- 10 अगस्त तक कर सकते हैं फाॅर्म जमा
महासमुंद: जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि समग्र शिक्षा द्वारा संचालित जिले के 3 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय विकासखंड बागबाहरा के सुनसुनिया, पिथौरा के लाखागढ़ एवं बसना विकासखंड के बंसुला में सत्र 2020-21 के कक्षा 06 में प्रवेश हेतु एडिमशन फॉर्म का वितरण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने बताया कि ईच्छुक पालकगण कोविड-19 के समस्त नियमों का पालन करते हुए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय से कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर एडमिशन फॉर्म प्राप्त कर सकते है तथा 10 अगस्त 2020 तक फॉर्म भरकर जमा कर सकते है (एस.टी., एस.सी., ओ.बी.सी., अल्पसंख्यक समुदाय के अप्रवेशी, शाला त्यागी, अनाथ, एकल पालक तथा बी.पी.एल. श्रेणी) की बालिकाओं को शासन के नियमानुसार प्राथमिकता दी जाएगी। इस संबंध में अन्य आवश्यक जानकारी के लिए संबंधित अधीक्षिकाओं से सम्पर्क कर सकते हैं। इनमें श्रीमती रक्षा साहू (सुनसुनिया) मो.नं. 93404-24767, श्रीमती लुनेश्वरी बिसेन (लाखागढ़) मो.नं. 91310-00199 एवं श्रीमती गीतांजली नाग (बंसुला) के मो.नं. 83191-40475 पर सम्पर्क कर सकते हैं। - सुबह 08ः00 से शाम 07ः00 तक खुलेंगी दुकानें
महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने आदेश जारी कर लाकडाउन की शर्तों में आंशिक राहत देते हुए कुछ शर्तों के साथ दुकानों को खोलने की अनुमति दी है। सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा संक्रमण से बचाव को लेकर सभी को मास्क के उपयोग किया जाना अनिवार्य किया गया है। आदेश में कलेक्टर श्री गोयल ने बताया है कि सभी लोगों को शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। दवाई दुकान, पेट्रोल पम्प को छोड़कर अन्य व्यवासायिक दुकानें सुबह 08ः00 बजे से शाम 07ः00 बजे तक खुलेंगी। उन्होंने कहा है कि 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को आवश्यक सेवाओं और स्वास्थ्य प्रायोजनों को छोड़कर घर पर ही रहें। - ईलाज के दौरान पाए गए थे कोरोना पाॅजिटीव
महासमुंद : जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि महासमुंद जिले के जिन तीन व्यक्तियों की मृत्यु गुरूवार 06 अगस्त को हुई थी। ये व्यक्ति पहले से अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थे। इनमें पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पोटापारा के 55 वर्षीय व्यक्ति बुखार व खाॅसी से पीड़ित था। जिसका ईलाज हेतु राजधानी रायपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन्हंे कोविड-19 पाॅजिटिव भी पाया गया। समुचित उपचार के बावजूद इनकी दशा गंभीर होती गई, इन्हें कर्डियक अरेस्ट भी उपचार के दौरान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि एक से अधिक बार कार्डियक अरेस्ट होने पर इमरजेन्सी मेडिकेशन व सुविधाओ को उपलब्ध कराये जाने के बावजूद इनकी मृत्यु 6 अगस्त को हो गयी । इनका अन्तिम संस्कार स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के अनुसार सरायपाली के मुक्तिधाम में आज कर दिया गया है।इसी प्रकार सरायपाली के 82 वर्षीय व्यक्ति राजधानी रायपुर के एक निजी अस्पताल में ईलाज करा रहा था। वह भी ह्दयघात (हार्ट पेशेंट) से पीड़ित था वह कोराना पाॅजिटिव पाया गया। जिसका उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। तीसरा 32 वर्षीय व्यक्ति बसना से था। जो ईलाज हेेतु बतौर सामान्य मरीज भर्ती जिला अस्पताल में 01 अगस्त को हुआ। उसी दिन इसे राजधानी रायपुर के मेकाहारा ईलाज हेतु भेजा गया। इस व्यक्ति का मेकाहारा में 04 अगस्त को कोरोना सेम्पल लिया गया। जिसमें यह पाॅजिटीव पाया गया। यह व्यक्ति किडनी और लीवर की बीमारी से ग्रस्त था। यह व्यक्ति आदतन एल्कोहल का आदी था। ईलाज के दौरान मृत्यु गुरूवार 06 अगस्त को हो गई। -
महासमुंद : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इस बार स्वतंत्रता दिवस कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा। इसमें विशेष तौर पर सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने कहा इसके लिए राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग में समारोह के आयोजन के संबंध में दिशा-निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सामारोह में भारत सरकार गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 से बचाव हेतु जारी सभी निर्देशों का पालन एवं उपाय सुनिश्चित किए जाए। स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय में मुख्य समारोह प्रातः 09ः00 बजे शुरू होंगे। कार्यक्रम मिनी स्टेडियम पर आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री जोगेन्द्र सिंह नायक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन भी होगा। बाद में पुलिस एवं नगर सैनिकों की टुकड़ियों द्वारा सलामी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों को माॅस्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तहसील एवं जनपद स्तर पर सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं हांेगी। इसको देखते हुए जिले के अन्य कार्यलयों में ध्वजारोहण प्रातः 08ः00 बजे के पूर्व सम्पन्न कर लिए जाए ताकि उन कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी जिले के मुख्य समारोह में उपस्थित हो सकें। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस को रात्रि में जिले के सभी शासकीय एवं सार्वजनिक भवनों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के स्मारकों में रोशनी करने को कहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय झण्डों पर प्लास्टिक का उपयोग ना किया जाए। उन्होंने कहा कि समारोह स्थल पर वाहनों की पार्किंग व्यवस्था का निर्धारण जिला परिवहन अधिकारी, पुलिस तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा किया जाएगा। - कलेक्टर श्री गोयल ने जलाशयों में जल भराव और सिंचाई की समीक्षा की
महासंमुद: कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जल उपयोगिता समिति की बैठक हुई। कलेक्टर श्री गोयल ने जिले के जलाशयों में जल भराव और सिंचाई की समीक्षा की। कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन श्री जे.के. चन्द्राकर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में एक वृहद परियोजना कोडार जलाशय, एक मध्यम परियोजना केशवा नाला जलाशय तथा एवं अन्तर्राज्यीय परियोजना अपर जोंक परियोजना (नहर प्रणाली) है। इसके अलावा संभाग अन्तर्गत 123 लघु सिंचाई परियोजनाएं तथा व्ययपवर्तन योजनाएं निर्मित है। बैठक में जलसंसाधन महासमुंद सहित बसना, बागबाहरा, और पिथौरा के एसडीओ, कृषि अधिकारी सहित विधायक प्रतिनिधि श्री अरूण चन्द्राकर और श्री मदुनाथ पाण्डे मौजूद थे।कलेक्टर श्री कर्तिकेया गोयल को अब तक जल भराव की जानकारी देते हुए बताया गया कि कोडार जलाशय बांध में अब तक 79 मि.घ.मी जल भराव हुआ है। कृषकों की मांग आनेे पर रोपाई एवं बियासी कार्य हेतु जल प्रदाय किया जा रहा है। इसे अब तक 10.84 मि.घ.मी पानी के उपयोग से लगभग 6063 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रथम सिचंाई किया जा चुका है। वही केशवा नाला जलाशय की जल भराव क्षमता 17.85 मि.घ.मी. है। इसमें 25 जुलाई की स्थिति में 9.04 मि.घन मी जल भराव हुअ है। इससे भी किसानों को खरीफ फसल के लिए पानी दिया जा रहा है। इसके अलावा जिले के लघु जलाशयों आदि में जल भराव की स्थिति से अवगत कराया गया। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में किसानों को कोडार, केशवा नाला के अलावा अन्य जलाशयों से किसानों के खेतो का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि कैनाल की साफ-सफाई काडानाली आदि के काम की आश्यकता हो तो मनरेगा के तहत राशि नियमानुसार उपलब्ध करायी जा सकती है। इसके लिए प्रस्ताव दें। - स्वच्छता परिसरों के निर्माण में 320 मानव दिवस तक का अकुशल श्रम मनरेगा से मिलेगा
महासमुंद : महासमुंद जिले में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत जिले की सभी 551 पंचायतों में सामुदायिक स्वच्छता परिसर के तहत शौचालय बनाए जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमणकर्ता, एक से दूसरी जगह यात्रा करने वाले व स्थानीय लोगों को शौचालय की समुचित सुविधा मिलने के साथ ही गंदगी से निजात मिल सकेगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिले के सभी पंचायतों में सामुदायिक स्वच्छता परिसर के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2020-21में 200 से ज़्यादा पंचायतों में शौचालय बनाए जाएंगे। प्रत्येक स्वच्छता परिसर पर लगभग 3 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इस तरह इसके लिए 6 करोड़ रुपए व्यय होंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदायिक शौचालय बनने से ग्रामीण क्षेत्रों में सुलभ काम्पलेक्स की कमी दूर हो जाएगी साथ हीं साथ गांवों में सौदर्यीकरण को भी बढ़ावा मिलने के साथ लोगों को सुविधा मिल सकेगी।स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत गांवों में सामुदायिक स्वच्छता परिसरों के निर्माण में अकुशल श्रम की पूर्ति मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना) से की जाएगी। स्वच्छता परिसरों के निर्माण में 320 मानव दिवस तक का अकुशल श्रम मनरेगा से उपलब्ध कराया जाएगा।बता दें कि सामुदायिक स्वच्छता परिसर में शौचालय सुविधा, स्नानागार की सुविधा और कपडे धोने के लिए व्यवस्था की जाती है। इस परिसर में पानी की स्वतंत्र व्यवस्था होती है। इसके साथ ही लोगों को इसके व्यवहार व साफ-सफाई के लिए भी जागरूक किया जाएगा।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने निर्देश दिए कि मनरेगा आयुक्त के निर्देशो का पालन करते हुएसमुचित कार्यवाही सुनिशिचत की जाए। ओडीएफ-प्लस (ODF Plus) के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत स्वच्छता परिसरों का निर्माण सामुदायिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण कार्य है। स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने और सामुदायिक संरचनाओं को मजबूत करने सामुदायिक स्वच्छता परिसरों के निर्माण के लिए 320 मानव दिवस तक का अकुशल श्रमिक अंश मनरेगा से उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्माण के लिए जारी प्राक्कलन एवं तकनीकी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए।मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. रवि मित्तल ने बताया कि सभी पंचायत पदाधिकारियों से प्रत्येक पंचायतों में स्थलों का चयन क़र जानकारी देने कहा गया है। चयनित जगहों पर यह सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाए जाएँगे । प्रत्येक स्वच्छता परिसर पर लगभग 3 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे।योजना के तहत ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की बसाहट वाले क्षेत्रों, साप्ताहिक हाटबाज़ार, तालाबो के किनारे, धार्मिक स्थल, बस स्टेंड आदि स्थानों को प्राथमिकता दी जाएगी। - महासमुंद: जिले में आज कोरोना वायरस (कोविड-19) के 13 पॉजिटिव प्रकरण मिले। इनमें से पिथौरा और महासमुंद विकासखंड से चार-चार, बसना विकासखंड से तीन एवं सरायपाली विकासखंड से दो पॉजिटिव प्रकरण मिले। इनमें एक महिला शामिल है।
- महासमुंद: सुराजी ग्राम योजना के अंतर्गत जनपद पंचायत बागबाहरा में 37 गौठान समिति का गठन किया गया है। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री भागवत जायसवाल ने बताया कि समिति के सदस्यों का अनुमोदन जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा किया गया है। इसमें प्रत्येक समिति में अध्यक्ष के साथ- साथ, सक्रिय युवा प्रतिनिधि महिला एवं पुरूष, चरवाहा, पंच, किसान,एस एच जी के प्रतिनिधि भी शामिल रहेंगे।शासन का महत्वपूर्ण गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन भी इसी समिति द्वारा किया जाना है। इस योजना में गौवंश गोबर खरीदी और प्रसंस्करण उपरांत उसका जैविक खाद के रूप बिक्री की जानी है। इनका प्रमुख कार्य वार्षिक कार्ययोजना बनाना, गौठान में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करना, मूलभूत सुविधाओं और कक्ष व्यवस्था रहेगी। साथ मे विभिन्न विभागों के कार्यो, प्रबंधन, कृषि पशुधन संवर्धन, मवेशियों के उपचार, दवाईयां, चारे की व्यवस्था करना रहेगा। उत्पाद एवं सेवाओं के विपणन, कौशल विकास, नवाचार और जन सहभागिता को बढ़ावा देने का कार्य भी इसी समिति द्वारा की जाएगी।इस समिति में पदेन रूप से सरपंच, सचिव व पशु चिकित्सक सदस्य होंगे। गौठान का रखरखाव, धनराशि का उपयोग और समय- समय पर सूचना सम्प्रेषण इसी समिति द्वारा किया जाएगा।
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एसएमएस के जरिए मिली जमा राशि की सूचना
महासमुंद : खेती किसानी और पशुपालन करने वाले लिंगराज आज खुशी से झूम रहा है । यह खुशी उसे गोधन न्याय योजना के जरिए मिली है। महासंमुद जिले के विकासखण्ड के भीतरी गांव छिबर्रा के रहने वाले और खेती किसानी के साथ पशुपालन का काम करने वाले लिंगराज ने गोधन न्याय योजना के शुभारंभ 20 जुलाई से 4 अगस्त तक 15 दिनों 221 क्विंटल का गोबर बेचा। आज उसके खाते में 44200 रूपए आने की सूचना उसे उसके मोबाइल एसएमएस पर (अलर्ट टोन्स) से मिली। लिंगराज ने सपने में भी नहीं सोचा था कि गोबर 15 दिन में इतने पैसे मिल सकते है। लेकिन यह सब मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल की इस महात्वाकांक्षी योजना ने उसके और उसके जैसे हजारों पशुपालकों के सपने को साकार कर दिया। राज्य सरकार दो रूपये प्रतिकिलो की दर से गौठानों में पशुपालकों से गोबर खरीदी रही है और वायदे के मुताबित 15 दिन के भीतर उसका भुगतान भी कर दिया है। किसान गोपालक लिंगराज के पास खेती के अलावा 25 गाय है। जिनका दूध वह स्थानीय आसपास के बाजार में बेचा करता है। लेकिन लाॅकडाउन के चलते उसका दूध ज्यादा नहीं बिक रहा था। लेकिन अब गोबर बेचने से उसकी दूध नहीं बिकने की थोड़ी भरपायी जरूर हो गयी है। इसलिए वह सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद कर रहा है।मालूम हो कि छत्तीसगढ़ सरकार की ‘‘गोधन न्याय योजना‘‘ का हरेली पर्व 20 जुलाई को शुरू हुई थी। जिले में इस योजना के शुरू होने से अब तक यानि 4 जुलाई तक यानि 15 दिन के भीतर जिले के 84 गौठानों में 1635 किसान पशुपालकों को ने 4555 1क्विंटल गोबर बेचा (विक्रय) किया है । इक्यासी (81) गौठान समिति द्वारा इसके एवज में 911186 रूपए का भुगतान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा पब्लिक फायनेंसीयल मेनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) सभी 1635 किसान, पशुपालक को किया गया । पीएफएमएसएक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसके द्वारा ई-पेमेन्ट सब्सिडी का भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रान्सफर (डीबीटी) से होता है। आपको बतादें कि जिले में 84 गौठानों में 78 ग्रामीण क्षेत्र के तथा 6 नगरीय निकाय क्षेत्र के है। इनमें अब तक यानि 4 अगस्त कुल 1935 किसान, पशुपालक हितग्राहियों ने गोबर बेचने के लिए पंजीयन कराया है। - महासमुंद: कृषि सेवा केन्द्र ग्राम झलप द्वारा खेती-किसानी की सामग्री रासायनिक खाद, उर्वरक आदि निर्धारित दर (एमआरपी) से अधिक दर पर बेचने पर दुकान को सील किया गया। दुकान से 1,47,532 मूल्य के सामान की जब्ती करके दुकानदार को सुपुर्द किया गया।अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि ग्राम झलप स्थित कृषि सेवा केन्द्र के दुकानदार द्वारा खेती के उपयोग में आने वाली खाद आदि सामग्री निर्धारित दर से अधिक दर पर बिक्री करने की शिकायत मिली थी। जिसकी वास्तविक स्थित का पता लगाने के लिए उन्होंने नायब तहसीलदार श्री सूरज बंछोर को ज़िम्मेदारी दी गई । नायब तहसीलदार श्री बंछोर ने प्रकरण पर तुरंत कार्यवाही की। उन्होंने एक किसान को खाद लेने भेजा जिसे निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर खाद की बोरी (कट्टा) दिया गया। यानि शिकायत सही पाए जाने पर दुकान को सील किया गया है। श्री नायब तहसीलदार श्री बंछोर के साथ तीन पटवारी और कोतवार भी साथ थे।
- महासमुंद: कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने कन्टेंनमेंट जोन को मुक्त कर दिया हैं। इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए हैं। तहसील बागबाहरा के ग्राम कुलिया को पिछले महीने की 06 तारीख को कोविड-19 के पाॅजिटीव रिपोर्ट आने पर कन्टेनमेंट जोन घेाषित किया गया था। किन्तु पिछलें 28 दिनों से ग्राम कुलिया के कन्टेनमेंट क्षेत्र में कोई भी कोविड-19 का पाॅजिटीव केस की पुष्टि नहीं होने और पाॅजिटीव मरीजों के सम्पर्क में आने वाले 73 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के कारण कलेक्टर एवं दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने आज ग्राम कुलिया के कन्टेनमेंट क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन से मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
- स्वास्थ्य विभाग की गाईड लाईन अनुसार किया गया अंतिम संस्कारमहासमुंद: महासमुंद जिले के ग्राम पिरदा मोड पर रविवार 2 तारीख की रात को एक अज्ञात व्यक्ित का मृतक मिला था। पुलिस द्वारा 2 की देर रात अज्ञात व्यक्ित के शव को जिला अस्पताल महासमुंद लाया गया। सिविल सर्जन डाॅ. आर.के परदल ने आज सुबह बताया कि कोराना जांच में आज्ञात मृतक कोराना पाॅलिटिव पाया गया है। मृतक की पहचान हेतु उसे 24 घंटे से अध्िाक समय तक मरच्यूरी में रखा गया था। एडिशनल कलेक्टर श्री जोगेन्दर नायक ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक की कोई पहचान नहीं मिलने के कारण स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के मुताबित अज्ञात मृतक व्यक्ित का अंतिम संस्कार किया गया है।
- महासमुन्द : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर जिले में पदस्थ सहायक खाद्य अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन किया गया है। जिसमें सहायक खाद्य अधिकारी श्री संजय शर्मा को अनुविभाग पिथौरा एवं सरायपाली का सहायक खाद्य अधिकारी एवं जिला कार्यालय में स्थापना शाखा, पेट्रोल पंप, लाइसेंस एवं नवीनीकरण लाइसेंस, नस्ती प्रस्तुतीकरण, गैस एजेंसी, केरोसिन आबंटन, रेट निर्धारण, पीडीएस से संबंधित संपूर्ण कार्य, सूचना का अधिकार, शिकायत शाखा का प्रभार, लोक आयोग, सूचना आयोग में प्रभारी अधिकारी के तौर पर उपस्थिति व कार्य संपादन तथा समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सौंपे गए कार्य का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह सहायक खाद्य अधिकारी श्री अनिल जोशी अनुविभाग महासमुंद और बागबाहरा का सहायक खाद्य अधिकारी एवं जिला कार्यालय में अभियोजन प्रकरण, प्रस्तुतीकरण, कस्टम मिलिंग एवं धान खरीदी से संबंधित संपूर्ण कार्य तथा समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारी द्वारा सौंपे गए कार्य करेंगे।
- महासमुंद : कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा कोविड-19 अंतर्गत लैब टेक्नीशियन के अस्थाई पदों पर भर्ती की कार्रवाई की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति नोबेल कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमितो की जांच के लिए किया जा रहा है।| उन्होंने बताया कि इसके लिए 15 जून 2020 को कौशल परीक्षा आयोजित किया गया था। जिसके उपरांत अंतिम मेरिट सूची एवं चयन सूची तथा प्रतीक्षा सूची भी जारी किया गया है । इन समस्त सूची एवं विस्तृत विवरण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा किया गया है तथा जिले के वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है। जिसका अवलोकन किया जा सकता है।
- महासमुंद: आज रक्षाबंधन के अवसर पर जिला चिकित्सालय में कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया गया। 'ज़िन्दगी चुनो तंबाकू नहीं' की थीम पर एक-दूसरे को सैनिटाइज़्ड की गई राखियां बाँधी गईं।इस दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेनसिंग बनाने और मास्क का उपयोग करने के साथ समय-समय पर साबुन या हैंड रब सैनिटाइजर से हाँथ धोते रहने का संदेश प्रेषित किया गया।इस अवसर पर सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.आर.के.परदल, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ.अनिरुद्ध कसार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार, चिकित्सकगण, नर्सिंग सिस्टर श्रीमती अर्चना, श्रीमती सरस्वती साहू, श्रीमती सोनिका सिन्हा, श्रीमती मीना ध्रुव, श्रीमती सरोज साहू एवं सुश्री स्नेहलता, सुश्री निशिता, सुश्री रेणु, सुश्री जया साहू एवं जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र के सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव सहित चिकित्सकीय परिवार के अधिकारी-कर्मचारी व सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे।
- दुकान सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी
कलेक्टर ने जारी किया आदेशमहासमुंद : रक्षाबंधन के त्यौहार मद्देनजर जिले में लॉकडाउन में राखी दुकान के साथ मिठाई की दुकान खोलने की आंशिक छूट दी गई है । त्यौहार के मद्देनजर मिठाई और राखी के विक्रय की अनुमति दी गई है यानि दुकान के खोलने को लेकर छूट दी गयी है। कलेक्टर एवं दंडाधिकारी श्री कार्तिकेया ने इस आशय के आदेश जारी क़र दिया है । जारी ताजा आदेश में कहा गया है कि सोमवार 03 अगस्त यानि (एकदिन) कल मिठाई और राखी की बिक्री होगी ।हालांकि राखी और मिठाई की विक्रय को लेकर वक्त में आंशिक परिवर्तन किया गया है। ये विक्रय की अनुमति सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही विक्रय की इजाजत होगी। आपको बता दें कि जिले के 6 नगरीय निकायो की सीमाक्षेत्र कोरोना के बढ़ते प्रभाव देखते हुए लॉकडाउन लगाया गया है।जो 6 अगस्त तक प्रभावशील है । पूर्व में जारी आदेश की कंडिकाएँ यधावत रहेंगी । - जिले की पौने दो सो से ज़्यादा गौठानों में मवेशियों के छाँव के लिए लगाए जा रहे लगभग 50000 पेड़
गौठानों में हर सात दिन में भेजनी होगी कार्य प्रगति की जानकारी
मुख्यमंत्री स्वयं हर सप्ताह करेंगे प्रगति की समीक्षा
महासमुंद : देश के कई राज्यों के गांव के तालाब या जगह आज भी ऐसी होंगी जहां पशु पालक अपने मवेशियों को पानी पिलाने और नहलाने के लिए जाते होंगे। कई तालाब ऐसे भी होंगे जिसके आस-पास कोई छायादार पेड़ नहीं होगा। मवेशियों और लोगों को इस कारण गर्मी में छांव के लिए दूर पेड़ तले बैठ कर कुछ क्षण आराम पड़ता होगा। इस तरफ किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और गांव स्थित तालाब के पास यूं ही पशु पालक तालाब में मवेशियों को छोड़ मवेशियों के साथ खुद भी छांव के लिए जगह-जगह भटकते रहते होंगे। ऐसा कई लोगों ने देखा या सुना होगा।लेकिन अब कम-से कम छत्तीसगढ़ राज्य में ऐसा बिल्कुल नही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सभी 28 ज़िलों में मवेशियों की स्वास्थ्य, सुविधा और सुरक्षा को लेकर गौठानों का निर्माण कराया है। जहाँ चारा-पानी और छाया का पूरा इंतज़ाम है। तो वहीं किसानो, पशुपालकों की और अधिक आर्थिक स्थित मज़बूत करने के लिए गोधन न्याय योजना भी शुरू की है ।इस योजना के तहत सरकार गौठानों में पशुपालको से 2 रुपए की दर से गोबर ख़रीद रही है। जिसका शुभारंभ विगत 20 जुलाई हरेली पर्व पर हुआ। ख़रीदें गए गोबर का भुगतान 5 अगस्त को संबंधित गोबर बेचने वाले पशुपालकों के सीधे उनके बैंक ख़तों में जाएगा। गौठानों में मवेशियों के स्वास्थ्य की उचित देखभाल के साथ टिकाकरण भी किया जा रहा है।प्रदेश की अधिकांश गौठानों में मवेशियों के लिए चार-पानी और छाया का पूरा इंतज़ाम है। मुख्यमंत्री को यह नाकाफ़ी लगा और उन्होंने सभी गौठानों में चालू मानसून में छायादार, फलदार और औषधि युक्त अधिक-से अधिक पेड़ लगाने कहा। साथ ही गौठानों में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने को कहा गया। गौठानों में कार्य प्रगति की जानकारी शासन को हर सात दिन में भेजनी होगी। मुख्यमंत्री स्वयं इसकी हर सप्ताह कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। मुख्यमंत्री की मंशानुरुप पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस.सिंहदेव के निर्देश पर विभाग द्वारा सभी ज़िला कलेक्टरों को इस संबंध में परिपत्र जारी किया गया है । साथ ही गौठानों में मवेशी संरक्षण खाई सीपीटी (Cattle Protection Trench), वर्मी कंपोस्ट यूनिट, स्वसहायता समूहों के लिए कार्य-शेड तथा आवश्यक मशीनों एवं उपकरणों के कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग कर इनमें तेजी लाने कहा है।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत को इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए गुणवत्ता पूर्ण ढंग से करने कहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल ने वनमंडलाधिकारी से प्रथम चरण में 77 गौठानों की जरूरत एवं मांग के अनुसार पर्याप्त ऊंचाई एवं अच्छी गुणवत्ता के छायादार बड़े वृक्ष उपलब्ध कराए जाएंगे। विभिन्न प्रजातियों के छायादार बड़े वृक्ष लगभग 23770 की माँग की है। डा. मित्तल ने बताया की दूसरे चरण में 100 गौठानो में 25 हज़ार से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा। इस प्रकार जिले की 177 गौठानो में 50 हज़ार से ज़्यादा पेड़ लगाए जाएँगे। उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण वन और कृषि विभाग के अधिकारियों के तकनीकी मार्गदर्शन में कराया जाएगा। गौठान में लगाए गए पौधों की देखभाल एवं रखरखाव की जिम्मेदारी गौठान संचालन समिति की होगी। -
महासमुंद 01 अगस्त 2020/ बाँस कला कलाकृति प्रदेश में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में लोकप्रिय शिल्पों में से एक है। बांस शिल्प की कलाकृतियां शहर, गांव के साथ ही अधिकांश घरों में किसी न किसी रूप में देखने का मिल जाती है, यह सुलभ, सरल एवं लोकप्रिय है। स्थानीय ग्रामीण और यहां की आदिवासी महिलायें बांस शिल्प का उपयोग और महत्व को जानती और पहचानती है, वे बांस का काम प्रमुखता से करते है और बांस से अनेक उपयोगी एवं मनमोहक सामग्रियां तैयार करते है।
महासमुंद जिले के विकास खंड बागबाहरा ग्राम पंचायत ढोड़ की महालक्ष्मी आदिवासी महिला स्व सहायता समूह द्वारा बांस से गुलदस्ता बनाया जा रहा है। बांस के प्रति यहां के लोगों की रूचि और उसका बेहतर उपयोग के कारण स्थानीय निवासी महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बांस शिल्प के साथ ही काष्ठ कला का भी प्रशिक्षण दिया गया है।प्रमिला कमार अब अपनी बाड़ी के बांस का उपयोग कर समूह की महिलाओं के साथ विभिन्न प्रकार की बांस की सामग्री गुलदस्ते सूपा,टोकरी आदि बनाकर अपनी आमदनी में इजाफ़ा कर रही है।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा बांस शिल्प कला को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसके लिए वन विभाग से बातचीत कर वन डिपो से बांस की खेप मंगाई जाएगी। जिससे बांस शिल्प कला में रुचि रखने वाली और महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आर्थिक स्थित से और मज़बूत किया जा सके। बांस का सूपा, टोकरी, चटाई जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुयें आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि वे कलात्मक चीजों के साथ ये चीजें बनाकर अपना बेहतर जीवन यापन कर सके। स्थानीय लोगों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे ।उन्होंने बताया कि जिले में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की पहल पर कौशल उन्नयन के स्वरोजगारोन्मुख कार्यक्रम चलाए जा रहे है। महासमुंद मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाक़ों के स्थानीय निवासियों एवं आदिवासी महिलाओं को बाँस कला के साथ-साथ महिलाओं की अभिरुचि और स्थानीय बाज़ार माँग के अनुसार अन्य कला में प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जा रहा है। आदिवासी महिलाओं को बांस के निर्मित विभिन्न प्रकार की घरेलू सामग्रियों के साथ सज़ाबटी,गुलदस्ते आदि बनाने की कला सिखाई जाती है। महिलाओं को बांस के द्वारा बनाई जाने वाली विभिन्न सामग्रियों का प्रशिक्षण देकर लाभान्वित किया गया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ख़ासकर आदिवासी महिलाओं की विशेष तौर पर भागीदारी रही। हाल ही में आदिवासी महिलाओं द्वारा बांस निर्मित, गुलदस्ते एवं अन्य घरेलु उपयोगी बांस से निर्मित सामग्री का निर्माण किया जा रहा है। जिन्हें वे स्थानीय बाजार, हॉट-बाजारों में बेच कर अपनी आय बढ़ा रही है। इनके द्वारा बनाई जाने वाली बॉस की सामग्रियों को अशासकीय संस्थाओं द्वारा भी क्रय किया जाएगा। जिससे उनकी मासिक आय में वृद्धि तो हो रही है, उसके साथ ही उनके जीवन स्तर में सुधार आ रहा है। मुख्यकार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत डॉ. रविमित्तल ने बताया कि मापदण्ड के आधार पर 18 वर्ष से 30 साल उम्र के साक्षर लोगों को उनकी अभिरूचि के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सूप, टोकरी, कंधे पर ढोई जाने वाली बहगी, मछली फंसाने वाला जाल के साथ ही घरेलू सजावट की वस्तुएं फूलदान, हैंडबैग आदि है। जिनका विक्रय इस संस्था और आसपास के बाजारों और मड़ई मेलों प्रदर्शनी के समय विक्रय किया जाता है। जिले के विकासखंड बाग़बाहरा की महिला सुश्री प्रमिला कमार हालफ़िलहाल अपनी बाड़ी का बांस उपयोग कर रही है। -
गिरदावरी कार्य को समयबद्ध तरीक़े से समय पर पूरा करेंगे : एसडीएम श्री जायसवाल
महासमुंद : महासमुंद जिले के अन्य तहसीलों की तरह बागबाहरा तहसील में गिरदावरी कार्य आज शनिवार एक अगस्त से प्रारंभ हो गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) श्री भागवत जायसवाल ने बताया कि तहसीलदार बलराम तम्बोली द्वारा इस बार पटवारियों, प्रतिनिधियो और आर आई के साथ गिरदावरी कार्यक्रम को समयबद्ध तरीक़े से पूरा किया जाएगा। इस काम में किसी गलती की कोई गुंजाइश नही होगी। इसके लिए त्रुटिरहित करने की रणनीति बनायी गयी। इस बार गिरदावरी की सबसे ख़ास यह रहेगी कि अब उपज लेने वाले किसान को अपने खेतों में ही खड़े होकर फसल सत्यापन करवाना है।उन्होंने बताया कि एप्प के माध्यम से फ़ोटो खीचकर पटवारी उक्त एंट्री में दर्शाएगा। विस्तृत रिकॉर्ड को पटवारियों द्वारा बाद में ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। जितने रकबे का किसानों और पटवारी द्वारा गिरदावरी कराया जाएगा उतने ही रकबे में इस साल धान खरीदी होगी।इससे पड़त भूमि पर उपज दिखाने वाले किसानो पर जो लगाम लगेगी।इस अवसर पर ग्राम का सचिव और ग्राम कृषि विस्तार अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इन सबसे संयुक्त जांच व हस्ताक्षर उपरांत ही धान विक्रेता किसानों की सूची धान उपार्जन केंद्र को प्रदाय की जाएगी। पटवारियों का गिरदावरी कार्यक्रम पूर्व निर्धारित कर जिला कार्यालय प्रेषित की जा चुकी है तथा पंचायत में भी यह उपलब्ध है। साथ ही साथ प्रतिदिन मुनादी के माध्यम से लोगो को सूचित भी किया जाएगा।श्री भागवत ने बताया कि गिरदावरी कार्यक्रम की खास बात यह रहेगीं कि उपज लेने वाले किसानों की उपस्थिति आवश्यक रहेगी। जिससे सत्यापन हो सके कि वास्तविक उपज ही सरकारी रिकार्ड में आए।राज्य सरकार की सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम धान खरीदी भी इसी रिपोर्ट पर आधारित रहेगी जबकि पूर्व में धान खरीदी अमूमन कुल रकबे के अनुसार किया जाता था। खातेदारों का आधार, मोबाइल नम्बर डिजिटल रिकार्ड भुइयां कार्यक्रम में दर्ज़ करने इसी दौरान संग्रह किया जाएगा। - गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद फसल कटाई, फसल खराब, फसल उत्पादन की सटीक जानकारी मिलेगी और किसानों को फ़ायदे होंगे : कलेक्टर श्री गोयल
इस काम में किसी प्रकार की कोताही या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: कलेक्टर
महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में किसानों की भूमि और खरीफ फसलों के आंकलन के लिए राजस्व विभाग आज शनिवार 1 अगस्त से गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करा रहा है। शनिवार 1 अगस्त से ही गिरदावरी कार्य शुरू हो गया है। जिसे 20 सितंबर तक पूरा करना है। जिले में 6 नगरीय क्षेत्र में 1145 गांव हैं। जिनमें में अपने-अपने क्षेत्रों महासमुंद तहसील के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित, बाग़बाहरा, बसना, सरायपाली और पिथौरा के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने किसानों के जमीन का आंकलन मौके पर पहुंचकर करने का सिलसिला आज से शुरू कर दिया है।गिरदावरी के दाैरान स्थल का मौका मुआयना करने पर वास्तविक स्थिति का भी पता चलेगा।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि किसानों को गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद कई फायदे होंगे। गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद फसल कटाई, फसल खराब, फसल उत्पादन की सही जानकारी मिलेगी। किसानों को फसल में हुए नुकसान, अकाल की स्थिति और आरबीसी 6-4 के तहत सही मुआवजा भी मिलेगा। किसानों के सभी रिकार्ड ऑनलाइन रहेंगे। इससे खाद-बीज के लिए लोन लेने के अलावा फसल बेचने में भी सुविधा होगी।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने समय से पहले ही गिरदावरी की तैयारियाँ शुरू क़र दी थी। राज्य शासन के दिशानिर्देश की जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों को समय-समय पर आयोजित बैठकों में दी गई थी। कलेक्टर ने कहा कीअब धान खरीदी गिरदावरी के रिपोर्ट औरसत्यापन के अनुसार ही की जाएगी। कलेक्टर श्री गोयल ने आर आई सर्कल वार निरीक्षण अधिकारियों की भी नियुक्ति कर दी है। उन्होंने कहा कि इस बार इस कार्य को रैंडम निरीक्षण करने स्वयं खेतों में पहुँचेंगे। उन्होंने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों से कहा कि यह उनका मूल काम है। इस काम में किसी प्रकार की कोताही या लापरवाह बर्दाश्त नहीं की जाएगी।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि गिरदावरी के कार्य को पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ निर्धारित समत पर पूरा करें। उन्होंने कहा कि सचिव राजस्व ने इस संबंध में प्रेषित पत्र में इस बात का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि राजस्व अभिलेखों की शुद्घता के साथ ही समर्थन मूल्य पर धान और मक्के की खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना तथा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत आर्थिक अनुदान और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का सफल क्रियान्वयन गिरदावरी की शुद्घता पर निर्भर है। इसके मद्देनजर गिरदावरी शत-प्रतिशत सही और सटीक हो इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाए - महासमुन्द : कोरोना वायरस के संक्रामक दौर में भी जिला प्रशासन और पुलिस बल के साथ चौबीसों घंटे निर्बाध सेवाओं में जुटा है स्वास्थ्य महकमा। एक से तीन अगस्त 2020 तक लगातार तीन दिवसीय शासकीय अवकाश होने के बावजूद शनिवार यानी एक अगस्त को जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होंगी। इस सम्बंध में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.के.परदल ने बताया कि एक अगस्त 2020 की सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक जिला चिकित्सालय में बह्य रोगी विभाग की सेवाएं यथावत जारी रहेंगी। संलग्न स्वास्थ्यकर्मियों लिए उन्होंने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस दौरान गैर संचारी रोग, अस्थि रोग, नाक-कान-गला, प्रसूति जांच एवं उपचार, शिशु स्वास्थ्य, मानसिक रोग, त्वचा, क्षय एवं कुष्ठ रोग सहित तम्बाकू नियंत्रण जैसी चिकित्सकीय सेवाएं जारी रहेंगी।अवकाश के दिन भी खुल रहे ओ.पी.डी. में स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए आमजन को सुबह दस से बारह बजे तक आना होगा। इसके लिए पूर्व से की गई तैयारियों में पंजीयन आयु वर्ग अनुसार पृथक काउन्टरों सहित लैब जांच व आवश्यक दवा वितरण के लिए पर्याप्त भंडारण एवं समुचित व्यवस्था कर ली गई है। क्योंकि शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार वर्तमान में जिला स्तर पर भी नगरीय क्षेत्र में लॉक डाउन लागू है। ऐसे में, अनिवार्यता होने पर ही उक्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने की अपील की गई है। दूसरी ओर, पूर्व के दिनों की भांति ही अवकाश के तीनों दिवसों में आपातकालीन सेवाएं यथावत जारी रहेगी।
- महासमुंद : जिले के सरायपाली से 09 नए कोविड-19 पॉज़िटिव की खबर आयी है । सेम्पल लेकर ज़िला अस्पताल महासमुंद ट्रू-नाॅट मशीन से सेम्पल की जाँच की गई थी। जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव की पुष्टि हुई है । कॉंटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है ।
- महासमुंद : जिला कोषालय महासमुन्द में कार्यरत श्रीमती सरला शर्मा, सहायक वर्ग- 02 द्वारा अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर 31 जुलाई 2020 को सेवानिवृत्त हुए है, उन्हे जिला कोषालय परिवार की ओर से विदाई समारोह आयोजित कर भावभिनी विदाई दी गई। श्रीमती सरला शर्मा, शासकीय सेवा में 05 अगस्त 1994 से अनुकंपा नियुक्ति में पदस्थ होकर आज 31 जुलाई 2020 को सेवानिवृत्त हुए। वे सेवाप्रारंभ तिथि से सेवानिवृत्ति तक लगभग 26 वर्षों तक जिला कोषालय महासमुन्द में अपनी शासकीय सेवा का निर्वाहन किए है। श्रीमती शर्मा को विदाई समारोह में कोषालय परिवार, महासमुन्द की ओर से साल, श्रीफल, एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वस्थ जीवन एवं दीर्घायु की कामना करते हुए भावभिनी विदाई दी गई।उक्त विदाई समारोह में श्री डी.पी. वर्मा, वरिष्ठ कोषालय अधिकारी, सुश्री उमा सिन्हा, एवं श्री उत्कल शर्मा, परिवीक्षा. लेखाधीकारी, श्री बी.एल. कंवर सहायक कोषालय अधिकारी, एवं जिला कोषालय महासमुन्द के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहें कार्यक्रम का संचालन श्री बी.एल. जलक्षत्री, सहायक वर्ग 01 द्वारा किया गया ।
- महासमुंद: कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा है कि फेस मॉस्क के उपयोग तथा सोशल, फिजिकल डिस्टेंसिंग रखने के संबंध में समय-समय पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने की शर्त पर, खाद्य पदार्थ एवं किराने का सामान को चूल्हा, थोक में विक्रय करने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं को, दिनांक 30 एवं 31 जुलाई 2020 (02 दिवस) हेतु विक्रय/वितरण/भंडारण/परिवहन संबंधी गतिविधियां करने की अनुमति प्रातः 06:00 बजे से प्रातः 11:30 बजे तक दी गई थी । जिसे 01 अगस्त, 2020 (एक दिवस) प्रातः 06:00 बजे से प्रातः 10:00 बजे तक बढ़ाई जाती है। जिससे किराने की दुकानों के माध्यम से राखी, सेवई एवं त्यौहार में उपयोग आने वाले अन्य सामाग्री का विक्रय किया जा सकता है। इस कंडिका की विशेष छूट केवल उल्लेखित तिथि के लिए एवं निर्धारित समयावधि के लिए ही होगी।
- महासमुंद : भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा खेलो इंडिया योजना अंतर्गत खेलों के विकास एवं प्रोत्साहन हेतु महत्वपूर्ण ‘‘खेलों इंडिया लघु केन्द्र योजना’’ प्रारंभ की जा रही हैं। इस योजनान्तर्गत जिले में लघु केन्द्र स्थापित किया जाएगा । खिलाडियों को प्रशिक्षित करने की इस महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत इसका संचालन पूर्व चैम्पियन खिलाडियों के माध्यम से किया जाएगा। पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी प्रशिक्षक एवं मार्गदर्शक बनें व उसके अनुभव का पर्याप्त उपयोग खिलाडियों के प्रशिक्षण पर किया जाए साथ ही योजना में यह भी सुनिश्चित किया गया हैं कि इन पूर्व चैम्पियन खिलाडियों को इस कार्य से कुछ आय प्राप्त हो सकें। जिसमें ओलंपिक खेलों में खेले जाने वाले 14 खेल जिसमे आर्चरी(तीरदांजी),एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, साइकिलिंग, फेंसिंग(तलवारबाजी), हॉकी, जूडो, रोइंग, शूटिंग, स्विमिंग(तैराकी), टेबल-टेनिस, वेटलिफ्टिंग(भारोत्तोलन), रेसलिंग(कुश्ती) के साथ ही फुटबाल एवं पारंपारिक खेल भी शामिल हैं। खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना के लिए पूर्व चैंपियन खिलाडियों को अनुदान, प्रशिक्षक, सपोर्टिंग स्टाफ, खेल उपकरण क्रय, खेल किट एवं प्रतियोगिता में टीम को सम्मिलित करने के लिए प्रति खेल 5.00 लाख रुपये के मान से अधिकतम 03 खेलों के लिए राशि प्रदान कि जाएगी।आवेदकों से प्राप्त प्रस्ताव में से अधिकतम 03 खेलो इंडिया लघु केन्द्रों के संचालन हेतु प्रस्ताव का चयन खेल अधिकारी खेल विभाग महासमुन्द द्वारा किया गया है। खेलो इंडिया लघु केन्द्र योजना में पूर्व चैंपियन खिलाडियों द्वारा नवोदित खिलाडियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूर्व चैंपियन खिलाड़ी नवोदित खिलाडियों से प्रशिक्षण हेतु कुछ शुल्क भी प्राप्त कर सकते हैं। चयनित खेलो इंडिया केन्द्रों को भारत सरकार द्वारा 04 वर्ष के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। 04 वर्ष के पश्चात पूर्व चैंपियन खिलाडियों की पहचान प्रशिक्षक के रुप में स्थापित होने से वह स्वंय के संसाधनों से केन्द्र का संचालन भविष्य में निरंतर कर सकेंगे।खेलो इंडिया लघु केंद्र संचालन हेतु पूर्व एथलिटों के लिए प्राथमिकता पहली वरीयता व्यक्तिगत खेल में मान्यता प्राप्त एन एस एफ, संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन एस एफ, संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो।दूसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एन एस एफ, संबंधित खेलों में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ी या खेलों इंडिया गेम्स में पदक प्राप्त खिलाड़ी। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन एस एफ, संबंधित खेलों में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो या खेलों इंडिया गेम्स में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो।तीसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में नेशनल ए आई यू पूर्व प्रतियोगिता में पदक विजेता खिलाड़ी। दलीय खेलों में नेशनल ए आई यू की पूर्व प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा।चौथी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एन एस एफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो। अथवा खेलो इंडिया गेम्स में प्रतिनिधित्व किया हो। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एन एस एफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो। अथवा खेलो इंडिया गेम्स में प्रतिनिधित्व किया हो।आवेदकों के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष होगी।विकासखण्ड एवं जिला स्तर पर शासकीय एवं अशासकीय स्कूल, कॉलेज, संस्था एवं अन्य उपलब्ध खेल अधोसंरचना का उपयोग पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी, प्रशिक्षक द्वारा प्रस्तावित खेलो इंडिया केन्द्र के लिए किया जा सकता हैं। अशासकीय एवं अशासकीय संस्था, कॉलेज के पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी द्वारा आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2020 शाम 5.00 बजे तक कार्यालय खेल एंव युवा कल्याण विभाग में जमा कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की वेबसाइट sportsauthorityofindia.nic.in में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। खेल अधिकारी श्री मनोज कुमार धृतलहरे के मोबाइल नम्बर एवं शांतनु कुमार गुप्ता के मोबाईल नम्बर पर संपर्क कर सकते हैं।