- महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि संदिग्ध मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें बसना विकासखण्ड के ग्राम सलखण्ड एवं सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम तोषगाॅव के मरीजांे की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए इन दोनों ग्राम के चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए संबंधित विकासखण्डों में प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन को प्रभार सौंपा गया हैं। इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक को, नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी नायब तहसीलदार को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक को सौंपा गया हैं।
चार ग्रामों को कन्टेनमेंट जोन से किया गया मुक्त
महासमुंद 24 जुलाई 2020/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने चार कन्टेंनमेंट जोन को मुक्त कर दिया हैं। इस सभी आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं। तहसील बसना के ग्राम पिलवापाली को पिछले महीने की 24 तारीख को तथा 27 जून 2020 को तहसील पिथौरा के ग्राम अर्जुनी, बसना के ग्राम कंेवटापाली एवं तहसील सरायपाली के ग्राम माधोपाली में कोविड-19 के पाॅजिटीव रिपोर्ट आने पर कन्टेनमेंट जोन घेाषित किया गया था। किन्तु पिछलें 28 दिनों से इन सभी ग्रामों के कन्टेनमेंट क्षेत्र में कोई भी कोविड-19 का पाॅजिटीव केस की पुष्टि नहीं होने और पाॅजिटीव मरीजों के सम्पर्क में आने वाले लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के कारण कलेक्टर एवं दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने आज इन सभी ग्रामों के कन्टेनमेंट क्षेत्र को कन्टेनमंेट जोन से मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। - महासमुंद : महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 24 जुलाई तक 630.3 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। इस दौरान सबसे ज्यादा 774.6 मिलीमीटर बारिश बागबाहरा तहसील में हुई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार बसना तहसील में 716.8 मिलीमीटर, सरायपाली में 727.6 मिलीमीटर, महासमुंद में 534.4 मिलीमीटर और पिथौरा में सबसे कम 398.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई ।
- महासमुंद: कोविड-19 के संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम के लिए राजस्व, स्वास्थ्य विभाग के टीम ने होम क्वारेंटाईन में रह रहें नागरिकों के निरीक्षण के लिए निकले थे। जिसमें जिला मुख्यालय महासमुंद के गंजपारा निवासी श्री संजय कुमार क्षत्रिय, पिता स्व. श्री कन्हैया लाल क्षत्रिय को प्रशासन द्वारा 19 जुलाई से होम क्वारेंटाईन पर रहने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन उनके द्वारा होम क्वारेंटाईन का पालन नहीं किया जा रहा था और अपने दुकान सुरेश टेªडर्स, गंज पारा पर बैठे हुए थे। इस पर राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग के टीम ने उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करते हुए एक हजार रूपए का अर्थदंड जुर्माने के तौर पर वसूला और उन्हंे होम क्वारेंटाईन का अक्षरशः पालन करने तथा भविष्य में उन्हें इस तरह की गलती नहीं करने के निर्देश दिए।
- आवश्यक दस्तावेज महिला एवं बाल विकास में जमा कर सकते है
महासमुंद: महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से भारत सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत् ‘पद्म विभूषण’, ‘पद्म भूषण’ तथा ‘पद्म श्री’ पुरस्कारों के लिए वर्ष 2020-21 के लिए नामांकन प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक आॅनलाईन ूूूण्चंकउंूंतकेण्हवअण्पद के माध्यम से चाही गई है। पुरस्कार के लिए निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप योग्य, पात्र हितग्राही वांछित अभिलेखों के साथ आवेदन 12 अगस्त 2020 तक कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय, जिला महासमुंद में प्रस्तुत कर सकते है। उपरोक्त पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन, हार्ड कॉपी तथा अन्य दस्तावेज नियत तिथि 12 अगस्त 2020 तक जिला कार्यालय में जमा किया जा सकता है। - महासमुंद : जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज शनिवार 25 जुलाई को अपराह्न 03ः00 बजे जिला कार्यालय के सभाकक्ष में रखी गई थी। जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया है। जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि बैठक आगामी शुक्रवार 07 अगस्त 2020 को दोपहर 03ः00 बजे से आयोजित की जाएगी। जिसमें जिले में वृहद, मध्यम एवं लघु सिंचाई जलाशयों की वर्तमान जल-भराव की स्थिति एवं खरीफ सिंचाई हेतु जल प्रदाय करने के संबंध में चर्चा की जाएगी।
- महासमुंद : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) द्वारा नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 की बीमारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी के रूप में घोषित किया गया हैं। कुछ ही माह में विश्व के कई देशों तथा छत्तीसगढ़ में महामारी का रूप ले रहा हैं। इससे दुनियाभर के 200 से अधिक देश प्रभावित हैं। भारत में यह 30 जनवरी 2020 को केरल में पहला कोविड-19 का मामला मिला था। तब से लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जो कि सभी वर्ग के लोगों को संक्रमित कर रही हैं। कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग हैं। कोरोना वायरस के कारण श्वाॅस तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता हैं। अधिकतम लक्षण रहित देखे गए हैं, किंतु बुखार, खाॅसी, सिर दर्द, गलें में खरास या साॅस लेने में तकलीफ आदि हो सकती हैं। संक्रमण होने पर इंसान की मृत्यु भी हो सकती है।उल्लेखनीय है कि जिले में कोविड-19 का पहला मामला 29 मई 2020 को बसना विकासखण्ड के ग्राम संतपाली में मिला था। जिले में कुल पाॅजिटीव 109 प्रकरण थे। इनमें से 91 स्वस्थ्य हो चुके हैं। 17 मामलें सक्रिय हैं। महासमुंद विकासखण्ड में 10 , पिथौरा मंे 11, बागबाहरा में 33, सरायपाली में 20 एवं बसना में 35 प्रकरण हैं। जिले से लगभग आठ हजार लोगों का आर.टी.पी.सी.आर. सेम्पल कलेक्शन किया गया हैं। जिला चिकित्सालय में ट्रू-नाॅट मशीन के द्वारा साढ़े सात सौ लोगों का सेम्पल कलेक्शन की जाॅच किया गया हैं।
- कचरे के निपटान तथा गांव को स्वच्छ बनाए रखने के लिए 109 ग्र्राम पंचायतों मे ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन और शेड निर्माण के लिए तीन-तीन लाख रूपए स्वीकृतप्रथम चरण मेे अधिक जनसंख्या वाले ग्राम पंचायतों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य कराया जाएगा
महासमुंद: जिले के प्रत्येक ग्राम पंचायत में मलेरिया, डेंगू एवं एच.आई.व्ही. को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए स्व-सहायता महिला समूह को जोड़ा जा रहा हैं। इन महिलाओं को जागरूकता अभियान में जोड़कर ग्रामीण जनों को मलेरिया, डेंगू मच्छर से बचाव और मौसमी बीमारियों के बारें में जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा हैं। स्वास्थ्य अमले द्वारा भी कीटनाशक दवाईयों का छिड़ाकाव किया जा रहा हैं। पात्र हितग्राहियों को मेडिकेट मच्छरदानी का भी वितरण किया जा रहा हैं। गाॅव में सार्वजनिक स्थल, पंचायत भवन, पी.डी.एस. गोदाम, सब्जी बाजार आदि के आस-पास कचरा संग्रहण शेड में उचित निपटान का प्रबंधन किया गया हैं। स्वच्छाग्राहियों महिलाओं के द्वारा ग्रामीण स्तर पर पी.डी.एस. वितरण के दौरान, राशन दुकान एवं सब्जी दुकानों एवं जल स्त्रोतों के आस पास कचरा संग्रहण सेड किया जा रहा है। जिला प्रशासन के द्वारा गांव को स्वच्छ करने के लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन पर कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रवि मित्तल इस पर सतत निगरानी रखे हुए हैं। कचरे के निपटान के लिए तथा गांव को स्वच्छ बनाए रखने हेतु 109 ग्र्राम पंचायतों मे ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन और शेड निर्माण के लिए तीन-तीन लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई हैं।जिले में ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन के लिए 109 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। जिसम तीन एन.जी.टी. ग्राम पंचायत खट्टी (महासमुन्द) केन्दुआ (सरायपाली) खटखटी (बसना) में एन.आर.एल.एम. के स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूह के द्वारा स्वच्छता प्रचार-प्रसार कार्य एवं ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन पर कचरा संग्रहण कर सुरक्षित निपटान कार्य किया जा रहा है। समूह द्वारा रिक्शा के माध्यम से सुरक्षित उपकरण डेªस, मास्क पहनकर कचरा एकत्रित कर कचरा संग्रहण सेड में उचित निपटान किया जा रहा है। जिले के 109 ग्राम पंचायातों में ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन हेतु कचरा संग्रहण एवं कचरे का सुरक्षित निपटान कार्य प्रारंभ कराया जा चुका है। कलेक्टर श्री गोयल एवं जिला पंचायत सीईओ डाॅ मित्तल के द्वारा निर्देशित किया गया है कि कन्ट्रक्सन संबंधित कार्य वर्षा पूर्व पूर्ण कराए जाए। निर्मल भारत अभियान के उद्देश्यों के अन्तर्गत चरणबद्ध तरीके से स्वच्छता के सभी घटकों यथा शौच के बाद साबुन से हाथ धोना, पेयजल स्रोत के आस-पास साफ-सफाई, शौचालय का उपयोग तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट को उचित निपटान की व्यवस्था इत्यादि को लागू कर रहा है। इसी परिपे्रक्ष्य में ग्रामीण क्षेत्रों में समन्वित रूप से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन निम्न उद्देश्य से प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना और उनके जीवन स्तर को उन्नत बनाना, पर्यावरण प्रदूषण को कम करना और ग्रामीण परिवेश को स्वच्छ रखना, ठोस एवं तरल अपशिष्ट के पुनः चक्रण एवं पुनःउपयोग को प्रोत्साहित करना, ग्राम स्तर पर जैविक अपशिष्टों को खाद के रूप में परिवर्तित करना एवं ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन द्वारा ग्रामीण निर्धन वर्ग के लिए रोजगार सृजित करना। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए इन पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।इसमें प्रथम चरण मेे अधिक जनसंख्या वाले ग्राम पंचायतों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य कराया जाएगा। द्वितीय चरण में निर्मल ग्राम पुरस्कार प्राप्त पंचायतों एवं ऐसी अन्य पंचायतें जहां खुले में शौच से मुक्ति प्राप्त कर ली गई हो उसे शामिल किया जाएगा। तीसरे चरण में शेष पंचायतों में कार्य किया जाना प्रस्तावित है। इन कार्यों के क्रियान्वयन के लिए सहभागी विधि से योजना निर्माण द्वारा ठोस एवं तरल दोनों घटकों का आवश्यकतानुसार समावेश करना होगा। प्रस्तावित सुझाव कम लागत के सरल व उपयुक्त तकनीक पर आधारित होना चाहिए। साथ ही साथ इस बात पर भी जोर दिया गया है कि योजना की सतत् निगरानी एवं निरीक्षण के लिए पंचायत क्षमता व स्वयं के संसाधन भी विकसित कर सके। इसी कार्य योजना को आगे बढ़ाते हुए विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम पंचायत केंदुवा के सरपंच श्रीमती कुसवंती पटेल, विकासखण्ड महासमुन्द के ग्राम पंचायत खट्टी के सरपंच श्री दूजराम साहू तथा विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम पंचायत टेमरी के सरपंच श्रीमती धनेश्वरी साहू के सहयोग से ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। - खेलो इण्डिया लघु केन्द्र योजना के तहत खिलाड़ियों को मिलेगा अवसर
महासमुंद : भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा खेलो इण्डिया योजना अंतर्गत खेलों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए महत्वपूर्ण ‘‘खेलों इण्डिया लघु केन्द्र योजना’’ प्रारंभ की जा रही हैं। इस योजना के तहत जिले में लघु केन्द्र स्थापित किया जाएगा। जिला खेल अधिकारी ने बताया कि खिलाडियों को प्रशिक्षित करने की इस महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत इसका संचालन पूर्व चैम्पियन खिलाडियों के माध्यम से किया जाएगा। पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी प्रशिक्षक एवं मार्गदर्शक बनें व उसके अनुभव का पर्याप्त उपयोग खिलाडियों के प्रशिक्षण पर किया जाए साथ ही योजना में यह भी सुनिश्चित किया गया हैं कि इन पूर्व चैम्पियन खिलाडियों को इस कार्य से कुछ आय प्राप्त हो सकें। जिसमें ओलम्पिक खेलों में खेले जाने वाले 14 खेलों को शामिल किया गया हैं। इनमें आर्चरी(तीरदांजी) एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्ंिसग, साइकिलिंग, फेंसिंग(तलवारबाजी), हॉकी, जूडो, रोइंग, शूटिंग, स्विमिंग(तैराकी) टेबल-टेनिस, वेटलिफ्टिंग(भारोत्तोलन), रेसलिंग(कुश्ती), के साथ ही फुटबाल एवं पारंपारिक खेल भी शामिल हैं। खेलो इण्डिया सेंटर की स्थापना के लिए पूर्व चैम्पियन खिलाडियों को अनुदान, प्रशिक्षक, सपोर्टिंग स्टाफ, खेल उपकरण क्रय, खेल किट एवं प्रतियोगिता में टीम को सम्मिलित करने के लिए प्रति खेल 5.00 लाख रूपए के मान से अधिकतम 03 खेलों के लिए राशि प्रदान कि जाएगी।
उन्होंने बताया कि आवेदकों से प्राप्त प्रस्ताव में से अधिकतम 03 खेलो इण्डिया लघु केन्द्रों के संचालन के लिए प्रस्ताव का चयन खेल अधिकारी खेल विभाग महासमुन्द द्वारा किया जाएगा। जिसे कलेक्टर से अनुशंसा प्राप्त कर संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण रायपुर को प्रेषित किया जाएगा। खेलो इण्डिया लघु केन्द्र योजना में पूर्व चैम्पियन खिलाडियों द्वारा नवोदित खिलाडियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी नवोदित खिलाडियों से प्रशिक्षण के लिए कुछ शुल्क भी प्राप्त कर सकते हैं। चयनित खेलो इण्डिया केन्द्रों को भारत सरकार द्वारा 04 वर्ष के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। 04 वर्ष के पश्चात पूर्व चैम्पियन खिलाडियों की पहचान प्रशिक्षक के रुप में स्थापित होने से वह स्वंय के संसाधनों से केन्द्र का संचालन भविष्य में निरंतर कर सकेंगे।
खेलो इंडिया लघु केंद्र संचालन हेतु पूर्व एथलिटों के लिए प्राथमिकता
पहली वरीयता व्यक्तिगत खेल में मान्यता प्राप्त नेशनल फेडरेशन आॅफ स्पोर्ट्स, संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन.एस.एफ., संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। दूसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एन.एस.एफ. संबंधित खेलों में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ी या खेलांे इण्डिया गेम्स में पदक प्राप्त खिलाड़ी। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन.एस.एफ. संबंधित खेलों में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो या खेलांे इण्डिया गेम्स में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो। तीसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में नेशनल ए.आई.यू. पूर्व प्रतियोगिता में पदक विजेता खिलाड़ी। दलीय खेलों में आॅल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी की पूर्व प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा। चैथी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एन.एस.एफ. द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो। अथवा खेलो इण्डिया गेम्स में प्रतिनिधित्व किया हो। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन.एस.एफ. द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो। अथवा खेलो इण्डिया गेम्स में प्रतिनिधित्व किया हो।
आवेदकों की अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष होगी
विकासखण्ड एवं जिला स्तर पर अशासकीय स्कूल, कॉलेज, संस्था एवं अन्य उपलब्ध खेल अधोसंरचना का उपयोग पूर्व चैम्पियन खिलाडी, प्रशिक्षक द्वारा इन प्रस्तावित खेलो इण्डिया केन्द्र के लिए किया जा सकता हैं। अशासकीय एवं अशासकीय संस्था, कॉलेज के पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी द्वारा आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2020 को शाम 5.00 बजे तक कार्यालय खेल एंव युवा कल्याण विभाग महासमुंद में जमा कर सकते हैं। संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण के आदेशानुसार आवेदन तिथि में परिवर्तन किया जा सकता है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की वेबसाइट ेचवतजेंनजीवतपजलवपिदकपंण्दपबण्पद में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जिला खेल अधिकारी श्री मनोज कुमार धृतलहरे के मोबाईल नम्बर 96175-00748 एवं श्री शांतनु कुमार गुप्ता के मोबाईल नम्बर 97707-52697 पर संपर्क किया जा सकता हैं। - जिले के पात्र व्यक्ति कर सकते है नामांकन
महासमुंद: गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न क्षेत्रों में प्रदान किए जाने वाले पद्म पुरस्कार हेतु वर्ष 2020-21 के लिए जिले के पात्र व्यक्तियों से निर्धारित प्रारूप में नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किया जा रहा है। वर्ष 2020-21 में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार प्रदान करने के लिए निर्धारित पात्रता एवं मापदंड अनुरूप स्पष्ट अनुशंसा सहित योग्य, पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव 30 जुलाई तक संचालनालय, खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायपुर छत्तीसगढ़ द्वारा मंगाई गई है। पद्म पुरस्कार अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। इस पुरस्कार में ‘‘उत्कृष्ट कार्य’’ को मान्यता प्रदान की जाती है और इसे सभी क्षेत्रों, विषयों जैसे कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरी, सार्वजनिक मामलों नागरिक सेवा, व्यापार और उद्योग आदि में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी जाति, व्यवसाय, धर्म या लिंग के भेदभाव के बिना इन पुरस्कारों के पात्र है।
इन पुरस्कारों से संबंधित विधान और नियमावली भारत सरकार के आधिकारिक वेबसाइट ूूूण्चंकउंूंतकेण्हवअण्पद पर उपलब्ध है। पद्म पुरस्कार के लिए नामांकन केवल आॅनलाईन पोर्टल पर ही स्वीकार की जाएंगी। नामांकन में अनुशंसित व्यक्ति की उससे संबंधित क्षेत्र, विषय में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख करते हुए विवराणात्मक रूप में प्रशस्ति पत्र सहित उपर्युक्त पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में उल्लिखित सभी प्रासंगिक जानकारी दी जानी चाहिए। आॅनलाइन नामांकन करने की क्रमवार प्रक्रिया उपर्युक्त वेबसाइट ूूूण्चंकउंूंतकेण्हवअण्पद पर दी गई है। अंतिम तिथि के पश्चात् प्राप्त होने वाले नामांकन पर विचार नहीं किए जाएंगे। आॅनलाइन नामांकन पश्चात् जिले के कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुन्द में नामांकन पत्र की छायाप्रति जमा करना आवश्यक है। नामांकन की प्रक्रिया एवं पद्म पुरस्कार से संबंधित अधिक जानकारी के लिए कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुन्द में भी कार्यालयीन दिवस एवं समय पर संपर्क किया जा सकता है। - महासमुंद : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को मुख्यधारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए उनकी गरीबी दूर करना है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आजीविका-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की शुरूआत की गई हैं। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब ग्रामीणों को सक्षम और प्रभावशाली संस्थागत मंच प्रदान कर उनकी आजीविका में निरंतर वद्धि करना, वित्तीय सेवाओं तक उनकी बेहतर और सरल तरीके से पहुंच बनाना और उनकी पारिवारिक आय को बढ़ाना है। इसके लिए उन्हें बैंक से आर्थिक सहायता दिलाई जाती है। जिले में पाॅच हजार से अधिक महिला स्व-सहायता समूह कार्यरत हैं। ये समूह विभिन्न प्रकार की सामग्री का निर्माण करती हैं। जिला प्रशासन द्वारा इन महिला स्व-सहायता समूह को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित कर उन्हें प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराती हैं।महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम कछारडीह की जय श्री कृष्णा महिला स्व-सहायता समूह, तुमगाॅव के मीत स्व-सहायता समूह, मनबाय के अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह, बागबाहरा विकाखण्ड के ग्राम एक.के. बाहरा की सखी महिला स्व-सहायता समूह, कोमाखान की गायत्री स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने आज कलेक्टेªट कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल से सौजन्य भेंट कर उनके द्वारा बनाए गए राखी को प्रदर्शित किया। इस पर कलेक्टर ने उनके द्वारा बनाए गए राखियों का अवलोकन कर उनकी सराहना की। इस दौरान बैठक में उपस्थित कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी राखियाॅ खरीदी। स्थानीय बाजार में समूह के महिलाओं द्वारा बनाई गई राखीं की अच्छी खासी मांग हैं।
- महासमुद नगर पालिका, बागबाहरा और बसना नगर पंचायत सीमा क्षेत्र में रहेगा25 जुलाई की मध्य रात्रि से 31 जुलाई मध्य रात्रि तक पूर्ण लाॅकडाउननियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाईः- कलेक्टर श्री गोयलमहासंमुद में बनाये गये 11 चैकिंग पाइंट, चैबीसों घंटे तैनात पुलिसः- पुलिस अधीक्षक
महासमुंद : जिले में कोराना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए लाॅकडाउन को कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने प्रेस वार्ता में तमाम जानकारियाॅ दी। कलेक्टर ने बताया की शनिवार 25 जुलाई की रात से यानि कल रात 12.01 बजे मध्य रात्रि से महासमुंद नगर पालिका सहित बागबाहरा नगर पालिका और बसना नगर पंचायत के सीमा क्षेत्र मंे पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) शुरू हो जायेगी। यह लाॅकडाउन 31 जुलाई की मध्य रात्रि तक प्रभावशील रहेगा। उक्त जानकारी कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल और पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर की संयुक्त प्रेसवार्ता में दी गई। उन्होंने बात को पुनः दोहराते हुए कहा कि यह लाॅक डाउन केवल महासंमुद, बागबाहरा और बसना नगरीय सीमा क्षेत्र में लागू होगा। लाॅकडाउन में किराना व राशन दुकानों को भी छूट नहीं मिलेगी। नियम तोड़ने वालों पर संख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। प्रेस कांफ्रेस में नवपदस्थ अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र नायक, डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल उपस्थित थी।कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान नगरीय क्षेत्र में सभी शासकीय, अद्र्वशासकीय और निजी कार्यालय बंद रहेंगे। अधिकारी-कर्मचारी घर से कार्य करेंगे। यदि जरूरत होगी तब उन्हें कार्यालय बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक यातायात सेवाएं इस अवधि में बंद रहेंगी। चिकित्सकीय सेवा वाले व्यक्तियों को आवागमन की अनुमति रहेगी। वही रात्रि में आवश्यक वाणिज्यिक परिवहन की अनुमति इस प्रतिबंधित क्षेत्र में होगी।घरों में जाकर दूध बांटने वाले दूध विके्रता प्रातः 6.00 बजे से प्रातः 10.00 बजे तक एवं सायं 5.00 बजे से सायं 6.30 बजे तक लाॅक डाउन से मुक्त रहेंगे। इसक साथ ही ठेले पर एक स्थान से दूसरे स्थान जा-जाकर फल, सब्जी विक्रय करने वाले विक्रेताओं को भी प्रातः 6 बजे से प्रातः 10 बजे तक अनुमति होगी। न्यूज पेपर हाॅकर भी प्रातः 6.00 बजे से 10ः00 बजे तक इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। बिजली विभाग, पानी, सिवरेज, बैक, एटीएम, बीपीओ, टेलीकम्यूनिकेशन डाक विभाग खुले रहेंगे। सीमा क्षेत्र में पेट्रोल पम्प, घरेलू गैस के विक्रय परिवहन प्रातः 06ः00 बजे से प्रातः 10ः00 बजे तक होगी एवं भण्डारण की गतिविधियों की अनुमति होगी। प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, आदि के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी आदेश अनुसार रहेगी। दवाईयों की दुकान प्रतिदिन खुली रहेंगी। कृषि आदान विक्रय इकाईयों, कृषि मशीनरी विक्रय इससे संबंधित स्पेयर पार्टस की दुकानें प्रातः 06ः00 बजे से प्रातः 10ः00 बजे तक इसके सप्लाई चेन सहित रहेगी। उक्त तीनों नगरीय निकायों के सीमा क्षेत्र में स्थिति समस्त शासकीय एवं अशासकीय बैंको के लिए भी निर्देश जारी किये गये है। सभी बैंक अपने संस्थान में न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों-अधिकारियों का उपयोग करेंगे। भारत और राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करेंगे ।कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में व्यवसायिक प्रतिष्ठान, गोदाम, साप्ताहिक हाट-बाजार आदि अपनी सम्पूर्ण गतिविधियों को बंद रखेंगे । क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले फैक्ट्री, निर्माण और श्रम कार्य संचालित करने वाली इकाईयो ंको शर्तो के अधीन छूट रहेगी । इन इकाईयों से कोरोना संक्रमित मीरीजों की पहचान होने पर ईलाज पर होने वाले सभी व्यय का वहन इन संबंधित इकाईयों को करना होगा । उन्होनंे कहा कि इन तीनों नगरीय क्षेत्र में सभी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंद रहेंगे । उन्होंने बताया कि इन तीन नगरीय क्षेत्रों में कोरोना वायरस के संक्रमण के पाॅजिटव केस मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है। इसकी दो दिन पहले से आप लोगों के जरिए लोगों को लाॅकडाउन घोषित होने की पहले से सूचना दी गई ताकि लोग सजग और सर्तक हो जाये।पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने प्रेस को सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि महासमुन्द नगरीय क्षेत्र में 11 चैकिंग पाइंट चयनित किये गये है। इन पाइंट पर पुलिस चैबीस घंटे काम निगाह रखेंगी । पुलिस द्वारा पेट्रोलिग की जायेगी। उन्होंने कहा पुलिस स्टाफ को भी ब्रीफ कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से कहा कि बहुत जरूरी होने पर जरूरत की चीजों के लिए जो तय समय पर ही घर से निकले । उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से लाॅकडाउन लगाने का कलेक्टर द्वारा फैसला लिया गया है, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सकें । प्रेस के माध्यम से उन्होंने इन क्षेत्रों की आम जन से भी अपील की कि वे नियमों का पालन करें । - संस्थागत प्रसव बढ़ाने, शत-प्रतिशित बच्चों का हो टीकाकरण: कलेक्टर श्री गोयल
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की। कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित सभी कार्यक्रमों का निचले स्तर पर ठीक तरीके से क्रियान्वन होना चाहिए, केवल डाटा एवं एंट्री पर निर्भर न रहें। उन्होंने टीबी, मलेरिया, कुष्ठ, अंधत्व निवारण, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं कायाकल्प सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा कर लक्ष्य के विरुद्ध अब तक की उपलब्धियों के बारे में जानकारी ली।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि जिले का कोई भी अस्पताल या केंद्र चिकित्सक विहीन न हो साथ ही स्वास्थ्य केंदों में दवाओं का पर्याप्त भंडारण भी सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने संस्थागत प्रसव बढ़ाने, शत-प्रतिशित बच्चों का टीकाकरण करने की बात भी कही। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रवि मित्तल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल आई.एम.एम जिला इकाई के अध्यक्ष डाॅ. विमल चोपड़ा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के सुचारू संचालन एवं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए गुरूवार 23 जुलाई 2020 को कलेक्टर श्री गोयल द्वारा ली गई इस समीक्षा बैठक में सुबह एवं शाम की दो पालियों में क्रमशः डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एश्योरेन्स कमेटी, जैव चिकित्सा प्रबंधन सहित जिला चिकित्सालय, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रदाय की जा रही चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ उपलब्ध उपकरणों और दवाओं भंडारण के संबंध में अद्यतन जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मैराथन चली इस बैठक में उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य सेवा और कोविड-19 के साथ अस्पताल प्रसव एवं सुपोषण अभियान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उल्टी एवं दस्त सहित मौसमी बीमारियों को देखते हुए कारगर प्रयास किए जाएं। कलेक्टर श्री गोयल ने गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए काउंसलिंग के जरिए पोषक पुर्नवास केंद्र में लाने की बात कही, ताकि गुणवत्तापूर्ण आहार देकर उन्हें सुपोषित किया जा सके। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय कर एनिमिया पीड़ितों एवं गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकित कर गुणवत्तापूर्ण आहार देने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने पूर्ण टीकाकरण एवं अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया।
डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी एश्योरेन्स कमेटी की बैठक के दौरान कलेक्टर ने नसबंदी की क्षतिपूर्ति में विलंब न करने के साथ-साथ नब्बे दिवस के भीतर ही फार्म भराए जाने के निर्देश दिए। वहीं, कोविड-19 में संलग्न चिकित्सकीय अमले की सुरक्षा के दृष्टिगत जीवनदीप समिति व अन्य प्रावधानों के अंतर्गत सुरक्षा गार्ड बढ़ाने के साथ-साथ बीट गार्ड स्तर से भी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के समन्वय सहित शिकायतें होने पर विधि-सम्मत प्राथमिकी दर्ज कराने को कहा। बढ़ते क्रम में कलेक्टर श्री गोयल ने निजी चिकित्सा संस्थानों में जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट प्रबंधन के लिए निर्देंश देते हुए विशेषकर विकासखण्ड महासमुंद, पिथौरा और बागबाहरा में पंजीकृत अनुबंधित संस्थान द्वारा बेहतरी से पालन कराने को कहा। - महासमुंद : खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के प्रबंधन के अंतर्गत राहत देने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रचलित राशनकार्डो के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तथा छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित राशनकार्डों में (सामान्य एपीएल श्रेणी के राशन कार्डों को छोड़कर) माह जुलाई से नवम्बर 2020 तक प्रतिमाह अतिरिक्त चावल एवं चना आबंटन का उपभोक्ता निर्गम मूल्य निःशुल्क होगा।विभागीय अधिकारी ने बताया कि जुलाई से नवम्बर माह तक उपरोक्त श्रेणी के राशन कार्ड को वितरित किये जाने वाले खाद्यान्न की मात्रा उन्हें छत्तीसगढ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम अथवा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (नियमित तथा अतिरिक्त आबंटन) के अंतर्गत प्राप्त होने वाले खाद्यान्न की अधिकतम मात्रा के बराबर होगी। उन्होंने कहा कि माह जुलाई 2020 के अतिरिक्त खाद्यान्न का वितरण माह अगस्त 2020 के नियमित तथा अतिरिक्त आबंटन एवं वितरण के साथ किया जाएगा। उपरोक्त राशन कार्ड में जुलाई से नवंबर 2020 तक 01 किलोग्राम चना निःशुल्क वितरण किया जाएगा।छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पूर्ण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अनुसूचित विकासखण्डों एवं माडा क्षेत्रों में प्रदाय किये जा रहे चने की पात्रता के अंतर्गत 01 किलोग्राम चना निः शुल्क तथा 01 किलोग्राम चना 05 रुपए प्रति किलो उपभोक्ता दर पर प्रदाय किया जाएगा। उपरोक्त परिस्थितियों में किसी भी राशन कार्ड धारक को प्रदाय किए जाने वाले चने की पात्रता 02 किलोग्राम प्रति कार्ड प्रतिमाह से अधिक नहीं होगी। इस योजना से जिले में के दो लाख 73 हजार 72 बीपीएल राशन कार्ड धारक हितग्राही लाभान्वित होंगे। हितग्राहियों को इस योजना का सही लाभ मिले इसके लिए सभी खाद्य निरीक्षक को निर्देशित किया गया है कि सभी उचित मूल्य की दुकानांे में राशन कार्ड में सदस्य संख्या के आधार पर निर्धारित राशन की मात्रा एवं मूल्य प्रदर्शित किया जाए।
- महासमुंद : जिले में आज कोरोना के 03 पाॅजिटीव प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जाँच के बाद इसकी पुष्टि की है।ं प्रशासन की ओर से भी इसकी पुष्टि कर दी गई है। पाॅजिटीव जाॅच रिपोर्ट में दो महिला और एक पुरूष शामिल हैं। एक महिला पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम गोड़बहाल की 47 वर्षीय तथा दूसरी महिला महासमुंद के ग्राम डूमरपाली की 22 वर्ष की हैं। कोरोना जाॅच रिपोर्ट में जिस व्यक्ति की पाॅजिटीव रिपोर्ट मिली हैं वह सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम केंदुवा का निवासी हैं, जिसकी उम्र 21 वर्ष हैं।
- महासमुंद : महासमुंद जिले के सरायपाली अनुविभाग के विकासखण्ड बसना के अंतर्गत एक नवीन ग्राम पंचायत का गठन किया गया हैं, नवगठित ग्राम पंचायत छिर्राचुवा हैं। इस ग्राम पंचायत के गठन के बाद स्थानीय ग्रामवासियों को काफी सुविधा होगी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त ग्राम पंचायत में नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान का आबंटन होना हैं।उन्होंने कहा कि नवीन छुर्राचुवा ग्राम पंचायत में पात्र समितियों और महिला स्व-सहायता समूह जो उचित मूल्य की दुकान के संचालन में ईच्छुक हैं, वे निर्धारित प्रपत्र में आवेदन कर सकते हैं। ईच्छुक पात्र समितियाॅ या लोग अपने आवेदन पत्र निर्धारित अंतिम तिथि एक अगस्त 2020 तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय, सरायपाली में कार्यालयीन अवधि में जमा कर सकते है। नवीन ग्राम पंचायत में छिर्राचुवा में नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान की आबंटन की कार्रवाई छत्तीसगढ़ वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के तहत की जाएगी।
- महासमुंद : महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 23 जुलाई तक 625.4 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। इस दौरान सबसे ज्यादा 771.5 मिलीमीटर बारिश बागबाहरा तहसील में हुई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार बसना तहसील में 716.8 मिलीमीटर, सरायपाली में 727.6 मिलीमीटर, महासमुंद में 514.1 मिलीमीटर और पिथौरा में सबसे कम 396.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई ।
- गरीब, जरूरतमंद करेंगे इसका उपयोग: कलेक्टर श्री गोयल
महासमुंद: कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए हर कोई अपने-अपने स्तर पर भूरपूर प्रयास कर रहा है। देश की पंजाब नेशनल बैंक भी इस कार्य में आगे आयी है। बुधवार को पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर एम.एल चंदना ने कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल मुलाकात की और उन्हें मास्क और सेनेटाइजर सौंपे । इस मौके पर महासमुंद पंचाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री विनयक कुमार भी मौजूद थे ।.कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बैंक के इस काम की प्रशंसा करते हुए श्री चंदना को धन्यवाद दिया । उन्होनंे कहा कि मास्क एवं सेनेटाइजर गरीब, जरूरमंद को उपलब्ध कराये जायेंगे । डिप्टी जनरल मैनेजर श्री चंदना ने बताया कि पूरे देश के हर जिले में बैंक की ओर से यह उपलब्ध कराये जा रहे है। इसके अलावा कोराना वायरस के संक्रमण से बचाव और इलाज के उपयोग में आने वाली विभन्न सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। यह कार्य इसी माह से शुरू किया गया और यह सितम्बर माह तक चलेगा। - घटना की जानकारी होने पर तत्काल कंट्रोल रूम पर सूचना दें: कलेक्टर श्री गोयल
महासमुंद: जिले में बाढ़ से होने वाली जनहानि और धनहानि को रोकने के मकसद से जिला स्तर पर तैयारियां पिछले माह से शुरू कर दी गई है। मानसून के चलते भारी बारिश की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि नदी-नालों, पुराने पुल-पुलियां आदि को पार करते समय एहतियात बरतें। इसके साथ ही आपदा की जानकारी मिलने पर जिला स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम 07723-223305 में इसकी सूचना दें। यह कंट्रोल रूम चैबीसों घंटे काम कर रहा है। महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 23 जुलाई तक 625 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। बागबाहरा तहसील में 771 मिलीमीटर, सरायपाली में 727 मिलीलीटर, बसना में 716 मिलीलीटर, महासमुंद तहसील में 514 मिलीमीटर और पिथौरा तहसील में 396 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई।कलेक्टर श्री गोयल ने जन सामान्य से कहा कि वे अपने शहर या गांव में बाढ़ की संभावना और विगत वर्ष में बाढ़ के सबसे उच्च स्तरों को जानें। अपनी बहुमूल्य वस्तुओं और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखें। अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य तथा सहायता केन्द्र की जानकारी रखें। आपातकालीन किट तैयार करें, जिसमें सूखा खाद्य पदार्थ, पेयजल, आवश्यक दवाएं, रेडियों, टॉर्च, जरूरी कागजात, आपात दूरभाष नम्बर सूची, मोमबत्ती, माचिस, रस्सी आदि शामिल हों तथा इन्हें उपयोग हेतु चालू हालत में रखंे। बाढ़ की संभावना को देखते हुए पालतू जानवरों को पहले से ही सुरक्षित तथा ऊंचे स्थानों पर भेज दें या जल स्तर बढ़ रहा हो, तो उन्हें खुला छोड़ दें। बाढ़ की चेतावनी मिलने पर उसका पालन करें, अपने पड़ोसियों को सूचित करें तथा सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर चलें जाएं यदि स्थान छोड़ रहे हैं, तो अपने साथ आपाकालीन किट जरूर ले जाएं। घर छोड़ने से पहले बिजली का मुख्य स्विच, गैस और पानी के नलों को बंद कर दें एवं मित्रों व रिश्तेदारों को अपने प्रस्थान की जानकारी दें। पुलिस और दमकल अधिकारियों के अनुदेशों का पालन करें व उन्हें सहयोग दें, आपकी सुरक्षा उनका ध्येय है। उबाला हुआ या क्लोरीन की टेबलेट से साफ किया हुआ पानी पियें। सांप, विषधर प्राणियों से बचकर रहें, प्रायः बाढ़ के समय सांप के काटने की घटनाएं होती है। नवीनतम जानकारी हेतु स्थानीय मौसम और समाचार रिपोर्टों को सुनें। अपने आसपास वातावरण को साफ एवं सवच्छ रखें।कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ का पानी न पियें और न ही उससे भोजन पकाएं। बाढ़ के पानी के सम्पर्क में आया हुआ खाद्य पदार्थ न खायें। बाढ़-ग्रस्त क्षेत्र में न जाएं तथा गाड़ी चलाने से बचें। मदद के बिना बाढ़ के पानी में न जाएं, बच्चों को बाढ़ के पानी के पास खेलने ना दें। उन बिजली उपकरणों का प्रयोग न करें, जो बाढ़ के पानी में भीगे हों। अफवाहें ना फैलायें और ना ही उन पर ध्यान दें। - महासंमुद: कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु महासमुंद नगरीय क्षेत्र में शनिवार 25 जुलाई से शुक्रवार 31 जुलाई 2020 रात्रि 12.00 बजे तक पूर्ण लाॅक डाउन रहेगा। इस दौरान आम जरूरत की चीजों को छोड़कर सब बंद रहेगा। इस दौरान सभी तरह की यातायात पूर्णता बंद रहेंगे। केवल आवश्यक सेवाएं एवं कर्मचारी ही बाहर निकल सकते है। वह भी पूरे सावधानी के साथ लाॅकडाउन कोराना संक्रमण के गाइड लाइनं का पालन करते हुए है।लाॅकडाउन के दोरान सब्जी दूध तथा अन्य आवयक जरूरी सेवाओं के लिए सुबह 6.00 से प्रातः 10.00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। दूध के लिए शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक की अनुमति है। निर्धारित समय के बाद सड़क पर घूमने वालों के विरूद्ध पुलिस द्वारा सख्ती से वैधानिक कार्रवाई करेंगी ।
- महासमुंद : जिले में कल 22 जुलाई 2020 को कोरोना के 03 पाॅजिटीव प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जाँच के बाद धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने भी इसकी पुष्टि की है। इनमें बागबाहरा निवासी 45 वर्षीय पुरूष हैं, पिथौरा के 34 वर्षीय पुरूष हैं एवं बसना के 48 वर्षीय पुरूष है। उन्हें कोविड अस्पताल भेजने की तैयारी की जा रही हैं।
- डाॅ मित्तल ने जनपद पंचायत के अधिकारियों को निर्माणाधीन कार्यों को शीघ्र पूरा कराने के दिए निर्देश
महासमुंद: जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने सी.जी. स्वान के वीडियों कांन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ग्रामीण यांत्रिकी के अनुविभागीय अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी एवं तकनीकी सहायकों से जिले में चल रहें निर्माण कार्य जैसे चबुतरा, गौठान निर्माण एवं गोधन न्याय योजना के बारें में समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने के दिए निर्देश।अधिकारियों ने बताया कि महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बरोण्डाबाजार के धान उपार्जन केन्द्र बरोंडा बाजार में 4 धान चबूतरा को पूर्ण किया जा चुका हैं। इस कार्य को वहां के सरपंच, उप सरपंच एवं सचिव द्वारा बड़े ही उत्साह के साथ कराया गया है। इससे वहां के किसानों एवं ग्रामीणों में काफी उत्साह बना हुआ है। इस पर डॉ मित्तल ने तकनीकी सहायक सुनीता चंद्रा के कार्यांे की सराहना की और सभी तकनीकी सहायकों से कहा सभी चबूतरों को इसी तरह सुन्दर बनाएं। समीक्षा के दौरान डाॅ. मित्तल नेे निर्माणाधीन चबुतरें निर्माण कार्य को यथाशीघ्र पूरा कराने निर्देश दिए। इस अवसर पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के कार्यपालन अभियंता श्री भोला प्रसाद चन्द्राकर, ए.पी.ओ. श्री प्रथम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। - महासमुंद: लोक सेवा केंद्र के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं को घर पहुंच सेवा उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए शासन के निर्देशों के परिपालन तथा जिले में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के दिशा-निर्देशों पर अमल करते हुए बागबाहरा तहसील में भी घर पहुंच सेवा का प्रारंभ की जा चुकी है।अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री भागवत जायसवाल ने बताया कि पूर्व में लोक सेवा केन्द्र में लोगो को आवेदन करने, सुधार करने और उसको प्राप्त करने के लिए बार-बार कार्यालय आना पड़ता था, लेकिन अब तहसील कार्यालय बागबाहरा से अब रजिस्टर्ड डाक से जाति, निवास, आय प्रमाण पत्रों को घर के पते पर भेजा जा रहा हैं। आम जनता में प्रमाण-पत्रों को बनाए जाने की जटिलता और कठिनाई जैसी भ्रांतियों को दूर करने के लिए यह उपाय कारगर साबित हो रहा है। लोगों में घर पहुच सेवा की सुविधा का विकल्प लेने में काफी उत्साह भी है। विश्वव्यापी कोविड-19 के संक्रमण काल मंे इन सेवाओं की निर्बाध उपलब्धता के लिए भी यह सुविधाजनक और सुरक्षित प्रक्रिया है।सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में सामान्य सेवा केन्द्र या सी.एस.सी. ( काॅमन सर्विस संेटर) कार्यरत है, जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र एवं राज्य शासन की अधिकाधिक योजनाओं का लाभ प्रत्येक हितग्राही तक सरल एवं सुलभ रूप से उपलब्ध कराया जाना है। इसके माध्यम से आम जन को अनेक योजनाओं का लाभ महासमुंद जिले में दिलाया जा रहा हैं। इस संबंध में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर श्री भूपेन्द्र अम्बिलकर ने बताया कि वर्तमान में जिले में कुल 616 सी.एस.सी. संचालित हैं। इन लोक सेवा केन्द्रों में से 108 केन्द्र महिलाओं द्वारा संचालित किया जा रहा है।
- महासमुंद : शासन के आदेशानुसार प्रवासी श्रमिकों का श्रम विभाग के माध्यम से कार्य की प्रकृति के अनुसार छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल एवं छत्तीसगढ़ असंगठित राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल के अंतर्गत पंजीयन किया जाना है, ताकि उन्हे इन मण्डलों द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभांवित किया जा सकें। पंजीयन हेतु सन्निर्माण कर्मकार के लिए 18 वर्ष से 60 वर्ष आयु के प्रवासी श्रमिक पासपोर्ट साईज फोटो, आधार कार्ड, नियोजक का प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, मोबाईल नंबर एवं असंगठित के लिए 18 वर्ष से 60 वर्ष आयु के प्रवासी श्रमिक असंगठित कर्मकार होने संबंधी स्व-घोषणा पत्र एवं पासपोर्ट साईज फोटो, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड,, बैंक पासबुक, मोबाईल नंबर के साथ अपने नजदीकी लोक सेवा केन्द्र, च्वाईंस सेंटर या श्रम विभाग में आकर अपना पंजीयन हेतु आवेदन कर सकते है।
- महासमुंद : जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आगामी शनिवार 25 जुलाई 2020 को अपराह्न 03ः00 बजे जिला कार्यालय के सभाकक्ष में रखी गई हैं। जिला जल उपयोगिता समिति के सचिव एवं जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि बैठक में जिले में वृहद, मध्यम एवं लघु सिंचाई जलाशयों की वर्तमान जल-भराव की स्थिति एवं खरीफ सिंचाई हेतु जल प्रदाय करने के संबंध में चर्चा की जाएगी। जिसमें सर्व संबंधितों को उपस्थित होने का आग्रह किया गया हैं।
- महासमुंद : महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 22 जुलाई तक 618.1 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है। इस दौरान सबसे ज्यादा 761.3 मिलीमीटर बारिश बागबाहरा तहसील में हुई है। कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार बसना तहसील में 716 मिलीमीटर, सरायपाली में 725.2 मिलीमीटर, महासमुंद में 503.1 मिलीमीटर और पिथौरा में सबसे कम 384.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई ।बतादें कि जिले की सभी पांच तहसीलों में मानसून की संभावित औषत वर्षा सबसे अधिक बसना तहसील में 1268.7 मिलीमीटर महासमुंद की 1265.8 मिलीमीटर सरायपाली की 1225.6 मिलीमीटर पिथौरा की 1172.8 मिलीमीटर और सबसे कम बागबाहरा तहसील की 1026.9 मिलीमीटर है। इस प्रकार मानसून के दौरान जिले की औसत वर्षा 1192 मिलीमीटर है।