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महासमुंद : प्रदेश के वाणिज्यकर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने जिले में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का आज निरीक्षण कर सेवाओं एवं सुविधाओं को उत्तम बताते हुए जल्द ही जिले के कोविड-19 के मरीजों को राज्य स्तरीय चिकित्सकीय सेवाएं शुरू करने को कहा। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने उन्हें तकनीकी एवं चिकित्सकीय सेवाओं एवं सुविधाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरूवार को डमी मरीज के माध्यम से यहां पूर्वाभ्यास भी कराया गया हैं। कलेक्टर एवं चिकित्सकों ने क्रमशः मुख्य द्वार पर मरीज के पंजीयन पश्चात् मरीज को सैनिटाईज्ड करने के बाद वार्ड में भर्ती किए जाने के साथ-साथ बाथरूम एवं कपड़े, साबुन, सैनिटाईजर इत्यादि सभी व्यवस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी गई।
कोविड केयर हाॅस्पिटल के निरीक्षण के दौरान यहां के मरीजों को चैबीसों घंटे समन्वय बनाए रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे और टू वे माइकिंग सिस्टम की सुविधा सहित राजधानी स्तर के बड़े कोविड चिकित्सालयों में उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं से तुलना कर प्रभारी मंत्री ने इसे उत्तम श्रेणी का प्रबंधन बतलाया। श्री लखमा ने कहा कि इस तरह की व्यवस्थाएं प्रदेश के गिने-चुने जिलों में ही शुरू हुई हैं, इनमें से महासमुंद भी एक है। उन्होंने इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशन पर जिला प्रशासन के समन्यवय को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जिले के मरीजों को कोरोना के संक्रमण से अधिक घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब जिले के मरीजों का कोविड केयर हाॅस्पिटल में पूर्ण जांच एवं उपचार किया जाएगा। उन्होंने जिला चिकित्सालय के कोविड सेक्शन का भी दौरा कर सेंट्रल ऑक्सीजन सहित शेष रह गई। अत्याधुनिक सेवाओं को भी जल्द ही उपलब्ध कराने को कहा।
इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल, कोविड केयर सेंटर एवं कोविड अस्पताल के प्रभारी अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री संदीप ताम्रकार, आरएमएनसीएचए सलाहकार (जिला स्वास्थ्य) श्री संदीप चंद्राकर एवं आरएमएनसीएचए सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डॉ. मुकुंद राव घोडेसवार सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। - महासमुंद 19 जून : अनुसूचित जाति अंत्योदय स्वरोजगार योजना एवं अनुसूचित जनजाति स्वरोजगार योजनांतर्गत बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में अनुसूचित जाति अंत्योदय स्वरोजगार योजना में लक्ष्य 85 तथा अनुसूचित जनजाति स्वरोजगार योजना में 72 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति स्वरोजगार योजनांतर्गत बेकरी कार्य, भोजन बनाना, चाट की दुकान, इंग्लिश कोचिंग क्लासेस एवं स्वयं सहायता समूह का लेखा संधारण, हेयर कटिंग सेलून/ब्यूटी पार्लर, चाय केंटिन एवं नाश्ता केन्द्र, योग शिक्षा, बच्चों की देखभाल (झूलाघर), लान्ड्री कार्य, रफूगिरी एवं रगाई, घड़ी साज, विद्युत यंत्र सुधारक, सायकल मरम्मत, स्कूटर मोपेड टूव्हीलर रिपेयरिंग, घर की साज संभाल, बागवानी एवं नर्सरी, पशुपालन एवं मुर्गीपालन, फुटकर विक्रेता, मसाला उद्योग, साफ्ट टायज, कृत्रिम आभूषण निर्माण, आपाहिजों एवं बुजुर्गों की देखभाल चाट निर्माण, मोमबत्ती निर्माण, स्टेशनरी निर्माण, सिलाई-कढ़ाई-बुनाई, स्वेटर बुनाई, मशरूम उत्पादन, ईंट खपरा निर्माण, डिटर्जेंट पावडर निर्माण, लघु वनोपज वनोषधि निर्माण एवं व्यवसाय इलेक्ट्रिक, मोटर पम्प मरम्मत व्यवसाय, काष्ठकला फर्नीचर व्यवसाय, स्टील फेब्रीकेशन वर्मी कम्पोस्ट, खाद निर्माण विक्रय व्यवसाय, फोर व्हीलर रिपेयरिंग व्यवसाय, दोना पत्तल निर्माण व्यवसाय, स्टेशनरी फाईल आदि व्यवसाय के लिए आवेदन किया जा सकता है। इस योजना के तहत् आवेदक को जिले का मूल निवासी हो।
आवेदक अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग को हो। आवेदक की आयु 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच हो। आवेदक की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्रों में 40500 रूपए एवं शहरी क्षेत्रों में 51500 रूपए तक हो तथा आवेदक का जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र सरपंच, पटवारी द्वारा जारी किये मान्य होंगें। योजनांतर्गत विधवा महिला, परित्यक्ता, शिक्षित बेरोजगार युवक युवतियां एवं मुख्यमंत्री कौशल विकास योजनाओं से प्रशिक्षण प्राप्त आवेदकों को प्राथमिकताएं दी जावेगी। योजना में इकाई लागत अनुसार पचास हजार रूपए से एक लाख रूपए तक ऋण बैंकों के माध्यम से स्वीकृत किये जायेगें जिसमें 50 प्रतिशत या अधिकतम दस हजार रूपए स्वीकृत ऋण पर अनुदान की पात्रता होगी। आवेदन पत्र कार्यालय कलेक्टर जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति महासमुंद एवं जनपद पंचायतों में कार्यालयीन समय में प्राप्त कर सकते हैं। - मंत्री श्री लखमा ने महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गएसामग्रियों को खरीदी कर किया प्रोत्साहितफसल सुरक्षा के लिए मवेशियों को गौठान में रखने पशुपालकों ने लिया संकल्पमंत्री श्री लखमा ने बरांेडा बाजार गौठान परिसर में लगाई चैपालजिले के गौठानो में उत्साह पूर्वक मनाया गया ‘‘रोका-छेका’’ प्रथामंत्री श्री लखमा ने शहीद श्री गणेश राम कुंजाम को दो मिनट का मौन रखकर दी श्रद्धांजलि
महासमुंद 19 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर आज प्रदेश के साथ-साथ महासमुंद जिले के सभी गौठानों में भी जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों, पशुपालकों की बैठक आयोजित कर ‘‘रोका-छेका’’ प्रथा बड़े ही उत्साह पूर्वक मनाया गया। फसल सुरक्षा के लिए छत्तीसगढ़ में रोका-छेका प्रथा की काफी पुरानी परंपरा रही है। आगामी फसल बोआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं पर नियंत्रण के लिये छत्तीसगढ़ में प्रचलित प्रथा रोका-छेका की शुरूआत आज महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बरोण्डा बाजार गौठान में प्रदेश के वाणिज्यकर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने की। इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, जनपद पंचायत महासमुंद के अध्यक्ष श्री भागीरथी चन्द्राकर, नगर पालिका परिषद् उपाध्यक्ष श्री कृष्णा चन्द्राकर, जिला पंचायत सदस्य श्री जागेश्वर चन्द्राकर, श्री अमर चन्द्राकर, जनपद सदस्य श्री सचिन गायकवाड़, ग्राम पंचायत बरोण्डा बाजार के सरपंच श्री छन्नू ध्रुव, भारत स्काऊट गाईड के अध्यक्ष श्री दाऊलाल चन्द्राकर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डाॅ. रवि मित्तल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने बरोण्डा बाजार के गौठान में स्थित सहाड़ा देव की पूजा अर्चना कर रोका-छेका प्रथा की शुरूआत की। इसके उपरांत उन्हांेने गौठान में पशुओं के अवशिष्ट से निर्मित विभिन्न सामग्री यथा जैविक खाद सहित अन्य सामग्री पर आधारित स्टाल का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि गौठान में महिला स्व-सहायता समूह एवं विभिन्न विभागों द्वारा भी स्टाल लगाए गए थे। मंत्री श्री लखमा ने स्टाल निरीक्षण के दौरान महिला स्व-सहायता समूह के स्टाल पर पहुंचकर उनके द्वारा उत्पादित विभिन्न सामग्रियों की खरीदी कर रोका-छेका प्रथा में शामिल हुए ग्रामीणों केा वितरित किया।
नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी शासन की महत्वपूर्ण योजना
रोका-छेका की परम्परा की शुरूआत के लिए आज यहां बरोण्डा बाजार स्थित गौठान केन्द्र में पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने ग्रामीणों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप प्रदेश सहित जिले में नरवा नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना का संचालन किया जा रहा है, यह प्रदेश की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है, जो किसानों की हित से जुड़ी है और उनकी आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि गोठान के निर्माण का कार्य तेजी से पूरा किया जाए। शासन की यह योजना किसानों की योजना है, जिसको पूरा करने की सबकी सामूहिक जिम्मेदारी हैं। रोका-छेका परम्परा के संबंध में उन्होंने कहा कि अभी खरीफ फसलों की बुआई शुरू हो गई है। फसलों के खुले रखने पर इसका नुकसान होगा। इसलिए सरकार की मनसा है कि पशुओं को खुले में ना छोड़ा जाए और फसलों को बचाया जाए। मंत्री श्री लखमा ने आगे कहा कि शासन द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा हैं और इन योजनाओं को शासन के मनसा के अनुरूप जमीन पर उतारने के लिए हम सभी को पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि शासन द्वारा भूमिहीनों को पट्टा देने का कार्य किया जा रहा हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरत मंदों को मनरेगा के तहत् देश में सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध कराया गया हैं।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि पूरा देश कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं प्रसार को रोकने के लिए कार्य कर रहा हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में इसके संक्रमण को रोकने के लिए शासन-प्रशासन के साथ-साथ नागरिकांे द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने लोगो से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए समय-समय पर शासन एवं प्रशासन द्वारा जारी मार्गदर्शी निर्देशों का गंभीरता के साथ पालन करें। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जनपद अध्यक्ष श्री भागीरथी चन्द्राकर, श्री कन्हैया अग्रवाल ने भी रोका-छेका परम्परा के संबंध में अपने विचार रखें।
शहीद हुए श्री गणेश राम कुंजाम को दो मिनट का मौन रखकर दी गई श्रद्धांजलि
बरोण्डा बाजार स्थित गौठान में ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों की रोका-छेका के अंतर्गत आयोजित बैठक में विगत दिनों गलवान घाटी में कांकेर जिले के चारामा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कुरूटोला के आश्रित ग्राम गिधाली निवासी भारतीय सेना के जांबाज सिपाही शहीद श्री गणेश राम कुंजाम गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद होने पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
महासमुंद विधायक श्री चन्द्राकर ने दिलाई शपथ एवं संकल्प
ग्राम बरोण्डा बाजार के गौठान में आयोजित ‘‘रोका-छेका’’ परम्परा ने महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के संदेशों का वाचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संगवारी हो जय-जोहार, ‘‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’’ के पहिली किस्त आप जम्मो झन ल पहुँच गे होही। आप सब ल अब्बड़-अब्बड़ बधाई। ऐ दारी गाँव ल ‘‘ कोरोना महामारी’’ नाम के नवा किसम के वैश्विक संकट के सामना करे बर पड़त हे। ऐ संकट के बेरा म गाँव के जम्मो सियान-जवान, भाई-बहिनी, नोनी-बाबू सब्बो जुरमिल के लाॅकडाउन के पालन कड़ाई ले करे हे, जेकर सेती कोरोना संक्रमण के बिस्तार ल गाँव म रोके हव। एकर बर सब्बो गाँव वाला मन ल गाडा़-गाड़ा बधाई। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को अपने आस-पास के वातावरण तथा अपने ग्राम को स्वच्छ, साफ-सुथरा तथा दुर्घटना मुक्त रखने के लिए संकल्प दिलाई। -
महासमुंद 18 जून : विधि सेवा प्राधिकरण, महासमुंद के सचिव श्री मोहम्मद जहाँगीर तिगाला द्वारा जानकारी प्रदान की गयी कि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा ेनव उवजव ूतपज 1ध्2020 में दिये गये दिशा निर्देशों के परिपेक्ष्य में छत्तीसगढ़ राज्य में गठित माननीय हाई पावर कमिटीह रा बैठक 12 जून 2020 में दिये गये निर्देशों के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत आवेदनों के आधार पर 18 अभिरक्षा धीन कैदियों को जिला जेल महासमुंद से अंतरिम जमानत पर रिहा किया जाना है।
यह उल्लेखनीय है कि पूर्व में उक्त कमिटी की बैठक 26 मार्च 2020 एवं 02 अप्रैल 2020 में दिये गये निर्देशों अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत आवेदन के आधार पर 100 से अधिक अभिरक्षाधीन बंदियों को जिला जेल महासमुंद से अंतरिम जमानत पर रिहा किया जा चुका है। पूर्व में लॉक-डाउन के कारण अन्य राज्यों में आवागमन बंद होने के कारण कमिटी द्वारा केवल छत्तीसगढ़ राज्य के अभिरक्षा धीन बंदियों जिसके द्वारा 7 वर्ष से कम सजा से दंडनीय एवं मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय अपराध किया गया है तथा 03 सप्ताह की अवधि जेल में व्यतीत कर ली गई है, को रिहा किये जाने की अनुशंसा की गई थी परंतु दर्तमान चरण में अंतर्राज्यीय आवागमन प्रारंभ हो जाने के कारण अन्य राज्यों के पात्र नदियों को भी रिहा किये जाने की अनुशंसा की गई है, जिससे अन्य राज्य के बंदी भी लाभान्वित हो सकेंगे। -
महासमुंद 18 जून : बसना विकासखण्ड के ग्राम नानकसागर के किसान श्री धर्मराज प्रधान आज से करीब सात-आठ साल पहले केवल धान की खेती करते थे और इस परम्परागत खेतीं से उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इसके कारण उन्हें जीवन-यापन करने और जीवन की अन्य सुविधाएं प्राप्त करने में कठिनाई होती थी। लेकिन अब वे खुश हैं। अब उन्हें उद्यानिकी विभाग के योजना के फलस्वरूप आम फलोद्यान नवीन रोपण के फलस्वरूप उनकी आमदनी बढ़ गई हैं और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई हैं।
इस संबंध में कृषक श्री धर्मराज प्रधान बताते है कि वे वर्ष 2012-13 के पूर्व धान की खेती लगभग 1 से 1.50 एकड़ में करता थे, जिससे कृषक को लगभग 20-25 हजार रूपये शुद्ध आय प्राप्त होता था, उस समय हमारी आर्थिक स्थिति भी कमजोर थी। फिर उन्होंने वर्ष 2012-13 में 0.50 एकड़ भूमि में उद्यानिकी विभाग के विभागीय फलोद्यान नवीन रोपण योजना के तहत् आम्रपाली, दशहरी, लंगड़ा आदि किस्म के 50 आम पौधो ंका रोपण किया। उन्होंने बताया कि रोपित पौधों के उचित रखरखाव के संबंध में कृषक को समय-समय पर उद्यानिकी विभाग के अमले द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन प्रदाय किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही साथ उद्यानिकी विभाग द्वारा रोपित पौधों के बीच के खाली जगहों के सदुपयोग हेतु अंतरवर्तीय फसल के रूप में हल्दी, अदरक की खेती करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इससे प्रेरणा पाकर खाली स्थानों पर विविध प्रकार की फसलों का उत्पादन किया जा रहा है। अब धर्मराज प्रधान को खाली स्थानों में अंतरवर्तीय फसल कृषक को रोपित आम पौधे से तीन वर्ष बाद फलन से आमदनी प्राप्त होने लगा है। कृषक श्री धर्मराज प्रधान बताते है किवर्तमान में प्रतिवर्ष आम की खेती से लगभग 80 हजार रू. तथा अंतरवर्तीय फसलों एवं सब्जी की खेती से लगभग 1 लाख 20 हजार रू. इस प्रकार कृषक उद्यानिकी फसलों से कुल 2 लाख रू. की आमदनी प्रति वर्ष प्राप्त कर रहे है, जिससे उनके परिवार आर्थिक रूप सक्षम हुआ है। उद्यानिकी फसलांे को लेकर अपनी आमदनी बढ़ाने वाले किसान श्री धर्मराज अब आस-पास के अन्य कृषकों के लिए पे्ररणादायक है। - महासमुंद 18 जून : गुटखा, तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी और गुड़ाखू सहित शराब इत्यादि के नशे के आदी लोग स्वयं की सेहत के साथ तो खिलवाड़ करते ही हैं, कोरोना वायरस के संक्रमण काल में ये सार्वजनिक स्थानों में नशा-पान कर संक्रमण फैलाव का खतरा बढ़ाते नजर आ रहे हैं। 31 मई 2020 को विश्व तंबाकू निषेध दिवस से जिला चिकित्सालय को पूर्णतः तंबाकू मुक्त रखने के लिए रोजाना यहां, प्रवेश करने वाले प्रत्येक संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी लेकर तंबाकू उत्पादों की जब्ती की जा रही है। एक अन्य प्रकरण में गुरूवार 18 जून 2020 को जिला चिकित्सालय परिसर एवं भवन में घूम-घूम कर गुटखा चबा रहे लोहारडीह, जिला महासमुंद के पैंतीस से चालीस वर्षीय पुरुष को सुरक्षाकर्मियों ने रंगे हाथ धर दबोचा।
बताया जा रहा है कि वह अपने किसी भर्ती परिजन से मिलने के लिए चिकित्सालय आया था। कार्रवाई के दौरान उसे न केवल नशा उन्मूलन संबंधी समझाईश दी गई बल्कि चालानी कार्रवाई कर दौ सौ रुपए का जुर्माना भी वसूल किया गया। चालान पटाने के पूर्व गुटखा सेवनकर्ता ने नियमों की जानकारी पूछी और स्वयं द्वारा गलत अभ्यास किए जाने की बात स्वीकार की। जिसके बाद उसने स्वेच्छा से चालान अदा करते हुए आगे कभी भी किसी भी सर्वजनिक स्थल पर किसी भी तरह का नशा-पान नहीं करने की सहमति भी दी। इस दौरान जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल के सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव उपस्थित रहे। उनके मुताबिक इस तरह की चालानी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। जिला चिकित्सालय में तैनात सुरक्षाकर्मियों का कार्य सराहनीय रहा। - महासमुंद 18 जून : जिला प्रशासन के निर्देश पर चलाये जा रहे अभियान के चैथे दिन आज नगर पालिका परिषद् महासमुंद द्वारा नगर के मुख्य मार्ग में लगभग 200 लोगो से संपर्क किया गया। जिनमें से अधिकतर लोग ग्रामीण क्षेत्र से सामग्री खरीदी के लिए बाजार आए थे। नगर पालिका परिषद् के अधिकारी-कर्मचारी द्वारा उन्हंे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं माॅस्क लगाने की समझाईश दी गई। जिन व्यावसायियों के द्वारा मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था। ऐसे 13 व्यवसायियों से 02 हजार 300 रूपए का अर्थ दण्ड वसूली की गई।
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मरीज को भर्ती करने से लेकर परामर्शदायी उपचार सेवाओं तक के लिए कोविड केयर सेंटर में किया गया अद्यतन पूर्वाभ्यासकोरोना पॉजिटिव मरीजों को भी अब जिले में ही उचित देख-रेख और उपचार वाली राजधानी स्तर की भर्ती सेवाएं मिलेगी
महासमुंद 18 जून : कोविड-19 की महामारी को मात देने के लिए जिले में एक नई व्यवस्था शुरू होने जा रही है। जिला प्रशासन के निर्देशन में स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, गा्रमीण यांत्रिकी, जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास, आदिम जाति कल्याण विभाग, नगरीय निकाय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं अन्य विभागों के आपसी समन्वय और सहयोग से तैयार हुए कोविड केयर यूनिट का काम अब पूर्ण हो चुका है। गुरूवार को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने स्वयं उपस्थित होकर चिकित्सकीय अमले के समक्ष नमूने के रूप में कोविड के पॉजिटिव डमी मरीज को प्रस्तुत किया। जिसमें मरीज को चिकित्सालय लाने के साथ सैनिटिइजिंग और डॉनिंग-डॉफिंग का पूर्वाभ्यास दोहराया गया और डमी मरीज को कोविड केयर सेंटर में रिसीविंग टीम को सौंप कर उन्हें सेनेटाईज किया गया। मरीज के वार्ड में पहुंचने के पहले प्रवेश द्वार से लगे हॉल में उसका तापमान लेकर आवश्यक स्वास्थ्य जांच सहित अन्य जानकारियों का अंकन किया गया और पीपीई किट पहने नर्सिंग कर्मचारी उसे भर्ती वार्ड तक ले गए। इस दौरान उनके गमन मार्ग को भी निरंतर सैनिटाइज्ड किया जाता रहा।
मरीज के लिए बिस्तर चिन्हांकित होते ही चिकित्सकीय दल ने दोबारा जांच कर आवश्यक दवा सेवन संबंधित जानकारी का डेमो देकर बार-बार अभ्यास कराया। इसके बाद पहुंची एक अन्य टीम में स्टाफ नर्स ने उसे कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध कराई जा रही निःशुल्क सेवाओं के बारे में अवगत कराते हुए कपड़े और आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराईं और नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक की व्यवस्थाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इसके उपरांत मरीज को मनोवैज्ञानिक तौर पर उसकी जिज्ञासाएं शांत करने का सिलसिला शुरू हुआ। जिसमें जरूरत पड़ने पर पुकार लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे की निगरानी और टू-वे माइकिंग सिस्टम में आवाज देकर चिकित्सकीय सलाह एवं मदद प्राप्त करने की सुविधाओं के बारे में बताया गया। अंतिम चरण में किसी भी परिस्थति में आईसोलशन वार्ड से बाहर न निकलने एवं कोविड केयर सेंटर की नियमावली का पालन करने की अपील के साथ यह पूर्वाभ्यास समाप्त हुआ।इस दौरान कलेक्टर श्री गोयल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल सभी पहलुओं पर बारीकी से गौर करते रहे और सुधार लाते हुए बीच-बीच में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। आज हुए पूर्वाभ्यास में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल, कोविड केयर सेटर एवं कोविड अस्पताल के प्रभारी अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव, आरएमएनसीएचए सलाहकार (जिला स्वास्थ्य) श्री संदीप चंद्राकर एवं आरएमएनसीएचए सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डॉ मुकुंद राव घोडेसवार सहित अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी, एस.डी.एम. महासमुंद श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी एवं चिकित्सकीय अमला उपस्थित रहा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन वालों के पैमाने में भी खरा उतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से आए राज्य स्तरीय उच्चाधिकारियां के दल के सलाहकार डॉ प्रवीण फटाले एवं डॉ नितिन पाटिल भी कोरोना वायरस संक्रमण एवं रोकथाम के उद्देश्य से जिला भ्रमण पर रहे। पहली पाली में उन्होंने कोरोना ड्यूटी में लगे चिकित्सकीय दल को अद्यतन प्रशिक्षण दिया। इसके उपरांत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे के साथ कोविड केयर सेंटर एवं कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर तैयारियां का जायजा लिया और संतोष प्रकट करते हुए राज्य स्तरीय मापदण्डों के आधार पर अच्छा प्रबंध किए जाने की बात कही। -
महासमुंद 18 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आगामी फसल बुआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में प्रचलित ‘‘रोका-छेाका’’ प्रथा को बढ़ावा देने के निर्देश दिए है। इसके अंतर्गत फसल बुआई को बढ़ावा देने तथा पशुओं के चरने से फसल को होने वाले हानि से बचाने के लिये पशुपालक तथा ग्रामवासियों द्वारा पशु को बांधकर रखने अथवा पहटिया की व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाता है। इस प्रयास से न सिर्फ कृषक शीघ्र बुआई कार्य संपादित कर पाएंगे, अपितु द्वितीय फसल लेने के लिए भी प्रेरित होंगे। इस प्रथा अनुसार व्यवस्था की सुनिश्चितता के लिए शुक्रवार 19 जून 2020 तक ग्राम स्तर पर बैठक आयोजित कर सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण निर्णय ले। इसके अलावा ग्राम स्तर पर बैठक आयोजित कराएं, जिसमें ‘‘रोका-छेका’’ प्रथा अनुरूप पशुआंे को बांधकर रखने, पशुओं के नियंत्रण से फसल बचाव का निर्णय ग्राम सरपंच पंच, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों ले। ‘‘रोका-छेका’’ प्रथा अंतर्गत गौठानों में पशुओं के प्रबंधन एवं रख-रखाव की उचित व्यवस्था के लिए गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की जाए। पहटिया एवं चरवाहे की व्यवस्था से पशुओं का गौठानों में व्यवस्थापन सुनिश्चित कराएं।
खुले में विचरण कर रहे पशुओं का नियंत्रण व गौठानों में संधारण कराएं। गौठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन काराएं। वर्षा के मौसम में गौठानों में पशुओं के सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किया जाए। वर्षा से जल भराव की समस्या दूर करने के लिए गौठानों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। गौठान परिसर में पशुओं के बैठने के लिए कीचड़ आदि से मुक्त स्थान की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। गौठान में पर्याप्त चारा (पैरा आदि) की व्यवस्था की जाए। गौठानों में ग्रामीणजनों की समुचित भागीदारी, रखरखाव हेतु जागरूकता का कार्य स्थानीय कला जत्था समूहों के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराएं। गौठानों से संबंधित स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का प्रदर्शन कराएं। इस कार्य के लिए स्थानीय प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए एवं अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित कराएं। -
महासमुंद 18 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय वनाधिकार समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ सड़क विकास परियोजना लोक निर्माण विभाग जिला बलौदाबाजार भाठापारा के अंतर्गत महासमुंद जिले के लम्बर, बोडेसरा, बिरकोल एवं सिंघोड़ा मार्ग के प्रस्तावित उन्नयन एवं पुर्ननिर्माण कार्य के अन्तर्गत आने वाले वन क्षेत्र का वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत् आरक्षित वन लंबाई 6.00 किलोमीटर क्षेत्रफल 5.940 हेक्टेयर प्रभावित क्षेत्र के प्रभावित क्षेत्र ग्राम आवलाचक्का, घेसपाली, छुईपाली, परसकोल, खर्नियाबहाल एवं पलसाभाड़ी के संबंध में ग्राम स्तरीय वनाधिकार समिति एवं अनुविभाग स्तरीय वनाधिकार समिति से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए बैठक में चर्चा की गई। बैठक में ग्राम स्तरीय एवं अनुविभाग स्तरीय वनाधिकार समिति के प्रस्ताव पर अनापत्ति प्रमाण पत्र देने की सहमति दी गई।
इसी तरह परियोजना प्रबंधक (ए.डी.बी प्रोजेक्ट) छत्तीसगढ़ सड़क विकास परियोजना लोक निर्माण विभाग जिला बलौदाबाजार भाटापारा के संबंध में महासमुन्द जिले में देवरी, सल्डीह, तोषगांव गढ़फुलझर, तोरेसिंघा मार्ग के प्रस्तावित उन्नयन एवं पुनर्निर्माण कार्य के अन्तर्गत आने वाले वन क्षेत्र का वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत ग्राम सरायपाली तहसील बसना स्थित आरक्षित वन का क्षेत्रफल 2.767 हेक्टेयर प्रभावित क्षेत्र के संबंध में ग्राम स्तरीय एवं अनुविभाग स्तरीय वनाधिकार समिति से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र पर बैठक में चर्चा की गई। बैठक में ग्राम स्तरीय एवं अनुविभाग स्तरीय वनाधिकार समिति के प्रस्ताव पर अनापत्ति प्रमाण पत्र देने की सहमति दी गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री शरीफ मोहम्मद खान, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बसंता ठाकुर, श्री अमर अरूण चन्द्राकर, श्री चंदन माछु, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री एन.आर. देवांगन सहित वन, ए.डी.बी. सड़क विकास परियोजना लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। -
महासमुंद 18 जून : पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 47 के प्रावधानों के अनुरूप छत्तीसगढ़ जनपद पंचायत तथा जिला पंचायत के स्थायी समितियों (सदस्यांे का निर्वाचन, उनकी शक्तियों और कृत्य नियम 1994) के प्रावधानों के अनुसार जिला पंचायत की स्थायी समिति की गठन के लिए 17 जून 2020 को दोपहर 12.00 बजे जिला पंचायत के सभा कक्ष में जिला पंचायत की सम्मेलन आयोजित की गई। पंचायत विभाग के उप संचालक ने बताया कि जिसमें निम्नानुसार स्थायी समिति का गठन किया गया। गठित स्थायी समिति के अंतर्गत सामान्य प्रशासन समिति की सभापति श्रीमती उषा पटेल तथा निर्वाचित सदस्यों में श्री लक्ष्मण पटेल, श्रीमती गीता बंजारे, श्री अमर अरूण चन्द्राकर, श्रीमती हेमकरण दीवान, श्रीमती बसंता ठाकुर, श्री चन्दन टिकेचन्द माछु एवं श्रीमती नोविना जगत शामिल हैं।
इसी प्रकार कृषि स्थायी समिति के सभापति श्री अमर अरूण चन्द्राकर तथा निर्वाचित सदस्यों में श्रीमती गीता बंजारे एवं श्रीमती हेम करण दीवान को शामिल किया गया है। शिक्षा स्थायी समिति के अंतर्गत सभापति श्री लक्ष्मण पटेल तथा निर्वाचित सदस्यों में श्रीमती हेम करण दीवान, श्रीमती गीता बंजारे एवं श्री श्याम ताण्डी शामिल हैं। इसी प्रकार संचार तथा संकर्म समिति की सभापति श्रीमती गीता बंजारे तथा निर्वाचित सदस्यों में श्री अमर अरूण चन्द्राकर एवं श्रीमती बसंता ठाकुर शामिल हैं। सहकारिता और उद्योग समिति की सभापति श्रीमती हेम करण दीवान को बनाया गया तथा निर्वाचित सदस्यों में श्रीमती हेम कुमारी नायक एवं श्रीमती नोविना जगत शामिल हैं। इसी प्रकार वन समिति के सभापति श्री चंदन टिकेचन्द माछु बनें तथा निर्वाचित सदस्यों में श्री अमर अरूण चन्द्राकर एवं श्रीमती बसंता ठाकुर शामिल हैं। महिला एवं बाल विकास समिति की सभापति श्रीमती बसंता ठाकुर बनी तथा निर्वाचित सदस्यों में श्रीमती नोविना जगत एवं श्रीमती हेमकुमारी नायक शामिल है एवं उद्यानिकी समिति की सभापति श्रीमती नोविना जगत को बनाई गई तथा निर्वाचित सदस्यों में श्री चंदन टिकेचन्द माछु एवं श्री श्याम ताण्डी शामिल हैं। - महासमुंद 18 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले में खरीफ मौसम 2020 के अंतर्गत खाद-बीज भंडारण एवं वितरण के संबंध में कृषि विभाग के अधिकारी एवं जिला विपणन अधिकारी की बैठक लेकर समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में जिले के सहकारी समितियों में बीज 39 हजार 478 क्ंिवटल एवं खाद 33 हजार 500 मीट्रिक टन भंडारित है, जो लक्ष्य के क्रमशः 83 एवं 82 प्रतिशत है एवं किसानों द्वारा अद्यतन बीज 29 हजार 436 क्ंिवटल एवं खाद 27 हजार 219 मीट्रिक टन उठाव किया गया है जो लक्ष्य के क्रमशः 61 एवं 67 प्रतिशत है।
कलेक्टर ने खाद-बीज के उठाव में तेजी लाने के लिए कृषि विभाग के उप संचालक श्री चिरंजीव सरकार को निर्देशित करते हुए कहा कि अनुविभागीय कृषि अधिकारी अपने-अपने अनुविभाग क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सहकारी समितियों का सतत् निरीक्षण कर बीज एवं खाद उठाव में तेजी लाएं तथा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि वह उनके क्षेत्र में पदस्थ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी किसानों से संपर्क कर खाद-बीज के उठाव के लिए प्रेरित करंे। जिससे सहकारी समितियों में भंडारण की व्यवस्था सुचारू रूप से हो सके तथा गोदाम खाली होने पर पुनः खाद एवं बीज का भंडारण निरंतर किया जा सके। जिससे कृषकों को समय पर खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
टिड्डी दल का प्रकोप
कलेक्टर ने टिड्डी दल के प्रकोप को वर्तमान में कबीरधाम एवं राजनांदगांव जिले के कुछ हिस्सों में देखते हुए जिले में भी इसके टिड्डी दल के प्रकोप से बचने के लिए कृषि विभाग को सतर्क रहते हुए पर्याप्त मात्रा में अनुशंसित दवा लेम्डा साइलोथ्रिन, क्वीनालफास, क्लोरोपाइरीफास$सायपर सुरक्षित रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने कृषि विभाग के मैदानी अमलो द्वारा कृषकों को भी इससे सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कलेक्टर ने जिले के सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायत में उपलब्ध अग्निशमन यंत्र को आपातकालीन परिस्थिति में तैयार रखने के भी निर्देश दिए है। कृषि विभाग उप संचालक ने बताया कि अभी तक टिड्डी दल का प्रकोप महासमुंद जिला में नहीं पाया गया हैं। उक्त टिड्डी दल के लिए 11403 लीटर पौध संरक्षण दवा जिले में उपलब्ध है।
कंट्रोल रूम की जानकारी
कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि जिले में खाद-बीज की समस्या के निराकरण के लिए कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है। यह कन्ट्रोल रूम कार्यालय उप संचालक कृषि महासमुंद के कार्यालय में स्थापित हैं। रूम का दूरभाष नंबर 07723-222132 एवं कलेक्टर कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर 07723-223305 है जिसमें कृषक संपर्क कर सकते है। -
पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, ग्राम के गणमान्य नागरिक, ग्रामवासी और चरवाहे सहित अन्य लोग बैठक में होंगे शामिल
महासमुंद 18 जून : छत्तीसगढ़ में फसलों को सुरक्षित रखने के लिए ‘‘रोका-छेका’’ की व्यवस्था की जाती है। इस व्यवस्था से धान की फसल को चराई से बचाने, मावेशियों का खुले में चरना प्रतिबंधित करने से अन्य फसल लिए जाने की सम्भावना बढ़ जाती है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले में ‘‘रोका-छेका’’ की व्यवस्था लागू करने लिए शुक्रवार 19 जून 2020 को जिले के 551 ग्राम पंचायतों एवं ‘‘गौठान’’ में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने को कहा हैं, जिसमें पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, ग्राम के गणमान्य नागारिक, ग्रामवासी और चरवाहे सहित अन्य लोगों को शामिल कर ‘‘रोका-छेका’’ की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा गया हैं।
कलेकटर ने बताया कि जिले मे ग्राम पंचायत के सीमा के भीतर निर्मित गौठानोे के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियो के संचालन के संबंध मे विशेष ग्राम सभा का आयोजन 19 जून को किया जाएगा। विशेष ग्राम सभा मे धान की फसल को चराई से बचाने के लिए मवेशियों को प्रतिबंधित करने के लिए पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, ग्राम के गणमान्य नागरिकों और ग्रामवासी एवं चरवाहे मिलकर प्रचलित रोका-छेका की व्यवस्था को और अधिक सुद्ढ रूप से लागू करने के संबंध मे निर्णय लेंगे। इसके अलावा गौठान मंे उत्पादित कम्पोस्ट खाद का वितरण, गौठानों से संम्बद्व स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामाग्री का प्रदर्शन, गौठानों में पशु चिकित्सा तथा पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, पशु पालन एवं मछली पालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु शिविर का आयोजन, कृषि, पशु पालन, मछली पालन की विभिन्न योजनाआंे मंे हितग्राहियांे को लाभांवित करने तथा पशुआंे हेतु पैरा संग्रहण एवं भंडारण की मुहिम चलाने के संबंध मे चर्चा की जाएगी। कलेक्टर श्री गोयल ने रोका-छेका योजना को सफल बनाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए ग्राम रोजगार सहायक एवं ग्राम पंचायत सचिव अपने-अपने ग्राम पंचायत में सम्पन्न हुए कार्यक्रमों के आयोजन केे फोटोग्राफ एवं कार्रवाई विवरण की जानकारी 19 जून को शाम 06ः00 बजे तक जनपद पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारियों के माध्यम से जिला पंचायत में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। -
महासमुंद 18 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम मल्दामाल, तहसील सरायपाली के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम मल्दामाल के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में इन्द्रजीत का मकान, दक्षिण दिशा में विद्याचरण का मकान, पूर्व दिशा में महेन्द्र का खेेत एवं पश्चिम दिशा मंे लक्ष्मीचंद का मकान शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में सरायपाली विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री कुणाल दुदावत, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री विकास पाटले, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत सरायपाली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती स्निग्धा तिवारी, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अमृत लाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती चन्द्रिका कुमार, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आई पी. कश्यप, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री युवराज सिंह कुर्रे होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
महासमुंद 18 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम सिंघोड़ा, तहसील सरायपाली के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम सिंघोड़ा के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में कैलाश मिरी का मकान, दक्षिण दिशा में बैसाखू का मकान, पूर्व दिशा में बैसाखू का मकान एवं पश्चिम दिशा मंे तानू का मकान शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में सरायपाली विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री कुणाल दुदावत, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री विकास पाटले, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत सरायपाली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती स्निग्धा तिवारी, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अमृत लाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती अनिता यदु, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आई पी. कश्यप, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री युवराज सिंह कुर्रे होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। - महासमुंद 18 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें नगरीय निकाय क्षेत्र महासमुंद अंतर्गत वार्ड क्रमांक 06, दिलीप सिंह जूदेव वार्ड महासमुंद के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड क्रमांक 06, दिलीप सिंह जूदेव वार्ड के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में अटल आवास जाने का रास्ता, दक्षिण दिशा में देवांगन का रिक्त भूमि, पूर्व दिशा में चमन का घर एवं पश्चिम दिशा मंे भागीरथी बिसाई का रिक्त भूमि शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में पिथौरा विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस. मरकाम, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री विकास पाटले, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत पिथौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ तारा अग्रवाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती शीला प्रधान, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
महासमुंद 18 जून :वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम मचेवा, तहसील महासमुंद के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम मचेवा के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में ग्राम पंचायत मचेवा का कार्यालय, दक्षिण दिशा में रिक्त भूमि, पूर्व दिशा में गौठान मचेवा एवं पश्चिम दिशा मंे बस्ती की ओर रास्ता शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में महासमुंद विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री नारद कुमार सूर्यवंशी, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत महासमुंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रकाश चंद्र तारम, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ विपिन कुमार राय, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती शशि जायसवाल, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
कलेक्टर ने की महिला स्व-सहायता समूह की सराहना
महासमुंद 18 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कल महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी केे नरवा, गरवा, घुरवा अऊ बाड़ी के अंतर्गत बनाए जा रहें कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के सामंजस्य से कराए जा रहे निर्माण कार्यों की गतिविधियों पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बम्हनी के आदर्श गोठान में बनाए गए वर्मी कम्पोस्ट टैंक में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे जैविक खाद का भी अवलोकन किया। इस दौरान महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने बताया कि अब तक वे 04 क्विंटल जैविक खाद का निर्माण कर चुके हैं। इसके अलावा उनके द्वारा जैविक कीटनाशक भी बनाया जाता हैं, जिसे स्थानीय बाजार पर 10 हजार रूपए से अधिक का जैविक कीटनाशक विक्रय किया जा चुका हैं। इस पर कलेक्टर ने महिला स्व-सहायता समूह की सराहना की और जैविक खाद का शीघ्र उठाव कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
श्री गोयल ने बम्हनी में बनाए गए मछली उत्पादन टैंक में अधिकारियों को मछली बीज उपलब्ध कराने एवं वहां पर शेड बनाकर मुर्गी पालन के लिए चूजे उपलब्ध कराने को कहा, ताकि स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाया जा सकें। इसके अलावा बाड़ी योजना के तहत् महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बाड़ी में लगाए गए सब्जियों का भी अवलोकन किया। इस पर कलेक्टर ने उद्यानिकी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों को बाड़ी के लिए उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने एवं लैब पर मृदा परीक्षण कराने को कहा, जिससे कि उस मिट्टी के आधार पर सब्जी अधिक मात्रा में उत्पादित हो और उन्हें अधिक से अधिक लाभान्वित किया जा सकें।इसके अलावा उन्होंने मवेशियों के लिए बनाए गए चारागाह का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों को चारागाह पर हाईब्रिड नेपियर घास लगाने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि यह चारागाह लगभग 10 एकड़ पर बनाया गया हैं। कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने औषधीय पौधे मुनगे का पौधरोपण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक डाॅ. डी.डी. झारिया, कृषि विभाग के उप संचालक एस.आर डोंगरे, कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डाॅ सतीश वर्मा सहित ग्राम सरपंच श्रीमती खिलेश्वरी साहू, गोठान समिति के अध्यक्ष श्री गणेश धु्रव सहित विभिन्न स्व-सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थी। -
महासमुंद 17 जून : जिले में आज 17 जून 2020 को कोरोना के कुल 04 धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जांच के बाद मामले के धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम सिमगांव (ग्रामपंचायत दरगांव)में 01 व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव इस महिला की उम्र 24वर्ष है और यह महिला प्रयागराज(उत्तर प्रदेश) से आई है वहीं पिथौरा विकासखंड के ग्राम जबलपुर में 01 व्यक्ति ( पुरूष)कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोरोना संक्रमित इस व्यक्ति की उम्र 45 वर्ष हैऔर यह बस्ती (उत्तर प्रदेश)से आया है। महासमुंद विकासखंड के ग्राम मचेवा में एक गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित हैं।यह महिला सुल्तानपुर (उत्तरप्रदेश)से आई है। कोरोना संक्रमित इस महिला की उम्र 28 वर्ष हैं। इसी तरह सरायपाली विकासखंड के ग्राम माल्दामाल में 01 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति बेमेतरा से छत्तीसगढ़ आया है।इस संक्रमित व्यक्ति की उम्र 62 वर्ष हैं। संक्रमित क्वारेन्टीन सेंटर में हैं। -
पिछले तीन दिनों में पिथौरा, बसना और बागबाहरा में लगी बीस कक्षाओं में कोरोना के संदिग्ध मरीजों ने नशा एवं तनाव मुक्त रहने के लिए मौके पर अभ्यास कर सीखी बारीकियाँ
महासमुंद 17 जून : कोरोना वायरस के संक्रामक और कठिन दौर में बीत रही समयावधि में भी जिले के कोरोना संदिग्ध मरीजों में सब्र का बांध टूटने न पाए, इसके लिए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम दोनों एक-जुट होकर तंबाकू नशा का त्याग कराने के साथ-साथ तनाव मुक्त रहने व रखने के लिए योगा एवं प्राणायाम इत्यादि की विधियां बतला कर दोहरा अभ्यास करने की पहल कर रहे हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसपी वारे के मार्गदर्शन में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल द्वारा विगत तीन दिवसों में विकासखण्ड पिथौरा, बसना और सरायपाली के 20 क्वारंटीन केंद्रों में प्रेरणादायी जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
यादगार पल वो रहा जब योग प्रशिक्षक श्री देव कुमार डडसेना ने क्वारंटीन की अवधि काट रहे कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भ्रामरी और अनुलोम-विलोम प्राणायाम के गुण सिखाए और जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल के सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव ने उसे मोबाइल फोन के कैमरे में कैद कर लिया। नजीदीकी चिकित्सकीय अमला भी दैनिक निगरानी और पूछ-परख करते हुए हौसला अफजाई कर रहा है। इस दौरान 10 की संख्या में ऐसे क्वारंटीन केंद्र मिले, जहां लगभग 12 से अधिक लोगों ने तंबाकू व अन्य नशे के आदी होने की बात स्वीकार की। ऐसे में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल द्वारा उनके विड्रोल सिमट्म्स दूर करने के लिए पंचायत विभाग की मदद से हरी-सब्जियां सहित नींबू और मिर्च इत्यादि की तत्काल व्यवस्था कर तलब लगने पर इनके सेवन से मिलने वाली मदद के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस दौरान लगभग चार सौ से अधिक कोरोना संदिग्ध मरीजों ने संक्रमण सुरक्षा एवं तंबाकू नशा उन्मूलन के गुण सीखे। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। -
महासमुंद 17 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज जिले के पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी पहुंचे। इस दौरान एक आदिवासी महिला श्रीमती लगनी बाई बरिहा अपने घर की परछी में बैठी हुई थी। इस पर कलेक्टर श्री गोयल ने आगे बढ़ते हुए उनसे मुुलाकात कर उनका हालचाल पूछा और उनसे शासन द्वारा मिलने वाली जन कल्याणकारी योजना के बारें में जानकारी ली। श्री गोयल ने उनसे मुलाकात के दौरान उससे पूछा कि आपको सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत् प्रत्येक माह खाद्यान्न सामग्री मिलता है कि नहीं। इस पर श्रीमती बरिहा ने बताया कि उन्हें प्रत्येक माह खाद्यान्न सामग्री मिलता है। इसके अलावा कलेक्टर ने उनसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् मकान मिलने एवं कितने एकड़ खेती की जमीन होने की बात कहीं, तो उसके बेटे श्री राधेश्याम बरिहा ने बताया कि उनके यहां 10 एकड़ कृषि जमीन हैं उन्हें पात्रता नहीं होने के कारण प्रधानमंत्री आवासा योजना का लाभ नहीं मिला हैं। - ग्रामीणों एवं किसानों से भी की चर्चामहासमुंद 17 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज जिले के पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत गोड़बाहल के आश्रित गांव राजाडेरा एवं खुटेरी में चल रहें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत् कराए जा रहे कार्यों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सर्वप्रथम राजाडेरा में 09 लाख 94 हजार रूपए की लागत से निर्माणाधीन निस्तारी तालाब गहरीकरण के कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मैदानी अधिकारियों से मजदूरों का नियमित रूप से मस्टर रोल ठीक से भरने, मेजरमेंट के अनुसार कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक करने, आॅनलाईन एण्ट्री करने, मौके पर उपस्थित पी.ओ. को रजिस्टर संधारित करनेे, तकनीकी सहायकों को माप-पंजी (मेट-पंजी) का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।अधिकारियों ने बताया कि बारिश एवं खेती-बाड़ी के समय आने की वजह से श्रमिक पूर्व की अपेक्षा काम पर कम संख्या में आ रहें हैं। बताया गया कि इस तालाब के निर्माण हो जाने से यहां के जलस्त्रोत में बढ़ोत्तरी होगी। इस तालाब में बारिश के पानी के आवक समीप के जंगल से पर्याप्त मात्रा से पानी आएगी। इसके बन जाने से ग्रामीणों को निस्तारी एवं कृषि कार्यों में सिंचाई सुविधा किसानों को उपलब्ध होगी। इसके उपरांत उन्होंने ग्राम पंचायत गोडबहाल में 12 लाख रूपए की लागत से बन रहें निर्माणाधीन राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का भी निरीक्षण किया और यहां भवन की खिड़कियों पर एल्यूमिनियम की जाली लगाने को कहा। उन्होंने भवन के गुणवत्ता पूर्वक कार्यों को देखकर सराहना की और शीघ्र ही इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन कार्यों के लिए नागरिक सूचना पटल (बोर्ड निर्माण) शीघ्र प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने ग्राम पंचायत खुटेरी पहुंचकर वहां बनाए गए नरवा डी.पी.आर. के अंतर्गत 91 हजार की लागत से बनाए गए गेबियन स्ट्रक्चर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से इसके बनने के फायदे के बारें में जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि इसके बनने से आसपास के किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी और बारिश के समय अनावश्यक पानी के बहाव को बहने से रोका जाएगा, जिससे पानी की स्त्रोत बढ़ेगी और उसका सदुपयोग किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने श्रीमती बिरझाबाई द्वारा अपने खेत में 02 लाख 67 हजार रूपए की लागत से कराए जा रहें निजी डबरी निर्माण का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने उनके द्वारा कराए जा रहे निजी डबरी निर्माण कार्य की सराहना की।उन्होंने डबरी के मेढ़ पर वृक्षारोपण करने एवं डबरी के माध्यम से सिंचाई तथा मछली पालन भी करने को कहा जिससे कि उनके आय में वृद्धि हो सके। इसके अलावा उन्होंने शासकीय भूमि में 18 लाख 94 हजार की लागत से मनरेगा से स्वीकृत उद्यानिकी नर्सरी का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने और अधिक फलदार पौधरोपण करने तथा शासकीय नर्सरी में जो सुविधाएं उपलब्ध होती है, उसी तरह बढ़ाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि अगले वर्ष से यहां सीडलिंग सैम्पलिंग किया जाएगा। इसके अलावा नर्सरी में पौधों को सिंचाई करने के लिए नलकूप खनन करने को भी कहा गया।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान निजी खेतों में पेड़ो (ईमारती लकड़ी) की अवैध रूप से कटाईं को देखकर नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी से जानकारी लेते हुए कहा कि इन पेड़ो की कटाई के लिए क्या उनके द्वारा तहसील कार्यालय से अनुमति ली गई है। इस पर अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि पेड़ों की कटाई के संबंध में किसी ने भी अनुमति नहीं ली गई हैं। कलेक्टर ने अनावश्यक रूप से पेड़ काटने वालों के विरूद्ध सर्वे कर केस दर्ज कर एफ.आई.आर. करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा उन्होंने किसानों से चर्चा कर खरीफ सीजन की तैयारी के लिए सहकारी समिति के माध्यम से खाद, बीज के उठाव के बारें में जानकारी के साथ उनकी समस्याओं के बारें में भी जानकारी ली। किसानों ने बताया कि उन्हंे खाद, बीज के उठाव में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आ रही हैं। समिति के माध्यम से उन्हें समय पर खाद, बीज मिल रहा हैं। कई किसानों ने बताया कि वे अपने कृषि कार्य के लिए खाद, बीज का उठाव कर लिए हैं। कुछ किसानों ने बताया कि वे शीघ्र ही खाद, बीज का उठाव करेंगे। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री बी.एस. मरकाम, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप कुमार प्रधान, ए.पी.ओ. श्री प्रथम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी एवं मैदानी अमले स्थानीय सरपंच सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि महासमुन्द जिले में मांग के आधार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना मनरेगा से शत्-प्रतिशत रोजगार दिया जा रहा है, जिससे मनरेगा ग्रामीणों के लिए जीवन दायिनी (लाईफ-लाइन) साबित हो हुई है। शासन के निर्देशानुसार जिले के सभी गांव में मनरेगा के द्वारा हितग्राहीमूलक काम प्रारम्भ कराए जा रहे है तथा जॉबकार्ड धारियों को प्राथमिकता अनुरूप गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से आए प्रवासी मजदूर और वे जो किसी करणवश महात्मा गांधी नरेगा में काम नहीं कर पा रहे थे, उन्हें भी शासन के इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लाभ दिलाया गया हैं। जिले में चल रहे सभी कार्यो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए चरणबद्ध तरीके से कार्य कराए जा रहे है। जिला कार्यालय से भी अधीनस्थ अधिकारी प्रतिदिन पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक से सम्पर्क कर महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का लगातार निगरानी कर रहे है। -
इस वर्ष योग का थीम होगा ‘‘योग एट होम एण्ड योग विद फैमिली”
महासमुंद 17 जून : कोविड-19 महामारी को कारण इस वर्ष 21 जून 2020 को छठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा तथा इसे डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म पर मनाया जाएगा। इस वर्ष की थीम ‘‘योग एट होम एण्ड योग विद फैमिली” है। 21 जून 2020 की सुबह 07ः00 बजे आम जनता अपने घरों से इस डिजिटल प्लेटफार्म पर योग दिवस समारोह में शामिल हो सकेंगे। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर होने वाले डिजिटल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एवं सामान्य योग प्रोटोकाॅल की जानकारी के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी विवरण सोशल मीडिया प्लेटफार्म में उपलब्ध है। सामान्य योग प्रोटोकाॅल ¼CYP½ का e-book और video website:- Yoga.ayush.gov.in से भी Download कर प्राप्त कर सकते है।
समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री धर्मेन्द्र साहू ने बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली “माई लाईफ माई योगा” प्रतियोगिता का आयोजन दो चरणों में कर रहा है, जिसमें प्रतिभागियों को तीन यौगिक अभ्यासों (क्रिया, आसन, प्राणायाम, बंध या मुद्रा) का तीन मिनट का वीडियो फेसबुक, ट्वीटर या इंस्टाग्राम पर ‘#MyLifeMyYoga’ पर अपलोड करना होगा। साथ ही एक छोटे वीडियो संदेश में बताना होगा कि कैसे योग क्रियाओं ने उनके जीवन को प्रभावित किया। आयोजन के संबंध में अद्यतन सूचनाओं के लिए innovate.mygov.in वेबसाईट का अवलोकन किया जा सकता है। -
11 जुलाई 2020 को आयोजित की जाएगी राज्य स्तरीय लोक अदालत
महासमुंद 17 जून : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मोहम्मद जहाँगीर तिगाला ने बताया कि जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विभाग में ई-फाइलिंग संपर्क क्रांति सहायता केन्द्र खोला गया है। इसके माध्यम से वकील प्रकरण के सभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। दस्तावेज संबंधित कोर्ट को उपलब्ध हो जाएगा। इसके अलावा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रकरण के बारे में बहस कर सकते हैं। इस प्रकार के दस्तावेज को ऑनलाइन जज के समक्ष पेश कर सकते है। कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए जिला न्यायालय के वकीलों को न्यायालयीन कार्यवाही करने के लिए सहयोग के तौर पर ई-फाइलिंग संपर्क क्रांति सहायता केन्द्र की शुरुआत की गई। जिला न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सुषमा सावंत द्वारा उक्त केन्द्र का उद्घाटन किया गया। ऐसे वकील जिनके द्वारा एंड्रायड मोबाइल कंप्यूटर स्कैनर की सुविधा उपलब्ध नहीं है या फिर उपयोग में नहीं लाते हांेगे, उनकी सुविधा के लिए ई-फाइलिंग की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि इससे वकीलों की समस्या का निराकरण हो जाएगा। हेल्प डेस्क में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों द्वारा अधिवक्ताओं को ई-फाईलिंग की प्रक्रिया के बारे में प्रशिक्षण देंगे। न्यायालय परिसर में वकीलों के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग के लिए अलग से एक कक्ष बनाया गया है। वहां ई-डेस्क उपलब्ध है। यहां से वकील पूर्ण रूप से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट में बहस करेंगे। इस कार्यक्रम में डॉ. मनोज कुमार प्रजापति, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश, श्रीमती निधि शर्मा तिवारी, अपर जिला न्यायाधीश, सुश्री पुष्पलता मार्कण्डेय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मोहम्मद जहाँगीर तिगाला उपस्थित रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मोहम्मद जहाँगीर तिगाला द्वारा जानकारी दी गई कि 11 जुलाई 2020 को राज्य स्तरीय लोक अदालत आयोजित की जाएगी।
वर्तमान समय में अदालतों की नियमित कार्यवाही माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेशानुसार स्थगित है तथा केवल अत्यावश्यक कार्य का संपादन सीमित न्यायाधीशों एवं स्टाफ के माध्यम से निष्पादित किया जा रहा है, जिसके कारण कई प्रकरणों के निराकरण में विलम्ब कारित हुआ है, जिसे दृष्टिगत रखते हुए माननीय उच्च न्यायालय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रकरणों के आपसी सामंजस्य एवं राजीनामा के आधार पर त्वरित निराकरण हेतु राज्य स्तरीय लोक अदालत का आयोजन किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसका लाभ समस्त पक्षकार प्राप्त कर सकते है एवं कई वर्षों से लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों का त्वरित निराकरण करवा सकते हैं। इस लोक अदालत में मुख्य रूप से दुर्घटना दावा एवं कुटुम्ब न्यायालय में लंबित मामलों को विशेष महत्व दिया जाएगा। जिससे आमजन वर्तमान आर्थिक तंगी के वातावरण में अवार्ड प्राप्त कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ कर सकते है। इस संबंध में पक्षकार अपने अधिवक्ता या जिला न्यायालय स्थिति विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रबंध कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। - महासमुंद 17 जून : राज्य शासन द्वारा प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत युवाओं को अधिकतम पच्चीस लाख रूपए तक विर्निमाण क्षेत्र में, दस लाख रूपए तक सेवा क्षेत्र में एवं अधिकतम दो लाख रूपए तक व्यवसाय क्षेत्र में वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदन करने की पात्रताएं इस प्रकार हैं इनमें आवेदक की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं कक्षा उत्तीर्ण, आयु 18 से 35 वर्ष (आरक्षित वर्ग के लिए 05 वर्ष की छूट), छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी, परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रूपए से अधिक न हो, किसी भी बैंक का ऋण चुककर्ता न हो एवं भारत, राज्य शासन के योजनांतर्गत पूर्व में अनुदान का लाभ न लिया हो।
ऐसे इच्छुक आवेदक कार्यालय, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महासमुंद में निःशुल्क निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते है। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2020 है। अधिक जानकारी के लिए आवेदक कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महासमंुद, पुराना तहसील परिसर, महासमुंद में उपस्थित होकर जानकारी प्राप्त कर सकते है। आवेदकों को आवेदन पत्र के साथ विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन, राशन कार्ड, स्थाई निवास प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, ड्रायविंग लाईसेंस (कोई भी एक), शैक्षणिक, तकनीकी योग्यता संबंधी प्रमाण पत्र, जन्मतिथि संबंधी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी निःशक्तजन, भूतपूर्व सैनिक, अल्पसंख्यक, जाति संबंधी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो तो), प्रिवार की वार्षिक आय के संबंध में शपथ पत्र, आवेदन पत्र दो सेट में संलग्न करना होगा।