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नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन, शासकीय भूमि के आबंटन एवं वार्षिक भू-भाटक के वसूली एवं स्थायी नजूल पट्टों का भूमिस्वामी हक प्राप्त करने के लिए योजना का लाभ उठाएं
महासमुंद 13 मई : राज्य शासन द्वारा नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन, शासकीय भूमि के आबंटन एवं वार्षिक भू-भाटक के वसूली व स्थायी नजूल पट्टों का भूमिस्वामी हक प्राप्त करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के द्वारा योजनांतर्गत किए गए कार्यांे की समीक्षा की गई। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि जिले के नगरीय क्षेत्रों में 20 अगस्त 2017 के पूर्व के अतिक्रमित 7500 वर्गफीट तक की शासकीय भूमि के 30 (तीस) वर्षीय पट्टे पर आबंटन तथा अतिक्रमित शासकीय भूमि के व्यवस्थापन के लिए सर्वेक्षित 3 हजार 679 अतिक्रामक (व्यक्ति) द्वारा भूमिस्वामी हक में भूमि चाहता है तो बाजार मूल्य के 150 प्रतिशत प्रब्याजी राशि लेने तथा भूमिस्वामी हक की प्राप्ति के लिए बाजार मूल्य का 02 प्रतिशत के समतुल्य राशि जमा कराने को कहा हैं। यदि शासकीय भूमि के 30 (तीस) वर्षीय पट्टे पर आबंटन चाहता है तो वे बाजार मूल्य का 102 प्रतिशत के समतुल्य राशि जमा करने के लिए प्रस्तुत किये गए 628 सहमति आवेदन पत्रों का निराकरण तत्काल सुनिश्चित करें। साथ ही शेष 3051 अतिक्रामक (व्यक्ति) को व्यक्तिसः प्रकरण दर्ज करने और नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारियों एवं तहसीलदार को दिए हैं। उन्होंने संबंधित भू-स्वामियों को इस योजना के तहत् लाभ उठाने कहा हैं।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि 52,500 वर्गफीट भूमि लिए के रिक्त शासकीय भूमि के आबंटन हेतु 07 आवेदन-पत्र, अनुविभागीय अधिकारी सरायपाली कोे प्राप्त हुए है, इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली को निर्देशित किया गया है और उन्हें प्राप्त आवेदन पत्रों में प्रकरण दर्ज कर भूमि आबंटन की कार्यवाही तत्काल करने के लिए कहा गया हैं। इसके अलावा जिले के अन्य अनुविभागीय अधिकरियों को भी रिक्त शासकीय भूमि के आबंटन के लिए तत्काल आवेदन प्राप्त कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस योजना के तहत् प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं कार्रवाई करने को कहा हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार भूमिस्वामी द्वारा गैर कृषि प्रयोजन के लिए धारित भूमि (परिवर्तित भूमि) के संदर्भ में निर्धारित वार्षिक भू-भाटक की राशि को 15 वर्ष के लिए एकमुश्त भुगतान करने पर भूमिस्वामी को आगामी 15 वर्ष (16वें वर्ष से लेकर 30वें वर्ष) के वार्षिक भू-भाटक के भुगतान से छूट प्राप्त होगी। इस संबंध में योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है ताकि इस योजना का लाभ संबंधित भू-स्वामी उठा सकें। उन्होंने जारी आदेश में यह भी कहा हैं कि जिले के बडे बकायादारों की ग्रामवार सूची तैयार करें, जिसमें राईस मील, पेट्रोल पम्प, फर्शी पालिशिंग, अन्य व्यवसायिक शामिल हैं के साथ अन्य बकायादारों को भू-राजस्व संहिता 1959 के प्रावधानुसार मांग पत्र जारी कर वित्तीय लक्ष्य के शत् प्रतिशत वसूली करने के निर्देश तहसीलदारों को दिए हैं ।
जारी निर्देशों में गैर रियायती स्थाई पट्टेदारों के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों के तहत् कहा गया है कि यदि पट्टेदार अपनी पट्टे पर प्राप्त भूमि को भूमिस्वामी अधिकार प्राप्त करना चाहता है तो, उसे प्रचलित गाइड लाइन दर के आधार पर भूमि के बाजार मूल्य के 2 प्रतिशत के बराबर राशि जमा करनी होगी। रियायती स्थाई पट्टेदार प्रदत्त पट्टे की भूमि के संबंध में भूमिस्वामी अधिकार प्राप्त करना चाहता है तो उनसे प्रचलित गाइड लाइन दर के आधार पर भूमि के बाजार मूल्य के 100 प्रतिशत के बराबर राशि रियायती पट्टे को गैर रियायती पट्टे में परिवर्तित करने के लिए तथा भूमि के बाजार मूल्य के 2 प्रतिशत के बराबर राशि पट्टे की भूमि को भूमिस्वामी हक में परिवर्तित करने के मामलों में प्रगति लाने के निर्देश दिए गए हैं। - महासमुंद 12 मई : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा जिले में निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर सभी आवश्यक सामग्री की उपलब्धता अधिकतम खुदरा मूल्य के भीतर आम जनता तक सुनिश्चित करने एवं नाप तौल में गड़बड़ी करने वाले दुकानदारों के यहां निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर सामान बेचने वाले दुकानदारों, व्यापारियों पर रोक लगाने के लिए औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने महासमुंद विकासखंड के पटेवा ,झलप ,छिंदौली, छिलपावन, तुमगांव सहित अन्य स्थानों पर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नमक के अधिकतम कीमत पर विक्रय करने पर छिन्दौली के किराना दुकान के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया। अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न संस्थानों को आम जनों को निर्धारित कीमत पर ही आवश्यक वस्तुओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिया गया।
- महासमुंद 12 मई : जिले के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों मे खाद एवं बीज का पर्याप्त भंडारण किया जा चुका है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री नायक द्वारा बताया गया कि किसान जिले के सभी कृषक सहकरी समितियों से खाद एवं बीज प्राप्त कर सकते है। अभी तक जिले के समितियों में खाद का भंडारण 17 हजार 240 टन किया जा चुका है और 05 हजार 224 टन वितरण किया गया है। इसी प्रकार 27 हजार 204 क्विन्टल बीज का भंडारण एवं 03 हजार 990 क्विन्टल वितरण किया गया है। जिले के सहकारी समितियों से 10 हजार 461 कृषकों द्वारा 3581.35 लाख नगद ऋण प्राप्त कर लिए हैं। इसी तरह 647 लाख बीज 71.76 लाख रूपए खाद के लिए ऋण प्राप्त कर चुके है।
श्री नायक ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द खाद बीज का उठाव कर लें ताकि बाद में भीड़ से बचा जा सकें। पिछले वर्ष में सभी ऋण लेने वाले कृषकांे का फसल बीमा अनिवार्य था जो 31 जुलाई तक ऋण लेते थे, किंतु इस वर्ष खरीफ 2020 में ऋणी कृषकांे के लिए फसल बीमा ऐच्छिक है एवं खरीफ 2020 के लिए बीमा प्रीमियम जमा करने की अंतिम तारीख 15 जुलाई 2020 है। ऋण लेने वाले कृषकों को फसल बीमा के लिए सहमति, असहमति पत्र देना होगा जो ऋण प्राप्त करते समय अथवा अंतिम तारीख के 07 दिवस पूर्ण सहमति, असहमति पत्र समिति में जहां से ऋण प्राप्त किए हैं उसको जमा करना अनिवार्य होगा। अंतिम तारीख के पश्चात फसल बीमा नहीं किया जा सकेगा। उल्लेखनीय हैं कि पिछले खरीफ 2019 का फसल बीमा क्षतिपूर्ति राशि लगभग एक लाख 37 हजार 473 कृषकांे का 44 करोड़ 73 लाख रूपए प्राप्त हुआ है जो उनके बैंक खातों में जमा हो चुका है। - महासमुंद 12 मई : जिला प्रशासन के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बागबाहरा एवं खाद्य विभाग की टीम द्वारा नमक की किल्लत संबंधी खबरों को देखते हुए आज बागबाहरा के दुकानों में आकस्मिक छापेमारी कार्रवाई की गई। इस दौरान दुकानदारों के स्टाक का सत्यापन किया गया। सत्यापन के दौरान नमक की पर्याप्त स्टॉक पाया गया और दुकानदारों को निर्देशित किया गया कि वह सही कीमत पर नमक खरीदे और सही कीमत पर दुकानदार ग्राहकों को नमक की बिक्री करें। कुछ ही दिनों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से अमृत नमक का वितरण होगा। उन्होंने कहा कि बागबाहरा में नमक की कमी है और ना ही नमक को लेकर किसी प्रकार की दिक्कत है। जिले में नमक का पर्याप्त स्टॉक है और बागबाहरा में नमक की रैक भी लगने वाली है। ऐसे में नमक की कमी है यह अफवाह मात्र है। अतः धैर्य रखें सही कीमत पर नमक खरीदें इसी तारतम्य में आज 2 वाहनों में डोनेशन ऑन व्हील के माध्यम से बागबाहरा में नमक जरूरतमंदों तक मुफ्त में पहुंचाई गई। यह इसलिए किया गया ताकि लोगों में यह संदेश जाएं कि नमक की किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है।
- महासमुंद 12 मई : जिले के 55 गौठान ग्रामों में 01 अप्रैल 2020 से 11 मई 2020 तक वर्मी बेड स्थापित 55 गौठान ग्रामों के महिला स्व-सहायता समूह द्वारा 764.25 क्विंटल जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया जा चुका है। जिससे 145.20 क्विंटल खाद का विक्रय महिला समूह द्वारा उद्यानिकी विभाग एवं वन विभाग को कर एक लाख 03 हजार 700 रूपए की आमदनी अर्जित कर चुके है। कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस.आर. डोंगरे ने बताया कि महासमुंद विकासखंड के प्रमुख गौठान ग्राम में से कछारडीह में 08 क्ंिवटल., कौंदकेरा मे 05 क्ंिवटल, कोना में 06 क्विंटल, खट्टी में 06 क्विंटल, बरोण्डाबाजार में 02 क्विंटल वर्मी खाद विक्रय के लिए उपलब्ध है। इसी तरह बागबाहरा विकासखंड के ग्राम जोरातराई में 40 क्विंटल, बसुलाडबरी, साल्हेभांठा, एवं छिबर्रा में एक-एक क्विंटल, टेमरी में 02 क्विंटल, बांदूमुड़ा में 55 क्विंटल, मोहंदी में 20 क्विंटल, तिलईदादर में 20.60 क्विंटल, करहीडीह, बागबाहरा कला, मनबाय एवं बोड़री दादर में 4-4 क्विंटल जैविक खाद उपलब्ध है।
इसी तरह पिथौरा विकासखंड के ग्राम परसापाली में 100 क्विंटल उत्पादित खाद में से 40 क्विंटल खाद उद्यानिकी विभाग द्वारा 34 हजार रूपए का क्रय किया गया। गड़बेड़ा में 160 क्विंटल उत्पादित खाद में से 40 क्विंटल खाद का क्रय उद्यानिकी विभाग द्वारा 34 हजार रूपए का किया गया। शेष 120 क्विंटल उपलब्ध है। बसना विकासखंड के ग्राम नवागांव में 102 क्विंटल उत्पादित खाद में से 40 क्विंटल का क्रय उद्यानिकी विभाग द्वारा 34 हजार रूपए का किया गया एवं 62 क्विंटल खाद शेष उपलब्ध है। ग्राम आमापाली में 15 क्विंटल, सकरी, संतपाली, बिछिया में 4-4 क्विंटल एवं चिमरकेल 24 क्विंटल जैविक खाद उपलब्ध है एवं 02 क्विंटल का विक्रय कर एक हजार 700 रूपए आय स्व-सहायता समूह को प्राप्त हुआ हैं। इसी प्रकार सरायपाली विकासखंड के ग्राम पाठसेन्द्री गौठान में 20 क्विंटल, कुसमीसरार, सिरबोड़ा, राफेल एवं सिरपुर में 02-02 क्विंटल, वर्मी खाद उपलब्ध है। मुधा, तोषगांव, बेलमुण्डी एवं कलेण्डा (छिबर्रा) में 06-06 क्विंटल जैविक खाद विक्रय के लिए उपलब्ध है। - महासमुंद 12 मई : राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाडी योजना के तहत महासमुन्द जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में गौठान निर्माण का कार्य संचालित है। शासन से प्राप्त निर्देश पर कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिले के गौठान को मल्टी एक्टीविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न आजीविका तथा रोजगार मूलक कार्यो के लिए आजीविका संवर्धन गतिविधियों का संचालन एक ही स्थान पर किया जा सकेगा। जहाॅ पर महिला स्व-सहायता समूह के विभिन्न उत्पाद एवं ग्राम के विशिष्ट उत्पाद को आगामी समय में एक ही स्थान पर प्रदर्शनी के लिए सरलता से उपलब्ध कराया जाएगा।
वर्तमान समय में आधुनिक खेती के कारण किसानों द्वारा खेतों पर अधिक रासायनिक एवं कीटनाशक के उपयोग से भूमि की उर्वरकता शक्ति काफी कम हो गई है। इसके लिए जिले के सभी विकासखण्ड केे अंतर्गत आने वाले गौठानांे में स्व-सहायता समूहों द्वारा गौठानों में उपलब्ध गोबर एवं कचरे से वर्मी-कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा केचुएं की मदद से गोबर एवं कचरे को खाद में परिवर्तित करने के लिए केंचुओं को नियंत्रित वातावरण में पाला जाता हैै। केंचुओं द्वारा कचरा खाकर जो कास्ट निकलती है उसे एकत्रित रूप से वर्मी कम्पोस्ट कहते है। स्व-सहायता समूहों द्वारा 975 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट जैविक खाद का निर्माण किया गया। जिसमें से 207 क्विंटल जैविक खाद लगभग एक लाख 76 हजार 300 रूपए में उद्यानिकी विभाग एवं वन विभाग द्वारा विक्रय किया गया है। शेष खाद जल्द ही विक्रय करने के लिए मांग की गई है। स्व-सहायता समूहों द्वारा कृषि में जैविक तकनीक लाने के लिए खाद के साथ-साथ जैविक कीटनाशक का निर्माण भी किया जा रहा है।जिसको गांव के किसान स्व-सहायता समूह से खरीद कर अपने खेतो में उपयोग कर लाभान्वित हो रहे है। अन्य आजीविका गतिविधि के रूप में मशरूम उत्पादन, साबुन निर्माण, फिनाईल, हारपिक निर्माण, वाशिंग पाउडर, हैण्डवाश, मिक्चर निर्माण, मिठाई, लड्डू, दोना-पत्तल निमार्ण, बाडी कार्य तथा गोबर से दिया, कण्डा, गमला, धूपबत्ती निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिससे समूह की महिलाओं में आय के साथ-साथ निरंतर कार्य करने के लिए जागरूगता, एकता एवं आत्म विश्वास बढ़ रहा है। -
महासमुंद 12 मई : महासमुंद जिले में भीषण गर्मी की स्थिति में प्रतिदिन दोपहर 12.00 बजे से 03ः00 बजे के बीच तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान निरंतर बना रहता है। इस दौरान भारवाही पशुओं पर सामग्री रखकर या सवारी हेतु उपयोग करने से अथवा तांगा, बैलगाड़ी, भैसागाड़ी, ऊंटगाडी, खच्चर, टट्टू गाड़ी एवं गधे पर वजन ढोने के उपयोग करने से पशु बीमार हो सकते है अथवा उनकी मृत्यु हो सकती है। इस संबंध में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने आदेश जारी करते हुए दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच ऐसे पशुओं का उपयोग प्रतिबंधित किया हैं।
जारी आदेश में कहा गया है कि पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण परिवहन एवं कृषिक पशुओं पर क्रूरता निवारण नियम के नियम 1965 के नियम 6(3) के अनुसार जिन क्षेत्रों में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहता है, उन क्षेत्रों में दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच ऐसे पशुओं का उपयोग प्रतिबंधित किया गया है। ग्रीष्म ऋतु में पशुओं की सहायता से चलने वाले साधन जिसमें वजन या सवारी ढोने का कार्य किया जाता है, ऐसे कार्यों हेतु उपयोग 30 जून 2020 तक दोपहर 12ः00 बजे अपरान्ह 03ः00 बजे तक प्रतिबंधित किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील हो गया है। -
कलेक्टर ने की अपील-अफवाहों पर नहीं देवें ध्यान
महासमुंद 12 मई : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिले में लाॅकडाउन घोषित हैं। इस स्थिति में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति निर्वाध रूप से जारी है। वर्तमान में जिले में नमक सहित अन्य सभी जरूरी खाद्य पदार्थ पर्याप्त मात्रा में उचित दरों पर बाजार में उपभोक्ताओं के लिए सरलता से उपलब्ध हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा नागरिकों से अपील की गई है कि जिले में नमक की कमी के संबंध में हो रही अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में नमक उपलब्ध है। किसी भी व्यापारी द्वारा अधिक मात्रा में नमक विक्रय करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में शासन द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली निःशुल्क नमक का भी वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि नमक का भंडार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जिले में नमक की मासिक आवश्यकता दो हजार 689 क्विंटल है जबकि वर्तमान में नमक की उपलब्धता चार हजार 346 क्विंटल है। उन्होंने बताया कि जिले में दुकानों की जाॅच करने की कार्रवाई भी की जा रही है। खाद्य अधिकारी ने जिलेवासियों से नमक की कमी की अफवाहों पर ध्यान न देकर अपनी आवश्यकतानुसार नमक क्रय करने की समझाईश दी है कि खुले बाजार में नमक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। नमक व्यवसाय के संबंध में स्थिति सामान्य है। -
नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन, शासकीय भूमि के आबंटन एवं वार्षिक भू-भाटक के वसूली एवं स्थायी नजूल पट्टों का भूमिस्वामी हक प्राप्त करने के लिए योजना का लाभ उठाएं
महासमुंद 12 मई : राज्य शासन द्वारा नगरीय क्षेत्रों में अतिक्रमित भूमि के व्यवस्थापन, शासकीय भूमि के आबंटन एवं वार्षिक भू-भाटक के वसूली व स्थायी नजूल पट्टों का भूमिस्वामी हक प्राप्त करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के द्वारा योजनांतर्गत किए गए कार्यांे की समीक्षा की गई। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि जिले के नगरीय क्षेत्रों में 20 अगस्त 2017 के पूर्व के अतिक्रमित 7500 वर्गफीट तक की शासकीय भूमि के 30 (तीस) वर्षीय पट्टे पर आबंटन तथा अतिक्रमित शासकीय भूमि के व्यवस्थापन के लिए सर्वेक्षित 3 हजार 679 अतिक्रामक (व्यक्ति) द्वारा भूमिस्वामी हक में भूमि चाहता है तो बाजार मूल्य के 150 प्रतिशत प्रब्याजी राशि लेने तथा भूमिस्वामी हक की प्राप्ति के लिए बाजार मूल्य का 02 प्रतिशत के समतुल्य राशि जमा कराने को कहा हैं। यदि शासकीय भूमि के 30 (तीस) वर्षीय पट्टे पर आबंटन चाहता है तो वे बाजार मूल्य का 102 प्रतिशत के समतुल्य राशि जमा करने के लिए प्रस्तुत किये गए 628 सहमति आवेदन पत्रों का निराकरण तत्काल सुनिश्चित करें। साथ ही शेष 3051 अतिक्रामक (व्यक्ति) को व्यक्तिसः प्रकरण दर्ज करने और नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारियों एवं तहसीलदार को दिए हैं। उन्होंने संबंधित भू-स्वामियों को इस योजना के तहत् लाभ उठाने कहा हैं।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि 52,500 वर्गफीट भूमि लिए के रिक्त शासकीय भूमि के आबंटन हेतु 07 आवेदन-पत्र, अनुविभागीय अधिकारी सरायपाली कोे प्राप्त हुए है, इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली को निर्देशित किया गया है और उन्हें प्राप्त आवेदन पत्रों में प्रकरण दर्ज कर भूमि आबंटन की कार्यवाही तत्काल करने के लिए कहा गया हैं। इसके अलावा जिले के अन्य अनुविभागीय अधिकरियों को भी रिक्त शासकीय भूमि के आबंटन के लिए तत्काल आवेदन प्राप्त कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस योजना के तहत् प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं कार्रवाई करने को कहा हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार भूमिस्वामी द्वारा गैर कृषि प्रयोजन के लिए धारित भूमि (परिवर्तित भूमि) के संदर्भ में निर्धारित वार्षिक भू-भाटक की राशि को 15 वर्ष के लिए एकमुश्त भुगतान करने पर भूमिस्वामी को आगामी 15 वर्ष (16वें वर्ष से लेकर 30वें वर्ष) के वार्षिक भू-भाटक के भुगतान से छूट प्राप्त होगी। इस संबंध में योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है ताकि इस योजना का लाभ संबंधित भू-स्वामी उठा सकें। उन्होंने जारी आदेश में यह भी कहा हैं कि जिले के बडे बकायादारों की ग्रामवार सूची तैयार करें, जिसमें राईस मील, पेट्रोल पम्प, फर्शी पालिशिंग, अन्य व्यवसायिक शामिल हैं के साथ अन्य बकायादारों को भू-राजस्व संहिता 1959 के प्रावधानुसार मांग पत्र जारी कर वित्तीय लक्ष्य के शत् प्रतिशत वसूली करने के निर्देश तहसीलदारों को दिए हैं ।
जारी निर्देशों में गैर रियायती स्थाई पट्टेदारों के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। निर्देशों के तहत् कहा गया है कि यदि पट्टेदार अपनी पट्टे पर प्राप्त भूमि को भूमिस्वामी अधिकार प्राप्त करना चाहता है तो, उसे प्रचलित गाइड लाइन दर के आधार पर भूमि के बाजार मूल्य के 2 प्रतिशत के बराबर राशि जमा करनी होगी। रियायती स्थाई पट्टेदार प्रदत्त पट्टे की भूमि के संबंध में भूमिस्वामी अधिकार प्राप्त करना चाहता है तो उनसे प्रचलित गाइड लाइन दर के आधार पर भूमि के बाजार मूल्य के 100 प्रतिशत के बराबर राशि रियायती पट्टे को गैर रियायती पट्टे में परिवर्तित करने के लिए तथा भूमि के बाजार मूल्य के 2 प्रतिशत के बराबर राशि पट्टे की भूमि को भूमिस्वामी हक में परिवर्तित करने के मामलों में प्रगति लाने के निर्देश दिए गए हैं। -
महासमुंद 11 मई : जिले के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों मे खाद एवं बीज का पर्याप्त भंडारण किया जा चुका है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी श्री नायक ने बताया कि सभी कृषक सहकरी समितियों से खाद एवं बीज प्राप्त कर सकते है। अभी तक जिले के समितियों में खाद का भडारण 17 हजार 240 टन हुआ है वितरण 05 हजार 224 टन है। इसी प्रकार बीज का भंडारण 27 हजार 204 क्विन्टल एवं वितरण 03 हजार 990 क्विन्टल है । जिले के सहकारी समितियों से 10 हजार 461 कृषको द्वारा 3581.35 लाख नगद ऋण खाद 647 लाख बीज 71.76 लाख रूपये ऋण प्राप्त कर चुके है।
कोरोना महामारी के चलते कृषको से अपील की है कि वे जल्द से जल्द खाद बीज का उठाव कर लेवे ताकि बाद में भीड़ से बचा जा सके फसल बीमा ऐच्छिक - पिछले वर्ष में सभी ऋण लेने वाले कृषको का फसल बीमा अनिवार्य था जो 31 जुलाई तक ऋण लेते थे किंतु इस वर्ष खरीफ 2020 में ऋणी कृषको के लिये फसल बीमा ऐच्छिक है एवं खरीफ 2020 के लिये बीमा प्रीमियम जमा करने की अंतिम तारीख 15 जुलाई 2020 है | ऋण लेने वाले कृषको को फसल बीमा हेतु सहमति, असहमति पत्र देना होगा जो ऋण प्राप्त करते समय अथवा अंतिम तारीख के 07 दिवस पूर्ण सहमति, असहमति पत्र समिति में जहां से ऋण प्राप्त किये है जमा करना अनिवार्य होगा। अंतिम तारीख के पश्चात फसल बीमा नहीं किया जा सकेगा।
उल्लेखनीय हैं कि पिछले खरीफ 2019 का फसल बीमा क्षतिपूर्ति एक लाख 37 हजार 473 कृषको का 44 करोड़ 73 लाख रूपए प्राप्त हुआ है जो उनके बैंक खातों में जमा हो चुका है। - महासमुंद 11 मई : महासमुंद जिले के वन परिक्षेत्र बागबाहरा के अंतर्गत 05 मई 2020 से 19 हाथियों का झुण्ड लगातार छिन्दौला, खलियापारा के बीच पहाड़ी में अपना आवास स्थल चयन कर रह रहे है। उन्हंे चारांे तरफ पानी एवं जंगल में पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध है, तथा किसी प्रकार की जैविक बाधा नहीं है, समय-समय पर पहाड़ के नीचे लगे खेतों में धान को भी खाकर विचरण कर रहे हैं। वन मण्डलाधिकारी श्री मयंक पाण्डेय ने बताया कि वन विभाग द्वारा छिंददादर, खलियापारा, तुलसीपारा, में बड़े-बड़े लाईट की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी प्रकार की जनहानि ना हो। वन विभाग के गश्ती दल द्वारा लगातार 24 घंटे निगरानी की जा रही है, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटे। पहाड़ी के चारों तरफ ग्रामों में मुनादी कर सूचना लगातार दी जा रही है कि आस-पास में हाथी विचरण कर रहे है।
कोई भी व्यक्ति जंगल की ओर नहीं जाए, साथ ही वन्यप्राणी एवं हाथियों से सुरक्षा के लिए पाम्प्लेट भी गांव-गांव में वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि 10 मई 2020 को ग्राम छिन्दौला के आस पास हाथी विचरण कर रहा था, तभी हाथी की दिशा ग्राम के श्री रामजी ध्रुव के ब्यारा में लगभग 200 क्विंटल धान रखा हुआ था, उसको बचाने के लिए गश्ती दल द्वारा टार्च, लाईट एवं सायरन बजाकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा गया। हाथियों के हाव-भाव से लगता है कि इसी क्षेत्र में और आगे भी हाथी के झुण्ड के रहने की संभावना है। - महासमुंद 11 मई : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में समुदाय में कोरोना वायरस से बचाव व नियंत्रण के लिए लक्षण वाले व्यक्तियों का पता करने के संबंध में सभी तहसीलों एवं नगरीय निकायों के फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया। जिला मास्टर ट्रेनर तोषण गिरी गोस्वामी ने वीडियों कान्फ्रंेसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण देते हुए बताया कि कन्टेंटमेंट जोन यानि कोरोना संक्रमित पाए गए मरीजों के घर के एक किलोमीटर के दायरे के हर घर में अन्य लक्षण वाले व्यक्तियों की खोज की जाएगी। इसके लिए गठित दलों द्वारा बुखार, सुखी खांसी, सांस की गति तेज होना, हांफना, पसली धसना, सांस लेने में तकलीफ आदि लक्षण वाले व्यक्तियों के बारें में जानकारी एकत्रित की जाएगी तथा ऐसे व्यक्तियों के समुचित ईलाज के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
सर्वे दल के सदस्यों को कार्य करते समय पर्याप्त सावधानी भी बरतनीं होगी जैसे- मास्क का उपयोग, बात करते समय कम से कम दो मीटर की दूरी बनाए रखना, हाथ को साबुन से बार-बार धोना आदि। आज के प्रशिक्षण में एक्टिव सर्विलेंस से संबंधित नोडल अधिकारी श्री सुधाकर बोदले, मास्टर ट्रेनर श्री संजय कुमार मांझी आदि अधिकारी उपस्थित थें। वहीं सभी जनपद मुख्यालयों में संबंधित एस.डी.एम., चार्ज अधिकारी तथा संबंधित फील्ड ट्रेनर उपस्थित रहें। -
महासमुंद 11 मई : शासन द्वारा सिरपुर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर में पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलानें के लिए विशेष प्रयास किए जा रहें हैं। महासमुंद जिले में पवित्र महानदी के तट पर स्थित सिरपुर का अतीत सांस्कृतिक विविधता व वास्तुकला से ओत-प्रोत है। सिरपुर प्राचीन समय से ही ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के कारण आकर्षण का केन्द्र रहा है। इसे 05वीं शताब्दी के आस-पास बसाया गया था। ऐसे प्रमाण मिलते है कि 06ठीं शताब्दी से 10वीं शताब्दी तक यह बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल रहा है। इसके अलावा यहां विभिन्न धर्मों, सम्प्रदायों का समावेश देखने को मिलता हैं।
खुदाई में यहां प्राचीन बौद्ध मठ के साथ अनेक मंदिर, देवालय प्राप्त हुआ हैं। सिरपुर को कला के शाश्वत नैतिक मूल्यों, सांस्कृतिक, वास्तुकला, धार्मिक मान्यताओं व स्थापत्य शैली के अनुपम संग्रह तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण के कारण पहचाना जाता हैं। इतिहासकारों के अनुसार 06ठीं शताब्दी मंे चीनी यात्री व्हेनसांग भी यहां आए थे। उल्लेखनीय है कि सिरपुर में 06ठीं शताब्दी में निर्मित भारत का सबसे पहला ईंटों से बना प्राचीन मंदिर स्थित हैं। सिरपुर प्राचीन काल में श्रीपुर के नाम से विख्यात रहा। सोमवंशीय शासकों के काल में इसे दक्षिण कौशल की राजधानी होने का गौरव भी प्राप्त था।
जिला प्रशासन द्वारा जिले के युवाओं को पर्यटन गाईड के लिए विभिन्न भाषाओं के माध्यम से पर्यटन स्थलों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। जैसे तमिल, मंडरिन, कोरियन, जापानिस, श्रीलंकन एवं अंग्रेजी भाषाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के ईच्छुक युवा नोडल अधिकारी श्री रेखराज शर्मा के मोबाईल नम्बर 99778-88775 पर सम्पर्क कर सकते है। -
14 दिवस का क्वोंटाईन अवधि पूरी कराई जा रही है
महासमुंद 11 मई : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर लाॅकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे महासमुंद जिले के श्रमिकों की वापसी के लिए विकासखंडवार क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। इसके तहत् जिले में लगभग 1543 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। इनमें विकासखंड महासमुंद में 301, सरायपाली में 190, बागबाहरा में 247 और पिथौरा में 427 एवं बसना विकासखंड में 378 क्वारेंटाईन सेंटर अब तक बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में अब तक 2163 लोगों रखा गया है। इनमें 1175 पुरूष एवं 988 महिलाएं शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में सामुदायिक भवन, स्कूल भवन, छात्रावास भवन, मंगल भवन को चिन्हांकित किया गया है। शासन द्वारा जारी हेल्पलाईन नंबरों के माध्यम से अब तक जिले के लगभग 07 हजार 26 श्रमिकों, मजदूरों एवं अन्य लोगों द्वारा अपने गांव आने के लिए शासन को जानकारी भेजी गई है।
कलेक्टर ने क्वारेंटाईन सेंटर के लिए गांव में बसे आबादी से दूर स्थान का चयन करने कहा है। साथ ही सभी एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों को क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए है। सेंटर में मजदूर अन्य राज्य से वापस आने के उपरांत संबंधित तहसीलों में स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्क्रीनिंग कराकर भेजा जाएगा। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जाएगा। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जाएगी। -
महासमुंद 10 मई : छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे श्रमिक एवं व्यक्ति जो अपने निवास के गृह राज्य में वापस जाना चाहते हैं (स्वयं के साधन से जाने वाले पास हेतु आवेदन करने वालों को छोड़कर) के पंजीयन के लिए सभी जिलों में एकरूपता के लिए ऑन लाईन एप्लीकेशन बनाया गया है। कलेक्टर कार्यालय में विगत कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे अपने निवास के राज्यों में वापस जाने के ईच्छुक श्रमिकों एवं व्यक्तियों का आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। कलेक्टर कार्यालय के द्वारा स्वीकार किए गए उक्त सभी आवेदनों को ीजजचरूबहसंइवनतण्दपबण्पदध्ब्वअपक19ऋस्वहपदचंहम.ंेचग इस लिंक अपलोड किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाईन पंजीयन की व्यवस्था 11 मई 2020 से आमजनों के लिए भी खोला जाएगा। 29 अप्रैल 2020 से श्रमिकांे, व्यक्तियों से प्राप्त किए गए आवेदनों को 11 मई 2020 के पूर्व अनिवार्यतः अपलोड करने को कहा गया हैं। इसी प्रकार नवीन प्राप्त होने वाले आवेदनों को भी ऑनलाईन पंजीयन प्रविष्टि किया जाए।श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा का अनुरोध ( प्वाइंट टू प्वाइंट )
छत्तीसगढ़ राज्य सीमा में
स्टार्टिंग प्वाइंट स्टेशन प्रस्तावित ट्रेन संख्या एण्ड प्वाइंट स्टेशन आगमन का समय/दिनांक
साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 1 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 11 मई 2020साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 2 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020विजयवाड़ा, आंध्रप्रदेश 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 13मई 2020पठानकोट, पंजाब 1 चम्पा सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 12 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 13 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 13 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 14 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 14 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020लखनऊ उ.प्र.प्रस्थान 15 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 16 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 17 मई 2020मुजफ्फरपुर, बिहारप्रस्थान 15 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020दिल्लीप्रस्थान 14 मई 2020 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020 -
महासमुंद 08 मई 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे श्रमिक एवं व्यक्ति जो अपने निवास के गृह राज्य में वापस जाना चाहते हैं (स्वयं के साधन से जाने वाले पास हेतु आवेदन करने वालों को छोड़कर) के पंजीयन के लिए सभी जिलों में एकरूपता के लिए ऑन लाईन एप्लीकेशन बनाया गया है। कलेक्टर कार्यालय में विगत कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे अपने निवास के राज्यों में वापस जाने के ईच्छुक श्रमिकों एवं व्यक्तियों का आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। कलेक्टर कार्यालय के द्वारा स्वीकार किए गए उक्त सभी आवेदनों को ीजजचरूबहसंइवनतण्दपबण्पदध्ब्वअपक19ऋस्वहपदचंहम.ंेचग इस लिंक अपलोड किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाईन पंजीयन की व्यवस्था 11 मई 2020 से आमजनों के लिए भी खोला जाएगा। 29 अप्रैल 2020 से श्रमिकांे, व्यक्तियों से प्राप्त किए गए आवेदनों को 11 मई 2020 के पूर्व अनिवार्यतः अपलोड करने को कहा गया हैं। इसी प्रकार नवीन प्राप्त होने वाले आवेदनों को भी ऑनलाईन पंजीयन प्रविष्टि किया जाए।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा का अनुरोध ( प्वाइंट टू प्वाइंट )छत्तीसगढ़ राज्य सीमा में-स्टार्टिंग प्वाइंट स्टेशन प्रस्तावित ट्रेन संख्या एण्ड प्वाइंट स्टेशन आगमन का समय/दिनांकसाबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 1 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 11 मई 2020साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 2 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020विजयवाड़ा, आंध्रप्रदेश 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 13मई 2020पठानकोट, पंजाब 1 चम्पा सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 12 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 13 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 13 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 14 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 14 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020लखनऊ उ.प्र.प्रस्थान 15 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 16 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 17 मई 2020मुजफ्फरपुर, बिहारप्रस्थान 15 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020दिल्लीप्रस्थान 14 मई 2020 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020क्रमांक/39/171/एस शुक्ल/हेमनाथAttachments areaDisplaying WhatsApp Image 2020-05-08 at 19.11.45.jpeg. -
नगर पालिका अमले से आपात कालीन सेवाओं में जुटे दो सौ तेरह कोरोना वाॅरियर्स ने स्वास्थ्य जांच कराई, कोविड 19 के लक्षण नहीं दिखे। सर्दी, खांसी, बुखार, रक्तचाप और मधुमेह जैसी शिकायतें तक नहीं मिलीं
महासमुंद 09 मई 2020/ कोरोना वायरस के संक्रामक दौर में भी बिना किसी भय के निर्बाध सेवा प्रदाताओं में नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों सहित सफाई कामगारों की भूमिका भी किसी से छिपी नहीं है। चाहे विभागीय कामकाज हो या उन स्थानों की स्वच्छता का जिम्मा, जहां संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है, दायित्व निर्वहन के लिए ये बेखौफ डंटे हुए हैं। इस दौरान सुरक्षा संसाधनों के इस्तेमाल में लाए जाने के बावजूद संक्रमित होने की आशंका बनी रहती है। जिसे देखते हुए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के मार्गदर्शन में शनिवार 09 मई 2020 को नगर पालिका के कोरोना वाॅरियर्स का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें सभी के स्वस्थ होने के सकारात्मक परिणाम मिले।प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के टाउन हाॅल में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नयापारा के चिकित्सकीय दल द्वारा नगर पालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित सफाई कर्मचारियों में कुल दो सौ तेरह लोगों में विशेष तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गई। चिकित्सकीय दल ने दस प्रकरणों में आरडी किट का इस्तेमाल भी किया। स्वास्थ्य परीक्षण में सभी स्वस्थ मिले, किसी में भी सर्दी, खांसी, बुखार, अनियंत्रित रक्तचाप और मधुमेह सहित कोविड 19 की बीमारी से संबंधित कोई भी लक्षण नहीं मिले। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि पूर्व नियोजित स्वास्थ्य शिविर में प्रवेश द्वार पर बनाए गए अस्थायी पंजीयन काउंटर में आते एवं जाते दोनों समय सभी के हांथ हैंड रब सैनिटाइजर से साफ कराए गए। इस दौरान परीक्षण कराने पहुंचे कर्मचारियों ने भी जागरूकता का परिचय दिया। अलग-अलग काउंटरों में पंक्ति लगा कर शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्वास्थ्य परीक्षण करवाया और व्यवस्थागत समन्यवय बनाए रखने में सहयोग किया।सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक चले इस एक-दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नयापारा के चिकित्सकीय दल से चिकित्सा अधिकारी डाॅ अल्विया अराबा दास, स्टाफ नर्स श्रीमती प्रार्थना दयाल, फार्मासिस्ट श्री यशवंत साहू, प्रयोगशाला प्रशिक्षक श्री ओम प्रकाश पटेल सहित शहरी क्षेत्र महासमुंद से एएनएम श्रीमती मालती पालकर, एएनएम सुश्री सुधा नायक, सुश्री मनीषा ध्रुव एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नयापारा से श्री नागेश्वर धीवर का योगदान सराहनीय रहा। -
महासमुंद 09 मई : राज्य शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी एस सिंह देव 8 मई को सुबह 11 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से महासमुंद जिला एवं जनपद पंचायत के प्रतिनिधियों तथा सरपंचों से चर्चा किया। चर्चा अंतर्गत वे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत श्रमिकों को रोजगार की उपलब्धता एवं अन्य प्रदेशों से आये हुये श्रमिकों के लिए रोजगार एवं अन्य व्यवस्था के सम्बंध में जानकारी लिए। जिला कार्यायल के स्वान-चिप्स नेटवर्क अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, उपाध्यक्ष श्री लक्षमण पटेल सहित जिला पंचायत सदस्य मौजूद थे। वीडियो कान्फ्रेसिंग में जिला पंचायत सीईओ श्री रवि मित्तल ने बताया कि जिले में रोजगार गारण्टी अंतर्गत पर्याप्त कार्य स्वीकृत कर प्रारंभ किये गये हैं। .
मजदूरी भुगतान भी समय पर किया जा रहा है। साथ ही बताया कि कार्य स्थल में मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा मास्क व सेनेटाईजर की व्यवस्था की गई है। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा भी समय-समय पर निरीक्षण किया जा रहा है। वीडियो कान्फ्रेसिंग में जनपद पंचायत के सदस्य तथा ग्राम पंचायत के सरपंच भी अपने-अपने विकासखण्ड में उपस्थित थे। -
विश्व रेडक्राॅस दिवस विशेष:- समिति की जिला इकाई ने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में जम कर बजाई तालियां, भेंट किए गुलाब।
महासमुंद 08 मई : भारतीय रेडक्राॅस समिति की जिला इकाई के अध्यक्ष कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में शताब्दी वर्ष शुक्रवार 08 मई 2020 को विश्व रेडक्राॅस दिवस पर राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर मिली थीम के अनुसार जिला चिकित्सालय महासमुंद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर किए गए। साथ ही चिकित्सकीय अमले से कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित कर उनकी हौसला-अफजाई करने के साथ-साथ एक दिवसीय रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समिति के दिग्गज एवं अनुभवी सदस्यों ने अपने विचार रखे और जिले भर से एकत्र चुनिंदा स्वास्थ्यकर्मियों को गुलाब के पुष्प भेंट कर आभार व्यक्त किया। विगत शताधिक वर्षों से चिकित्सा सेवा क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए जाने विश्वव्यापी प्रतिष्ठित रेडक्राॅस समिति ने जम कर तालियां बजाते हुए कोरोना को हराने में लगे वॉरियर्स को अनूठे तरीके से सलामी दी, जिससे परिसर का कोना कोना गड़-गड़ाहट से गूंज उठा।।इस दौरान सुबह करीब 11 बजे रेडक्राॅस समिति के पदाधिकारी जिला चिकित्सालय पहुंचे और कोरोना ओपीडी, ब्लड बैंक एवं डायलीसिस यूनिट सहित परिसर का पूरा चक्कर लगाया। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम आपातकालीन सेवाओं में जुटे चिकित्सक, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, पैरा मेडिकल स्टाफ, आरबीएसके दल सहित पुलिस विभाग एवं सिक्योरिटी सर्विसेज के कर्मठ वाॅरियर्स से बारी-बारी मिल कर सम्मानित करते गए। अंतिम दौर में विशालकाय घेरा बना कर कोरोना को हराने के लिए उंचे स्वर में जोशीले नारे लगाते हुए कोरोना मुक्त महासमुंद का शुभकामना संदेश प्रेषित किया गया। चिकित्सकीय अमले और सलाहकारों के दल ने भी आयोजनकर्ताओं का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।
उल्लेखनीय है कि रेडक्राॅस समिति की जिला इकाई के अध्यक्ष कलेक्टर श्री जैन के प्रतिनिधी के रूप में उपस्थित अपर कलेक्टर श्री आलोक पांडेय द्वारा संबोधन में कहा गया कि निसंदेह महासमुंद के कोरोना वाॅरियर्स अपनी लगन और कर्तव्यनिष्ठा के लिए धन्यवाद के पात्र हैं। इनकी बदौलत ही जिला अब तक कोविड 19 के संकट से बचा हुआ है।ं कार्यक्रम में उपस्थित भारतीय रेडक्राॅस समिति की जिला इकाई के सभापति श्री एके शुक्ला, उप सभापति श्रीमती अनीता रावटे, वरिष्ठ सदस्य श्रीमती सती साहू ने भी विगत सौ वर्ष पूर्व सन 1920 में पूरी दुनिया में फैल कर करोड़ों लोगों को असामयिक काल की गर्त में समा देने वाले बनी स्पैनिश फ्लू की त्रासदी का उद्वरण देकर उबरने के लिए किए गए रेडक्राॅस द्वारा किए गए प्रयास और सहभागिता के बिंदुओं पर प्रकाश डाल, कोविड 19 की महामारी से भी सकुशल बच निकलने की बात कही। इस दौरान श्रीमती रावटे द्वारा कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए मौके पर ही सौ वितरित कर एक हजार मास्क और प्रदान करने की घोषणा की गई। वरिष्ठ समाजसेवी श्री दाउलाल चंद्राकर ने आगे भी इसी तरह आपसी सहयोग और समन्वय के साथ डंटे रहने की बात दोहराई।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे ने आयोजकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल द्वारा रेडक्राॅस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि रेडक्राॅस सोसायटी की स्थापना सर हेनरी ड्यूनाॅट द्वारा युद्ध में पीड़ित सौनिकों की सेवा एवं मानवीय दृष्टिकोंण के आधार पर की गई थी। हर साल 08 मई को उनके जन्म दिन पर यह उत्सव विश्व रेडक्राॅस दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस दौरान मंच संचलान में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने दूरी बनाते हुए भी सभी को एक लय में बांधे रखा। डॉ वाईएम मेमन, श्रीमती अरुणा शुक्ला, श्री संदीप दीवान कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के नोडल अफसरों में डॉ आई नागेश्वर राव एवं डॉ अनिरुद्ध कसार, आरबीएसके टीम से आयुष चिकित्सा अधिकारी डाॅ देवंद्र साहू व अस्पताल सलाहकार डाॅ निखिल गोस्वामी सहित श्री जीपी चंद्राकर का विशेष योगदान रहा। जूनियर रेडक्राॅस महासमुंद के जिला संगठक व सचिव श्री अशोक गिरी गोस्वामी एवं उनके दल द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए कई स्थानों पर जागरूकता लाने का कार्य किया गया और हैंड सैनिटाइजर एवं मास्क इत्यादि का वितरण कर स्वस्थ व सुरक्षित रखने के तरीके सिखाए गए। कार्यक्रम में स्वयं सेवी श्री अजय राजा, सुश्री प्रभा पण्डा, नवजीवन प्रेरक व सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री अनुजा छत्तर एवं पुलिस बाल मित्र सुश्री रोशना डेविड सहित श्री प्रमोद कन्नौजे, श्री कुणाल दास मानिकपुरी एवं श्री जयंत गायकवाड़ सहित अन्य उपस्थित रहे। -
छूट प्राप्त प्रतिष्ठान सुबह 09ः00 बजे से 02ः00 बजे तक खुले रहेंगे
महासमुंद 08 मई : विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस (कोविड-19) केे संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए तथा इस पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने महासमुन्द जिले के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 17 मई 2020 रात्रि 12.00 बजे तक पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) का आदेश जारी किए गए है। जिले के ग्रीन जोन में होने के फलस्वरूप कार्यालय, प्रतिष्ठान, वस्तुओं, सेवाओं को भी शर्तों के अधीन (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की गई हैं। इसे संशोधित करते हुए नए आदेश जारी किए गए हैं। संशोधित आदेश के अनुसार छड़, सीमेंट की दुकानें, सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं गुरूवार को खुली रहेंगी। शेष दिवस व्यापारी होम डिलिवरी कर सकेंगे।
इसी तरह पंखा, कूलर, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिशियन, फ्लैक्स की दुकानें, सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार को खुली रहेंगी शेष दिवस व्यापारी पंखा, कूलर की होम डिलिवरी कर सकेंगे। स्टेशनरी एवं किताब की दुकानें, सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं गुरूवार को खुली रहेंगी। आॅटोमोबाईल, आॅटोपार्ट्स, सायकल एवं रिपेयर की दुकानें सप्ताह में 02 दिवस सोमवार एवं गुरूवार को खुली रहेंगी। हार्डवेयर, फर्नीचर एवं पूजा सामान की दुकानें, सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार को खुली रहेंगी। फैंसी स्टोर्स, चश्में की दुकान एवं जनरल स्टोर्स की दुकानें सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं गुरूवार को खुली रहेंगी। नगरीय निकाय सीमा क्षेत्र में स्थित होटल सप्ताह में 02 दिवस मंगलवार एवं गुरूवार को खुली रहेंगी, किन्तु संचालक ग्राहक को बैठाकर नहीं खिला सकेंगे, केवल पैक्ड फूड ही उपलब्ध कराएंगे।
मोबाईल शाॅप एवं फूटवियर की दुकानें सप्ताह में 02 दिवस बुधवार एवं शुक्रवार को खुली रहेगी। लकड़ी, बाॅस टाॅल एवं आरा मील सप्ताह में 02 दिवस बुधवार एवं शुक्रवार को खुली रहेगी। सेलून, नाई की दुकान सप्ताह में 02 दिवस सोमवार एवं गुरूवार को खुली रहेगी। संचालक अपने दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग एवं स्वच्छता का अनिवार्य रूप से पालन करेंगे। सेलून के सभी कर्मी माॅस्क एवं सेनेटाईजर का उपयोग आवश्यक होगा। एक समय में दुकान के अंदर केवल सेवा प्राप्त करने वाला व्यक्ति को ही बिठा सकेंगे। बाहर बैठने वाले ग्राहकों को माॅस्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगा। हर बार साफ-सुथरें कपड़े का उपयोग करेगा। उपयोग की जाने वाली समस्त सामग्रियों को हर बार सिनेटाईज किया जाएगा। डिस्पोजेबल सामग्रियों का उपयोग किया जाए एवं एक बार उपयोग के बाद उसे पुनः उपयोग में ना लिया जाए। सेवा प्राप्त करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बारें में आवश्यक जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाईल नम्बर का ब्यौरा अनिवार्यतः करना होगा। सभी सम्भावित सुरक्षा उपायों का उपयोग किया जाएगा। उपरोक्त सभी दुकानें एवं सेवाएं, राशन दुकानें सहित सुबह 09.00 बजे से लेकर दोपहर 02.00 बजे तक ही खुलेंगी। -
रेडक्रॉस के संस्थापक जीन हेनरी डयूनेंट के जन्म दिवस, 8 मई को रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है।
रेडक्रॉस एक ऐसा गैर सरकारी संगठन है जो दुनिया भर में पीड़ितों की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। कोई भी प्राकृतिक विपदा आये तो रेडक्रॉस की टीम बिना किसी भेदभाव के सहायता के लिए तत्पर रहती है, इस बार कोविड को डिगाने की तैयारी है
महासमुंद 07 मई : हर साल दुनिया भर में 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है। इसके संस्थापक जीन हेनरी डयूनेंट हैं। जीन हेनरी युद्ध में घायल सैनिकों की दशा को देखकर दुखी हो गए और 9 फरवरी 1863 को स्विटजरलैंड के जेनेवा में पाँच लोगों की एक कमेटी बनाई। बाद में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुआ और 1864 से रेडक्रॉस को अमली जामा पहनाने के साथ सफेद पट्टी में लाल रंग के क्रॉस को महाविनाश के बीच फंसे लोगों को चिकित्सकीय सेवा देने की जिम्मेदारी मिलती गई।
इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण एवं कोविड19 की बीमारी से समूचा विश्व जूझ रहा है। जिसे देखते हुए शुक्रवार यानी 08 मई को विश्व रेडक्राॅ दिवस पर कोरोना वायरस की थीम पर काम होगा। जिले भर के रेडर्काॅससोसायटी के अधिकांश जागरूक सदस्यों सहित स्वास्थ्य विभाग के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन तमाम लोगों की हौसला-अफजाई करेंगे जो बतौर कोरोना वाॅरियर्स डंटे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के हवाले से जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि इस दौरान संक्रमण फैलाव की आशंका को ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल के मार्गदर्शन में नियमावली के अनुरूप विभिन्न आयोजन किए जाएंगे, जिसमें जिला रेडक्राॅस इकाई के पदाधिकारियों सहित स्वस्थ्य महकमा कोविड 19 की महामारी की रोकथाम में सेवारत अग्रिम पंक्ति के स्वयं सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए ”कीप क्लैपिंग फाॅर वाॅलेंटियर्स” के विषय पर प्रस्तुति देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त करेगा।
विदित हो कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवक के रूप में मनाया जाता है। वर्तमान में विश्व के अधिकांश देशों में रेडक्रॉस सोसायटी काम कर रही है। इस समय भारत में भारत में भी रेडक्रॉस की तकरीबन 412 जिलों में 750 से अधिक शाखाओं में सफल संचालन हो रहा है। इसके अलावा रेडक्रॉस ने ब्लड बैंक पर भी महत्वपूर्ण काम किया। रेडक्रॉस द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण ही थैलीसिया, कैंसर, एनीमिया जैसी कई जानलेवा बीमारियों से हजारों लोगों को छुटकारा मिलने की सूचनाएं मिलती रही हैं। इस प्रकार रेडक्रॉस एक अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था है। विश्व के कई भागों में प्राकृतिक या मानवीय आपदा के शिकार लोगों को बचाने और राहत पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके स्वयंसेवकों से प्रेरणा लेनी चाहिए।क्रमांक/32/32/एस शुक्ल/हेमनाथ -
चिकित्सकीय प्रबंधन में समझाईश देते हुए रैंडम स्वास्थ्य जांच फिर बच्चों की घर वापसी
बच्चों को उनके परिजनों के साथ घर पर रह कर अट्ठाईस दिनों का होम क्वारंटीन सशर्त पूरा करना होगा
महासमुंद 06 मई 2020/ जिले के विद्यार्थी पढ़ लिख कर कुछ कर दिखाने का सपना संजोए राजस्थान के कोटा जिले में पढ़ाई करने गया था। विगत दिनों उभरी कोरोना वायरस की विपदा के चलते लगे लाॅक डाउन की स्थिति में बच्चों का यह समूह ना चाहते हुए भी अपने परिजनों से दूर थे। राज्य शासन के पहल पर प्रदेश के साथ जिले में भी प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उन्हें राजस्थान के कोटा जिले से न केवल गृह ग्राम तक सकुशल वापस लाने में जुटा है अपितु, संक्रमण संदिग्धों में बच्चों के साथ-साथ उन्हें लाने में लगे पुलिस एवं स्वास्थ्यकर्मियों में वाहन चालक तक की रैंडम जांच कर सभी को होम क्वारंटीन में रहने की जानकारी दी गई हैं।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल एवं कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ अनिरूद्ध कसार मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने एक-एक कर सभी से शपथ पत्र भरवाते हुए उन्हंे होम क्वारंटीन में रहने के नियमों से अवगत कराया। साथ ही हिदायत भी दी गई है कि चिन्हांकित संदेहियों एवं उनके साथ होम क्वारंटीन किए जा रहे परिजनों द्वारा 28 दिनों तक नियमावली का पालन नहीं किया तो, तत्काल पुलिस विभाग को पुनः सूिचत किया जाएगा और उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 188 के तहत वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्थापित कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान से आने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के कवर्धा एवं बेमेतरा जिले में ठहराया गया था। जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके उपरांत उन्हें महासमुंद जिले में दोबारा स्वास्थ्य जांच शुरू की गई। इस क्रम में 05 मई 2020 को कवर्धा से 46 एवं 06 मई 2020 को बेमेतरा जिले से 55 विद्यार्थियों को आरडी किट से रैंडम स्वास्थ्य जांच कर लक्षणों को जांचा गया। चिकित्सकों के मुताबिक सर्दी, खांसी, एवं बुखार सहित अन्य संक्रमण संबंधी लक्षणों के अनुमान बताने वाले इस परीक्षण में रक्त के नमूने लेकर जाॅच की गई।
सतर्क रहने के निर्देश
जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि चूंकि प्रकरण संक्रमण संदेही बच्चों के हैं और डब्लूएचओ ने भी बच्चों और बुजुर्गों के संबंध में विशेष सावधानी रखने के लिए कहा है, इसे ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे द्वारा आरबीएसके दल के प्रशिक्षित एवं चुनिंदा कोरोना वाॅरियर्स को जिम्मेदारी सौंपते हुए समस्त संदेहियों के घरों में होम क्वारंटीन के स्टीकर चस्पा करने के साथ-साथ इन प्रकरणों में प्रतिदिन सतत निगरानी एवं आवश्यक जांच करते रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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महासमुंद 06 मई 2020/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 06 मई 2020 को दैनिक भास्कर रायपुर संस्करण के जिला महासमुंद सिटी पूल आउट के प्रथम पृष्ठ में स्वास्थ्य विभाग जिला महासमुंद अंतर्गत विकासखण्ड बागबाहरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रदाय की जा रही चिकित्सकीय सेवाओं के संबंध में 02 महिलाओं को भालुओं ने नोचा, सीएचसी में रैबीज के इंजेक्शन नहीं, महासमुंद रेफर नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया है, जिसमें दो बुजुर्ग महिलाओं को भालू द्वारा नोचे जाने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा लाए जाने एवं प्राथमिक उपचार के दौरान एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होना बताया जाकर महासमुंद रेफर किए जाने का उल्लेख किया गया है। उन्होंने इस खबर का खंडन किया हैं और कहा कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केेेंद्रों में एंटी रैबीज इंजेक्शन का पर्याप्त भण्डारण हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया कि इस समाचार को संज्ञान में लेते हुए उचित विभागीय पड़ताल की गई, विभागीय जांच में स्पष्ट हुआ है कि इस प्रकरण में 05 मई 2020 को भालू द्वारा नोचे जाने से पीड़ित दोनों महिला मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य के बागबाहरा में प्राथमिक उपचार प्रदान करने के दौरान एंटी रैबीज के इंजेक्शन भी लगाए गए है। प्राथमिक जांच एवं उपचार में पाया गया कि भालू द्वारा महिलाओं को एक नहीं बल्कि कई स्थानों पर चोटिल किया गया हैं, ऐसे में उन्हें हीमोग्लोबिन के टीकाकरण के लिए जिला चिकित्सालय महासमुंद रिफर किया गया है। उल्लेखनीय है कि जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रैबीज इंजेक्शन का पर्याप्त भण्डारण है। हीमोग्लोबिन के टीकाकरण की सुविधा एक से अधिक बार नोचे अथवा काटे जाने एवं गहराई तक चोटिल होने के प्रकरण में आगामी संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए जिला चिकित्सालय महासमुंद में प्रदाय की जाती है। -
सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन के नियमों का भली प्रकार पालन करते हुए पचास से अधिक दानदादाताओं ने जिला चिकित्सालय में रक्त दान कर जरूरतमंदों के लिए रक्त उपलब्ध कराया
महासमुंद 06 मई : रक्तदान और इससे जुड़े मिथकों का सच जानने वाले रक्तदान के लिए सहभागिता निभाने में संकोच नहीं करते। इस ओर जरूरतमंदों के लिए रक्त-भंडारण कर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के महत्वकांक्षी प्रयासों पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला चिकित्सालय की रक्त भंडारण इकाई में पूर्व नियोजित आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि इन दिनों जहां, कोरोना वायरस संक्रमण के मंडराते हुए खतरे को देखते हुए जिला चिकित्सालय परिसर में चाक-चैबंध व्यवस्था बनाई गई है और मास्क या मुंह ढंकने का कपड़ा पहने बिना प्रवेश वर्जित करने के साथ-साथ उपस्थित मरीज एवं उनके परिजनों के हांथ बार-बार धुलवाए जा रहे हैं।
वहीं, ब्लड बैंक के अधिकारी डाॅ विपिन बिहारी अग्रवाल द्वारा उचित प्रबंधकीय कार्य संपादन के लिए विगत 48 घंटों तक लगातार मेहनत कर व्यवस्था बनाई गई, जिसमें संक्रमण खतरे से आगाह कर स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष टीप देते हुए ब्लड बैंक के कोने-कोने तक को सैनिटाइज्ड किया गया। इस दौरान जिला चिकित्सालय में 05 मई 2020 को सुबह 10ः00 बजे से शाम 05ः00 बजे तक दानदाताओं का तांता लगा रहा। महासमुंद के पूर्व विधायक डाॅ. विमल चोपड़ा एवं उनके सहयोगियों की उपस्थिति में एक ही दिन में पचास से अधिक दानदाताओं ने तकरीबन चार दर्जन यूनिट रक्त दान कर भंडारण इकाई में पर्याप्त स्टाॅक स्थापित करने में अभूतपूर्व सहयोग प्रदान किया। डा.ॅ अग्रवाल से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकांशतः एनिमिक, सिकल सेल या दुर्घटना एवं शल्य क्रिया आदि के समय पूर्ति न हो पाने के प्रकरणों में संधारित रक्त कोष के उपयोग की आवश्यकता पड़ती है। इसी भंडारण को बढ़ाने सहित लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से आयोजन किया गया। जिसमें नियमानुरूप आवश्यक रक्त जांच एवं निर्धारित मापदंड अनुसार प्रति दानदाता साढ़े तीन सौ एमएल रक्त प्राप्त कर सुरक्षित किया गया है।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने भी ऐसे आयोजनों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अक्सर लोग रक्त दान के संबंध में व्याप्त भ्रांतियों के चलते नकारात्मक मानसिकता बना लेते हैं। जबकि यह महादान की श्रेणी में आता है और अनिवार्य स्वास्थ्य जांच के पश्चात ही रक्त लिया जाता है, यह पूर्णतः सुरक्षित है। प्रतिदिन जिला चिकित्सालय की रक्त भंडारण इकाई प्रतिदिन सुबह 10ः00 बजे से शाम 05ः00 तक संचालित होती है। उन्होंने आमजनों से अपील की है कि इसके लिए जागरूकता की आवश्यकता है इसलिए जिला चिकित्सालय आए और रक्त दान महादान में सहभागी निभाएं।
भ्रांतियां दूर कर इन बातों पर दें ध्यान
लोगों को लगता है शाकाहारी लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। टैटू बनवाने और अंग छिदवाने से रक्त दान पर प्रतिबंधित होने की धारणा भी गलत है। जो लोग एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक के लिए धनात्मक पाए जाते हैं, वे रक्तदान नहीं कर सकते। किसी भी तरह के मादक पदार्थ का सेवन करने की स्थिति में रक्त नहीं लिया जाता। अगर आप पूर्ण रूप से सेहतमंद हैं तो रक्त दान कर सकते हैं। रक्तदान के लिए शरीर में कम से कम साढ़े 12 ग्राम रक्त की मात्रा होनी चाहिए। वजन कम से कम 50 किलो और ज्यादा से ज्यादा 160 किलो, 18 वर्ष से लेकर 66 वर्ष के उम्र के लोग रक्त दान कर सकते है। - महासमुंद 06 मई : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र के पालन में कहा है कि जिले के सभी कार्यालय प्रमुखो, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पत्र प्रषित किया है। पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि नोबेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए घोषित लॉकडाउन होने के फलस्वरूप शासकीय कार्यालयों में कार्य संपादित नहीं हो रहा था। वर्तमान परिस्थिति में सुरक्षात्मक उपायों को अपनाते हुए लोक सेवाओं के प्रदाय के लिए समस्त शासकीय कार्यालयों का संचालन 04 मई 2020 से प्रारंभ किया गया है।
नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव के लिए निम्नानुसार निर्देशों का पालन किया जाए। यह निर्देश समस्त शासकीय कार्यालयों एवं विभागों के अंतर्गत निगम, मंडल, आयोग एवं अन्य प्रशासकीय इकाइयों पर लागू होगा। कार्यालय में राजपत्रित अधिकारियों की कार्य दिवस में शत-प्रतिशत उपस्थिति होगी तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति एक तिहाई होगी। इसके लिए रोस्टर बनाते हुए ड्यूटी लगाई जाए। सभी शासकीय कार्यालयों में सेनिटाइजेशन एवं नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जाए। कार्यालय में बैठक व्यवस्था में सोशल, फिजिकल डिस्टेंस रखने के संबंध में समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए।
जारी निर्देशों में कहा गया है कि यथा संभव कार्य निष्पादन के लिए बैठकों का आयोजन न्युनतम किया जाए परंतु आवश्यक होने पर बैठक के आयोजन में सोशल, फिजिकल डिस्टेंस गाईडलाईन का पालन करते हुए बैठक संपादित की जाए। कार्यालयों में जनसाधारण के साथ मिलना-जुलना यथा संभव न्युनतम रखा जाये। कार्यालयों में आने-जाने वाले सभी आगन्तुक को सोशल, फिजिकल डिस्टेंस गाईडलाईन के बारे में जागरूक करते हुए तथा सोशल, फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोक सेवाओं को प्रदाय किया जाए। कार्यालय परिसर में उपयुक्त स्थल पर शिकायत पेटी रखी जाए जिसमें आगन्तुकों द्वारा शिकायत डालने की सुविधा हो।
प्राप्त शिकायतों को दर्ज कर पूर्व निर्धारित प्रक्रिया अनुसार उनका निराकरण किया जाए। किसी भी प्रकार के सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन कार्यालयों में न किया जाए। कार्यालयों के कार्य संचालन हेतु अधिक से अधिक ऑनलाईन कार्य प्रणाली का उपयोग किया जाए। कार्यालय में आने-जाने के लिए यथा संभव सामूहिक परिवहन के स्थान पर स्वयं के परिवहन की व्यवस्था के उपयोग के लिए सभी को प्रोत्साहित किया जाए। कार्यालय आने-जाने के लिए व्यवस्था में सोशल, फिजिकल डिस्टेंस गाईडलाईन का पालन किया जाए।