- महासमुंद : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी, सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक एवं जिला खाद्य अधिकारी को माह जून 2020 का नियमित खाद्यान्न एवं माह अप्रैल से जून 2020 का अतिरिक्त खाद्यान्न वितरण के संबंध में निर्देशित किया है कि कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के प्रबंधन के अंतर्गत राहत देने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अन्त्योदय, प्राथमिकता, निःशक्तजन, एकल निराश्रित एवं अन्नपूर्णा श्रेणी के राशन कार्ड धारी को माह जून 2020 के चावल का उपभोक्ता निर्गम एक रूपए प्रति किलो के स्थान पर निःशुल्क किया गया हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रचलित राशन कार्डों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तथा छत्तीसगढ़ राज्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित अन्त्योदय एवं प्राथमिकता श्रेणी का राशन कार्ड में माह अप्रैल से जून 2020 तक प्रति माह अतिरिक्त चावल आबंटन का उपभोक्ता निर्गम मूल्य निःशुल्क होगा। सामान्य राशन कार्डों में पूर्व से प्रचलित पात्रता एवं निर्धारित निर्गम मूल्य अनुसार वितरण किया जाएगा। माह जून 2020 के नियमित चावल आबंटन के साथ तीन माह का अतिरिक्त चावल का वितरण 01 मई 2020 से प्रारंभ किया जाएं। उचित मूल्य दुकानों में वितरण के समय राशन कार्डवार आबंटन की पात्रता की सूची का प्रदर्शन अनिवार्य रूप से करते हुए कार्डधारियों को भी सूचित करें।
- महासमुंद : कोरोना वायरस कोविड-19 एक संक्रामक बीमारी है। इसके प्रसार को देखते हुए इससे बचाव एवं नियंत्रण के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन द्वारा जिले के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 03 मई 2020 तक पूर्णतया लॉकडाउन का आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के तहत विभिन्न कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं को पूर्णतया लॉकडाउन के प्रतिबंध से शर्तों के अधीन छूट दी गई है, जिसमें वस्तुओं एवं सेवाओं के अंतर्गत छड़, सीमेंट, पंखा, कूलर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें सप्ताह में एक दिन खुली रहेगी। इसी तरह स्टेशनरी एवं किताब की दुकानें भी सप्ताह में एक दिन खुली रहेगी। इसके लिए दिवस का निर्धारण स्थानीय स्तर पर संबंधित अनुविभाग के अनुविभागीय दण्डाधिकारी करेंगे तथा शेष दिवस व्यापारी होम डिलीवरी कर सकेंगे। इस आदेश के तहत् छूट दी गई कार्यालय, प्रतिष्ठान एवं सेवाओं की यह जिम्मेदारी होगी कि लाॅकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी, स्वच्छता एवं शासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
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विवाह कार्यक्रम स्थल में चार से अधिक व्यक्ति एक साथ एकत्रित नहीं हो सकेंगे
सामाजिक दूरी का पालन करना एवं माॅस्क लगाना होगा अनिवार्य
महासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा 03 मई 2020 तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी ने बताया कि लोगों द्वारा विवाह कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए विवाह की अनुमति के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जा रहा हैं। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन की स्थिति में अनुविभागीय दण्डाधिकारी को अपने-अपने अनुविभागीय क्षेत्र में विवाह कार्यक्रम आयोजित कराएं जाने की अनुमति के लिए सक्षम प्राधिकारी नियुक्त किया गया हैं। विवाह कार्यक्रम सम्पन्न कराने की अनुमति निम्न शर्तों के आधार पर दी जाएगी। जिसके तहत विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले वर तथा वधु पक्ष के सीमित सदस्यों का नाम उल्लेख किया जाए। विवाह कार्यक्रम जिस स्थान पर आयोजित की जा रही हैं उस स्थान का नाम एवं पूरा पता का उल्लेख करें। विवाह कार्यक्रम स्थल में चार से अधिक व्यक्ति एक साथ एकत्रित नहीं होना चाहिए। विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित सभी व्यक्तियों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन कराया जाए तथा सुरक्षा की दृष्टि से सभी व्यक्तियों को माॅस्क लगाना अनिवार्य किया जाए। -
बुधवार तक कुल 3809 होम क्वारंटीन।2793 ने पूरी की क्वारंटीन की अवधि।शेष बचे 1001 क्वारंटीन्स की निगरानी जारी।अब तक नहीं मिला है एक भी कोविड पीड़ित।
मंगलवार से बुधवार तक की कोरोना रिपोर्टिंग के अनुसार अंतरराज्यीय स्तर की यात्रा कर लौटे लोगों में 91 नए संदिग्ध सामने आए और अंतरराष्ट्रीय प्रकरणों का आंकड़ा जस का तस रहा। वहीं, उक्त अवधि में दोनों मिला कर 99 लोग क्वारंटीन के दिन काट कर संदेही घेरे से बाहर निकलने में सफलता मिले हैं
महासमुंद : जिले में जारी कोरोना कंट्रोल के प्रयासों में चौबीस घंटों वाले तुलनात्मक पुराने और नए संदेहास्पद प्रकरणों की संख्या में कोई बड़ा अंतर दर्ज नहीं हुआ है। किन्तु आठ प्रकरणों की अल्प सकारात्मक बढ़त जरूर देखी गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे ने बताया कि कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार जिले में स्थापित किए गए कोरोना कंट्रोल रूम में तैनात स्वास्थ्य अमले द्वारा सतत निगरानी रखते हुए नवीनतम आंकड़ों के संदर्भ में जिला व राज्य स्तर पर प्रतिदिन आंकड़े संप्रेषित किए जा रहे हैं। इस ओर स्वास्थ्य विभाग के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम अंतर्गत तैयार की गई मंगलवार 21 अप्रैल से बुधवार 22 अप्रैल तक रात्रि आठ बजे तक मिले आंकड़ों के मुताबिक इन चौबीस घंटों में देश के अलग-अलग राज्यों से यात्रा कर महासमुंद लौटने वालों के 91 नए प्रकरण उजागर हुए, जिन्हें चिरायुदल द्वारा तत्काल होम क्वारंटीन कर लिया गया। वहीं, इस अवधि में विदेश यात्रा कर वापसी करने वालों का एक भी नया प्रकरण सामने नहीं आया। दूसरी ओर मंगलवार से बुधवार के बीच ही कुल 99 प्रकरण ऐसे प्रकरण समाने आए जिन्हें बाहर से यात्रा कर वापस लौटने के कारण अब तक कोरोना से संक्रमित होने के संदेह के घेरे में रखा जा रहा था, इनके क्वारंटीन की 28 दिवसीय अवधि पूरी होने पर संक्रमण संबंधी संदेहास्पद छबि समाप्त समझी जा रही है।उल्लेखनीय है कि प्राप्त आंकलन के अनुसार नियंत्रण को लेकर जारी प्रयासों के बलबूते जिला अब भी प्रदेश के उन चुनिंदा जिलों में स्थान बनाए हुए है। जहां अब तक न तो कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव शुरू हुआ है और न ही कोविड 19 से पीड़ित एक भी के दर्ज होने की सूचना है।अब तक भेजे जांच नमूनों आधे निगेटिव आधे वेटिंग
इधर, शुरूआत से लेकर अब तक जिले से कोरोना की जांच के लिए राजधानी भेजे गए कुल 88 नमूनों में से 44 की रिपोर्ट आ चुकी है। जिनमें संक्रमण नहीं पाया गया। वहीं, एकमात्र निरस्त प्रकरण को छोड़ कर कुल 43 प्रकरणों में परिणाम अब भी लंबित है। डॉ आर के परदल ने बताया कि जिले में नमूना एकत्र करने का कार्य प्रगति पर है। जांच प्रक्रिया में समय लगने के कारण वर्तमान में आंकड़ों का अंतर बड़ा प्रतीत हो रहा है। किन्तु नई आधुनिक प्रणाली से कम समय में जांच कर लिए जाने की सुविधा मिलने के संकेत मिल रहे हैं। जिससे परिणाम मिले में विलंब होने की समस्या भी जल्द ही दूर की जा सकेगी। -
स्व-सहायता समूह द्वारा श्रमिकों एवं ग्रामीणों को दे रहे है निःशुल्क में माॅस्क
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण ने देश में स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति उत्पन्न कर दी है। महासमुंद जिले के विकासखण्ड बागबाहरा में इसके कारण चिकित्साकर्मियों और पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मचारियों, ग्रामीण अंचल में कार्यरत् श्रमिकों एवं ग्रामीणों के लिए मास्क, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण तथा फेस शील्ड चिकित्सीय सुविधाओं की आवश्यकता बढ़ा दी है। सरकार अधिकांश क्षेत्रांे में नागरिकों द्वारा भी मास्क का उपयोग किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम) के तहत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए हर संभव तरीके से योगदान देकर सामुदायिक योद्धाओं के रूप में सामने आई है। कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क सबसे पहला साधन है। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के मार्गदर्शन में 18 महिला स्व सहायता समूहांे ने मास्क बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इन स्व सहायता समूहों द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एवं स्वास्थ्य विभागों के परामर्श तथा निर्देशों का पालन करते हुए 2-3 प्लाई बुने हुए काॅटन मास्क सहित विभिन्न श्रेणियों के लगभग सात हजार 925 मास्क तैयार कर चुके हैं, जिन्हें ग्रामीण अंचल में श्रमिकों एवं ग्रामीण परिवारों को निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। ग्राम पंचायत सिमगांव में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा मनरेगा में कार्य कर रहे लगभग 188 श्रमिकों को मास्क निःशुल्क वितरण किया गया तथा सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए कार्य करने की समझाईश दी गई। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा समर्पित अपने-अपने समुदायों में साफ सफाई की सुरक्षित पद्धतियों को बढ़ावा देने संबंधी सामाजिक योगदान के माध्यम से अपनी आजीविका को बनाए रखते हुए ये महिलाए कोविड-19 के संक्रमण के खिलाफ समर्पण और निष्ठा के साथ लड़ रही है। -
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजनांतर्गत जिला पंचायत महासमुंद के द्वारा बसना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नवागांव एवं गनेकेरा में माॅडल गौठान का निर्माण किया गया है। जिला पंचयात के ए.पी.ओ. श्री प्रथम अग्रवाल ने बताया कि गौठान में प्रतिदिन लगभग 100 से 120 पशु आते हैं, गौठान में पानी टंकी और कोटना बनाई गई हैं। जिसे नियमित रूप से साफ-सफाई कर पशुओं को साफ पानी पिलाया जाता है, गौठान में बोर की सुविधा उपलब्ध है, गौठान में तीन स्व-सहायता समूह को रोजगार मिला है।
गौठान में 17 वर्मी बेड लगे हुए हैं, जिसमें वर्तमान में सभी बेड भरे हुए है तथा खाद निर्माण किया जा रहा है। समूह द्वारा कुल 100 क्ंिवटल खाद तैयार कर 40 क्विंटल खाद बिक्री किया जा चुका हैं, जिसमें से 60 क्विंटल बिक्री के लिए तैयार हैं। स्व-सहायता समूह को खाद के द्वारा 15 हजार की आमदनी हो चुकी है, जिसका पैसा उस समूह के खाते में सीधा जाता है, खाद तैयार करने में समूह द्वारा रूचि लिया जा रहा हैं। इससे और अन्य समूह भी इसमें रूचि लेकर काम करने का सोच रहे हैं। गौठान के सामने 10 एकड़ चारागाह का निर्माण किया गया है, जिसमें पशुओं को अनावश्यक जाने से रोकने के लिए सी.पी.टी. का खुदाई किया गया है, साथ ही चारागाह के एक क्षेत्र में ज्योति एवं कस्तूरबा स्व-सहायता समूह द्वारा बाड़ी विकास का कार्य किया गया है, जिसमें भिंडी, करेला, लौकी, खीरा, भाजी, भाटा, टमाटर सहित अन्य सब्जियाॅ लगाई गई हैं।गोठान में सब्जियां लगाने से समूह के आय में वृद्धि हुई है, जो इस कोरोना संकट माहमारी के कारण लाॅक डाउन की स्थिति में ग्रामवासियों की खाद्य आपूर्ति में अहम भूमिका आ रही हैं। गौठान में प्राधिकरण से चरवाहा कक्ष का, दवाचारा कक्ष तथा मछली पालन तथा जल स्टोरेज के लिए भू-तल जल भण्डार टैंक बनाया जा रहा है तथा चारागाह में सिंचाई के लिए ड्रीप इरीगेशन का कार्य किया जा रहा हैं। गौठान निर्माण बनने के बाद नवागांव में पशुओं की संख्या बढ़कर 189 हो चुकी है। गौठान में पशुओं को पशु विभाग द्वारा तथा चारवाहा द्वारा सही देख-रेख एवं समय-समय पर उपचार किया जा रहा है, जहां 63 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान 33 पशुओं का बधिया करण और 561 पशुओं का टिकाकरण किया जा चुका हैं, जिसमें खुराचपका, गलघोटू शामिल है तथा 327 पशओं का उपचार किया जा चुका है। पशु चिकित्सा शिविर नवागांव गौठान में सात बार शिविर लगाया जा चुका है। ग्र्राम गौठान समिति द्वारा उक्त गौठान का उचित रूप से संचालित एवं देखरेख सुचारू रूप से किया जा रहा है। इससे गनेकेरा एवं नवागांव के ग्रामीण उत्साहित है। -
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि शिक्षण सत्र 2020-21 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा छटवीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा का आयोजन कर प्रावीण्यता के आधार पर 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। चयन परीक्षा 09 मई 2020 को आयोजित किया जाना था, जिसे संशोधित करते हुए प्रवेश परीक्षा 31 मई 2020 को प्रातः 10ः30 बजे से 12ः30 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं सावधानी को ध्यान में रखते हुए लाॅकडाऊन में वृद्धि के फलस्वरूप परीक्षा के आयोजन में परिवर्तन किया गया हैं। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में कक्षा 6वीं में प्रवेश के प्रावधान अनुसार कक्षा 5वीं में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होना चाहिए, किन्तु कोविड-19 के संक्रमण के फलस्वरूप स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जनरल प्रमोशन दिए जाने के कारण उक्त शर्त को शिथिल किया गया है। -
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना अंतर्गत जिले में कृषकों द्वारा बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत् बाड़ी कार्य किया जा रहा है। महासमुंद विकासखंड के ग्राम बम्हनी के प्रतिज्ञा महिला स्व सहायता समूह के महिलाओं द्वारा एकता एवं संगठन से लगभग दो एकड़ रकबा में सब्जी उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। एक ओर जहां लाॅकडाउन के कारण सभी लोग घरांे में बंद है, वहीं दूसरी ओर समूह की महिलाओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बाड़ी में पौष्टिक सब्जियों के उत्पादन के लिए परिश्रम कर रही है। महिलाओं द्वारा बाड़ी में बरबटी, लौकी एवं करेला सब्जियों के अलावा लाल भाजी, अमारी भाजी तथा चेच भाजी सहित अन्य सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है।
महिला समूह की सदस्य श्रीमती सुशीला निषाद ने बताया कि उत्पादित हरी सब्जियों के स्वयं के उपयोग के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर करेला तीस-चालीस रूपए प्रति किलोग्राम, बरबटी दस रूपए किलोग्राम एवं लौकी दस रुपए प्रति नग के भाव से विक्रय किया जा रहा है, जिससे महिलाओं को अच्छी आमदनी मिल रही है। उद्यानिकी विभाग द्वारा समूह के महिलाओं को आदान सामग्री प्रदाय किया गया है तथा विभागीय मैदानी अमलें द्वारा समय-समय पर तकनीकी मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इससे आत्मनिर्भर होकर महिलाएं सफलतापूर्वक सब्जी उत्पादन का कार्य कर रही हैं, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा हैं और यह रोजगार का जरिया बना है। इससे प्रतिज्ञा महिला स्व सहायता समूह के महिलाएं खुश है। -
जिले में 792 ग्राहकों एवं 75 विक्रेताओं ने कराया पंजीयन
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस ;ब्व्टप्क्.19द्ध के संक्रमण की रोकथाम के लिए लाॅकडाउन के दौरान ताजे फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा देने के लिये छ.ग. शासन द्वारा वेबपोर्टल ीजजचरूध्ध्बहींजण्पद बनाया गया है। जिससे जिले के समस्त नागरिक लाॅकडाउन के दौरान अपने घर में सुरक्षित रहकर उपरोक्त सुविधा के माध्यम का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य प्रशासनिक नियमों का पालन हो सके।ये सभी सेवाएं जिले के समस्त नगरीय निकायों (तुमगाॅव को छोड़कर)े सभी जगह उपलब्ध है, वर्तमान में जिले में कुल 792 ग्राहक एवं 75 विक्रेताओं के द्वारा पंजीयन पूर्ण कर लिया गया है। आज नगरपालिका बसना में विक्रेता श्री हरिओम फ्रुट्स एण्ड कं. के द्वारा मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री नारायण साहू द्वारा सामग्री प्राप्त कर भुगतान किया गया। -
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ाई तुहर द्वार योजना के तहत् कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में भी यह योजना प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक जिले में लगभग 42 हजार विद्यार्थियों तथा सात हजार शिक्षकों का विभाग के वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में पंजीयन करा चुके हैं और लगातार पंजीयन में वृद्धि हो रही है । इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिले के 120 संकुलों में संकुल नोडल अधिकारियों का चयन किया जा चुका है तथा प्रत्येक ब्लॉक में विकास प्रभारी अधिकारी एवं विकासखंड नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी भी दी जा चुकी हैं।
पढ़ाई तुहर द्वार योजना के अंतर्गत कक्षा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थी अपने घरों में बैठकर एंड्राइड फोन तथा सामान्य फोन के द्वारा विभिन्न विषयों के शैक्षणिक सामाग्रियांे को ऑडियो, वीडियो रूप में देख, सुन सकते हैं साथ ही चार स्तर पर ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रारंभ हो चुकी है। पहले स्तर पर राज्य स्तर से उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन अध्यापन कराया जा रहा है। दूसरे स्तर पर एससीईआरटी के विषय विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं ली जा रही है। इसी प्रकार जिले स्तर पर डाइट के द्वारा चिन्हित उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं व ऑडियो, वीडियो सामग्री तैयार किया जाना है। विकासखंड, संकुल तथा स्कूल स्तर पर भी विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करके शिक्षकों द्वारा कक्षा लेने कहा गया है और इस पर अमल होना भी प्रारंभ हो चुका है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विषय विशेषज्ञों द्वारा वेबपोर्टल में ऑडियो, वीडियो, नोट्स तथा असाइनमेंट भी अपलोड किया जा रहा है, ताकि लॉक डाउन जैसे इस कठिन परिस्थिति में भी छात्रों की पढ़ाई में नुकसान ना हो इस पोर्टल में शिक्षकों द्वारा घर बैठे गृह कार्य देकर जांचने तक की सुविधा दी गई है। कोविड-19 जैसी गंभीर समस्याओं में भी छात्रों की पढ़ाई में कोई बाधा ना आए इस उद्देश्य से इस वेब पोर्टल में वर्चुअल क्लास का भी निर्माण किया गया है जिसमें स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी वर्चुअल कक्षाओं के द्वारा विषय का पढ़ाई करते हैं। यह योजना न केवल लाकडाउन की स्थिति में ही चलेगी वरन स्कूलों के खुलने के बाद भी एक दूसरे के पूरक बनकर कार्य करेंगे।
इस योजना का लाभ महासमुंद जिले के सभी स्कूली विद्यार्थियों के द्वारा लिया जा सकता हैद्य इसके लिए उन्हें सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में जाकर मोबाइल नंबर व कुछ जानकारी के साथ विद्यार्थी के रूप में पंजीयन करना होगा। इसके पश्चात वह अपने मोबाइल नंबर व पासवर्ड की सहायता से लॉग इन करके अपलोडेड शैक्षणिक सामग्री व ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकता है। यदि किसी एक परिवार में 3 विद्यार्थी अलग-अलग कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं तो उन्हें एक ही मोबाइल नंबर का पंजीयन करना होगा और अलग-अलग कक्षाओं के विषय सामग्री तीनों विद्यार्थियों के द्वारा देखा जा सकेगा । अतः सभी जागरूक पालकों, अभिभावकों से आग्रह है कि छत्तीसगढ़ शासन के इस महती योजना का लाभ अपने पाल्यों को दिलाने में सहयोग करें। महासमुंद जिले में यह कार्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री राबर्ट मिंज के निर्देशन तथा सहायक संचालक श्री सतीश नायर के मार्गदर्शन में एपीसी श्री पुरोहित सर, जिला नोडल श्री विवेक वर्मा, विकासखंड नोडल महासमुंद श्री राजेश्वर प्रसाद चंद्राकर, विकासखंड नोडल पिथौरा श्री अक्षय साहू, विकासखंड नोडल सरायपाली श्री अनिल प्रधान, विकासखंड नोडल बसना श्री अजय भाई तथा विकासखंड नोडल बागबाहरा श्री सुबोध तिवारी द्वारा मैदानी स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
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महासमुंद 23 अप्रैल 2020/ विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस (कोविड-19) एक संक्रामका बीमारी है। इसके संपर्क से पीड़ित, संदेही से दूर रहने के निर्देश दिए हैं। अंतरर्राज्यीय से वापसी उपरांत स्वास्थ्य अमले को सूचना एवं क्वारन्टीन में रहने के लिए शासन प्रशासन द्वारा निरंतर निर्देश जारी किए जा रहे हैं। शासन के द्वारा भी यह निर्देशित किया गया है कि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाए जाए परन्तु तुमगाॅव के नेत्र सहायक अधिकारी श्रीमती सरोज मिश्रा द्वारा 31 मार्च 2020 को बिना किसी सूचना के मध्यप्रदेश के जिला रीवा के ग्राम डबोरा के प्रवास पर रही। इसके उपरांत वे वहां से आकर 02 अप्रैल 2020 को तुमगाॅव आकर उनके द्वारा कार्यलयीन कार्य सम्पादन किया गया। उसकी पुष्टि अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) महासमुंद के प्रतिवेदन के अनुसार 20 अप्रैल 2020 से हुई हैं। श्रीमती सरोज मिश्रा को 02 अप्रैल 2020 से होम क्वारेन्टाईन में रखा गया था तथा उनके आवास में क्वारेन्टाईन किए जाने के संबंध में नोटिस चश्पा किया गया था। उनके द्वारा क्वारेन्टाईन अवधि में कार्यालय में उपस्थित होकर 03,04,07,08 एवं 09 अप्रैल 2020 को उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर कर अपने पदीय कर्तव्यों की अवहेलना एवं लापरवाही बरती गई।
इस पर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन द्वारा नेत्र सहायक श्रीमती सरोज मिश्रा के उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन्स 2020 की धारा 14 के अन्तर्गत कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जारी निर्देश का स्पष्ट उल्लंघन करने के कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया हैं। निलंबन अवधि में नेत्र सहायक अधिकारी श्रीमती सरोज मिश्रा तुमगांव का मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह-भत्ते की पात्रता होगी। -
महासमुंद 23 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के कारण जिले के कमजोर परिवारों, निःशक्तजनों, आश्रयहीन लोगों के समक्ष भोजन और राशन की समस्या खड़ी कर दी है। ऐसे लोगों को भोजन की दिक्कत नहीं हो इसके लिए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन पर जिला प्रशासन द्वारा डोनेशन ऑन व्हील अभियान की शुरुआत की गई हैं। डोनेशन आॅन व्हील में जिले के अनेक समाजसेवी संस्थाएं, नागरिक और संगठन बढ़ चढ़कर राशन सामग्री एवं राशि दान कर रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा इन राशन सामग्रियों को जरूरतमंदों के घर तक पहुँचा कर उन्हें लाभान्वित कर रहे हैं। इस कड़ी में आज महासमुद के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र कुमार नेताम एवं उनके टीम ने महासमुंद विकासखंड के ग्राम अचानकपुर, खड़सा, मोहकम, पीढ़ी, सिरपुर, मरौद, नांदबारू केसरडीहि, चुभरी, अमलौर के कमारडेरा एवं खैरवारडेरा में पहुॅचकर 42 परिवारों को जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राशन सामग्रियों के पैकेट, माॅस्क का वितरण किया गया।
- महासमुंद : खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का जिले के पंजीकृत राईस मिलरों द्वारा कस्टम मिलिंग कार्य किया जा रहा है। इस वर्ष जिले में कुल 136 अरवा 43 उसना कुल 179 राइस मिल पंजीकृत है। वर्त्तमान में जिले में उपार्जित कुल 726006.70 मेट्रिक टन धान में से पंजीकृत मिलरों द्वारा 353656.85 में टन धान का उठाव किया जाकर कस्टम मिलिंग किया जा रहा है।शासन के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का निराकरण कस्टम मिलिंग के माध्य्म से प्राथमिकता से किया जाना है किंतु जिले के 6 उसना राइस मिलरों द्वारा उनकी पंजीकृत मिलिंग क्षमता अनुसार कस्टम मिलिंग हेतु जारी अनुमति के विरुद्ध निर्धारित समयावधि में मिलिंग कार्य पूर्ण नहीं किये जाने से छत्तीसगढ़ चावल उपाप्ति (उद्ग्रहण) आदेश 2007 की कंडिका 7 का उल्लंघन किये जाने के कारण उक्त राईस मिलों कोकलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यदि राईस मिलों द्वारा संतोषप्रद उत्तर प्रस्तुत नहीं किये जाने पर उक्त मिलों को छत्तीसगढ़ चावल उपाप्ति (उद्ग्रहण) आदेश 2007 की कंडिका 10 के तहत ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही की जावेगी । ये 6 राईस मीलों में विकासखंड महासमुंद के एन एल राईस इण्डस्ट्रीज महासमुंद विकासखंड बागबाहरा के तथास्तु एग्रोटेक बागबाहरा , संजय ट्रेडर्स बागबाहरा तथा अरिहंत राईस टेक प्राय लिमिटेड बागबाहरा विकासखंड बसना के विराट राईस मिल बसना तथा विकासखंड सरायपाली के हिंदुस्तान एग्रोटेक सरायपाली है। साथ ही इसके अतिरिक्त इस वर्ष पंजीकृत जिन उसना राईस मिलों द्वारा मिलिंग क्षमता अनुसार जारी अनुमति के विरुद्ध यदि समय पर कस्टम मिलिंग कार्य पूर्ण नहीं किया जाता तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किये जायेंगे।
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महासमुंद : प्रदेश के वनमंत्री द्वारा वर्ष 2020 में महुआ फूल की खरीदी के न्यूनतम समर्थन मूल्य 17 रूपए प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 30 रूपए प्रति किलाग्राम क्रय करने की घोषणा की गई है, जिससे संग्राहकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सकें। इस संबंध में वनमण्डलाधिकारी श्री मयंक पाण्डेय ने बताया कि महासमुंद जिले के समस्त संग्राहकों से महुआ फूल की खरीदी 30 रूपए प्रति किलाग्राम करने हेतु प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों एवं परिक्षेत्र अधिकारी के माध्यम से ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि किसी भी स्थिति में विचौलिए एवं व्यापारियों द्वारा संग्राहकों से महुआ फूल 30 रूपए प्रति किलाग्राम से कम में खरीदी नहीं कर पाएं। यदि किसी व्यापारी द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम में वनोपज का विक्रय करने कहा जाता है तो उसकी जानकारी नजदीकी परिक्षेत्र कार्यालय में करें। ज्ञात हो कि स्थानीय संग्राहकों से प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से स्व सहायता समूहों के द्वारा महुआ फूल का क्रय किया जाना हैं।
- जिला स्तर अब तक हुई कोरोना पड़ताल में 3,646 अंतरराज्यीय व 72 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर होम क्वारंटीन किया जा चुका है। इसी क्रम में 47 व 22 जांच नमूने जोड़ कर कुल भेजे गए 69 प्रकरणों में 44 के ऋणात्मक परिणामों के अलावा 24 की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है, वहीं एक सैंपल पहले ही निरस्त किया जा चुका है
महासमुंद : सुबह से रात और रात से सुबह, चैबीसों घंटे जिले में लगतार जारी है कोविड नियंत्रण रोकथाम। जहां, जिला कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त दल ने कोरोना पर पैनी निगाह बनाई हुई हैं। वहीं, लोगों में सुरक्षित रहने और रखने के साथ-साथ आपसी सहयोग के उदाहरण भी निकल कर सामने आ रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में अब तक करोना से संक्रमित एक भी प्रकरण नहीं पाया गया है। लेकिन, होम क्वारंटीन किए जा रहे प्रकरणों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। प्राप्त अद्यतन जानकारी के मुताबिक दो मुख्य भागों में बांट कर कोरोना संदिग्ध प्रकरणों की पड़ताल की जा रही है। जिसमें पहले वे लोग आते हैं जिन्होंने हाल ही में देश के भीतर ही अलग-अलग राज्यों में यात्रा की है, इनका आंकड़ा तीन हजार छह सौ छियालीस तक आ पहुंचा है। वहीं, विदेश यात्रा कर लौटे लोगों में बहत्तर संक्रमण संदिग्ध प्रकरणों को जोड़ कर जिले में अब तक कुल तीन हजार सात सौ अठ्ठारह लोग शंका के घेरे में रखे जा चुके हैं। गुजरते वक्त के समक्ष हुए आंकलन को स्पष्ट करते हुए सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल ने बताया कि इनमें से कुल छब्बीस सौ चैरान्नबे लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अठ्ठाइईस दिन के होम क्वारंटीन की अवधि को पूरा कर लिया है और किसी में भी कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण सामने नहीं आने से वे सुरक्षित समझे जा रहे हैं। वहीं, कुल एक हजार नौ संदिग्ध मरीज ऐसे हैं, जिनके क्वारंटीन के दिन अभी भरे नहीं, ऐसे में वे अब भी संक्रमण के संदेही कटघरे में बने हुए हैं। बहरहाल, जिलेवासियों के लिए राहत की खबर देते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने कहा कि कलेक्टर श्री जैन के निर्देशन में शेष बचे होम क्वारंटीन प्रकरणों की नियमित रूप निगरानी जारी है। साथ ही क्वारंटीन केंद्र और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस कोविड अस्पताल की सुविधाओं में भी कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं।इधर, मौके पर हुई जांच पड़ताल और संक्रमण रोकथाम को लेकर किए गए प्रयासों को लेकर देखा जाए तो चिरायु दलों ने अब तक कुल उन्हत्तर संदिग्ध प्रकरणों में कोरोना जांच के लिए स्वैब के नमूने एकत्र कर राजधानी भेजे थे, जिनमें से अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर यात्रा कर जिले में वापस लौटे लोगों के नमूनों के परिणामों में बाईस-बाईस की निगेटिव टाईअप रिपोर्ट के साथ राहत की सूचनाएं बनी हुई हैं। वहीं, विभाग को अब भी शेष बचे चैबीस अंतरराज्यीय नमूनों को लेकर परिणाम मिलने का इंतजार बरकरार है। बता दें कि इनमें से एकमात्र प्रकरण ही ऐसा रहा, जिसे जांच की श्रेणी में लिए जाने की आवश्यकता ही नहीं हुई और विशेषज्ञों ने उसे पहले ही निरस्त कर दिया। इस प्रकार आने वाले दिनों में भी लॉक डाउन के नियमों के पालन सहित होम क्वारंटीन के प्रकरणों में बरती जा रही सावधानी में निरंतरता बने रहने की स्थिति में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलाव को लेकर अंकुश लगने अनुमान आरोही क्रम में नजर आ रहे हैं। - महासमुंद : कृषकों की आय दोगुनी करने के लिए दलहन तिलहन एवं मक्का की खेती एक अच्छा विकल्प हैं। जिले के महासमुंद विकासखंड में रवि फसल में दलहन तिलहन एवं मक्का की खेती पूर्व वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सफलतापूर्वक खेती की गई हैं। जिसमें गेहूं का रकबा 401 हेक्टेयर दलहन का रकबा 179 हेक्टेयर तिलहन का रकबा 242 हेक्टेयर एवं मक्का का रकबा 156 हेक्टेयर में खेती की गई। किसानों को कृषि तकनीकी के बारें में सतत रूप से मार्गदर्शन कृषि विभाग के मैदानी अमलों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। महासमुंद विकासखंड में दलहन तिलहन एवं मक्का की बुवाई सीडी के माध्यम से की गई एवं कम लागत व उत्पादन में वृद्धि के उद्देश्य को पूर्ति करते हुए समय-समय पर कृषक प्रशिक्षण एवं किसान संगोष्ठी का आयोजन कर कृषकांे को कृषि की उन्नत तकनीकी से अवगत कराया जाता हैं।कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया खेती योग्य जमीन में वृद्धि कर के कृषकों की अतिरिक्त आय बढ़ती हुई नजर आ रही है। धान की तुलना में फसल परिवर्तन से आय में डेढ़ गुना की वृद्धि हुई है पौध संरक्षण दवाई जैसे कीटनाशक उर्वरक की लागत में कमी से आय में वृद्धि हुई है पशुओं के सारे के रूप में दलहन तिलहन एवं मक्का की फसल उपयुक्त सिद्ध हुई है। भविष्य में फसल की विविधीकरण एवं फसल परिवर्तन चक्र को अपनाकर कृषकांे में अत्यधिक फसलों का समावेश करके उसके जीविकोपार्जन एवं जीवन यापन की शैली सुधार करने की रूपरेखा एवं रणनीति बनाई जा रही है। अधिक से अधिक सीड ड्रिल से बुवाई को बढ़ावा देने हेतु कृषि यांत्रिकीकरण योजनाओं को परिणित करने की कोशिश प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन तिलहन एवं मक्का फसल को अधिक लगाने के लिए और प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।
- जिले में 563 ग्राहकों एवं 71 विक्रेताओं ने कराया पंजीयनमहासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लाॅकडाउन के दौरान ताजे फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा देने के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वेबपोर्टल ीजजचरूध्ध्बहींज.पद बनाया गया है। वेब पोर्टल में विक्रेता, ग्राहक तथा होम डिलीवरी के लिये इच्छुक व्यक्ति अपने कम्प्यूटर, लैपटाॅप अथवा मोबाईल फोन से ीजजचरूध्ध्बहींज.पद वेब साईट में जाकर अपना पंजीयन कर सकते हैं।इसके लिए विक्रेता के द्वारा स्वयं का पंजीयन, डिलीवरी ब्वाॅय का पंजीयन एवं प्रतिदिन फल एवं सब्जी के दर, भंडार की प्रविष्टि (अनिवार्य) हैं। इसी तरह ग्राहक के द्वारा किया जाने वाला कार्य में स्वयं का पंजीयन, पंजीयन उपरांत फल एवं सब्जी का आर्डर किया जा सकेगा, वर्तमान में प्राप्त आर्डर का भुगतान कैश अथवा विक्रेता के पास उपलब्ध माध्यमों से ही किया जा सकेगा, भुगतान हेतु वेब पोर्टल में कोई भी लिंक प्रदाय नहीं किया गया है, सामग्री डिलीवरी के समय ग्राहक के मोबाईल में ओ.टी.पी. आएगा, जिसे डिलीवरी ब्वाय के साथ साझा करने पर प्रक्रिया पूर्ण होगी इससे किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करने के लिये ग्राहक के लाॅगिन करने पर विकल्प दिया गया है। उपरोक्त सेवाएं जिले के समस्त नगरीय निकायों (तुमगावं को छोड़कर) के लिए उपलब्ध है, वर्तमान में जिले में कुल 563 ग्राहक, 71 विक्रेताओं के द्वारा पंजीयन पूर्ण कर लिया गया है।नगरपालिका सरायपाली में विक्रेता श्री जोगेन्दर फ्रुट एण्ड कं. के द्वारा पंजीयन कराया गया, जिसके उपरांत चार ग्राहकों को होम डिलीवरी की गई, जिसमें श्री कुणाल दुदावत (अ.वि.अ. सरायपाली), श्री क्षीरसागर नायक (मु.न.पा.अधि.), श्री वेदप्रकाश चैधरी एवं श्री रामेश्वर यादव आदि ग्राहकों द्वारा सामग्री प्राप्त कर भुगतान किया गया। जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से आग्रह किया गया है कि लाॅकडाउन के दौरान अपने घर में सुरक्षित रहकर उपरोक्त सुविधा का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे से सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य प्रशासनिक नियमों का पालन हो सके।
- महासमुंद : कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा निर्देशों ग्राम पंचायत स्तर पर क्रियान्वयन कराए जाने के लिए ग्राम पंचायत बावनकेरा, चिरको, छिंदौली, सिंधौरी एवं पचरी क्षेत्र के लिए जनपद पंचायत महासमुंद के उप अभियंता श्री आर.के. गुप्ता की ड्यूटी नोडल अधिकारी के रूप में लगाई गई थी। शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक आयोजन प्रतिबंधित किया गया हैं। विगत 17 अप्रैल 2020 को ग्राम पंचायत चिरको के आश्रित ग्राम दर्रीपाली में दशगात्र कार्यक्रम में 22 लोग एकत्रित होकर भोजन किए और फूड पाॅईजनिंग के शिकार हो गए।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने उप अभियंता श्री आर. के. गुप्ता द्वारा अपने प्रभार के पंचायत में हो रहे घटना की जानकारी नहीं देने एवं शासन के निर्देशों के अवहेलना एवं घटना की जानकारी उच्च अधिकारी को नहीं देने एवं अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता बरती गई। यह कृत्य सिविल सेवा (आचरण) नियम 3 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के विपरीत होने से छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) 1966 के नियम 9 (2) (क) में दिए गए प्रावधानों के अनुसार उन्हें निलंबित किया गया हैं। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली निर्धारित किया जाता है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन पर जिला प्रशासन द्वारा डोनेशन ऑन व्हील्स अभियान की शुरुआत की गई हैं। कोरोना के रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन ने अधिकतर दैनिक रोजी-मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवारों, निःशक्तजनों, आश्रयहीन लोगों के समक्ष भोजन और राशन की समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे लोगों को भोजन की दिक्कतें न हो इसके लिए जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्थाएं, नागरिक, संगठन, व्यवसायी, प्रशासन इस मानवता भरें अभियान में स्वफूर्त आगे बढ़कर इस अभियान में जरूरतमंदों के घर तक राशन पहुँचाने के लिए सहयोग कर रहें हैं। आज नगरपालिका परिषद् महासमुन्द के वार्ड क्रमांक 10 के पार्षद श्री देवीचंद राठी के अगुवाई में डोनेशन आॅन व्हील के प्रभारी अधिकारी श्री देव कुमार निर्मलकर एवं श्री खिलावन यादव के साथ एकता चैक से ईमली भाठा तक डोर टू डोर जाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जरूरतमंदों तक सहयोग पहुॅचाने के उद्देेश्य से उन्हें नागरिकों से 11 हजार 500 रूपए नगदी एवं 06 हजार रूपए की राशन सामग्री लोगों ने उपलब्ध कराई। पार्षद श्री राठी ने बताया कि एक बालिका ने उन्हें गुल्लक से तोड़कर जमा पैसा दान में दी। इसी तरह नागरिकों ने बड़े ही उत्साह के साथ आटा, चांवल, दाल, आलू, प्याज, शक्कर, सब्जियां, साबुन सहित अन्य सामग्रियां दान में उपलब्ध कराई गई। श्री राठी ने सभी दानदाताओं का आभार व्यक्त किया।
- बाड़ी कृषकों को स्वरोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आय का मिला साधन
म्हासमुंद : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना अंतर्गत डी.एम.एफ. मद से बाड़ी विकास के लिए हासमुन्द जिले के चार हजार बाड़ी कृषकों को उद्यानिकी की योजनाओं से लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उद्याानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि जिले केे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक हजार बाड़ी के मान से कुल चार हजार बाड़ी कृषकों को लाभान्वित किया जा रहा है। बाड़ी कृषकों को चयन प्रत्यक्ष खनन प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों से किया गया है। जिसमें विकासखंड महासमुंद के 63 गाॅव एवं बागबाहरा के 39 गाॅव में एक-एक हजार हितग्राहियों का चयन किया गया हैं। बसना के 37 गाॅव एवं सरायपाली के 20 गाॅव में आठ-आठ सौ हितग्राहियों का चयन किया गया हैं। इसी तरह विकासखंड पिथौरा के 12 गाॅवों में 400 किसानों का चयन किया गया हैं।इसके तहत् बाड़ी कृषकांे को अमारी भाजी, भिण्डी, बरबटी, मिर्च, बैगन एवं टमाटर के बीज प्रदाय किया जा रहा है तथा गोठानों मे महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद क्रय कर बाड़ी कृषकों को वितरण किया जा रहा है, जिससे महिला स्व सहायता समूहों के आय मे वृध्दि हो रही हैं एवं उन लोगो को स्वयं का रोजगार भी प्राप्त हो रही है तथा बाड़ी कृषकों को पौध संरक्षण हेतु कार्बेंडाजाइम फफूंदनाशक दवा का भी वितरण किया गया है, जिससे सब्जी फसल ताजी एवं रोगमुक्त रहे। बाड़ी कृषकों के द्वारा उत्पादित ताजी सब्जी स्वयं के परिवार के लिए उपयोग कर रहे है तथा शेष सब्जियों का स्थानीय बाजार में बिक्री कर रहे है, जिससे बाड़ी कृषकों को स्वरोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आय का साधन मिल रहे है। उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमलों के तकनीकी मार्गदर्शन से बाड़ी कार्यक्रम का संचालन बाड़ी कृषकों के द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इस प्रकार जिले के 4000 बाड़ी कृषक शासन के योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। - महासमुंद : राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ाई तुहर द्वार योजना के तहत् कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में भी यह योजना प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक जिले में लगभग 42 हजार विद्यार्थियों तथा सात हजार शिक्षकों का विभाग के वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में पंजीयन करा चुके हैं और लगातार पंजीयन में वृद्धि हो रही है । इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिले के 120 संकुलों में संकुल नोडल अधिकारियों का चयन किया जा चुका है तथा प्रत्येक ब्लॉक में विकास प्रभारी अधिकारी एवं विकासखंड नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी भी दी जा चुकी हैं।पढा़ई तूहर द्वार योजना के अंतर्गत कक्षा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थी अपने घरों में बैठकर एंड्राइड फोन तथा सामान्य फोन के द्वारा विभिन्न विषयों के शैक्षणिक सामाग्रियांे को ऑडियो, वीडियो रूप में देख, सुन सकते हैं साथ ही चार स्तर पर ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रारंभ हो चुकी है। पहले स्तर पर राज्य स्तर से उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन अध्यापन कराया जा रहा है। दूसरे स्तर पर एससीईआरटी के विषय विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं ली जा रही है। इसी प्रकार जिले स्तर पर डाइट के द्वारा चिन्हित उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं व ऑडियो, वीडियो सामग्री तैयार किया जाना है। विकासखंड, संकुल तथा स्कूल स्तर पर भी विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करके शिक्षकों द्वारा कक्षा लेने कहा गया है और इस पर अमल होना भी प्रारंभ हो चुका है।गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विषय विशेषज्ञों द्वारा वेबपोर्टल में ऑडियो, वीडियो, नोट्स तथा असाइनमेंट भी अपलोड किया जा रहा है, ताकि लॉक डाउन जैसे इस कठिन परिस्थिति में भी छात्रों की पढ़ाई में नुकसान ना हो इस पोर्टल में शिक्षकों द्वारा घर बैठे गृह कार्य देकर जांचने तक की सुविधा दी गई है। कोविड-19 जैसी गंभीर समस्याओं में भी छात्रों की पढ़ाई में कोई बाधा ना आए इस उद्देश्य से इस वेब पोर्टल में वर्चुअल क्लास का भी निर्माण किया गया है जिसमें स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी वर्चुअल कक्षाओं के द्वारा विषय का पढ़ाई करते हैं। यह योजना न केवल लाकडाउन की स्थिति में ही चलेगी वरन स्कूलों के खुलने के बाद भी एक दूसरे के पूरक बनकर कार्य करेंगे।इस योजना का लाभ महासमुंद जिले के सभी स्कूली विद्यार्थियों के द्वारा लिया जा सकता हैद्य इसके लिए उन्हें सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में जाकर मोबाइल नंबर व कुछ जानकारी के साथ विद्यार्थी के रूप में पंजीयन करना होगा। इसके पश्चात वह अपने मोबाइल नंबर व पासवर्ड की सहायता से लॉगइन करके अपलोडेड शैक्षणिक सामग्री व ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकता है। यदि किसी एक परिवार में 3 विद्यार्थी अलग-अलग कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं तो उन्हें एक ही मोबाइल नंबर का पंजीयन करना होगा और अलग-अलग कक्षाओं के विषय सामग्री तीनों विद्यार्थियों के द्वारा देखा जा सकेगा । अतः सभी जागरूक पालकों, अभिभावकों से आग्रह है कि छत्तीसगढ़ शासन के इस महती योजना का लाभ अपने पाल्यों को दिलाने में सहयोग करें।महासमुंद जिले में यह कार्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री राबर्ट मिंज के निर्देशन तथा सहायक संचालक श्री सतीश नायर के मार्गदर्शन में एपीसी श्री पुरोहित सर, जिला नोडल श्री विवेक वर्मा, विकासखंड नोडल महासमुंद श्री राजेश्वर प्रसाद चंद्राकर, विकासखंड नोडल पिथौरा श्री अक्षय साहू, विकासखंड नोडल सरायपाली श्री अनिल प्रधान, विकासखंड नोडल बसना श्री अजय भाई तथा विकासखंड नोडल बागबाहरा श्री सुबोध तिवारी द्वारा मैदानी स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
- शारीरिक दूरी बनाकर कार्य कर रहें हैं मजदूरजिले के 518 ग्राम पंचायतों में चल रहा है मनरेगा का कार्यमहासमुंद : कोरोना महामारी के चलते एक तरफ जहाँ हजारों मजदूरों पर रोजी-रोटी की संकट बनी हुई है। वहीं दूसरी ओर मनरेगा योजना के तहत जिले के 63 हजार 458 मजदूर अपना जीवन यापन कर रहे। जिले भर में मनरेगा के तहत वर्तमान समय में करीब 518 ग्राम पंचायतों में एक हजार 954 निर्माण कार्य चल रहे है, जिससे नागरिकों को काम मिल रहा है। कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है, जिससे बचने के तरीके से एहतियात रखना बेहद जरूरी है, इसके लिए हमेशा सोशल डिस्टेसिंग और साबुन से नियमित हाथ धुलाई महत्वपूर्ण है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने गत दिनों बसना विकासखंड में संचालित मनरेगा संबंधित निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया । उन्होंने ग्राम खोगसा के श्री कृपाराम, मोहनसाय के डबरी निर्माण , ग्राम पलसाभाड़ी में आनंद कुमार एवं शिव प्रसाद द्वारा कराए जा रहे भूमि सुधार के कार्यों, ग्राम लोहड़ीपुर में सुमित्रा एवं पुनितराम तथा ग्राम पंचायत उड़ेला, ग्राम मुड़ीडीह में पनखती तालाब गहरीकरण के कार्यों का निरीक्षण किया।डॉ. मित्तल ने कहा कि इस समय अधिक से अधिक हितग्राहियों को सोसियल डिस्टेनसिंग और शासन के गाइड लाइन के आधार पर नियोजित करने तथा जिन्हंे जाॅब कार्ड की आवश्यकता हो उन्हें जाॅब कार्ड नियमानुसार जारी करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक डबरी निर्माण, भूमि सुधार एवं हितग्राही एवं आजीविका मूलक कार्यों को स्वीकृत करा कर सभी सक्रिय श्रमिकों को लाभान्वित करने को कहा। इस अवसर पर जनपद पंचायत के सीईओ श्री पंकज देव, जिला पंचायत मनरेगा के एपीओ श्री प्रथम अग्रवाल, जनपद पंचायत पीओ श्री प्रेमचंद बंजारे एवं संबंधित ग्राम के तकनीकी सहायक उपस्थित थे । अधिकारियों ने बताया कि सोशल डिस्टेसिंग का पालन मनरेगा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों के दौरान भी श्रमिकों द्वारा पालन किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में मजदुरों द्वारा कार्य के दौरान मास्क का उपयोग भी किया जा रहा है, वहीं सेनेटाइजर या साबुन से समय-समय पर हाथ भी धोया जाता है।जल संवर्धन और भूमि सुधार पर फोकसमनरेगा के कामों में जल संवर्धन और भूमि सुधार के कार्यों पर अधिक फोकस किया जा रहा है, जिससे राज्य शासन के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरवा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में भी सहायता मिलेगी। इसके अंतर्गत पशु शेड, मुर्गी शेड, भूमि सुधार, बकरी शेड जैसे कार्य तत्काल आरम्भ करने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे लोगो का आर्थिक स्तर मजबूत होगा और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। जिले में 13 करोड़ से ज्यादा मजदूरी भुगतान का बकाया मनरेगा के तहत काम शुरू कराने के पूर्व भुगतान की भी व्यवस्था कराई गई है। जिले में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रमिकों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।सभी पंचायतों में शुरू होगा मनरेगा का काम, सभी मजदूर होंगे शामिलमनरेगा के अंतर्गत सभी मजदूर जिन्हें रोजगार की आवश्यकता है, उनके मांग के अनुसार उन्हे कार्य दिलाया जा रहा हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनना और नियमित हाथ-धुलाई पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।महासमुन्द के 518 ग्राम पंचायतों में 63 हजार 458 मजदूर कार्यरत हैलोहड़ीपुर के मजदूर श्री गौरी सिंग, कार्तिक राम ने बताया कि लाॅकडाउन में सभी कार्य बंद था। इससे हमारे आजीविका में परेशानी हो रही थी, मनरेगा के कार्य शुरू होने से हमंे रोजगार मिल रहा हैं। शासन ने मजदूरी की राशि 176 रूपए से बढ़ाकर 190 रुपए कर दी है, हम सभी श्रमिक शासन के आभारी है, जिससे हमें पंचायत में ही रोजगार प्राप्त होे रहा हैं। खोगसा के सुलोचना साहू, जगतराम और दशोदा, अंजोर साहू ने बताया मैं महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की आभारी हूॅ, जिन्होंने इस कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में डबरी निर्माण कार्य देकर आजीविका का अवसर प्रदान किया।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी, भू-अभिलेख शाखा के प्रभारी अधिकारी तथा महासमुंद जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) को पत्र प्रेषित कर कहा है कि अनुसूचित जनजाति एवं वन परम्परागत निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 एवं अधिनियम 2007 यथा संशोधित नियम 2012 के वन अधिकार मान्यता प्राप्त हितग्राहियों को सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जारी पत्र मेें कहा है कि वन अधिकार पत्र धारक हितग्राहियों की कृषि भूमि पर शासकीय योजनाओं के माध्यम से उत्पादकता में वृद्धि कर जीवन-यापन में स्थायित्व लाने का प्रावधान हैं। कोविड-19 के संक्रमण के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के फलस्वरूप लाॅकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों में कमी परिलक्षित हो रही हैं, जिसका प्रभाव समाज के कमजोर वर्गों जिनमें वन अधिकार पत्र धारक हितग्राही शामिल हैं। उक्त वन अधिकार पत्र धारक हितग्राहियों की सहायता किए जाने के उद्देश्य से उनके कृषि भूमि में उत्पादकता में वृद्धि से संबंधित विभागीय योजनाओं के द्वारा लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। लाॅकडाउन के समाप्ति के उपरांत त्वरित रूप से ऐसे वर्गों के हितग्राहियों की सहायता किए जाने के उद्देश्य से उनके कृषि भूमि की उत्पादकता में वृद्धि से संबंधित विभागीय योजनाओं से ऐसे वन अधिकार पत्र धारक हितग्राहियों को त्वरित लाभान्वित करें ताकि हितग्राहियों को समय पर सहायता उपलब्ध कराई जा सकें।
- महासमुंद : जिला पंजीयक श्री दीपक मंडावी ने बताया कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के रोकथाम के लिए एहतियात के तौर पर 21 अप्रैल 2020 तक जिले के सभी पंजीयन कार्यालय बंद रखने के निर्देश जारी किए गए थे। वर्तमान में संक्रमण की आशंका अभी भी बनी हुई हैं, इसे ध्यान में रखते हुए आगामी 28 अप्रैल 2020 तक जिले के सभी पंजीयन कार्यालय बंद रखें जाएंगे।
- महासमुंद : प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री एन.आर. देवांगन ने बताया कि शिक्षण सत्र 2020-21 में प्रयास आवासीय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के लिए कार्यालय आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास इन्द्रावती भवन अटल नगर रायपुर द्वारा कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा का आयोजन 26 अप्रैल 2020 को आयोजित किया जाना था, जिसके लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 25 अप्रैल 2020 थी।उन्होंने बताया कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं सावधानी को ध्यान में रखते हुए लाॅंक डाउन में वृद्धि के कारण परीक्षा के आयोजन में परिवर्तन किया गया हैं। इनमें विद्यार्थियोें द्वारा आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 25 अप्रैल 2020 थी जिसे संशोधित कर 15 मई 2020 किया गया हैं तथा प्रवेश परीक्षा 26 अप्रैल 2020 थी जिसे संशोधित कर 24 मई 2020 किया गया हैं। आवेदन पत्र का प्रारूप जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास महासमुन्द कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।