्मचारी, आम जनता इस मुश्किल समय मे जिले के अपने जरूरतमंद भाई-बहनों के लिए आगे आये हैं। जिले में जिला राहत कोष में विभिन्न दानदाताओं के दान देने का सिलसिला अनवरत जारी है।
इसमे हर कोई अपना योगदान जरूरतमंदों एवं शासन-प्रशासन को देना चाहते हैं । लेकिन तालाबंदी के चलते वे स्वं पहुच नही पा रहे है। ऐसे में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सभी के सहयोग को सही स्थानों पर पहुंचाने के उद्देश्य से ‘डोनेशन ऑन व्हील्स‘ की शुरुवात की है । इसके माध्यम से घर बैठे एक कॉल से जिला प्रशासन के द्वारा संचालित विशेष वाहन को अपने घर पर बुला कर कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार दान कर रहा है। इसी कड़ी मे आज जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाईन के छोटे-छोटे बच्चो ने डोनेशन ऑन व्हील के प्रभारी अधिकारी श्री देवकुमार निर्मलकर से सम्पर्क कर अपने- अपने गुल्लक मे जमा रखे पैसे दान देकर सहयोग किया। इनमें सात वर्ष की कुमारी शुभी बघेल ने 1030 रुपये एवं पाच वर्ष की कुमारी राशि नायक ने 799 रुपये जरूरतमंदो के आवश्यकता को ध्यान मे रखकर दान किए। उनके द्वारा इस तरह के सराहनीय कार्य को देखकर हर कोई तारीफ कर रहे है।
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महासमुंद 14 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर ग्रीष्म काल के दौरान पेयजल समस्याओं के त्वरित निराकरण तथा जिले में पेयजल की सुचारू ढंग से व्यवस्था बनायें रखनें के लिए जिला एवं विकासखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई हैं। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड महासमुंद के कार्यपालन अभियंता के कार्यालय में की गई हैं। विकासखंड महासमुंद, बागबाहरा एवं पिथौरा में स्थापित नियंत्रण कक्ष के लिये प्रभारी अधिकारी सहायक अभियंता श्री एम.के. ठाकुर (मो.94255-02313) को बनाया गया हैं। विकासखंड बसना एवं सरायपाली में स्थापित नियंत्रण कक्ष के लिए प्रभारी अधिकारी सहायक अभियंता श्री ए.एस. सिदार (मो. 94077-38220) को बनाया गया है। विकासखंड महासमुंद, बागबाहरा एवं पिथौरा में स्थापित नियंत्रण कक्ष के लिए प्रभारी अधिकारी श्री एस.एस. लोधी (मो. 99776-17906) को बनाया गया हैं। विकासखंड बसना में स्थापित नियंत्रण कक्ष के लिए प्रभारी अधिकारी श्री टी.के. चन्द्राकर (मो. 99810-73092) को बनाया गया हैं इसी तरह विकासखंड सरायपाली में स्थापित नियंत्रण कक्ष के लिए प्रभारी अधिकारी श्री के.के.साहू (मो. 76940-27801) को बनाया गया हैं।
प्रभारियों के दिये गए मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क नहीं होने की स्थिति में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड जिला कार्यालय के फोन नम्बर 07723-223731 पर संपर्क किया जा सकता हैं। -
महासमुंद 13 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए लागू लॉकडाउन अवधि में समय-समय पर राज्य शासन द्वारा तदुपरांत भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस से संक्रमण के दृष्टिगत शासकीय कार्य के संपादन के विषय में निर्देश दिये गए हैं। जिसके तहत 13 अप्रैल 2020 से समस्त विभागीय सचिव एवं विभागाध्यक्ष को अपने निवास पर शासकीय कार्य के लिए आवश्यक व्यवस्था सहित कार्य संपादन करने को कहा गया है। विभाग एवं विभागाध्यक्ष कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारीगण को न्यूनतम प्रशासकीय आवश्यक्ता के अनुसार निवास में समायोजित करने को कहा गया है। निवास पर शासकीय कार्य के लिए मंत्रालय, विभागाध्यक्ष कार्यालय से प्राप्त सभी नस्तियों, डाक की ट्रैकिंग और सुरक्षित संधारित करने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है, समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियो को हमेशा मोबाईल, टेलीफोन एवं अन्य अन्य इलेक्ट्रिक माध्यम से संपर्क रखने तथा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस हेतु उपलब्ध एप, ऑनलाइन माध्यमों का प्रयोग करने को कहा गया है। इसके लिए सीईओ, चिप्स से आवश्यक तकनीकी सलाह एवं सहयोग ले सकते हैं। निवास में विभागीय कार्य पद्धति एवं प्रक्रिया पूर्व से प्रभावी नियमावली एवं संबंधित कार्यालय मैन्युअल और शासकीय दिशा-निर्देशों के अनुसार होगी। कार्य संपादन के दौरान निवास में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। इसके लिए आवश्यकतैयारी तत्काल करें तथा 13 अप्रैल से आगामी आदेश तक निर्दशों के अनुसार प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित करें।
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महासमुंद, 13अप्रैल 2020/ देशव्यापी कोरोना वायरस (कोविड़-19) के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए तालाबंदी के मध्य कई समाजसेवी संस्थाऐं, सामाजिक संगठन, अधिकारी-कर्मचारी, आम जनता इस मुश्किल समय मे जिले के अपने जरूरतमंद भाई-बहनों के लिए आगे आये हैं। जिले में जिला राहत कोष में विभिन्न दानदाताओं के दान का सिलसिला अनवरत जारी है परंतु समाज का एक अन्य तबका ऐसा भी है जो इस आपदा काल में अपना योगदान जरूरतमंदों एवं शासन-प्रशासन को देना चाहते हैं लेकिन तालाबंदी के चलते अपने योगदान को सही लोगों तक पहुंचाने में असमर्थ रहा है। ऐसे में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सभी के सहयोग को सही स्थानों पर पहुंचाने के उद्देश्य से ‘डोनेशन ऑन व्हील्स‘ नामक नई पहल की है जो सभी नगरीय निकायों पर चल रही है। इसके माध्यम से घर बैठे एक कॉल से जिला प्रशासन के द्वारा संचालित विशेष वाहन को अपने घर पर बुला कर कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार दान कर रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने दानदाताओं को दो विकल्प प्रदान किये हैं इसके तहत कोई भी व्यक्ति राहत कार्य के लिए बाटें जा रहे राशन के पैकेट (चांवल, दाल, आटा, नमक और साबुन) तैयार कर या जिला प्रशासन के द्वारा दिए जा रहे है। इसी कड़ी मे आज जिला मुख्यालय महासमुंद के अनुविभगीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, तहसीलदार श्री मूलचंद चौपड़ा नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र नेताम, आर आई, पटवारी सहित अनुविभागीय कार्यलय (राजस्व), तहसील कार्यलय के अधिकारी-कर्मचारियों ने आज कोरोना वायरस (कोविड़-19)के संक्रमण से बचाव एवं जरूरतमंदो को सहयता उपलब्ध कराने के लिए 12,501रुपए का आर्थिक सहयोग राशि प्रदान किए है।
इसी तरह महासमुंद विकासखंंड के ग्राम छपोराडीह के ग्रामीणों ने डोनेशन ऑन व्हील के प्रभारी अधिकारी श्री देवकुमार निर्मलकर से सम्पर्क कर लगभग पांच सौ किलोग्राम चावल देकर सहयोग किये है। इनमे श्री माखन सेन ने 50 किलो, सागर चँड़ पटेल, लक्षमण पटेल, बाबूलाल धूरव, जयंत धूरव, राजेन्द्र सेन, हिरालाल निषाद एवं धनेन्द्र साहू ने 50-50 किलो, गजेन्द्र पटेल ने 60 किलो तथा मनहरण साहू एवं सालिक राम साहू ने 10-10 किलो चावल दान किए है। -
आत्महत्या रोकथाम और तनाव प्रबंधन के गुणों वाला अभियान नवजीवन इन दिनों कोरोना से बचाव में भी काम आ रहा है। एक ओर, अधिकांश जनता घर में रह कर मनोरंजन और सोशल डिस्टिंसिंग के जरिए तनाव कम करने की आदत डाल रही है। वहीं, राशन और तेल के पीपे लिए कुछ असाधारण लोगों के हाथ, उन जरूरतमंदों के लिए भी उठ रहे हैं, जिन्हें कोरोना से पहले इससे उपजी मंदी सता रही है
महासमुंद 12 अप्रैल 2020/ एक मार्च 2020 का दिन जब भारत की राजधानी दिल्ली में कोविड 19 से पीड़ित देश के पहले मरीज की पहचान हुई। महज पखवाड़े भर में ही 15 मार्च को प्रदेश का पहला संक्रमित प्रकरण लंदन से रायपुर लौटी युवती के रूप में सामने आ गया। कभी प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो कभी पुलिस ने लट्ठ भी बरपाए। संक्रमण की रफ्तार करने वाले सरकारी नुस्खे काफी हद तक कारगर भी रहे। बावजूद इसके स्वस्थ होने वालों की तुलना में संज्ञान में आ रहे नए मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण उतार-चढ़ाव की संदेहास्पद स्थिति लगातार बनी ही हुई है।इस बीच जिले की किस्मत के धनी जिले महासमुंद में कोरोना वायरस को पैर पसारने से रोकने की सफलता अब भी बरकरार है। श्रेय उत्कृष्ठ प्रबंधन और व्यवस्था सेवाओं को बनाए रखने के लिए चौबीसों घंटे डटे प्रशासन-पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अमलों सहित उन सखा-सखी और नवजीवन प्रेरकों को भी जाता है जो आत्महत्या रोकथाम और तनाव प्रबंधन के समायोजन से अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ने वाली जिले की पहल नवजीवन का हिस्सा हैं। मुश्किल की घड़ी में भी ये जान की परवाह किए बिना हर संभव सेवा प्रदान करने में तत्परता दिखाते हुए संकटमोचन की भूमिका में उभर कर सामने आ रहे हैं।बता दें कि अभियान नवजीवन की शुरूआत कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा 10 जून 2019 जिला महासमुंद से की गई है। इसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे के मार्गदर्शन में नवजीवन अभियान के जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार एवं एनएमपीएच के नोडल अफसर डॉ छत्रपाल चंद्राकर द्वारा क्रमशः प्रबंधकीय व जागरूकता कार्यशालाओं का संपादन किया गया। परिणाम स्वरूप आत्महत्या रोकथाम एवं तनाव प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर स्वस्फूर्त रूप से जुड़ने वालों में कुल पांच हजार नौ सौ तिरालीस जन-प्रतिनिधी, शिक्षक, मितानिन, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक पुरुष एवं महिला कार्यकर्ताओं सहित शासकीय एवं गैर शासकीय संस्थानों व संगठनों के सदस्य बतौर सखी-सखा और प्रेरक शामिल हुए। एक-दूसरे के दुख और तकलीफों को साझा कर तनाव प्रबंधन अपनाने वाले इन प्रशिक्षणार्थियों का मूल मंत्र, आज कोरोना वायरस के चलते उभरी निराशा को आशा में बदल कर लोगों में नवजीवन की सार्थकता को चरितार्थ करता नजर आ रहा है। आइए जानें ऐसे ही कुछ अनुकरणीय विवरणसखा समूह सिखा रहा मुसीबत में काम आनाग्राम पंचायत बेलसोंडा में नए और पुराने सभी जनप्रतिनिधियों और गांव के जागरूक सियानजनों ने अस्थाई तौर पर खुद की राशन दुकान खोल ली। शासन द्वारा सूखा राहत कोष के तहत दो क्विंटल अनाज वितरण के बाद भी जरूरत पड़ने पर संकट और तनाव को दूर करने के लिए आपसी सहयोग से एक क्विंटल खाद्यान्न की अतिरिक्त पूर्ती की गई। ग्राम सचिव श्री गावस्कर दास मानिकपुरी ने बताया कि मदद के लिए एक-दूसरे को एकत्र करने में नवजीवन अभियान का प्रशिक्षण बहुत काम आया।सखी घर पर पहुंचा रहीं जरूरत का सामानजिले की तकरीबन सवा दो हजार मितानिनां यानी नवजीवन सखियों ने जरूरतमंद ग्रामीणों को उनके घर जाकर सूखा राशन उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया। जिला मितानित समन्वयक श्रीमति जागति बरेठ के मुताबिक ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न में चावल, दाल, हरी सब्जी व मसाले वितरित किए जा रहे हैं। साथ ही सभी से नशा छोड़ कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनोरंजनात्मक तरीके से समय बिताने व घर पर ही रहने की अपील कर जा रही है।प्रेरक भिजवाते हैं निराश्रितों को भोजनलॉक डाउन के बाद से ही एक पंडाल के नीचे रोजाना सैकड़ां जरूरतमंदों की क्षुधा शांत हो जाती है। शा. उच्च. माध्य. विद्यालय बेमचा में पदस्थ प्रशिक्षण प्राप्त नवजीवन सखा श्री तुलेंद्र सागर पेशे से स्काडटर हैं। बताते हैं कि शासन से विधि सम्मत अनुमति ली गई है। जैन समाज, राम जानकी मंदिर और गंधेश्वर मंदिर ट्रस्ट, स्काडट गाइड जिला संघ सभी मिल कर रोजाना निराश्रित, विक्षिप्त और विकलांग लोगों को भोजन पका कर उपलब्ध कराते हैं। तनाव दूर होता है साथ में संतुष्टि भी मिलती है।