-
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के युवाओं को उद्योग एवं सेवा क्षेत्र के लिए दिया जाएगा अनुदान
महासमुंद 17 जून : जिले के युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) अंतर्गत महासमुंद जिले में वर्ष 2020-21 के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा आॅनलाईन आवेदन मंगाए जा रहे है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत युवाओं को उद्योग एवं सेवा क्षेत्र के लिए वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से क्रमशः अधिकतम 25.00 लाख रूपए तक विनिर्माण के लिए एवं अधिकतम 10.00 लाख रूपए तक सेवा क्षेत्र के लिए ऋण उपलब्ध कराया जाता है। शासन के नियमानुसार इस योजना के अंतर्गत वर्गवार शहरी क्षेत्रों में 15 से 25 प्रतिशत तक अनुदान एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 से 35 प्रतिशत् तक मार्जिन मनी अनुदान शासन द्वारा दी जाती है।
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया कि इस योजना के तहत् आवेदन करने के लिए पात्रता निर्धारित की गई है। इसके तहत् आवेदक 18 वर्ष से कम न हो एवं आठवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है एवं बैंक, वित्तीय संस्थान का चूक कर्ता न हो तथा भारत शासन या राज्य शासन से पूर्व में अनुदान का लाभ न लिया हो। इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजों के तहत् स्थाई जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, पासपोर्ट साईज फोटो एवं ग्रामीण क्षेत्र में उद्योग एवं सेवा स्थापित करने पर संबंधित ग्राम का जनसंख्या प्रमाण पत्र देना होगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में www.kviconline.gov.in में लाॅगईन कर एजेंसी-डी.आई.सी. का चयन कर आॅनलाईन आवेदन किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महासमुंद, पुराना तहसील आॅफिस परिसर, महासमुंद में या कार्यालय के दूरभाष 07723-223115 पर कार्यालयीन समय पर संपर्क कर सकते है। -
महासमुंद 17 जून : जिले में आज कोरोना के 02 धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जांच के बाद मामले के धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम सिमगांव (ग्रामपंचायत दरगांव) में 01 व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव इस महिला की उम्र 24 वर्ष है और यह महिला प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) से आई है वहीं पिथौरा विकासखंड के ग्राम जबलपुर में 01 व्यक्ति ( पुरूष) कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोरोना संक्रमित इस व्यक्ति की उम्र 45 वर्ष है और यह बस्ती (उत्तर प्रदेश) से आया है। दोनों ही संक्रमित क्वारेन्टीन सेंटर में हैं। -
चालानी कार्रवाई करते हुए 25 हजार 200 रूपए का वसूला गया जुर्माना
महासमुंद 17 जून : शासन द्वारा कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव एवं प्रसार को रोकने के लिए मार्गदर्शी निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के निर्देशानुसार इन निर्देशों का पालन नहीं करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने एवं बिना माॅस्क पहनें बाहर निकलने पर कार्रवाई करने के निर्देश है। इसी तारतम्य में महासमुंद अनुविभाग के अंतर्गत विगत दिनों 126 व्यक्तियों द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर बिना माॅस्क पहने घूमने वालों के विरूद्ध चालानी कार्रवाई करते हुए 25 हजार 200 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा आम नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए लाॅऊडस्पीकर के माध्यम से सजग किया जा रहा हैं। -
महासमुंद 17 जून : भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुसार जिला मुख्यालय महासमुंद के महात्मा गांधी वार्ड महामाया पारा में विगत दिनों कोरोना पाॅजिटीव केस पाए जाने के कारण उक्त क्षेत्र को जिला प्रशासन द्वारा कन्टेंटमेंट जोन घोषित किया गया हैं। महासमुंद के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) ने बताया कि इस क्षेत्र में मेडिकल इमरजेंसी, आपातकाल के लिए ही छूट दी गई है। इसके अलावा कन्टेंटमेंट जोन के भीतर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए व्यावसायियों के फोन नम्बर भी उपलब्ध कराए गए हैं, जिसके माध्यम से उन्हें आवश्यक वस्तुओं की डिलेवरी व्यापारियों द्वारा दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि आज खाद्य विभाग की पहल पर कन्टेंटमेंट जोन के अंदर निवासरत् 10 परिवारों को उचित मूल्य की दुुकान के माध्यम से राशन सामग्री उपलब्ध कराया गया। -
महासमुंद 16 जून : कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव एवं प्रसार को रोकने के लिए शासन द्वारा मार्गदर्शी निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों का पालन नहीं करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने तथा बिना माॅस्क पहनें बाहर निकलने पर कार्रवाई करने के निर्देश है। इसी तारतम्य में आज यहां नगर पालिका महासमुंद क्षेत्र में प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरी बैग के उपयोग एवं बिना माॅस्क पहनें व्यवसाय करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। इसके तहत् आज यहां मुख्यमार्ग व्यावसायिक क्षेत्र में 14 व्यावसायियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। इनमें से 02 व्यावसायी जिन्होंने माॅस्क नहीं लगाया था, उनसे 300 रूपए आर्थिक दण्ड वसूला गया, वहीं फुटपाथ में चाट-ठेला, होटल के माध्यम से खाद्य सामग्री का सीधा विक्रय करने वाले 12 व्यावसायियों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरीबैग 02 किलोग्राम जब्त किया गया और उनसे 1500 रूपए का आर्थिक दण्ड वसूल किया गया। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका महासमुंद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ए.के. हलधर के निर्देशानुसार नगर पालिका के कर्मचारियों की टीम गठित की गई है, जो इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं। आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। -
जिला चिकित्सालय के भवन के भीतर गुटखा खाते हुए एक युवक पकड़ाया
जुर्माना वसूली की कार्रवाई करते हुए दोबारा ऐसा न करने की दी गई समझाईश
महासमुंद 16 जून : आज जिला चिकित्सालय में भटगांव, गुंडरदेही के रहने वाले एक युवक को घूमते हुए गुटखा चबाना उस वक्त भारी पड़ गया, जब वह चालाकी से गुटखा छिपाए परिसर के भीतर प्रवेश कर गया और उसने मुंह में लगाए मास्क की आड़ में गुटखा का सेवन कर रहा था। इस बीच चहल-कदमी करते हुए जब वह प्रसूती वार्ड के नजदीक पहुंचा तो वहां तैनात सुरक्षाकर्मी की नजर उस पर पड़ गई। फिर पहले तो उसे समझाईश दी गई की वह बाहर जाकर गुटखा थूक आए। लेकिन नियम और कायदे को ताक में रखने वाला युवक उल्टा सुरक्षाकर्मियों पर ही बरस पड़ा और बड़े-बड़े लोगों तक अपनी पहुंच का हवाला देते हुए धमकी देने लगा। सुरक्षाकर्मी द्वारा इसकी सूचना चिकित्सालय प्रबंधन के जिम्मेदार अफसरों को दी गई। इस पर सुरक्षाकर्मियों सहित नगर सैनिकों का दल भी मौके पर आ पहुंचा। इस दौरान तकरीबन आधे घंटे तक युवक ने सबको परेशान किया। शोर बढ़ता देख अन्य मरीजों की परेशानी को समझते हुए उसे चिकित्सालय भवन के बाहर ले जाया गया।लेकिन बार-बार उसे समझाने के बाद भी जब युवक अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हुआ तब सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल के निर्देश पर उससे दो सौ रुपए का चालान काट सरकारी खजाने में जमा किया गया। बताया जा रहा है कि उक्त युवक अपने तीन साथियों के साथ जिला चिकित्सालय में दाखिल हुआ था, जो अपने परिचित के भर्ती मरीज से मिलने के लिए आया था। उल्लेखनीय है कि वर्तमान परिस्थिति में अस्पताल में एक मरीज के साथ केवल एक ही परिजन के रुकने की अनुमति है। चिकित्सालय प्रबंधन को युवक और उसके साथियों द्वारा चिकित्सालय परिसर में अनायास भीड़ बढ़ाना भी तर्कसंगत नहीं लगा। चालानी कार्रवाई के साथ-साथ युवक को चिकित्सालय की पूरी नियमावली से भी अवगत करते हुए दोबारा नियम न तोड़ने की कड़ी हिदयत दे कर छोड़ा गया।
उल्लेखनीय है कि तंबाकू उत्पाद जैसे सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, खैनी और गुड़ाखू इत्यादि जानलेवा हैं। ये मुंह और फेफड़े के कैंसर के साथ-साथ आंखों की रोशनी एवं पाचन तंत्र और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी कमजोर कर देते हैं। वहीं, इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण काल में ये और भी खतरानाक हो गए हैं। जिसे मद्देजनर रखते हुए जिला चिकित्सालय में प्रवेश करने वाले मरीज एवं उनके परिजनों की जमा-तलाशी लेकर तंबाकू युक्त सामग्री जब्त की जा रही है। साथ ही समझाईश न मानने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाई कर जुर्माना वसूली भी शुरू कर दी गई है। मंगलवार को हुई इस कार्रवाई के दौरान राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला महासमुंद के सामाजिक कार्यकर्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
यहां-वहां थूकना सख्त मना है- भारत सरकार
हाल ही में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने भी लोगों को तंबाकू सेवन न करने एवं कोरोना वायरस सुरक्षित रहने संबंधी जागरूकता संदेश दे कर यू-ट्यूब पर एनीमेटेड वीडियो जारी किया है। जिसमें, सार्वजनिक स्थानों पर गुटखा एवं पान मसाला इत्यादि खा कर थूकने की सख्त मना ृकी गई है। वीडियो में, यत्र-तत्र थूक कर कोरोना वायरस के संक्रमण को निमंत्रण देते पाए जाने पर एक साल का कारावास या जुर्माना या फिर दोनों ही तरह की कार्रवाई किए जाने की चेतावनी भी निहित है। -
जिले में मिले कुल 70 कोविड पॉजिटिव मरीजों में उपचार उपरांत 43 निगेटिव हो चुकेशेष 27 प्रकरणों में भी तेजी के साथ सुधार के होने की संभावना
महासमुंद 16 जून : जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जिले के कोविड पॉजिटिव मरीजों का उपचार जिले में ही संभव करने की लगभग पूरी तैयारी कर चुके हैं। वहीं दूसरी ओर कोविड-19 की महामारी जिले के मरीजों के सामने कमजोर साबित होती नजर आ रही है। स्वास्थ्य विभाग की एकीकृत रोग निगरानी शाखा से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कुल 70 मामले मिले जो कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण मिले हैं। इन्हें आगामी उपचार के लिए चिकित्सकीय अमले द्वारा यथाशीध्र राजधानी के कोविड चिकित्सालय में भेजा गया। मंगलवार 16 जून 2020 तक इनमें से 43 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से छुट्टी लेकर वापस आ चुके हैं। अब केवल 27 प्रकरण ही शेष रह गए हैं, जिनका उपचार निरंतर जारी है। इनमें से 14 जून 2020 को बागबाहरा विकासखण्ड के रहने वाले 12 मरीजों को राजधानी के चिकित्सालय से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए। वहीं 16 जून 2020 तक 08 और मरीजों के स्वस्थ हो जाने की पुष्टि हुई हैं। -
महासमुंद 16 जून : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, महासमुंद द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत विभिन्न पदों की पूर्ति के लिए प्रक्रियाधीन संविदा भर्ती की कार्रवाई को अपिरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिसे पुनः प्रारंभ करते हुए दावा-आपत्ति निराकरण उपरांत पदवार मेरिट एवं पात्र-अपात्र अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी गई है। समस्त अभ्यर्थी पदवार मेरिट एवं पात्र-अपात्र सूची का आवलोकन जिले की वेबसाइट ूूूण्उंींेंउनदकण्हवअण्पद में कर सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सूचना पटल पर भी देखी जा सकती है। -
महासमुंद 16 जून : प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के राशनकार्डो में माह जून 2020 में 01 किलो अरहर दाल निःशुल्क वितरण किये जाने हेतु आबंटन जारी किया गया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के समान ही छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित राशन कार्ड (सामान्य एपीएल श्रेणी को छोड़कर) में भी माह जून 2020 में 01 किलो अरहर दाल निःशुल्क वितरण किये जाने हेतु आबंटन जारी किया गया है। इस संबंध में यह स्पष्ट किया गया है कि छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अनुसूचित विकासखण्डों एवं माडा क्षेत्र में प्रदाय किये जा रहे चने की पात्रता के अंतर्गत 01 किलोग्राम चना 05 रुपये प्रति किलो की उपभोक्ता दर एवं 01 किलोग्राम अरहर दाल निःशुल्क वितरण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उक्त परिस्थितियों में किसी भी राशन कार्ड धारकों को प्रदाय किये जाने वाले दाल एवं चना की प्रति 02 किलोग्राम प्रतिकार्ड प्रतिमाह से अधिक नहीं होगी।माह जून 2020 में अरहर दाल वितरण हेतु टैबलेट में आवश्यक प्रावधान किया गया है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि माह जून 2020 में निःशुल्क अरहर दाल वितरण के संबंध राशनकार्डधारियों को जानकारी दिया जावे तथा प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जिले में पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जावे। उक्त आदेशानुसार उचित मूल्य दुकानों में अरहर दाल भण्डारण एवं वितरण सुनिश्चित कराने का काम करने के लिए कहा गया हैं। - महासमुंद 16 जून : जिले में 16 जून 2020 को कुल 02 धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जाँच के बाद धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि की गई है। ये दोनो पाॅजिटीव पुरूष है। इनमें से एक 55 वर्ष और दूसरा 13 वर्ष का हैं। 55 वर्षीय व्यक्ति जिला मुख्यालय सुभाष नगर का है, जो चेन्नई (तमिलनाडु) से लौटा है जो क्वारेंटाईन सेंटर पर रह रहा था। इसी प्रकार 13 वर्षीय बालक सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम सिंघोड़ा का हैं, जो बरगड़ (ओड़िशा) के एक हाॅस्पिटल से उपचार कराकर लौटा था, जिसे होम क्वारेंटाईन पर रखा गया था। इन्हें कोविड हाॅस्पिटल भेजने की तैयारी की जा रही हैं।
-
श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें क्वारेंटीन के लिए वाहनों से किया गया रवाना
महासमुंद 16 जून : राज्य शासन की पहल पर लाॅकडाउन के चलते अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को वापस छत्तीसगढ़ लाने के लिए स्पेशल टेªन का परिचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज उत्तरप्रदेश से आए महासमुंद जिले के श्रमिकों को महासमुंद विकासखण्ड के शासकीय हाईस्कूल परिसर बिरकोनी में लाया गया, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। कलेक्टर श्री गोयल आज यहां बिरकोनी शासकीय हाईस्कूल परिसर पहुंचे और वहां उन्होंने अन्य राज्यों से आ रहें श्रमिकों के लिए की गई व्यवस्थाओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में यहां सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा, बसना एवं सरायपाली विकासखण्ड के संबंधित क्वारेंटाईन सेंटर के लिए बसों को सुरक्षित रवाना किया गया। इसके पूर्व सभी प्रवासी श्रमिकों एवं उनके साथ लाए गए सामानों पर स्प्रे करके सेनेटाईज किया गया। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों का विशेष रूप से जाॅच कर रिकाॅर्ड का संधारण करें। श्री गोयल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी बसों एवं उनमें जाने वाले प्रवासी श्रमिकों की एण्ट्री अनिवार्य रूप से कराएं। वाहन चालक किसी भी परिस्थिति में श्रमिकों को कहीं भी ना उतारें तथा उन्हें संबंधित स्थानों पर ही पहुंचाए। उन्होंने ड्यूटी मंे लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों को समय-समय पर साबुन से हाथ धोनें, मुॅह पर माॅस्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा। इसके अलावा इसी तरह की व्यवस्था आने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए भी करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को क्वारेंटाईन सेंटर के पास सोख्ता बनाने के निर्देश दिए ताकि सीवेज का पानी वहां सुख सकें और वातावरण साफ-सुथरा रहें। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, परिवहन अधिकारी श्री मोहन लाल साहू, विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आर.के. राय सहित अन्य विभागों से जुड़े मैदानी अमले उपस्थित थे। -
महासमुंद 16 जून : महासमुंद जिले में अब तक 99.2 मि.मी. औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 16 जून 2020 को 1.7 मिमी की औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के पाॅचों तहसीलवार वर्षा में महासमुंद तहसील में 1.0 मि.मी., पिथौरा तहसील में 1.0 मि.मी., मि.मी, बसना तहसील में 2.0 मि.मी एवं सरायपाली तहसील में 4.6 मि.मी. बारिश दर्ज की गई है। -
महासमुंद 16 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम बम्हनी, तहसील पिथौरा के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बम्हनी के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में खीलाल का खेत, दक्षिण दिशा में कृषि विभाग का भवन, पूर्व दिशा में नारायण का खेत एवं पश्चिम दिशा मंे शासकीय भूमि खार शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में पिथौरा विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस. मरकाम, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री विकास पाटले, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत पिथौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ तारा अग्रवाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक सुश्री पुुष्पलता रात्रे, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
19 जून को जिले की हर गांव में होगी ग्रामीणों की बैठक
महासमुंद 16 जून : वर्तमान में महासमुंद जिले में खरीफ फसल की व्यापक तैयारियां चल रही हैं। जिले में खरीफ फसल बुवाई को मवेशियांे से बचाने के लिए रोका-छेका (मवेशियों की खुले में चराई पर रोक) संबंधी तैयारियां भी की जा रही हैं। इस संबंध में जिले के सभी ग्रामों में आगामी 19 जून 2020 को ग्रामीणों की बैठक आयोजित की जाएगी। ग्रामीणों की यह बैठक जहां नए गोठान निर्मित हो गए है, वहां आयोजित होगी। इसके अलावा जिन गांवों में गोठान नहीं बने हैं, वहां पारंपरिक गोठानों में ग्रामीणों की बैठक सम्पन्न होगी। इस संबंध में आज यहां कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि रोका-छेका पद्धति छत्तीसगढ़ की एक पारम्परिक एवं पुरानी पद्धति हैं, जिसके जरिए फसलों की पशुओं द्वारा की जाने वाली चराई से रोकना एवं सुरक्षा करना हैं। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस पारम्परिक एवं पुरानी परम्परा को पुनः जीवित करने एवं अपनाने का आग्रह किया हैं।
कलेक्टर ने बताया कि आगामी 19 जून को जिले के सभी ग्रामों में आयोजित होने वाली बैठक में ग्रामीण जन शामिल होंगे। इसके अलावा परम्परागत रूप से पशु चराने वाले लोग भी इस बैठक में शामिल होंगे। रोका-छेका के लिए होने वाली ग्रामीणों की इस बैठक में रोका-छेका अपनाने की शपथ ली जाएगी। इसके तहत् आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए पंच, सरपंच, सचिव एवं सामान्य नागरिकों द्वारा जिम्मेदारी भी ली जाएगी। स्थानीय पशुपालक भी प्रतिज्ञा लेंगे कि वे अपने मवेशियों को खुले में चरने नहीं देगें और ण्इससे फसल की पूरी तरह से सुरक्षा हो सकेगी। उन्होेंने कहा कि खरीफ की बुवाई को दृष्टिगत रखते हुए मवेशियांे को नियंत्रित करना और उनकी देखभाल करना जरूरी है, ताकि फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। इसे प्राथमिकता से किया जाएगा। -
महासमुंद 15 जून : जिले में कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने तथा बिना माॅस्क पहनें बाहर निकलने पर कार्रवाई करने के निर्देश है। इस संबंध में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने अधिकारियों एवं नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में आज यहां नगर पालिका महासमुंद क्षेत्र में प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरी बैग के उपयोग एवं बिना माॅस्क पहनें व्यवसाय करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। इसके तहत् आज यहां मुख्यमार्ग व्यावसायिक क्षेत्र में 16 व्यावसायियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई।
इनमें से 02 व्यावसायी जिन्होंने माॅस्क नहीं लगाया था। उनसे 200 रूपए आर्थिक दण्ड वसूला गया, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शासन के कोविड-19 के संबंध में दिए गए निर्देशों के पालन करने के लिए कहा गया। इसके अलावा अन्य 14 व्यावसायियों से प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरीबैग 10 किलोग्राम जब्त किया गया और उनसे 02 हजार 200 रूपए आर्थिक दण्ड की वसूली की गई। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका महासमुंद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ए.के. हलधर के निर्देशानुसार नगर पालिका के कर्मचारियों की टीम गठित की गई है, जो इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं। आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। -
जिला चिकित्सालय में तंबाकू लेकर घूमते पाए गए, तो सामग्री जब्त होने के साथ जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
गुटखा चबाते घुसने वाले मरीज, परिजनों के खीसे में गुड़ाखू की डिबिया और तो और बहुतेरों से जब्त हुई सिगरेट-बीड़ी, सोमवार को जिला चिकित्सालय के तंबाकू निषेध बक्सों में जब्त कर रखे गए तंबाकू उत्पादों की होली जलाई गई
महासमुंद 15 जून : जब से रोक लगी है नशे करने वाले ज्यादा बेचैन हैं, बड़े गुटखाबाजों ने तो सरकारी फरमान का काट निकाल खुद ही तंबाकू उत्पादों का स्टाक बना लिया है। ऐसे में, बार-बार की समझाईश के बाद भी बाज न आने वाले नशेड़ियों को सुधारने के लिए तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने परिसर में आने-जाने वालों की जमा-तलाशी कर तंबाकू उत्पादों का प्रवेश ही निषिद्ध करा दिया है। परिणाम स्वरूप 31 मई 2020 को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर चिकित्सालयों के प्रवेश द्वारों में रखे गए तंबाकू निषेध के बक्से सोमवार 15 जून 2020 तक भर गए। जिन्हें, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल और जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार की उपस्थिति में नष्ट किया गया।
बता दें कि गुटखा-गुड़ाखू, सिगरेट या बीड़ी इन जैसा कोई भी तंबाकू उत्पाद सेहत के लिए किसी भी दृष्टिकोंण से फायदेमंद नहीं है, बल्कि ये इतने जानलेवा हैं कि दुनिया में हर साल पचास लाख या सरल शब्दों में कहें तो प्रति पांच में से एक व्यक्ति को कैंसर जैसी असाध्य बीमारी का रोगी बना कर दर्दनाक मौत की नींद सुला देता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार भी तंबाकू उत्पादों में विशेष कर गुटखा और गुड़ाखू की थूक या पीक से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है। इन परिस्थितियों में एहतियात की तौर पर जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र द्वारा तंबाकू उत्पाद जब्त कर चिकित्सालय परिसर में ही साप्ताहिक होलिका दहन किए जाने का अभियान एक अनुकरणीय कदम बतलाया जा रहा है। इस ओर, जिला चिकित्सालय के सामाजिक कार्यकर्ता ने अपील की है कि हमने यह पहल जनहित में शुरू की है।
वर्तमान में तंबाकू सामग्री जब्त कर चेतावनी समझाईश देकर लोगों को छोड़ा जा रहा है, लेकिन आगे चल कर सख्ती की जाएगी और कोट्पा अधिनियम-2003 के तहत अर्थदंड वसूली होगी, जुर्माना अदा न करने की स्थिति में कारावास के प्रावधानों का अनुसरण करते हुए प्रकरण पंजीबद्ध कर माननीय न्यायालय के समक्ष भी प्रस्तुत किए जा सकते हैं। आप भी आगे आएं और स्वयं के साथ अपने परिजनों को भी इसमें शामिल कर चिकित्सालय परिसर में जीरो एडिक्शन का माहौल बनाएं। इसके लिए जिला चिकित्सालय में तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र भी संचालित है, चाहें तो यहां निशुल्क परामर्श एवं च्यूइंगम, पैचेस व दवा लेकर भी नशे की लत से आजादी पा सकते हैं। इस दौरान चिकित्सालय परिसर में तंबाकू उत्पादों की दैनिक जब्ती की कार्रवाई करने वाले सिक्योरिटी सुपरवाइजर श्री रमेश कुमार सिंह और उनके दल से सुरक्षाकर्मी श्री रणजीत नारायण, श्री गिरजानंद साहू, श्री लाल कुमार साहू, श्रीमती कौशल्या नारंग एवं श्रीमती लीला चंद्राकर सहित नगर सैनिक श्री धनेश्वर टण्डन व श्री महेंद्र बंसोड़ का योगदान सराहनीय रहा। - महासमुंद 15 जून : जिले में आज कोरोना के 01धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जांच के बाद मामले के धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी में 01 व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव इस व्यक्ति की उम्र 22 वर्ष है और यह व्यक्ति ओडिसा के पदमपुर से आया था।
- महासमुंद 15 जून : वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ राज्य के जिला महासमुन्द में कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। कोविड अस्पताल पहुंच मार्ग हेतु विधायक विधानसभा क्षेत्र महासमुन्द श्री विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने विधायक निधि से राशि रूपये 3.00 लाख प्रदान किया है। कोविड अस्पताल पहुंच मार्ग हेतु 170 मीटर का सी.सी. सड़क निर्माण 02 दिनों में पूर्ण किया गया है। कोविड अस्पताल में 20 कमरों में 240 बिस्तर लगाए गए है, जिसका रास्ता नहर की ओर तैयार किया जा चुका है। ग्राम पंचायत खरोरा के 14 वें वित्त की राशि रूपये 0.89 लाख एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से राशि रूपये 0.81 लाख से कोविड अस्पताल हेतु सी.सी. सड़क का निर्माण किया गया है, जिससे बारिश के मौसम में भी मरीजों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।
-
महासमुंद 15 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम भुरकोनी, पंचायत जगदल्ला, तहसील पिथौरा के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम भुरकोनी, पंचायत जगदल्ला के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में रंगमंच एवं भारत का मकान, दक्षिण दिशा में तालाब पार एवं आंगनबाड़ी के मध्य रास्ता, पूर्व दिशा में साधूराम का खेत एवं पश्चिम दिशा मंे बिसाहू का बाड़ी ब्यारा शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर के लिए पिथौरा विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस. मरकाम, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री पुपलेश कुमार, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत पिथौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ तारा अग्रवाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती चित्ररेखा साहू, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
नामांकन प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक
योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव 01 सितम्बर तक जिला कार्यालय को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने निर्देश
महासमुंद 15 जून : राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग, निर्देशानुसार पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत ‘‘पदम विभूषण’’ ‘‘पदम भूषण’’ तथा ‘‘पदम श्री’’ पुरस्कारों के लिए वर्ष 2020-21 हेतु नामांकन प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक व्दसपदम Online www.padmaawards.gov.in के माध्यम से आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। पुरस्कार के लिये निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप स्पष्ट अनुशंसा सहित जिले के योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशानुसार 30 अगस्त 2020 तक छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग,मंत्रालय रायपुर को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। शासन स्तर से निर्धारित समय-सीमा के पश्चात् प्रेषित नामांकन पर विचार नहीं किये जाएंगे। इसलिए चाही गई वांछित जानकारी निर्धारित समय सीमा में सीधे शासन को भेजते हुए प्रतिलिपि आयुक्त कार्यालय को अवगत कराने का आग्रह किया गया है।
इस संबंध में अपर कलेक्टर ने पत्र जारी कर सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सहित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। निर्देशानुसार निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप स्पष्ट अनुशंसा सहित योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव 01 सितम्बर 2020 तक इस कार्यालय को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने कहा गया हैं। जानकारी प्राप्त होने पर ही शासन को प्रेषित की जावेगी, साथ ही उक्ताशय का पर्याप्त प्रचार प्रसार भी कराना सुनिश्चित् करने कहा गया हैं। -
महासमुंद 15 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में वर्ष 2020 में मानसून को देखते हुए वीडियों कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की बैठक लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी कर लेने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी नगरीय क्षेत्रों में वर्षा के पूर्व नालियों की साफ-सफाई एवं मरम्मत कार्य करा लिए जाए, जिससे वर्षा के दिनों में दिक्कत नहीं होवे। वर्षा ऋतु में सर्पदंश एवं डाग बाईटस के आने वाले प्रकरण में जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त दवाईयां एवं इन्जेक्शन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांवों में मितानिनों के पास पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाईयां रखी जावे। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत जहां भी शिविर लगने है, वहां लोगों को पर्याप्त मात्रा में मौसमी बीमारियों से उपचार के लिए दवाईयां वितरित कराएं। मितानिनों की सूची एवं मोबाईल नम्बर भी राजस्व अधिकारियों को उपलब्ध कराएं।
बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के बाढ़ संभावित क्षेत्रों वाले गांवों एवं जलभराव वाले इलाकों की सूची पुलिस अमले को ही दी जाए, ताकि बाढ़ की स्थिति में बचाव के लिए समन्वय स्थापित किया जा सकें। उन्होंने कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव के लिए बोट सहित रस्सी, टाॅर्च, केरोसिन आदि सभी सामग्री स्थापित होने वाले शिविर स्थानों में व्यवस्था कर ली जाए। इसके अलावा बाढ़ की स्थिति में जिस भवन में शिविर स्थापित किए जाएंगे यदि वे क्वारेंटाईन सेंटर के रूप में है, तो वहां से श्रमिकों को शिफ्ट करने के बाद उस भवन का भली-भाॅति सेनेटाईज करना जरूरी होगा। उन्होंने वर्षा मापी यंत्र आदि को सुव्यवस्थित रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य विभाग के अधिकारी से कहा कि जिले के दुर्गम क्षेत्रों वाले गांवों में मानसून पूर्व पर्याप्त खाद्यान्न भण्डारण सुनिश्चित करें। इसके अलावा संभावित बाढ़ वाले चिन्हांकित गांवों की सूची खाद्य निरीक्षकों की दी जाए। साथ ही इन गांवों में बाढ़ आपदा के लिए दो-दो क्विंटल चावल का भण्डारण सुनिश्चित करें, सूखा जलाऊ लकड़ी-कंडे की व्यवस्था के साथ केरोसिन भी रखा जावें।
बैठक में उन्होेंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही वर्षा प्रभावित ग्रामों में पेयजल स्त्रोतों के उपचार कराएं, लोगों को साफ-सुथरा पानी उपलब्ध हो, इसके लिए पी.एच.ई. विभाग के एस.डी.ओ. टैंकर में पानी की व्यवस्था रखेंगे। लोेक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी मैदानी अमले पेयजल व्यवस्था एवं मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए उपाय सुनिश्चित करेंगे। पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई के लिए ब्लीचिंग पाऊडर आदि डलवाकर उनकी सफाई कराएं। बैठक में उन्होंने जिले में बाढ़ आपदा बचाव के लिए उपलब्ध बोट, सर्च लाईट, टाॅर्च, रस्सी, ड्रम, लाईफ जैकेट सहित अन्य सभी सामग्री की जानकारी ली। इस संबंध में उन्होंने जिला कंमाडेड को सामग्री सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सकें। तैराकों की सूची भी तैयार रखें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले की समस्त नगरीय निकायों में नालियों की साफ-सफाई करा लें, ताकि वर्षा या बाढ़ की स्थिति में नालियों से पानी सुगमता के साथ प्रवाहित हो सकें, किसी प्रकार के जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने पाएं। इसके अलावा नगरपालिका क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में सभी सी.एम.ओं कदम उठाएं, ताकि जलजनित बीमारियां वर्षा के दौरान नहीं फैलने पाएं। साथ ही अस्वास्थ्यकर खाद्य सामग्री इत्यादि का विक्रय नहीं हो, इसके लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि लोक-निर्माण विभाग प्रमुख मार्गों के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में वहां यातायात रोकने के पुख्ता इंतजाम किया जावें, ताकि किसी प्रकार की जन-हानि नहीं होने पाएं। ऐसे क्षेत्रों में जहां नदियों का पानी भरने की स्थिति हो वहां कोटवारों से मुनादी कराई जावें। कलेक्टर ने कहा कि गंगरेल सहित अन्य बाॅधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति में इसकी जानकारी तत्काल मिलनी चाहिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सहित मैदानी अमले को समन्वय के साथ जिला प्रशासन को जानकारी देने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि जिले में एक जून 2020 से कंट्रोल रूम प्रभावी हो गया है। इसका दूरभाष नंबर 07723-223305 है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के लिए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर मोबाईल नंबर 99936-81890 को नोडल अधिकारी एवं भू- अभिलेख के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम मोबाईल नंबर 99815-84877 को सहायक नोडल प्रभारी अधिकारी बाढ़ आपदा नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग का भी बाढ़ सहायता केन्द्र स्थापित किया गया है इसका दूरभाष क्रमांक 94791-92399 हैं। कलेक्टर ने सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आलोक पाण्डेय, अनुविभागियों अधिकारीगण, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, सुश्री पूजा बंसल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। -
रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित
रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में 14 जून को पांच पालियों में पांच-पांच की संख्या में रक्तदाताओं ने किया रक्तदान
महासमुंद / रक्तदान के महत्व के बारें में आज हर कोई वाकिफ है। रक्तदाता दिवस के अवसर पर 14 जून 2020 को जिला चिकित्सालय में विश्व रक्तदाता दिवस मनाया गया। रक्तदान के लिए एक दिवस पूर्व शनिवार को किए गए आव्हान से प्रेरित होकर अनेक लोग रक्तदान करने जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण कर शरीर में रक्त की मात्रा एवं संबंधित जांच प्रक्रियाएं पूर्ण की गईं। इसके उपरांत निर्धारित मापदंड के अनुसार 25 रक्तदाताओं को इस महादान का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सभी रक्तदाताओं ने स्यमेव ही अपने लोगों को उत्साहित करने का बीड़ा उठाते हुए समय-समय पर रक्तदान करते रहने का संदेश भी प्रेषित किया। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य स्तर से मिली निर्देशिका के तहत् इस वर्ष 14 जून 2020 विश्व रक्तदाता दिवस की थीम ‘‘सेव ब्ल्ड, सेव लाइफ’’ यानी ‘‘सुरक्षित रक्त, बचाएं जीवन” पर आधारित रही। चिकित्सकीय नियमावली के अनुरूप पांच-पांच की पारियों में 25 रक्तदाताओं से सुरक्षित रक्तदान कराया गया। एकत्र किए गए रक्त को आगामी जांच उपरांत ब्लड ग्रुप के अनुसार फ्रीजर में सुरक्षित रखा जाएगा। जो आपातकाल या शल्य क्रिया सहित थैलेसेमिया और एनिमिया जैसी बीमारियों के प्रकरणो में जरूरतमंदों को ब्लड ट्रांस्फ्यूजन की प्रक्रिया के तहत उपलब्ध कराया जाएगा।उल्लेखनीय है कि इस दौरान कोरोना वायरस के मंडराते संकट को देखते हुए विशेष तौर पर ब्लड बैंक के अधिकारी डाॅ वीबी अग्रवाल सहित अनुभवी लैब टैक्नीशियन एवं स्वास्थ्यकर्मी पल भर के लिए भी ओझल नहीं हुए और सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग की ओर से प्रमाण पत्र देकर उन्हें पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी समय में रक्तदान के लिए लगातार कैम्प का आयोजन किए जाएंगे। इसके लिए निर्धारित चार्ट भी तैयार किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि जनसामान्य ओपीडी के समय में कभी-भी चिकित्सालय में आकर रक्तदान कर महादान का पुण्य अर्जित कर सकते हैं।लाॅकडाउन के दौरान रक्तदान से जुड़ी अहम बातेंअन्य देशों की तुलना में भारत में रक्तदान की आवश्यकता अधिक है। यह रक्तदान लॉकडाउन के संकट के दौरान अति महत्वपूर्ण है। रक्तदान कोविड-19 का खतरा पैदा नहीं करता यह पूरी तरह सुरक्षित है। रक्तदान सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए सुरक्षित तरीके से कराया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो बीमार ना हो और उनमें कोविड-19 के लक्षण न हों, रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने आते व जाते समय मास्क जरूर लगाएं और हाथ की स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा रक्तदाता अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सही-सही जानकारी अवश्य उपलब्ध करवाएं। -
महासमुंद 14 जून 2020/ महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम रामपुर में एक प्रवासी श्रमिक जो जिला बलरामपुर (उत्तरप्रदेश) से 08 जून 2020 को परिवार सहित लौटकर आये थे। उन सभी को प्राथमिक शाला रामपुर ग्राम पंचायत डुमरपाली के क्वारंेटाईन सेण्टर में रखा गया था। श्री सोहन वनराज, पिता श्री रामसिंग वनराज, उम्र 40 वर्ष द्वारा प्राथमिक शाला रामपुर के क्वारेंटाईन सेंटर से 12 जून 2020 के शाम को भाग गया था। स्थानीय एवं पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं मिला। इस संबंध में प्राथमिक शाला रामपुर ग्राम पंचायत डुमरपाली के क्वारंेटाईन सेण्टर के नोडल अधिकारी श्री मोहनिश वैष्णव द्वारा 13 जून 2020 को पटेवा थाने में प्रारम्भिक सूचना रिपोर्ट लिखाई गई।
जिसे पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 115ध्2020 धारा 188 भारतीय दण्ड संहिता के तहत् पंजीबद्ध किया गया है। 14 जून 2020 को श्री सोहन वनराज पिता रामसिंग वनराज उम्र 40 साल निवासी रामपुर थाना पटेवा ग्राम रामपुर के खेत में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। जिस पर थाना पटेवा में मर्ग क्रमांक 25ध्2020 धारा 174 जा.फौ. कायम कर जाँच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया है। -
महासमुंद 13 जून 2020/ जिला चिकित्सालय और कोविड और नॉन कोविट सेंटर का निर्माण कार्य युध्द गति से जारी है। शुक्रवार को निर्माण और आगामी चिकित्सकीय व्यवस्था का जायजा जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने लिया। इस दौरान सी एम एच ओ ड्रा एस पी वारे,सिविल सर्जन डॉ. राकेश परदल और उनकी टीम ने निर्माण की स्थिति और आगामी दिनों में कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान टीम ने यह भी बताया कि डॉक्टरों और चिकित्सकीय स्टाफ की पूरी टीम किस प्रकार से इस सेवा में संलग्न रहेंगे। पत्रकारों की टीम ने इमरजेंसी वार्ड, मेस, सामान्य कोरोना मरीजों को रखे जाने वाले स्थान के साथ कोविड केयर के लिए आवाजाही संबंधी सभी मार्गों और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान पत्रकारों में बाबूलाल साहू, सालिक राम कन्नौजे, संजय महंती, उत्तरा विदानी, रवि विदानी, मनीष पाण्डेय, मनीष सरवैया, सोहेल अकरम एवं रत्नेश सोनी मौजूद रहे। इस दौरान टीम को सीएमएचओ एसपी वारे, डॉ, आरके परदल, सहायक जनसंपर्क अधिकारी हेमनाथ, सिदार,मुकुंद राम घोड़ेसवार, डॉ. नागेश्वर राव, डॉ. निखिल गोस्वामी, असीम श्रीवास्तव सहित टीम ने निरीक्षण कराया।
-
हर विभाग ने दिया अविलंब योगदान, कोरोना को हराने कोविड केयर सेंटर और कोविड हाॅस्पिटल बन कर तैयार
आवश्यक वास्तु बदलाव के साथ अनुभवी चिकित्सकों और अत्याधुनिक मशीनरी से लैस उपचार की सेवाओं से अब जिले के कोविड पॉजिटिव मरीजों का पूरा उपचार मुख्यालय में संभवमहासमुंद 13 जून 2020/ कोरोना के साथ जंग में अनेकता में एकता की परिभाषा को चरितार्थ करते हुए, जिला प्रशासन के साथ जुड़े शासकीय विभागों में स्वास्थ्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण, सिंचाई, शिक्षा, ट्रायबल, पंचायत और शिक्षा विभाग सहित अन्य के आपसी सामन्जस्य की मेहनत रंग लाई और जिला कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम बन गया है। बता दें कि कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल के अनुभवी निर्देशन और मार्गदर्शन में तैयार किए गए जिला चिकित्सालय के कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन सहित जीएनएम नर्सिंग सेंटर को बतौर कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने का काम निर्धारित समय-सीमा में पूरा कर लिया गया है। अब कोविड-19 के उपचार प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक मशीनरी सहित अनुभवी चिकित्सकीय दल को प्रशिक्षित करने के बाद उनकी चार्ट अनुसार ड्यूटी लगा कर चौबीसों घंटे की तैनाती भी की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शीघ्रता पूर्वक तैयार की गई, इन सेवा-सुविधाओं में अधिकारी-कर्मचारी वर्ग के साथ जमीनी स्तर पर काम करने वाले संलग्न विभागों के तृतीय और चतृर्थ वर्ग के शासकीय एवं अशासकीय कर्मचारियों और मेहनतकश मजूदरों ने भी जम कर पसीना बहाया। कठिन दौर में एकजुटता के साथ किए गए सम्मिलित योगदान की बदौलत उपलब्ध हुई नवीन स्वास्थ्य सुविधाओं के मिलने से अब, जिले के कोविड-19 पीड़ित मरीजों को उपचार के लिए राजधानी भेजे जाने की बाध्यता और परेशानी पूर्णतः समाप्त हो गई है। निसंदेह जिला चिकित्सालय के कोविड सेक्शन सहित कोविड केयर सेंटर की सेवाएं कोरोना वायरस के नियंत्रण और रोकथाम के साथ-साथ उपचार की उत्कृष्ट सेवाएं प्रदाय करने में कोविड पाॅजिटिव को कोविड निगेटिव में बदलने के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।कोविड केयर सेंटर की विशेषताओं पर एक नजरबिना लक्षण वाले कोविड पाॅजिटिव प्रकरणों के लिए नदियों के नाम वाले 20 कमरों में 240 बिस्तर हुए तैयार, पृथक रूप से बनाए गए 52 कक्षों में ही रहगा कोविड-19 का चिकित्सकीय दल, चौबीसों घंटे रहेगी उपलब्धता, निगरानी सीसीटीवी कैमरे कंट्रोल यूूनिट से जुड़े, टू वे माइकिंग सिस्टम से मरीज भी लगा सकेगे पुकार, संक्रमण रोकने में डाॅनिंग-डाॅफिंग का बाथिंग और पीपीई किट बदलने की सैनेटाइजेशन सुविधा रखेगी सुरक्षित, सेंट्रल ऑक्सीजन और वैक्यूम सक्शन की सुविधाओं से कठिन दौर में भी मरीजों निकाल सकेंगे बाहर एवं किचन और हाइजेनिक मैस की सुविधा उपलब्ध कराएगी मरीजों और स्वस्थ्यकर्मियों को सुरक्षित पोषण आहार।जिला चिकित्यालय के कोविड-नाॅन कोविड भी तैयारकोविड सेक्शन के अट्ठाईस बिस्तरों में होगा कोविड के लक्षण वाले पाॅजिटिव मरीजों का पूर्ण उपचार, तीन-तीन के सेट में तैयार आईसीयू के हरेक बिस्तर में जोड़े जा चुके हैं सेंट्रल ऑक्सीजन और वैक्यूम सक्शन, जिला चिकित्सालय के भवन में पार्टीशन कर तैयार हुए डाॅनिंग और डाॅफिंग के लिए सुरक्षित दो-दोे पृथक कक्ष।नाॅन-कोविड सेक्शन के मरीजों एवं स्वाथ्यकर्मचारियों के लिए पृथक रूप से बनाया गया है अंदरूनी रास्ता, नाॅन-कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सेवाएं यथावत जारी, कोरोना से संक्रमित होने का नहीं होगा कोई खतरा एवं उपचार करने वाले चिकित्सकीय अमले सहित परामर्शदाताओं को भी किया जा चुका है कोविड प्रशिक्षित।