- महासमुंद : जिला पंचायत महासमुंद के सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक 14 सितंबर 2020 को जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक सुबह 10ः00 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक रखी गई हैं। बैठक में कृषि विभाग, वन विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, आदिम जाति कल्याण विभाग, अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति, 15वें वित्त एवं अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसी प्रकार सामान्य सभा की बैठक दोपहर 12ः00 बजे से प्रारम्भ होगी। जिसमें में वन विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, लोक निर्माण विभाग, 15वें वित्त एवं अन्य विषयों पर समीक्षा की जाएगी। बैठक में सर्व संबंधितों को अद्यतन जानकारी के साथ उपस्थित रहने को कहा गया है।
- दुकान के संचालन के लिए ईच्छुक संस्थाआंे से निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र आमंत्रित
महासमुंद : अनुविभाग पिथौरा के नगर पंचायत पिथौरा में शासन के निर्देशानुसार एवं कार्यालय कलेक्टर खाद्य शाखा द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा।अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पिथौरा ने बताया कि जिसके अनुसार युक्तियुक्तकरण के लिए गठित दल के द्वारा नगर पंचायत पिथौरा में वार्ड क्रमांक 5, 6, 7, 8 और 9 में एक नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान खोलने का प्रस्ताव दिया गया है।नगर पंचायत पिथौरा के वार्ड क्रमांक 5, 6, 7, 8 और 9 में प्रचलित राशन कार्ड की संख्या के आधार पर एक नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटन के लिए छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के तहत वृहत्ताकार आदिम जाति बहुद्देशीय सहकारी समितियों, प्राथमिक कृषि साख समितियों, वन सुरक्षा समितियों, महिला स्व-सहायता समूहों, ग्राम पंचायतो, स्थानीय नगरीय निकाय, अन्य उपभोक्ता सहकारी समितियों से जो उचित मूल्य की दुकान के संचालन हेतु ईच्छुक है, उनसे निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र समस्त दस्तावेजों के साथ आमंत्रित किए गए है, वे संस्था विहित प्रारूप एक में अपना आवेदन पत्र विज्ञप्ति जारी दिनांक से 15 दिवस के भीतर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय पिथौरा में कार्यालयीन अवधि में प्रस्तुत कर सकते है। नगर पंचायत पिथौरा में नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान की आबंटन की कार्यवाही छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत की जाएगी। - महासमुंद : पिथौरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) ने बताया कि पिथौरा अनुविभाग के अंतर्गत सहकारी समितियों के द्वारा संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकानों का समर्पण किया गया हैं। इन ग्राम पंचायतो में शासन के निर्देशानुसार एवं कार्यालय कलेक्टर (खाद्य शाखा) द्वारा शासकीय उचित मूल्य दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया जाना है। जिसके अनुसार शासकीय उचित मूल्य दुकान का आबंटन किया जाना है। समितियों द्वारा समर्पित शासकीय उचित मूल्य दुकान गोड़बहाल, डोंगरीपाली, खेड़ीगाँव, नयापाराकला, दुरुगपाली, अमलीडीह, सोहागपुर, पाटनदादर, मेमरा, सिरको, बगारदरहा, बडेलोरम, बोईरडीह एवं झगरेनडीह में शासन के निर्देशानुसार शासकीय उचित मूल्य की दुकान का आबंटन करने के लिए 18 अगस्त 2020 को विज्ञापन जारी किया गया था।उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अनुविभाग पिथौरा अंतर्गत नवीन ग्राम पंचायत राजपुर का निर्माण किया गया है। इन ग्राम पंचायत में शासन के निर्देशानुसार नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान का आबंटन करने के लिए 14 जुलाई 2020 एवं 18 अगस्त 2020 को विज्ञापन जारी हुआ था। पिथौरा विकासखंड के इन सभी ग्राम पंचायतों के लिए एक भी आवेदन प्राप्त नहीं होने के कारण इन ग्राम पंचायतों के लिए आवेदन के लिए समय सीमा की पुनः वृद्धि की गई है। इन ग्राम पंचायतों में छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के तहत विकासखंड में स्थित वृहत्ताकार आदिम जाति बहुद्देशीय सहकारी समितियों, प्राथमिक कृषि साख समितियों, वन सुरक्षा समितियों, महिला स्व-सहायता समूहों, ग्राम पंचायतों, अन्य उपभोक्ता सहकारी समितियों से जो उचित मूल्य की दुकान के संचालन के लिए ईच्छुक है। ऐसे समितियों से निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र समस्त दस्तावेजांे के साथ आमंत्रित किए गए हैं। ईच्छुक संस्था विहित प्रारूप एक में अपना आवेदन पत्र विज्ञप्ति जारी होने के दिनांक से 15 दिवस के भीतर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय पिथौरा में कार्यालयीन अवधि में प्रस्तुत कर सकते है। इन ग्राम पंचायतों एवं नवीन ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य की दुकान की आबंटन की कार्रवाई छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत की जाएगी।
- कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों में पहले से ही स्वास्थ्य संबंधित अन्य बीमारियों के कारण मरीज की मेकाहारा में मृत्यु
महासमुंद : जिले के कोविड-19 के धनात्मक प्रकरणों में अब तक हुई मौतों के संबंध में किए गए आंकलन के अनुसार स्वास्थ्य लाभ लेने वाले के आंकड़े अधिक रहे, रिकव्हरी दर की तुलना में लगभग नगण्य मामलें ही प्रकाश में ही सामने आए हैं, जिनमें मरीजों ने कोविड से जंग हारी है। इनमें भी अधिकांश मरीज ऐसे है, जो पहले से अन्य कई तरह की बीमारियों से ग्रसित थे। इसी तरह मंगलवार को मेकाहारा में उपचार करा रहे एक 30 वर्षीय कोविड-19 के धनात्मक प्रकरण में मृत्यु होने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस.पी. वारे से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त मरीज को हाल ही में कोविड केयर सेन्टर (जी.एन.एम) में भर्ती किया गया था। वे पहले से ही अनियमित रक्तचाप (बी.पी.) और मधुमेह (शुगर) के मरीज थे। इसके लिए उनकी दवाएं भी चल रही थीं। विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम खम्हरिया का रहने वाले इस मरीज को मंगलवार 8 सितंबर 2020 को अचानक सांस की दिक्कत आने लगी। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें मंगलवार की सुबह तकरीबन 11ः25 मिनट पर मेकाहारा रिफर किया। जहां, उसका उपचार जारी रहा।
किन्तु रात को उनकी तबियत अधिक खराब हो गई और रात्रि 08ः30 बजे उनकी मृत्यु हो गई। डॉ. वारे ने बताया कि गुरूवार को शासन द्वारा निर्धारित निर्देशिका के तहत प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा। -
हाई डिपेंसिव यूनिट में सांस की तकलीफ मरीज का किया जा रहा उपचार
अब कोविड लक्षण वाले गंभीर मरीजों का मुख्यालय में होगा इलाज
महासमुंद : महासमुंद जिले में लंबे समय तक कोविड-19 पर काबू बनाए रखने और लक्षण वाले मरीजों और बिना लक्षण वाले व्यक्तियों की निःशुल्क कोरोना वायरस संक्र्रमण की जांच के साथ एकाएक रिपोर्ट पाॅजिटव आने का सिलसिला पहले की अपेक्षा बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने इसके लिए पहले से पूरी तरह तैयारी कर रखी है। जिला पचायत, लोक निर्माण एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला प्रशासन की देखरेख में अति गंभीर कोविड के मरीेजों के लिए आज महासमुंद जिला चिकित्सालय में एक डेडिकेटेड (समर्पित) कोविड अस्पताल शुरू हो गया है।
इस सेन्टर में लक्षण वाले गंभीर मरीजों के लिए 28 बिस्तर में आॅक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था उपलब्ध है। इस अस्पताल में 6 बेड आई..सी.यू. (गहन चिकित्सा इकाई) के 22 बेड हाई डिपेंसिव यूनिट (जीवन रक्षक प्रणाली) यानी सांस लेने में तकलीफ लोगों का उपचार के है। इसमें सभी जरूरी चिकित्सा उपकरणों की सुविधा मौजूद है। आज इस सेन्टर में एक सांस से पीड़ित मरीज को हाई डिपेंसिव यूनिट में भर्ती कर जीवन रक्षक प्रणाली (आॅक्सीजन) पर रखा गया है। उसका उपचार किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि राजधानी रायपुर के मेकाहारा चिकित्सालय से सहायक प्राध्यापक डाॅ. ओ.पी. सुन्दरानी ने यहां आकर गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू) में सेवाएं देने वाले जिला स्तरीय चिकित्सकीय अमले को पहले ही प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया है। उन्होंने बताया कि कोविड लक्षण वाले मरीजों का उपचार करने के लिए अनुभवी चिकित्सकों और स्वास्थ्य स्टाफ की निगरानी में मरीजों का उपचार किया जायेगा।
सिविल सर्जन डाॅ. आर.के परदल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविउ-19 के सिम्टोमेटिक लक्षण वाले पाॅजिटिव मरीजों का उपचार उपलब्ध कराने के लिए यह सेन्टर पूरी तरह गहन चिकित्सा इकाई में आज से कार्य करना शुरू कर दिया है। 6 आईसीयू ओर 22 बिस्तर हाई डिपेंसिव यूनिट मिलाकर कुल 28 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बिस्तर में सांस की तकलीफ मरीजों के आॅक्सीजन की सप्लाई और सक्शन मशीन की सभी जरूरी जांच की जा चुकी है। डाॅ. परदल ने कहा कि इस सेन्टर में सभी जरूरी अत्याधुनिक वेन्टिलेटर्स, पल्स आॅक्सीमीटर सहित तमाम चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध है। जो गंभीर कोविड ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक होते है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार देर शाम कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने इस डेडिकेटड अस्पताल का अवलोकन किया था। उन्होनंे कान्ट्रोल रूम, डाॅनिंग-डाफिंग क्षेत्र, आई.सी.यू. एवं भर्ती वार्ड सहित निगरानी कैमरे, मानिटरिंग सिस्टम, कपड़े धुलाई आदि की साफ-सफाई की सेवा व्यवस्थाओं को भी देखा था। कलेक्टर ने इस यूनिट के चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कर्मियों से भी बातचीत की थी और जरूरी निर्देश भी दिए थे। उन्होंने कहा था कि कोरोना काल में चुनौती पूर्ण सेवाओं को गर्व का कार्य बताते हुए बेहतर चिकित्सकीय सेवायें उपलब्ध कराने के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को मरीजों की मनोदशा को समझते हुए मानवीय व्यवहार बनाए रखने की बात कही थी।
मालूम हो कि शुरूआती परिस्थितियों को देखते हुए महासमुंद के सरकारी जीएनएम प्रशिक्षण केन्द्र में कोविड क्रिटिकल केयर सेंटर स्थापित किया गया। इस कोविड क्रिटिकल केयर सेंटर में 240 बेड की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा हाल ही में मुख्यालय स्थित जय हिन्द काॅलेज में 206 बेड की और व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अति गंभीर कोविड मरीेजों के लिए आज से महासमुंद जिला चिकित्सालय में पृथक से कोविड अस्पताल 28 बेड (डेडिकेटेड कोविड अस्पताल) शुरू हो गया हैं।
इसमें 6 बेड आइसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) और 22 बेड हाई डिपेंसिव यूनिट (जीवन रक्षक प्रणाली आक्सीजन) के है यह आज से शुरू हुआ। इसमें गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू और हाई डिपेंसिव यूनिट में जीवन रक्षक प्रणाली की सुविधा उपलब्ध है। - महासमुंद : जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल बागबाहरा तहसील के ग्राम तेंदुलोथा वार्ड नम्बर 11 बाजरापारा, पिथौरा तहसील के ग्राम मोहगांव एवं नगर पंचायत पिथौरा वार्ड नं. 06 के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए तीनों क्षेत्र के चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
इन क्षेत्रों के कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन को प्रभार सौंपा गया हैं।
इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था संबंधित क्षेत्र के जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार संबंधित क्षेत्र के खंड चिकित्सा अधिकारी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी नायब तहसीलदार को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी को, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक को सौंपा गया हैं। - महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले के ग्राम लाफिनखुर्द, ग्राम परसाडीह एवं लाफिनखुर्द को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया है। कलेक्टर के हस्ताक्षर से आज जारी आदेश में कहा गया है कि क्रमशः 22 अगस्त 2020, 24 अगस्त 2020 एवं 26 अगस्त 2020 तहसील को ग्राम लाफिनखुर्द, ग्राम परसाडीह एवं लाफिनखुर्द में कोरोना वायरस (कोविड-19) पाॅजिटिव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इन्हें अब कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा 08 सितम्बर 2020 को प्रतिवेदित किया गया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए कंटेनमेंट संबंधी दिशा-निर्देश के तहत संबंधित तीनों कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में 14 दिनों की अवधि पूर्ण हो चुकी है एवं उपरोक्त कंटेनमेंट जोन में विगत 14 दिनों से कोई भी धनात्मक मरीजों की पुष्टि नहीं हुई है।
साथ ही धनात्मक मरीजों के सम्पर्क में आने वाले कुल 10 लोगों का सैम्पल जांच नकारात्मक (निगेटिव) प्राप्त हुआ है एवं सक्रिय सर्विलेंस सर्वे प्रपत्र के अनुसार किसी भी प्रकार के कोविड-19 से संबंधित धनात्मक प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ। इस कारण कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने उपरोक्त तीनों क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त किया गया है। - महासमुंद : अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कल 08 सितम्बर 2020 को राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर द्वारा राज्य स्तरीय वेबीनार का आयोजन किया गया।इस वेबीनार में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, राज्य साक्षरता मिशन प्रधिकरण के संचालक श्री डी. राहुल वेंकट, राज्य साक्षरता मिशन प्रधिकरण के सहायक संचालक श्री प्रशांत पाण्डे एवं राज्य साक्षरता मिशन प्रधिकरण के सहायक संचालक श्री दिनेश कुमार टांक उपस्थित थे। वेबीनार का यू ट्यूब में लाईव प्रसारण प्रातः 11.00 बजे से प्रारंभ हुआ।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री टेकाम ने वेबीनार के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम 27 जिलों के 50 नगरीय क्षेत्रों में प्रारंभ किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य नवसाक्षरों को डिजिटल साक्षर करना है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां पर डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लगभग दस हजार लोगो को डिजिटल साक्षर बनाया जा चुका है। शिक्षा का विषय बहुत बडा है जीवन के आरंभ से ही बच्चे अपने माता-पिता, परिवार, समुदाय व परिवेश में बहुत कुछ सिखता है और प्रारंभिक पढ़ाई स्कूलों में करता है।
श्रेष्ठ पालकत्व कार्यक्रम के द्वारा पालको अभिभावको को जागरूक बनाने का काम कर रहे है। जब तक पालकोें की सहभागिता नही रहेगी शिक्षा में गुणवत्ता लाना संभव नही है। आगामी समय में बुनियादी साक्षरता, बुनियादी शिक्षा, सतत्् शिक्षा कौशल विकास, डिजिटल साक्षरता, पुस्तकालय, वाचनालय, मोबाईल वाचनालय, ई-लाईब्रेरी विषय पर जोर देने की आवश्यकता है। अगामी समय में पढ़ना लिखना अभियान की शुरूवात की जाएगी। जिसमें 15 से 60 वर्ष की उम्र तक के असाक्षरों को स्वयं सेवी अनुदेशकों के माध्यम से साक्षर करना है।
प्रदेश में प्रथम चरण में ढाई लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। यह कार्यक्रम प्रदेश के महत्वकांक्षी जिले में पहले चरण मे प्रारंभ किया जाना है। उन्होंने आगे कहा कि कोविड 19 महामारी के कारण यह कार्यक्रम रूका हुआ है। इस महामारी के खत्म होते ही मुख्यमंत्री डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम व पढ़ना लिखना अभियान कार्यक्रम को प्रारंभ किया जायेगा। बेबीनार को श्री डी राहुल संचालक श्री प्रशंात पाण्डेय ,श्री मदन उपाध्याय ,राज्य स्त्रोत समूह सदस्य ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विकासखण्ड बागबाहरा के शासकीय उच्चतर विद्यालय कोेमाखान के शिक्षक श्री विजय शर्मा जिला स्त्रोत सदस्य के द्वारा लाउड स्पीकर मुहल्ला केन्द कोमाखान, बंधापार, सुअरमाल मे लाउड स्पीकर के माध्यम से वेबीनार का प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन श्री दिनेश कुमार टांक, सहायक संचालक राज्य साक्षरता मिशन प्रधिकरण रायपुर द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में जिला से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सहायक संचालक द्वय डाइट महासमुन्द के प्राचार्य एवं अधिकारी, कर्मचारियों, जिला लोक शिक्षा समिति के अधिकारी कर्मचारियों तथा जिला स्त्रोत समूह के सदस्यों ने कार्यक्रम में सहभागी बनें। - महासमुंद : आयुर्वेद विभाग द्वारा कोविड-19 महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमतावर्धक आयुष काढ़ा का वितरण कल देर शाम जिला कार्यालय में अधिकारी-कर्मचारियों के लिए किया गया था।
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों के मार्गदर्शन में अधिकारी-कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से आयुर्वेद काढ़ा का सेवन किया गया। - महासमुंद : राज्य सूचना आयोग द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 विषय पर कल 08 सितम्बर 2020 को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राज्य सूचना आयोग के अधिकारी श्री धनंजय राठौर एवं स्टाॅफ आॅफिसर श्री ए.के. सिंह ने आॅनलाईन नेटवर्क के माध्यम से जिले के अधिकारियों-कर्मचारियों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया।
राज्य सूचना आयोग के अधिकारियों ने सूचना के अधिकार के संबंध में प्रशिक्षण देते हुए बताया कि भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार एवं प्रशासन की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता एवं जिम्मेदारी को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 से प्रभावशील हैं। इस अधिनियम के द्वारा नागरिकों को अधिकार प्रदान किया गया हैं, जिससे पारदर्शिता एवं जिम्मेदारी को सुनिश्चित करते हुए लोकतंत्र को मजबूत किया जा सके एवं जनता की भागीदारी विकास के लिए आगे बढ़ सके।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक लोग प्राधिकारी के कार्यकरण में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के संवर्धन के लिए, लोक प्राधिकारियों के नियंत्रणाधीन सूचना तक पहुॅच सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों के लिए सूचना के अधिकार की व्यावहारिक शासन पद्धति स्थापित करने के लिए केन्द्र एवं राज्य में सूचना के अधिकार नियम लागू किए गए हैं।
इस अधिनियम के उपबंधो के अधीन रहते हुए सभी नागरिकों को सूचना प्राप्त करने का अधिकार हैं। इसके लिए प्रत्येक लोक प्राधिकारी अपने कार्यालय के सभी अभिलेखों, दस्तावेजों को संभालकर रखें।
जिससे उन्हें निर्धारित समय पर जानकारी देने में सुगम हो सकें। इसके अलावा उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत पंजी का संधारण, प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन, अपील प्रकरणों की निराकरण संबंधी कार्यवाही, प्रथम अपीलों का समयावधि में निराकरण सहित अन्य विषयों पर जन सूचना अधिकारी एवं अपीलीय अधिकारियों, शाखा प्रभारियों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण के साथ-साथ उनके शंकाओं का भी समाधान किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत महासमुंद, जनपद पंचायत, नगरीय निकाय, जिला कर्यालय एवं विकासखण्ड स्तरीय कार्यालयों अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
जरूरी कार्यो के लिए आवेदनकर्ता खिड़की से दे सकंेगे अपना आवेदन
महासमुंद : जिला कलेक्टर कार्यालय, महासमुंद में आज एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोराना पाॅजिटिव आने के कारण कार्यालय की संबंधित शाखा एवं कार्यालय के अन्य स्थानों को भी सेनेटाईज किया जा रहा हैं।कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिला कलेक्टर कार्यालय में लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से आगामी सोमवार 14 सितम्बर 2020 तक (छह दिन) बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध रहेगा।
कलेक्टर ने कहा कि इस दौरान जरूरतमंद व्यक्ति या आवेदनकर्ता अपनी समस्याओं के संबंध में या अन्य प्रकरण के संबंध में कार्यालय परिसर में स्थापित आवक-जावक शाखा की विन्डो (खिड़की) से अपना आवेदन जमा कर पावती ले सकते है। उन्होंने कहा कि आवेदनकर्ता इस दौरान कोविड-19 के गाईड लाईन का पालन अवश्यक करें। - महासमुंद : राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमतावर्धक आयुष काढ़ा एक हजार 500 पैकेट एवं 09 हजार पॉम्पलेट का वितरण जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी एवं आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. गदाधर पण्डा, तमोरा की देख-रेख में जिले के विभिन्न कार्यालयों एवं जिले के चिकित्सालयों में आज 08 सितम्बर 2020 को वितरण किया गया एवं उपयोग विधि के बारें में बताया गया।इसके अलावा बचाव की जानकारी के लिए पॉम्पेलट भी प्रदाय किया गया। प्रथम चरण में शासन द्वारा प्राप्त काढ़ा का निःशुल्क वितरण किया गया।
इनमें जिला कार्यालय, जिला चिकित्सालय, जिला पंचायत कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जनसंपर्क कार्यालय, नगर पंचायत कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालय, जिला रोजगार कार्यालय, पंजीयक कार्यालय, उप पंजीयक कार्यालय, क्रेडा विभाग, बाल न्यायालय कार्यालय, जिला व्यापार उद्योग कार्यालय, जिला साईबर सेल पुलिस विभाग शामिल है।
इन विभागों में प्रत्येक पैकेट में 10 दिन के लिए काढ़ा सामग्री उपलब्ध कराया गया है। शेष बचे हुए तहसील, जनपद, नगरपालिका, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो में काढा का वितरण 09 सितम्बर 202 को किया जाएगा। इसके अलावा कलेक्टर के निर्देश पर संचालनालय आयुष रायपुर से 10 क्विंटल काढ़ा की और मांग किया गया है। शासन द्वारा काढ़ा प्राप्त होने पर द्वितीय चरण में शीघ्र वितरण किया जाएगा। - स्वच्छता और दूरी सहित घर में भी मास्क पहनने व दैनिक तापमान एवं पल्स रेट चेक करते रहने की सलाह
गंभीर लक्षण प्रतीत होने पर होम आइसोलेशन के कंट्रोल नंबर 82693-79405 से तत्काल संपर्क करें
आइसोलेशन अवधि के दौरान किसी भी स्थिति में घर के बाहर नही जाने की अपील
महासमुंद : जिले में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के धनात्मक मरीजों को यथा शीध्र स्वास्थ्य लाभ देने के लिए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग ने जल्द शुरू हो रहे डेडिकेटेड कोविड चिकित्सालय सहित वर्तमान में संचालित कोविड केयर सेंटर्स के साथ होम आइसोलेशन में भी उपचार की सेवाएं सुनिश्चित की हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार होम आइसोलेशन की सेवा सुविधाओं में मंगलवार 8 सितंबर 2020 तक 100 से अधिक मरीजों को अनुमति दी जा चुकी है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने संक्रमण सुरक्षा सावधानी के मद्देनजर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों और अटेन्डर्स से नियमों का पालन करने को कहा गया हैं। जिसमें स्वास्थ्य लाभ के लिए मरीज एवं उनके परिजनों को चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार आवश्यक दवा सेवन भी निर्धारित दर में किए जाने की सलाह दी गई है। उन्होंन बताया कि मरीजों द्वारा अधिकाधिक आराम करने, शरीर में पानी की कमी से डिहाइड्रेशन से बचने के लिए तरल पदार्थों का सेवन एवं पोषण आहार में कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन व सब्जी और फलों का सेवन, स्वास्थ्य लाभ जल्द प्राप्त करने के लिए मददगार साबित होगा।सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि होम आइसोलेशन में जरा सी असावधानी भी मरीज के परिजनों को संक्रमित कर सकती है। होम आइसोलेशन वालों को संक्रमण से बचने के लिए घर में भी मास्क का उपयोग करने व हर 08-08 घंटे में मास्क बदलने सहित गीला होने पर भी तत्काल दूसरा मास्क उपयोग में लाने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन के समय में मरीज को पृथक शौचालय का इस्तेमाल सहित घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने मरीज को समय-समय पर साबुन या सैनिटाइजर से हाथों की सफाई करने और अटेन्डर्स को मरीजों के व्यक्तिगत बर्तन, कपड़े व तौलिए आदि साझा नहीं करने के लिए कहा है।होम आइसोलेशन के जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि इस अवधि में मरीजों को उनके घरों के सामने होम आइसोलेशन की सूचना चस्पा करना अनिवार्य है साथ ही मरीजों को मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चैबीसों घंटे ऐप की नोटिफिकेशन और लोकेशन भी आॅन रखनी होगी। डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स आॅफिसर डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने कहा कि प्रतिदिन मरीजों से दूरभाष के जरिए संपर्क साधा जाएगा। जिसमें मरीजों को और उनके परिवारजन के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी प्रस्तुत करनी होगी।इसके लिए कोरोना वायरस एवं नियंत्रण दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने मरीज को थर्मामीटर से तापमान लेने व आश्रित मरीजों के मामले में अटेन्डर द्वारा चेक करने एवं दिन में दो बार पल्स रेट जांच करने की राय दी है। - महासमुंद : कोविड-19 के सिम्टोमेटिक यानी लक्षण वाले मरीजों का उपचार जिले में ही करने के लिए जिला चिकित्सालय को डेडिकेटेट कोविड अस्पताल में तब्दील किया जा चुका है। कल देर रात कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने यहां, निरीक्षण कर कंट्रोल रूम, डाॅनिंग-डाॅफिंग क्षेत्र, आई.सी.यू. एवं भर्ती वार्ड सहित, निगरानी कैमरे, माॅनीटरिंग सिस्टम, कपड़े धुलाई आदि साफ-सफाई की सेवा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान कलेक्टर श्री गोयल डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में संलग्न चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ एवं स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कोविड-19 के दौर में इस चुनौतीपूर्ण सेवाओं को गर्व का कार्य बताते हुए उन्हें मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों की मनोदशा को समझते हुए मानवीय व्यवहार बनाए रखने को कहा।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि हाल ही में मेकाहारा से सहायक प्राध्यापक डाॅ. ओ.पी. सुन्दरानी यहां आए थे। जिनके माध्यम से गहन चिकित्सा इकाई में सेवाएं देने वाले जिला स्तरीय चिकित्सकीय अमले को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। लक्षण वाले मरीजों का उपचार करने के लिए जिले भर से चुनिंदा एवं प्रशिक्षित स्वास्थ्य अमले को तैनात किया गया है। अनुभवी विशेषज्ञांे की निगरानी में मरीजों का ईलाज किया जाएगा।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि कोविड-19 के सिम्टोमेटिक लक्षण वाले धनात्मक मरीजों को उपचार उपलब्ध कराने के लिए जिला चिकित्सालय को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में तब्दील किया जा चुका है। गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू.) में छह एवं हाई डिपेडेन्सी यूनिट में 22 बिस्तर मिला कर कुल 28 मरीजों को भर्ती एवं उपचारित किए जाने के लिए पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं। प्रत्येक बिस्तर में आॅक्सीजन की सप्लाई और सक्शन मशीनरी की जाॅच की जा चुकी है।
चिकित्सालय में कोविड-19 के आवश्यक दवाईयों का भंडार भी पर्याप्त हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के प्रकरणों को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा एहतियाती तौर पर आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस क्रम में जिला चिकित्सालय के कोविड अस्पताल को अत्याधुनिक वेन्टिलेटर्स, पल्स ऑक्सिमीटर सहित उन तमाम चिकित्सा उपकरणों से लैस किया गया है, जो मरीजों को विषम परिस्थितियों में भी खतरे से बाहर निकालने के लिए आवश्यक होते हैं। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, सहित यहां सेवाएं प्रदाय करने वाले चिकित्सकगण व नर्सिंग स्टाफ उपस्थित थे। - इनमें से 1035 लोगों की कोविड-19 जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव375 से अधिक लोग ठीक हो कर सुरक्षित होकर अपने घर पहुँच चुकेमहासमुंद : जिले में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण एवं कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्तियों के संपर्क में आने वाले 285 लोगों की आरटी-पीसीआर, ट्रू-नॉट और रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच की गई। जिसमें 53 लोगों की जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई। इनमें सबसे ज्यादा 33 पॉजिटिव महासमुंद ब्लाॅक से, 09 बसना, 06 बागबाहरा, 03 सरायपाली और 02 पिथौरा से पाॅजिटीव मिलेे। इन सभी के बेहतर ईलाज और उनकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया की जा रही है।
डिस्ट्रिक्ट सर्विलन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि महासमुंद जिले में अब तक कुल 1035 लोगों की कोविड-19 जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। जिनका जिला अस्पताल के साथ-साथ राजधानी रायपुर के अस्पतालों में बेहतर उपचार किया जा रहा है। इनमें से 378 लोग ठीक हो कर सुरक्षित अपने घर पहुँच चुके है। 643 एक्टिव केस है, इनका उपचार लगातार जारी हैै। डाॅ. छत्रपाल ने बताया कि जिले में तीन आरटी-पीसीआर, ट्रू-नॉट और रैपिड एंटीजन किट से जांच की सुविधा है। इन टेस्ट किट से अब तक 25 हजार 131 कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों की जाँच की जा चुकी है।
आरटी-पीसीआर से 23 हजार 913, ट्रू-नॉट से 02 हजार 593 और रैपिड एंटीजन किट से 09 हजार 635 व्यक्तियों की जाँच हुई है। उन्होंने कहा कि रोजाना जिले में 250 से 300 लोगों की कोविड-19 की निःशुल्क जाँच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय में तीन संचालित कोविड केयर सेंटरो में सोमवार तक 232 बेड खाली है। सोमवार को 13 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को बेहतर उपचार के लिए भर्ती किया गया था। जिनका उपचार जारी है। - स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मरीज अनियमित रक्तचाप (बीपी) और मधुमेह (डाइबटीज) से पीड़ित था
महासमुंद : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आज 8 सितंबर 2020 को कोविड-19 के एक धनात्मक प्रकरण में मृत्यु होने की पुष्टि की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे ने बताया कि यह व्यक्ति जिला मुख्यालय महासमुंद के 43 वर्षीय वार्ड क्रमांक-13 के निवासी था। इस कोविड-19 धनात्मक मरीज को सोमवार 07 सितंबर 2020 को जय हिन्द काॅलेज में बनाए गए कोविड केयर सेन्टर में उपचार के लिए भर्ती किया गया था।भर्ती के समय उनमें सर्दी, खांसी या बुखार एवं कोविड-19 संबंधी कोई लक्षण नहीं दिखे, किन्तु वे पहले से ही अनियमित रक्तचाप और मधुमेह की समस्या से जूझ रहे थे और उनका उपचार भी निरंतर चल रहा था। इस दौरान आज 8 सितंबर 2020 की सुबह अचानक उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई।
उन्हें तत्काल आॅक्सीजन लगाया गया और आवश्यक चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराई गई। चिकित्सकों ने उनकी तकलीफ को बढ़ती देख कर उन्हें जिला चिकित्सालय यानी डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती करने के लिए 108 एम्बुलेन्स को सूचना दी गई।ताकि एम्बुलेन्स के माध्यम से उन्हें कोविड अस्पताल शिफ्ट किया जाता, लेकिन एम्बुलेंस के पहुॅचने के पूर्व ही सुबह 8ः50 बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया गया और आज ही उनका अंतिम संस्कार शासन के द्वारा निर्धारित प्रोटोकाॅल के तहत नायब तहसीलदार श्री क्षीरसागर एवं चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अनिमेष राय व स्वास्थ्यकर्मी श्री राजेश डउसेना, श्री नेहरू बघेल की उपस्थिति में किया गया। - महासमुंद : महासमुंद जिले में 1 जून से अब तक 1176.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 08 सितम्बर 2020 तक 1176.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा सरायपाली विकासखंड में 1401 मिलीमीटर दर्ज की गई।
सबसे कम बारिश पिथौरा तहसीलवार में 745 मिलीमीटर हुई है। बसना तहसील में 1359 मिलीमीटर, बागबाहरा तहसील में 1319 मिलीमीटर और महासमुंद तहसील में 1059 मिलीमीटर दर्ज की गई। जिले में औसत बारिश 1192 से सिर्फ 16 मिलीमीटर दूर है। -
महासमुंद : जिले के ग्रामीण अंचलो की महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़कर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान की मिसाल कायम कर रही है। महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी की श्रीमती मंजू यादव जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत जय छत्तीसगढ़ स्व-सहायता समूह, आस्था ग्राम संगठन से जुड़ी हुई है।
वे बताती है कि विगत 05 अक्टूबर 2019 को मेरे जैसे अन्य महिलाएॅ स्व-सहायता समूह से जुड़कर उस समूह का नाम जय़ छत्तीसगढ़ महिला स्व-सहायता समूह रखे। समूह से जुड़ने के बाद वर्ष 2020-21 में वे स्व-सहायता समूह से दो लाख रूपए का लोन लिया। जिसमें समूह से 50 हजार रूपए का रूई बत्ती बनाने की मशीन एवं कच्चा माल खरीदा गया एवं शेष राशि से स्वयं के व्यवसाय के लिए फैंसी स्टोर्स एवं कपड़ा दूकान शुरू की।
जिससे मुझे अभी तक हजारों रूपए का फायदा हुई है, त्यौहार के समय कपड़ा एवं फैंसी सामान की बहुत मात्रा में बिक्री होती हैं, जिससे मैं काफी प्रसन्न हूं। गांव के अलावा आस-पास के लोग मेरे दुकान से कपड़ा एवं फैंसी सामग्रियाॅ खरीदते है, जिससे मुझे आर्थिक लाभ प्राप्त हो रही हैं। इस वजह से मंै अपने खर्च के साथ-साथ घर के खर्च में भी हाथ बंटा पा रही हूं।
- गोधन न्याय योजना के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है
महासमुंद जिले के 2639 कृषकों को तीसरीे किश्त के रूप में उनके खाते में 14 लाख 11 हजार रूपए से अधिक का किया गया भुगतानमहासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के तहत् कल शाम मुख्यमंत्री निवास से गोधन न्याय एप का शुभारंभ किया और गोबर विक्रेताओं को तीसरी किश्त का भी आॅनलाईन के माध्यम से भुगतान बटन दबाकर किया गया। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चैबे, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेडिया सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गौपालकों स्व-सहायता समूह, सरपंच, सचिव और गोबर विक्रेताओं अधिकारी-कर्मचारियों को अपनी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। गोधन न्याय योजना के तहत् महासमुंद जिले के 2639 कृषकों ने 7056.41 क्विंटल गोबर का विक्रय किया। जिससे कल शाम उनके खाते में तीसरी किश्त के रूप में 14 लाख 11 हजार 282 रूपए का भुगतान प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गोधन न्याय योजना के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है और गौ-पालक निरंतर इस योजना से जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना का गौठानों के माध्यम से बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। संचार क्रांति के इस दौर में गौ-पालकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गोधन न्याय एप का शुभारंभ किया गया है ताकि गोबर विक्रेताओं को इसका सीधा लाभ मिलें और जानकारी एप के माध्यम से अपडेट होता रहे।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देना शासन की प्राथकिता है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महासमुंद जिले के पशुपालकों की भी सराहना की। इस अवसर पर वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस आर डोंगरे, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री मनोज सिन्हा उपस्थित थे। - महासमुंद : अनुविभाग सरायपाली के नगर पंचायत बसना में शासन के निर्देशानुसार एवं कार्यालय कलेक्टर खाद्य शाखा के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों का युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। उक्तानुसार युक्तियुक्तकरण के लिए गठित दल के द्वारा नगर पंचायत बसना के वार्ड क्रमांक 10, 11, 12 और 13 में एक नवीन शासकीय उचित मूल्य कि दुकान खोलने का प्रस्ताव दिया गया है।
नगर पंचायत बसना के बार्ड क्रमांक 10, 11, 12 और 13 में प्रचलित राशन कार्ड की संख्या के आधार पर एक नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान आबंटन के लिए छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत् वृहत्ताकार आदिम जाति बहुद्देशीय सहकारी समितियों, प्राथमिक कृषि साख समितियों, वन सुरक्षा समितियों, महिला स्व-सहायता समूहों, ग्राम पंचायतों/स्थानीय नगरीय निकाय, अन्य उपभोक्ता सहकारी समितियों से जो उचित मूल्य की दुकान के संचालन के लिए ईच्छुक है।
उनसे निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र समस्त दस्तावेजो के साथ आमंत्रित किए गए हैं, वे संस्था विहित प्रारूप एक में अपना आवेदन पत्र जारी दिनांक 08 सितम्बर 2020 से 15 दिवस के भीतर अर्थात 22 सितम्बर 2020 तक अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय सराईपाली में कार्यालयीन अवधि में पेश कर सकते हैं। नगर पंचायत बसना में नवीन शासकीय उचित मूल्य की दुकान की आबंटन की कार्यवाही छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण ) आदेश 2016 के तहत की जाएगी। -
महासमुंद : जिला एव सत्र न्यायाधीश महासमुन्द में 02 नग फोटोकाॅपी मशीन खरीदी के संबंध में निविदा 24 सितम्बर 2020 के पूर्व आमंत्रित की गई हैं।
कार्यालय जिला एवं सत्र न्यायाधीश के क्रय समिति के अध्यक्ष ने बताया कि उक्त निविदा की अधिक जानकारी जिला न्यायालय के वेबसाईट पर उपलब्ध हैं। -
महासमुंद : महासमुंद जिले में 1 जून से अब तक 1172 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 07 सितम्बर 2020 तक 1172 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा सरायपाली विकासखंड में 1340 मिलीमीटर दर्ज की गई।
सबसे कम बारिश पिथौरा तहसीलवार में 745 मिलीमीटर हुई है। बसना तहसील में 1354 मिलीमीटर, बागबाहरा तहसील में 1319 मिलीमीटर और महासमुंद तहसील में 1044 मिलीमीटर दर्ज की गई। जिले में औसत बारिश 1192 से सिर्फ 20 मिलीमीटर दूर है। -
जिले के सभी गौठानों में नगद तोर द्वार कार्यक्रम के तहत् वीएलई, बैंक सखी के माध्यम से
हितग्राहियों को नगद राशि आहरण की सुविधा प्रदान की जाएगी
जिले के 84 गौठानों में ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
महासमुंद : जिले में केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाएं संचालित है। जिनके माध्यम से हितग्राहियों के बैंक खाते में सीधे भुगतान किया जाता है। वर्तमान में गोधन न्याय योजना का लाभ भी जिले के हितग्राहियों को प्राप्त हो रहा है। हितग्राहियों के खाते में जमा राशि के नगद आहरण की सुविधा प्रदान करने के लिये जिला प्रशासन के द्वारा जिले के 84 गौठानों में ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम का शुभारंभ आज किया गया है।
विकासखण्ड नगरीय निकायों के समस्त गौठानों में वी.एल. ई./बैंक सखी के माध्यम से हितग्राहियों को नगद राशि आहरण की सुविधा प्रदान की जा रही हैं। वी.एल.ई./बैंक सखी, डिजी पे एप्लीकेशन के माध्यम से हितग्राहियों के खाते से नगद आहरण की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। यह एक प्रकार का ए.ई.पी.एस. (आधार ईनेबल पेमेंट सिस्टम) है, जिसके लिए हितग्राहियों का बैंक खाता आधार नंबर से लिंक होना अनिवार्य है। हितग्राही नगद आहरण के लिए, अपने आस-पास के गौठान में वी.एल.ई/बैंक सखी से संपर्क कर सकते हैं। नगद आहरण करते समय मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोविड-19 के तहत दिशा-निर्देशों का अनिवार्यतः पालन किया जाना आवश्यक हैं।
इसी कड़ी में आज जिले के अनेक हितग्राहियों ने इसका लाभ उठाया। इनमंे पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम कोदोपाली में बैंक सखी के रूप में कार्यरत श्रीमती वेद भारती द्वारा निरंतर अपने क्षेत्र में भ्रमण कर बैंकिंग सुविधाएॅ उपलब्ध कराई जा रही हैं। ‘‘नगद तोर द्वार’’ कार्यक्रम के शुभारंभ में अपनी सक्रियता दिखाते हुए उन्होंने गौठान में उपस्थित होकर 20 ग्रामीण हितग्राहियों को कुल 09 हजार रूपए की राशि आहरण कर प्रदाय किया। जिसमें श्रीमती सुभद्रा, श्रीमती जमुना, श्रीमती सोनमति जैसे हितग्राही महिलाएं शामिल थी।
इसी प्रकार सरायपाली विकासखंड के ग्राम पंचायत सिरबोड़ा के श्री नरहरि कुमार द्वारा आज 08 हितग्राहियों को 05 हजार 500 रूपए की नगद राशि आहरण कर उपलब्ध कराया गया। इनमें श्रीमती कुंती, श्री रोशन, श्री किशन, श्री रामलाल सहित अन्य हितग्राही शामिल थे। इसके अलावा महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम बरेकेलकला में कार्यरत बैंक सखी श्रीमती ईश्वरी निषाद द्वारा 08 हितग्राहियों को 08 हजार रूपए की राशि नगद आहरण कर प्रदाय किया।
हितग्राहियों ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए ग्रामीणजन बैंकों में जाने से कतरा रहे थे। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा ‘‘नगद तोर द्वार ’’ कार्यक्रम प्रारंभ करने से उन्हें काफी सहुलियतें हुई हैं। जिसके कारण उन्हें अपने निकट के गौठान में राशि आहरण की सुविधा मिलने से काफी प्रसन्न हैं। - जिनके पास दो कमरों वाला घर, जिसमें मरीज को रखने के लिए पृथक कक्ष एवं एक अलग शौंचालय है, वे होम आइसोलेशन की मांग कर सकते हैं
निर्धारित प्रपत्र में नाम, पता, आइसोलेशन की तिथी संबंधी आवश्यक जानकारी भर कर देने के साथ-साथ निजी चिकित्सक का सहमति पत्र लगाना भी अनिवार्य
सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द या होंठ, चेहरे का नीला पड़ने जैसे गंभीर लक्षण महसूस होने पर रैपिड एक्शन टीम द्वारा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल आबंटित किया जाएगा
आइसोलेट होने के दिन से अगले 17 दिनों तक घर में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित होगा और कोई भी घर से बाहर नहीं निकल सकेगा
महासमुंद : राज्य शासन की नई निर्देशिका के अनुरूप जिला प्रशासन ने कोविड-19 धनात्मक प्रकरणों में लक्षण रहित एवं कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखने की सहमति दे दी है। लेकिन स्वास्थ्य लाभ एवं संक्रमण रोकथाम को देखते हुए मरीजों के लिए भी निगरानी एवं देख-भाल नियमावाली का पालन करने की बाध्यता भी रखी गई है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति केवल उन्हीं मरीजांे को प्रदाय की जा रही है, जो इसकी निर्देशिका के अनुरूप व्यवस्था पात्रता की शर्तों को पूरा करते करते हैं।उन्होंने बताया कि जिन मरीजों, परिवारों के पास दो कमरों वाला निवास या घर हैं, जिसमें मरीज के रहने के लिए एक पृथक कक्ष एवं अलग शौंचालय हैं, वे होम आइसोलेट होने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए मरीजों को निर्धारित प्रपत्र में अपना नाम, पता एवं होम आइसोलेशन में जाने की तिथि व अन्य आवश्यक जानकारियों सहित उपचार के लिए अपने निजी चिकित्सक का सहमति पत्र लगाना अनिवार्य होता है। साथ ही नियमावली में यह भी उल्लेखित है कि जिनके पास ये सुविधाएं नहीं होंगी उनके लिए कोविड केयर सेन्टर्स में व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उल्लेखनीय है कि होम आइसोलेशन में जाने के पहले दिन से आगामी 17 दिनों तक मरीज एवं उनके परिजन अपने-अपने घरांे से बाहर नहीं निकल सकेंगे। मरीज को अपने घर के सामने होम आइसोलेशन का सूचना स्टीकर चस्पा करना अनिवार्य है। इस बीच उनके परिजन, मित्रों सहित घरेलू कार्य सेवक, माली, मध्यान्ह भोजन सहायक, वाहन चालक एवं सुरक्षा गाई आदि का प्रवेश घर में पूर्णतः वर्जित होगा। मरीजों को प्रतिदिन जिला स्वास्थ्य से निरंतर दूरभाष के माध्यम से निरंतर संपर्क बनाए रखना होगा। मरीज से सांस लेने में तकलीफ, सीने में लगातार दर्द या दबाव, होंठ, चेहरे का नीला पड़ना, आॅल्टर्ड सेन्सोरियम जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने की सूचना प्राप्त होने पर उन्हें तत्काल समीपस्थ डेडिकेटेड कोविड अस्पताल आबंटित किया जाएगा। जहां, मरीज अपने अटेन्डर के साथ स्वयं के वाहन से आ सकंेगे।
इस संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल ने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने के लिए सभी मरीजों को निर्धारित प्रपत्र में अनिवार्यतः अंडरटेकिंग देनी होगी। इसके लिए मरीज या उनके परिजन दूरभाष पर अपने चिकित्सक से समन्वय कर अपने लिए थर्मामीटर एवं पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था पूर्व से सुनिश्चित कर लें। होम आइसोलेशन की अवधि में मरीजों को स्वयं एवं अपने परिजनों की स्वास्थ्य संबंधी अद्यतन जानकारी से जिला स्वास्थ्य दल को दूरभाष पर अवगत कराते रहना होगा। जिला स्तर पर होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम संचालित है। जहां सातों दिन-चैबीसों घंटे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। जरूरत होने पर यहां से भी परामर्श लिया जा सकता है।नियमावली का पालन करवाने एवं सतत निगरानी के लिए पृथक दस्तों का गठन किया गया है। जो निरंतर गश्त करते रहेंगे। यदि होम आइसोलेशन में रहते हुए अंडरटेकिंग का उल्लंघन करते पाया जाता है, तो होम आइसोलेशन की अनुमति निरस्त कर दी जाएगी और कोविड केयर सेन्टर शिफ्ट कर दिया जाएगा साथ में संबंधित के विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है। होम आइसोलेशन के लिए नियुक्त जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि जिले में सोमवार 07 सितंबर 2020 तक जिले में कुल 100 मरीजों को होम आइसोलेट किया जा चुका है। होम आइसोलेशन के 17 दिनों की अवधि पूरी होने के बाद भी सर्दी, खांसी या बुखार सहित अन्य लक्षण नहीं मिलने पर जानकारी स्वास्थ्य दल एवं संबंधित चिकित्सक तक प्रदाय की जाएगी। जिसके उपरान्त चिकित्सक द्वारा होम आइसोलशन समाप्त करना है या नहीं इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
मरीज के परिजनों को भी रखना होगा अपना ख्याल- डी.एस.ओ.
मरीजों के स्वास्थ्य लाभ एवं परिजनांे की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर डिस्ट्रिक्ट सर्विलन्स अधिकारी डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने सलाह दी है कि जिन मरीजों के परिवार में बच्चें, 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजूर्ग, गर्भवती महिला या फिर अस्थमा (सांस की बीमारी), मधुमेह, अनियमित रक्तचाप, कैंसर, हृदय विकार या गुर्दे आदि के रोगों से पीड़ित सदस्य हैं, उन्हें मरीज के स्वस्थ होने तक मरीज से पर्याप्त दूरी बनाए रखना चाहिए। कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ. अनिरुद्ध कसार ने मरीज के अटेन्डर एवं परिजनों को भी चिकित्सकीय सलाह के अनुसार संबंधित दवाओं का कोर्स पूरा करने की समझाईश दी है। - महासमुंद : महासमुंद जिले में कोविड-19 वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने जिला मुख्यालय वार्ड नम्बर 10, ईमली भाठा, नगर पालिका परिषद् महासमुंद के संदिग्ध मरीजों की सेम्पल जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने एवं पाँच से अधिक सक्रिय प्रकरण के कलस्टर पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड नम्बर 10, ईमली भाठा, नगर पालिका परिषद् महासमुंद के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं। उत्तर दिशा में सुरेश सेन का मकान, दक्षिण दिशा में डी.के. साहू का मकान, पूर्व दिशा में नेमीचंद अग्रवाल का मकान और पश्चिम दिशा में मंजू पटेल व प्रकाश यादव का मकान शामिल है।कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।कन्टेनमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए है, इनमें सम्पूर्ण प्रभार श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुंद को दिया गया हैं। दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान तथा आवागमन पर प्रतिबंध कराने का प्रभार श्री नारद कुमार सूर्यवंशी अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को सौंपा गया हैं। इसी तरह केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था के लिए बेरिकेटिंग का प्रभार कार्यपालन लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस.आर. सिन्हा को, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डॅा0 आर.के परदल को प्रभार सौंपा गया हैं।इसी प्रकार प्रवेश सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था के लिए जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुदर्शन बगर्ती को, स्वास्थ्य टीम को आवश्यक दवा, माॅस्क, पी.पी.ई किट उपलब्ध कराने का प्रभार खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विपिन कुमार तिवारी को सौंपा गया हैं। घरों का एक्टिव सर्विलांस का प्रभार महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक कुमारी स्वरूपा भोई को, खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन को तथा पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार श्री मूलचंद चोपड़ा को नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के लिए गूगल मैप तैयार करने का प्रभार जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी, ई-जिला प्रबंधक, सीजी स्वान श्री भूपेन्द्र अंम्बिलकर एवं भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को सौंपा गया हैं।